डीएम एसएसपी ने सुरक्षा का कराया आम जनमानस को एहसास


गोरखपुर।होली त्यौहार को सकुशल संपन्न कराए जाने के लिए जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने रूट भ्रमण कर आम जनमानस को सुरक्षा का कराया एहसास आज डीएम एसएसपी एसपी सिटी थाना राजघाट व थाना कोतवाली क्षेत्र में भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया ।

गोरखपुर में शांति/ कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु जनपद के थाना राजघाट व थाना कोतवाली क्षेत्र के विभिन्न चौराहों, मार्केट, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मय फोर्स के पैदल भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया ।

भ्रमण के दौरान विभिन्न संभ्रान्त व्यक्तियों, दुकानदारों, व्यापारियों व आमजन से वार्ता किया गया एवं संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया । इस दौरान पुलिस अधिक्षक नगर, क्षेत्राधिकारी कोतवाली एडीएम सिटी सिटी मजिस्ट्रेट व अन्य प्रशासनिक अधिकारी/कर्मचारी गण मौजूद रहे ।

बच्चों में समय से सुनने की क्षमता में असमर्थता की पहचान आवश्यक : सीएमओ


गोरखपुर। विश्व श्रवण दिवस के अवसर पर जिला अस्पताल समेत जनपद के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों पर शुक्रवार को जनजागरूकता सम्बन्धित गतिविधियों का आयोजन किया गया । इसी कड़ी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने सुनने में असमर्थ छह बच्चों को अपने कार्यालय में डिजिटल हियरिंग एड मशीन दिया । उन्होंने कहा कि बच्चों में समय से सुनने की क्षमता में असमर्थता की पहचान आवश्यक है । पांच वर्ष तक के ऐसे बच्चों का काक्लियर इम्प्लांट हो जाता है और उन्हें सुनने व बोलने में समर्थ बनाया जा सकता है । पांच वर्ष से अधिक की आयु के बाद केवल डिजिटल हियरिंग एड मशीन से ही मदद की जा सकती है ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि अगर जन्म के बाद से ही कोई बच्चा किसी के बोलने पर किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है तो हो सकता है कि उसे न सुनने की समस्या हो । सुनने में असमर्थ बच्चों में बोलने की क्षमता का भी विकास नहीं हो पाता है । ऐसे बच्चों की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) टीम स्क्रिनिंग कर उन्हें काक्लियर इम्प्लांट की सुविधा दिलवाती है । अगर बच्चे पांच वर्ष से अधिक आयु के हैं तो आरबीएसके की डीईआईसी मैनेजर डॉ अर्चना द्वारा कम्पोजिट रिजनल सेंटर (सीआरसी) की मदद से डिजिटल हियरिंग एड दिलवाया जा रहा है ।

राष्ट्रीय बधिरता बचाव एवं रोकथाम कार्यक्रम (एनपीपीसीडी) और आरबीएसके के नोडल अधिकारी डॉ नंद कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल में सुनने की क्षमता में असमर्थ हर आयु वर्ग के लोगों के जांच की सुविधा उपलब्ध है । अगर समय से इस असमर्थता को पहचान लिया जाए तो इलाज भी किया जा सकता है । इस तरह की बीमारी से बचाव के लिए कानों की सुरक्षा बहुत ही आवश्यक है। कानों में पानी न जाने दें और न ही किसी प्रकार का तरल पदार्थ कानों में डालें। कान में मवाद को साफ और नम कपड़े से ही निकालना चाहिए। कान के मवाद में बदबू आना या खून आना गंभीर रोग के लक्षण हो सकते हैं और ऐसी स्थिति में चिकित्सक से सम्पर्क करना चाहिए। गंदे पानी में तैरने या नहाने से बचना चाहिए और अस्वच्छ वातावरण से भी दूरी बनानी चाहिए। बचाव के इन उपायों के बाद भी कोई दिक्कत होती है तो तुरंत चिकित्सक से सम्पर्क करना चाहिए। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर इस बीमारी की प्राथमिक स्क्रिनिंग की सुविधा उपलब्ध है और बच्चों में इस बीमारी की स्क्रिनिंग आरबीएसके टीम द्वारा की जा रही है ।

इस मौके पर श्रवण क्षमता में असमर्थ बच्चों की पहचान और उन्हें ठीक करवाने में योगदान के लिए आरबीएसके डेरवा टीम के नेत्र परीक्षण अधिकारी अमित सिंह और सीआरसी के कोआर्डिनेटर रॉबिन को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया । सीआरसी कोआर्डिनेटर ने बताया कि उनके केंद्र पर जन्म के पहले दिन से लेकर हर आयु वर्ग के लोगों के श्रवण क्षमता के परीक्षण की सुविधा उपलब्ध है । पिपरौली के आरबीएसके चिकित्सक डॉ खालिद और सरदारनगर के आरबीएसके चिकित्सक डॉ अरूण त्रिपाठी ने काक्लियर इम्प्लांट सम्बन्धित अपने अनुभव भी साझा किये ।

इस अवसर पर डीसीएमओ डॉ अनिल सिंह, डॉ अश्विनी चौरसिया, डीएचईआईओ केएन बरनवाल, आरबीएसके चरगांवा के चिकित्सक डॉ वीके सिंह, अमित बरनवाल, नवीन गुप्ता और आदिल प्रमुख तौर पर मौजूद रहे । सीएमओ ने हाल ही काक्लियर इम्प्लांट करवा चुकी सरदारनगर ब्लॉक की बच्ची मानवी (4) से मुलाकात की और निर्देश दिया कि बच्ची की स्पीच थेरेपी का विशेष ध्यान रखा जाए। बच्ची के पिता रामसजन ने बताया कि डेढ़ साल की उम्र में ही उन्होंने बीमारी की पहचान कर ली थी। पहले खुद से ही अस्पतालों में इलाज करवाने का प्रयास किया और फिर आशा कार्यकर्ता प्रेमशीला की मदद से आरबीएसके टीम से मिले । फरवरी 2023 में काक्लियर इम्प्लांट हुआ है। चिकित्सकों ने बताया है कि स्पीच थेरेपी चलेगी और बच्ची ठीक हो जाएगी ।

डिजिटल हियरिंग मशीन से सुन सकेंगे बच्चे

सरदारनगर ब्लॉक के मोतीपाकड़ गांव के रहने वाले पन्नेलाल ने बताया कि उनका 12 वर्षीय बेटा श्यामसुन्दर बचपन से ही नहीं सुन पाता है । उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, फिर भी निजी अस्पतालों में इलाज करवाया। बच्चा प्राइमरी स्कूल में पढ़ने जाता है। वहीं से आरबीएसके टीम ने स्क्रिनिंग की और बताया का उम्र निकल जाने के कारण अब काक्लियर इम्प्लांट तो नहीं हो सकता है लेकिन डिजिटल हियरिंग एड मशीन से बच्चा सुन पाएगा । सीएमओ कार्यालय में यह मशीन दी गयी है । भटहट ब्लॉक की महिमा और सरदारनगर ब्लॉक के अफरोज, अफरीन, वैष्णवी और अजीत को भी यह मशीन दी गयी ।

सीआरसी गोरखपुर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह का शुभारंभ


गोरखपुर। सीआरसी गोरखपुर में आज से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह की शुरुआत हो गई। बता दें भारत सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार 1 से 8 मार्च तक अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह का आयोजन किया जाना है।

इसी क्रम में आज इस वर्ष की थीम डिजिट आल-लैंगिक समानता के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी को ध्यान में रखकर महिला और मानसिक स्वास्थ्य विषय पर संगोष्ठी तथा पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सीआरसी गोरखपुर के सभागार भवन में बड़ी संख्या में महिलाएं और सीआरसी गोरखपुर के सभी अधिकारी और कर्मचारी गण मौजूद रहे।

सीआरसी गोरखपुर के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर नीरज मधुकर ने अंतर्राष्ट्रीय महिला सप्ताह के अंतर्गत परिवार में महिलाओं की भूमिका पर चर्चा करते हुए कहा कि महिला परिवार की धुरी है जिसका हर संभव सशक्तीकरण आवश्यक है।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए नैदानिक मनोविज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री राजेश कुमार ने मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास हेल्पलाइन किरण 1800 599 00 19 पर भी विस्तार से उपस्थित जनों को जागरूक किया ।

स्कूल सेफ्टी प्रोग्राम के तहत स्टूडेंट को बताया आपदा में बचाव के तरीके


गोरखपुर।उत्तर प्रदेश राज्य आपदा की दृष्टि से बेहतरीन सील है आपदा के दौरान स्कूली बच्चों व शिक्षक कैसे अपना बचाव कर सकते हैं इसको लेकर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा स्कूल में जागरूकता को कार्यक्रम को आयोजित किया जा रहे हैं इस कार्यक्रम को गोरखपुर में कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा के दिशा निर्देशन में रामचंद्र मेमोरियल इंटर कॉलेज भटहट गोरखपुर में एक दिवसीय कार्यशाला में आपदा के विषय पर प्रशिक्षण दिया गया।

आपदा प्रबंधन एक दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत बताया गया कि भूकंप आने पर स्कूल के बच्चों को क्या कार्रवाई करनी चाहिए आपदा के दौरान घायल व्यक्तियों को अस्पताल से पूर्व चिकित्सा के बारे में बताया गया और साथ ही इन आपदाओं में प्रयोग होने वाली बचाव तकनीक, फंसे हुए लोगों को निकालने एवं उन्हें प्राथमिक उपचार देने के बारे में बताया गया।

इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में प्राथमिक उपचार जैसे ड्रेसिंग- बैंडेज, रक्त स्राव को रोकना, फैक्चर को सुरक्षित करना, सीपीआर पद्धति, एफबीओ का प्रयोगात्मक प्रशिक्षण दिया गया।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आपदा के प्रति जागरूकता को बढ़ाना जिससे किसी भी आपदा के समय अमूल्य मानव जीवन को बचाया जा सके इस अवसर पर स्कूल के ऑनर डॉक्टर जी एन मिश्रा, प्रिंसिपल ममता शुक्ला , अध्यापक आशीष शुक्ला, अध्यापिका नेहा मिश्रा, और अन्य अध्यापक और अध्यापिका

मौजूद रहे।

इस जागरूकता अभियान में एनडीआरएफ गोरखपुर से प्रशिक्षक के तौर पर टीम कमांडर निरीक्षक काना राम और हेड कांस्टेबल संतोष यादव ,हेड कांस्टेबल सतीश सिंह तोमर ,हेड कांस्टेबल सतीश कुमार, नर्सिंग असिस्टेंट संतोष यादव, कॉन्स्टेबल ईश्वर चंद ,कांस्टेबल मंतोष, कॉन्स्टेबल जोगिंदर, हेड कांस्टेबल उमेश यादव द्वारा संपन्न किया गया।

दिग्विजयनाथ पी जी कॉलेज के दो शिक्षकों को मिला उत्कृष्ट समाज सेवा सम्मान


गोरखपुर। डॉ दयाशंकर विद्यालंकार, संस्थापक, अंतराष्ट्रीय वेद विश्वविद्यालय, शिकागो, अमेरिका ने दिग्विजयनाथ पी जी कॉलेज गोरखपुर के दो शिक्षक डॉ नितीश शुक्ला, भौतिक विज्ञान विभाग एवं डॉ पवन कुमार पाण्डेय, कम्प्यूटर विभाग को अपनी संस्था पतंजलि वेदनीडम योग संस्थान, हरिद्वार, उत्तराखंड द्वारा उत्कृष्ट समाज सेवा सम्मान से सम्मानित किया।डॉ विद्यालंकार ने कहा की अपने कर्तव्यों के निर्वहन के साथ ही समाज के लिए भी हमारी जिम्मेदारी है जिसका निर्वहन महाविद्यालय के दोनो शिक्षकों ने किया है इसलिए हमारी संस्था इन दोनो शिक्षकों को समाज सेवा सम्मान से सम्मानित करती है।

उक्त अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो ओम प्रकाश सिंह ने कहा की यह महाविद्यालय के लिए गौरव का अवसर है। उन्होंने दोनो शिक्षकों को बधाई देते हुए अन्य शिक्षकों से भी अपील की कि वो भी समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें।महाविद्यालय के आइक्यूऐसी कोऑर्डिनेटर प्रो परीक्षित सिंह ने भी दोनो शिक्षकों को बधाई दी। इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

व्हीलचेयर पाकर दिव्यांगजनों के खिले चेहरे


गोरखपुर। अन्तर्राष्ट्रीय व्हीलचेयर दिवस के अवसर पर सीआरसी गोरखपुर के प्रांगण में दिव्यांगजनों के सुगमता हेतु व्हीलचेयर का वितरण किया गया l इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी गोरखपुर श्री संदीप कुमार मौर्या ने दिव्यांगजनों को संबोधित किया । 

रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर सीआरसी गोरखपुर श्री नीरज मधुकर ने बताया कि व्हील चेयर ना केवल एक सहायक उपकरण हे बल्कि यह दिव्यांगजनों को चलायमान करते हुए उनके लिए जीवन के सफलता का द्वार भी खोलती है ।भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सुगम्य भारत अभियान के माध्यम से सभी निर्मित तथा निर्माणाधीन सार्वजनिक भवनों को भी सुगम्य बनाया जा रहा है । साथ ही यातायात, विभिन्न वेबसाइट तथा मनोरंजन के संसाधनों को भी सुगम्य बनाने का प्रयास किया जा रहा है l इससे सम्बंधित एक एप्प विकसित किया गया है जिसके माध्यम से आम जनमानस भी अपना सुझाव सीधे सरकार तक पहुंचा सकते हैं । 

 

इसी के क्रम में आज व्हीलचेयर दिवस के अवसर पर ग्रामीण अंचलों में सेवारत सहयोगी स्वयं सेवी संगठनों के माध्यम से आए हुए लगभग 50 दिव्यांगजनों सीआरसी गोरखपुर परिसर में व्हीलचेयर का वितरण किया गया । कार्यक्रम का समन्वयन विजय कुमार गुप्ता एवं मंजेश कुमार द्वारा किया गया तथा मंच संचालन राजेश कुमार, सहायक प्राध्यापक, सी.आर.सी. गोरखपुर द्वारा किया गया । नागेन्द्र पाण्डेय ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया । कार्यक्रम के सफल सफल आयोजन हेतु सीआरसी गोरखपुर के प्रभारी निदेशक सुनील शिरपुरकर ने बधाई दी।

एनेक्सी भवन सभागार में पीस कमेटी की बैठक हुई आयोजित


गोरखपुर।एनेक्सी भवन सभागार में जनपद के समस्त पीस कमेटी सदस्यों के साथ जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से बैठक कर होली व बराफत को सकुशल संपन्न कराने के लिए संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।

बैठक में एडीएम सिटी विनीत कुमार सिंह एडीएम प्रशासन पुरुषोत्तम दास गुप्ता सिटी मजिस्ट्रेट अंजनी कुमार सिंह पुलिस अधीक्षक नगर कृष्ण बिश्नोई पुलिस अधीक्षक दक्षिणी अरुण कुमार सिंह सहित समस्त एसडीएम क्षेत्राधिकारी तहसीलदार संबंधित अधिकारीगण पीस कमेटी सदस्य रहे मौजूद।

नगर निगम आय का स्रोत बढ़ाने के लिए नगर आयुक्त ने वरिष्ठ सहयोगी से की मंत्रणा


गोरखपुर। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल अपने कार्यालय में नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारीगणों के साथ विचार विमर्श कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिससे नगर निगम को स्वच्छ साफ सुथरा व अतिक्रमण मुक्त तथा आय के स्रोत को बढ़ाया जा सके नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल द्वारा नगर निगम के वरिष्ठ सहयोगी अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा सहित संबंधित विभागाध्यक्ष से विस्तृत चर्चा की।

सभी अधिकारियों के दायित्व तथा प्रभार के बारे में विस्तृत जानकारी ली, उद्यान, जलकल, प्रकाश, निर्माण, अतिक्रमण, टैक्स, अन्य सभी निगम के कार्यों पर विभागीय अध्यक्षों से विस्तृत चर्चा की साथ ही कार्यों में इंप्रूवमेंट लाने के लिए निर्देश दिए। सभी अधिकारियों ने विभाग में चल रही निगम के योजनाओं के बारे में भी अवगत कराया। निगम की आय बढ़ रही है विस्तृत चर्चा की गई जिसमें स्वास्थ्य विभाग उद्यान विभाग के साथ-साथ विशेष रूप से टैक्स विभाग द्वारा अपनी विस्तृत जानकारी दी।

नगर निगम का रेवेन्यू बढ़ाने पर विचार विमर्श किया, टैक्स से होने वाली आय, निगम संपत्ति से होने वाली आय, उद्यान विभाग के अंतर्गत नर्सरी से आए साथ ही कूड़े से होने वाली आय व अन्य कई योजनाओं के अंतर्गत जिनसे आए सृजित होती है विस्तृत चर्चा की गई, विभागों में होने वाले खर्च पर भी नगर आयुक्त द्वारा जानकारी मांगी गई। बैठक में अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा सहित संबंधित विभागों के विभागाध्यक्ष मौजूद रहे।

आयुर्वेद की असीम संभावनाओं के अनुरूप तैयारी की जरूरत : प्रो. एके सिंह


गोरखपुर। महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि आयुर्वेद के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। जरूरत उन संभावनाओं के अनुरूप तैयारी करने की है। बीएएमएस के विद्यार्थियों को आयुर्वेद का ज्ञान प्राप्त कर मात्र चिकित्सा कार्य ही नहीं करना है बल्कि समाज के खराब हुए दिनचर्या को भी सेवा भाव से सही करना होगा। आयुर्वेद को घर-घर पहुंचाना होगा तभी संभावनाओं के अनुकूल परिवर्तन आएगा।

प्रो. सिंह बुधवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, आरोग्यधाम के तहत संचालित गुरु गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट आॅफ मेडिकल साइंसेस (आयुर्वेद कॉलेज) में बीएएमएस के नवप्रवेशी विद्यार्थियों के 15 दिवसीय दीक्षा पाठ्यचर्या (ट्रांजिशनल करिकुलम) के समापन समारोह को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बीएएमएस के विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि आप सभी खुद को अभी से वैद्य कहना आरम्भ करें। जिस दिन से आप यह कहना प्रारम्भ कर देंगे, उसी दिन से आयुर्वेद का उन्नति होना प्रारम्भ हो जायेगा। आयुर्वेद के क्षेत्र में आप सभी एक श्रेष्ठ वैद्य, प्राध्यापक, आयुर्वेद के सभी चतुर्दश विभागों में जैसे कायचिकित्सा, शल्यतंत्र, शालाक्यतंत्र आदि विभागों में से किसी एक विभाग के वैद्य विशेषज्ञ बन सकते हैं।

आत्मनिर्भरता की राह दिखाता है पंचकर्म

प्रो. सिंह ने कहा कि पंचकर्म चिकित्सा क्षेत्र में भी अनेक सम्भावनाएं हैं। यह आत्मनिर्भरता की राह दिखाता है। पंचकर्म चिकित्सा जानकर आयुर्वेद की विद्यार्थी स्वंय आत्मनिर्भर एवं दूसरे को भी आत्मनिर्भर बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता है। आपको कठोर परिश्रम करना होगा तभी देश दुनिया में आयुर्वेद को आप एक श्रेष्ठ वैद्य के रूप में स्थापित कर पायेंगे। आप सभी को इस आयुर्वेद कालेज के द्वारा सभी सुविधाएं प्राप्त हो रही है। देश के विभिन्न राज्यों से आये हुए आयुर्वेद के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक आपको प्राप्त हैं, ये आपका मार्गदर्शन करेंगे।

विद्यार्थियों ने सुनाए दीक्षा पाठ्यचर्या के अनुभव

प्रो. सिंह ने बीएएमएस के विद्यार्थियों से पंद्रह दिवसीय पाठ्यचर्या कार्यशाला का अनुभव भी सुना। विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक कार्यशाला के अनुभव साझा किए और वादा किया कि हम आयुर्वेद की शिक्षा को मन से ग्रहण करेंगे, चिकित्सक बनकर सेवा भाव से कार्य करेंगे। प्रो. सिंह ने विद्यार्थियों से संकल्प कराया कि वे सभी चरक, सुश्रुत द्वारा बताये हुए दिनचर्या और ऋतुचर्या का पालन करेंगे, जीवन में योग को अपनायेंगे और दूसरों को भी प्रेरित करेंगे।

आयुर्वेद की तरफ देख रही दुनिया : मेजर जनरल वाजपेयी

दीक्षा पाठ्यचर्या के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल कुमार वाजपेयी ने कहा कि एक नये सर्वे में पाया गया है कि पूरे भारतीय उप महाद्वीप में लगभग 88 प्रतिशत लोग आयुर्वेद को पसंद कर रहे हैं और आयुर्वेद को अपना रहे हैं। आयुर्वेद की आज के समय में बहुत ही मांग है। पूरी दुनिया आयुर्वेद की तरफ देख रही है। उन्होंने बताया कि हाल ही में वाराणसी में आयोजित चार दिवसीय सेमिनार 'आयुर एक्सपो' में आयुर्वेद कालेज के विद्यार्थियों ने भाग लिया तथा पेपर प्रेजेन्टेशन में द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करके कालेज का मान बढ़ाया।

समापन समारोह में आभार ज्ञापन आयुर्वेद कालेज के रचना शरीर विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मिनी केवी ने किया। इस अवसर पर आयुर्वेद कालेज के प्राचार्य डॉ मंजूनाथ एमएस, वैद्य विनम्र शर्मा, आचार्य साध्वी नन्दन, डॉ पियूष वर्षा, डॉ प्रज्ञा सिंह, डॉ चैतन्या आदि सहित सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।

सप्त दिवसीय विशेष शिविर के अन्तर्गत ‘‘स्वच्छ भारत अभियान’’ जागरूकता रैली


गोरखपुर। राष्ट्रीय सेवा योजना सेंट एंड्रयूज कॉलेज गोरखपुर के पुरुष इकाई द्वारा सप्त दिवसीय विशेष शिविर के तीसरें दिन आज प्रातः काल योग प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सभी स्वयंसेवकों को योग शिक्षा ग्रहण करायी गयी।

बौद्विक सत्र के मुख्य अतिथि के रूप में पधारी डाॅ0 (श्रीमती) इन्दुमती सिंह (प्रमुख समाज सेविका) ने राष्ट्र सेवा, समाज सेवा तथा भारतीय संस्कृति पर स्वयंसेवकों को समाज की सेवा तथा भारतीय संस्कृति को बनाये रखने के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 मो0 तनवीर आलम तथा धन्यवाद ज्ञापन डाॅ0 अरविन्द कुमार सिंह ने किया। तत्पश्चात स्वच्छता जागरूकता रैली निकाली गई ।

जिसे कार्यक्रम अधिकारी डाॅ0 मो0 तनवीर आलम ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली कैम्प स्थल से प्रारंभ होकर शहीद भगत सिंह चैराह (बेतियाहाता) होते हुए पशुचिकित्सालय में पहुंची। वहां पर स्वयंसेवकों द्वारा पशुचिकित्सालय में साफ-सफाई एवं ओ0पी0डी0 में पशुओं को स्नान कराया गया एवं सेवा किया गया। उक्त सभी कार्यक्रम में स्वयंसेवकों द्वारा उत्साहपूर्वक सहभागिता की गयी।