अपनी 21 सूत्री मांगो को लेकर सड़क पर उतरा ECR कर्मचारी यूनियन, महाप्रबंधक कार्यालय, हाजीपुर के समक्ष किया विशाल प्रदर्शन

पटना : ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन हाजिपुर द्वारा औल इण्डिया रेलवे मेंस फेडरेशन एवं जे एफ आर ओ पी एस के आह्वान पर एन पी एस समाप्त कर पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने सहित 27 सुत्री मांगों को लेकर महाप्रबंधक पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर के समक्ष विशाल प्रदर्शन साथी एसएम पी श्रीवास्तव महामंत्री ईसीआर के यू के नेतृत्व में किया गया। 

इस प्रदर्शन में मुख्य वक्ता ए आई आर एफ के महामंत्री श्री शिवगोपाल मिश्रा जी उपस्थित थे। इस प्रदर्शन में हाजिपुर जोन के पांचों मंडलों के 53 शाखाओं के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने पूरे जोश एवं उमंग के साथ भाग लिया। 

प्रदर्शनकारियों ने बताया कि उनकी मुख्य मांगों में 

1/ भारतीय रेल के मौदरीकरण एवं निजीकरण पर रोक

2/ महिला कर्मचारियों के चाइल्ड केयर लीव के द्वितीय वर्ष में पूर्ण वेतन भुगतान की व्यवस्था की जाए

3/ सभी महिला कर्मचारियों को उनके कार्यस्थल पर दिन प्रतिदिन जरूरत की सुविधा जैसे महिला टॉयलेट, लंच रूम , चेंजिंग रूम, कॉमन रूम, बच्चों के लिए कैंच आदि की सुविधा की जाए

4/ ब्याज दरों में भारी कमी के मद्देनजर सेवानिवृत्त रेल कर्मचारियों से कमयूटेड राशि की मौजूदा वसूली अवधी को घटाकर 15 वर्ष से 12 वर्ष किया जाए

5.मुख्यालय हाजीपुर में कार्यरत कर्मचारियों को मकान किराया भत्ता पटना की दर पर भुगतान किया जाए

6. रेल आवासों की दयनीय स्थिति को देखते हुए बिना शर्त रेल आवास वीहीन कर्मचारियों को हाउस रेंट अलाउंस प्रदान किया जाए समेत 27 सुत्री मांग शामिल है और इसे लेकर यह प्रदर्शन किया गया है।

    

इस प्रदर्शन का नेतृत्व ई सी आर के यु के महामंत्री श्री एस एन पी श्रीवास्तव जी ने किया तथा इस प्रदर्शन में डी के पाण्डेय एस एस डी मिश्रा , मोहम्मद जियाउद्दीन, मनीष कुमार, ओ पी शर्मा , मृदुला कुमारी, संजय कुमार मंडल, आर के मंडल , बीपी यादव , मनोज कुमार पांडे तबस्सुम पटना शाखा के सुभाष चन्द्र सिंह विजय कुमार संतोष कुमार सिंह मीडिया प्रभारी एके शर्मा ,हरेंद्र प्रसाद सिंह, नीरज कुमार रोहित कुमार, आर एल झा, एसएम आलम, गौतम कुमार मंजय कुमार विनय कुमार , के के किकर , केके सिंह रामनाथ एस के सुमन मुकेश कुमार उमेश कुमार रवि रंजन रमेश कुमार मिश्रा युवा कार्यकर्ता महिला कार्यकता समेत बहुत सारे कार्यकता शामिल थे।

*बजट पर बोले बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष, बिहार के विकास के लिए कोई योजना नहीं

पटना : बिहार का बजट आया है। बिहार जब भी तरक्की करता है उस समय ब्रेक लगाने का काम कर दिया जाता है। यह देश तीन बार तेजी से तरक्की किया है। 1991 में जब आर्थिक सुधार लागू किया गया, 1996 में अटल जी सरकार बनने पर तथा 2014 में मोदी सरकार के आगमन के बाद जबरदस्त तरक्की किया है।

आज भाजपा प्रदेश मुख्यालय में बिहार सरकार के द्वारा पेश किये गये बजट पर प्रेसवार्ता के माध्यम से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा0 संजय जायसवाल ने कहा कि 15 वर्षो तक लालू शासन में बिहार के प्रत्येक व्यक्ति की आय 6 हजार थी। अब पूरे देश के प्रति व्यक्ति आय 1 लाख 97 हजार है तो बिहार में प्रति व्यक्ति आय 50 हजार को लेकर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार के वित्तमंत्री विजय चौधरी यह बतायें कि 10 लाख नौकरी को बजट से कहां गायब कर दिया गया। अब तक कमीशन के सर्विस को जोड़ लेंगे तब भी एक लाख नौकरी नहीं दे पा रहे हैं । बिहार के शिक्षक अपने ठगा महसूस कर रहे हैं । पूरा झूठ रचा जा रहा है। केन्द्र सरकार पंचायती राज विभाग को नल-जल का जो पैसा दिया उसे वापस किया जा रहा है। वापसी इसलिए हो रहा है कि केन्द्र राज्य सरकार के घोटाले को पकड़ लेगी। केन्द्र ने प्रत्येक व्यक्ति का 55 लीटर पानी मिल रहा है कि नहीं इसके जांच करेगी, इसीलिए नल-जल योजना के रूपये नहीं लिये जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पूरे बजट का खास तलाकशुदा महिला को 10,000 से 25,000 किया है। टीएसवीपी में लोग की रक्षा करेंगे। बगल के उत्तर प्रदेश में 12 लाख करोड़ के निवेश करके एक शब्द नहीं बोला जा रहा है। लेकिन बिहार की सरकार इतने में ही अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। उद्योग लगाये जाने के बारे में कोई योजना की चर्चा नहीं की गयी। इथनॉल के क्षेत्र में जो काम प्रारंभ हुए वह केन्द्र सरकार की सहयोग से ही शुरू हुआ, अब तो उद्योगपति भी बिहार से भागने लगे हैं।

बिहार सरकार के पूर्व उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन को आभार की उनके प्रयास से बिहार में इथनॉल सहित कई यूनिट लगे तथा अन्य उद्योग भी प्रारंभ हुए। जबकि इस बजट में उद्योग लगाये जाने के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला गया। जीएसटी के बारे में गलत बयानबाजी किये गये। जबकि 1 लाख करोड़ की राशि बिहार को जीएसटी के कारण मिलती है। पिछले सत्र के बजट में 2 लाख 37 हजार करोड़ से इस सत्र के बजट ने 2 लाख 66 हजार करोड़ रूपया किया है, अगर औसत जोड़ लीजिए तो इस साल के बजट में एक रूपया भी नहीं बढ़ा है। मार्च तक पिछले बजट का खर्च कर लेंगे इस पर भी संशय है । केन्द्र सरकार ने मत्स्यजीवियों के लिए अलग से मंत्रालय बनाया तथा बजट में उसके लिए अलग से प्रावधान किये। बिहार सरकार के बजट में इस संदर्भ में कुछ नहीं दिखा।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सभी पेंशन योजना में 1,000 रूपया दिये जाते हैं जबकि बिहार में वृद्धा पेंशन में राशि नहीं बढ़ाया गया। पीडीएस में कुछ नया नहीं जबकि उत्तर प्रदेश सरकार नमक, तेल, दाल भी मुफ्त में दे रही है। बिहार के पीडीएस में सभी सामग्री केन्द्र से मिलता है उसमें बिहार का एक रूपया नहीं लगता है। बिहार में उद्योग के प्रति कोई रूचि नहीं । यह सरकार उद्योग के नाम पर बालू- माफियाओं के द्वारा हजारो राउण्ड गोली चलवाने में तथा हत्या करवाने में पूरा समय गुजार रही है। बिहार सरकार के बजट में तलाकशुदा नारी को 10,000 से 25,000 की राशि दिये जाने तथा मदरसों के लिए 40 करोड़ रूपये दिये जाना यही खास है। इस बजट में बिहार के विकास के लिए कोई योजना नहीं है । बिहार के लोगों को ठगने का काम किया गया है।

प्रेसवार्ता में मुख्य रूप से भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संतोष पाठक, विवेकानंद पासवान, प्रेस पैनलिस्ट विनोद शर्मा, प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश कुमार सिंह, राजेश कुमार झा उपस्थित रहे।

बिहार में सीएम और सुपर सीएम तो थे ही, अब सिंगापुर से ' सुपर पॉवर' आ गए : सम्राट चौधरी


लालू के गुंडाराज के खिलाफ लड़ने वालों के लिए भाजपा का दरवाजा खुला है : सम्राट चौधरी

बिहार में दिव्यांगों को सबसे कम पेंशन, यूपी से सीखे सरकार : सम्राट चौधरी

पटना, 17 फरवरी। बिहार विधान परिषद में विपक्ष के नेता और पूर्व मंत्री ने शुक्रवार को नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में नीतीश कुमार नाम के मुख्यमंत्री हैं जबकि एक सुपर सीएम हैं अब तो सिंगापुर से सुपर पॉवर भी लौट आए हैं। 

उन्होंने दिव्यांग संघ द्वारा गांधी मैदान में अपनी मांगों के समर्थन में धरने पर बैठे लोगों का समर्थन करते हुए कहा कि आज बिहार में दिव्यांगो को कोई सुनने वाला नहीं। 

भाजपा प्रदेश कार्यालय में जनकल्याण संवाद कार्यक्रम में लोगों की समस्या सुनने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि दिव्यांगों के एक प्रतिनिधिमंडल अपनी समस्या को लेकर आया था। वे लोग गांधी मैदान में धरने पर कई दिनों से बैठे है।

 उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी दिव्यांग समाज के लिए जो कानून बनाए हैं उसे बिहार में लागू नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि आज यहां दिव्यांगों को सबसे कम पेंशन मिलता है जबकि पड़ोसी राज्य यूपी में इन्हें दो हजार रूपए प्रतिमाह दिया जाता है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार को यूपी से सीखना चाहिए। 

श्री चौधरी ने रोजगार की चर्चा करते हुए कहा कि 6776 लोगों की नियुक्ति इंजीनियर के तौर पर होनी थी, जिसे सरकार ने रद्द कर दिया। इसी तरह कर्मचारी चयन आयोग से 13 हजार लोगों की बहाली होनी थी, लेकिन इसमें भी 2 हजार लोगों को नौकरी नहीं दी गई जबकि सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई। 

सरकार लोगों को धोखे में रखकर विभागों में पदों के सृजन करने की जगह पदों को ही समाप्त कर रही है। 

भाजपा नेता ने उन जे पी सेनानियों पर निशाना साधा जो आज कांग्रेस के साथ सत्ता में हैं और पेंशन ले रहे। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को शर्म नहीं आ रही। 

उन्होंने नीतीश कुमार की समाधान यात्रा को बकवास यात्रा बताते हुए कहा कि इस यात्रा से अब लोगों को मुक्ति मिल गई। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के कारण एक महीने से राज्य के सभी कार्य ठप्प हो गए। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि एक गांव से कैसे पूरे जिले का विकास मापा जा सकता है। 

उन्होंने छपरा में तीन युवकों की पिटाई और उसमे दो युवकों की मौत की घटना की चर्चा करते हुए कहा कि अभी भी हत्यारे छूटा घूम रहे। कुर्की की खानापूर्ति की गई। उन्होंने कहा कि हत्यारों के घरों को ढाहा जाना चाहिए, जैसे यूपी में होता है। 

उन्होंने कहा कि इस मामले में आरोपियों को एक महीने के अंदर स्पीडी ट्रायल कर फांसी की सजा सुनाई जानी चाहिए। 

उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि लालू प्रसाद की उत्पति ही भाजपा से हुई है। हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग पर उन्होंने कहा कि कुछ धर्म गुरुओं की यह मांग है, लेकिन सरकार देश के स्वाभिमान और विकास का काम कर रही है। 

उन्होंने लालू प्रसाद से संबंधित एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि लालू अब इतिहास के पन्नो में रहेंगे। जदयू के लोग ही लालू प्रसाद को पंजीकृत अपराधी बताते रहे हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी द्वारा अपने बेटे संतोष मांझी को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनता बनाती है, वह तय करेगी, किसे मुख्यमंत्री बनाया जाए। 

उन्होंने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू अंग्रेजों द्वारा बनाए गए पीएम थे जबकि इंदिरा गांधी कांग्रेस सिंडीकेट से चुनी गई थी। इसके बाद कई पीएम एक्सीडेंटल बन गए।

 उन्होंने दावा करते हुए कहा कि दो ही पीएम अटल बिहारी वाजपेई और नरेंद्र मोदी दो ऐसे पीएम हैं जिन्हे जनता स्वयं पीएम चुनी है। बिहार में भी कई एक्सीडेंटल सीएम बने हैं।

पटना के ज्ञान भवन पूर्व सीएम जननायक कर्पूरी ठाकुर की 35वीं पुण्यतिथि पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन, उद्योग मंत्री समीर महासेठ अपने समर्थकों के साथ हुए शामिल


पटना : प्रख्यात समाजवादी नेता एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर जी की 35वीं पुण्यतिथि के अवसर पर पटना स्थित ज्ञान भवन के बापू सभागार में आयोजित कार्यक्रम में अपने क्षेत्र के हजारों की संख्या में आए कार्यकर्ताओं के साथ उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ सम्मिलित हुए।

इस कार्यक्रम का विवरण विधिवत उद्घाटन राष्ट्रीय जनता दल बिहार प्रदेश अध्यक्ष श्री जगदानंद सिंह जी माननीय उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बिहार सरकार के मंत्री आलोक मेहता आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी एवं वरिष्ठ आरजेडी नेता एवं गणमान्य मंत्री गण मौजूद रहे।

उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कहा कि एक तरफ जहां मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में उद्योग विभाग के माध्यम से लगातार सैकड़ों लोगों को रोजगार देने का रोजगार करने का कार्य कर रही है। 

कहा कि विपक्षी पार्टी हिंदू मुस्लिम के नाम पर कार्य को बाधित करने का काम कर रही है। जिस तरह से लालू प्रसाद यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव आरजेडी को हर एक जिले तक पहुंचाने का काम किया उसी तरह उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जी लगातार पार्टी को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।

उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कहा कि तरीके से हमारी पार्टी लगातार बिहार में बढ़ रही है उससे कहीं ना कहीं विपक्षी पार्टी के खेमे में खलबली मची हुई है।

समीर कुमार महासेठ ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में अच्छी सोच के साथ चुनाव लड़ने का काम करेंगे जिससे बिहार में असामाजिक माहौल जो बना हुआ है उससे दूर किया जा सकता है।

जदयू के एमएलसी बलियावी के बयान पर भड़के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, कहा- ऐसे लोग जंगली जानवर, पिंजरे में भेजे सरकार

पटना: बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा बिहारियों का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सत्तालोलुप मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव बिहारियों का अपमान करवा रहे हैं। 

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने जदयू के एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी द्वारा सेना से संबंधित दिए गए एक बयान पर कहा कि ऐसे लोग जंगली जानवर हैं, जिसे उठा कर पिंजरे में बंद कर देना चाहिए। 

भाजपा प्रदेश कार्यालय के जनकल्याण संवाद सहयोग कार्यक्रम में बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सिन्हा ने लोगों की समस्या सुनने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि समाज में उच्च पदों पर बैठे लोगों को भी ऐसे अधिकारियों को बचाने की जिम्मेदारी है, जिसे प्रताड़ित किया जा रहा है। 

उन्होंने कहा कि हम भाषा, क्षेत्र को लेकर विभेद पर विश्वास नहीं करते, लेकिन गालीबाज अधिकारी बर्दाश्त के लायक नहीं। उन्होंने कहा कि गालीबाज अधिकारियों को बिहार के लोगों से माफी मांगनी चाहिए। 

उन्होंने बताया कि आज जन कल्याण संवाद सहयोग कार्यक्रम में कई ऐसे रंगदारी, हत्या, कब्जा के मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि समस्तीपुर के चकमैसी में हत्या के एक मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर खानापूर्ति की गई, जबकि मुख्य आरोपी को छोड़ दिया गया।मधुबनी से भी कब्जा करने का मामला आया है। 

श्री सिन्हा से जब पत्रकारों ने जदयू के एमएलसी बलियावी द्वारा सेना से संबंधित एक बयान पर प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने भड़कते हुए कहा कि सेना पर प्रश्न उठाने वाले और हमारे राष्ट्र को कलंकित करने का प्रयास करने वाले को देश कतई स्वीकार नहीं करेगा। 

उन्होंने कहा कि सरकार में थोड़ा भी मोरल है तो इसे संज्ञान में लेकर इस बयान की जांच करवानी चाहिये। ऐसे लोग जंगली जानवर हैं, पिंजरे के अंदर जेल के अंदर भेजे ऐसे जानवरों को।

भाजपा नेता ने कहा कि नौकरी के नाम पर भी नियुक्तियां नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार के समय जो नियुक्तियों को लेकर प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी, उसे रद्द कर नई प्रक्रिया के तहत विज्ञापन निकालकर सरकार द्वारा नौकरी देने के नाम पर ताली बजवाने की कवायद की जा रही है। 

उन्होंने कहा कि बजट पूर्व वित्त मंत्री द्वारा उद्योगपतियों, आम लोगों, कृषक संगठनों के साथ बैठक नहीं किए जाने पर भी एतराज जताते हुए कहा कि एनडीए सरकार में बिहार के लोगों की समस्याओं के समाधान तलाशने के लिए बजट पूर्व बैठक की जाती थी, लेकिन इस बार ऐसी कोई बैठक नहीं हुई।

पटना नगर निगम द्वारा मिशन 120 करोड़ के रेवेन्यू का रखा गया है लक्ष्य

31 मार्च तक 50 टीमों द्वारा संपत्ति कर के लिए की जाएगी विभिन्न गतिविधियां

पटना: नगर निगम द्वारा संपत्ति कर आमजनों से लगातार लिया जा रहा है। शहरवासी अपने संपत्ति शुल्क को नगर निगम मुख्यालय एवं अंचल कार्यालय के साथ बेवसाइट के माध्यम से जमा कर सकते है। निजी एवं सरकारी भवनों से कुल 120 करोड़ रूपए का कलेक्शन करने का लक्ष्य रखा गया है। 

इस क्रम में पटना नगर निगम द्वारा संपत्ति कर बढ़ोत्तरी एवं वसूली हेतु कई प्रकार के कार्य किए जाएंगे।

- पटना नगर निगम द्वारा सभी वार्ड में संपत्तियों का री-असेस्मेंट एवमं जिन संपत्तियों पर कर का निर्धारण नहीं किया गया है उनकी मापी करते हुए सेल्फ एसेसमेंट फॉर्म भरा जाएगा। 

- जिन संपत्ती धारको के द्वारा अपनी संपत्ति की विवरणी छिपाई गई है उन पर संपत्ति कर के अलावा 100 प्रतिशत जुर्माना भी वसूल किया जाएगा। 

- पटना नगर निगम द्वारा वार्डों में एक साथ 50 टीम संपत्ति कर के री- असेस्मेंट के लिए उतारी जाएंगी। 

- पटना नगर निगम द्वारा बड़े- बड़े कॉमर्शियल प्रतिष्ठानों जैसे - बैक्वेंट हॉल, नर्सिंग होम, होटल इत्यादि का भी री- असेस्मेंट किया जाएगा।

- जिंगल, वीएमडी के माध्यम से, मेगा स्क्रीन के माध्यम से भी आमजनों को सूचना दी जाएगी।  

- पटना निगम द्वारा हरेक सेक्टर में कैंप के माध्यम से संपत्ति कर की वसूली की जाएगी। इस क्रम में पटना शहर में 750 कैंप लगाएं जाएंगे। 

- उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले वार्ड को सम्मानित भी किया जाएगा। अंचल एवं मुख्यालय स्तर पर इसकी रैंकिंग की जाएगी। 

- वैसे सभी प्रतिष्ठान जिनके द्वारा कचरा शुल्क नहीं दिया जा रहा है उनका भी असिस्मेंट किया जाएगा। 

पटना नगर निगम द्वारा शहरवासियों से अपील की जा रही है कि ससमय अपने संपत्ति कर का भुगतान करें।

बैंक ऑफ़ बड़ौदा द्वारा पटना विश्वविद्यालय के एम. ए. (हिन्दी) के छात्रों को किया गया सम्मानित


पटना: बैंक ऑफ़ बड़ौदा के अंचल कार्यालय, पटना द्वारा, पटना विश्वविद्यालय से एम ए (हिन्दी) की अंतिम परीक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को बैंक द्वारा 'बड़ौदा मेधावी विद्यार्थी सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान बैंक ऑफ़ बड़ौदा अंचल कार्यालय, पटना द्वारा महाप्रबंधक एवं अंचल प्रमुख श्री सोनाम टी भूटिया की अध्यक्षता में दरभंगा हाउस, पटना विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के सभागार में आयोजित सम्मान समारोह में प्रदान किया गया ।

इस सम्मान कार्यक्रम में बैंक द्वारा पटना विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर सत्र 2018- 20 में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए सुश्री चाँदनी प्रकाश तथा द्वितीय स्थान के लिए अनुराग पाण्डेय, सत्र 2019-21 में प्रथम स्थान के लिए सुश्री काजल कुमारी और द्वितीय स्थान के लिए धीरेंद्र कुमार को सम्मानित किया गया। बैंक द्वारा प्रथम पुरस्कार के रूप में राशि रु 11000/- एवं द्वितीय पुरस्कार के लिए राशि रु 7500/- का चेक और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाप्रबंधक एवं अंचल प्रमुख श्री सोनाम टी भूटिया जी ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में छात्रों को भारतीय भाषाओं के प्रति सजग रहने और उनके उपयोग पर बल दिया। श्री भूटिया जी ने कहा कि हिन्दी भाषा आम जन की भाषा है और हम सभी भारत वाशियों को एक धागे में बांधती है। अपने सम्बोधन में महाप्रबंधक महोदय ने वित्तीय जागरूकता पर भी जोर दिया और बैंक के विभिन्न उत्पादों पर भी प्रकाश डाला।

मौके पर बैंक द्वारा 'भारतीय समाज और समकालीन साहित्य' विषय पर एक निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें छात्रों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया।प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों को भी बैंक की तरफ से प्रमाण- पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया।

इसके साथ ही बैंक ऑफ़ बड़ौदा द्वारा आयोजित इस सम्मान समारोह में छात्रों के लिए एक वित्तीय जागरूकता से संबंधित वित्तीय साक्षरता व्याख्यान का भी आयोजन किया जिसमें बैंक के आर –सेटी, निदेशक श्री धीरेन्द्र कुमार ने अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। छात्रों को वित्तीय मार्गदर्शन प्रदान करने के उद्देश्य से बैंक की खजांची रोड, शाखा द्वारा एक खाता खोलने का शिविर भी लगाया जिसमें छात्रों के खाते खोलने के साथ साथ उन्हें निवेश संबंधी अन्य वित्तीय जानकारी प्रदान की गई।

इस शिविर में खजांची रोड, शाखा प्रमुख श्री मनीष कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहें।

बैंक ने विभागीय शिक्षक डॉ. कंचन, डॉ. सितारे, डॉ. जैनेन्द्र, डॉ. राकेश, डॉ. रेणु सहित सभी नॉन टीचिंग कर्मचारियों को मोमंटो देकर सम्मानित किया।

बैंक द्वारा आयोजित इस सम्मान समारोह एवं वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम का सम्पूर्ण संयोजन एवं संचालन बैंक ऑफ़ बड़ौदा, अंचल कार्यालय, पटना के मुख्य प्रबंधक श्री मानिक चंद्र तिवारी द्वारा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन हिन्दी विभाग के डॉ. सितारे हिंद ने किया।

CISRO अस्पताल की ओर से तीन दिवसीय मेगा कैंप का होगा आयोजन, 23 फरवरी से होगी शुरुआत

पटना : CISRO (सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पाइन, रिहैबिलिटेशन एंड ऑर्थोपेडिक्स) हॉस्पिटल नया टोला, बेली रोड, सगुना मोड, महारानी पैलेस के नजदीक दानापुर पटना में एक प्रेस बैठक के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

जिसमें CISRO हॉस्पिटल पटना द्वारा हॉस्पिटल के परिसर में बिहार के जाने-माने चिकित्सक व सर्जन एवं बिहार ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सह ऑर्थो सर्जिकल कैंप के संस्थापक व अध्यक्ष डॉक्टर एसएन सर्राफ के नेतृत्व में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।

 जिसमें मेगा कैंप 2023 के बारे में विशेष चर्चा एवं जानकारी साझा की गई।

जिसका आयोजन दिनांक 23/02/2023 से 26/02/2023 तक सिसरो हॉस्पिटल के परिसर में किया जाना तय किया गया है। 

इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ मधुसूदन कुमार (पूर्व सचिव बिहार ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन) उपस्थित थे। 

CISRO हॉस्पिटल पूरे बिहार झारखंड में एकमात्र हॉस्पिटल है जहां बहुत ही अत्याधुनिक मशीन द्वारा 99.9 सुरक्षा एवं स्वच्छता के साथ ऑर्थोपेडिक्स एवं न्यूरो सर्जरी की जाती है।

औरंगाबाद में सीएम के कार्यक्रम में हुए हंगामे की राजद ने कड़ी निंदा की, उच्चस्तरीय जांच की मांग की


पटना ; राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने आज समाधान यात्रा के दौरान औरंगाबाद जिले के बारूण प्रखंड अंतर्गत कंचनपुर गांव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उपर कुर्सी फेंके जाने की घटना को अति दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए तीखे शब्दों में निन्दा की है।

     

राजद प्रवक्ता ने कहा कि भगवान का शुक्र है कि मा. मुख्यमंत्री जी को कोई चोट नहीं पहुंची और सुरक्षा कर्मियों द्वारा घेर में ले लिए जाने के कारण वे बाल-बाल बच गए। 

उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में विरोध प्रकट करने के नाम पर यैसी अमर्यादित हरकतों के लिए कोई स्थान नहीं है। इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कर संलग्न व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए जिससे इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो।

      

राजद प्रवक्ता ने कहा कि जब से मा.मुख्यमंत्री समाधान यात्रा पर निकले हैं प्रायोजित तरीके से यात्रा को विफल करने और व्यवधान पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है।

पटना पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, देवी चौधरी की हत्या मामले मे 3 को किया गिरफ्तार

पटना : खाजेकलां थाना क्षेत्र के सदर गली में 23 जनवरी को देवी चौधरी की हत्या हुई थी। 

इस मामले में पुलिस ने छोटी पहाड़ी से अभिषेक कुमार वर्मा और अभिषेक मेहता उर्फ बौद्धा को गिरफ्तार किया है। 

उसके पास से एक देसी पिस्टल, दो मैगजीन और 14 गोली के साथ ही घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल को भी बरामद कर लिया है। 

वहीं सदर गली के लाला टोली का रहने वाला मो दानिश उर्फ शालू और लोदीकटरा का रहने वाला मो शमशाद उर्फ साइको ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था। यह जानकारी एएसपी अमित रंजन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सोमवार को दी। 

इस दौरान खाजेकलां थानाध्यक्ष राहुल कुमार ठाकुर और अगमकुआं थानाध्यक्ष सुधीर कुमार भी मौजूद थे।