भगवान परशुराम की भृगुटी टेढ़ी होने पर भयभीत हुए स्वयंवर के राजा : प्रहलाद जी महराज


अमेठी। भगवान परशुराम की भृगुटी टेढ़ी हो चली। जब शिव धनुष टूटने की खबर मिली। स्वयंवर आये राजा भयभीत हो गए ।उक्त बाते कथा व्यास आचार्य प्रहलाद जी महराज ने कही। छठवें दिन की कथा में ग्राम मदुआपुर( दरपीपुर )गौरीगंज में कथा व्यास प्रह्लाद जी महाराज ने बताया कि जब धनुष टूट गया पूरा भूमंडल हिल गया महेंद्र पर्वत पर आसन जमाये बैठे परशुराम जी भी हिल गये। महेंद्रपर्वत से जनकपुर के लिए परशुराम जी तुरन्त प्रस्थान कर दिये।

जनकपुर में आते ही क्रोध से भरे तपस्वी परशुराम को देख सभा में बैठे दस हजार राजा भय से कांपने लगे। उन्हें देख सब खड़े हों कर प्रणाम करते हुए सबने अपने साथ पिता के नाम को उच्चारित किया। तब परशुराम जी ने क्रोध में पूछा शिव जी के धनुष को किसने तोड़ा जिसने भी इसे तोड़ा वह सबसे बड़ा सत्रू है मेरा मैं उसको कदापि जिंदा नहीं छोड़ूंगा मैंने 21 बार धरा से क्षत्रियों का विनाश किया है तुरंत ये बताए धनुष को किसने तोड़ा है अन्यथा में सबको मार डालूंगा ।सारे राजा भय से कांपने लगे। परन्तु लक्ष्मण जी मुस्कराए इतने में परशुराम जी ने पूंछा यह धृष्ट बालक कौन है इस पर लक्ष्मण जी ने कहा मेरा नाम लक्ष्मण है महाराज यह तो धनुष बहुत जीर्ण अवस्था में था भैया के छूते ही टूट गया इसमें भैया का कोई दोष नहीं है फिर आप बिना कारण ही रोष किए जा रहे हैं आपको यह शोभा नहीं देता।

कृपया अपने क्रोध को शांत करें और अपना आसन ग्रहण करें। परशुराम जी की शरीर की ज्वाला और भड़क उठती है फिर राम जी परशुराम को समझाते हैं। नाथ शिव जी के धनुष को तोड़ने वाला आपका कोई एक दास ही होगा। आप आज्ञा दीजिए की आप किस प्रयोजन से यहांं आए हैं। क्रोधी मुनि यह सुनकर और अधिक क्रोधित होते हुए बोले यहां मेरा कोई सेवक हो ही नहीं सकता। सेवक वही होता है जो सेवा का कार्य करता है। शत्रुता के कार्य करने वाले के साथ तो लड़ाई ही करनी चाहिए। राम जी कहते हैं मैं तो छोटा सा नाम वाला हूं आप तो बडे़ नाम वाले है आपका परशु सहित राम हैं। हम जैसे छोटों को माफ कर देना ही आपका बड़प्पन होगा। तब लक्ष्मण जी पुनः चिढ़ाते हैं तब परशुराम जी राम जी से कहते हैं तुम्हारा संकोच कर रहा हूँ इसे समझा दे तब भगवान राम जी कहते हैं परशुराम जी की ज्वाला शांत नहीं होती राम जी अपना शीष झूकाते हुये यह कहते हैं अगर तुम्हें इतनी ही गुस्सा है तो अपने फरसे से मेरे गले पर वार कर अपना क्रोध शान्त कर ले।

परशुराम जी का फरसा राम जी पर नहीं चलता तब परशुराम समझ जाते हैं और धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाने को कहते हैं राम जी धनुष पर बाण रख कर चलाने की बात करते हैं परशुराम सब जान जाते हैं कि यह नारायण अवतार है तब क्षमा की याचना करते हैं इस पर प्रभु राम जी कहते हैं चढ़ाई प्रत्यंचा उतारी नहीं जा सकती अब आप यह तो कहें आपकी शक्ति को छीण कर दे या तो आप के पुण्य को समाप्त कर दे । तब परशुराम जी ने कहा मेरे पुण्य को समाप्त कर डालिए इसलिए कि मैं प्रत्येक शाम को अपने शक्ति के बल से महेंद्र पर्वत पर जाता हूं। इसलिए तो वह मुझे क्षमा करे मेरी शक्ति को कायम रखें रामचंद्र जी प्रसन्नतापूर्वक पुण्य समाप्त कर देते हैं। राम जी को प्रणाम करते हैं यह देखकर सभी आश्चर्यचकित ही जाते हैं तब जनक जी द्वारा दशरथ को नेवता भेजा जाता है कि वह बारात लेकर जनकपुर आएं और प्रभु श्री राम जी को सीता जी को जीते उपहार को सम्मान के साथ अपने घर अयोध्या ले जायें।

विभिन्न समस्याओं को लेकर किसानों ने सौंपा ज्ञापन


अमेठी। जनपद के बाजार शुकुल ब्लॉक परिसर पर आज किसान यूनियन टिकैत गुट की बैठक आयोजित हुई । बैठक में जिला संरक्षक किसान यूनियन देवी दयाल शर्मा जिला उपाध्यक्ष शेषनाथ तिवारी ब्लॉक अध्यक्ष महिला सुशीला एवं अन्य किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं द्वारा क्षेत्र में किसानों की हो रही समस्याओं को लेकर चर्चा की गई।

जिसके पश्चात खंड विकास अधिकारी अंजलि सरोज को जिलाधिकारी को समस्याओं को लेकर संबोधित ज्ञापन सौंपा गया और जनपद प्रशासन से 7 सूत्री मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की गई। जहां किसान यूनियन की प्रमुख मांग इन्हौना से शुकुल बाजार होकर रेछघाट तक मार्ग का नवीनीकरण इसके साथ ही विकासखंड क्षेत्र में आवारा पशुओं द्वारा फसलों को चौपट किए जाने को लेकर समस्या के निराकरण की मांग,एवं विकासखंड क्षेत्र के ग्राम सभाओं में प्रधानमंत्री आवास में विकासखंड के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा की जा रही अनियमितता की शिकायतों को जल्द दूर करने सहित अन्य मांगों को लेकर पत्र सौंपा गया।

रामचन्द्र के खिलाफ अमेठी में धर्म परिवर्तन का मुकदमा दर्ज


अमेठी। जिले के थाना क्षेत्र जगदीशपुर अंतर्गत ग्राम सभा नामदारपुर निवासी भानु प्रताप सिंह पुत्र स्वर्गीय सूर्यभवन सिंह ने गुरुवार को थाना स्थानीय पर आकर लिखित तहरीर दिया कि बुधवार को रामचंद्र पुत्र नंदलाल उम्र लगभग 40 वर्ष निवासी हरदोई थाना क्षेत्र मुसाफिरखाना का निवासी है ।जो वर्तमान में ईसाई धर्म अपना लिया है।

जगदीशपुर एचपी पेट्रोल पंप के बगल में एक मकान में 20- 25 महिला एवं पुरुष को एकत्रित कर उनका धर्म परिवर्तन करा रहा था जो हिंदू समुदाय के लोग हैं। मना करने पर गाली गलौज एवं मारपीट की गई। थाना स्थानीय पर गुरुवार को मुकदमा अपराध संख्या 027/2023 धारा 504 506 भादवी ,विरुद्ध धर्मपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 धारा 3 .5(1) बनाम रामचंद्र पुत्र स्वर्गीय नंदलाल निवासी हरदोई थाना क्षेत्र मुसाफिरखाना जनपद अमेठी के विरुद्ध पंजीकृत किया गया।

कोहरा के कुलदीप ने फांसी लगाकर कुल का दीप बुझाया


अमेठी।बाईस वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। बाप परदेशा मे कामा रहा है। बाप ने बेटे और पत्नी को पूरी सुविधा दी। लेकिन बेटे ने फांसी लगाई। मौत को गले लगा लिया। जो चर्चा का विषय बना हुआ। इस समय था। कि पढ़ने वाले बेटों को कैम्प लगाकर सीआरपीएफ,बीएसएफ मे नौकरी तत्कालीन प्रधानमन्त्री राजीव गांधी दिया। भर्ती के ट्रेनिंग मे जाने पर खबर मिलती थी।

अब नौकरी चकरी का अकाल है शौक बढ़ गई। अब अमेठी मे कई युवा फांसी लगाकर जान दे दे रहे है। बेकारी सबकी जुबान बन्द कर देती है। जनता पार्टी के पूर्व सांसद रविन्द्र प्रताप सिंह कोहरा स्टेट के राजा थे।जिन्होंने युवा कांग्रेस नेता संजय गांधी को पराजित किया था। लेकिन कुलदीप ने फांसी लगाकर कुल का दीपक बुझा दिया ।

जिले के संदिग्ध परिस्थितियों में 22 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर जान दी थाना कोतवाली अमेठी अंतर्गत अहिरन का सरिया कोहरा अमेठी कुलदीप पुत्र राजाराम उम्र 20 वर्ष ने बीती रात फांसी लगाकर जान दी मौके पर कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेजा गया।

श्रीराम कथा में सुनाया गया राम विवाह प्रसंग,जयकारों से गूंजा पंडाल


अमेठी। जिले के संग्रामपुर विकास खंड के पूरे इन्छा सरैया बड़गांव गांव में एडवोकेट राजेश मिश्र के घर पर नौ दिवसीय श्रीराम कथा के पांचवे दिन गुरुवार को वृंदावन धाम से पधारें कथावाचक मुकेश आंनद जी महाराज ने भगवान राघवेंद्र सरकार के अपने गुरुदेव श्री विश्वामित्र के संग जनकपुर प्रवेश से प्रारंभ हुई। जिस समय विश्वामित्र अपने शिष्यों संग जनकपुर में प्रवेश हुए राजा जनक देश के परम संत विश्वामित्र के स्वागत के लिए दौड़ पड़े महाराज श्री ने कथा के माध्यम से श्रोताओं से निवेदन किए जब द्वार पर कोई श्रेष्ठ कोई विप्र कोई संत भगवंत पधारें तो हमें राजा जनक जैसा दौड़ कर उनका स्वागत करना चाहिए।

राजा जनक ने गुरुदेव संग दोनों राजकुमार को जिस मकान में रोका उसका नाम सुंदर सदन था राम के निर्माण में हर गृहस्थ को चाहिए कि अपना निवास सुंदर सदन बनावे मंगल भवन बनावे भगवान राम का गुरुदेव की सेवा में प्रातः फुलवारी जाना माता सीता से भेंट होना गुरुदेव को आकर बताना गुरुदेव के द्वारा सुफल मनोरथ होहि तुम्हारे का आशीर्वाद प्राप्त करना कथा धनुष यज्ञ के संग बढ़ती हुई राजा जनक एवं लक्ष्मण के संवाद पर पहुंची।

जहां पर लक्ष्मण द्वारा कुछ कठोर वचन जनक जी को बोला गया परंतु वह किसी एक व्यक्ति को केंद्रित करके नहीं बल्कि राम रूपी प्रकाश की स्थापना के लिए समस्त समाज को ज्ञान देने का कार्य था अहंकार का प्रतिरूप धनुष को तोड़कर के राम जैसे ज्ञानी पुरुष ने भक्ति रूपी सीता के संग पाणिग्रहण किया राम सीता का मिलन ज्ञान और भक्ति के मिलन जैसा है परंतु सदैव ध्यान रहे लक्ष्मण रुपी वैराग्य की आवश्यकता जीवन में पड़ेगी तभी ज्ञान भक्ति की दिशा में बढ़ पाएगा और इन तीनों का मिलन श्रेष्ठ गुरु के चरणों से ही संभव है।

आगे कथा में कथा वाचक ने श्रीराम और सीता माता के स्वयंवर का सजीव चित्रण की कथा सुनाया। कथा वाचक ने कहा कि श्रीराम व माता सीता समस्त जगत के कर्ताधर्ता भगवान श्री विष्णु और माता लक्ष्मी के स्वरूप थे। जिन्होंने धर्म की पुन:स्थापना और मनुष्य जाति के लिए एक आदर्शवादी व मर्यादित जीवन की नियामवली व मिशाल कायम करने के लिए धरती पर मानव रूप में अवतार लिया था। कथा के दौरान उन्होंने कहा कि जीवन में जब भी आदर्श पति पत्नी का जिक्र होता है। आज भी प्रभुश्री राम और माता सीता का उदाहरण दिया जाता है। भगवान श्री राम और माता सीता के विवाह स्वयंवर प्रसंग प्रस्तुत करते हुए श्री मुकेश आंनद जी महाराज ने इसकी सुंदर संगीतमय प्रस्तुति दी। कथा वाचक की ओर से भगवान श्रीराम के विवाह का भव्य व सुंदर वर्णन सुन श्रद्धालु भावविभोर उठे।कथा के मुख्य यजमान विजय मिश्र, राजेश मिश्र एडवोकेट , शिव शंकर मिश्र,राजकुमार मिश्र,पवन ,अरुण मिश्र, सुनील मिश्र, सैकड़ों की संख्या में भक्त मौजूद रहे।

*विद्यार्थियों को अपना निर्माण स्वयं गंभीरता से करना चाहिए: डा. संतोष*

अमेठी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा जिला छात्र सम्मेलन 'विद्यार्थी विनिर्माण शीर्षक से 'रणंजय इंटर कालेज मैदान गौरीगंज में हुआ। इस छात्र सम्मेलन में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय सह संयोजक एग्रीविजन अमित सिंह ने छात्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति मैं अनेक बदलाव में एक मुख्य बात यह है कि यदि किसी भी विद्यार्थी की शिक्षा बीच में किसी कारणवश छूट जाती है तो फिर उससे उस अवधि का प्रमाण पत्र मिलेगा। भारत सरकार ने कृषि के लिए नूतन योजनाएं शुरू की हैं। जिसका लाभ लेकर युवा आत्मनिर्भर बन सकता है और अपने उत्पादन का प्रत्यक्ष लाभ भी अर्जित कर सकता है। जिससे वह बिचौलियों से बच सकता है । सरकार इस हेतु 25000 प्रति माह दे रही है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सुल्तानपुर विभाग कि विभाग प्रमुख डॉ संतोष अंश ने कहा कि विद्यार्थियों का अपना निर्माण गंभीरता से करना चाहिए क्योंकि विद्यार्थी सिर्फ स्वयं अपना निर्माण नहीं करता है वरन विद्यार्थियों से समाज एवं राष्ट्र को फायदा मिलता है। हरेक विद्यार्थी राष्ट्र के लिए बेशकीमती होता है। एक -एक से मिलकर भारत बनता है । राष्ट्र के भावी स्वरूप का आकार क्या होगा या छात्रों पर निर्भर करता हैं । विद्यार्थियों को विद्यार्थी जीवन से अपने को समाज और राष्ट्र सेवा हेतु मानसिक रूप से तैयारी का प्रशिक्षण लेना चाहिए और विद्यार्थी परिषद इसका अवसर सुलभ कराता है।

प्रांत के खेल आयाम संयोजक शुभेन्द्रवीर सिंह ने कहा कि युवा खेलों में प्रतिभाग करें। राष्ट्र का नाम खेल से रिशन करें। इसके लिए निरंतर कठिन अभ्यास करना होगा। जिला संयोजक प्रियम त्रिपाठी ने कहा कि एबीवीपी विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है जो मानव कल्याण करने में तत्परता से जुड़ा है। जिससे राष्ट्र उत्थान हो सके और इसके लिए विद्यार्थी परिषद ऑन कैम्पस और ऑफ कैम्पस निरंतर कार्य कर रही है।

इसके पूर्व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा मनीषी गर्ल्स पीजी कॉलेज से एक विशाल शोभा यात्रा प्रारंभ हुई जो नगर के मुख्य मार्गो से होती हुई रणंजय इंटरमीडिएट कालेज मैदान पहुंची जहां छात्र सम्मेलन का आयोजन हुआ था।यहां कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अमित सिंह, विभाग प्रमुख डॉ संतोष अंश शुभेन्द्रवीर सिंह, मैडम शिवानी ,एग्रीविजन के प्रांत सयोंजक अनुज प्रियम त्रिपाठी द्वारा ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी शारदा, युवाओं के प्रेरणा स्रोत विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इस अवसर पर एबीवीपी के विभाग संगठन मंत्री रजनीश, विभाग संयोजक पुष्पेंद्र विक्रम सिंह, शैलेंद्र यादव, विनय तिवारी, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य शशिकांत दुबे, रूद्र प्रताप, तेजस उर्फ वासु आदि उपस्थित रहे।

*गौतम ऋषि पत्नी अहिल्या पत्थर से हुयी नारी*


अमेठी। श्रीराम कथा के पञ्चम दिवस की सुन्दर वेला में कथा व्यास प्रहलाद जी महाराज वृन्दवावन,कथा मदुआपुर (दरपीपुर )गौरीगंज चल रही है। गुरु विश्वामित्र जी ने श्रीराम लक्ष्मण जी को समस्त विद्याओं की निपुणता होने के पश्चात अपने साथ वन में ले जाने हेतु दशरथ महाराज से सुकुमारों को ले जाने की अनुमति दिलाते हैं रास्ते में गौतम ऋषि पत्नी पत्थर शिला बनी अहिल्या को तारते हुये वन में ताड़का,सुबाहु का वध करने के पश्चात राजा जनक के यहां धनुष यज्ञ में सम्लित होने जाते हैं ।

जहां सखियों के साथ सीता जी पुष्प वाटिका में विचरण करते समय उनकी निगाहें दम जाती हैं। जहां श्रीराम और लक्ष्मण गुरू जी को पूजा हेतु फूल चुनने गये होते हैं जहां भगवान राम और सीता जी की आंखेचार हो जाती है। वहीं से सीता जी के मन में राम बस जाते हैं, जनक दरबार में देश के कोने - कोने से वीर राजा महारथी धनुष यज्ञ में भाग लेने आये रहते हैं। जहां पर धनुष यज्ञ मैं कोई भी राजा धनुष को हिला भी नहीं पाता इतने में जनक महाराज क्रोधित होकर सारे राजाओं को अपमानित करते हैं और कहते हैं कि मैंने गलत प्रतिज्ञा कर ली तब यह बात सुनकर शेषनाग अवतारी लक्ष्मण जी क्रोधित हो जाते हैं ।

वह कहते हैं गुरुजी की आज्ञा मिले तो मैं इस धनुष को नहीं पूरे ब्रह्मांड को कच्चे घड़े के समान उठाकर और एक ही बार में तोड़ दूं । इस पर गुरु विश्वामित्र समझ जाते हैं कि अब वक्त आ गया है धनुष के टुटने का इतने में गुरू विश्वामित्र राम को आदेश करते हैं कि उठहु राम भंजहु भव चापा। मेटहु सकल जनक परितापा।। और रामचंद्र जी धनुष को प्रणाम करते हुए समस्त राजाओं को प्रणाम करते हुए सब दिशाओं को प्रणाम करते हुए जब भगवान राम ने शिव जी के धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाई वह तीन टुकड़ों में टूट गया। इस धनुष का एक हिस्सा उड़कर स्वर्ग पहुंचा।

दूसरा हिस्सा पाताल में जा गिरा, जिसके ठीक ऊपर विशाल धनुष सागर है और तीसरा हिस्सा यहां जनकपुर के पास आ गिरा! कर देते हैं और धनुष टूट जाता है पूरा भूमंडल हिल जाता है जिस पर वहां पर राम जी के गले में सीता जी द्वारा जय माल डाल दिया जाता है रामचंद्र जी का विवाह हो जाता है आज की कड़ी में यही कथा का समापन करते हुए सारे भक्त झूम उठते हैं और श्री रामचंद्र जी का जयकारा करते हुए बुलन्द उद्घोष करते हैं और वही कथा श्रवण कर रहे। मुख्य यजमान, काशीराम, सावित्री देवी, व्यवस्थापक पवन मिश्र, विष्णु, आदेश, सन्तोष, लालजी, अनुज, सौरभ तिवारी, अनिल शुक्ल, प्रमोद, सुनी, आशीष, धर्मराज, तीरथ राज, रामसूरत, अवधराज, राम राज अन्य हजारो की संख्या में भक्तगण कथा सुनकर जीवन को धन्य बनाते हैं।

*पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष ने नगर पालिका/पंचायतों के पूर्व अध्यक्ष/सदस्यों सहित पिछड़ी जातियों के जातीय संगठनों से वार्ताओं कर जाने सुझाव*


अमेठी ।उत्तर प्रदेश राज्य स्थानीय निकाय समर्पित पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष न्यायामूर्ति राम औतार सिंह की अध्यक्षता में जनपद के नगर पालिका एवं नगर पंचायतों में प्राविधान के तहत निर्धारित पिछड़ा वर्ग प्रतिनिधित्व की समीक्षा एवं स्थानीय प्रतिनिधियों का मत/फीडबैक प्राप्त करने सम्बधी बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। 

बैठक में पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य संतोष कुमार विश्वकर्मा, महेन्द्र कुमार, जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र, पुलिस अधीक्षक डा. इलामारन जी, मुख्य विकास अधिकारी सान्या छाबड़ा, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व एके सिंह, समस्त अधिशासी अधिकारी सहित नगर पालिका/नगर पंचायतों के पूर्व अध्यक्ष व सभासद उपस्थित रहें।

 बैठक में आयोग के अध्यक्ष राम औतार सिंह ने नगर पालिका एवं नगर निकायों से आये हुए पूर्व अध्यक्षों एवं सभासदों को आयोग के उद्देश्य एवं कार्य क्षेत्र को विस्तार से बताते हुए कहा कि 28 दिसम्बर 2022 को इस आयोग का गठन किया गया। उन्होंने कहा कि आयोग का मुख्य उद्देश्य स्थानीय जन प्रतिनिधियों के मतो एवं फीड-बैक के आधार पर यह समीक्षा करना है कि पिछड़ा वर्ग हेतु निर्धारित 27 प्रतिशत आरक्षण प्राप्त हो रहा अथवा नही और ओबीसी की राजनैतिक भागीदारी कितनी है तथा राज्य नगरीय निकायों में पिछड़ेपन की 

प्रवृत्ति और उसके प्रभाव का अध्ययन करना है। 

बैठक में अध्यक्ष सहित आयोग के सभी सदस्यों ने नगर पालिका गौरीगंज व जायस एवं नगर पंचायत अमेठी व मुसाफिरखाना के जन प्रतिनिधियों/सभासदों से एक-एक कर फीड बैक और उनका पक्ष जाना तथा आवश्यकतानुसार सम्बंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दिये। बैठक के दौरान उपस्थित लोगों से निर्धारित प्रारूप पर प्रश्नावली भी भरवाई गयी इसका उद्देश्य मुख्य रूप से अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों की जनसंख्या के अनुपात में राजनीतिक प्रतिनिधित्व का आकलन करना है। 

बैठक में सम्बंधित नगर पालिका व नगर पंचायतों के अधिशाषी अधिकारी ने पिछड़ी जाति के 27 प्रतिशत के आरक्षण एवं अन्य जानकारी से आयोग को अवगत कराया। बैठक में वार्डो के पूर्व सभासदों से आरक्षण में रोटेशन सम्बंधी सवालों पर अध्यक्ष ने अपर जिलाधिकारी को इस संबंध में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ अलग से बैठक करते हुए नियमानुसार सुधार करने को कहा गया। उन्होंने किसी भी अन्य समस्या अथवा जानकारी की दशा में जिलाधिकारी से सम्पर्क करने को कहा।

 बैठक में जिलाधिकारी ने अध्यक्ष सहित आयोग के सभी सदस्यों को आश्वस्त किया कि आपके द्वारा दिये गये निर्देश/सुझावों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने आयोग के अध्यक्ष सहित सभी सदस्यों एवं जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर नगर पालिका/नगर पंचायतों के सम्मानित जनप्रतिनिधि, पूर्व अध्यक्ष व सभासद आदि उपस्थित रहे।

*उप्र ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के अन्तर्गत ’’जनपद स्तरीय निवेश कुम्भ’’ का आयोजन 10 फरवरी को*


अमेठी। , शासन के निर्देशानुसार उप्र सरकार द्वारा 10 फरवरी 2023 से 12 फरवरी 2023 तक उप्र ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 का जनपद स्तर पर ’’जनपद स्तरीय निवेश कुम्भ’’ का आयोजन 10 फरवरी 2023 को प्रातः 09.30 बजे से जिला पंचायत रिसोर्स सेंटर, निकट विकास भवन गौरीगंज में किया जायेगा।

कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर मुख्य विकास अधिकारी सान्या छाबड़ा ने आज विकास भवन में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि उक्त कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा एवं प्रधानमंत्री के द्वारा कार्यक्रम शुभारम्भ का सजीव प्रसारण के साथ-साथ जनपद में निवेशकों के साथ निवेश मित्र पोर्टल एवं निवेश सारथी पोर्टल के सम्बन्ध में चर्चा, उ0प्र0 शासन की नीतियों प्रक्रियाओं एवं भूमि की उपलब्धता के सम्बन्ध में वांछित जानकारी दी जायेगीl

12 फरवरी 2023 को अपरान्ह 3 बजे से उपरोक्त स्थल पर जिला उद्योग बन्धु समिति की बैठक आयोजन के साथ-साथ अपरान्ह 4 बजे से महामहिम राष्ट्रपति द्वारा कार्यक्रम के समापन का सजीव प्रसारण किया जायेगा। इस सम्बन्ध में उन्होंने समस्त अधिकारियों को अपने विभाग से सम्बन्धित नीतियों की शार्ट पी0पी0टी0 पूर्व प्रेषित उक्त दोनों तिथियों में अनिवार्य रूप से ससमय उपस्थित होकर अपने विभाग की नीतियों का प्रस्तुतीकरण करे एवं सम्बन्धित निवेशक/उद्यमी इस कार्यक्रम में अवश्य प्रतिभाग करेंगे।

उन्होंने कार्यक्रम से पूर्व सम्बन्धित अधिकारियों को समस्त तैयारियाॅ सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। बैठक के दौरान जिला विकास अधिकारी तेजभान सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए आशुतोष दूबे, डीसीएन आरएलएम सुनील तिवारी, उपायुक्त उद्योग राजीव कुमार पाठक, डी0पी0आर0ओ0 श्रीकान्त यादव, बी0एस0ए0 संगीता सिंह, डी0आई0ओ0एस0 उदय प्रताप मिश्र, एल0डी0एम0 विमल कुमार गुप्ता सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

*भ्रष्टाचार के आरोपों की पुष्टि होने पर दो ग्राम पंचायत सचिव निलंबित*


अमेठी। जिले में जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में भ्रष्टाचार के आरोप में बड़ी कार्यवाही हुई है। भ्रष्टाचार के आरोप की पुष्टि होने पर अमेठी डीपीआरओ श्रीकांत यादव ने ऐधी और इक्काताजपुर ग्राम पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया है। दोनों ही गांवों में भ्रष्टाचार को लेकर शिकायतें मिली थी, शुरुआती जांच में इसकी पुष्टि भी हुई थी। ऐधी ग्राम पंचायत में तो खुद सीडीओ ने जांच के दौरान अनियमिततायें पाई थी।

दरअसल अमेठी के जामो ब्लॉक क्षेत्र की ऐधी ग्राम पंचायत का सीडीओ सान्या छाबड़ा ने बीते 29जनवरी को निरीक्षण किया था। सीडीओ के निरीक्षण के दौरान पंचायत भवन परिसर में तमाम अनियमितताओं के साथ ही विकास कार्यों से जुड़े मामलों में भी कई कमियां मिली थी तो वहीं सामुदायिक भवन का बिना प्राक्कलन के निर्माण कराया जा रहा था। जबकि ओडीएफ के तहत गांव में बन रही नाली से जुड़े अभिलेख भी सीडीओ के मांगनेपर ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया।

सीडीओ की जांच आख्या पर कार्रवाई करते हुए डीपीआरओ ने ग्राम पंचायत अधिकारी चंदन कुमार को निलंबित कर दिया है। उन्हें निलंबन अवधि में पंचायती राज कार्यालय से संबद्ध किया गया है। पूरे मामले की जांच अपर जिला पंचायती राज अधिकारी रतन कुमार द्वारा कराई है। इसी तरह बाजारशुक्ल क्षेत्र पंचायत की इक्काताजपुर ग्राम पंचायत के पंचायत सचिव के विरुद्ध भी कई शिकायतें मिली थी, उन पर प्रधान को गुमराह कर उनके डोंगल का अवैधानिक उपयोगकरना, कार्यालय द्वारा निर्गत पत्रों का जवाब न देना, गो आश्रय स्थल की देखरेख न करना व अधिकारियों को गुमराह करने का आरोप सही पाया गया था। जिस पर डीपीआरओ ने उन्हें निलंबित कर दिया है। मंजीत कुमार को भी पंचायती राज कार्यालय से संबद्ध करते हुए मामले की जांच एडीपीआरओ को दी गई है। डीपीआरओ श्रीकांत यादव ने बताया कि मनमानी करने वाले सचिवों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।