मणिशंकर अय्यर की बेटी के एनजीओ पर केंद्र सरकार की बड़ी कार्रवाई, एफसीआरए लाइसेंस किया गया सस्पेंड

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केंद्र सरकार ने बड़ा कार्रवाई करते हुए ‘पब्लिक पॉलिसी थिंक टैंक’ सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (सीपीआर) का फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (एफसीआरए) लाइसेंस निलंबित कर दिया है।पिछले साल सितंबर में सीपीआर और ऑक्सफैम इंडिया पर इनकम टैक्स सर्वे के बाद लाइसेंस की जांच चल रही थी। बता दें कि कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की बेटी यामिनी अय्यर दिल्ली स्थित इस एनजीओ की अध्यक्ष और सीईओ हैं।

सीपीआर पिछले साल सितंबर में आयकर सर्वेक्षण और ऑक्सफैम इंडिया के बाद जांच के दायरे में था। पिछले साल सिंतबर में हुई आईटी की छापेमारी के बाद सूत्रों की ओर से दावा किया गया था कि सीपीआर ने राजनीति दलों के लिए करोड़ो रुपए का चंदा इकट्ठा किया है। इस दौरान पता चला था कि इसी चंदे के नाम पर करोड़ो रुपए की टैक्स चोरी की गई थी।

इससे पहले ऑक्सफैम का एफसीआरए लाइसेंस पिछले साल जनवरी में निलंबित कर दिया गया था, जिसके बाद एनजीओ ने गृह मंत्रालय में एक पुनरीक्षण याचिका दायर की थी। अधिकारियों ने कहा कि हाल ही में एफसीआरए मानदंडों का पालन नहीं करने का हवाला देते हुए सीपीआर का लाइसेंस रद्द कर दिया गया। एफसीआरए के तहत दिए गए लाइसेंस के निलंबन के साथ सीपीआर विदेश से कोई धन प्राप्त नहीं कर पाएगा।

*भारत की ब्रिटेन को दो टूक, एस जयशंकर ने कहा-बीबीसी को भी मानना होगा हमारे देश का कानून*

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जी20 सदस्यों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने यहां बुधवार को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बीबीसी के भारत स्थित कार्यालयों में आयकर विभाग के सर्वेक्षणों का मुद्दा उठाया। जिसका डॉ. जयशंकर ने दो टूक जवाब दिया।भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने उन्हें साफ किया है कि भारत में जो भी संस्था काम करेगी, उसे देश का कानून मानना ही होगा, चाहे वह कोई भी हो।

बीबीसी दफ्तरों की हुई थी तलाशी

बता दें कि, बीबीसी के दिल्ली और मुंबई स्थित दफ्तरों की इनकम टैक्स के अधिकारियों ने तलाशी ली थी। 14 फरवरी को शुरू हुआ सर्वे अभियान तीन दिनों तक चला था। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने बताया है कि बीबीसी ने इंटरनैशल टैक्स में घपला किया है। बीबीसी पर इस कार्रवाई का मुद्दा ब्रिटिश संसद में भी उठा था। तब ब्रिटेन की सरकार और विपक्षी लेबर पार्टी ने बीबीसी का बचाव करते हुए इनकम टैक्स सर्वे पर चिंता जाहिर की थी। 

पहले डॉक्युमेंट्री को लेकर मचा था बवाल

इनकम टैक्स सर्वे से पहले बीबीसी ने 2002 गुजरात दंगों पर एक डॉक्युमेंट्री रिलीज की थी। बीजेपी ने इसे भारत के खिलाफ दुष्प्चार करार दिया। India: The Modi Question नाम से जारी इस डॉक्युमेंट्री पर भारत में पाबंदी लगा दी गई। विपक्षी दलों और कई संस्थाओं ने भारत सरकार के इस कदम की कड़ी आलोचना की। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया और वहां भी सुनवाई हुई। तभी 14 फरवरी को बीबीसी के ऑफिसों में इनकम टैक्स सर्वे शुरू हो गया।

*जेल में बंद अतीक अहमद को सता रहा एनकाउंटर का डर, खटखटाया सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा*

#atiq_ahmed_filed_a_petition_in_supreme_court_regarding_his_security 

गुजरात के साबरमती जेल में बंद बाहुबली अतीक अहमद ने अपनी सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई है। अतीक अहमद ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर कर कहा है कि उसे यूपी में दर्ज मामले की सुनवाई के लिए गुजरात से बाहर ना भेजा जाए, उसकी सुरक्षा और जान को खतरा है।

अतीक अहमद के वकील हनीफ खान की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में यह याचिका की गई है। याचिका में अहमदाबाद जेल से यूपी की जेल में प्रस्तावित ट्रांसफर का विरोध किया गया है। कहा गया है कि यूपी सरकार के कुछ मंत्रियों के बयान से ऐसा लगता है कि उनका फर्जी एनकाउंटर किया जा सकता है। अगर, यूपी भी लाया जाए तो सेंट्रल फोर्स की सुरक्षा में लाया जाए। दरअसल, योगी सरकार के मंत्री जेपीएस राठौड़ का एक बयान हाल ही में सामने आया था, जिसमें जेपीएस राठौड़ ने विकास दुबे की ओर इशारा करते हुए कहा था कि गाड़ी पलट सकती है।

इधर, प्रयागराज में जफर खालिद अहमद की अवैध संपत्ति पर पीडीए का बुलडोजर चला। जफर, बाहुबली अतीक अहमद का बेहद करीबी माना जाता है। अतीक का पूरा परिवार जफर के घर पर ही रहता था। बताया जा रहा है कि इस मकान का नक्शा पास नहीं है। इस अवैध निर्माण को पीडीए द्वारा पहले ही नोटिस दिया गया था और आज अवैध बने मकान के निमार्ण की ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की जा रही है। हालांकि, इसे उमेश पाल हत्‍याकांड से जोड़कर देखा जा रहा है।

बता दें कि 18 साल पहले प्रयागराज में हुए पूर्व बसपा विधायक राजू पाल हत्‍याकांड के मामले में ही अतीक अहमद गुजरात की जेल में बंद है। राजू पाल केस के अहम गवाह उमेश पाल पर शुक्रवार को हमलावरों ने गोलियां बरसाई थीं। इस हमले में उमेश पाल के एक गनर की भी मौत हो गई थी।उमेश पाल की हत्‍या से जुड़े कुछ सीसीटीवी फुटेज वायरल हुए थे। इनमें सात हमलावरों की शिनाख्‍त हुई थी। इनमें से शूटर अरबाज को एनकाउंटर में मारा जा चुका है। अतीक अहमद के बेटे असद, बमबाज गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, अरमान, साबिर और शाहरुख उर्फ पिंटू की तलाश में दबिश दी जा रही है। इनके अलावा घटना के वक्‍त शूटरों की क्रेटा कार चला रहा सदाकत खान पकड़ा जा चुका है।

मेघालय में मतगणना से पहले सीएम संगमा से मिले हिमंत विश्व शर्मा, समझें मुलाकात के मायने

#meghalaya_cm_conrad_sangma_meet_himanta_biswa_sarma 

पूर्वोत्तर के तीन राज्यों- नागालैंड, मेघालय और त्रिपुरा में किसके हाथ बाजी लगेगी यह 2 मार्च यानी गुरूवाक को साफ हो जाएगा। इससे पहले मंगलवार की रात गुवाहाटी में असम के मुख्यमंत्री और भाजपा की अगुआई वाली नॉर्थ ईस्ट डेवलपमेंट अलायंस के मुखिया हिमंत बिस्व सरमा ने मेघालय के मुख्यमंत्री और एनपीपी के मुखिया कोनराड संगमा से मुलाकात की। ये मुलाकात तब हुई है जब तमाम एग्जिट पोल्स के अनुसार, नागालैंड और त्रिपुरा में जहां एनडीए की सरकार बनने की अधिक संभावना है, वही मेघालय में बीजेपी काफी पिछड़ती नजर आ रही है।

न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने गुवाहाटी पहुंचकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा से मुलाकात की है। खबर है कि दोनों नेताओं की मुलाकात गुवाहाटी के एक होटल में मंगलवार रात को हुई। खबर है कि हिमंत बिस्व सरमा उनसे मिलने के लिए होटल आए थे।

बता दें कि चुनाव के बाद आए एग्जिट पोल्स में मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा बनने तथा संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने के अनुमान जताए गाए हैं। ऐसे में दोनों नेताओं की यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस हालात में एकबार फिर सत्ता में काबिज होने के लिए बीजेपी एक्टिव हो गई है। 

बता दें कि एनपीपी के नीत मेघालय लोकतांत्रिक गठबंधन (एमडीए) के हिस्से के रूप में भाजपा और एनपीपी मेघालय में पिछले पांच वर्षों से सरकार चला रही हैं, लेकिन दोनों दलों ने अकेले-अकेले चुनाव लड़ा था। चुनाव से पहले इन दोनों दलों ने अलग रास्ते चुन लिए और दोनों दलों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा।

भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन ब्लास्ट मामलाःसात आतंकियों को फांसी की सजा, एक को उम्रकैद

#bhopal_ujjain_passenger_train_blast_case 

भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन विस्फोट मामले में एनआईए की विशेष अदालत ने आठ में से सात आरोपियों को मौत की सजा सुनाई है। वहीं, एक को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। 24 फरवरी को एनएआई कोर्ट ने इन आतंकियों को दोषी ठहराया गया था। इससे पहले, लखनऊ की अदालत ने ट्रेन ब्लास्ट मामले में सभी आठों आरोपियों को दोषी करार दिया है।

एनआईए कोर्ट ने आईएसआईएस आतंकी मोहम्मद फैसल, गौस मोहम्मद खान, मोहम्मद अजहर, अतीक मुजफ्फर, मोहम्मद दानिश, मोहम्मद सैय्यद मीर हुसैन और आसिफ इकबाल उर्फ रॉकी को फांसी की सजा सुनाई है। वहीं मोहम्मद आतिफ उर्फ आसिफ ईरानी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। बता दें कि ट्रेन बम ब्लास्ट केस में कुल 9 आतंकी दोषी ठहराए गए थे। इनमें एक आतंकी सैफुल्ला लखनऊ के काकोरी में मुठभेड़ में मारा गया था।

7 मार्च 2017 की सुबह हुआ था धमाका

बता दें कि, भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में सात मार्च 2017 की सुबह 9:38 बजे बम विस्फोट हुआ था। उस वक्त ट्रेन मध्यप्रदेश के जबड़ी रेलवे स्टेशन के पास पहुंची थी। इसमें 8 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। 14 मार्च 2017 को केंद्र की मोदी सरकार ने इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी था।

पुष्पक एक्सप्रेस में बम लगाना चाहते थे आरोपी

घटना के करीब 20 दिन बाद, जांच एजेंसी ने उन सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जिन्होंने खुलासा किया कि उनका टारगेट लखनऊ-भोपाल पुष्पक एक्सप्रेस था।गिरफ्तार किए गए लोगों में से दो, आतिफ मुजफ्फर और सैयद मीर हुसैन ने एनआईए को बताया था कि उन्होंने पुष्पक एक्सप्रेस में विस्फोटक से भरे बैग के साथ यात्रा की थी, लेकिन भारी भीड़ और 'सतर्क यात्रियों' के कारण वो बम प्लांट नहीं कर पाए थे। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ट्रेन में बम लगाने में नाकाम रहने के बाद वे 7 मार्च की सुबह भोपाल रेलवे स्टेशन पर उतर गए। तीसरे गिरफ्तार आतिफ और मोहम्मद दानिश ने आखिरी समय में उज्जैन के लिए रवाना होने वाली यात्री ट्रेन में विस्फोटक रखने का फैसला किया था।

आईएसआईएस के इशारे पर धमाके की रची साजिश

आतंकी सैय्यद मीर हुसैन, मोहम्मद दानिश और आतिफ मुजफ्फर भोपाल सेंट्रल जेल में बंद हैं। इन्हें घटना के बाद मध्यप्रदेश की पिपरिया पुलिस ने पकड़ा था। इन तीनों के इनपुट पर कानपुर से फैसल खां, इमरान और इटावा से फकरे आलम को पकड़ा गया था। वहीं, गौस मोहम्मद खान लखनऊ जेल में है। एटीएस अफसरों के मुताबिक, ये सभी आईएसआईएस से जुड़े थे। आईएसआईएस के कहने पर मोहम्मद फैसल, मोहम्मद दानिश, आतिफ, सैफुल्ला और अजहर ने पैसेंजर ट्रेन में धमाका करने की साजिया रची थी।

सौरभ भारद्वाज और आतिशी मार्लेना लेंगी सिसोदिया-सत्येंद्र की जगह, केजरीवाल ने एलजी को भेजे नाम

#arvind_kejriwal_sent_names_of_saurabh_bhardwaj_and_atishi_to_delhi_lg 

दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने 20 फरवरी को अपना इस्तीफा सीएम अरविंद केजरीवाल को सौंपा जिसे स्वीकार कर लिया गया है। इस बीच खबर आ रही है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उप-राज्यपाल को मंत्री पद के लिए 2 नए नाम भेजे हैं।बताया जा रहा है कि एलजी को भेजे गए पत्र में केजरीवाल ने सौरभ भारद्वाज और आतिशी का नाम है। हालाँकि, इस दावे की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।समाचार एजेंसी एएनआई ने यह जानकारी बुधवार को सूत्रों के हवाले से दी है।

एक दिन पहले आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता, सौरभ भारद्वाज ने भी कहा था कि, सीएम ने इस्ताफा मंजूर कर लिया है। उन्होंने इस्तीफा इसलिए दिया, क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि दिल्ली का काम रुक जाए और लोग इसका परिणाम भुगते। दो नए लोगों को कैबिनेट में जगह दी जाएगी। इस स्थिति को प्रैक्टिकली सुलझाना होगा। जब सत्येंद्र जैन नहीं थे, तब सिसोदिया जी ने उनका काम संभाला। अब उन्हें एक साजिश के तहत जेल भेजा गया है, इसलिए पार्टी ने यह निर्णय लिया ताकी काम जारी रहे।

बता दें कि दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने सोमवार दोपहर को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया था। इस दौरान जाँच एजेंसी ने सीबीआई के स्पेशल जज एमके नागपाल से सिसोदिया की 5 दिन की कस्टडी माँगी थी। सुनवाई के बाद कोर्ट ने सिसोदिया को 4 मार्च तक की रिमांड पर भेज दिया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट द्वारा सिसोदिया को गिरफ्तारी से राहत देने से कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने उनको हाईकोर्ट जाने की सलाह दी थी।

उमेश पाल हत्याकांड में चला “बाबा” का बुलडोजर, प्रयागराज में गैंगस्टर अतीक अहमद के करीबी आरोपियों की संपत्तियों को कि जा रहा ध्वस्त

#umesh_pal_murder_case_raid_in_lucknow_bulldozer_action_in_prayagraj 

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड को लेकर माहौल गर्म है। विपक्ष कानून- व्यवस्था को लेकर सरकार पर सवाल उठाया रहा है। वहीं दूसरी तरफ उमेश पाल की हत्या के आरोपियों पर शिकंजा कसता जा रहा है। इस मामले में बुलडोजर एक्शन शुरू हो गया है। एएनआई के मुताबिक हत्याकांड के मुख्य आरोपी और पूर्व सांसद अतीक अहमद के करीबियों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी कर ली गई है। आरोपी जफर अहमद और अतीक अहमद की पत्नी का घर की गिराने की तैयारी जारी है

उमेश पाल मर्डर केस के आरोपी के घर पर पहुंचे बुलडोजर ने शाइस्ता परवीन और अतीक अहमद के परिवार के करीबी जफर अहमद के घर के दरवाजों को तोड़ दिया है। जफर अहमद के घर पर पहुंची बुलडोजर के साथ प्रशासन की टीम ने घर से सामान निकालने का सिलसिला शुरू किया। अभी दीवार के बाहर के हिस्से को तोड़ा जा रहा है। इसके बाद भवन के अन्य भाग को भी तोड़ने की तैयारी है। प्रयागराज बुलडोजर एक्शन को लेकर भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। सामान निकाले जाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद बुलडोजर एक्शन शुरू होने की बात कही जा रही है।

वहीं दूसरी तरफ उमेश पाल हत्याकांड को लेकर प्रयागराज पुलिस की एक टीम ने माफिया अतीक अहमद के लखनऊ स्थित फ्लैट पर छापा मारा। प्रयागराज में वारदात के बाद शूटरों के इसी अपार्टमेंट में रुकने की बात सामने आई थी। प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या का मुख्य आरोपी अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को बनाया गया है। असद की तलाश में अतीक के ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। इस क्रम में पुलिस उसके लखनऊ के महानगर इलाके में स्थित यूनिवर्सल अपार्टमेंट में आवास पर पहुंची थी। माफिया डॉन के फ्लैट पर ताला लगा था। पुलिस ने इस दौरान पार्किंग में खड़ी अतीक की लग्जरी गाड़ियां कब्जे में ले लीं।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा, भारत या विदेश में उच्चतम स्तर की Z+ सुरक्षा कवर करने की पूरी लागत मुकेश अंबानी ही वहन करेंगे


सुप्रीम कोर्ट ने जानेमाने उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनके परिवार के सदस्यों को उच्चतम स्तर की Z+ सुरक्षा कवर प्रदान करने का निर्देश दिया है। यह सुरक्षा कवर उन्हें पूरे पूरे भारत और विदेशों में दिया जाएगा। कोर्ट ने कहा कि भारत या विदेश में उच्चतम स्तर की Z+ सुरक्षा कवर प्रदान करने की पूरी लागत उनकी ओर से वहन की जाएगी।

न्यायमूर्ति कृष्ण मुरारी और न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्ला की पीठ ने कहा कि जब मुकेश अंबानी और उनका परिवार भारत के भीतर है तो महाराष्ट्र राज्य और गृह मंत्रालय को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करनी है। जब वे विदेश यात्रा कर रहे हैं तो गृह मंत्रालय यह सुनिश्चित करेगा।

यह देखते हुए कि अंबानी परिवार को प्रदान की गई सुरक्षा का मुद्दा देश के विभिन्न हिस्सों में मुकदमेबाजी का विषय है, पीठ ने विवादों को शांत करने के लिए वर्तमान आदेश पारित किया। पीठ ने यह आदेश बिकास साहा नाम व्यक्ति की ओर से दायर एक आवेदन में पारित किया।

इस याचिका में त्रिपुरा उच्च न्यायालय के उन अंतरिम आदेशों को चुनौती दी गई थी, जिनमें गृह मंत्रालय को मुकेश अंबानी, उनकी पत्नी नीता अंबानी और उनके बच्चों आकाश, अनंत और ईशा के संबंध में खतरे की धारणा के बारे में मूल फाइलें पेश करने का निर्देश दिया गया था। उच्च न्यायालय ने निर्देश दिया था कि गृह मंत्रालय का एक अधिकारी 28 जून, 2022 को सीलबंद लिफाफे में संबंधित फाइलों के साथ उसके समक्ष पेश होना चाहिए।

जून 2022 में न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की सुप्रीम कोर्ट की अवकाशकालीन पीठ ने फाइलों को पेश करने के लिए उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेशों पर रोक लगा दी थी। 22 जुलाई 2022 को सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच ने अपने साथ-साथ त्रिपुरा उच्च न्यायालय के समक्ष याचिका को बंद करना उचित समझा था। इसने उस रिट याचिका को बंद कर दिया जिसमें केंद्र सरकार को निर्देश दिया गया कि वह अंबानी परिवार को उनके खर्च पर पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करे।

आसमान से आग बरसा रहा सूरज, भारत में 1877 के बाद से इस साल का सबसे गर्म महीना बन गया फरवरी, ग्लोबल वार्मिंग से जोड़ रहा मौसम विभाग


इस साल अभी से गर्मी ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है। जहां हर साल फरवरी में लोगों को ठंड का अहसास होता था, वहीं इस बार सूरज आसमान से आग उगल रहा है। इस बीच, भारत में 1877 के बाद से इस साल का सबसे गर्म महीना फरवरी दर्ज किया गया। मौसम विभाग मे मंगलवार को ग्लोबल वार्मिंग से जोड़ते हुए यह जानकारी दी। मौसम विभाग के मुताबिक, फरवरी में भारतीय क्षेत्र का औसत अधिकतम मासिक तापमान बढ़कर 29.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है।

आने वाले महीने और झुलसाएंगे

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को अगले महीने यानी मार्च को लेकर भी संभावना जताई है। मौसम विभाग ने कहा कि मार्च में देश के अधिकांश हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रहने की उम्मीद है, जबकि दक्षिणी प्रायद्वीप और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम हो सकता है।

आईएमडी के हाइड्रोमेट और एग्रोमेट एडवाइजरी सर्विसेज के प्रमुख एस सी भान ने मौसम की दशाओं को लेकर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मार्च में लू की संभावना कम है, लेकिन देश के अधिकांश हिस्सों में अप्रैल और मई में मौसम की चरम स्थिति लोगों को परेशानी में डालेगी।

फरवरी हुई गर्म

इस दौरान फरवरी में गर्मी को लेकर कहा कि इस साल फरवरी में मासिक औसत अधिकतम तापमान 1877 के बाद से सबसे अधिक दर्ज किया गया है। वहीं, 1901 के बाद से इस फरवरी के दौरान भारतीय क्षेत्र में मासिक औसत न्यूनतम तापमान पांचवीं बार सबसे अधिक दर्ज किया गया। 

इस दौरान भान ने ग्लोबल वार्मिंग को लेकर चेतावनी देते हुए कहा कि पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग के दौर में रह रही है। हम रोज गर्म होती दुनिया में रह रहे हैं।

मार्च में बारिश का औसत सामान्य रहने की उम्मीद 

भान ने कहा कि देश भर में बारिश का औसत मार्च में सामान्य (लंबी अवधि के औसत का 83-117 प्रतिशत) रहने की संभावना है। 1971-2020 के आंकड़ों के आधार पर मार्च के दौरान पूरे देश में वर्षा का एलपीए लगभग 29.9 मिमी है। उन्होंने कहा कि उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश क्षेत्रों, पश्चिम-मध्य भारत और पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने की उम्मीद है। प्रायद्वीपीय भारत के अधिकांश हिस्सों, पूर्व-मध्य भारत और पूर्वोत्तर भारत के कुछ अलग-थलग इलाकों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।

कर्नाटक में AAP को झटका, चुनाव से पहले BJP में शामिल हुए भास्कर राव, बोले- मंत्रियों का जेल जाना शर्मनाक, 11 महीने पहले हुए थे AAP में शामिल


 कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को झटका लगा है। बेंगलुरु पुलिस के कमिश्नर रहे और AAP नेता भास्कर राव ने अपनी पार्टी को अलविदा कह दिया है। इसके साथ ही भास्कर राव ने राज्य की सत्ताधारी पार्टी भाजपा का दामन थाम लिया है।

AAP पर साधा निशाना

भास्कर राव ने एक मार्च को भाजपा की सदस्यता ली। इस दौरान उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कटील भी मौजूद थे। पत्रकारों को संबोधित करते हुए भास्कर राव ने AAP पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि AAP में पारदर्शिता की कमी है। इसे एक बहुराष्ट्रीय कॉरपोरेशन की तरह चलाया जाता है। भ्रष्टाचार से लड़ने के नाम पर चंदा इकट्ठा किया जाता है।

AAP के मंत्रियों का जेल जाना शर्मनाक

भास्कर राव ने ये भी कहा कि AAP का विकास अब नहीं हो सकता है। पूरी पार्टी एक मंडली के हाथों में है। पार्टी में स्पष्टता की कमी है। भास्कर ने ये भी कहा कि AAP के दो मंत्रियों का जेल जाना शर्मनाक है। बता दें कि सीबीआई ने हाल ही में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को कथित आबकारी घोटाले में गिरफ्तार किया है। वहीं, मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूर्व मंत्री स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में हैं।

AAP के मंत्रियों का जेल जाना शर्मनाक

भास्कर राव ने ये भी कहा कि AAP का विकास अब नहीं हो सकता है। पूरी पार्टी एक मंडली के हाथों में है। पार्टी में स्पष्टता की कमी है। भास्कर ने ये भी कहा कि AAP के दो मंत्रियों का जेल जाना शर्मनाक है। बता दें कि सीबीआई ने हाल ही में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को कथित आबकारी घोटाले में गिरफ्तार किया है। वहीं, मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूर्व मंत्री स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में हैं

पीएम मोदी से प्रेरित

भास्कर राव ने बताया कि वह पीएम मोदी से काफी प्रेरित हैं। उन्होंने कहा कि वह पीएम के कामों को देखकर बीजेपी में शामिल हुए। मुझे लगता है कि मैं भाजपा में अधिक योगदान दे सकता हूं। पीएम मोदी के विजन ने मुझे पार्टी में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।

11 महीने पहले हुए थे AAP में शामिल

बता दें कि भास्कर राव 11 महीने पहले बीते साल चार अप्रैल को ही AAP में शामिल हुए थे। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भास्कर राव को पार्टी की सदस्यता दिलाई थी। भास्कर राव का पार्टी छोड़ना AAP के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।