कालिकन भवानी के अमृत कुण्ड की कहानी महर्षि च्यवन ऋषि से जुडी तो नहीं
अमेठी। महर्षि च्यवन ऋषि आश्रम मालती नदी के किनारे स्थित है इसी नदी के चन्द कदम दूरी पर अमृत कुण्ड है। बगल मे सूर्य कुण्ड में श्रद्धालुओं स्नान कर पवित्र होकर प्रचीन पौराणिक कालिकन भवानी मंदिर धाम मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित है। प्रत्येक सोमवार को विशाल मेला आयोजित होता है। दर्शन,पूजा,माल्यार्पण कर आरती देवी मां की लोग उतरते है। मां के चरणो मे महिलाए कोरा भरती है । माता रानी का कोरा भरकर,सोलह श्रृंगार भी चरणों में अर्पित महिलाए करतीं है। भोर,अपराह्न,शाम को माता रानी के साफ-सफाई कर महाश्रृंगार पीठाधीश्वर पुजारी श्री महराज नियमित करते है। मन्दिर धाम की कपाट श्रद्धालुओं के लिए वरदान साबित है। भक्तों का भण्डारा धर्मशालाओं पर आयोजित किए जाते है।
मन्दिर धाम भक्तों के चन्दे विस्तार की योजनाओं भी मेला समिति अध्यक्ष नरेंद्र सिंह के निगरानी में चल रहा है। दो दशक पहले सूर्य कुण्ड का जीर्णोद्धार,अतिथि गृह,यात्री शेड,प्रशाधन गृह,रसोई घर आदि का पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश से करवाया गया। लेकिन रंगाई-पुताई की व्यवस्था प्रशासन नहीं करवाया। आज भी ताले लटक रहे है। भक्तों को मौसम से निजात के लिए शेड मन्दिर की सीढ़ी पर छत्तीसगढ़ के व्यापारी सेकऊ राम गुप्त ने कराये। लेकिन मेला की दुकानों के लिए "दुकानदार को पक्की छत नसीब नहीं हुई। छप्पर और टीन शेड मे तप रहे है। वह भी दुकान बेतरतीब ढंग से सजी है। मनरेगा हाट बिलेज गल्ला मण्डी अब लगती है।
महर्षि च्यवन ऋषि आश्रम को असली स्वरूप देने का लिया दृढ़संकल्प
मन्दिर धाम पर जनता का हक मनरेगा पार्क श्री फक्कड साहेब वाटिका लोगो का मन मोह रही है। गुलाब, बेला,चमेली, रजनी गन्धा के फूल,शोभाकारी वृक्ष,छायादार वृक्ष लोगो को एक बार नजर घुमाने के लिए मजबूर कर देती है। फूलों की सुगंध से आने जाने वाले,ब्लाक,पशु चिकित्सालय,बैक,के अधिकारी और कर्मचारी का मन मुद्रित हो जाता है। जिले के विकास खण्ड संग्रामपुर की ग्राम पंचायत भौसिहपुर प्रधान अशोक कुमार उपाध्याय उर्फ रज्जू उपाध्याय कहते है कि मनरेगा योजना से घर, मन्दिर ,दफ्तर सजाने का प्रयास किए है। ऐसे नेक कामो से खुशी मिलती है। धीरे -धीरे महर्षि च्यवन ऋषि आश्रम को असली स्वरूप देने का दृढ़संकल्प लिए है।
महर्षि च्यवन ऋषि के आयुर्वेद की जड़ी-बूटी को बढ़ावा देने का विचार : हरि शंकर सिंह
माता रानी कालिकन भवानी मंदिर धाम के श्रृंगार के लिए सतत प्रयास चल रहा है। प्लास्टिक कूडा को नष्ट करने के इन्तजाम है। जिला पंचायत से सूर्य कुण्ड का जीर्णोद्धार,सुलभ शौचालय,आदि कार्य हुए है। सरस हाट बिलेज का जीर्णोद्धार , बैठने के लिए सुविधाओं का विस्तार किया गया। सहायक विकास अधिकारी पंचायत संग्रामपुर हरि शंकर सिंह ने बताया कि सरकार की योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए और दिखना भी चाहिए। सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी मिली है। महर्षि च्यवन ऋषि के आयुर्वेद की जड़ी-बूटी को बढ़ावा देने का विचार है। वन विहार " के लिए ग्राम पंचायत प्रस्ताव लाती है। तो सरकार से योजना के क्रियान्वयन के लिए भी प्रयास होगा। प्राचीन पौराणिक कालिकन भवानी मंदिर धाम का अमृत कुण्ड की कहानी महर्षि च्यवन ऋषि से जुड़ी लगती है। श्रद्धालुओं के संकट का हरण करने वाली देवी मां तो नहीं है। ऐसी चर्चा सुनने में आया है।
Feb 24 2023, 09:40