ब्रेकिंग,धनबाद: एसीबी ने धनबाद के एक रिटायर्ड अमीन को किया गिरफ्तार


धनबाद : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी एसीबी ने रिंग रोड भू-अर्जन मुआवजा घोटाला मामले में एक रिटार्यड अमीन को गिरफ्तार किया है.

आज सुबह एसीबी की टीम द्वारा रिटार्यड अमीन के आवास पर छापामारी जारी है, वहीं दस्तावेजों की जांच पड़ताल की जा रही है.

धनबाद अग्निकांड:हाइकोर्ट के सज्ञान के बाद धनबाद प्रशासन रेस,अपार्टमेंट का सर्वे शुरू,नगर निगम का फरमान सभी अपार्टमेंट लगाएं अग्निशामक यंत्र

धनबाद : पिछले दिन आग लगने की दो अलग-अलग घटनाओं ने धनबाद ही नही पूरे देश के लोगों को झकझोड़ दिया है।

 इस घटना के बाद बड़े बड़े बिल्डिंग और अपार्टमेंट की सुरक्षा पर सवाल उठाने लगा है,उसके नक्शा पास होने और सरकार द्वारा सुरक्षात्मक।मानदंड को लेकर भी तंत्र की विफलता भी सामने आयी है। इस बीच हाईकोर्ट ने भी घटना यपर संज्ञान लेते हुए उपायुक्त एवं नगर निकायों को सुरक्षा की जांच करने का निर्देश दिया। जिसके बाद नगर निगम और धनबाद जिला के प्रशासन रेस हुआ है।

 नगर निगम ने भी सक्रियता बरतते हुए धनबाद के अपार्टमेंट, माल और घरों की सुरक्षा आडिट शुरू कर दी है। नगर निगम ने इसके लिए अलग से टीम भी बनाई है।

नगर निगम का अल्टीमेटम

इस बीच नगर निगम ने धनबाद के लोगों के लिए सार्वजनिक सूचना जारी करते हुए कहा है कि सभी घर, अपार्टमेंट, शापिंग माल, मार्केट कांप्लेक्स और अन्य सभी तरह के प्रतिष्ठान अपने यहां अग्निशामक यंत्र स्थापित करें। मानकों के अनुसार अग्निशामक रखने के साथ ही इसे चलाना भी सुनिश्चित करें। निगम की ओर से इसके लिए सात दिन का समय दिया गया है। इस समय सीमा के अंदर अग्निशमन विभाग से एनओसी भी प्राप्त करना है कि आपने अपने यहां अग्निशामक यंत्र स्थापित कर लिया है। इसके बाद इसकी जांच होगी। जहां भी अग्निशामक यंत्र नहीं पाया गया, वहां नगरपालिका एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी।उ

आग पर काबू के लिए अग्निशामक यंत्र बेहतर विकल्प

गौरतलब है कि पेपर, की-बोर्ड, कपड़े, लकड़ी, कोयले से लगी आग को बुझाने में ही पानी या फोम अग्निशामक का प्रयोग करना चाहिए। आग एक रासायनिक क्रिया है जिसके लिए आक्सीजन, ईंधन और तापमान चाहिए होता है। सामान्यतः आग लगने पर पानी से बुझाने की कोशिश की जाती है, जबकि सच्‍चाई यह है कि सभी प्रकार की आग को पानी से नहीं बुझाया जा सकता है। सामान्य तौर पर अग्निशामक यंत्र प्रेशर वेसल सिलेंडर में होता है। इसमें शामिल पदार्थ आग पर डालने से बुझाने में मदद मिलती है।

आग की प्रकृति के अनुसार उसे बुझाने के लिए किया जाता है पहल

पानी आग बुझाने का सबसे सामान्य प्रकार है। अधिकांश जगह पानी या फोम अग्निशामक होता है। इसे पहचानना बहुत आसान है।

 इसका लेबल लाल रंग का होता है। इसके रंग को देख कर हम इसे आसानी से पहचान सकते हैं।

 इससे पेपर, की-बोर्ड, कपड़े, लकड़ी और कोयले से लगी आग को बुझाने में मदद मिलती है। इसका इस्तेमाल बिजली के उपकरणों, ज्वलनशील तरल मसलन तारपीन, पेंट या ज्वलनशील मीथेन, ब्यूटेन, हाइड्रोजन, पेट्रोल, डीजल से लगी आग को बुझाने में बिल्कुल नहीं करना चाहिए। इसका इस्तेमाल ज्यादातर कार्यालयों, स्कूल, अस्पताल, मकान, गोदाम आदि में किया जाता है।

कई तरह के होतें हैं अग्निशामक यंत्र

जलयुक्त अग्निशामक यंत्र

ड्राई पाउडर अग्निशामक

सीओ-टू अग्निशामक यंत्र

कार्बन टेट्रा क्लोराइड सीटीसी अग्निशामक यंत्र

फोम अग्निशामक यंत्र

अन्य सहायक पदार्थ : रेत से भरी बाल्टी, सूखी मिट्टी, गीले माेटे कपड़े, पानी

धनबाद के जोगता थाना क्षेत्र में बम विस्फोट,चार बच्चे घायल,एक की हालत गंभीर

(झारखंड डेस्क)

धनबाद में एक बार फिर बम ब्लास्ट हुआ जिसमें चार बच्चे घायल हो गए। घटना जोगता थाना क्षेत्र की है।घायलों का इलाज द्वरिका दास जलान अस्पताल में चल रहा है। एक बच्चे की हालत नाजूक है जिसके कारण उसे दुर्गापुर मिशन अस्पताल में भेज दिया गया है।मामले की पुलिस तफ्तीश कर रही है।

घटना के संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार सिजुआ बीस के रहने वाले बच्चे रूसी बिहार जाने वाले रास्ते के पुलिया के नीचे की झाड़ियों में पेड़ से बेर तोड़ रहे थे। बच्चों द्वारा पत्थर पेड़ पर चलाया जा रहा था। इस दौरान पत्थर पेड़ पर जाने के बाद बम पर गिरा और ब्लास्ट हो गया।

इस संदर्भ में घायल एक बच्चा सोहराब ने बस्तय कि बम के ऊपर पत्थर गिरने के बाद अचानक वह ब्लास्ट हो गया है। फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

 विस्फोट में घायल तीन बच्चे को इलाज के लिए बरटांड़ स्थित द्वारिका दास मेमोरियल अस्पताल लाया गया. इन तीनों में शशांक नामक बच्चे की स्थिति गंभीर है। जिसे दुर्गापुर मिशन अस्पताल रेफर कर दिया गया है। इलाज के लिए भर्ती कराए गए सोहराब नामक बच्चे के दोनों पैर जख्मी हुए हैं। उसके दोनों पैरों में पट्टी बाधा हुआ है। सोहराब को इलाज के बाद अस्पताल से घर भेज दिया गया है। वहीं समर नामक बच्चे का इलाज द्वारिका दास मेमोरियल अस्पताल में चल रहा है एक अन्य बच्चा जो इस हादसे में जख्मी है, उसका इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है।

 हादसे के बाद जोगता पुलिस घटनास्थल पर पहुंची वे मामले की तफ्तीश में जुटी है। घटनास्थल की घेराबंदी कर दी गई है।

पूर्व मेयर ने की इस घटना की निंदा,कहा कोयले के बर्चस्व के लिए बमबाजी के लिए रखा गया था बम

 इस घटना की सूचना मिलते हीं अस्पताल में बच्चों को देखने पूर्व मेयर व भाजपा नेता चंद्रशेखर अग्रवाल पहुंचे।उन्होंने कहा कि अवैध कोयले के वर्चस्व को लेकर लगातार बमबाजी की घटनाएं घट रही हैं। आज का यह हादसा उसकी वजह से है। वर्चस्व में शामिल लोग आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को आश्रय देकर रखते हैं। अपने वर्चस्व को कायम करने के लिए वे बम का इस्तेमाल करते हैं। यह हादसा भी उसी कड़ी का एक हिस्सा है। लोग आज गलत तरीके से पैसा कमाने में लगे हैं, लेकिन इसके दुरगामी परिणाम और भी बुरा देखने को मिलेगा।

जांच में जुटी पुलिसःवहीं विस्फोट की जानाकारी मिलने पर जोगता थाना पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची। घटना की जानकारी लेने के बाद पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया है। घटनास्थल को सील करने के बाद पुलिस की आगे की कार्रवाई में जुट गई है। पुलिस यह पता लगा रही है कि आखिर वहां झाड़ियों में विस्फोटक आया कहा से और यह किसका था।