सहोदरा में नए थानाध्यक्ष ने किया पदभार ग्रहण, कही यह बात


गौनाहा :- प्रखंड के सहोदरा थाना के नए थानाध्यक्ष धीरज कुमार ने बुधवार को देर शाम सहोदरा थाना का पदभार ग्रहण किया। 

विदित हो कि नए थानाध्यक्ष धीरज कुमार पूर्व में पुलिस केंद्र बेतिया में पदस्थापित थे। 

उन्होंने बताया कि इसके पूर्व एसटीएफ में एसआई के पद पर कार्यरत था। उनका कहना था कि मेरी पहली प्राथमिकता शराबबंदी, बालू व पत्थर खनन पर पूर्णतः रोक लगाना है। 

पदभार ग्रहण करने के उपरांत उन्होंने बताया कि मैं लोगो को न्याय व इंसाफ दिलाने का काम करूंगा अपराध पर रोक लगाउंगा।

चैत्र नवरात्र के कलश स्थापन को लेकर निकाली गई भव्य कलश यात्रा

गौनाहा :- शक्तिपीठ माँ शुभद्रा स्थान पर चैत्र नवरात्र के पहले दिन कलश स्थापन को लेकर भव्य कलश यात्रा निकाली गई। कलश स्थापना में 108 कुंवारी कन्याओं द्वारा माथे पर कलश लेकर जलभराई की गई। 

बेतहनिया के समीप पहाड़ी नदी में कुंवारी कन्याओं द्वारा जलभराई की गई। कलश यात्रा सहोदरा मंदिर से बेतहनिया होते हुए पुनः सुभद्रा मंदिर पहुंच कर समाप्त हुई। जलभराई के उपरांत कलश स्थापना की गई। 

कलश स्थापन के उपरांत माता शैलपुत्री की पूजा अर्चना कर श्रद्धा सुमन अर्पित की गई। नौ दिनों तक चलने वाले चैत्र नवरात्र को लेकर सुभद्रा मंदिर की भव्य सजावट की गई है। आचार्य उदयसागर तिवारी द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ कलश स्थापना की गई। 

कलश यात्रा में शामिल होने वालों में जीप सदस्य ई .शैलेन्द्र गढ़वाल, मुखिया संघ के अध्यक्ष प्रदीप पँजियार , जमुनिया मुखिया विक्की कुमार, धमौरा मुखिया राम बिहारी महतो, पूजा समिति के सचिव राजेंद्र महतो, राधेश्याम चौधरी, दीनानाथ प्रसाद गुप्ता, मंदिर के प्रधान पुजारी जितेंद्र गुरु, सिकंदर गुरु, पूर्व सरपंच प्रकाश बिहारी, पंसस रूपतारा देवी, राजकेश्वर प्रसाद, सुखनंदन महतो, वीरेंद्र यादव, एएसआई विपिन शुक्ला आदि प्रमुख थे।

जच्चा एवं बच्चा दोनों की जान कीमती, मानवीय संवेदना के साथ कराएं सुरक्षित प्रसव : जिलाधिकारी।


स्टील बर्थ, चाइल्ड डेथ, मैटनरल डेथ की घटना नहीं हो, इस हेतु करें कारगर उपाय।

मेडिकल गाइडलाइन का करें अक्षरशः अनुपालन, जच्चा एवं बच्चा का केयर जरूरी।

प्रसव पूर्व गर्भवती महिलाओं की नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण कराने का निर्देश। 

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सम्पन्न।

कार्य में लापरवाही को लेकर पांच एमओआइसी को शोकॉज, एक एमओआइसी को शोकॉज करते हुए वेतन अवरूद्ध करने तथा अनाधिकृत अनुपस्थिति को लेकर एक सीडीपीओ को शोकॉज तथा वेतन अवरूद्ध करने का निर्देश।

बेतिया। जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न हुयी। बैठक में एएनसी, आईएफए/कैल्शियम/आयरन डिस्ट्रीब्यूशन, एचबीएनसी, लैब टेस्ट, एक्स-रे सर्विस, परिवार कल्याण ऑपरेशन महिला, परिवार कल्याण नसबंदी ऑपरेशन पुरूष, होम डिलीवरी, मैटरनल डेथ, चाइल्ड डेथ, स्टील बर्थ, ड्रग एंड वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन, राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम, कोविड टेस्टिंग, रूटिन इम्यूनाईजेशन, मिशन क्वालिटी, इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट आदि की विस्तृत समीक्षा की गयी। 

समीक्षा के क्रम में सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि वितीय वर्ष 2022-23 में 18 फरवरी तक 1441295 आउटडोर मरीज, 201405 इनडोर मरीज को समुचित चिकित्सा उपलब्ध कराया गया है। परिवार कल्याण ऑपरेशन के तहत 9260 महिला का सफल ऑपरेशन किया गया है तथा 85 पुरूषों का नसबंदी किया गया है। 61414 संस्थागत प्रसव कराये गये हैं।

पृच्छा पर बताया गया कि विभिन्न जगहों पर मेडिकल प्रोटोकॉल का अनुपालन करने के बावजूद प्रसव के दौरान चाइल्ड डेथ सहित स्टीलबर्थ के मामले में आये हैं।

जिलाधिकारी द्वारा इसे अत्यंत गंभीरता से लिया गया तथा निर्देश दिया गया कि आइसीएमआर गाइडलाइन के तहत एसओपी का अक्षरशः अनुपालन करते हुए प्रसव आदि कार्य कराना सुनिश्चित किया जाय। साथ ही जिलाधिकारी द्वारा यह भी निर्देश दिया गया कि सिविल सर्जन की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम जिसमें गाइनिंग भी शामिल हों, का गठन किया जाय। जांच टीम सूक्ष्मता से जांच करेगी कि किन कारणों से चाइल्ड डेथ, स्टील बर्थ के केस हुए हैं। साथ ही उन कारणों को कैसे ठीक किया जाय, जिससे कि इस प्रकार के केस नहीं हो, इस पर बेहतर तरीके से कार्य किया जाय।

जिलाधिकारी ने कहा कि स्टील बर्थ, चाइल्ड डेथ, मैटनरल डेथ की घटना अत्यंत ही अफसोसजनक है। सभी को ऐसा प्रयास करना चाहिए कि अस्तपाल में आने वाली गर्भवती महिलाएं स्वस्थ बच्चे को जन्म दें और सकुशल अपने घर पहुंचे। इस कार्य में डॉक्टर्स, एएनएम, आशा कार्यकर्ताओं को समन्वित प्रयास करते हुए संकल्पित रूप से सुरक्षित प्रसव कराना चाहिए, जिससे जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ रहें।

उन्होंन निर्देश दिया कि एएनएम और जीएनएम को अच्छे तरीके से प्रशिक्षित करायें ताकि डिलीवरी के समय परेशानी नहीं हो तथा जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ रहें। डिलीवरी के वक्त प्रॉपर ट्रीटमेंट मुहैया कराये। जच्चा और बच्चा का बेहतर तरीके से केयर करें। मैटनरल डेथ नहीं हो इस हेतु आशा को तत्परतापूर्वक मानवीय संवेदना के साथ कार्य करना होगा। 

उन्होंने निर्देश दिया कि डॉक्टर्स स्वयं सभी मेडिकल प्रोटोकॉल का शत-प्रतिशत अनुपालन करेंगे और एएनएम और जीएनएम को करने के लिए निर्देशित करेंगे। सभी को यह हर संभव कोशिश करनी है कि स्टील बर्थ, चाइल्ड डेथ के मामले जिले में शून्य रहे। प्रसव पूर्व गर्भवती महिलाओं की नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच की जानी आवश्यक है। जांच रिपोर्ट के अनुरूप आवश्यक दवाएं, खान-पान के उपयोग हेतु गर्भवती महिलाओं को प्रेरित करें। इस कार्य में तनिक भी लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। 

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि एएनसी सर्विस डिलीवरी प्रॉपर तरीके से कराना सुनिश्चित करें। प्रत्येक गर्भवती महिला का एएनसी सुनिश्चित किया जाय। एएनसी बढ़ाने के लिए वर्किंग प्लान तैयार करें ताकि आउटकम परिलक्षित हो सके। उन्होंने निर्देश दिया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम में तहत महिलाओं का ऑपरेशन एवं पुरूष नसबंदी हेतु जनजागरूकता कार्यक्रम संचालित किया जाय। गर्भ निरोधक उपायों के उपयोग हेतु आमजनों को प्रेरित किया जाय।

ड्रग एवं वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि दवाओं का इंडेंट ससमय करें। स्टोर इंचार्ज सतर्कता बरतें। पर्याप्त मात्रा में दवाओं का स्टॉक अस्पताल में होना चाहिए। दवाओं के स्टॉक का भौतिक सत्यापन नियमित रूप से कराना सुनिश्चित किया जाय ताकि मरीजों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। 

जिलाधिकारी ने कहा कि ड्यूलिस्ट, सर्वे रजिस्टर अपडेट रखा जाय। आशा, एएनएम इस पर विशेष ध्यान दें। नियमित टीकाकरण से प्रत्येक बच्चे को आच्छादित किया जाय। लोगों को अवेयर किया जाय कि बच्चों का नियमित टीकाकरण कराना अतिआवश्यक है। इसके साथ ही नियमित टीकाकरण हेतु सेशन साइट को आवश्यकतानुसार बढ़ाने की कार्रवाई भी की जाय। 

एएनसी में अपेक्षाकृत कम उपलब्धि को लेकर बैरिया, मझौलिया, सिकटा, नौतन एवं बगहा के एमओआइसी को शोकॉज करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। एमओआइसी, योगापट्टी को शोकॉज तथा वेतन निकासी अवरूद्ध करने तथा बैठक से अनुपस्थित रहने के कारण सीडीपीओ, बगहा-01 को शोकॉज तथा वेतन अवरूद्ध करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। 

इस अवसर पर सिविल सर्जन, एसीएमओ, डीपीओ, आइसीडीएस, सभी एमओआइसी, यूनिसेफ, डब्लूएचओ, केयर के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।

बिहार जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण अंतर्गत फील्ड मास्टर ट्रेनरों के प्रशिक्षण की हुई शुरुआत, जिलाधिकारी ने किया शिविर का शुभारंभ

बेतिया - बिहार जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण अंतर्गत प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ आज जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा किया गया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, मास्टर ट्रेनर श्री उपेन्द्र कुमार शुक्ला, श्री पियतम दत्ता, श्री सुरेश सिंह, श्री प्रभात रंजन सिंह सहित फील्ड मास्टर ट्रेनर आदि उपस्थित रहे। 

जिलास्तर पर दक्ष मास्टर ट्रेनर द्वारा फील्ड मास्टर ट्रेनर को 21, 24 एवं 25 मार्च को समाहरणालय सभाकक्ष में अच्छे तरीके से प्रशिक्षित किया जायेगा। आज 21 मार्च को बगहा-01, बगहा-02, भितहां, पिपरासी, ठकराहां, नौतन, मैनाटाड़, गौनाहा, रामनगर एवं मधुबनी के फील्ड मास्टर को प्रशिक्षण दिलाया गया। प्रशिक्षण के उपरांत फील्ड मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण प्राप्त कर प्रखंडों में प्रगणकों तथा पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। 

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि इस चरण में प्रत्येक परिवार/व्यक्ति के व्यक्तिगत, सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक आंकड़े प्रपत्र और मोबाइल ऐप दोनों के माध्यम से एकत्रित किये जायेंगे। गणना प्रपत्र में परिवार से आंकड़े लेकर उस परिवार के प्रधान का हस्ताक्षर प्राप्त करने के उपरांत सभी आंकड़े मोबाईल एप में प्रविष्ट किये जायेंगे। मोबाईल ऐप से यह आंकड़ा स्टेट डाटा सेंटर के सर्वर पर एकत्रित होगा, जो बिहार जाति आधारित गणना पोर्टल पर देखा जा सकेगा।

उन्होंने कहा कि प्राप्त आंकड़ों का प्रसंस्करण और प्रतिवेदन/ग्राफ/विवरणी आदि का निर्माण भी इसी पोर्टल से होगा। गणना प्रपत्र और मोबाईल ऐप पर प्रत्येक परिवार के लिए एक ही क्रमांक होंगे। गणना के बाद सभी प्रपत्र को स्कैन कर मोबाईल के आंकड़े से टैग कर सॉफ्ट कॉपी में रख लिया जायेगा।

जिलाधिकारी ने प्रथम चरण अंतर्गत जाति आधारित गणना कार्य में सराहनीय कार्य को लेकर उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता सहित सभी अधिकारियों एवं कर्मियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि टीम वर्क में कार्य कर प्रथम चरण अंतर्गत जाति आधारित गणना का कार्य बेहतर तरीके से किया गया है, इसी तरह आगे भी कार्य करते रहें।

उन्होंने कहा कि स्टेट लेवल तथा डिस्ट्रीक्ट लेवल से प्राप्त अद्यतन दिशा-निर्देशां का अक्षरशः अनुपालन करें। जिलास्तर पर अच्छे तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त करें तथा त्रुटिरहित गणना कार्य सम्पन्न करायें। फिल्ड में कार्य करने वाले प्रगणकों, पर्यवेक्षकों से फीडबैक लेते रहें।

बेतिया: गर्म हवाएं/लू से बचाव हेतु सभी व्यवस्थाएं रखें अपडेट- जिलाधिकारी।


खराब चापाकलों की युद्धस्तर पर मरम्मति, सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था, भू-गर्भ जलस्तर की लगातार निगरानी एवं समीक्षा करने का निर्देश।

सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस पैकेट, आईवी फ्लूड एवं जीवन रक्षक दवा आदि की व्यवस्था सहित आवश्यकतानुसार आईसोलेशन वार्ड की व्यवस्था कराने का निर्देश।

बेतिया। जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में गर्म हवाएं/लू से बचाव के लिए पूर्व तैयारी एवं की जाने वाली कार्रवाई के संबंध में सभी संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न हुयी। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, सहायक समाहर्त्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्त्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, श्री अनिल राय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहें।

अधिकारियों को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि वास्तविक अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्यिस अथवा अधिक होने पर लू की स्थिति मानी जाती है। साथ ही वास्तविक अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस अथवा अधिक होने पर भीषण गर्मी की स्थिति मानी जाती है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों द्वारा ऐसी संभावना व्यक्त की गयी है कि इस बार बिहार में लू की स्थिति रहेगी। गर्म हवाएं/लू के मद्देनजर सभी संबंधित विभाग अपनी-अपनी तैयारी ससमय पूरी कर लेंगे।

उन्होंने निर्देश दिया कि सिविल सर्जन सरकारी अस्पतालों में लू से प्रभावित व्यक्तियों के ईलाज की विशेष व्यवस्था करें। अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस पैकेट, आईवी फ्लूड एवं जीवन रक्षक दवा आदि की व्यवस्था करेंगे। साथ ही आवश्यकतानुसार आईसोलेशन वार्ड की भी व्यवस्था करेंगे। चलंत चिकित्सा दल एवं वाहन की समुचित व्यवस्था करेंगे ताकि आवश्यकता पड़ने पर त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रभावितों को समुचित चिकित्सा व्यवस्था मुहैया करायी जा सके। बच्चों, वृद्धों, गर्भवती महिलाओं तथा गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखा जाना है।

नगर निगम आयुक्त सहित जिले के सभी नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था, खराब चापाकलों की मरम्मति, आश्रय स्थलों में पेयजल की व्यवस्था, लू से बचाव से संबंधित सूचनाओं को आमजनों के लिए प्रदर्शित करेंगे। कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी समूचे जिले के खराब चापाकलों की युद्धस्तर पर मरम्मति, पेयजल संकट से निपटने हेतु निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार पेयजल संकटग्रस्त क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से पेयजल की उपलब्धता सहित भू-गर्भ जलस्तर की लगातार समीक्षा एवं निगरानी करेंगे।

जिलाधिकारी द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि भीषण गर्मी से बचाव हेतु सुबह की पाली में विद्यालय का संचालन, गर्मी की स्थिति को देखते हुए गर्मी की छुट्टियां निर्धारित समय से पूर्व करने, स्कूलों को अल्प अवधि के लिए बंद करने, सभी स्कूलों एवं परीक्षा केन्द्रों में पेयजल एवं ओआरएस की व्यवस्था, स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से कराना सुनिश्चित करेंगे। वहीं डीपीओ, आइसीडीएस सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पेयजल की समुचित व्यवस्था, स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आंगनबाड़ी केन्द्रों पर जीवन रक्षक घोल (ओआरएस) की व्यवस्था सहित नवजात शिशु, बच्चों, धातृ एवं गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से विशेष चिकित्सीय सुविधा की व्यवस्था कराना सुनिश्चित करेंगी।

जिला पशुपालन पदाधिकारी पशु-पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था हेतु सरकारी ट्यूबवेल के समीप/अन्य सुविधायुक्त स्थानों पर गड्ढ़ा खुदवाकर पानी इकट्ठा कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही बीमार पशुओं के लिए चिकित्सा दल को अलर्ट मोड में रखेंगे। जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया सहित सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म यथा-फेसबुक, वाट्सऐप एवं ट्विटर के माध्यम से लू से बचाव हेतु क्या करें, क्या नहीं करें का व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करेंगे।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि मनरेगा अंतर्गत तालाबों/आहर आदि की खुदाई की योजनाओं में तेजी लायी जाय, जिससे इनमें पानी इकट्ठा हो एवं पशु-पक्षियों को पानी प्राप्त हो सके। कार्यस्थल पर पेयजल एवं प्राथमिक उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।

इसके साथ ही जिला पंचायत कार्यालय, श्रम संसाधन कार्यालय, परिवहन कार्यालय, विद्युत कार्यालय के प्रधानों को भी लू से बचाव हेतु कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया।

समीक्षा के क्रम में बताया गया कि साधारण सावधानियों से अपने आपको गर्म हवाएं/लू से सुरक्षित रखा जा सकता हैः-

● जहां तक संभव हो कड़ी धूप में बाहर न निकलें।

● जितनी बार हो सके पानी पीयें, प्यास न भी लगे तो भी पानी पीयें। सफर में अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें।

● जब भी बाहर धूप में जायें, हल्के रंग के ढ़ीले-ढ़ाले सूती कपड़े, धूप के चश्में इस्तेमाल करें। गमछे या टोपी से अपने सिर को ढ़के और खाली पांव धूप में न चलें।

● अधिक तापमान में कठिन काम न करें।

● हल्का भोजन करें। अधिक पानी की मात्रा वाले फल जैसे तरबूज, खीरा, नींबू, संतरा आदि का सेवन करें तथा ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन का सेवन न करें जैसे-मांस व मेवे, जो शारीरिक ताप को बढ़ाते हैं।

● घर में ना पेय पदार्थ जैसे कि लस्सी, नमक-चीनी का घोल, छांछ, नींबू-पानी, आम का पन्ना आदि का नियमित सेवन करें।

● बच्चों एवं पालतू जानवर को बंद वाहनों में अकेला न छोड़ें। जानवरों को छांव में रखें और उन्हें खूब पानी पीने को दें।

● लू लगने की स्थिति में जैसे कि बेहोशी या चक्कर लगना, उल्टी, सिरदर्द, अत्यधिक प्यास लगना, दिल की धड़कन तेज होना आदि होने पर तुंरत चिकित्सक के पास जायें।

● स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान और आगामी तापमान में परिवर्तन के बारे में सतर्क रहें।

● अगर आपकी तबीयत ठीक न लगे या चक्कर आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

लू लगने पर क्या करें :-

● लू लगे व्यक्ति को छांव में लिटा दें, अगर उनके शरीर पर तंग कपड़े हो तो उन्हें ढ़ीला कर दें अथवा हटा दें।

● लू लगे व्यक्ति का शरीर ठंडे गीले कपड़े से पोछें या ठंडे पानी से नहलायें।

● उनके शरीर के तापमान को कम करने के लिए कूलर, पंखे आदि का प्रयोग करें।

● उनके गर्दन, पेट एवं सिर पर बार-बार गीला तथा ठंडा कपड़ा रखें।

● प्रभावित व्यक्ति को ओआरएस/नींबू-पानी, नमक-चीनी का घोल, छांछ या शर्बत पीने को दें, जो शरीर में जल की मात्रा को बढ़ा सके।

● लू लगे व्यक्ति की हालत में एक घंटे तक सुधार न हो तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में ले जायें।

लू लगने पर क्या न करें :-

● जहां तक संभव हो कड़ी धूप में बाहर न निकलें।

● अधिक तापमान में बहुत अधिक शारीरिक श्रम न करें।

● चाय, कॉफी जैसे-गर्म पेय तथा जर्दा तंबाकू आदि मादक पदार्थों का सेवन कम करें अथवा न करें।

● ज्यादा प्रोटिन वाले भोजन जैसे-मांस, अंडा व सूखे मेवे जो शारीरिक ताप को बढ़ाते हैं, का सेवन कम करें अथवा न करें।

● यदि व्यक्ति गर्मी या लू के कारण पानी की उल्टियां करें या बेहोश हो तो उसे कुछ भी खाने-पीने को न दें।

● बच्चों को बंद वाहनों में अकेला न छोड़े।

रामनवमी एवं चैती छठ को जिलाधिकारी ने पदाधिकारियों के साथ की बैठक, दिए कई जरुरी निर्देश

बेतिया : जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने रामनवमी एवं चैती छठ के अवसर पर विधि-व्यवस्था बनाये रखने हेतु सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को पूरी मुस्तैदी के साथ अपने-अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि सजग एवं सतर्क रहते हुए सभी व्यवस्थाएं ससमय पूरी कर लेनी है। जिलाधिकारी समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि चैती छठ को लेकर घाटों पर सभी व्यवस्था दुरूस्त कर ली जाय। नदी घाट, तालाब जहां छठ पूजा पर श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा होती है, वहां एसओपी के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं की जानी है। नदी घाट, तालाबों की अच्छे तरीके से बैरिकेडिंग करानी आवश्यक है। घाटों के किनारे पर्याप्त रौशनी की व्यवस्था, चेजिंग रूम आदि व्यवस्थाएं आयोजकों से समन्वय स्थापित कर कराना सुनिश्चित किया जाय।

जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि जिन स्थलों पर छठ पूजा आयोजित होती है, से संबंधित सूची सभी एसडीएम ब्लॉक वाइज तैयार करवा लेंगे। इसके साथ ही संवेदनशील घाटों की सूची अलग से तैयार करायेंगे और एसओपी के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करायेंगे।

उन्होंने निर्देश दिया कि छठ घाटों पर निजी नावों के परिचालन पर रोक दी जाय। इसके साथ ही पटाखों की बिक्री पर भी रोक लगा दी जाय ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना की संभावना नहीं रहे। उन्होंने निर्देश दिया कि पूजा सूमितियों के साथ बैठक आयोजित कर शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में पर्व-त्यौहारों को सम्पन्न कराया जाय।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सिविल सर्जन क्यूएमआरटी को आवश्यक संसाधनों के साथ अलर्ट मोड में रखेंगे। इसके साथ ही एसडीआरएफ की टीम भी अलर्ट मोड में रखी जाय ताकि विषम परिस्थिति में त्वरित गति से कार्रवाई की जा सके।

उन्होंने कहा कि छठ घाटों पर गोताखोरों, मोटरबोट की तैनाती सुनिश्चित किया जाय। गोताखोर महाजाल के साथ अलर्ट मोड में रहेंगे। इसके साथ ही छठ घाटों पर मजिस्ट्रेट एवं पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति कर दी जाय।

जिलाधिकारी ने कहा कि रामनवमी को लेकर मंदिरों की साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था आदि सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ रखी जाय। इस दौरान असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों को सादे लिबास में भी प्रतिनियुक्त किया जाय। असामाजिक तत्वों के साथ सख्ती से पेश आया जाय।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, सुश्री, शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार, श्री अनिल कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

अपने वार्ड में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति सभी वार्ड पार्षदगण की सजगता अनिवार्य : गरिमा

बेतिया : शहरी प्राथमिक स्वास्थ केंद्रों के माध्यम से बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभावी विस्तार को लेकर सोमवार को एक कार्यशाला आयोजित की गई। जिला स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में संपन्न यह कार्यक्रम बानूछापर के माध्यमिक शिक्षक संघ भवन के सभागार में आयोजित किया गया। नगर पार्षदों और विभाग के बुनियादी कार्यकर्ताओं की उन्मुखीकरण कार्यशाला का उद्घाटन नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने किया।

उद्घाटन के बाद श्रीमती सिकारिया ने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार हम सबकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। आज के इस महत्वपूर्ण मौके पर आप सभी माननीय वार्ड पार्षदगण से मैं विनम्र अनुरोध करूंगी कि आप सभी अपने अपने वार्ड क्षेत्र में बुनियादी स्वास्थ्य सुविधा से जुड़ी सरकारी सेवाओं के प्रति सभी की सजग और तत्पर रहें। जिससे मातृ शिशु कल्याण के कार्यक्रम, निःशुल्क टीकरारण और परिवार कल्याण से जुड़ी योजनाओं का लाभ एक एक लक्षित जरूरतमंद तक बिना बाधा के बहुंच सके।

इससे पूर्व जिला स्वास्थ्य समिति की प्रतिनिधि पदाधिकारी सुश्री प्रेमा सिन्हा ने श्रीमती सिकारिया को बुके देकर उनका अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि एक महिला नेत्री के रूप में हम सबको गरिमा मैडम की लोकप्रियता और कर्तव्यनिष्ठा पर गर्व है। आज इनके अभिनंदन में मैं कहना चाहूंगी कि - "मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है,पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।" तब लोगों ने श्रीमती सिकारिया के सम्मान में तालियां बजाकर स्वागत किया।

जिला स्वास्थ्य समिति पश्चिम चंपारण द्वारा आयोजित इस कार्यशाला का संचालन जिला शहरी स्वास्थ्य सलाहकार चंद्र किशोर जी के अध्यक्षता में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रमेश चंद्रा, एनसीडी पदाधिकारी डॉ. मुर्तुजा अंसारी, एपिडेमियोलॉजिस्ट डाँ अर्स मुन्ना, आरबीएसके डीसी डॉ. रंजन मिश्रा , पी.एस.आई इंडिया डीसी प्रताप सिंह कोश्यारी भी उपस्थित हुए। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में अवस्थित स्लम जगहो पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं पहुचाने की जानकारी से सभी स्थानिय नगर निकाय को अवगत कराना था, जिसे जिला स्वास्थ्य समिति के पदाधिकारियों द्वारा गहण जानकारी दी गई।

इस कार्यशाला के बाद शहरी स्वास्थ्य निकाय ने स्वीकार किया कि लोग को सही समय पर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी जाए तथा जहां पर उनकी जरुरत होगी वे लोग तत्पर होकर सहयोग प्रदान करेंगे, जिससे शहरी मलीन बस्ती के लोग स्वास्थ्य संबंधित सुविधा प्राप्त कर सकेंगे एवं उनका स्वास्थ्य बेहतर बनेगा। आयोजन में उपमेयर गायत्री देवी सहित नगर निगम के अनेक वार्ड पार्षदगण की सहभागिता रही।

विश्व गौरैया दिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन ने गौरैया के संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र एवं विभिन्न देशों की सरकारों से अपील की

     

  

बेतिया : आज दिनांक 20 मार्च 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में विश्व गौरैया दिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया।  

इस अवसर पर ब्रांड एंबेसडर स्वच्छ भारत मिशन सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ. एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल, प्रज्ञान इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर व पश्चिमी चंपारण कला मंच की समन्वयक शाहीन परवीन ने संयुक्त रूप से कहा कि आज हमें 13वां विश्व गौरैया दिवस मनाने का अवसर मिला है. ऐसा इसलिए हो रहा है ताकि विलुप्त हो रही गौरैया को संरक्षण दिया जा सके।

  

कहा कि विश्व गौरैया दिवस हर साल 20 मार्च को मनाया जाता है। गौरैया दुनिया के कई देशों में पाई जाती है। लोगों में गौरैया के प्रति जागरूकता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए यह दिन मनाया जाता है। बढ़ते प्रदूषण समेत कई कारणों से गौरैया की संख्या में काफी कमी आई है और उनका अस्तित्व खतरे में है. स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण के सहयोग से गौरेया जैसे पक्षियों को विलुप्त होने से बचाया जा सकता है, इस दिशा में सत्याग्रह फाउण्डेशन, सरकारे एवं विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से सकारात्मक कार्य कर रहा है।

  

विश्व गौरैया दिवस नेचर फॉरएवर सोसाइटी ऑफ इंडिया के साथ-साथ फ्रांस के इकोसेज एक्शन फाउंडेशन की एक पहल है। समाज की शुरुआत प्रसिद्ध पर्यावरणविद् मोहम्मद दिलावर ने की थी। उन्हें 2008 में टाइम पत्रिका द्वारा "पर्यावरण के नायकों" में शामिल किया गया था। वर्ष 2010 में पहली बार 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस मनाया गया। इसके बाद यह दिवस हर साल 20 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन गौरैया के संरक्षण के लिए काम करने वाले लोगों को गौरैया पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाता है। विभिन्न सर्वेक्षण गोरिया (गौरैया) जैसे पक्षियों की संख्या दर्शाते है। 

गौरैया की संख्या लगातार घट रही है। स्टडी के मुताबिक इसकी संख्या में 60 फीसदी की कमी आई है। विश्व गौरैया दिवस मनाने का एक उद्देश्य हमारे युवाओं और प्रकृति के प्रति उत्साही लोगों को गौरैया से प्यार करने और उनकी देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित करना है।  

इस मौके पर डॉ. एजाज अहमद, डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल, बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के शोधार्थियों, डॉ. शाहनवाज अली व डॉ अमित कुमार लोहिया ने संयुक्त रूप से कहा कि विलुप्त हो रही गौरैया को बचाने के लिए समाज में जागरूकता फैलाना आवश्यक है। इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र एवं विश्व की अनेक सरकारों द्वारा गौरैया के संरक्षण के लिए विश्वव्यापी अभियान को संयुक्त रूप से तेज करने की आवश्यकता है, ताकि लुप्तप्राय पक्षियों जैसे गौरैया (गोरिया) को सुरक्षा प्रदान की जा सके। यह तभी संभव होगा जब हम सभी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समरसता स्थापित कर स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक हों। साथ ही हम सभी को मिलकर इस दिशा में सकारात्मक तरीके से काम करना चाहिए।

जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा के अवंतीपोरा में हुए सड़क दुर्घटना में जिले के एक व्यक्ति की भी हुई मौत, जिला प्रशासन द्वारा उसके शव को लाने के लिए की गई व्यवस्था


बेतिया : जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा के अवंतीपोरा इलाके में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बस के पलटने से हुई दुर्घटना में बिहार के चार लोगों की दुखद मृत्यु हो गई। इस दुर्घटना में पश्चिम चंपारण जिले के एक व्यक्ति श्री नसरुद्दीन अंसारी की भी मृत्यु हो गई।

सरकार के निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए मृतक के शरीर को लाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई। एम्बुलेंस के साथ मजिस्ट्रेट को लगाया गया है ताकि उनकी देखरेख में मृतक के शरीर को लाया जा सके। मृतक के शरीर को लाने के लिए उनके आश्रित भी एम्बुलेंस के साथ भेजे गए हैं।

जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा इस दुर्घटना को लेकर अपनी संवेदना व्यक्त की गई है। उन्होंने मृतक की आत्मा की शांति तथा परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करने हेतु ईश्वर से प्रार्थना की गई है।

उन्होंने जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि वे स्वयं अनुश्रवण करते हुए मृतक के घर तक शव पहुंचाने की व्यवस्था करेंगे। साथ ही एम्बुलेंस के साथ गए उनके परिजनों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसे भी सुनिश्चित करेंगे।

जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी, श्री सुजीत बरनवाल द्वारा बताया गया है कि जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में मजिस्ट्रेट सहित परिजनों को एम्बुलेंस के साथ बागडोगरा भेजा गया है। बागडोगरा में ही मृतक के शरीर को लाया गया है। यही से मृतक के शरीर को जिले में लाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा मृतक के आश्रितों को 2 लाख रुपये अनुग्रह अनुदान के तहत सहायता राशि प्रदान करने की बात कही गयी है, जिस हेतु अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।

महापौर गरिमा ने नौतन बेतिया रोड में पीपल चौक के पास लाखों की लागत से एप्रोच निर्माण का किया शिलान्यास, मौके पर कही यह बात

बेतिया : नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने रविवार को नौतन बेतिया मेन रोड में पीपल चौक के पास ऊँचे बने पुल के कारण करीब एक दशक से आवागमन में कष्ट झेल रहे लोगों की परेशानी का निदान करने हेतु एप्रोच पथ का शिलान्यास किया। 

उन्होंने कहा कि लाखों की लागत से बनने वाले एप्रोच का निर्माण से नौतन बेतिया के हजारों राहगीरों की परेशानी दूर होगी। विशेष कर नगर निगम में हाल में शामिल पूर्ववर्ती सनसरैया पंचायत के लोगों को विशेष सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि विगत चुनाव में जनसंपर्क के दौरान सैकड़ों लोगों ने इस समस्या के निदान की मांग की थी। 

श्रीमती सिकारिया ने राहगीरों की बड़ी परेशानी को लेकर संवेदक से जल्द गुणवत्तापूर्ण योजना पूरी करने का निर्देश दिया है। उन्होंने जमा भीड़ से कहा कि आप सबकी समस्याओं का एक एक कर के निदान होगा। मौके पर मौजूद प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी सह नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित ने कहा कि विकास एक अनवरत प्रक्रिया है। केवल सोच सकारात्मक और जागरूकता बनी रहनी चाहिए। नगर निगम प्रशासन समग्र विकास और एक एक जन समस्याओं के निदान के प्रति संकल्पित है। 

इस मौके पर बसवारिया के सैकड़ों नागरिकों ने नगर निगम की महापौर श्रीमती सिकारिया और प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी एवं नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित का पुरजोर स्वागत किया। मौके पर उपमेयर गायत्री देवी सहित वार्ड पार्षद कृष्णा कुमार शर्मा, दीपक कुमार, मो. कजाफी इत्यादि मौजूद रहे।