बेतिया: गर्म हवाएं/लू से बचाव हेतु सभी व्यवस्थाएं रखें अपडेट- जिलाधिकारी।


खराब चापाकलों की युद्धस्तर पर मरम्मति, सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था, भू-गर्भ जलस्तर की लगातार निगरानी एवं समीक्षा करने का निर्देश।

सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस पैकेट, आईवी फ्लूड एवं जीवन रक्षक दवा आदि की व्यवस्था सहित आवश्यकतानुसार आईसोलेशन वार्ड की व्यवस्था कराने का निर्देश।

बेतिया। जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में गर्म हवाएं/लू से बचाव के लिए पूर्व तैयारी एवं की जाने वाली कार्रवाई के संबंध में सभी संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न हुयी। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, सहायक समाहर्त्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्त्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, श्री अनिल राय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहें।

अधिकारियों को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि वास्तविक अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्यिस अथवा अधिक होने पर लू की स्थिति मानी जाती है। साथ ही वास्तविक अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस अथवा अधिक होने पर भीषण गर्मी की स्थिति मानी जाती है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों द्वारा ऐसी संभावना व्यक्त की गयी है कि इस बार बिहार में लू की स्थिति रहेगी। गर्म हवाएं/लू के मद्देनजर सभी संबंधित विभाग अपनी-अपनी तैयारी ससमय पूरी कर लेंगे।

उन्होंने निर्देश दिया कि सिविल सर्जन सरकारी अस्पतालों में लू से प्रभावित व्यक्तियों के ईलाज की विशेष व्यवस्था करें। अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस पैकेट, आईवी फ्लूड एवं जीवन रक्षक दवा आदि की व्यवस्था करेंगे। साथ ही आवश्यकतानुसार आईसोलेशन वार्ड की भी व्यवस्था करेंगे। चलंत चिकित्सा दल एवं वाहन की समुचित व्यवस्था करेंगे ताकि आवश्यकता पड़ने पर त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रभावितों को समुचित चिकित्सा व्यवस्था मुहैया करायी जा सके। बच्चों, वृद्धों, गर्भवती महिलाओं तथा गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखा जाना है।

नगर निगम आयुक्त सहित जिले के सभी नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था, खराब चापाकलों की मरम्मति, आश्रय स्थलों में पेयजल की व्यवस्था, लू से बचाव से संबंधित सूचनाओं को आमजनों के लिए प्रदर्शित करेंगे। कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी समूचे जिले के खराब चापाकलों की युद्धस्तर पर मरम्मति, पेयजल संकट से निपटने हेतु निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार पेयजल संकटग्रस्त क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से पेयजल की उपलब्धता सहित भू-गर्भ जलस्तर की लगातार समीक्षा एवं निगरानी करेंगे।

जिलाधिकारी द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि भीषण गर्मी से बचाव हेतु सुबह की पाली में विद्यालय का संचालन, गर्मी की स्थिति को देखते हुए गर्मी की छुट्टियां निर्धारित समय से पूर्व करने, स्कूलों को अल्प अवधि के लिए बंद करने, सभी स्कूलों एवं परीक्षा केन्द्रों में पेयजल एवं ओआरएस की व्यवस्था, स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से कराना सुनिश्चित करेंगे। वहीं डीपीओ, आइसीडीएस सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पेयजल की समुचित व्यवस्था, स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आंगनबाड़ी केन्द्रों पर जीवन रक्षक घोल (ओआरएस) की व्यवस्था सहित नवजात शिशु, बच्चों, धातृ एवं गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से विशेष चिकित्सीय सुविधा की व्यवस्था कराना सुनिश्चित करेंगी।

जिला पशुपालन पदाधिकारी पशु-पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था हेतु सरकारी ट्यूबवेल के समीप/अन्य सुविधायुक्त स्थानों पर गड्ढ़ा खुदवाकर पानी इकट्ठा कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही बीमार पशुओं के लिए चिकित्सा दल को अलर्ट मोड में रखेंगे। जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया सहित सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म यथा-फेसबुक, वाट्सऐप एवं ट्विटर के माध्यम से लू से बचाव हेतु क्या करें, क्या नहीं करें का व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करेंगे।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि मनरेगा अंतर्गत तालाबों/आहर आदि की खुदाई की योजनाओं में तेजी लायी जाय, जिससे इनमें पानी इकट्ठा हो एवं पशु-पक्षियों को पानी प्राप्त हो सके। कार्यस्थल पर पेयजल एवं प्राथमिक उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।

इसके साथ ही जिला पंचायत कार्यालय, श्रम संसाधन कार्यालय, परिवहन कार्यालय, विद्युत कार्यालय के प्रधानों को भी लू से बचाव हेतु कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया।

समीक्षा के क्रम में बताया गया कि साधारण सावधानियों से अपने आपको गर्म हवाएं/लू से सुरक्षित रखा जा सकता हैः-

● जहां तक संभव हो कड़ी धूप में बाहर न निकलें।

● जितनी बार हो सके पानी पीयें, प्यास न भी लगे तो भी पानी पीयें। सफर में अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें।

● जब भी बाहर धूप में जायें, हल्के रंग के ढ़ीले-ढ़ाले सूती कपड़े, धूप के चश्में इस्तेमाल करें। गमछे या टोपी से अपने सिर को ढ़के और खाली पांव धूप में न चलें।

● अधिक तापमान में कठिन काम न करें।

● हल्का भोजन करें। अधिक पानी की मात्रा वाले फल जैसे तरबूज, खीरा, नींबू, संतरा आदि का सेवन करें तथा ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन का सेवन न करें जैसे-मांस व मेवे, जो शारीरिक ताप को बढ़ाते हैं।

● घर में ना पेय पदार्थ जैसे कि लस्सी, नमक-चीनी का घोल, छांछ, नींबू-पानी, आम का पन्ना आदि का नियमित सेवन करें।

● बच्चों एवं पालतू जानवर को बंद वाहनों में अकेला न छोड़ें। जानवरों को छांव में रखें और उन्हें खूब पानी पीने को दें।

● लू लगने की स्थिति में जैसे कि बेहोशी या चक्कर लगना, उल्टी, सिरदर्द, अत्यधिक प्यास लगना, दिल की धड़कन तेज होना आदि होने पर तुंरत चिकित्सक के पास जायें।

● स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान और आगामी तापमान में परिवर्तन के बारे में सतर्क रहें।

● अगर आपकी तबीयत ठीक न लगे या चक्कर आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

लू लगने पर क्या करें :-

● लू लगे व्यक्ति को छांव में लिटा दें, अगर उनके शरीर पर तंग कपड़े हो तो उन्हें ढ़ीला कर दें अथवा हटा दें।

● लू लगे व्यक्ति का शरीर ठंडे गीले कपड़े से पोछें या ठंडे पानी से नहलायें।

● उनके शरीर के तापमान को कम करने के लिए कूलर, पंखे आदि का प्रयोग करें।

● उनके गर्दन, पेट एवं सिर पर बार-बार गीला तथा ठंडा कपड़ा रखें।

● प्रभावित व्यक्ति को ओआरएस/नींबू-पानी, नमक-चीनी का घोल, छांछ या शर्बत पीने को दें, जो शरीर में जल की मात्रा को बढ़ा सके।

● लू लगे व्यक्ति की हालत में एक घंटे तक सुधार न हो तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में ले जायें।

लू लगने पर क्या न करें :-

● जहां तक संभव हो कड़ी धूप में बाहर न निकलें।

● अधिक तापमान में बहुत अधिक शारीरिक श्रम न करें।

● चाय, कॉफी जैसे-गर्म पेय तथा जर्दा तंबाकू आदि मादक पदार्थों का सेवन कम करें अथवा न करें।

● ज्यादा प्रोटिन वाले भोजन जैसे-मांस, अंडा व सूखे मेवे जो शारीरिक ताप को बढ़ाते हैं, का सेवन कम करें अथवा न करें।

● यदि व्यक्ति गर्मी या लू के कारण पानी की उल्टियां करें या बेहोश हो तो उसे कुछ भी खाने-पीने को न दें।

● बच्चों को बंद वाहनों में अकेला न छोड़े।

रामनवमी एवं चैती छठ को जिलाधिकारी ने पदाधिकारियों के साथ की बैठक, दिए कई जरुरी निर्देश

बेतिया : जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने रामनवमी एवं चैती छठ के अवसर पर विधि-व्यवस्था बनाये रखने हेतु सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को पूरी मुस्तैदी के साथ अपने-अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि सजग एवं सतर्क रहते हुए सभी व्यवस्थाएं ससमय पूरी कर लेनी है। जिलाधिकारी समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि चैती छठ को लेकर घाटों पर सभी व्यवस्था दुरूस्त कर ली जाय। नदी घाट, तालाब जहां छठ पूजा पर श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा होती है, वहां एसओपी के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं की जानी है। नदी घाट, तालाबों की अच्छे तरीके से बैरिकेडिंग करानी आवश्यक है। घाटों के किनारे पर्याप्त रौशनी की व्यवस्था, चेजिंग रूम आदि व्यवस्थाएं आयोजकों से समन्वय स्थापित कर कराना सुनिश्चित किया जाय।

जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि जिन स्थलों पर छठ पूजा आयोजित होती है, से संबंधित सूची सभी एसडीएम ब्लॉक वाइज तैयार करवा लेंगे। इसके साथ ही संवेदनशील घाटों की सूची अलग से तैयार करायेंगे और एसओपी के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करायेंगे।

उन्होंने निर्देश दिया कि छठ घाटों पर निजी नावों के परिचालन पर रोक दी जाय। इसके साथ ही पटाखों की बिक्री पर भी रोक लगा दी जाय ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना की संभावना नहीं रहे। उन्होंने निर्देश दिया कि पूजा सूमितियों के साथ बैठक आयोजित कर शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में पर्व-त्यौहारों को सम्पन्न कराया जाय।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सिविल सर्जन क्यूएमआरटी को आवश्यक संसाधनों के साथ अलर्ट मोड में रखेंगे। इसके साथ ही एसडीआरएफ की टीम भी अलर्ट मोड में रखी जाय ताकि विषम परिस्थिति में त्वरित गति से कार्रवाई की जा सके।

उन्होंने कहा कि छठ घाटों पर गोताखोरों, मोटरबोट की तैनाती सुनिश्चित किया जाय। गोताखोर महाजाल के साथ अलर्ट मोड में रहेंगे। इसके साथ ही छठ घाटों पर मजिस्ट्रेट एवं पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति कर दी जाय।

जिलाधिकारी ने कहा कि रामनवमी को लेकर मंदिरों की साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था आदि सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ रखी जाय। इस दौरान असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों को सादे लिबास में भी प्रतिनियुक्त किया जाय। असामाजिक तत्वों के साथ सख्ती से पेश आया जाय।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, सुश्री, शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार, श्री अनिल कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

अपने वार्ड में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति सभी वार्ड पार्षदगण की सजगता अनिवार्य : गरिमा

बेतिया : शहरी प्राथमिक स्वास्थ केंद्रों के माध्यम से बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभावी विस्तार को लेकर सोमवार को एक कार्यशाला आयोजित की गई। जिला स्वास्थ्य समिति के तत्वावधान में संपन्न यह कार्यक्रम बानूछापर के माध्यमिक शिक्षक संघ भवन के सभागार में आयोजित किया गया। नगर पार्षदों और विभाग के बुनियादी कार्यकर्ताओं की उन्मुखीकरण कार्यशाला का उद्घाटन नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने किया।

उद्घाटन के बाद श्रीमती सिकारिया ने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार हम सबकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। आज के इस महत्वपूर्ण मौके पर आप सभी माननीय वार्ड पार्षदगण से मैं विनम्र अनुरोध करूंगी कि आप सभी अपने अपने वार्ड क्षेत्र में बुनियादी स्वास्थ्य सुविधा से जुड़ी सरकारी सेवाओं के प्रति सभी की सजग और तत्पर रहें। जिससे मातृ शिशु कल्याण के कार्यक्रम, निःशुल्क टीकरारण और परिवार कल्याण से जुड़ी योजनाओं का लाभ एक एक लक्षित जरूरतमंद तक बिना बाधा के बहुंच सके।

इससे पूर्व जिला स्वास्थ्य समिति की प्रतिनिधि पदाधिकारी सुश्री प्रेमा सिन्हा ने श्रीमती सिकारिया को बुके देकर उनका अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि एक महिला नेत्री के रूप में हम सबको गरिमा मैडम की लोकप्रियता और कर्तव्यनिष्ठा पर गर्व है। आज इनके अभिनंदन में मैं कहना चाहूंगी कि - "मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है,पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है।" तब लोगों ने श्रीमती सिकारिया के सम्मान में तालियां बजाकर स्वागत किया।

जिला स्वास्थ्य समिति पश्चिम चंपारण द्वारा आयोजित इस कार्यशाला का संचालन जिला शहरी स्वास्थ्य सलाहकार चंद्र किशोर जी के अध्यक्षता में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रमेश चंद्रा, एनसीडी पदाधिकारी डॉ. मुर्तुजा अंसारी, एपिडेमियोलॉजिस्ट डाँ अर्स मुन्ना, आरबीएसके डीसी डॉ. रंजन मिश्रा , पी.एस.आई इंडिया डीसी प्रताप सिंह कोश्यारी भी उपस्थित हुए। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में अवस्थित स्लम जगहो पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं पहुचाने की जानकारी से सभी स्थानिय नगर निकाय को अवगत कराना था, जिसे जिला स्वास्थ्य समिति के पदाधिकारियों द्वारा गहण जानकारी दी गई।

इस कार्यशाला के बाद शहरी स्वास्थ्य निकाय ने स्वीकार किया कि लोग को सही समय पर स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी जाए तथा जहां पर उनकी जरुरत होगी वे लोग तत्पर होकर सहयोग प्रदान करेंगे, जिससे शहरी मलीन बस्ती के लोग स्वास्थ्य संबंधित सुविधा प्राप्त कर सकेंगे एवं उनका स्वास्थ्य बेहतर बनेगा। आयोजन में उपमेयर गायत्री देवी सहित नगर निगम के अनेक वार्ड पार्षदगण की सहभागिता रही।

विश्व गौरैया दिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन ने गौरैया के संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र एवं विभिन्न देशों की सरकारों से अपील की

     

  

बेतिया : आज दिनांक 20 मार्च 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में विश्व गौरैया दिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया।  

इस अवसर पर ब्रांड एंबेसडर स्वच्छ भारत मिशन सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ. एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल, प्रज्ञान इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर व पश्चिमी चंपारण कला मंच की समन्वयक शाहीन परवीन ने संयुक्त रूप से कहा कि आज हमें 13वां विश्व गौरैया दिवस मनाने का अवसर मिला है. ऐसा इसलिए हो रहा है ताकि विलुप्त हो रही गौरैया को संरक्षण दिया जा सके।

  

कहा कि विश्व गौरैया दिवस हर साल 20 मार्च को मनाया जाता है। गौरैया दुनिया के कई देशों में पाई जाती है। लोगों में गौरैया के प्रति जागरूकता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए यह दिन मनाया जाता है। बढ़ते प्रदूषण समेत कई कारणों से गौरैया की संख्या में काफी कमी आई है और उनका अस्तित्व खतरे में है. स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण के सहयोग से गौरेया जैसे पक्षियों को विलुप्त होने से बचाया जा सकता है, इस दिशा में सत्याग्रह फाउण्डेशन, सरकारे एवं विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से सकारात्मक कार्य कर रहा है।

  

विश्व गौरैया दिवस नेचर फॉरएवर सोसाइटी ऑफ इंडिया के साथ-साथ फ्रांस के इकोसेज एक्शन फाउंडेशन की एक पहल है। समाज की शुरुआत प्रसिद्ध पर्यावरणविद् मोहम्मद दिलावर ने की थी। उन्हें 2008 में टाइम पत्रिका द्वारा "पर्यावरण के नायकों" में शामिल किया गया था। वर्ष 2010 में पहली बार 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस मनाया गया। इसके बाद यह दिवस हर साल 20 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन गौरैया के संरक्षण के लिए काम करने वाले लोगों को गौरैया पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाता है। विभिन्न सर्वेक्षण गोरिया (गौरैया) जैसे पक्षियों की संख्या दर्शाते है। 

गौरैया की संख्या लगातार घट रही है। स्टडी के मुताबिक इसकी संख्या में 60 फीसदी की कमी आई है। विश्व गौरैया दिवस मनाने का एक उद्देश्य हमारे युवाओं और प्रकृति के प्रति उत्साही लोगों को गौरैया से प्यार करने और उनकी देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित करना है।  

इस मौके पर डॉ. एजाज अहमद, डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल, बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के शोधार्थियों, डॉ. शाहनवाज अली व डॉ अमित कुमार लोहिया ने संयुक्त रूप से कहा कि विलुप्त हो रही गौरैया को बचाने के लिए समाज में जागरूकता फैलाना आवश्यक है। इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र एवं विश्व की अनेक सरकारों द्वारा गौरैया के संरक्षण के लिए विश्वव्यापी अभियान को संयुक्त रूप से तेज करने की आवश्यकता है, ताकि लुप्तप्राय पक्षियों जैसे गौरैया (गोरिया) को सुरक्षा प्रदान की जा सके। यह तभी संभव होगा जब हम सभी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समरसता स्थापित कर स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक हों। साथ ही हम सभी को मिलकर इस दिशा में सकारात्मक तरीके से काम करना चाहिए।

जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा के अवंतीपोरा में हुए सड़क दुर्घटना में जिले के एक व्यक्ति की भी हुई मौत, जिला प्रशासन द्वारा उसके शव को लाने के लिए की गई व्यवस्था


बेतिया : जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा के अवंतीपोरा इलाके में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बस के पलटने से हुई दुर्घटना में बिहार के चार लोगों की दुखद मृत्यु हो गई। इस दुर्घटना में पश्चिम चंपारण जिले के एक व्यक्ति श्री नसरुद्दीन अंसारी की भी मृत्यु हो गई।

सरकार के निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए मृतक के शरीर को लाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई। एम्बुलेंस के साथ मजिस्ट्रेट को लगाया गया है ताकि उनकी देखरेख में मृतक के शरीर को लाया जा सके। मृतक के शरीर को लाने के लिए उनके आश्रित भी एम्बुलेंस के साथ भेजे गए हैं।

जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा इस दुर्घटना को लेकर अपनी संवेदना व्यक्त की गई है। उन्होंने मृतक की आत्मा की शांति तथा परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करने हेतु ईश्वर से प्रार्थना की गई है।

उन्होंने जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि वे स्वयं अनुश्रवण करते हुए मृतक के घर तक शव पहुंचाने की व्यवस्था करेंगे। साथ ही एम्बुलेंस के साथ गए उनके परिजनों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसे भी सुनिश्चित करेंगे।

जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी, श्री सुजीत बरनवाल द्वारा बताया गया है कि जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में मजिस्ट्रेट सहित परिजनों को एम्बुलेंस के साथ बागडोगरा भेजा गया है। बागडोगरा में ही मृतक के शरीर को लाया गया है। यही से मृतक के शरीर को जिले में लाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा मृतक के आश्रितों को 2 लाख रुपये अनुग्रह अनुदान के तहत सहायता राशि प्रदान करने की बात कही गयी है, जिस हेतु अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।

महापौर गरिमा ने नौतन बेतिया रोड में पीपल चौक के पास लाखों की लागत से एप्रोच निर्माण का किया शिलान्यास, मौके पर कही यह बात

बेतिया : नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने रविवार को नौतन बेतिया मेन रोड में पीपल चौक के पास ऊँचे बने पुल के कारण करीब एक दशक से आवागमन में कष्ट झेल रहे लोगों की परेशानी का निदान करने हेतु एप्रोच पथ का शिलान्यास किया। 

उन्होंने कहा कि लाखों की लागत से बनने वाले एप्रोच का निर्माण से नौतन बेतिया के हजारों राहगीरों की परेशानी दूर होगी। विशेष कर नगर निगम में हाल में शामिल पूर्ववर्ती सनसरैया पंचायत के लोगों को विशेष सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि विगत चुनाव में जनसंपर्क के दौरान सैकड़ों लोगों ने इस समस्या के निदान की मांग की थी। 

श्रीमती सिकारिया ने राहगीरों की बड़ी परेशानी को लेकर संवेदक से जल्द गुणवत्तापूर्ण योजना पूरी करने का निर्देश दिया है। उन्होंने जमा भीड़ से कहा कि आप सबकी समस्याओं का एक एक कर के निदान होगा। मौके पर मौजूद प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी सह नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित ने कहा कि विकास एक अनवरत प्रक्रिया है। केवल सोच सकारात्मक और जागरूकता बनी रहनी चाहिए। नगर निगम प्रशासन समग्र विकास और एक एक जन समस्याओं के निदान के प्रति संकल्पित है। 

इस मौके पर बसवारिया के सैकड़ों नागरिकों ने नगर निगम की महापौर श्रीमती सिकारिया और प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी एवं नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित का पुरजोर स्वागत किया। मौके पर उपमेयर गायत्री देवी सहित वार्ड पार्षद कृष्णा कुमार शर्मा, दीपक कुमार, मो. कजाफी इत्यादि मौजूद रहे।

बेतिया: जिलाधिकारी द्वारा की गयी मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के अपूर्ण/अक्रियाशील योजनाओं की गहन समीक्षा

बेतिया: मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के अपूर्ण/अक्रियाशील योजनाओं को चालू कराने के निमित आज एक महत्वपूर्ण बैठक जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुयी। जिलाधिकारी द्वारा एक-एक अपूर्ण तथा अक्रियाशील योजनाओं, इंस्पेक्शन रिपोर्ट आदि की गहन समीक्षा की गयी। 

जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना अत्यंत ही महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही, शिथिलता एवं कोताही बरतने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी।  

समीक्षा के क्रम में जिला पंचायत राज पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि बगहा प्रखंड अंतर्गत 07, बैरिया प्रखंड अंतर्गत 08, भितहां प्रखंड अंतर्गत 02, चनपटिया प्रखंड अंतर्गत 11, गौनहा प्रखंड अंतर्गत 08, योगापट्टी प्रखंड अंतर्गत 06, लौरिया प्रखंड अंतर्गत 15, मैनाटांड़ प्रखंड अंतर्गत 02, मझौलिया प्रखंड अंतर्गत 18, नौतन प्रखंड अंतर्गत 08, पिपरासी प्रखंड प्रखंड अंतर्गत 12, सिकटा प्रखंड अंतर्गत 01, ठकराहां प्रखंड अंतर्गत 01, सिधाव प्रखंड अंतर्गत 08, रामनगर प्रखंड प्रखंड अंतर्गत 05, मधुबनी प्रखंड अंतर्गत 05 तथा नरकटियागंज प्रखंड अंतर्गत 18 योजनाएं अक्रियाशील है। 

जिलाधिकारी द्वारा सख्त निर्देश दिया गया कि अभियान चलाकर एक सप्ताह के अंदर सभी अक्रियाशील योजनाओं को क्रियाशील कराना सुनिश्चित किया जाय। एक भी योजना अक्रियाशील नहीं रहना चाहिए। सभी लाभुकों को ससमय पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित हो, इसका अनुपालन दृढ़ता के साथ कराना सुनिश्चित किया जाय। इसके साथ ही अपूर्ण योजनाओं को अविलंब पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जाय।

समीक्षा के क्रम में बताया गया कि राशि निकासी के बावजूद कुछ जगहों पर नल-जल योजनाएं अपूर्ण हैं। जिलाधिकारी द्वारा इसे गंभीरता से लेते हुए निर्देश दिया गया कि राशि निकासी करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी जाय। सर्टिफिकेट केस करते हुए राशि की वसूली की जाय। उन्होंने कहा कि राशि निकासी करने के उपरांत कार्य अपूर्ण रखना बेहद गंभीर मामला है। ऐसे व्यक्तियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाय।

बारंबार निर्देश के बावजूद अबतक नल-जल योजनाएं अक्रियाशील पाये जाने पर सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी/प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी को शोकॉज करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। इसके साथ ही कार्य में लापरवाही को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी, नरकटियागंज को शोकॉज सहित एक दिन का वेतन अवरूद्ध करने का निर्देश भी दिया गया।

मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, बगहा-01 को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करने का निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया। उन्होंने कहा कि नल-जल योजना में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी सहित अन्य कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा। साथ ही गड़बड़ी में शामिल होने पर कड़ी कार्रवाई भी की जायेगी।

जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि प्रत्येक माह में दो बार 01 एवं 15 तारीख को पंचायतों में संचालित नल-जल योजनाओं के फंक्शनालिटी की जांच अनिवार्य रूप से कराना सुनिश्चित किया जाय। इस दौरान अक्रियाशील योजनाओं को त्वरित गति से ठीक कराते हुए पेयजल आपूर्ति सुचारू करना सुनिश्चित किया जाय।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, श्री मनीष कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।

केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय से पुरे बिहार के होस्ट सिटी के रूप में मात्र तीन ही सिटी गया, बोधगया व बेतिया का चयन


बेतिया: नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि देशभर के नगर निकायों में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में 30 मार्च तक "स्वच्छतोत्सव-2023" का आयोजन किया गया है।केंद्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 को लेकर जारी गतिविधियों के बीच इस विशेष आयोजन में बेतिया नगर निगम वासियों के लिए खुद को साबित करने का बेहतर मौका है। हम सबको इसकी तैयारी 'स्वच्छता पर्व' के रूप में नगर निगम के घर घर में करनी है।

 इसके लिए पूरे नगर निगम क्षेत्र में दूसरे शिफ्ट मुहर्रम चौक, तीन लालटेन सहित सभी मुख्य सड़कों में रात्रि सफाई कराने पहुंचीं श्रीमती सिकारिया ने बताया कि आप सबको पता है कि देशभर के स्वच्छता दूतों को दूसरे प्रांत के चुनिंदा शहरों में जाकर वहां कि सफाई व्यवस्था को देखना और सीखना है। 

इसी क्रम में बेतिया के स्वच्छता दूतों को केंद्र सरकार के स्तर से मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध इंदौर नगर निगम में भेजना सुनिश्चित किया है। इसी तर्ज पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के माध्यम से साफ सफाई व्यवस्था में बेहतर पहचान वाले बेतिया में भी बिहार से बाहर के "स्वच्छता दूतों" को आना केंद्र सरकार ने तय किया है। 

क्योंकि केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय के द्वारा पुरे बिहार में केवल तीन ही नगर निकायों को होस्ट सिटी के रूप में चयनित किया गया है। जिसमें गया, बोधगया के साथ अपने बेतिया नगर निगम का चयन किया गया है।

श्रीमती सिकारिया ने कहा कि बिहार के बाहर से आने वाले स्वच्छता दूत अतिथियों के स्वागत की तैयारी के रूप में अपने अपने घर, परिसर और पास पड़ोस में उम्दा साफ सफाई की व्यवस्था करनी है।

*स्वछोत्सव-2023 के राष्ट्रीय कार्यक्रम में इंदौर जायेगी नगर निगम की 11 सदस्यीय महिला टीम : मेयर*

बेतिया : नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय के स्तर से 7 से 30 मार्च तक के लिए "स्वछोत्सव 2023" नाम से राष्ट्रीय स्तर का अभियान शुरू किया है। जिसका उद्देश्य है कि इस राष्ट्रीय उत्सव के माध्यम से घर से बाहर तक स्वच्छता को स्थापित करने के लिए जूझती हमारी महिलाओं को महज यह भागीदारी ही नहीं बल्कि महिलाओं में पहल अर्थात नेतृत्व शक्ति के साथ नेतृत्व के रूप में अपनी पहचान कायम करें। 

इस क्रम में हमारी आइएएस नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित के द्वारा सिटी मिशन मैनेजर प्रियदर्शी नारायण और समन्वयक मोनालिसा के नेतृत्व में एरिया लेवल फेडरेशन (एएलएफ) और प्रतिनिधि स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों का मनोनयन किया गया है। 

जिसमें फुलकुमारी देवी, सीमा देवी, विद्या देवी, मंजू देवी, चंदा देवी, पन्ना देवी, सुनीता देवी, प्रभावती देवी, फुलकांति देवी और मुनिता देवी को बेतिया नगर निगम की 'स्वच्छता दूत' के रूप में चयनित किया है। 

श्रीमती सिकारिया ने चयनित 'स्वच्छता दूतों के उन्मुखीकरण प्रशिक्षण में बताया कि आप सबको मध्य प्रदेश के इंदौर नगर निगम में भेजा जा रहा है। जहां पहुंच कर आप सब वहां कि महिलाओं के साथ घुल मिलकर एक-दूसरे के अनुभवों से सीख सकें और स्वच्छता जैसे विषय पर मिलकर काम करने के लिए प्रेरित हों। यह अभियान शहरों में 'स्वच्छता दूत' के रूप में काम करने का अवसर भी देगा। 

इससे पूर्व नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित ने बताया कि स्वच्छोत्सव 2023 के इस अभियान का उद्देश्य अपने शहर में गुणवत्तापूर्ण स्वच्छता के साथ ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन का लक्ष्य प्राप्त करते हुए कचरा मुक्त नगर निगम बनाकर साफ सफाई में सजग और सक्रिय एक नेटवर्क कायम करेंगे। इस क्रम में स्वच्छता मशाल मार्च भी निकाला जाएगा। 

सिटी मिशन मैनेजर मनीष कुमार द्वारा बताया गया कि पुरे बिहार में एकमात्र बेतिया नगर निगम की टीम को ही इंदौर जाने के लिये चयनित किया गया है। 

स्वछोत्सव 2023 अभियान की बैठक में सीओ आशा एवं सिटी मैनेजर रवि अमरनाथ भी मौजूद रहे।

अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के शत-प्रतिशत लोगों को विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों से करें लाभान्वित : जिलाधिकारी।


एक भी व्यक्ति/घर छूटना नहीं चाहिए, इस हेतु करें नियमित मॉनिटरिंग।

लाभुकों के हुनर को निखारते हुए उनके उत्पादों के लिए मार्केट लिंकेज की करें व्यवस्था ताकि इनकम बढ़ सके।

बेहतर कार्य करने वाले विकास मित्रों को जिलास्तर पर किया जायेगा सम्मानित।

जिले के सभी विकास मित्रों एवं प्रखंडस्तरीय पदाधिकारियों का क्षमतावर्धन करने हेतु एक दिवसीय उन्नयन कार्यक्रम का सफलतापूर्वक किया गया आयोजन।

बेतिया। अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के कल्याण हेतु विभिन्न विभागों द्वारा चलाये जा रहे सभी विकासात्मक योजनाओं एवं इसमें विकास रजिस्टर वर्जन-2.0 की भूमिका से सभी विकास मित्रों एवं प्रखंडस्तरीय पदाधिकारियों को अवगत कराने हेतु आज स्थानीय डीआरसीसी सभागार में एक दिवसीय उन्नयन कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।

जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा विधिवत दीप प्रज्जवलित कर उन्नयन कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, श्री अनिल राय सहित अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि आज का यह उन्नयन कार्यक्रम अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। अंतिम पायदान के व्यक्ति तक विकास की धारा को पहुंचाना है। इस कार्य में विकास मित्रों की अहम भूमिका है। सभी विकास मित्र अच्छे तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त करें और शत-प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करें।

उन्होंने कहा कि विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित करने के कार्य में एक भी व्यक्ति/घर छूटना नहीं चाहिए। शत-प्रतिशत व्यक्तियों को लाभान्वित किया जाय। प्रत्येक पात्र व्यक्तियों को योजनाओं का सम्पूर्ण लाभ मिलें, इस हेतु प्रयास करें। आवश्कतानुसार महादलित टोलों में विशेष कैम्प का अधिष्ठापन कर विभिन्न समस्याओं का त्वरित गति से निराकरण कराया जाय।

जिलाधिकारी ने कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लोगों की आर्थिक स्थिति को और कैसे बढ़ायें, इस पर फोकस करें। रोजगार के अवसर बढ़ायें। लाभुकों के हुनर के अनुरूप उनको रोजगार दिलाने की व्यवस्था की जाय। स्थानीय उत्पादों की मार्केट लिंकेज की व्यवस्था की जाय। स्कील को निखारने की व्यवस्था करें ताकि अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लोगों का इनकम बढ़ सके।

उन्होंने कहा कि सरकार का उदेश्य अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लोगों को मुख्य धारा में लाना है। अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग एवं बिहार महादलित विकास मिशन की योजनाओं के साथ-साथ अन्य विभागों के योजनाओं/कार्यक्रमों की सूचना अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लोगों तक पहुंचाने में विकास मित्रों की भूमिका महत्वपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि विकास की धारा अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए सभी को समन्वित प्रयास करना होगा। इनकी जिंदगी को बेहतर बनाने तथा इनके समग्र विकास के लिए एक-एक व्यक्ति को आगे बढ़ाना होगा, तभी जिले का सही मायने में विकास हो सकेगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि योजनाओं/कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में कहीं गड़बड़ी की सूचना मिलने पर तुरंत सूचित करें, सूचना गोपनीय रखी जायेगी। सूचना के आधार पर जांचोपरांत संबंधित व्यक्ति के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिया कि सूचनाओं के आदान-प्रदान हेतु विकास मित्रों से संबंधित एक व्हाट्सएप ग्रुप का निर्माण भी कराया जाय।

उन्नयन कार्यक्रम में विकास मित्र विकास कुमार, वसंत कुमार, अशोक कुमार, राजू राम, राजेश राम, रिंकु कुमारी, ममता कुमारी, अनिता कुमारी, आदित्य कुमार, माधव राम, दशरथ मांझी, नागेश्वर राम, संगीता कुमारी, अनिता देवी, नरसिंह राम, योगेन्द्र राम सहित अन्य विकास मित्रों द्वारा क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न विषयों से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया।

जिलाधिकारी द्वारा विकास मित्रों से कहा गया कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के लोगों द्वारा कई तरह के बांस से बने उत्पाद जैसे-दउरा, सुपली, डाला, झाड़ू आदि का निर्माण किया जाता है। इनके उत्पादों को और अधिक बेहतर कैसे बनाया जाय, इस पर कार्य करें। प्रोजेक्ट तैयार करें, विस्तृत रिपोर्ट दें तथा इनका आर्थिक विकास करें। ऐसे विकास मित्रों को जिलास्तर पर सम्मानित किया जायेगा।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, पश्चिम चम्पारण, श्री अनिल कुमार द्वारा ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी विकास मित्रों को दी गयी। उन्होंने विकास मित्रों से कहा कि जरूरतमंद लोगों को विभिन्न कल्याणकारी एवं विकासात्मक योजनाओं/कार्यक्रमों से लाभान्वित करें। सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित ने कहा कि सभी विकास मित्र अच्छे तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त करें तथा लोगों को लाभान्वित करें।

उन्नयन कार्यक्रम में विकास मित्रों का क्षमतावर्धन किया गया। उन्हें अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग, बिहार महादलित विकास मिशन की मुख्य योजनाओं सहित तमाम योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी। साथ ही विकास रजिस्टर वर्जन-2 के विभिन्न अवयय कौशल प्रशिक्षण, बिजली, जलापूर्ति, शौचालय, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, प्रधानमंत्री आवास योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, समेकित बाल विकास सेवाएं, वासभूमि, दिव्यांग कार्ड, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन, आरसीएच के संबंधित में अच्छे तरीके से जानकारी देते हुए उनका क्षमतावर्धन किया गया।