*सरकार से किसानों की गुहार, आवारा पशुओं से मिले निजात*
अमेठी- आवारा पशु, पशुपालकों द्वारा उत्पन्न की गई योगी सरकार के प्रथम कार्यकाल की ऐसी समस्या है, जिसका समाधान सरकार अपने द्वितीय कार्यकाल में भी नहीं ढूँढ पा रही और किसानों का विश्वास सरकार पर से उठता ही जा रहा है।
बात अगर सैंतालिस ग्राम पंचायतों वाले विकास खंड भेटुआ की तो यहाँ हर ग्राम पंचायत के हर पुरवे में आवारा पशु किसानों की खेती का काल बने हुए हैं, लेकिन न तो यहाँ का प्रशासन आवारा पशुओं को नियंत्रित कर सका और न ही आवारा पशुओं की संख्या बढ़ने से रोकने के लिए कोई ठोस इंतजाम ही देखने को मिल रहे हैं। आलम यह है कि अब भेटुआ के किसान सरकार के निर्देशों को धता बता आवारा पशुओं की समस्या पर सरकार को गुमराह कर आंख मूंदे बैठे अमेठी प्रशासन को धिक्कारते हुए सरकार से कार्यवाही की मांग कर रहे हैं।
विकास खंड भेटुआ के संड़िला,शिवगढ़ जलालपुर,गंगहुआ,परतोष मानिक,सरूवांवा,पूरे गिरधरशाह,हीरापुर, बंदोइया,श्री का पुरवा जैसे दर्जनों गांवों के किसानों का कहना है कि सुनने को मिलता है कि सरकार आवारा पशुओं की समस्या को दरकिनार करने वाले जिम्मेदारों पर कठोर कार्यवाही करने के दंभ भरती है, यदि सरकार की बातों में जरा सा भी दम है तो भेटुआ सहित जनपद में समस्या को नजरअंदाज करने वाले जिम्मेदारों पर कार्यवाही आखिर कब होगी, हमें आवारा पशुओं की समस्या से निजात आखिर कब मिलेगी?
Feb 05 2023, 20:01