विश्व प्रसिद्ध जर्मन वैज्ञानिक आल्बर्ट आइन्स्टाइन की 144 वी जन्मदिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने नई पीढ़ी की अपील
विज्ञान एवं सूचना प्रौद्योगिकी मे आगे आए विश्व की नई पीढ़ी।
विश्व प्रसिद्ध जर्मन वैज्ञानिक आल्बर्ट आइन्स्टाइन की 144 वी जन्मदिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने नई पीढ़ी की अपील । आज दिनांक 14 मार्च 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में विश्व प्रसिद्ध जर्मन वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन की 144 वी जन्मदिवस पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों एवं बुद्धिजीवियों ने भाग लिया इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद, अधिवक्ता डॉ सुरेश कुमार अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता नवीदूं चतुर्वेदी, अल बयान के संपादक डॉ सलाम एवं डॉ महबूब रहमान ने संयुक्त रूप से नई पीढ़ी के युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि विज्ञान एवं सूचना प्रौद्योगिकी में आगे आए विश्व की नई पीढ़ी। इस अवसर पर उन्होंने संयुक्त रूप से कहा कि आज ही के दिन आज से 144 वर्ष पूर्व विश्व के महान जर्मन वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन का जन्म 14 मार्च 1879 को हुआ था। उनका सारा जीवन विज्ञान एवं मानवता के लिए समर्पित रहा।वे विश्वप्रसिद्ध सैद्धांतिक भौतिकविद् थे जो सापेक्षता के सिद्धांत एवं द्रव्यमान-ऊर्जा समीकरण E = mc² के लिए जाने जाते हैं। उन्हें सैद्धांतिक भौतिकी, खासकर प्रकाश-विद्युत ऊत्सर्जन की खोज के लिए 1921 में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था।
आइन्स्टाइन ने विशेष सापेक्षिकता (1905) और सामान्य आपेक्षिकता के सिद्धांत (1916) सहित कई योगदान दिए। उनके अन्य योगदानों में- सापेक्ष ब्रह्मांड, केशिकीय गति, क्रांतिक उपच्छाया, सांख्यिक मैकेनिक्स की समस्याऍ, अणुओं का ब्राउनियन गति, अणुओं की उत्परिवर्त्तन संभाव्यता, एक अणु वाले गैस का क्वांटम सिद्धांत, कम विकिरण घनत्व वाले प्रकाश के ऊष्मीय गुण, विकिरण के सिद्धांत, एकीकृत क्षेत्र सिद्धांत और भौतिकी का ज्यामितीकरण शामिल है। आइन्स्टाइन ने पचास से अधिक शोध-पत्र और विज्ञान से अलग किताबें लिखीं। 1999 में टाइम पत्रिका ने शताब्दी-पुरूष घोषित किया।एक सर्वेक्षण के अनुसार वे सार्वकालिक महानतम वैज्ञानिक माने गए।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि आइन्स्टाइन ने 300 से अधिक वैज्ञानिक शोध-पत्रों का प्रकाशन किया। 5 दिसंबर 2014 को विश्वविद्यालयों और अभिलेखागारो ने आइंस्टीन के 30,000 से अधिक अद्वितीय दस्तावेज एवं पत्र की प्रदर्शन की घोषणा की हैं।
आइन्स्टाइन के बौद्धिक उपलब्धियों और अपूर्वता ने "आइन्स्टाइन" शब्द को "बुद्धिमान" का पर्याय बना दिया है। इस मंच के माध्यम से हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
Mar 15 2023, 16:55