”राहुल गांधी को हीरो बनाने में जुटी बीजेपी”, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बयान पर कांग्रेस का पलटवार

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं। बंगाल की सीएम ने बीजेपी और कांग्रेस पर एक साथ हमला बोला है। कांग्रेस के साथ बढ़ती दूरियों के बीच ममता बनर्जी ने कहा है कि बीजेपी राहुल गांधी को ‘हीरो’ बनाने की कोशिश कर रही है ताकि ज्वलंत मुद्दों से ध्यान हटाया जा सके।साथ ही ममता बनर्जी ने ये भी कहा है कि राहुल गांधी विपक्ष के लीडर बने रहे तो पीएम मोदी को काई टारगेट नहीं कर सकता है।

ममता रविवार को मुर्शिदाबाद जिले में टीएमसी कार्यकर्ताओं को फोन पर संबोधित कर रही थीं। ममता ने राहुल गांधी के बहाने बीजेपी पर भी निशाना साधा।तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि मुर्शिदाबाद जिले में पार्टी की आंतरिक बैठक में कार्यकर्ताओं को फोन पर संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी बीजेपी से लड़ने में नाकाम रही है और पश्चिम बंगाल में भाजपा के साथ उसकी मौन सहमति है, जो बहुत कुछ इशारा करती है।

तृणमूल कांग्रेस के मुर्शिदाबाद जिला प्रमुख और सांसद अबू ताहिर ने मीडिया से बातचीत में कहा, हमारी पार्टी की अध्यक्ष ने फोन पर हमारी आंतरिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा जानबूझकर राहुल गांधी को ‘हीरो’ बनाने की कोशिश कर रही है और उनकी टिप्पणी पर संसद की कार्यवाही को बाधित कर रही है।

अधीर रजंन का ममता बनर्जी पर तंज

ममता के इसी बयान पर सोमवार को कांग्रेस सांसद अधीर रजंन चौधरी ने कहा कि ममता सीबीआई-ईडी की रेड से बचना चाहती हैं, उनकी कोशिश पीएम मोदी को खुश करना है। चौधरी ने कहा कि ममता ये मोदी जी के आदेश पर कह रही हैं। ममता और पीएम मोदी में एक करार हुआ है। उनका मकसद कांग्रेस और राहुल गांधी को तबाह करना और इनकी छवि धूमिल करना है। उनका नारा बदल चुका है।

वन रैंक वन पेंशन पर केंद्र को झटका, सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व सैनिकों के बकाया के लिए तय की तारीख

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वन रैंक वन पेंशन के तहत पूर्व सैन्य कर्मियों के बकाया भुगतान पर केंद्र सरकार को एक बार फिर से झटका लगा है। वन रैंक वन पेंशन पर सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया है। कोर्ट ने एरियर का भुगतान करने के लिए समयसीमा भी निर्धारित की है। इसके साथ ही कोर्ट ने केंद्र सरकार को वन रैंक वन पेंशन योजना के तहत बकाया भुगतान का नया फॉर्मूला भी दे दिया। 

सुप्रीम कोर्ट ने सशस्त्र सेनाओं के पेंशन योग्य परिवारों एवं वीरता पदक विजेताओं को वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) योजना के मुताबिक 30 अप्रैल 2023 तक एरियर देने के लिए केंद्र सरकार को निर्देश जारी किया है। शीर्ष अदालत ने कहा है कि ऐसे योग्य पेंशनर्स जिनकी उम्र 70 साल से ज्यादा है उन्हें एरियर का भुगतान जून 2023 तक और इसके बाद योग्य पेंशनर्स को एरियर का भुगतान समान किस्तों में 30 अगस्त 2023, 30 नवंबर 2023 एवं 28 फरवरी 2024 को या उससे पहले करना होगा।

इसके पहले 13 मार्च को मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने रक्षा मंत्रालय से 20 जनवरी के उस आदेश को तत्काल प्रभाव से वापस लेने को कहा था, जिसमें चार किस्तों में वन रैंक वन पेंशन के भुगतान करने की बात कही गई थी। कोर्ट ने कहा था, रक्षा मंत्रालय कानून अपने हाथ में नहीं ले सकता है। इसपर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि उसने पूर्व सैनिकों के बकाया एरियर का भुगतान एक किस्त में कर दिया है, लेकिन पूरी तरह से भुगतान करने के लिए और अधिक समय चाहिए।

जापान के प्रधानमंत्री किशिदा पहुंचे भारत, पीएम मोदी से की मुलाकात

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जापान के प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा 2 दिन के भारत दौरे पर नई दिल्ली पहुंचे। यहां उन्होंने राजघाट पहुंच कर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद जापान के पीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हैदराबाद हाउस में मुलाकात की। इससे पहले एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने उनका स्वागत किया। 

दिल्ली के हैदराबाद हाउस में जापानी पीएम किशिदा ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यहां दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल के बीच वार्ता भी हुई जिसमें पीएम मोदी के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर भी शामिल हुए।इस दौरान दोनों देशों के नेताओं के बीच कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई।

बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच क्रिटिकल टेक्नोलॉजी, डिजिटल समेत कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई। लॉजिस्टिक, फूड प्रोसेसिंग, स्टील, एमएसएमई जैसे क्षेत्रों में भी दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई। 2023 को टूरिज्म एक्सचेंज के रूप में मना रहे हैं। जापानी प्रधानमंत्री ने मई महीने में जी7 की बैठक में शामिल होने का निमंत्रण दिया। 

किशिदा की भारत यात्रा को दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करने के एक बड़े अवसर के रूप में देखा जा रहा है। भारत और जापान के बीच मार्च 2022 में आयोजित पिछली शिखर बैठक के बाद से अब संबंधों को द्विपक्षीय स्तर पर आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण समय है क्योंकि नई दिल्ली और टोक्यो दोनों G20 और G7 की अध्यक्षता कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा, व्यापार और निवेश, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे कई क्षेत्रों में साझेदारी है। साथ ही भारत और जापान लगातार चीन की बढ़ती चुनौती का सामना कर रहे हैं। चीन लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में एलएसी पर आक्रामक रुख अपनाए हुए है। वहीं चीन सेनकाकु द्वीप पर भी अपना अधिकार जमाता है, जिसे लेकर जापान के साथ उसका विवाद चल रहा है।

दिल्ली के रामलीला मैदान में किसानों की महापंचायत आज, देशभर से जुटे अन्नदाता

#skm_kisan_mahapanchayat 

संयुक्त किसान मोर्चा आज यानी 20 मार्च को दिल्ली के रामलीली मैदान में महापंचायत आयोजित करेगा। किसान नेताओं ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने नये सिरे से किसान आंदोलन शुरू करने के मकसद से 20 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में किसानों की महापंचायत बुलाई है किसानों की इस महापंचायत में 20 से 25 हजार किसानों के जुटने की उम्मीद है।

दो हजार सुरक्षाकर्मी तैनात

दिल्ली पुलिस ने महापंचायत की इजाजत दे दी है। हालांकि महापंचायत को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने एक ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। दिल्ली पुलिस ने चप्पे-चप्पे पर जवानों को तैनात कर दिया है। रामलीला मैदान में महापंचायत को देखते हुए दिल्ली पुलिस न सोमवार को करीब दो हजार सुरक्षाकर्मियों की मौके पर तैनाती की है। इसके अलावा, स्थानीय लोगों की आवाजाही को ध्यान में रखते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने रूट डायवर्ट प्लान जारी किया है। ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से नई एडवाइजरी के मुताबिक ही घर से बाहर निकलने के लिए प्लान तैयार करने की अपील की है।

15 से 20 हजार लोगों के जुटने की संभावना

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की तरफ से बताया गया है कि पुलिसकर्मी भीड़ प्रबंधन के लिए तैनात किए गए हैं। हमारी तैयारी यह है कि महापंचायत में कोई अनाधिकृत व्यक्ति एंट्री न करे। कानून व्यवस्था को बनाए रखने में कोई रुकावट न पैदा करे। दिल्ली यातायात पुलिस ने जारी एडवाइजरी में कहा कि करीब 15 से 20 हजार लोगों के महापंचायत में हिस्सा लेने की संभावना है।महापंचायत में शामिल होने के लिए बीती रात से ही लोगों का पहुंचना शुरू हो गया था। दूसरी तरफ अलग-अलग किसान संगठनों के संयुक्त मंच एसकेएम ने रविवार को बताया था कि किसान महापंचायत कृषि उत्पादों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गांरटी को लेकर दबाव बनाने के लिए बुलाई गई है।

महापंचायत के जरिए सरकार के सामने रखेंगे अपनी मांग

संयुक्त किसान मोर्चा के नेता महापंचायत में किसान, आदिवासी किसान, महिला किसान, खेत मजदूर और प्रवासी मजदूर, ग्रामीण श्रमिक, बेरोजगारी और बढ़ते व्यय और कम हो रही क्रय शक्ति पर इन नीतियों के प्रभाव के बारे में विस्तार से अपनी बात रखेंगे। केंद्र सरकार से संयुक्त किसान मोर्चा को 9 दिसंबर, 2021 को दिए गए लिखित आश्वासनों को पूरा करने और किसानों के समक्ष बढ़ते संकट के समाधान के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग किसान नेता महापंचायत में करेंगे।

दिल्ली-एनसीआर और यूपी में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट, अगले कुछ दिनों तक देश के इन हिस्सों में हल्की से तेज बारिश का आसार

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दिल्ली समेत देशभर के कई राज्यों में बारिश ने मौसम को सुहाना बना दिया है। पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवात के प्रभाव से दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के कुछ इलाकों में रविवार को तेज हवा के साथ बारिश हुई और ओले भी गिरे। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक देश के विभिन्न भागों में हल्की से तेज बारिश होगी और ओले भी गिरने का आसार हैं।

ऑरेंज अलर्ट जारी

मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में आज भी मौसम कुछ उसी तरह का रहने वाला है। साथ ही साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। आज अधिक बारिश होने के आसार दिखाई दे रहे हैं. आसमान में बादल छाए रहेंगे। इसके अलावा आंधी, ओले और गरज के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा आईएमडी ने दिल्ली में अलग-अलग इलाकों में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना जताई है।

दिल्ली एनसीआर में लौटा ठंड का एहसास

दिल्ली एनसीआर के कुछ इलाकों में रविवार को भी बारिश हुई।रविवार को पालम और आयानगर के साथ कई इलाकों में बारिश हुई है। इस कारण अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम दर्ज किया गया। बारिश, बादल और ओलावृष्टि से बदले मौसम के कारण दिल्ली एनसीआर में ठंड का एहसास फिर से लौट आया। वहीं सोमवार के लिए भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

इन राज्यों में भारी बारिश होने की आशंका

मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में बारिश हो सकती है। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार में भारी से भारी बारिश होने की संभावना है।

मंगलवार को मौसम में सुधार के आसार

हालांकि मौसम विभाग ने बताया है कि मंगलवार को मौसम में कुछ सुधार हो सकता है। बुधवार को हल्की धूप निकलने की संभावना है। वहीं 24 मार्च को एक बार फिर से हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।

मानव बम तैयार कर था खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह, खुफिया रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

#separatist_leader_used_rehab_centres_to_recruit_human_bombs_says_report 

खालिस्तानी नेता और वारिस दे पंजाब के प्रमुख अमृतपाल सिंह को लेकर जांच एजेंसी ने बड़ा खुलासा किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमृतपाल मानव बम तैयार कर रहा था।खालिस्तान समर्थक उपदेशक अमृतपाल सिंह हथियारों को जमा करने के लिए नशा मुक्ति केंद्रों और एक गुरुद्वारे का इस्तेमाल कर रहा था। इसके साथ ही आत्मघाती हमले के लिए युवाओं को तैयार कर रहा था। खुफिया सूचना के हवाले से अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।

आईएसआई और खालिस्तान समर्थकों के कहने पर भारत लौटा

विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट के साथ तैयार किए गए एक डोजियर में दावा है कि जांच एजेंसियों में कहा गया है कि पाकिस्तान अमृतपाल सिंह जैसे लोगों को सक्रिय कर भारत में ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है। अमृतपाल सिंह पिछले साल कथित रूप से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और विदेशों में रहने वाले खालिस्तान के हमदर्दों के कहने पर दुबई से भारत लौटा था। उसके ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के खिलाफ शनिवार को पंजाब सरकार की ओर से की गई कार्रवाई के बाद से ही स्वयंभू कट्टरपंथी उपदेशक फरार है। इस कार्रवाई के तहत संगठन के 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था।

युवाओं को ‘बंदूक की संस्कृति’ की ओर धकेला जा रहा

जांच के दौरान पुलिस ने अमृतपाल सिंह की कार से भारी मात्रा में हथियार और गोलाबारूद बरामद किए। इसके अलावा कुछ वर्दियां और जैकेट भी मिले। जिस कार से ये सब सामान जब्त किए गए, उस पर एकेएफ लिखा हुआ था। अधिकारियों ने कहा कि ‘वारिस पंजाब दे’ द्वारा संचालित कई नशा-मुक्ति केंद्रों और अमृतसर के एक गुरुद्वार में हथियारों को अवैध रूप से जमा किया जा रहा है. अधिकारियों के अनुसार नशा-मुक्ति केंद्रों में भर्ती होने वाले युवाओं को गुमराह किया जाता और उन्हें ‘बंदूक की संस्कृति’ की ओर धकेला जाता था।

अमृतपाल को पकड़ने के लिए पुलिस चप्पे चप्पे पर तैनात

बता दें कि खालिस्तानी नेता अमृतपाल को पकड़ने के लिए पंजाब की पुलिस चप्पे चप्पे पर तैनात है। राज्यों के सीमा को सील कर दिया गया है।वह शुक्रवार को जलंधर से पुलिस को चकमा देकर भाग गया था। इसके बाद से वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पंजाब पुलिस ने अमृतपाल और वारिस पंजाब दे के 100 से अधिक समर्थकों को अब तक गिरफ्तार कर चुका है। वहीं, इस बीच खबर है कि अमृतपाल सिंह के चाचा और ड्राइवर ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया लेकिन खालिस्तानी नेता अब भी पुलिस की पकड़ से दूर है।

लंदन में तिरंगे का अपमान, खालिस्तान समर्थकों ने उतारा भारतीय झंड़ा, ब्रिटिश राजनयिक तलब

#india_summons_uk_diplomat_over_pulling_down_indian_flag_at_london 

पंजाब में खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह की धरपकड़ का अभियान तेज हो गया है। भारत में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह पर चल रही है करवाई से भी बौखलाए हुए है। इस बीच इसका असर लंदन तक में देखा गया। यहां खालिस्तान समर्थकों द्वारा भारतीय उच्चायोग में लगे तिरंगे को नीचे उतारने की कोशिश की। इसका एक वीडियो भी सामने आया है।

अमृतपाल सिंह के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए कुछ खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय उच्चायोग में रविवार को दिन में तिरंगे को खालिस्तानी झंडे से बदल दिया। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में इन लोगों को ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाते हुए सुना जा सकता है, साथ ही भारत सरकार की निंदा करते हुए नारे भी लगाए जा रहे थे। लगातार पुलिस के सामने ही 'भारत सरकार शर्म करो, शर्म करो' के नारे लगाते रहे। इन लोगों ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह का पोस्टर भी लहराया और उसके समर्थन में आवाज उठाई।

लंदन में भारतीय उच्चायोग में तोड़फोड़ के बाद भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने ट्वीट कर घटना की निंदा भी की। एलिस ने ट्वीट किया, ‘मैं लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग परिसर और वहां के लोगों के खिलाफ आज के घृणित कृत्यों की निंदा करता हूं। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।

इस घटना पर भारत सरकार ने सख्त रुख अपनाया है और कड़ी नाराजगी भी जताई है। वीडियो सामने आने के बाद भारत सरकार ने रविवार रात भारत में ब्रिटिश राजदूत को भी तलब किया और भारतीय मिशन में सुरक्षा कर्मियों की अनुपस्थिति पर स्पष्टीकरण भी मांगा है। विदेश मंत्रालय ने कड़े शब्दों में घटना की निंदा करते हुए कहा है कि पूरे मामले में यूके सरकार की उदासीनता अस्वीकार्य है।

विदेश मंत्रालय ने घटना पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि इस मामले में ब्रिटिश उप उच्चायुक्त क्रिस्टीना स्कॉट को तलब किया गया और उनसे घटना के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस संबंध में उन्हें वियना कन्वेंशन के तहत यूके सरकार के बुनियादी दायित्वों की भी याद दिलाई गई। भारत सरकार ने कहा, ब्रिटेन में भारतीय राजनिकय परिसरों और कर्मियों की सुरक्षा के प्रति यूके सरकार की उदासीनता अस्वीकार्य है। यह उम्मीद की जाती है कि यूके सरकार आज की घटना में शामिल प्रत्येक व्यक्ति की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करेगी और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कदम उठाएगी।

बता दें कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल की तलाश के लिए पंजाब पुलिस तेजी से सर्च ऑपरेशन चल रही है। इस बीच दावा है कि अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह और ड्राइवर हरप्रीत सिंह ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। वहीं अमृतपाल के करीबी सहयोगी दलजीत सिंह कलसी, जो खालिस्तान के लिए फाइनेंस का काम संभालते है, उनको भी हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया। इसी कार्रवाई से खालिस्तान समर्थक तमतमाए हुए हैं और उनके द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। लंदन में भारतीय उच्चायोग में हुए विरोध प्रदर्शन भी इन्हीं विरोध प्रदर्शनों का हिस्सा था।

लंदन में तिरंगे का अपमान, खालिस्तान समर्थकों ने उतारा भारतीय झंड़ा, ब्रिटिश राजनयिक तलब

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पंजाब में खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह की धरपकड़ का अभियान तेज हो गया है। भारत में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह पर चल रही है करवाई से भी बौखलाए हुए है। इस बीच इसका असर लंदन तक में देखा गया। यहां खालिस्तान समर्थकों द्वारा भारतीय उच्चायोग में लगे तिरंगे को नीचे उतारने की कोशिश की। इसका एक वीडियो भी सामने आया है।

अमृतपाल सिंह के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए कुछ खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय उच्चायोग में रविवार को दिन में तिरंगे को खालिस्तानी झंडे से बदल दिया। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में इन लोगों को ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाते हुए सुना जा सकता है, साथ ही भारत सरकार की निंदा करते हुए नारे भी लगाए जा रहे थे। लगातार पुलिस के सामने ही 'भारत सरकार शर्म करो, शर्म करो' के नारे लगाते रहे। इन लोगों ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह का पोस्टर भी लहराया और उसके समर्थन में आवाज उठाई।

लंदन में भारतीय उच्चायोग में तोड़फोड़ के बाद भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने ट्वीट कर घटना की निंदा भी की। एलिस ने ट्वीट किया, ‘मैं लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग परिसर और वहां के लोगों के खिलाफ आज के घृणित कृत्यों की निंदा करता हूं। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।

इस घटना पर भारत सरकार ने सख्त रुख अपनाया है और कड़ी नाराजगी भी जताई है। वीडियो सामने आने के बाद भारत सरकार ने रविवार रात भारत में ब्रिटिश राजदूत को भी तलब किया और भारतीय मिशन में सुरक्षा कर्मियों की अनुपस्थिति पर स्पष्टीकरण भी मांगा है। विदेश मंत्रालय ने कड़े शब्दों में घटना की निंदा करते हुए कहा है कि पूरे मामले में यूके सरकार की उदासीनता अस्वीकार्य है।

विदेश मंत्रालय ने घटना पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि इस मामले में ब्रिटिश उप उच्चायुक्त क्रिस्टीना स्कॉट को तलब किया गया और उनसे घटना के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस संबंध में उन्हें वियना कन्वेंशन के तहत यूके सरकार के बुनियादी दायित्वों की भी याद दिलाई गई। भारत सरकार ने कहा, ब्रिटेन में भारतीय राजनिकय परिसरों और कर्मियों की सुरक्षा के प्रति यूके सरकार की उदासीनता अस्वीकार्य है। यह उम्मीद की जाती है कि यूके सरकार आज की घटना में शामिल प्रत्येक व्यक्ति की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करेगी और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कदम उठाएगी।

बता दें कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल की तलाश के लिए पंजाब पुलिस तेजी से सर्च ऑपरेशन चल रही है। इस बीच दावा है कि अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह और ड्राइवर हरप्रीत सिंह ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। वहीं अमृतपाल के करीबी सहयोगी दलजीत सिंह कलसी, जो खालिस्तान के लिए फाइनेंस का काम संभालते है, उनको भी हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया। इसी कार्रवाई से खालिस्तान समर्थक तमतमाए हुए हैं और उनके द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। लंदन में भारतीय उच्चायोग में हुए विरोध प्रदर्शन भी इन्हीं विरोध प्रदर्शनों का हिस्सा था।

इमरान खान की बढ़ी मुश्किलें, आतंकवाद का मामला दर्ज, पुलिसकर्मियों से भिड़े थे समर्थक

डेस्क: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पाकिस्तान की पुलिस ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के करीब एक दर्जन नेताओं पर तोड़फोड़, सुरक्षाकर्मियों पर हमला, पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में सुनवाई के दौरान अदालत परिसर के बाहर हंगामा करने में शामिल होने के आरोप में आतंकवाद निरोधक कानून की विभिन्न धाराओं के तहत रविवार को प्राथमिकी दर्ज की।

इमरान के समर्थकों से झड़प में 25 पाक सुरक्षाकर्मी हुए थे घायल

इमरान खान तोशाखाना मामले की बहुप्रतिक्षित सुनवाई में पेश होने के लिए लाहौर से इस्लामाबाद आए थे और उस दौरान इस्लामाबाद न्यायिक परिसर के बाहर उनके समर्थकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हुई थी। पीटीआई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच शनिवार को हुई झड़प के दौरान 25 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे, जिसके बाद अवर जिला व सत्र न्यायाधीश जफर इकबाल ने सुनवाई 30 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी। 

इमरान समर्थक कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज

जियो न्यूज ने खबर दी कि पीटीआई कार्यकर्ताओं और वांछित नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। समाचार चैनल ने बताया कि इस्लामाबाद पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी में 17 पीटीआई नेताओं को नामजद किया गया है। प्राथमिकी में कहा गया है कि कार्यकर्ताओं ने पुलिस जांच चौकी और न्यायिक परिसर के मुख्य गेट को ध्वस्त कर दिया।

पुलिस के मुताबिक आगजनी, पत्थरबाजी और न्यायिक परिसर की इमारत को नुकसान पहुंचाने के आरोप में 18 लोगों को हिरासत में लिया गया है। प्राथमिकी के मुताबिक, ‘झड़प के दौरान पुलिस के दो वाहन और सात मोटरसाइकिल को जला दिया गया और पुलिस थाना प्रभारी के आधिकारिक वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।’

इमरान खान अदालत में पेश होने के लिए लाहौर से इस्लामाबाद आए थे। उनके साथ काफिले में उनके समर्थक भी थे। पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने रविवार को कहा कि पार्टी उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएगी जो खान के आवास में ‘अवैध कार्रवाई’ और हिंसा में संलिप्त थे।

अयोध्या राम मंदिर में रामभक्तों के लिए स्पेशल सड़क बनवा रही सरकार

डेस्क: भगवान राम वनवास के दौरान नंगे पैर रहे थे क्योंकि उनके खडाऊं भरत अयोध्या के सिंघासन पर रखने के लिए ले गए थे। इस दौरान उन्होंने न जाने कितने कष्ट सहे होंगे, कितने कील-कांटे उनके पैरों में चुभे होंगे। अब अयोध्या में जन्मभूमि पर उनका भव्य मंदिर बन रहा है। उनके दर्शन के लिए लाखों-करोड़ों भक्त नगें पैर मंदिर तक जाया करेंगे। राम भक्तों को कोई परेशानी न हो आइल लिए योगी सरकार ख़ास सड़कें बनवा रही है। यह सड़क ऐसी बनवाई जा रही हैं कि चाहे कितनी भी गर्मी हो लेकिन उस पर चलने वालों के पेर नहीं जलेंगे। इस तरह की सड़कें राज्य में पहली बार बनवाई जा रही हैं। सड़क में ऐसे कैमिकल का इस्तेमाल होगा जिससे सड़क ठंडी रहेगी।

काशी विश्वनाथ कोरिडोर की तर्ज़ पर हो रहा निर्माण  

आपको बता दें कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है तो श्रद्धालुओं को सभी तरह की सुविधा देने की तैयारी की जा रही है। अभी श्रद्धालुओं को बहुत पतली गली से राम मंदिर जाना पड़ता है। लेकिन अब काशी विश्वनाथ कोरिडोर की तर्ज़ पर अब यहां मन्दिर जाने के रास्ते चौड़े किये जा रहे हैं। अयोध्या में राम मंदिर जाने के लिए तीन पथ बन रहे हैं-राम पथ,भक्ति पथ और जन्मभूमि पथ।

सड़क निर्माण में इस्तेमाल हो रहा स्पेशल कैमिकल

इनमें भक्ति पथ में ऐसी तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है कि पारा चाहे कितना भी क्यों न हो ये सड़क गर्म नहीं होगी। प्रोजेक्ट मैनेजर सूरज चौधरी के मुताबिक इस सड़क में खास तौर के कैमिकल का इस्तेमाल होगा। 800 मीटर लम्बा भक्ति पथ श्रद्धालुओ को श्रंगार हाट बैरियर से राम मंदिर ले जाएगा। श्रद्धालु रास्ते में हनुमानगढ़ी, दशरथ महल और लवकुश महल होते हुए राम मंदिर पहुंचेंगे। 63 करोड़ से बनने वाले भक्ति पथ में साढ़े पांच मीटर चौड़ी सड़क होगी और सड़क के दोनों ओर चार चार मीटर का फुटपाथ होगा।

राम मंदिर जाने के लिए सबसे छोटा पैदल रास्ता होगा जन्मभूमि पथ। सुग्रीव किले से 566 मीटर चल के श्रद्धालु सीधे राम मंदिर में दर्शन कर सकेंगे। 40 करोड़ की लागत से बनने वाला जन्मभूमि पथ 30 मीटर चौड़ा होगा। पथ में 7 मीटर चौड़ी डामर रोड होगी और 15.3 मीटर का पैदल पथ जो राजस्थान के रेड सैंडस्टोन से बन रहा है। सड़क के दोनों तरफ चार चार मीटर का फुटपाथ बनाया जा रहा है। यहां दो तरह की लाइट लगाई जा रही हैं। 

रोजाना 1 लाख भक्त कर सकेंगे दर्शन 

वहीं राम मन्दिर के लिए अयोध्या के सहादत गंज से नया घाट तक 14 किलोमीटर लम्बा राम पथ बन रहा है। इन तीनों पथ में जो घर और दुकान आ रही है उन्हें एक डिज़ाइन का बनाया जा रहा है और खास तरह की कलर स्कीम तय की गई है। योगी आदित्यनाथ ने आज अयोध्या में इन तीन कारीडोर का काम देखा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि अयोध्या में जब राम मंदिर बन जाएगा तो रोजाना एक लाख श्रद्धालु राम मंदिर में दर्शन करेंगे और 2047 तक 10 करोड़ श्रद्धालु सालाना अयोध्या पहुचेंगे।