महिलाएं मस्जिद में पढ़ सकती हैं नमाज, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में कहा

#women_are_allowed_to_come_to_the_mosque_and_offer_prayers 

क्या महिलाओं को मस्जिद में आकर नमाज अदा करने की इजाजत नहीं है? ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) की माने को महिलाओं को मस्जिद में आकर नमाज अदा करने की इजाजत है। दरअसल एआईएमपीएलबी ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि महिलाओं को मस्जिद के अंदर प्रवेश कर नमाज अदा करने की इजाजत है। बोर्ड ने कहा कि मुस्लिम महिला नमाज अदा करने के वास्ते मस्जिद में दाखिल होने के लिए स्वतंत्र हैं और यह उनपर निर्भर करता है कि वह मस्जिद में नमाज अदा करने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करना चाहती हैं या नहीं। साथ ही ये भी कहा गया है कि इस्लाम में महिलाओं के लिए सामूहिक रूप से दिन में पांच वक्त की नमाज जरूरी नहीं है।

एआईएमपीएलबी ने कोर्ट में एक हलफनामा दायर कर यह जानकारी दी है। ये हलफनामा मुस्लिम महिलाओं के मस्जिद में जाकर नमाज़ अदा करने से संबंधित एक याचिका को लेकर दाखिल किया गया है। वकील एम आर शमशाद के जरिये दायर हलफनामे में कहा गया है कि इबादतगाहें (जो वर्तमान मामले में मस्जिदें हैं) पूरी तरह से निजी संस्थाएं हैं और इन्हें मस्जिदों के 'मुत्तवली' (प्रबंधकों) द्वारा नियंत्रित किया जाता है। 

हलफनामे में कहा गया है कि एआईएमपीएलबी विशेषज्ञों की संस्था है और इसके पास कोई शक्ति नहीं है और यह सिर्फ इस्लाम के सिद्धांतों पर अपनी सलाह जारी कर सकती है। हलफनामे में कहा गया है कि धार्मिक ग्रंथों, सिद्धांतों, इस्लाम के मानने वालों के धार्मिक विश्वासों पर विचार करते हुए यह दलील दी जाती है कि महिलाओं को मस्जिद में प्रवेश कर नमाज अदा करने की इजाजत है। इसमें कहा गया है कि इस्लाम के सिद्धांत के मुताबिक, मुस्लिम महिलाएं चाहे घर पर नमाज पढ़ें या मस्जिद में नमाज अदा करें, उन्हें एक जैसा ही सवाब (पुण्य) मिलेगा।

बता दें कि फरहा अनवर हुसैन शेख ने 2020 में शीर्ष अदालत में याचिका दायर कर भारत में मुस्लिम महिलाओं के मस्जिदों में प्रवेश पर लगी कथित रोक के चलन को लेकर निर्देश देने का आग्रह किया था और इसे अवैध और असंवैधानिक बताया था। याचिका पर मार्च में सुनवाई हो सकती है।

तुर्की-सीरिया में प्रकृति का कहर, भूकंप से अब तक 15 हजार से ज्यादा लोगों ने तोड़ा दम, मलबे में शवों की तलाश अब भी जारी

#turkey_and_syria_earthquakes

तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए शक्तिशाली भूकंप के झटकों के बाद हालात और बद्दतर होते जा रहे हैं। हर तरफ मलबा बिखरा पड़ा है और चीख पुकार थमने का नाम नहीं ले रही है। हर बीतते दिन के बाद मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। नए आंकड़ों के अनुसार, अब तक 15 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 80 हजार से ज्यादा लोग जख्मी है। यही नहीं इन आंकड़ों के और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, क्यों कि हजारों इमारतें जमींदोज होने के बाद अभी कई और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। 

तुर्किये और सीरिया में मौत के बढ़ते आंकड़े

तुर्किये सरकार की ओर से जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक यहां 12 हजार 391 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 62 हजार 914 लोग घायल बताए जा रहे हैं। वहीं, सीरियाई सरकार के अनुसार, देश में अब तक 2,992 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 1730 लोगों की मौत नॉर्थ वेस्ट के अलागवादी क्षेत्रों में हुई है, जबकि 1262 मौतें सरकार के कब्जे वाले इलाके में। 10 हजार से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। 

10 भारतीय तुर्की के भूकंप प्रभावित हिस्सों में फंसे

इस आपदा के बीच 10 भारतीय तुर्की के भूकंप प्रभावित हिस्सों में फंसे हुए हैं।विदेश मंत्रालय ने बताया कि तुर्की के भूकंप प्रभावित हिस्सों में फंसे ये भारतीय सुरक्षित हैं लेकिन एक भारतीय लापता है। भारत सरकार तुर्की में लापता भारतीय के परिवार के संपर्क में बना हुआ है।विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने बुधवार को बताया कि भूकंप प्रभावित इलाके में एक भारतीय लापता है और 10 अन्य लोग दूर-दराज के इलाके में फंसे हुए हैं, लेकिन वे सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि जो शख्स लापता है वो बिजनेस विजिट पर तुर्की गया था। पिछले दो दिनों से उसका कोई अता-पता नहीं है।शख्स बेंगलुरु के एक कंपनी का कर्मचारी है. वर्मा ने कहा कि हम शख्स की कंपनी और परिवार से संपर्क में हैं। बता दें कि तुर्की में रह रहे भारतीयों की संख्या 3000 है और सभी सुरक्षित हैं।

विनाश के बाद जिंदगी की तलाश जारी

तुर्की और सीरिया में महाविनाश के बाद जिंदगी की तलाश जारी है। भूकंप की भीषण आपदा झेल रहे तुर्की को भारत सहित दुनियाभर के 70 देशों और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने मदद का हाथ बढ़ाया है। दुनियाभर से भेजे गये चिकित्सा कर्मी, सैनिक और श्वान दस्तों के साथ राहतकर्मी लोगों की मदद के लिए भूकंप प्रभावित तुर्की और सीरिया पहुंच रहे हैं। सोमवार को तुर्की और सीरिया में 7.8 की तीव्रता वाला शक्तिशाली भूकंप आया था, जिसमें हजारों इमारतें जमीदोंज हो गईं और हजारों लोगों की जान चली गई।

ट्विटर ने भारत में भी शुरू की पेड सब्सक्रिप्शन सर्विस, जानें कितनी चुकानी होगी कीमत

#twitterblueisnowavailableinindia

माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर को खरीदने के बाद कंपनी के नए मालिक एलन मस्क ने रेवेन्यू बढ़ाने के लिए कई बड़े फैसले लिए थे। इन्हीं में से एक फैसला यूजर्स से ब्लू टिक के लिए चार्ज लेने का भी था। बता दें कि ट्विटर ने भारत में भी सब्सक्रिप्शन सर्विस शुरू कर दी है। यानी अब भारत में रहने वाले वे यूजर्स जो जो ब्लू टिक चाहते हैं उन्हें भी अब हर महीने ब्लू टिक रखने के लिए कंपनी को पैसे चुकाने होंगे। बता दें कि कंपनी ने ट्विटर ब्लू को पिछले साल ही नए रूप में जारी किया था। इसे पहले अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और जापान समेत कुछ देशों में लॉन्च किया गया था।

भारत में ब्लू सर्विस के लिए लगेंगे इतने

बता दें कि ट्विटर ने भारतीय यूजर्स के लिए ब्लू टिक के लिए प्रतिमाह 900 रुपये का चार्ज लेने का फैसला लिया है। बता दें कि भारत में एंड्रॉयड और एप्पल आईफोन यूजर्स दोनों के लिए ब्लू टिक का चार्ज एक समान है। वहीं कंपनी ने 650 रुपये में सबसे कम कीमत वाला प्रीमियम सब्सक्रिप्शन प्लान जारी किया है। यह प्लान वेब यूजर्स के लिए है। लेकिन अगर कोई यूजर एनुअल प्लान लेता है तो उन्हें प्रतिमाह का खर्च 566.70 रुपये आएगा।

दूसरे देशों में ब्लू सर्विस की कीमत

एलन मस्क ने पिछले साल 44 बिलियन डॉलर में ट्विटर को खरीदा था. इसके बाद से उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफार्म में काफी बदलाव किए हैं। एलन मस्क ने पिछले दिनों ब्लू सर्विस का ऐलान किया था। इसके तहत आपको ट्विटर की कुछ अतिरिक्त सेवाओं के लिए चार्ज देना होगा। भारत से पहले ट्विटर ने पिछले दिनों अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और जापान समेत कुछ देशों में ब्लू सर्विस शुरू की थी। इन देशों में ट्विटर ट्विटर का ब्लू सब्सक्रिप्शन का चार्ज वेब यूजर्स के लिए 8 डॉलर प्रति महीने है। सालाना सब्सक्रिप्शन लेने पर 84 डॉलर खर्च करने होंगे। ट्विटर 3 डॉलर ज्यादा एंड्रॉयड यूजर्स से चार्ज करके गूगल को कमीशन देगा।

ब्लू सर्विस में मिलेंगी ये सुविधाएं

कंपनी के अनुसार, भुगतान करके सब्सक्रिप्शन लेने वाले यूजर्स को एडिट ट्वीट बटन, 1080p वीडियो अपलोड, रीडर मोड और ब्लू टिक की सुविधा मिलेगी। बताते चलें कि कंपनी ने अपने पुराने वेरिफिकेशन प्रक्रिया में भी बदलाव किया है। कंपनी के अनुसार, पुराने ब्लू टिक अकाउंट होल्डर्स को अपने ब्लू टिक को बनाए रखने के लिए कुछ महीनों की छूट दी जाएगी। यानी इन्हें भी थोड़े समय बाद अपने अकाउंट पर ब्लू टिक बनाए रखने के लिए सब्सक्रिप्शन लेना ही होगा।

ट्विटर ने भारत में भी शुरू की पेड सब्सक्रिप्शन सर्विस, जानें कितनी चुकानी होगी कीमत

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माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर को खरीदने के बाद कंपनी के नए मालिक एलन मस्क ने रेवेन्यू बढ़ाने के लिए कई बड़े फैसले लिए थे। इन्हीं में से एक फैसला यूजर्स से ब्लू टिक के लिए चार्ज लेने का भी था। बता दें कि ट्विटर ने भारत में भी सब्सक्रिप्शन सर्विस शुरू कर दी है। यानी अब भारत में रहने वाले वे यूजर्स जो जो ब्लू टिक चाहते हैं उन्हें भी अब हर महीने ब्लू टिक रखने के लिए कंपनी को पैसे चुकाने होंगे। बता दें कि कंपनी ने ट्विटर ब्लू को पिछले साल ही नए रूप में जारी किया था। इसे पहले अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और जापान समेत कुछ देशों में लॉन्च किया गया था।

भारत में ब्लू सर्विस के लिए लगेंगे इतने

बता दें कि ट्विटर ने भारतीय यूजर्स के लिए ब्लू टिक के लिए प्रतिमाह 900 रुपये का चार्ज लेने का फैसला लिया है। बता दें कि भारत में एंड्रॉयड और एप्पल आईफोन यूजर्स दोनों के लिए ब्लू टिक का चार्ज एक समान है। वहीं कंपनी ने 650 रुपये में सबसे कम कीमत वाला प्रीमियम सब्सक्रिप्शन प्लान जारी किया है। यह प्लान वेब यूजर्स के लिए है। लेकिन अगर कोई यूजर एनुअल प्लान लेता है तो उन्हें प्रतिमाह का खर्च 566.70 रुपये आएगा।

दूसरे देशों में ब्लू सर्विस की कीमत

एलन मस्क ने पिछले साल 44 बिलियन डॉलर में ट्विटर को खरीदा था. इसके बाद से उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफार्म में काफी बदलाव किए हैं। एलन मस्क ने पिछले दिनों ब्लू सर्विस का ऐलान किया था। इसके तहत आपको ट्विटर की कुछ अतिरिक्त सेवाओं के लिए चार्ज देना होगा। भारत से पहले ट्विटर ने पिछले दिनों अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और जापान समेत कुछ देशों में ब्लू सर्विस शुरू की थी। इन देशों में ट्विटर ट्विटर का ब्लू सब्सक्रिप्शन का चार्ज वेब यूजर्स के लिए 8 डॉलर प्रति महीने है। सालाना सब्सक्रिप्शन लेने पर 84 डॉलर खर्च करने होंगे। ट्विटर 3 डॉलर ज्यादा एंड्रॉयड यूजर्स से चार्ज करके गूगल को कमीशन देगा।

ब्लू सर्विस में मिलेंगी ये सुविधाएं

कंपनी के अनुसार, भुगतान करके सब्सक्रिप्शन लेने वाले यूजर्स को एडिट ट्वीट बटन, 1080p वीडियो अपलोड, रीडर मोड और ब्लू टिक की सुविधा मिलेगी। बताते चलें कि कंपनी ने अपने पुराने वेरिफिकेशन प्रक्रिया में भी बदलाव किया है। कंपनी के अनुसार, पुराने ब्लू टिक अकाउंट होल्डर्स को अपने ब्लू टिक को बनाए रखने के लिए कुछ महीनों की छूट दी जाएगी। यानी इन्हें भी थोड़े समय बाद अपने अकाउंट पर ब्लू टिक बनाए रखने के लिए सब्सक्रिप्शन लेना ही होगा।

ट्विटर का सर्वर डाउन, यूजर्स को उठानी पड़ी परेशानी, माइक्रोब्लॉगिंग साइट ने मांगी माफी

#twitter_down_users_had_to_face_trouble

दुनिया भर के कई देशों में माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर डाउन हो गया। ट्विटर सपोर्ट ने ट्वीट कर यह जानकारी दी।यूजर्स को ट्वीट करने, मैसेज करने, प्लेटफॉर्म पर नए अकाउंट्स को फॉलो करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

इस तरह की दिक्कत सामने आने के बाद ट्विटर की तरफ से माफी मांगी गई है। ट्विटर सपोर्ट ने ट्वीट किया, “हो सकता है कि ट्विटर आप में से कुछ के लिए उम्मीद के मुताबिक काम न कर रहा हो। परेशानी के लिए खेद है। हम जागरूक हैं और इसे ठीक करने के लिए काम कर रहे हैं।” उनकी तरफ से यह बयान तब आया जब हजारों यूजर्स ने ट्वीट कर उनको सर्विस एक्सेस नहीं कर पाने की सूचना दी।

जानकारी के मुताबिक बुधवार 8 फरवरी की रात से ही ट्विटर यूजर्स को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ यूजर्स को ट्वीट करने पर मैसेज मिल रहा है कि आप डेली लिमिट पार कर चुके हैं। कुछ की शिकायत थी कि जब वो किसी दूसरे यूजर को फॉलो करने की कोशिश की तो संदेशा आया कि आप इस समय ज्यादा लोगों को फॉलो करने में सक्षम नहीं हैं। कई यूजर्स को अपने अकाउंट को लॉगिन करने में समस्या आ रही है। ट्वीटडेक भी काम नहीं कर रहा है। यूजर्स ट्वीट डेक लॉगइन नहीं कर पा रहे हैं।

आउटेज ट्रैकर डाउनडिटेक्टर के मुताबिक, ट्विटर पर गुरुवार को सुबह तीन बजे के आसपास लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह चार बजकर 23 मिनट पर सबसे ज्यादा 810 लोगों ने ट्विटर पर आ रही परेशानी को रिपोर्ट किया। एप पर 43 फीसदी यूजर्स, वेबसाइट पर 25 फीसदी और सर्वर कनेक्शन से जुड़ी 12% रिपोर्ट मिली।

यूजर्स को यह दिक्कत ऐसे वक्त पर आई है जब एलन मस्क की कंपनी ट्विटर ने सब्सक्रिप्शन सर्विस शुरू की है। इसके तहत सब्सक्रिप्शन लेने पर यूजर्स 4000 अक्षरों तक के ट्वीट कर सकते हैं।

लोकसभा में बोले अधीर रंजन-राहुल गांधी ने एक दम सही जगह निशाना साधा, बीजेपी वालों को ‘पप्पू’ बना दिया

#rahulgandhimakespappuofallofyouadhirranjanchoudharytakesjibe 

सदन का बजट सत्र चल रहा है। बुधवार को भी सदन के अंदर पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच नोंक-झोंक देखी गई। इस दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी मंगलवार को राहुल गांधी के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने सही जगह वार किया है। जिससे सत्ता पक्ष के खेमे में खलबली मच गई है। अधीर ने यहां तक कह दिया कि राहुल गांधी ने खुद सत्ता पक्ष को पप्पू बना दिया। जिसपर गृहमंत्री अमित शाह चुटकी लेने से नहीं चूके।

राहुल गांधी ने भाजपा को बनाया ‘पप्पू’-अधीर रंजन

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए अधीर रंजन चौधरी ने राहुल गांधी की ओर से मंगलवार को सदन में दिए गए भाषण की बात करते हुए कहा कि उनके भाषण के बाद पूरा माहौल ही बदल गया है। उन्होंने आगे कहा कि आप चाहे जितना कोशिश करो राहुल गांधी को ‘पप्पू’ बनाने की लेकिन राहुल गांधी ने बीजेपी वालों को ‘पप्पू’ बना दिया।अधीर रंजन चौधरी के बयान पर चुटकी लेते हुए अमित शाह ने कहा, ये एक माननीय सांसद को ‘पप्पू’ नहीं कह सकते हैं, एक सांसद को एक पप्पू कैसे कह सकते हैं?” इसके जवाब में अधीर रंजन ने कहा कि आप समझ रहे हैं कि मैं किस विषय में बात कर रहा हूं, वैसे राहुल गांधी ने एक दम सही जगह निशाना साधा है इसलिए आप लोगों में खलबली मची है।

आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाने का ढिंढोरा पीटा जा रहा-अधीर रंजन

चौधरी ने आगे कहा कि पहली बार ढिंढोरा पीटा जा रहा है कि भाजपा ने आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बना दिया। इससे पहले सदन में किसी की जाति और धर्म को लेकर चर्चा नहीं होती थी। इस सरकार हर चीज को चुनावी बना दिया है। ये सब सियासी फसल उगाने के लिए किया जा रहा है।” उन्होंने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि हम प्रधानमंत्री को कभी ‘दादा ओबीसी प्रधानमंत्री’ नहीं बुलाते हैं, उन्हें पीएम मोदी ही कहते हैं।

खास जैकेट पहनकर संसद पहुंचे पीएम मोदी, प्लास्टिक की बोतलों को रिसाइकल कर बनाई गई

#pmmodireachedparliamentwearingaspecial_jacket 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कपड़े अक्सर चर्चा का विषय बन जाते हैं।अक्सर उनके कपड़े कोई ना कोई खास संदेश देते हैं। इस बार उनकी जैकेट की खूब चर्चा हो रही है।संसद के बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहुंचे थे और वह इस दौरान एक खास जैकेट पहने नजर आए। पीएम मोदी बुधवार को संसद में नीले रंग की खास जैकेट में नजर आए।

आज प्रधानमंत्री संसद परिसर में पहुंचे तो लोगों का ध्यान उनकी खास जैकेट ने खींचा। बता दें कि पीएम मोदी आज संसद में जो जैकेट पहनकर पहुंचे थे, वह 28 सिंगल यूज प्लास्टिक बॉटल से बनाई गई है।यह पीएम मोदी को गिफ्ट के तौर पर मिली है। पीएम मोदी सोमवार को कर्नाटक के बेंगलुरु में आयोजित इंडिया एनर्जी वीक का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्हें इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने खास जैकेट गिफ्ट किया था। जिसे रिसाइकल की गई पीईटी की बोतलों से बनाया गया था।

हर साल 10 करोड़ बोतलों को रिसाइकल करने का लक्ष्य

बता दें कि इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन हर साल 10 करोड़ (100 मिलियन) बोतलों को रिसाइकल करेगा, जिससे सशस्त्र बलों के लिए भी वर्दी बनाई जाएगी।ट्रायल के तौर पर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के विशेषज्ञों ने जैकेट तैयार की थी। जिसे पीएम मोदी को भेंट किया गया है। 

कितने बोतल से बनते हैं कपड़े

इंडियन ऑयल के अनुसार, एक यूनिफॉर्म को बनाने में कुल 28 बोतल को रिसाइकिल किया जाता है। जैकेट बनाने में औसतन 15 बॉटल्स का इस्तेमाल होता है। टी-शर्ट और शॉर्ट्स बनाने में 5 से 6 बॉटल का इस्तेमाल होता है। इसी तरह शर्ट बनाने में 10 और पेंट बनाने में 20 बॉटल का इस्तेमाल होता है।

पर्यावरण संरक्षण में मिलेगी मदद 

प्लास्टिक बॉटल से बने गारमेंट से पर्यावरण के संरक्षण में मदद मिलेगी और पानी की भी भारी बचत होगी। कॉटन को कलर करने में भारी मात्रा में पानी का इस्तेमाल किया जाता है जबकि पॉलीस्टर की डोप डाइंग की जाती है। इसमें पानी की एक बूंद का भी इस्तेमाल नहीं होता है। आईओसी की योजना पीईटी बोतलों का इस्तेमाल करके सशस्त्र बलों के लिए नॉन-कॉम्बैट यूनिफॉर्म बनाने की भी है।

#pmmoditargetedoppositionin_parliament 

पीएम मोदी का विपक्ष पर वार, यूपीए सरकार के वक्त के घोटाले की दिलाई याद, कहा- कांग्रेस की बर्बादी पर हार्वर्ड नहीं, बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों में होंग अध्ययन

प्रधानमंत्री नेरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई साथ ही विपक्ष पर वार किया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चुनौतियों के बिना जीवन नहीं होता है, चुनौतियां तो आती हैं, लेकिन चुनौतियों से ज्यादा सामर्थ्यवान है 140 करोड़ देशवासियों का जज्बा। उनका सामर्थ्य चुनौतियों से भी ज्यादा मजबूत, बड़ा है। अनेक देशों में अस्थिरता का माहौल है। भीषण महंगाई है। खानेपीने का संकट है। हमारे अड़ोस-पड़ोस में भी जिस प्रकार के हालात बने हुए हैं, ऐसी स्थिति में कौन हिंदुस्तानी इस बात पर गर्व नहीं करेगा कि ऐसे समय में भी देश दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है। आज पूरे विश्व में भारत को लेकर पॉजिटिविटी है, एक आशा है, भरोसा है। यह भी खुशी की बात है कि आज भारत को विश्व के समृद्ध देशों के समूह जी-20 की अध्यक्षता का अवसर मिला है। यह देश के लिए गर्व की बात है।

यूपीए के 10 सालों पर उठाए सवाल

2014 से पहले भारत की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल होती थी। यूपीए के 10 साल में महंगाई डबल डिजिट में रही। जिन्होंने बेरोजगारी दूर करने के वादे किए थे। बेरोजगारी दूर करने के लिए इन्होंने कानून बना दिए। यूपीए के 10 साल में कश्मीर से कन्याकुमारी भारत के हर कोने में आतंकवादी हमलों का सिलसिला चल रहा था। हर नागरिक असुरक्षित था। कश्मीर से लेकर उत्तर पूर्व तक हिंसा ही हिंसा थी। इनकी निराशा का कारण यह भी है कि जब देश की क्षमता का परिचय हो रहा है। इन्होंने 10 सालों तक मौके को मुसीबत में बदल लिया। 

पीएम ने यूपीए सरकार के वक्त के घोटाले की दिलाई याद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस समय की यूपीए सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हम सभी को याद है उस समय कॉमनवेल्थ गेम्स में किस तरह से घोटाला हुआ था। उन्होंने कहा कि 2जी से लेकर हेलिकॉप्टर घोटाले किस तरह से सामने आए थे। तब कोयला घोटाला भी चर्चा में आ गया था। देश पर कितने ही आतंकी हमले हुए। 2008 के आतंकी हमलों को कोई भूल नहीं सका। उनमें आंख में आंख मिलाकर हमले करने का सामर्थ्य नहीं था। आतंकियों के हौसले बुलंद होते गए। 10 साल तक खून बहता रहा। 2014 के पहले का दशक लॉस्ट डिकेड के रूप में जाना चाहिए। यह दशक इंडियाज डिकेड कहलाएगा। 

निराशा में डूबे कुछ लोग देश की प्रगति को स्वीकार ही नहीं कर पा रहे-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने लोकसभा में कहा कि भारत में नई संभावनाएं हैं। कइयों को यह बात समझने में देर लग जाएगी लेकिन भारत सप्लाई चेन के मामले में आगे बढ़ गया है। भारत मैन्यूफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित हो रहा है। दुनिया भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देख रही है। निराशा में डूबे हुए कुछ लोग इस देश की प्रगति को स्वीकार ही नहीं कर पा रहे। 140 करोड़ देशवासियों के पुरुषार्थ और परिश्रम उपलब्धि उन्हें नजर नहीं आ रही। 

नौ वर्ष में भारत में 90 हजार स्टार्टअप-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले नौ वर्ष में भारत में 90 हजार स्टार्टअप आए हैं। आज स्टार्टअप के मामले में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। बहुत बड़ा स्टार्टअप ईकोसिस्टम देश की टियर-3 शहरों तक पहुंच चुका है। इतने कम समय में और कोरोना के विकट कालखंड में 108 यूनिकॉर्न बने। एक यूनिकॉर्न यानी छह-सात हजार करोड़ से ज्यादा का मूल्य। आज भारत दुनिया में मोबाइल बनाने में दूसरा बड़ा देश बन गया है। घरेलू विमान यात्रियों के मामले में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं।

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर हमला

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तरफ इशारा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यहां जम्मू कश्मीर की भी चर्चा हुई। जो अभी अभी जम्मू कश्मीर घुमकर आए हैं. उन्होंने देखा होगा कि कितनी शान से आप वहां आ जा सकते हैं। मैं भी जम्मू-कश्मीर में यात्रा लेकर गया था और लाल चौक में तिरंगा फहराने का संकल्प लेकर गया था। लेकिन तब आतंकियों ने पोस्टर लगाए थे कि देखते हैं किसने अपनी मां का दूध पीया है जो लाल चौक पर झंडा फहराता है। उस दिन 24 जनवरी था। मैंने तक भरी सभा में कहा था कि आतंकी कान खोलकर सुन लें 26 जनवरी को ठीक 11 बजे मैं लाल चौक पहुंचुंगा। बिना सुरक्षा के आऊंगा। बुलेट प्रूफ जैकेट के बिना आऊंगा और फैसला लाल चौक पर होगा। आज लोग कश्मीर में बिना चिंता किए घूम सकते हैं। आज कश्मीर में हर घर तिरंगा लगे हैं। वहां शांति हमारी सरकार की वजह से हुई है। कभी तिरंगा से डरने वाले लोग अब तिरंगा फहरा रहे है।

कांग्रेस की बर्बादी पर हार्वर्ड नहीं, बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों में अध्ययन होना है-पीएम मोदी

राहुल गांधी के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी वाले बयान पर पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस की बर्बादी पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में अध्ययन हो चुका है और आगे भी होता रहेगा। पीएम मोदी ने कहा कि मैंने कई बार सुना है। यहां कुछ लोगों को हार्वर्ड का बड़ा क्रेज है। कोरोनाकाल में ऐसा ही कहा गया था और कांग्रेस ने कहा था कि भारत की बर्बादी पर हार्वर्ड में केस स्टडी होगी। और फिर कल सदन में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में स्टडी की बात हुई, लेकिन बीते वर्षों में वहां एक बहुत बढ़िया और महत्वपूर्ण स्टडी हुई। उसका विषय था- द राइज एंड डिक्लाइन ऑफ इंडियाज कांग्रेस पार्टी। मुझे विश्वास है कि भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी पर हारवर्ड नहीं, बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों में अध्ययन होना ही होना है। और कांग्रेस को डुबाने वाले लोगों पर भी अध्ययन होने वाला है। पीएम मोदी ने कहा कि इस प्रकार के लोगों के लिए दुष्यंत ने बहुत अच्छी कविता लिखी है, तुम्हारे पांव के नीचे, कोई जमीन नहीं है। कमाल यह है कि फिर भी तुम्हे यकीन नहीं ।

विपक्ष के आरोपों पर कौन भरोसा करेगा-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि जो अहंकार में डूबे होते हैं, उनको लगता है कि मोदी को गाली देकर ही हमारा रास्ता निकलेगा। अब 22 साल बीत गए वो गलत फहमी पाल करके बैठे हुए हैं। मोदी पर भरोसा टीवी पर चमकते चेहरों से नहीं बना है। जो देशवसियों का मोदी पर भरोसा है वो इनकी समझ से बहुत ऊपर है। क्या ये झूठे आरोप लगाने वालों पर मुफ्त राशन पाने वाले मेरे देश के 80 करोड़ भारतीय कभी इनपर भरोसा करेंगे?

"जब दो नौजवानों ने बाघ को दिखाया बंदूक का लाइसेंस" डिटेल में पढ़िए कैसे पीएम ने लोकसभा में यह किस्सा सुनाकर कांग्रेस को घेरा, बोले, कुछ लोगों को विकास मंजूर नहीं


 पीएम मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि मैं राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद करता हूं। मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे पहले भी कई बार राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद करने का अवसर मिला है, लेकिन इस बार मैं धन्यवाद के साथ राष्ट्रपति जी का अभिनंदन भी करना चाहता हूं।

मोदी ने कहा कि अपने विजनरी भाषण में राष्ट्रपति ने हम सबको और करोड़ों देशवासियों को मार्गदर्शन दिया है। गणतंत्र के मुखिया के रूप में उनकी उपस्थिति ऐतिहासिक और देश की बहन-बेटियों के लिए प्रेरणादायक है। कई सांसदों ने चर्चा में हिस्सा लिया। अपने-अपने आंकड़े और तर्क दिए। सांसदों ने अपनी रुचि के अनुसार अपनी बातें रखीं। जब इन बातों को गौर से सुनते हैं, समझने का प्रयास करते हैं। तो ध्यान में आता है कि किसकी कितनी क्षमता, योग्यता, समक्ष और इरादा है। देश भी इसका मूल्यांकन करता है।

कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा ईकोसिस्टम, समर्थक उछल रहे थे। खुश होकर कहने लगे, ये हुई न बात! शायद नींद भी अच्छी आई होगी, शायद आज उठ भी नहीं पाए होंगे। ऐसे लोगों के लिए कहा गया है, अच्छे ढंग से कहा गया है…

ये कह-कह कर हम दिल को बहला रहे हैं,

वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं…

लगातार हो रहे विकास कार्य से कुछ लोग दुखी हैं

हमारे पड़ोस में जिस प्रकार से हालात बने हुए हैं। कौन इस पर गर्व नहीं करेगा कि ऐसे समय में भी देश दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। आज पूरे विश्व में भारत को लेकर पॉजिटिविटी है। देश के लिए गर्व की बात है, लेकिन मुझे लगता है शायद इससे भी कुछ लोगों को दुख हो रहा है।

एक समय था छोटी-छोटी टेक्नोलॉजी के लिए देश तरसता था। आज देश बड़ी ताकत के साथ आगे बढ़ रहा है। दुनिया के लोग अपने वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट भी नहीं देख पाते हैं। आज हम इसे मोबाइल में ही देख सकते हैं। सदन में हंसी-मजाक, टीका-टिप्पणी, नोंक-झोंक होती रहती है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आज राष्ट्र के रूप में गौरवपूर्ण अवसर हमारे सामने खड़े हैं। गौरव के क्षण हम जी रहे हैं।

देश की प्रगति को स्वीकार नहीं कर पा रहे कुछ लोग

निराशा में डूबे कुछ लोग इस देश की प्रगति को स्वीकार नहीं कर पाते हैं। उन्हें भारत के लोगों की उपलब्धियां नहीं दिखती हैं। देशवासियों के प्रयास का परिणाम है, जिसके कारण दुनिया में डंका बज रहा है। बीते 9 सालों में भारत में 90 हजार स्टार्टअप... दुनिया में हम स्टार्टअप के मामले में तीसरे नंबर पर हैं। इतने कम समय में 108 यूनिकॉर्न बने। 100 साल में आई यह भयंकर महामारी, दूसरी तरफ युद्ध की स्थिति, बटां हुआ विश्व और इस संकट के माहौल में भी देश को जिस तरह से संभाला गया है, इससे पूरा देश आत्मविश्वास से भर रहा है।

खेल में भारत का परचम

खेल की दुनिया में खिलाड़ी अपना रुतबा दिखा रहे हैं। शिक्षा क्षेत्र में भारत आगे बढ़ रहा है। बेटियों की भागीदारी बराबर होती जा रही है। देश में इंजीनियरिंग, मेडिकल कॉलेजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। स्पोर्ट्स के अंदर भारत का परचम... हमारे बेटे-बेटियां लहरा रही हैं।

निराशा में डूबे कुछ लोग

कुछ लोग ऐसी निराशा में डूबे हैं। काका हाथरसी ने कहा था, "आगा पीछा देखकर क्यों होते गमगीन, जैसी जिसकी भावना वैसा दिखे... निराशा का कारण है... जनता का बार-बार हुकुम, लेकिन साथ-साथ इस निराशा के बीचे जो मन में पड़ी चीज है। वो चैन से सोने नहीं देती है। 2004 से 2014 भारत की अर्थव्यवस्था धराशायी हो गई। 10 साल में महंगाई डबल थी। इसलिए कुछ अच्छा होता है तो निराशा होती है। जिन्होंने बेरोजगारी दूर करने के वादे किए थे।

... बाघ को दिखाया बंदूक का लाइसेंस

एक बार जंगल में दो नौजवान शिकार करने के लिए गए। वो गाड़ी में अपनी बंदूक रखकर बाहर टहलने लगे, लेकिन वहीं पर उन्हें बाघ दिखाई दिया। बाघ दिखा तो उन्होंने लाइसेंस दिखाया कि मेरे पास बंदूक का लाइसेंस है। इन्होंने भी बेरोजगारी दूर करने के नाम पर कानून दिखाया। ये इनकी तरीके हैं।

यूपीए की सरकार पर हमला

2004 से 2014 आजादी के इतिहास में घोटालों का समय रहा। कश्मीर से कन्याकुमारी, भारत के हर कोने में आतंकवादी हमलों का सिलसिला 10 साल चलता रहा। हर नागरिक असुरक्षित था। 10 साल में जम्मू-कश्मीर में हिंसा होती रहती थी। 10 सालों में भारत की आवाज ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर कमजोर थी। दुनिया इसे सुनने के लिए तैयार नहीं थी। आज हर मौके को मुसीबत में पलटना यूपीए की पहचान बन गई है।

पूरी दुनिया में ब्लैकआउट चर्चा में आया

ऊर्जा का देश के विकास में अपना एक महत्व होता है। भारत की ऊर्जा शक्ति के उभार की दिशा में चर्चा की जरूरत थी। इस सदी के दूसरे दशक में भारत की चर्चा ब्लैकआउट के नाम पर हुई। पूरी दुनिया में ब्लैकआउट चर्चा में आ गया। कोयला घोटाला चर्चा में आ गया।

यूपी में 1200 करोड़ रुपये का निवेश करेगी जेके सीमेंट

लखनऊ। योगी सरकार की नीतियों और निवेश के लिए उपयुक्त माहौल के चलते न सिर्फ विदेशी बल्कि देश के अंदर भी बड़ी कंपनियां स्वतः ही निवेश के लिए आगे आ रही हैं। इसी क्रम में अब जेके सीमेंट लिमिटेड ने 1200 करोड़ रुपए के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है। इसके अंतर्गत कंपनी आगामी 12 महीनों में 500 करोड़ रुपए के निवेश से प्रयागराज में एक यूनिट की स्थापना करेगी। कंपनी यूपी में 700 करोड़ की दो परियोजनाओं पर पहले से ही काम कर रही है।

 कंपनी के डिप्टी एमडी और सीईओ 10 से 12 फरवरी के मध्य राजधानी लखनऊ के वृंदावन योजना में आयोजित हो रही उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में भाग लेंगे, ताकि यूपी में कंपनी के विकास के लिए दीर्घकालिक रोडमैप तैयार किया जा सके। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी के निर्देश पर जहां विभिन्न देशों के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों में गई टीम योगी को निवेशकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है तो वहीं ऐसे निवेशकों की भी कमी नहीं जो स्वयं प्रदेश में निवेश के लिए बेताब हैं और यूपीजीआईएस का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ये निवेशक अब यूपी में निवेश के लिए अपने रोडमैप के साथ सामने आ रहे हैं। 

उत्तर प्रदेश निवेश का पसंदीदा गंतव्य

कंपनी के डिप्टी एमडी और सीईओ माधवकृष्ण सिंघानिया ने कहा कि हम इस गतिशील राज्य का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं, जिसमें न केवल हमारे लिए भौगोलिक लाभ है, बल्कि यह निवेश और विकास के लिए अवसरों की अधिकता भी प्रस्तुत करता है। व्यवसाय करने में आसानी से लेकर अपने समृद्ध संसाधनों और कुशल कार्यबल के साथ मिलकर एक सहायक व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करने तक, उत्तर प्रदेश निश्चित रूप से हमारी विस्तार योजनाओं के लिए एक पसंदीदा गंतव्य है। जेके सीमेंट को प्रयागराज जिले में 2.50 एमटीपीए की क्षमता वाली अपनी तीसरी क्लिंकर ग्राइंडिंग यूनिट की स्थापना की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है। इस परियोजना के अगले 12 महीनों में 500 करोड़ रुपये के निवेश के साथ पूरा होने की उम्मीद है। इसके साथ ही जेके सीमेंट ने पूर्वी भारत में अपनी पहुंच को और मजबूत किया है। 

1200 करोड़ का हुआ कुल निवेश

कंपनी ने हाल ही में हमीरपुर (बुंदेलखंड) में अपनी दूसरी ग्रे सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट का उद्घाटन किया है। 400 करोड़ रुपए के प्रस्तावित निवेश के साथ पिछले साल यूपी सरकार के साथ हस्ताक्षरित एक समझौता ज्ञापन के तहत हमीरपुर में नवनिर्मित इकाई की कुल उत्पादन क्षमता 2 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) है और इसने काम करना शुरू कर दिया है। वहीं, अलीगढ़ में चालू की गई पहली ग्रीनफील्ड स्प्लिट सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट लगभग 300 करोड़ रुपए के निवेश के साथ 1.50 एमटीपीए की क्षमता के साथ स्थापित की गई थी। 1200 करोड़ रुपये के कुल निवेश के साथ सभी तीन ग्रीनफील्ड ग्राइंडिंग इकाइयां यूपी में अपनी उपस्थिति में सुधार करने और रोजगार के अवसर पैदा करके समुदायों की आजीविका में सुधार के अलावा प्रदेश की अर्थव्यवस्था में भी योगदान देंगी। 

सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के लिए दिए जाएंगे 60 करोड़

कंपनी के संस्थापक एमडी और पूर्व अध्यक्ष यदुपति सिंघानिया के नाम पर एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल स्थापित करने के क्षेत्र में सहयोग करने के लिए आईआईटी कानपुर के साथ एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए हैं। कंपनी ने अपने सीएसआर के हिस्से के रूप में 60 करोड़ रुपए के वित्त पोषण के साथ कानपुर में 'यदुपति सिंघानिया मेमोरियल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल' का समर्थन करने के लिए सहमति व्यक्त की है। यह अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा जो सभी को शीर्ष चिकित्सा देखभाल प्रदान करेगा।