विश्व प्रसिद्ध सौर तीर्थस्थल देव में चार दिवसीय चैती छ्ठ मेला की तैयारी की डीएम ने की समीक्षा, दिए कई जरुरी निर्देश

औरंगाबाद : जिले के विश्व प्रसिद्ध सौर तीर्थस्थल देव में लगनेवाले चार दिवसीय चैती छठ मेला-2023 की तैयारी तेज हो गयी है। इसी के मद्देनजर जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने देव प्रखंड के सभागार में सभी जिलास्तरीय एवं देव के प्रखंडस्तरीय पदाधिकारियों के साथ एक बैठक कर चैती छठ मेला की तैयारी की समीक्षा की। 

बैठक में डीएम ने भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को छठ मेला के दौरान पिछली बार की तरह इस बार भी सभी चिन्हित स्थलों पर ड्रॉप गेट एवं बैरिकेडिंग का निर्माण कराने का निर्देश दिया। उन्होने पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को चापाकलो की मरम्मत एवं पानी के टैंकर की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही सभी आवासन स्थलों पर शौचालय एवं पानी की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। 

वही जिला मत्स्य पदाधिकारी एवं देव नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को सूर्यकुंड में बैरिकेडिंग के चारों ओर जाल लगवाने का निर्देश दिया ताकि किसी प्रकार की अनहोनी नही हो। डीएम ने ग्रामीण कार्य विभाग एवं पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को उनके विभाग के पथों एवं इनके वल्नरेबल प्वाइंट्स की मरम्मत का कार्य यथाशीघ्र पूर्ण कराने का निर्देश दिया। यह भी निर्देश दिया कि देव आने वाले किसी भी रास्तें में जहां भी गड्ढे हो, उन्हें तुरंत ठीक कर गड्ढामुक्त किया जाय। 

उन्होने विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता को देव चैती छठ मेला के मार्ग में पड़ने वाले पोल, ट्रांसफर्मर एवं जर्जर तारों की जांच करा कर मरम्मत कराने का भी निर्देश दिया। साथ ही जिला परिवहन पदाधिकारी को यातायात व्यवस्था के बारे में देव मोड़ के एंट्री प्वाइंट एवं अन्य निर्धारित स्थलों पर बड़ी एवं छोटी गाड़ियों के पार्किंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया।इसी प्रकार जिला अग्निशमन पदाधिकारी को देव सूर्यकुंड एवं देव मेला क्षेत्र में अग्निशमन की छोटी एवं बड़ी गाड़ियों की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। वही 

डीएम ने देव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को एंबुलेंस की व्यवस्था करने एवं महत्वपूर्ण स्थलों पर स्वास्थ्य शिविर लगाने का निर्देश दिया। 

बैठक में देव के अंचल अधिकारी ने डीएम को बताया कि देव चैती छठ मेला के दौरान मेला क्षेत्र में कुल 04 नियंत्रण कक्ष कार्यरत रहेंगे। इनमें पहला देवगढ़ किला के पास, दूसरा तालाब के पास सूर्यकुंड पर, तीसरा देव थाना के पास एवं चौथा कंट्रोल रूम प्रखंड कार्यालय में कार्यरत रहेगा। 

डीएम ने आपदा कंसल्टेंट मणिकांत कुमार को एसडीआरएफ की टीम से समन्वय स्थापित करने एवं गोताखोर तथा लाइफ जैकेट की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। साथ ही जिला गव्य विकास पदाधिकारी को छठ पर्व के दौरान दूध आदि की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। 

बैठक के बाद जिलाधिकारी ने देव स्थित सूर्यकुंड का स्थल निरीक्षण किया और संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। 

बैठक में अपर समाहर्ता आशीष कुमार सिंहा, सहायक समाहर्ता शुभम कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मंजू प्रसाद, डीसीएलआर सच्चिदानंद सुमन, जिला नजारत उप समाहर्ता मनीष कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी शैलेश कुमार दास, गोपनीय शाखा के प्रभारी अमित कुमार सिंह, जिला योजना पदाधिकारी राजीव रंजन, देव के बीडीओ, अंचल अधिकारी, देव के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, देव नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, देव सूर्य मंदिर न्यास समिति के सदस्यगण एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

टेंट-पंडाल खोल रहे युवक की करंट लगने से मौत, एक गंभीर रुप से घायल

     

औरंगाबाद : जिले के सदर प्रखंड में फेसर थाना क्षेत्र के ढ़िबर गांव में आज मंगलवार की सुबह शादी समारोह का टेंट-पंडाल खोलने के दौरान बिजली का करंट लगने से एक मजदूर की मौत हो गयी। जबकि उसका सहयोगी गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक की पहचान औरंगाबाद मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के चौरिया-चतरा गांव निवासी रामस्वरूप यादव के पुत्र धनंजय कुमार(20वर्ष) के रूप में की गई है। वह टेंट-पंडाल का काम करता था। 

बताया जाता है कि ढ़िबर गांव में देवीदास यादव के घर में बीती रात हुए शादी समारोह में डेकोरेशन और टेंट पंडाल लगा था। शादी के बाद सुबह में धनंजय अपने सहयोगी युगलकिशोर यादव के साथ घोडंची पर चढ़कर टेंट-पंडाल को खोल रहा था। इसी दौरान वह उपर से गुजरे 11 हजार वोल्ट के बिजली के तार के संपर्क में आ गया। 

तार के संपर्क में आते ही उसे जोर का बिजली का झटका लगा और घोड़ंची से जमीन पर गिरने के साथ ही मौके पर ही उसकी मौत हो गयी। हादसे में उसके सहयोगी को भी बिजली का झटका लगा है। वह भी गंभीर रूप से घायल है। घायल मत्युंजय यादव की औरंगाबाद सदर अस्पताल में इलाज के बाद हालत खतरे से बाहर है। 

हादसे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची फेसर थाना की पुलिस ने शव को कब्जें में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। हादसे के बाद मृतक के परिवार में हाहाकार मचा है। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। 

हादसे की सूचना मिलने पर राजद के जिला प्रवक्ता डॉ. रमेश यादव, जिला पार्षद अनिल यादव, पैक्स अध्यक्ष सुनील कुमार, बारुण नगर पंचायत के उपाध्यक्ष सरोज यादव, अधिवक्ता विजय कुमार सिंह, उपेंद्र यादव, ओमप्रकाश कुमार, चंदन कुमार, प्रमोद कुमार एवं मिथिलेश कुमार ने सदर अस्पताल पहुंचकर मृतक के परिवार को सांत्वना दी। कहा कि दुःख की इस घड़ी में पूरा राजद परिवार उनके साथ है। 

राजद के जिला प्रवक्ता ने बताया कि मृतक अत्यंत गरीब परिवार से था। वह अपने माता-पिता की परवरिश मेहनत मजदूरी कर किया करता था। उसके निधन से उसके माता-पिता एवं परिवार के सदस्यों पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उन्होने मृतक के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए विद्युत विभाग से मुआवजा देने की मांग की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारी को ले डीएलएसए के सचिव ने की न्यायिक पदाधिकारियों के साथ बैठक

औरंगाबाद : जिला विधिक सेवा प्राधिकार, औरंगाबाद के सचिव प्रणव शंकर ने मंगलवार को अपने प्रकोष्ठ में आगामी 13 मई को आयोजित होनेवाले राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारियों को लेकर न्यायिक पदाधिकारियों के साथ एक बैठक की। 

बैठक में अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सौरभ सिंह, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी माधवी सिंह, सुदीप पांडेय एवं सचिन कुमार उपस्थित रहे। बैठक में सचिव ने न्यायिक पदाधिकारियों से अपने-अपने न्यायालय से संबंधित सुलहनीय वादों को चिन्हित करने तथा उसके पक्षकारों के नोटिस करने तथा चिन्हित वादों की अद्यतन सूची को यथाशीघ्र प्राधिकार को उपलब्ध कराने तथा लोक अदालत में अधिक से अधिक वादों के निष्पादन हेतु कई दिशा निर्देश दिए।

साथ ही सचिव ने बैठक में सभी न्यायिक पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि जितने भी वाद चिन्हित किये जाए, उन्हें राष्ट्रीय लोक अदालत में प्रेषित करने के पूर्व यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि ये वाद ऑनलाइन पोर्टल सीआइएस पर अपलोड हो जाये ताकि समयानुसार संबंधित पक्षकारों से प्रि-काउंसिलिंग कर ज्यादा से ज्यादा वादों का निष्पादन कराया जा सके। 

साथ ही सचिव ने सभी चिन्हित वादों के पक्षकारों के साथ प्रि-कॉउंसिलिंग प्रक्रिया करने हेतु निर्देश दिया ताकि लोक अदालत के लाभ से अधिक से अधिक लोग जागरूक होकर अपने वादों का निस्तारण कराएं।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

अंचल अधिकारी के आश्वासन पर तीसरे दिन समाप्त हुआ बनतारा में चल रहा महादलितों का अनिश्चितकालीन धरना

औरंगाबाद : जिले के गोह के देवकुंड पुलिस के खिलाफ पिछले तीन दिनों से बनतारा में चल रहा अनिश्चितकालीन धरना आखिरकार सीओ के आश्वासन के बाद मंगलवार को समाप्त हो गया। 

दरअसल बनतारा में अनिश्चितकालीन धरना की सूचना मिलते ही एसडीओ कुमारी अनुपम सिंह के निर्देश पर गोह सीओ मुकेश कुमार एवं उपहारा थानाध्यक्ष मनोज तिवारी दल बल के साथ बनतारा देवी स्थान धरनास्थल पर पहुंचे। जहां धरना पर बैठे ग्रामीणों से शांतिपूर्ण तरीके से वार्तालाप किया। मौजूद लोगों ने एक स्वर में पूर्व मुखिया अख्तितयार खां को साजिशकर्ता बताया। 

साथ ही ग्रामीणों ने यह भी कहा कि प्रत्येक साल सरस्वती पूजा में मूर्ति विसर्जन को लेकर प्रशासन के तरफ से कोई दबाव नहीं दिया जाता था लेकिन इस बार अख्तियार मुखिया के कहने के बाद थानाध्यक्ष ने दो बजे रात में पूजा स्थल पर पहुंचकर मूर्ति विसर्जन करने का दबाव बनाया। अंततः बाध्य होकर ग्रामीणों को 2:00 बजे रात में ही मूर्ति विसर्जन करना पड़ा। 

ग्रामीणों ने पदाधिकारियों के समक्ष यह भी कहा कि प्राथमिकी में नाम जुड़वाने वाले पूर्व मुखिया अख्तियार खान ही था और कई लोगों को प्राथमिकी से नाम हटवाने के नाम पर रिश्वत देने के लिये पैसा का भी मांग अख्तियार खान ही कर रहे है। होली के दिन हुई घटना में प्रशासन के समक्ष ग्रामीणों ने कहा कि हमलोग देवी मंदिर परिसर में साउंड बॉक्स बजा रहे थे। उसी समय घटना की साजिशकर्ता पूर्व मुखिया अख्तियार खान पुलिस को सूचना देकर बनतारा गांव में बुलाया। 

पुलिस अपनी जिप्सी को बनतारा पुल के समीप खड़ा कर देवी मंदिर गई, जहां पुलिस व पब्लिक के बीच झड़प हुई। जिसमें कई महिला व पुरुष चोटिल हुए थे। उस दौरान सभी अपने-अपने घर में घुस गए थे। सन्नाटा पसर गया था। तो हम लोग जिप्सी को कब क्षतिग्रस्त किया। ग्रामीणों ने इसकी जांच बारीकी से करने की बात कही। 

ग्रामीणों ने दबी आवाज में यह भी कहा कि पूरे घटना का मुख्य नायक साजिशकर्ता ही है।सीओ मुकेश कुमार ने पूरी बात को गंभीरता से सुनते हुए कहा कि कहीं ना कहीं इस घटना में पुलिस की भी चूक हुई है। अगर समझदारी से कार्य किया जाता तो शायद ऐसी घटना नहीं घटती। उन्होंने धरना पर बैठे लोगों को आश्वासन देते हुए अनिश्चितकालीन धरना को समाप्त करवाया। 

साथ ही कहा कि पूरी घटना की जांच होने के बाद जो दोषी पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी । उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से घर में रहिए। किसी की गिरफ्तारी नहीं होगी। 

मौके पर पहुंचे उपहारा थानाध्यक्ष मनोज कुमार तिवारी ने लोगों से पुलिस पब्लिक आपसी सौहार्द बनाने की अपील की। इस मौके पर राजस्व कर्मचारी मुस्तफा आलम, ग्रामीण गिरजा राजवंशी, शंभू साव, उपेंद्र रजक, कपिल, सुनील ठाकुर, राजकुमार ठाकुर, सत्येंद्र पासवान, बैजनाथ साव, राजेंद्र पासवान, कृष्णा राजवंशी, जोगी पासवान एवं सुखदेव चौधरी सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

*ट्रेन का कंफर्म टिकट पाना बना मैराथन जीतना, आधी रात से रिजर्वेशन काउंटर पर कतार में लगने पर भी नही मिल पा रहा कंफर्म रेल टिकट

औरंगाबाद :- ट्रेन का कंफर्म टिकट पाना आज भी मैराथन जीतने के समान है। औरंगाबाद में धरातल पर यह हकीकत तब देखने को मिली जब शहर में कलेक्ट्रेट स्थित रेलवे रिजर्वेशन काउंटर पर कुछ ऐसे लोग मिले जो काउंटर खुलते ही तत्काल में भी कंफर्म टिकट पाने के लिए आधी रात को ही आ गए थे। पूरी रात ये टिकट काउंटर खुलने का इंतजार करते रहे। काउंटर खुलते ही टूट पड़े, फिर भी कंफर्म टिकट नही मिला। 

ऐसे लोगों में कुटुम्बा प्रखंड के चनकप के विवेक पांडेय ने बताया कि वें दिल्ली में काम करते हैं। वही शहर के फिरोज आलम ने बताया कि वें मुंबई में काम करते है। दोनो ही क्रमशः होली और शब ए बरात पर घर आएं थे। दोनों की बाते एक ही है। दोनों ने कहा कि त्योहार खत्म होने के बाद वापसी का कंफर्म टिकट पाने के लिए रात में ही यहां आ गए। सुबह में जब काउंटर खुला तो तत्काल में भी उन्हे कंफर्म टिकट नही मिला। ऐसे में यह कहना अतिश्योक्ति नही होगी कि भारतीय रेल में सफर करना आसान काम नही है। 

कहा कि जिस यात्री को अपना कंफर्म टिकट मिल गया, समझिए वह जंग जीतने में कामयाब हो गया क्योंकि वेटिंग कंफर्म होने की कोई गारंटी नहीं है। ऐसी ही जंग जीतने यानी सुबह के दस बजे काउंटर खुलने पर तत्काल टिकट लेने के लिए ये लोग रात के दस बजे से ही कतार में लग रहे हैं ताकि उन्हें कंफर्म टिकट मिले और वे अपने गंतव्य को जा सके लेकिन यह भी उनके भाग्य पर निर्भर करता है कि उन्हें तत्काल में भी कंफर्म टिकट मिलेगा या नही, कह पाना बेहद मुश्किल है। 

टिकट काउंटर पर पहुंचे कुछ लोगों ने यह भी कहा कि कंफर्म टिकट पाने के लिए वें दो दिनों से टिकट काउंटर का चक्कर लगा रहे है। यह कहानी सिर्फ़ औरंगाबाद और यहां के दो लोगो की नही है बल्कि यह कहानी देश के हर छोटे-बड़े शहर और हर उस इंसान की है, जिसे कंफर्म टिकट चाहिए और कंफर्म टिकट के लिए ऐसी ही मारामारी हर जगह होती है। ऐसे में कंफर्म टिकट चाहनेवालों ने रेल मंत्रालय से यह आग्रह किया है कि जितनी सीट हो, उतनी ही टिकट काटे जाएं ताकि लोगों को शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक प्रताड़ना का शिकार नही होना पड़े।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

विकास मित्रों का एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

आज दिनांक 14 मार्च 2023 को जिला पदाधिकारी, श्री सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में नगर भवन में विकास मित्रों का एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

इस प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ जिला पदाधिकारी के द्वारा करते हुए कहा गया कि विकास मित्र सरकार एवं समाज के वंचित वर्ग के लोगों के बीच एक कड़ी का कार्य करते हैं। जिला पदाधिकारी के द्वारा विकास मित्रों को संबोधित करते हुए यह भी बताया गया कि प्रशिक्षण में जिला स्तरीय पदाधिकारियों के द्वारा विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी, जिसका विकास मित्रों से उसका फीडबैक भी बाद में लिया जाएगा।

विकास मित्रों को संबोधित करते हुए श्री आशीष कुमार सिन्हा के द्वारा बताया गया अभियान बसेरा योजना के तहत भूमिहीन परिवारों को जमीन दी जाती है। उप विकास आयुक्त श्री अभयेंद्र मोहन सिंह के द्वारा मनरेगा से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी गई। 

जिला उद्योग केंद्र औरंगाबाद से श्री अरविंद कुमार के द्वारा बताया गया प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत उद्योग लगाने के लिए ₹500000 पचास लाख रुपया तक का ऋण दिया जाता है जिन पर 35% अनुदान के रूप में आ जाता है। जिला कल्याण पदाधिकारी संजय कुमार के द्वारा बताया गया कि विकास रजिस्टर वर्जन 02 एक ऑनलाइन पोर्टल है जिस पर विकास मित्र प्रतिदिन एंट्री करते हैं। इसमें अनुसूचित जाति के सभी परिवारों का विवरण होता है और उन्हें सरकार के जिन योजनाओं को लाभ दिया जाता है उसे विकास रजिस्टर वर्जन 2 मे एंट्री की जाती है। सरकार की विभिन्न सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में विकास रजिस्टर वर्जन 2 की भूमिका की विस्तृत चर्चा की गई।

इस कार्यक्रम में 204 पंचायतों के विकास मित्र तथा 43 नगर परिषद के विकास मित्र कुल मिलाकर 247 विकास मित्र सम्मिलित हुए। इस कार्यक्रम में श्रीमती नीलम मिश्रा अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी, श्री अमृत ओझा सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग, श्रम अधीक्षक, सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई, जिला प्रबंधक बुनियाद केंद्र ,श्री दया शंकर ओझा डीपीओ स्थापना इत्यादि सम्मिलित हुए।

ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के सुचारू क्रियान्वयन हेतु प्रखंड समन्वयक एवं स्वच्छता पर्यवेक्षक का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन

औरंगाबाद : लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान द्वितीय चरण अंतर्गत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के सुचारू क्रियान्वयन हेतु औरंगाबाद जिले के सभी प्रखंड समन्वयक एवं स्वच्छता पर्यवेक्षक का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला ग्रामीण विकास अभिकरण(डीआरडीए) के सभागार में किया गया।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, जिला पंचायती राज पदाधिकारी एवं निदेशक डीआरडीए की उपस्थिति में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में यूनिसेफ के सहयोगी संस्था इंस्टीट्यूट ऑफ लाइवलीहुड रिसर्च टीम(ILRT) के द्वारा 02 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों को ग्रामीण क्षेत्रों में अपशिष्ट प्रबंधन कैसे करना है। अपशिष्ट प्रबंधन में स्वच्छता पर्यवेक्षक एवं स्वच्छता कर्मियों की भूमिका पर चर्चा की गई। इसके अलावा जैविक अपशिष्ट, ठोस अपशिष्ट, प्लास्टिक अपशिष्ट एवं तरल अपशिष्ट इत्यादि का प्रबंधन कैसे करना है इसकी जानकारी पीपीटी के माध्यम से दी गई।

गौरतलब हो कि कल सभी प्रतिभागियों को क्षेत्र भ्रमण कराया जाना है। क्षेत्र भ्रमण के दौरान ग्राम पंचायत में निर्मित अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई का भ्रमण कर सभी प्रतिभागियों को व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाना है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

बच्चों-महिलाओं की बेरहम पिटाई के विरोध में दो दिनों से बेमियादी धरना दे रहे बनतारा के महादलित, सुने दर्दभरी दास्तां

गोह(ओरंगाबाद)। गोह प्रखंड में देवकुंड थाना के बनतारा गांव में होली की रात डीजे बजाने को लेकर पुलिस द्वारा महादलित परिवार के बच्चों और महिलाओं को बेरहमी से पीटे जाने के विरोध में गांव में ग्रामीणों खिलाफ बनतारा में चल रहा बेमियादी धरना सोमवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। धरना के दूसरे दिन सीपीआई के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने धरना में शामिल होकर आंदोलन का समर्थन किया और पीड़ितो की आवज को बुलंद किया। वही पीड़ितो ने कहा है कि यदि पुलिस का यही रवैया रहा तो वे सपरिवार गांव छोड़कर कही और चले जाएंगे। पीड़ित महिलाओं ने रोते-बिलखते हुए पुलिस की बर्बरता की दास्तां बयां की।

कहा कि हमलोगो का कोई कसूर नही है। हमलोगो को बाल बच्चों समेत बेवजह बेरहमी से पीटा गया है। इसी वजह से वे देवकुंड थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई और फर्जी मकदमा वापस लेने की मांग को लेकर गांव में ही बेमियादी धरना दे रहे है। इस मामले में उन्हे राहत नही मिली तो वे जिला मुख्यालय आकर भी धरना प्रदर्शन करेंगे और अंततः इंसाफ नही मिलने पर गांव छोड़कर दूर चले जाएंगे, जहां पुलिस का कोपभाजन नही बन सके।

वही धरना का समर्थन कर रहे सीपीआई नेताओं-गोह के अंचल मंत्री सुरेश प्रसाद यादव, पूर्व जिला मंत्री जगनारायण सिंह विकल, कृष्णनंदन यादव एवं एलजेपीआर के प्रदेश सचिव विजय कुमार अकेला ने कहा कि देवकुंड थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने होली की रात गांव में पहुँचकर बनतारा गांव के लोगो पर जो अत्याचार किया है, वह गलत है। मामले में पुलिस ने मनगढ़ंत कहानी बनाते हुए महादलितों पर फर्जी मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने मासूम बच्चों और महिलाओं को बेरहमी से पीटा है। मामले में देवकुंड थानाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाना चाहिए और एसपी को मामले की उच्चस्तरीय जांच करानी चाहिए।

साथ ही जितना जल्द हो सके फर्जी मुकदमा को वापस लेते हुए गांव में शांति अमन बहाल होना चाहिए। यहां के लोगों को न्याय मिलना चाहिए। कहा कि बनतारा के लोगो पर जो पुलिसिया जुल्म ढाया गया है, वह कतई बर्दाश्त करने लायक नही है। वही इस मामले में पूछे जाने पर देवकुंड थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने कहा कि उन पर लगाये जा रहे सारे आरोप निराधार है। गांव में तेज और कर्कश आवाज वाला डीजे बजाया जा रहा था।

इसी सूचना पर पुलिस होली के रात में गांव में गई थी। मना करने पर एक ग्रुप ने डीजे बजाना बंद कर दिया था। वही दूसरा ग्रुप डीजे बजाना बंद करने के बजाय पुलिस से उलझ पड़ा था। उनके द्वारा पुलिस पर हमला बोल दिया गया था।

इसी कारण पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया था। इसी को तिल का ताड़ बनाया जा रहा है। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पूरी तरह जायज है और पुलिस किसी को भी परेशान नही कर रही है।

औरंगाबाद क्राइम मीटिंग में एसपी ने दिए अवैध शराब व अवैध खनन के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश

औरंगाबाद के पुलिस केंद्र स्थित सभाकक्ष में सोमवार की शाम पुलिस अधीक्षक स्वपना गौतम मेश्राम की अध्यक्षता में अपराध गोष्ठी संपन्न हुई। अपराध गोष्ठी में सहायक पुलिस अधीक्षक-सह-अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी(सदर) स्वीटी सहरावत, डीएसपी नभ वैभव, दाउदनगर के एसडीपीओ कुमार ऋषि राज, सभी अंचल पुलिस निरीक्षक एवं सभी थानाध्यक्ष मौजूद रहे।

गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक ने सभी थानाध्यक्षों को अपराध नियंत्रण, लंबित कांडों का तीव्र निष्पादन, अवैध शराब, अवैध खनन कारोबारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई, वारंट, कुर्की का शीघ्र निष्पादन एवं गंभीर शीर्ष अपराधकर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

अपराध गोष्ठी में आगामी रामनवमी पर्व पर विधि-व्यवस्था संधारण पर विस्तृत चर्चा की गई एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए गये।

सड़क हादसे में स्कूली छात्रा की मौत, लंच में खाना खाकर स्कूल लौटते समय पिकअप ने रौंदा

औरंगाबाद : जिले में सड़क हादसे में एक छात्रा की दर्दनाक मौत हो गयी। दरअसल यह घटना सोमवार की दोपहर ओबरा थाना क्षेत्र के भरूब गांव की है। जहां घर से खाना खाकर स्कूल जा रहे छात्रा को एक तेज रफ्तार पिकअप ने रौंद दिया। जिसके बाद घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी। मृतक छात्रा की पहचान ओबरा थाना क्षेत्र के भरुब गांव निवासी सन्तोष कुमार के सात वर्षीय पुत्री उजाला पटेल के रूप में हुई है। इस घटना के बाद से परिजनों पर दुखो का पहाड़ टूटा हुआ है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार उजाला अपने गांव के ही बुद्धा पब्लिक स्कूल में पढ़ाई करती है। सोमवार को वह पढ़ाई करने के लिए स्कूल आई हुई थी। जिसके बाद दोपहर में लंच हुआ। जिसके बाद वह घर पर खाना खाने चली गयी। घर से खाना खाकर वह स्कूल लौट रही थी। लेकिन बीच रास्ते मे ही एक तेज रफ्तार पिकअप ने जोरदार टक्कर मार दिया। जिसके कारण घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी।

इस घटना के बाद आसपास के नागरिकों की भीड़ इकट्ठा हो गयी। जिसके बाद पिकअप को बरामद किया गया और थाने को सुपुर्द किया गया। इस घटना के बाद ओबरा थाना की पुलिस मृतक छात्रा के शव को आने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कागजी प्रक्रिया पूरी कर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया। जहां से पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों को सौप दिया गया।

इस सम्बंध में ओबरा थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी ने बताया कि पिकअप के चपेट में आकर एक छात्रा की मौत हुई है। शव का पोस्टमार्टम कराकर दाह संस्कार के लिए परिजनों को सौप दिया गया है और पिकअप को जब्त कर लिया गया है। फिलहाल इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस घटना के बाद से परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है तो वहीं गांव में मातम पसरा हुआ है। मृतक के परिजनों ने जिला प्रशासन से आपदा राहत के तहत मुआवजे की मांग की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र