*विश्व जल दिवस पर गायत्री परिवार ने जल संरक्षण का संकल्प लिया*
अमेठी | विश्व जल दिवस के अवसर पर गायत्री परिवार अमेठी के कार्यकर्ताओं ने कलश देवता को अपने हाथों में लेकर गायत्री माता, परम् पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य एवं वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा की सूक्ष्म उपस्थिति में जल संरक्षण का संकल्प लिया।
जिला समन्वयक डॉ० त्रिवेणी सिंह ने सभी को जल संकट की ओर आगाह करते हुए जल संरक्षण के लिए प्रेरित किया व संकल्प दिलाया।
उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार सामाजिक दायित्वों के निर्वहन में हमेशा अग्रणी भूमिका में रहता है।जिला युवा समन्वयक डॉ० प्रवीण सिंह दीपक ने सभी को जल संरक्षण में अपनी छोटी-छोटी भूमिका निभाने का आव्हान करते हुए कहा कि आने वाली पीढ़ियों के सुरक्षित भविष्य के लिए हम सभी का नैतिक दायित्व है कि जल संरक्षण के लिए आगे आएं।
इस अवसर पर लाल अशोक सिंह, ओम प्रकाश लोहिया, गायत्री सिंह, चिरौंजी लाल, अनिल अग्रहरि, कोमल मिश्रा, सविता, कविता, संगीता शर्मा, शीला जायसवाल, संगीत सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
कलश स्थापना के साथ प्रारंभ हुई नवरात्रि की गायत्री साधना
वासंतिक नवरात्रि के अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ अमेठी के पावन प्रांगण में सुबह दैनिक महायज्ञ के पश्चात 9 दिवसीय गायत्री साधना प्रारम्भ हुई। परिव्राजक इंद्रदेव शर्मा ने साधकों को गायत्री मंत्र जपने का संकल्प कराते हुए कहा कि गायत्री उपासना के लिए नवरात्रि का अवसर सबसे उपयुक्त है। नवरात्रि शक्ति पर्व है और इस काल की गायत्री साधना अत्यंत फलदायी है। गायत्री साधना से व्यक्तित्व का परिष्कार होता है। श्रद्धा व समर्पण के साथ की गई गायत्री साधना प्रतिभा निखारने के साथ-साथ, संभावनाओं और उज्ज्वल भविष्य के मार्ग भी प्रशस्त करती है।
गायत्री शक्तिपीठ के साधना कक्ष में आयोजित साधना संकल्प में मुख्य यजमान के रूप में पूर्व प्राचार्य रमेश चंद्र पांडेय ने सपत्नीक पूजन-अर्चन किया।
गायत्री शक्तिपीठ पर 22 मार्च से 29 मार्च तक प्रतिदिन गायत्री साधना, दैनिक यज्ञ, आरती का क्रम चलता रहेगा। 30 मार्च को रामनवमी के दिन पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ के साथ पूर्णाहुति की जायेगी।इस अवसर पर कन्याभोज-सहभोज के साथ रामनवमी पर्व धूम-धाम से मनाया जायेगा ।
Mar 22 2023, 18:37