बाराचट्टी में केसरवानी वैश्य सभा के द्वारा आयोजित किया गया होली मिलन समारोह

गया/बाराचट्टी। गया जिला केसरवानी वैश्य सभा के अंतर्गत सोभ केसरवानी वैश्य सभा के तत्वाधान में होली मिलन समारोह ग्राम सरवां बाजार में गुड्डू प्रसाद केशरी के आवास पर बड़े ही धूम धाम से सम्पन्न हुआ। इस रंगा रंग कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला उपाध्यक्ष सतीश केशरी ने किए।

सर्वप्रथम महर्षि कश्यप मुनि जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित कर रंगा रंग कार्यक्रम की शुरुआत किया गया। इस होली मिलन समारोह के पावन अवसर पर गया जिला सभा के वरीय उपाध्यक्ष राजेश प्रसाद केशरी सह संगठन मंत्री संजय प्रसाद केशरी, मीडिया प्रभारी अर्जुन प्रसाद केशरी, कार्यकारिणी सदस्य राजू केशरी सोभ सभा के अध्यक्ष शंभू कुमार केशरी, सचिव विनोद केशरी, उपाध्यक्ष विकाश केशरी, मीडिया प्रभारी मदन केशरी, कोषाध्यक्ष नंदू कुमार केशरी, संगठन मंत्री कपिल केशरी सह सचिव मोती केशरी एवं सदस्य पंकज केशरी, मनदीप केशरी, मंटू केशरी, नीरज केशरी, संतोष केशरी, विश्वनाथ केशरी, संजय सुमन केशरी, विजय प्रसाद केशरी, गुड्डू केशरी आदि उपस्थित रहे।

इन सभी पदाधिकारीयों और सदस्यों ने इस कार्यक्रम में अपनी सहभागिता कर सामाजिक एकता, सौहार्द, उल्लास के साथ ही स्वादिष्ट पकवान एवं रंगारंग कार्यक्रम के साथ होली संगीत का भर पूर आनंद लिए और इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक रूप प्रदान किए। जिसके लिए जिला सभा से उपस्थित रहे सभी पदाधिकारियों और सदस्यों को सोभ केसरवानी वैश्य सभा दिल से आभार व्यक्त करता है।

रिपोर्ट: संजय सुमन केशरी।

फतेहपुर पुलिस ने तीन आरोपी को किया गिरफ्तार, चल रहा था फरार

गया/फतेहपुर। फतेहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत दो अलग अलग जगहों से फतेहपुर पुलिस छापेमारी कर तीन अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। थानाध्यक्ष कुमार सौरव, एस आई सत्यनारायण शर्मा के नेतृत्व में पुलिस ने छापेमारी किया गया।

मारपीट मामले में कोथर गांव निवासी अभियुक्त देवेन्द्र सिंह उर्फ नुनु सिंह को गिरफ्तार किया। थानाध्यक्ष ने बताया गिरफ्तार अभियुक्त के ऊपर मारपीट सहित 307 सहित कई मामला दर्ज हैं। पुलिस गिरफ्तार करने के लिए पहले कई बार छापामारी कर चुकी है। लेकिन अभियुक्त पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहा था।

समकालीन अभियान के तहत बुधवार को छापेमारी कर एक महिला समेत दो अभियुक्त को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्तों में गीता देवी पति उपेन्द्र यादव, मुसाफिर यादव पिता स्वर्गीय मथुरा यादव ग्राम गझंडी शामिल है। थानाध्यक्ष कुमार सौरव ने बताया दोनो अभयुक्तों के खिलाफ गया कोर्ट से वारंट निकला हुआ था। साथ हीं इस्तेहार भी निकला हुआ था। गिरफ्तार सभी अभियुक्त को जेल भेज दिया गया है।

रिपोर्ट: राहुल कुमार।

प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभ लेकर घर नहीं बनाने वाले लाभुको के विरुद्ध होगी करवाई : बीडीओ

गया/आमस। जिले के आमस प्रखंड क्षेत्र में बहुत से अयेसे लाभुक है जो प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलने के बाद भी अभी तक घर बनाने का कार्य शुरू नहीं किया है।जिसके लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ अवतुल्य कुमार आर्य ने बुधवार को प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बड़की चिलमी के बनकट गांव का दौरा किया। 

जहां प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभ लेने के बाद भी घर बनाने के कार्य नहीं शुरू करने वाले लाभुको को सख्त हिदायत दिया की दो दिनों में निर्माण कार्य शुरू नहीं किया तो वैसे लाभुको के विरुद्ध करवाई की जाएगी।बीडीओ ने बताया की प्रखंड क्षेत्र में कुछ आयेसे लाभुक है जिन्होंने ने प्रथम क़िस्त की राशि प्राप्त करने के बाबजूद भी अभी तक आवास निर्माण का कार्य शुरू नहीं किया है। ऐसे लोगो को पहचान कर नोटिस भी जारी किया गया है उसके बावजूद भी कार्य शुरू नहीं तो उन्हे चिन्हित कर करवाई की जाएगी।

रिपोर्ट: धनंजय कुमार।

गया में बड़ा हादसा होते बचा, दो हिस्सों में टूटा कोयल नहर पर बना पुल, सेंटरिंग लदा ट्रैक्टर गुजरने से हुआ हादसा

गया/गुरुआ। गुरुआ प्रखंड मुख्यालय से लगभग 13 किलोमीटर दूर मंडा पंचायत अंतर्गत भरौंधा से होकर चंडी स्थान जाने वाली मुख्य मार्ग स्थित उत्तरी कोयल नहर बना पुल दो हिस्सों में टूट गया। हादसा उस वक्त हुआ जब सेंटरिंग लदा एक ट्रैक्टर पुल से गुजर रहा था।

इस हादसे में ट्रैक्टर पुल के नीचे गिर गया लेकिन चालक बाल-बाल बच गया। ग्रामीणों ने बताया कि यह पुल पहले से जर्जर स्थिति में था, इस बात की सूचना गांव के लोगों ने प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों को भी दिया था लेकिन इस बात पर किसी ने ध्यान नही दिया। जिसके कारण अधिक गाड़ी के आवागमन के कारण यह पुल टूट गया और आवागमन इस पथ से ठप हो गई।

बता दें कि यह पुल नेशनल हाईवे से महज 5 किलोमीटर अंदर है जो चांदिस्तान भरोंधा होते रफीगंज की ओर जाती है। गुरुआ क्षेत्र के लोगों का रफीगंज और आमस आने जाने के लिए यह बड़ा ही सुगम मार्ग था। लेकिन पुल के टूटने से कोई भी व्यक्ति इस रास्ते से आवागमन नही कर पायेगा। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इस बात की जानकारी गुरूआ विधायक और सांसद को भी दिया जा चुका है इसके वाबजूद इस बात पर किसी भी प्रकार का कोई असर नही दिखा। आज बड़ा हादसा होते होते रह गया।

रिपोर्ट: दिलीप कुमार पांडेय।

टीबी रोगियों की हो रही खोज, जनवरी में 540 लोग टीबी से ग्रसित मिले, निजी स्वास्थ्य संस्थान भी टीबी मरीजों का निक्षय पोर्टल पर करें रजिस्ट्रेशन

गया। राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला में टीबी रोग को दूर करने के लिए ऐसे रोगियों की पंचायत स्तर पर स्वास्थ्यकर्मियों की मदद से खोज की जा रही है. टीबी मरीजों को चिन्हित करते हुए उन्हें आवश्यक जांच और इलाज की सुविधा प्रदान करने की हरसंभव कोशिश की जा रही है. वहीं स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों का यह भी निर्देश है कि निजी स्वास्थ्य संस्थान द्वारा ऐसे व्यक्ति जिन्हें टीबी है, चिन्हित किया जाता है तो उन्हें भी निक्षय पोर्टल पर रजिस्टर किया जाये. इससे रोगियों को योजनाओं के लाभ मिलने में सहुलियत होगी.

जनवरी माह में मिले 540 टीबी के रोगी

टीबी विभाग से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक इस वर्ष के जनवरी माह में जिला में 540 टीबी मरीजों को चिन्हित किया गया. इनमें सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में 256 टीबी मरीजों को चिन्हित किया गया, जबकि निजी स्वास्थ्य संस्थानों में जांच के क्रम में 284 लोग टीबी से ग्रसित पाये गये. शेरघाटी प्रखंड में 46, सदर प्रखंड में 277, मानपुर में 24, इमामगंज में 28, फतेहपुर में 29, आमस में 10, बोधगया में 22, गुरारू में नौ, टिकारी में 15, डोभी में आठ, अतरी में चार, बाराचट्टी में सात, मोहनपुर में 10, गुरुआ में नौ, परैया में पांच, बेलागंज में दस, वजीरगगंज में नौ, खिजरसराय में छह, टनकुप्पा में चार, डुमरिया में तीन, मोहरा में दो तथा नीमचक बथानी, बांकेबाजार तथा कोंच प्रखंड में एक—एक लोग टीबी मरीज के रूप में चिन्हित किये गये हैं. टीबी मरीजों को चिन्हित करने के लक्ष्य का 74 प्रतिशत प्राप्त किया गया. टीबी मरीजों को एचआईवी संक्रमण का बड़ा खतरा रहता है. इसे देखते हुए सभी टीबी मरीजों का एचआईवी जांच भी किया जाता है. जनवरी माह में कुल चिन्हित टीबी मरीजों में से दो ऐसे टीबी मरीजों को भी चिन्हित किया गया जिन्हें एचआईवी से संक्रमित हैं.

क्या कहते हैं टीबी नोडल अधिकारी

जिला संचारी रोग पदाधिकारी सह टीबी नोडल अधिकारी डॉ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि अन्य राज्यों से होली में प्रवासी मजदूर वापस अपने घर आयेंगे. इस बीच टीबी जांच की प्रक्रिया को और अधिक गति देते हुए टीबी रोगियों को चिन्हित करने का काम किया जायेगा. कई मरीज टीबी के इलाज कराने के बाद मजदूरी के लिए बाहर चले जाते हैं. ऐसे लोगों को भी चिन्हित करते हुए स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली जायेगी. निजी स्वास्थ्य संस्थानों को भी कहा गया हे कि यदि टीबी के मरीज मिलते हैं तो उसका रजिस्ट्रेशन निक्षय पोर्टल पर अवश्य करें ताकि उन्हें सरकारी लाभ दिलाया जा सके.

एसएसबी 29वी वाहिनी इ कंपनी बीबीपेसरा के द्वारा जाली नोट के साथ तस्कर को किया गिरफ्तार

गया/बाराचट्टी। सशस्त्र सीमा बल 29वी वाहिनी गया के कमांडेंट श्री एच. के गुप्ता के निर्देशानुसार ई कंपनी बीबीपेसरा के कंपनी कमांडर असिस्टेंट कमांडेंट श्री राम वीर कुमार एवं मोहनपुर थाना के नेतृत्व में एसएसबी और मोहनपुर पुलिस ने संयुक्त टीम गठित कर 29 वी वाहिनी आसूचना शाखा एवं मिलिट्री इंटेलिजेंस दानापुर के गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार की शाम में जाली नोट के तस्कर को गिरफ्तार किया जिसका पहचान धर्मेंद्र यादव के रूप हुआ है।

उसे मोहनपुर थाना अंतर्गत गांव बड़की बिहिया पास भारतीय जाली मुद्रा का साथ 36500 रु के साथ गिरफ्तार किया गया। इस अभियान महत्वपूर्ण सफलता सशस्त्र सीमा बल की कंपनी कमांडर तथा मोहनपुर पुलिस को मिली है lकंपनी कमांडर महोदय ने बताया कि जाली नोट तस्कर को पकड़ने के बाद पूछताछ किया जा रहा है और उस तस्करी में संलिप्त अन्य तस्करों को मोहनपुर पुलिस द्वारा अभियान चला कर खोज किया जा रहा है।पकड़े गएअपराधी को आगे की कार्रवाई के लिए मोहनपुर थाना में सुपुर्द किया गया है।

रिपोर्ट: संजय सुमन केशरी।

गया कॉलेज गया के शिक्षा शास्त्र विभाग में व्याख्यानमाला का आयोजन, संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया शुभारंभ

गया। गया कॉलेज गया के शिक्षा शास्त्र विभाग में व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। इस दौरान व्याख्यानमाला का विधिवत उद्घाटन गया कॉलेज गया के शिक्षाशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ धनंजय धीरज, मुख्य वक्ता दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रोफेसर रवि कांत, सहायक व्याख्याता अमरेंद्र कुमार, डॉ सदरे आलम, डॉ आर.एन प्रियदर्शनी, निखत परवीन व अजय शर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.

विषय प्रवेश करते हुए डॉ धीरज ने कहा कि वर्तमान युग में समाज को ऐसे शिक्षकों की आवश्यकता है जो भावनाओं से भरे हुए हो और तकनीकी ज्ञान से भी लैस हो. वर्तमान पीढ़ी में जिस प्रकार से भावनाओं और संवेदनाओं का अभाव देखा जा रहा है वह शिक्षक वर्ग के लिए चिंता का कारण है और शिक्षा के प्रचार-प्रसार में तकनीकी एक उत्तम माध्यम है इससे भी इनकार नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहां कि आज समय की मांग है कि भावनाओं और तकनीक के समावेश से जो ज्ञान निकलेगा, वह अमृत के समान होगा. मुख्य वक्ता डॉ रवि कांत ने कहा कि वर्तमान समय में आवश्यकता इस बात की है कि शिक्षकों को विषय ज्ञान के साथ-साथ टेक्नोलॉजी के ज्ञान से भी लैस होना होगा और इतना ही नहीं.

टेक्नोलॉजी से संबंधित ज्ञान को संधारित और संरक्षित करने के साथ-साथ उसे समय-समय पर हो रहे वैश्विक परिवर्तनों से अवगत होना और उस ज्ञान को उन्नत करना भी है. साथ ही साथ शिक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी से संबंधित प्रतिदिन हो रहे नवाचारी प्रयोगों से भी एक शिक्षक को अवगत होना होगा और भविष्य को देखते हुए कक्षा सहभागिता का प्रारूप गढ़ना होगा. कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापिका डॉ आर एन प्रियादर्शनि ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डॉ सदरे आलम ने किया।

गया पुलिस ने तीन दहेज हत्यारोपी को किया गिरफ्तार, शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी

गया। गया के एसएसपी आशीष भारती ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मऊ ओपी टिकारी थाना कांड संख्या 68/23 में फरार चल रहे तीन दहेज हत्यारोपी को गिरफ्तार किया गया है।

एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि बीते 22 जनवरी 2023 को मऊ ओपी टिकारी थाना अंतर्गत वादी अखिलेश यादव, पिता स्वर्गीय सुखाड़ी यादव, ग्राम खुरवर, थाना अलीपुर द्वारा इनकी पुत्री रूबी देवी की ससुराल वालों ने दहेज को लेकर हत्या कर दिए जाने का लिखित आवेदन देकर कांड को दर्ज कराया था, जिस मामले में अति शीघ्र करवाई हेतु मऊ ओपी टिकारी थानाध्यक्ष को गिरफ्तार करने का निर्देशित किया गया।

जिसके बाद पुलिस ने इस कांड में अग्रिम कार्रवाई करते हुए कांड के अभियुक्त परदेसी यादव उर्फ संजय यादव, अंतरदेसी यादव उर्फ विनोद यादव, लक्ष्मण यादव उर्फ बिट्टू यादव तीन दहेज हत्यारोपी को गिरफ्तार किया गया है। साथ हो इस घटना में शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

बालू लदे ट्रैक्टर को पकड़कर छोड़े जाने के मामले में नपे टनकुप्पा थानाध्यक्ष, एएसआई समेत चौकीदार सर्किल, एसएसपी ने किया सस्पेंड

गया : जिले के टनकुप्पा थाना द्वारा बालू लदे ट्रैक्टर को पकड़ कर बिना करवाई किए हुए छोड़ देने की मामले में सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो की सत्यता की जांच किए जाने के बाद वजीरगंज अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के अनुशंसा पर विरूद्ध सत्य पाये जाने के पश्चात टनकुप्पा थानाध्यक्ष संजय कुमार, एएसआई सुभाषचन्द्र पासवान, चौकीदार सर्किल-04 सत्येन्द्र कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसकी जानकारी एसएसपी आशीष भारती ने दी है।

एसएसपी ने बताया कि बालू लदे ट्रैक्टर को बिना कार्रवाई किए छोड़ दिए जाने से संबंधित ऑडियो वायरल होने के बाद सत्यता की जांच कराई गई जिसमें सत्य पाए जाने पर निलंबित किया गया है और इनका मुख्यालय पुलिस केन्द्र, गया बनाया गया है।

एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि अनुशासनिक कारवाई के विरुद्ध स्पष्टीकरण की मांग की गई है जिसके प्राप्त होने के उपरांत आगे की कार्रवाई की जायेगी।

श्रवण श्रुति कार्यक्रम की मदद से बच्चे को लगाया गया कॉकलियर इंप्लांट, ऋृशभ के माता पिता को उम्मीद, बच्चा देगा उनकी आवाज पर प्रतिक्रिया

गया : ऋृशभ की उम्र पांच साल हो रही है. बीते पांच साल में ना तो वह एक शब्द सुन सका और ना ही समझ सका. इन सालों में उसके मा​ता—पिता को यही उम्मीद रही कि उनका बच्चा उन्हें कब पुकारेगा, अपनी प्रतिक्रिया देगा फिर भी आस बुझी सी रही. लेकिन अब श्रवणश्रुति प्रोजेक्ट की मदद से माता—पिता के चेहरे पर उम्मीद की किरण है. श्रवणश्रुति कार्यक्रम की मदद से ऋृशभ के कानों की सर्जरी कर कॉकलियर इंप्लांट किया गया है. 

बता दें कि श्रवणश्रुति कार्यक्रम की मदद से कम सुनने वाले या बहरेपन के शिकार बच्चों के कानों की जांच कर उनका आवश्यक ईलाज किया जाता है.

जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम द्वारा इस कार्यक्रम का विशेष तौर पर अनुश्रवण कर कॉकलियर इंप्लांट कराये बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी लिया जा रहा है. सर्जरी कराये बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य की कामना की है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया है कि कार्यक्रम की पहुंच को अधिक से अधिक बच्चों तक बढ़ायी जाये तकि कम सुनने वाले या बहरेपन के शिकार बच्चों को इस कार्यक्रम का पूरा लाभ मिल सके.

श्रवणश्रुति की मदद से हुआ कॉकलियर इंप्लांट

मोहनपुर प्रखंड के गुरियावां गावं के बैरागीटांड टोला निवासी और ऋृशभ के पिता चंद्रदीप दास बताते हैं कि उनका बच्चा जब छह माह का हुआ तब पाया कि पुकारने के बावजूद या किसी प्रकार के आवाज देने पर उनका बच्चा प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है. कई निजी डॉक्टरों से मिलने पर पता चला कि इसके लिए सर्जरी की जाती है जिसमें काफी खर्च है. पैसे नहीं होने की मजबूरी के कारण ईलाज में बाधा आ रही थी. इस बीच जब एक दिन वह मोहनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गये थे जहां उन्होंने अपने बच्चे के बारे में डॉ इम्तेयाज और डॉ सुबोध से चर्चा की. 

इस चर्चा के दौरान ​डॉक्टरों ने उन्हें प्रभावती अस्पताल स्थित जिला अर्ली इंटरवेंशन सेंटर से संपर्क करने की बात बतायी. वहां जाने पर बच्चे के आवश्यक जांच के बाद बताया गया कि इसका कानपुर में सर्जरी किया जा सकेगा. इसके बाद जांच व ईलाज करने की प्रक्रिया प्रारंभ हुई. वह बताते हैं कि शुरुआती जांच के बाद कानुपर भेजा गया जहां बच्चे के कानों की सर्जरी की गयी. फिलहाल बच्चा पूर्व की तुलना में आवाज को थोड़ा—थोड़ा आभास कर पा रहा है. उनका कहना है कि इस कार्यक्रम की मदद से उन्हें आर्थिक तौर पर बड़ी मदद मिली है और इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद दिया है. 

बच्चों का चिन्हित कर किया जा रहा ईलाज

डीपीएम ​नीलेश कुमार ने बताया कि वर्तमान में अब जिला में लगभग नौ बच्चों का कॉकलियर इंप्लांट किया गया है. इसमें होने वाले सभी प्रकार के आवश्यक खर्च स्वास्थ्य विभाग द्वारा वहन किये जाते हैं. ऐसे कई बच्चों को चिन्हित करते हुए सूचीबद्ध किया जा रहा है. उनकी आवश्यक जांच के बाद डॉक्टरी सलाह के अनुसार कॉकलियर इंप्लांट किया जाता है.