*Lux Shyam Kolkata Tigers Triumph Over Sobisco Smashers Malda by 7 Wickets in WBPTL 2025*

Sports

Sports Desk : In an exciting clash at the JU 2nd Campus Ground, Lux Shyam Kolkata Tigers defeated Sobisco Smashers Malda by 7 wickets in Match 9 of the Bengal Pro T20 League (Women’s). After winning the toss and opting to field, Lux Shyam Kolkata Tigers showcased an all-round performance that secured them the win with 10 balls to spare.

Sobisco Smashers Malda, batting first, posted a total of 140 for 5 in 20 overs. The innings was anchored by Shrabani Pal, who scored a well-crafted 55 off 48 balls (4 fours), and Sukanya Parida, who contributed 31 off 25 balls (3 fours).

For Lux Shyam Kolkata Tigers, the standout bowlers were Mita Paul, who claimed 2 wickets for 20 runs in 4 overs, and Salma Khatun (U-15), who also picked up 2 wickets conceding 40 runs in her spell.

In response, Lux Shyam Kolkata Tigers chased down the target, finishing at 141 for 3 in 18.2 overs. The innings was dominated by Mita Paul, who played a match-winning knock of 89 off 60 balls, studded with 14 fours and a six. Parna Paul supported the chase with a quick 26 off 11 balls (2 fours, 1 six).

Among the Sobisco bowlers, Nandini Biswas was the most economical, with 1 wicket for 26 runs from 4 overs, while Riya Kumari Mahato took 1 for 5 in 1 over.

Mita Paul was adjudged the Player of the Match for her outstanding all-round performance, contributing with both bat and ball.

This win reinforces Lux Shyam Kolkata Tigers' strong position in the ongoing WBPTL 2025.

PIC Courtesy by: CAB

दुमका : पाचुवाड़ा कोयला खान विस्थापित एवं प्रभावित संघ सड़क पर उतरा, कोयले के खनन व परिवहन को अनिश्चितकालीन के लिए कराया बंद
दुमका : दुमका में पाचुवाड़ा कोयला खान विस्थापित एवं प्रभावित संघ ने अनिश्चितकाल के लिए कोयला की ढुलाई एवं परिवहन को रविवार को बंद करा दिया है। संघ के नेतृत्व में स्थानीय एवं विस्थापन का दंश झेल रहे लोग सड़कों पर उतर गए है। संघ ने कोयले के परिवहन के लिए पाकुड़ के अमड़ापाड़ा खदान से लेकर दुमका रेलवे साइडिंग तक अलग से कोल कॉरिडोर बनाने, आदिवासियों के जमीन का मुआवजा राशि 4.64 करोड़ रूपये प्रति एकड़ की दर भुगतान करने की मांग के साथ ही कई अन्य मांगे रखी है। सामान्य वाहनों के आवागमन एवं परिचालन को बंदी से मुक्त रखा गया है। पाकुड़ जिले के अमड़ापाड़ा में पाचुवाड़ा कोल माइंस परियोजना का लीजधारक WBPDCL है और यहाँ से पश्चिम बंगाल के थर्मल पावर स्टेशन के लिए प्रतिदिन हजारों टन कोयले का खनन कर दुमका रेलवे साइडिंग से भेजा जाता है। संघ ने अमड़ापाड़ा में कोयले के खनन एवं परिवहन पर सवाल उठाया है और पूरी प्रक्रिया को अवैध बताया है। रविवार को दुमका के काठीकुण्ड प्रखंड के चांदनी चौक पर गोपीकांदर, काठीकुंड और दुमका प्रखंड के ग्रामीण पाचुवाड़ा कोल परियोजना के विभिन्न गतिविधियों के खिलाफ जोरदार तरीके से विरोध दर्ज कराने के लिए गोलबंद होकर दुमका साहेबगंज गोविंदपुर हाइवे पर चलने वाले कोयला वाहनो को अनिश्चितकालीन के लिए बंद करा दिया और वहीं धरना पर बैठ गए। ग्रामीणों की मांग है कि जब तक इसे लेकर कोई ठोस पहल नहीं की जाती है तब तक कोयले की खनन एवं परिवहन बंद रहेगा। स्थानीय लोगों एवं विस्थापितों के इस आंदोलन का दुमका के सांसद प्रतिनिधि जोन सोरेन सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े अन्य कई लोगों द्वारा समर्थन किया जा रहे है। आंदोलनकारियों का आरोप है कि पश्चिम बंगाल पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (WBPDCL) द्वारा बिना भूमि अधिग्रहण और स्थानीय लोगों की सहमति के उनके गांवों की जमीन का इस्तेमाल कोयले के खनन और परिवहन के लिए किया जा रहा है। यह गतिविधियां आदिवासी अधिकारों और पर्यावरणीय संतुलन दोनों के लिए गंभीर खतरा बताई गई हैं। संघ की संरक्षक मुन्नी हांसदा ने कहा कि दुमका के रेलवे स्टेशन मे अमड़ापाड़ा कोल ब्लॉक से BGR कंपनी के द्वारा प्रतिदिन 10000 से अधिक डीजल चालित ट्रकों से लगभग 60,000 टन कोयले का परिवहन किया जा रहा है, जिससे गांवों की सड़कों की हालत बदतर हो गई है और वातावरण में धूल एवं प्रदूषण का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है. इस खनन और परिवहन से न केवल पर्यावरण पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है, बल्कि स्थानीय लोगों की जान-माल की भी क्षति हो रही है। पचुवाड़ा कोयला खान-परिवहन प्रभावित संघ के बैनर तले एक आम सूचना जारी कर कंपनी और सरकार से 11 सूत्री मांगों को तत्काल पूरा करने की मांग की गयी है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
सुशासन तिहार : जशपुर जिले के दोकड़ा गांव पहुंचे सीएम साय, पीएम आवास के हितग्राहियों को सौंपी चाबी, बोर्ड टॉपर्स का किया सम्मान

रायपुर-  सुशासन तिहार के तीसरे चरण में प्रदेश के कोने-कोने में शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की वस्तुस्थिति जानने निकले प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का उड़नखटोला आज उनके गृह जिले जशपुर के दोकड़ा ग्राम में उतरा। यहाँ समाधान शिविर में उन्होंने सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों पर की गई कार्यवाही और पीएम आवास सहित अन्य योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद कर योजनाओं की हकीकत जानी। मुख्यमंत्री श्री साय ने आमनागरिको को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं आपके गाँव घर का बेटा हूँ। मेरा सौभाग्य है कि आपके आशीर्वाद से प्रदेश का मुख्यमंत्री बना। प्रदेश को विकास की राह में ले जाना मेरा संकल्प है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि आपके आशीर्वाद से हमारी सरकार बनी है। विगत डेढ़ वर्ष में विकास के लिए कार्य कर रहे हैं। सरकार बनते ही पहले केबिनेट में पीएम आवास के हितग्राहियों के लिए 18 लाख आवास की स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार आवास बन रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिलासपुर में 3 लाख आवास के हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया। अम्बिकापुर में केंद्रीय पंचायत मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 51 हजार हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिनका मकान पक्का नहीं है उन्हें चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। एसईसीसी और आवास प्लस के सर्वे में जिनका भी नाम है सभी का मकान बनेगा। प्रधानमंत्री ने पीएम आवास के लिए इस वर्ष बजट में बड़ी राशि का प्रावधान किया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमने किसानों से जो वादा किया था उसे पूरा किया। 31 सौ रुपए प्रति क्विंटल में धान खरीदी, प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी, दो साल का बकाया बोनस की राशि भी दी। भूमिहीन कृषि मजदूरों को राशि देना शुरू किया है। महतारी वन्दन योजना से महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार की राशि देकर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और महिला सशक्तिकरण का काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि तेन्दूपत्ता के हितग्राहियों को लाभान्वित करने 4000 एकड़ प्रति मानक बोरा पारिश्रमिक राशि को बढ़ाकर 5500 रुपये कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि रामलला दर्शन योजना अंतर्गत अयोध्या में प्रभु राम के दर्शन के लिए तीर्थ यात्रियों को भेजने के साथ ही अब मुख्यमंत्री तीर्थ योजना प्रारंभ की गई है। इस योजना में हमारे प्रदेश के 60 वर्ष से अधिक कोई भी व्यक्ति देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों में निःशुल्क जा पाएंगे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि हमारी सरकार ने जमीन रजिस्ट्री की प्रक्रिया को आसान बनाकर नामान्तरण की प्रक्रिया को भी सरल कर दिया है। अब नामान्तरण के लिए किसी के पास जाने की जरूरत नहीं है। जमीन रजिस्ट्री के साथ ही नामांतरण हो जाएगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि ग्रामीणों को बैंकिंग सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है। अटल डिजिटल सेवा केंद्र के माध्यम से प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों में सेवाएं उपलब्ध होगी। किसानों को गाँव से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। अभी 24 अप्रैल को प्रदेश के 1460 ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र प्रारंभ किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने स्वयं भी देखा है कि इस सेवा का लाभ आम जनमानस को मिल रहा है। इस अवसर पर पत्थलगांव की विधायक और सरगुजा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष गोमती साय ने कहा कि यह सुशासन का साक्ष्य है, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की सरकार घर-घर पहुँच रही है। गाँव की समस्याओं को सुनकर दूर किया जा रहा है। केंद्र और राज्य की योजनाओं को जरूरतमंद तक पहुचाने के लिए सरकार लगी है। कलेक्टर रोहित व्यास ने जिले में सुशासन तिहार अंतर्गत प्राप्त आवेदनों के निराकरण की जानकारी देते हुए बताया कि एक लाख 32 हजार से अधिक प्राप्त आवेदनों में से एक लाख 28 हजार से अधिक आवेदनों का निराकरण किया गया है। जशपुर जिले में 54 क्लस्टर में शिविर का आयोजन किया जा रहा है। 97 प्रतिशत आवेदन का निराकरण कर लिया गया है। कलेक्टर ने बताया कि सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदन के आधार पर हितग्राहियों को योजनाओं से भी लाभान्वित किया गया है। कुछ मांग शासन को स्वीकृति के लिए भेजी गई है। उन्होंने कहा कि समयबद्ध तरीके से हर आवेदन के निराकरण की कोशिश की गई। ग्राम दोकड़ा के समाधान शिविर में ग्राम पंचायतों के अंतर्गत 3258 आवेदन प्राप्त हुए थे। जिसमें से अधिकांश का निराकरण कर लिया गया है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, संभागायुक्त नरेन्द्र कुमार दुग्गा, आईजी दीपक झा, कलेक्टर रोहित व्यास, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या देवी साय सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी सहित गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

कमी को नोटकर ठीक करने के दे रहे निर्देश

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मोदी की गारंटी को पूरा किया गया है। उन योजनाओं के तहत कार्य हुआ है या नहीं, इसे धरातल में जानने के लिए दौरा कर रहे हैं। आज जशपुर जिले के दोकड़ा आया हूँ, यह मेरा 21वां जिला है। मेरे अलावा मंत्री,सांसद,विधायक और मुख्य सचिव सहित वरिष्ठ अधिकारी भी समाधान शिविरों में जा रहे हैं। मैं आकस्मिक निरीक्षण के तहत प्रदेश के हर दूरस्थ अंचलों में पहुँचने की कोशिश कर रहा हूँ। पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर लोगों की समस्याओं को सुन रहा हूँ। सभी जगह व्यवस्था ठीक है और जहाँ कोई कमी है उसे नोटकर अधिकारियों को कमी ठीक करने के निर्देश दिए जा रहे हैं।

दोकड़ा में कॉलेज,पीएचसी का उन्नयन, मिनी स्टेडियम सहित अन्य कार्यों की मुख्यमंत्री ने की घोषणा

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ग्राम दोकड़ा को अपना गाँव घर बताया और यहाँ के लोगों को अपना। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों ने उन्हें 4 बार सांसद बनाया। मैनी नदी में पुल यहाँ के लोगों की प्रमुख मांग थी, जिसे पूरा कर दिया गया था। अभी जो माँग आई है उसे भी पूरा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री साय ने दोकड़ा में उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज खोलने की घोषणा की। उन्होंने यहाँ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उन्नयन करने, वनवासी कल्याण आश्रम, प्राचीन शिव मंदिर के प्रांगण का जीर्णाेद्धार, डोरियामुड़ा तालाब का सौंदर्यीकरण, पुराने मंगल भवन के जीर्णाेद्धार के लिए राशि 20 लाख देने और इस क्षेत्र के युवाओं को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए एक मिनी स्टेडियम निर्माण की भी घोषणा भी की।

पीएम आवास की चाबी,समूह को चेक का किया वितरण मुख्यमंत्री ने किया हितग्राहियों से संवाद और सामग्री का वितरण

जशपुर जिले के कांसाबेल ब्लॉक अंतर्गत ग्राम दोकड़ा के समाधान शिविर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हितग्राहियों को अनेक सौगातें दी। उन्होंने पीएम आवास के हितग्राही बिकेश्वर राम, सुमेर सिंह से संवाद किया। पीएम आवास के हितग्राही सुमेर सिंह ने खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री को अपने घर भी आमंत्रित किया। समाधान शिविर में राशनकार्ड प्राप्त करने वाले परमेश्वर राम, किसान क्रेडिट कार्ड के हितग्राही संजय शर्मा ने भी समस्या का समाधान के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने शिविर स्थल पर पीएम आवास के हितग्राहियों को चाबी सौंपी। खाद्य विभाग अंतर्गत राशनकार्ड, समाज कल्याण विभाग अंतर्गत पेंशन स्वीकृति पत्र, मत्स्य विभाग अंतर्गत जाल और आइस बॉक्स, कृषि विभाग अंतर्गत केसीसी कार्ड, महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत बैग एवं टिफिन बॉक्स, बॉटल, उद्यानिकी विभाग अंतर्गत किसानों को सब्जी बीज किट, मनरेगा अंतर्गत जॉब कार्ड स्वीकृति आदेश,स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत आयुषमान कार्ड, फ़ूड बॉक्स, एनआरएलएम अंतर्गत महिला समूह के सदस्यों को मुद्रा लोन का चेक और क्रिकेट खिलाड़ियों को क्रिकेट किट आदि का वितरण किया।

दसवीं-बोर्ड परीक्षा के टॉपर विद्यार्थियों का किया सम्मान

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जशपुर जिले के विद्यालयों से पढ़ाई कर माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा में टॉप कर जिले का राज्य स्तर पर नाम रोशन करने वाले विद्यार्थियों का सम्मान किया। उन्होंने कक्षा 12 वी कक्षा में राज्य में पांचवा स्थान हासिल करने वाली नेहा एक्का और कक्षा दसवीं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले नमन खुटिया सहित अन्य विद्यार्थियों का सम्मान कर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।

आजमगढ़: भारतीय महिला फ़ेडरेशन का 22 वा जिला सम्मेलन सम्पन्न , स्त्री श्रम शक्ति की भूमिका विषय पर हुआ गोष्ठी का आयोजन

जमगढ़।शुक्रवार को भारतीय महिला फेडरेशन आजमगढ़ का 22 वा जिला सम्मेलन एवं स्त्री श्रम शक्ति की भूमिका विषय पर गोष्ठी साहित्य से दोस्ती साथी केंद्र तहसील निजामाबाद में डॉ इंदू श्रीवास्तव की अध्यक्षता और संचालन जितेंद्र हरि पाण्डेय ने किया।इस अवसर पर सबसे पहले सम्मेलन की पर्यवेक्षक मंजू शास्त्री एडवोकेट ने ध्वजारोहण किया।झंडा गीत के बाद देश की प्रथम शिक्षक सावित्री बाई फुले और क्रांतिकारी दुर्गा भाभी के चित्र पर माल्यार्पण के करके उन्हें नमन किया गया।
         कार्यक्रम की शुरुवात प्राथमिक विद्यालय मोलनापुर के बच्चे रिया कुमार,अर्चना यादव,राज यादव ने शिक्षक विक्रम मौर्य के निर्देशन में कठिन योगा और बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ गीत पर नृत्य किया। सूरज पाल ने डफली पर गीत प्रस्तुत किया।
   सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि मंजू शास्त्री ने कहा कि महिलाओं के साथ जो अन्याय, शोषण और गैर बराबरी है उसके,महिला हिंसा के विरुद्ध भारतीय महिला फेडरेशन कार्य करता है।उन्होंने आगे कहा कि संसद और विधान सभाओं में महिलाओं को तैंतीस प्रतिशत आरक्षण को अमलीजामा पहनाया जाय।
       गोष्ठी में बोलते हुए बनारस से आईं प्रोफेसर डॉ इंदू श्रीवास्तव ने मजदूर दिवस और महिला श्रम पर विस्तार से अपनी बात रखते हुए कहा कि यहां बैठी हर महिलाएं कोई न कोई कार्य कर रही हैं।जो महिलाएं मजदूरी या घर में कार्य कर रही हैं उनके समक्ष बहुत परेशानियां हैं।उन्होंने आगे कहा कि जिस दिन दुनियां की आधी आबादी का हिसाब होगा उस दिन दुनियां की सबसे बड़ी चोरी पकड़ी जाएगी।उन्होंने महिलाओं से अपील किया कि आप खुद के हक और अधिकार के लिए जागरूक और संगठित होकर कार्य करें तभी स्त्री मुक्ति का नारा फलीभूत हो पाएगा।
      सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि प्रगतिशील लेखक संघ उप्र के राष्ट्रीय महासचिव डॉ संजय श्रीवास्तव ने कामगारों और स्त्री शिक्षा और अधिकार पर बोलते हुए कहा कि इंसान को इंसान की तरह रहने के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण है।आज देश में धार्मिक जातीय झगड़े,अंधविश्वास और आतंकवाद बढ़ गया है जिसे खत्म करने के लिए भाई चारा और आपसी एकता को मजबूत करना होगा।
       सांगठनिक चुनाव में नौ सदस्यों की जिला समिति का गठन किया गया।जिसकी अध्यक्षत डॉ इंदू श्रीवास्तव और जिला सचिव इंद्रावती सहित साथ सदस्यों की जिला कार्यसमिति का चुनाव किया गया।जिसमें उर्मिला,प्रेमशिला,सत्यभामा,   प्रमिला, सूचीबाला, रीना,रेखा को कार्यकारिणी सदस्य चुना गया।इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला प्रतिनिधि उपस्थित रहीं।जिसमें फूलमती यादव, रीता,मनभावती,कुमारी,नेहा,सुनी ता के अलावा हरिमंदिर पाण्डेय,हरि,अशोक यादव,अजय कुमार तिवारी,खरपत्तू राजभर,जियालाल,राजनाथ राज, वी सी यादव, अब्दुल्लाह आदि लोग उपस्थित रहे।
                   
    
Aryansh Health Care: Varanasi’s Trusted Name in Women’s Health Led by Renowned Gynecologist Dr. Ruchi Sinha

  

Varanasi, Uttar Pradesh – Aryansh Health Care, a premier gynecology and women’s wellness center located in the spiritual and cultural heart of Varanasi, is making headlines for transforming the lives of hundreds of couples and setting new standards in women's healthcare. At the forefront of this achievement is the center’s founder and chief consultant, Dr. Ruchi Sinha, MBBS, MS – one of Varanasi’s most respected and trusted gynecologists.

With over a decade of dedicated medical experience and a gold-standard education from Institute of Medical Sciences, Banaras Hindu University (IMS BHU) – one of the top medical institutions in the country – Dr. Ruchi Sinha has emerged as a beacon of hope for women facing complex gynecological and fertility challenges.

Dr. Ruchi Sinha has successfully helped more than 500 couples achieve parenthood, offering a combination of evidence-based medicine, personalized care, and emotional support. Her patient-first approach, clinical excellence, and deep empathy have earned her immense goodwill not only in Varanasi but also across neighboring districts in Eastern Uttar Pradesh and Bihar.

“Infertility is not just a medical condition, it’s an emotional journey. At Aryansh Health Care, we focus on supporting women and couples at every step – from diagnosis to successful delivery,” says Dr. Ruchi Sinha. “I feel truly blessed to have played a role in bringing joy to over 500 families. Every smile of a newborn child in the arms of a parent who once lost hope – that is my true reward.”

Aryansh Health Care provides a full range of gynecological and obstetric services, including:

Infertility management and IUI consultations

High-risk pregnancy care

PCOD/PCOS and menstrual disorder treatments

Laparoscopic and minimally invasive gynecological surgeries

Antenatal care and delivery services

Preventive screenings and health checkups for women of all ages

With a fully equipped facility, warm and trained staff, and advanced diagnostic support, Aryansh Health Care has built a reputation for excellence in clinical outcomes and patient satisfaction. The clinic is also known for offering honest, affordable, and ethical treatment plans, ensuring quality care is accessible to everyone.

Dr. Sinha is a strong advocate for women's health awareness. Through her public seminars, health camps, and online presence, she regularly educates young women about reproductive health, menstrual hygiene, and the importance of early detection of gynecological conditions.

As Varanasi continues its development as a key regional healthcare hub, Aryansh Health Care stands committed to leading the way in women’s wellness, maternal care, and fertility support.

Visit for more : 25A, Siddhigiri Bagh Rd, Kasturba Nagar, Sigra, Varanasi, Uttar Pradesh 221010

Website : www.Drruchisinha.com

 

बिना रजिस्ट्रेशन कुकुरमुत्ता की तरह झोलाछाप डॉक्टर के चल रहा क्लीनिक, डॉक्टर गिरजेश पांडे पर गंभीर आरोप

बलरामपुर।ग्राम हरैय्या चंदरसी में मानकों की उड़ रही धज्जियाँ, मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़

नारकोटिक दवाओं की अवैध बिक्री का अड्डा बनता जा रहा है पचपेड़वा का यह क्लीनिक

बलरामपुर जनपद के विकासखंड पचपेड़वा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत हरैय्या चंदरसी में स्थित एक क्लीनिक इन दिनों चर्चाओं में है। जानकारी के अनुसार, इस क्लीनिक को डॉक्टर गिरिजेश पांडे द्वारा संचालित किया जा रहा है, लेकिन न तो इसका कोई विधिवत रजिस्ट्रेशन है और न ही चिकित्सा मानकों का पालन किया जा रहा है।

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि यहां मरीजों का इलाज मनमाने तरीके से किया जा रहा है, जिससे उनकी जान को खतरा हो सकता है।

सबसे गंभीर बात यह है कि इस क्लीनिक में नारकोटिक (मादक) दवाओं की भी अवैध बिक्री की जा रही है। इन दवाओं का उपयोग नशे के रूप में भी किया जा सकता है, जिससे युवाओं में इसकी लत लगने का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों ने बताया कि डॉक्टर पांडे के पास न तो फार्मेसी लाइसेंस है और न ही नारकोटिक दवाओं के स्टॉक की कोई वैध अनुमति।

स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते यह क्लीनिक अब तक बेधड़क संचालित हो रहा है। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से इस क्लीनिक की तत्काल जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगाई गई तो यह लोगों की जान पर भारी पड़ सकता है और समाज में नशाखोरी की समस्या को और बढ़ा सकता है।

प्रशासन को चाहिए कि तुरंत संज्ञान लेकर जांच शुरू करे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

भारत में हो रहा है एक नई स्टार्टअप क्रांति का आग़ाज़

  

एस.एस.के. भारत ग्रुप का एक ऐतिहासिक कदम२१वीं सदी का भारत आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है। हम सब मिलकर एक ऐसेभारत की

कल्पना कर रहेहैं, जो फिर से“विश्वगुरु” कहलाए - एक ऐसा भारत जो न केवल ज्ञान और संस्कृति

मेंअग्रणी हो, बल्कि कृषि, ऊर्जा, उद्योग और उद्यमिता मेंभी दुनिया को दिशा दे।

इसी सोच को साकार रूप देनेके लिए एस.एस.के. भारत ग्रुप नेदेश मेंपहली बार ग्रामीण भारत का

विकास और किसानों के सशक्तिकरण को केंद्र मेंरखकर एस.एस.के. भारत काशी विश्वनाथ मिनी

इंडस्ट्री एंड बिजनेस पार्क का निर्माणकार्य प्रारंभ किया है। यह परियोजना उत्तर प्रदेश के वाराणसी

जिलेके खरका गाँव मेंतेज़ी सेआकार लेरही है। इसका पहला चरण पूर्ण हो चुका है, और जुलाई

२०२५ तक यह पूरी तरह सेकार्यान्वित हो जाएगा।

इस लेख के माध्यम सेहम, एस.एस.के. भारत ग्रुप की तरफ़ सेइस अनोखी स्टार्टअप क्रांति की पूरी

जानकारी आपको साझा कर रहे है, ताकि भारत के हर किसान, युवा और निवेशक तक यह

सशक्तिकरण का और भारत को फिर सेविश्वगुरु बनानेका संदेश पहुँच सके।

एस.एस.के. भारत ग्रुप: एक नया दृष्टिकोण, एक नया मिशन

एस.एस.के. भारत मैनेजमेंट एंड मीडिया लिमिटेड एक कॉर्पोरेट समूह हैजो ग्रामीण भारत में

रोजगार, संसाधन और उद्यमिता के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा लक्ष्य है- भारत को ५

ट्रिलियन डॉलर की मजबूत और हरित अर्थव्यवस्था की ओर लेजाना।

हम न केवल व्यवसाय कर रहेहैं, बल्कि एक इकोसिस्टम बना रहेहैंजिसमेंहर व्यक्ति को भागीदारी

का अवसर मिले। आज हमारी कंपनी बायोफ्यूल, बायोकोल, डेयरी, कैटल फीड, ऑर्गेनिक खेती,

मसाले, एफएमसीजी, और इकोफ्रेंडली प्रोडक्ट्स जैसेक्षेत्रों मेंकार्यरत है। हमारा विश्वास हैकि जब

तक ग्रामीण भारत का विकास नहीं होगा, तब तक नए भारत का, एक विश्वगुरु भारत का निर्माण

नही हो सकता।

एस.एस.के. भारत काशी विश्वनाथ मिनी इंडस्ट्री एंड बिजनेस पार्क: एक नई औद्योगिक दिशा

वाराणसी के खरका गांव मेंस्थापित किया जा रहा एस.एस.के. भारत काशी विश्वनाथ मिनी इंडस्ट्री

एंड बिजनेस पार्क केवल एक उद्योग नहीं है, यह एक आंदोलन है। यह देश की पहली ऐसी परियोजना

हैजिसमेंअलग अलग तरह की एग्रो बेज़ड इकाई को एक इंडस्ट्री की तरह स्थापित किया जा रहा

है, विकसित किया जा रहा है, जिसका लाभ किसानों और ग्रामीण युवाओं को होगा, साथ ही साथ

रोजगार के बोहोत सारेअवसर भी प्रदान करेगा।

इसमेंविकसित किए जा रहेप्रमुख उद्योगों में शामिल है।

बायोकोल ब्रिकेट्स और पेलेट्स निर्माण - जो नेपियर घास, जैविक अपशिष्ट और अन्य

बायोमास सेतैयार किए जाते हैं। ये उत्पाद थर्मल पावर प्लांट्स, बॉयलर और कूकिंग में

एल.पी.जी. के ऐवज मेंउपयोग किए जातेहैं।

● बायो स्टोव - एल.पी.जी. गैस की तुलना में५०% सस्तेईंधन पर कार्य करनेवालेस्टोव,

जिनका वितरण ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों मेंकिया जाएगा।

● नेपियर घास आधारित हर्बल कैटल फीड - जिससेकिसानों को उच्च गुणवत्ता वाला पशुआहार

मिलेगा, जिससेदूध का उत्पाद और स्वाद बढ़ेगा, साथ ही उनकी आमदनी भी बढ़ेगी और

औषधीय गुणवालेदूध और दूध के उत्पादों का लोगों को लाभ मिलेगा।।

● देसी गाय आधारित डेयरी उद्योग - देसी गायों के दूध सेउत्पादित दूध, दही, पनीर, लस्सी

और आइसक्रीम।

● गौमूत्र और गोबर सेबनेउत्पाद - जैसेबायो-सी.एन.जी., जैविक खाद, अगरबत्ती और वैदिक

पेंट।

● मसाले, खाद्य तेल और एग्रो बेस्ड अन्य उत्पाद - जिनके लिए कच्चा माल स्थानीय किसानों

सेही ख़रीदा जाएगा।

किसानों और युवाओंके लिए सुनहरा अवसर:

इस परियोजना के द्वारा ५००० सेअधिक किसानों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप सेरोज़गार मिलेगा,

जिनकी ज़मीन का सही उपयोग होगा, आमदनी मेंबढ़ोतरी होगी, और उन्हेंएक अच्छा जीवन जीने

का मौका मिलेगा।

इसके साथ ही वाराणसी जिल्हेके १५०० स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर इस योजना सेअलग

अलग माध्यम सेजोड़ा जाएगा। हमारा उद्देश्य हैकि हर युवा अब नौकरी की तलाश मेंना भटके,

बल्कि स्वयं व्यवसाय करेऔर एक अच्छी आमदनी प्राप्त करे।

एस.एस.के. भारत स्टार्टअप क्रांति: एक नए आंदोलन की शुरुआत

एस.एस.के. भारत ग्रुप के द्वारा प्रारंभ की गई यह क्रांति केवल एक व्यावसायिक योजना नहीं, बल्कि

भारत के भविष्य को और भी बेहतर बनानेकी योजना है। हम एक ऐसेमॉडल पर कार्य कर रहेहैं

जिसमेंस्थानीय संसाधनों का उपयोग करके वैश्विक गुणवत्ता वालेउत्पाद तैयार किए जाएँ।

यही नहीं, हमारेग्रुप के चेयरमैन, अधिवक्ता श्री श्यामशंकर उपाध्याय जी, को यूरेशिया क्षेत्र के लिए

व्यापार आयुक्त (ट्रेड कमिश्नर) नियुक्त किया गया है, जिससे हमारे द्वारा निर्मित उत्पादों का

निर्यात यूरोप और ग्लोबल मार्केट मेंभी किया जाएगा। इससेन केवल देश को विदेशी मुद्रा प्राप्त

होगी, बल्कि भारत का कृषि, डेयरी और जैविक उद्योग भी विश्व स्तर पर स्थापित होगा और अपनी

एक नई पेहचान बनायेगा।

निवेश का सुनेहरा अवसर जो आपका भविष्य बनाएगा

इस परियोजना की कुल लागत १५ करोड़ रुपये हैऔर इसके पहली इकाई में उत्पादन कार्य की

शुरुआत हो चुकी हैऔर अब हम अगलेचरण के लिए निवेशकों को आमंत्रित कर रहेहैं।

आज जब भारत कि बड़ी-बड़ी कंपनियों सेलेके छोटेछोटेस्टार्टअप भी निवेश के लिए विदेशों के ओर

देख रहेहैतब हम भारत के निवेशकों को साथ मेंलेके छोटेछोटेनिवेशों द्वारा एक बड़ी क्रांति का

आगास करनेजा रहेहै। हम चाहतेहैकी यह भारतीय कंपनी आजीवन भारतीय बनी रहे, यह विदेशी

कंपनियों की गुलाम ना बनेऔर जिसके द्वारा हम सब मिलकर एक नए भारत का निर्माण करे।

आनेवाले वर्षों में हम इस तरह के अनेक प्रोजेक्ट भारत के विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों मेंस्थापित

करनेजा रहेहै।

अब आपके योगदान की बारी है…

एस.एस.के. भारत ग्रुप नेरास्ता बना दिया है, अब ज़रूरत हैआपके साथ की। अगर आप किसान हैं,

युवा हैं, प्रोफेशनल हैं, या एक जिम्मेदार नागरिक हैं- जो भारत को फिर सेविश्वगुरु बनतेहुए देखना

चाहतेहै, तो यह मिशन आपका है।

हम आपको इस स्टार्टअप क्रांति का हिस्सा बननेके लिए आमंत्रित करतेहैं। आओ हम सब मिलके,

अपने जीवन के साथ-साथ अपने गाँव, अपनेक्षेत्र और हमारे अपने भारत को भी समृद्ध और

विश्वगुरु भारत बनाए।

समापन मेंएक संदेश

यह केवल एक बिजनेस का मॉडल नहीं है, यह एक राष्ट्रीय आंदोलन है। आइए, अपनेबच्चों के लिए,

अपनेदेश के लिए, और अपनेभविष्य के लिए, इस अभियान का हिस्सा बनें।

"भारत फिर सेविश्वगुरु बने, यही हमारा संकल्प है।"

जय हिंद - जय भारत!

शुभम भवतुसर्वदा

- श्री. कार्तिक रावल

मुख्य प्रबंध निदेशक, एस.एस.के. भारत मैनेजमेंट एंड मीडिया लिमिटे

मनीष मेमोरियल इंटर कॉलेज, रानीगंज: शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता और समर्पण की मिसाल

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जनपद के रानीगंज क्षेत्र में स्थित मनीष मेमोरियल इंटर कॉलेज आज शिक्षा के क्षेत्र में एक भरोसेमंद और अग्रणी संस्थान के रूप में पहचान बना चुका है। वर्ष 2025 के एडमिशन शुरू है। यह संस्थान न केवल रानीगंज, बल्कि पूरे प्रतापगढ़ जिले से आने वाले छात्रों के लिए एक शैक्षणिक केंद्र के रूप में कार्य करता है। यह विद्यालय केजी से लेकर कक्षा 12वीं तक की शिक्षा प्रदान करता है, जिसमें हिंदी माध्यम और अंग्रेज़ी माध्यम – दोनों विकल्प उपलब्ध हैं। विज्ञान और कला दोनों ही विषयों में विशेषज्ञता के साथ यह कॉलेज विद्यार्थियों को भविष्य की तैयारी का मजबूत आधार देता है।

कॉलेज का प्रमुख उद्देश्य छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना और उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनाना है। यहां बच्चों के सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता दी जाती है – चाहे वह शैक्षणिक प्रदर्शन हो, नैतिक मूल्य हों या फिर अनुशासन और नेतृत्व क्षमता का विकास।

मनीष मेमोरियल इंटर कॉलेज को प्रतापगढ़ जिले के शिक्षा जगत में अग्रणी स्थान प्राप्त है। यह केवल एक स्कूल नहीं, बल्कि एक ऐसा संस्थान है जो विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखता है। स्कूल प्रबंधन समय के साथ बदलाव को अपनाने में विश्वास रखता है और इसी दृष्टिकोण के साथ इस वर्ष कॉलेज प्रबंधन ने विद्यालय के प्रधानाचार्य समेत कई महत्वपूर्ण फैकल्टी सदस्यों में परिवर्तन किया है। यह कदम इस उद्देश्य से उठाया गया है कि शिक्षण पद्धति को और अधिक प्रभावशाली एवं आधुनिक बनाया जा सके, जिससे छात्रों को नवीनतम शैक्षणिक दिशा-निर्देशों के अनुरूप प्रशिक्षण मिल सके।

इस वर्ष मनीष मेमोरियल इंटर कॉलेज में कई योग्य एवं अनुभवी शिक्षकों की नियुक्ति की गई है, जिनमें राम मणि पाण्डेय (एम.ए., बी.एड.), सुशील पाल (एम.ए., बी.एड.), बी.पी. गौतम (एम.एससी., बी.एड.), ललित मिश्रा, प्रमोद श्रीवास्तव, वी.के. मिश्रा एवं मनोज श्रीवास्तव जैसे समर्पित शिक्षक शामिल हैं। ये सभी शिक्षक अपने-अपने विषय में दक्ष हैं और विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण एवं व्यवहारिक शिक्षा देने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं।

विद्यालय में छात्रों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कई सुविधाओं का विस्तार किया गया है। अब विद्यालय में शुद्ध पेयजल हेतु वाटर कूलर की सुविधा उपलब्ध है। पूरे परिसर में वाई-फाई इंटरनेट की सुविधा भी प्रदान की गई है, जिससे छात्र तकनीकी रूप से अधिक सक्षम बन सकें। इसके अतिरिक्त, विद्यार्थियों के मानसिक, भावनात्मक एवं शैक्षणिक कल्याण के लिए परामर्श सेवाएँ भी शुरू की गई हैं, जिससे वे व्यक्तिगत और शैक्षणिक जीवन में बेहतर मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें।

विद्यालय का प्रबंधन हमेशा इस बात पर ज़ोर देता है कि शिक्षकगण अपने विषय में न केवल दक्ष हों, बल्कि छात्रों की मनोवृत्ति और आवश्यकताओं को भी भली-भांति समझें। यही कारण है कि कॉलेज में कार्यरत प्रत्येक शिक्षक अपने दायित्व के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं और संस्थान के साझा विज़न एवं दीर्घकालिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निरंतर मेहनत करते हैं।

कॉलेज की भौगोलिक स्थिति भी इसे एक विशेष पहचान देती है। यह रानीगंज रेलवे क्रॉसिंग के पास एक प्रमुख और सुलभ स्थान पर स्थित है, जिससे पहली बार आने वाले विद्यार्थियों और अभिभावकों को भी कॉलेज तक पहुंचना बेहद आसान होता है। रानीगंज और आसपास के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों से विद्यार्थी यहां आसानी से आ सकते हैं, क्योंकि परिवहन के कई विकल्प पास में उपलब्ध हैं।

यह संस्थान न केवल एक शिक्षा केंद्र है, बल्कि एक सामाजिक उत्तरदायित्व निभाने वाला संगठन भी है। विद्यार्थियों के भविष्य को संवारने के साथ-साथ यह संस्था उन्हें नैतिक मूल्यों, अनुशासन और सेवा भावना से भी परिचित कराती है। बच्चों को केवल किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि व्यावहारिक जीवन के लिए आवश्यक संस्कार और दृष्टिकोण भी प्रदान किए जाते हैं।

मनीष मेमोरियल इंटर कॉलेज की सबसे बड़ी ताकत इसकी समर्पित शिक्षण प्रणाली, अनुशासित वातावरण और माता-पिता के साथ निरंतर संवाद बनाए रखने की नीति है। यही कारण है कि यह संस्थान शिक्षा के क्षेत्र में एक ब्रांड बन चुका है और इसकी लोकप्रियता में निरंतर वृद्धि हो रही है।

निकट भविष्य में, कॉलेज अपने शैक्षणिक ढांचे का और अधिक विस्तार करने की योजना बना रहा है, ताकि यह और अधिक छात्रों तक अपनी सेवाएं पहुँचा सके। नई फैकल्टी, बेहतर व्यवस्थाएं और डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के प्रयास इसके आधुनिक दृष्टिकोण को दर्शाते हैं।

यदि आप अपने बच्चे को एक सुरक्षित, प्रेरणादायक और गुणवत्ता-युक्त शैक्षणिक माहौल देना चाहते हैं, तो मनीष मेमोरियल इंटर कॉलेज, रानीगंज आपके लिए एक आदर्श विकल्प है।

अधिक जानकारी या प्रवेश हेतु विद्यालय से संपर्क करने के लिए दूरभाष संख्या 7054596061 पर कॉल करें।

दरोगा विद्यासागर के अपराध,काली कमाई ने बेटे को बना दिया अपराधी

जौनपुर। बहुत पुरानी कहावत है "कि बाप का खाया बेटा भरता हैं" लेकिन यह कहावत बिल्कुल फिट बैठ रही हैं. थानागद्दी चौकी पर तैनात प्रमोटी दारोगा विद्यासागर सिंह के बेटे आदित्य सागर के खिलाफ पड़ोसी वाराणसी जिले के चोलापुर थाने में गंभीर धाराओं में आरोपी बनाया हैं।

जानकारी के मुताबिक विद्यासागर सिंह सिपाही से प्रोन्नत होकर दरोगा बने। अल्प समय के लिए दरोगा की कुर्सी व कंधे पर सितारे लगते ही शरीर में ऐंठन होने लगी। फिर खाकी में अपराध व अवैध कामों को संरक्षण देकर के धन बटोरने में जुट गया। विभागीय लोग बताते हैं कि विद्यासागर के बेटे बेरोजगार हैं। जिससे विद्यासागर को हरवक्त बेटे को सजोने संवारने में जुट रहता हैं। जिसके लिए हरसंभव प्रयास करके अपराध में धंसता गया। खुद का सिंडिकेट तैयार लिया। जिसमें कुछ तथाकथित पत्रकारों को भी शामिल किया। जिससे किसी भी घटना को दबाते हुए,वसूली को प्रायोजित तरीके से कराई जा सके।

विद्यासागर ने अपराध से अर्जित काली कमाई से एक कृषि कार्य में रजिस्टर्ड ट्रैक्टर UP62AS9996 लिया। जिससे कमर्शियल उपयोग में लेने लगा। ट्रैक्टर को अपराधिक सिंडिकेट के इशारे पर अवैध कामों में धकेल दिया। अवैध व अपराध से अर्जित राशि ने ज्यादा दिन तक विद्यासागर का साथ नहीं दिया। कुछ माह बाद चोलापुर पुलिस ने हिट एंड रन का मामला आदित्य सागर के खिलाफ दर्ज करते हुए,चार्जशीट न्यायालय में भेज दिया।

कप्तान ने कतरे पर,भेजा खेतासराय

अपराध में धंसते जा रहे विद्यासागर को स्थानीय अधिकारियों का प्रश्रय था. जिससे विद्यासागर आराम से अपने कामों को अंजाम दे रहा था। लगातार शिकायतों को देखते हुए,कप्तान ने विद्यासागर का ट्रांसफर खेतासराय कर दिया। ट्रांसफर की बात सुनकर विद्यासागर के होश उड़ गए। अपराधिक सिंडिकेट के साथ विद्यासागर ने कई चौखटों पर माथा टेकते हुए,ट्रांसफर रुकवाने की गुहार की। लेकिन किसी ने नहीं सुनी। चूंकि खेतासराय में अवैध कमाई बंद हो चुकी हैं। सिंडिकेट भी बिखर चुका हैं। विभाग के अनुसार विद्यासागर केराकत थाना क्षेत्र के सरकी चौकी पर आने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा हैं। जिससे सिंडिकेट व अपराधिक गतिविधि से काली कमाई की जा सके।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने फीता काटकर दस्तक अभियान का किया शुभारंभ

*Lux Shyam Kolkata Tigers Triumph Over Sobisco Smashers Malda by 7 Wickets in WBPTL 2025*

Sports

Sports Desk : In an exciting clash at the JU 2nd Campus Ground, Lux Shyam Kolkata Tigers defeated Sobisco Smashers Malda by 7 wickets in Match 9 of the Bengal Pro T20 League (Women’s). After winning the toss and opting to field, Lux Shyam Kolkata Tigers showcased an all-round performance that secured them the win with 10 balls to spare.

Sobisco Smashers Malda, batting first, posted a total of 140 for 5 in 20 overs. The innings was anchored by Shrabani Pal, who scored a well-crafted 55 off 48 balls (4 fours), and Sukanya Parida, who contributed 31 off 25 balls (3 fours).

For Lux Shyam Kolkata Tigers, the standout bowlers were Mita Paul, who claimed 2 wickets for 20 runs in 4 overs, and Salma Khatun (U-15), who also picked up 2 wickets conceding 40 runs in her spell.

In response, Lux Shyam Kolkata Tigers chased down the target, finishing at 141 for 3 in 18.2 overs. The innings was dominated by Mita Paul, who played a match-winning knock of 89 off 60 balls, studded with 14 fours and a six. Parna Paul supported the chase with a quick 26 off 11 balls (2 fours, 1 six).

Among the Sobisco bowlers, Nandini Biswas was the most economical, with 1 wicket for 26 runs from 4 overs, while Riya Kumari Mahato took 1 for 5 in 1 over.

Mita Paul was adjudged the Player of the Match for her outstanding all-round performance, contributing with both bat and ball.

This win reinforces Lux Shyam Kolkata Tigers' strong position in the ongoing WBPTL 2025.

PIC Courtesy by: CAB

दुमका : पाचुवाड़ा कोयला खान विस्थापित एवं प्रभावित संघ सड़क पर उतरा, कोयले के खनन व परिवहन को अनिश्चितकालीन के लिए कराया बंद
दुमका : दुमका में पाचुवाड़ा कोयला खान विस्थापित एवं प्रभावित संघ ने अनिश्चितकाल के लिए कोयला की ढुलाई एवं परिवहन को रविवार को बंद करा दिया है। संघ के नेतृत्व में स्थानीय एवं विस्थापन का दंश झेल रहे लोग सड़कों पर उतर गए है। संघ ने कोयले के परिवहन के लिए पाकुड़ के अमड़ापाड़ा खदान से लेकर दुमका रेलवे साइडिंग तक अलग से कोल कॉरिडोर बनाने, आदिवासियों के जमीन का मुआवजा राशि 4.64 करोड़ रूपये प्रति एकड़ की दर भुगतान करने की मांग के साथ ही कई अन्य मांगे रखी है। सामान्य वाहनों के आवागमन एवं परिचालन को बंदी से मुक्त रखा गया है। पाकुड़ जिले के अमड़ापाड़ा में पाचुवाड़ा कोल माइंस परियोजना का लीजधारक WBPDCL है और यहाँ से पश्चिम बंगाल के थर्मल पावर स्टेशन के लिए प्रतिदिन हजारों टन कोयले का खनन कर दुमका रेलवे साइडिंग से भेजा जाता है। संघ ने अमड़ापाड़ा में कोयले के खनन एवं परिवहन पर सवाल उठाया है और पूरी प्रक्रिया को अवैध बताया है। रविवार को दुमका के काठीकुण्ड प्रखंड के चांदनी चौक पर गोपीकांदर, काठीकुंड और दुमका प्रखंड के ग्रामीण पाचुवाड़ा कोल परियोजना के विभिन्न गतिविधियों के खिलाफ जोरदार तरीके से विरोध दर्ज कराने के लिए गोलबंद होकर दुमका साहेबगंज गोविंदपुर हाइवे पर चलने वाले कोयला वाहनो को अनिश्चितकालीन के लिए बंद करा दिया और वहीं धरना पर बैठ गए। ग्रामीणों की मांग है कि जब तक इसे लेकर कोई ठोस पहल नहीं की जाती है तब तक कोयले की खनन एवं परिवहन बंद रहेगा। स्थानीय लोगों एवं विस्थापितों के इस आंदोलन का दुमका के सांसद प्रतिनिधि जोन सोरेन सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े अन्य कई लोगों द्वारा समर्थन किया जा रहे है। आंदोलनकारियों का आरोप है कि पश्चिम बंगाल पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (WBPDCL) द्वारा बिना भूमि अधिग्रहण और स्थानीय लोगों की सहमति के उनके गांवों की जमीन का इस्तेमाल कोयले के खनन और परिवहन के लिए किया जा रहा है। यह गतिविधियां आदिवासी अधिकारों और पर्यावरणीय संतुलन दोनों के लिए गंभीर खतरा बताई गई हैं। संघ की संरक्षक मुन्नी हांसदा ने कहा कि दुमका के रेलवे स्टेशन मे अमड़ापाड़ा कोल ब्लॉक से BGR कंपनी के द्वारा प्रतिदिन 10000 से अधिक डीजल चालित ट्रकों से लगभग 60,000 टन कोयले का परिवहन किया जा रहा है, जिससे गांवों की सड़कों की हालत बदतर हो गई है और वातावरण में धूल एवं प्रदूषण का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है. इस खनन और परिवहन से न केवल पर्यावरण पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है, बल्कि स्थानीय लोगों की जान-माल की भी क्षति हो रही है। पचुवाड़ा कोयला खान-परिवहन प्रभावित संघ के बैनर तले एक आम सूचना जारी कर कंपनी और सरकार से 11 सूत्री मांगों को तत्काल पूरा करने की मांग की गयी है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
सुशासन तिहार : जशपुर जिले के दोकड़ा गांव पहुंचे सीएम साय, पीएम आवास के हितग्राहियों को सौंपी चाबी, बोर्ड टॉपर्स का किया सम्मान

रायपुर-  सुशासन तिहार के तीसरे चरण में प्रदेश के कोने-कोने में शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की वस्तुस्थिति जानने निकले प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का उड़नखटोला आज उनके गृह जिले जशपुर के दोकड़ा ग्राम में उतरा। यहाँ समाधान शिविर में उन्होंने सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदनों पर की गई कार्यवाही और पीएम आवास सहित अन्य योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद कर योजनाओं की हकीकत जानी। मुख्यमंत्री श्री साय ने आमनागरिको को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं आपके गाँव घर का बेटा हूँ। मेरा सौभाग्य है कि आपके आशीर्वाद से प्रदेश का मुख्यमंत्री बना। प्रदेश को विकास की राह में ले जाना मेरा संकल्प है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि आपके आशीर्वाद से हमारी सरकार बनी है। विगत डेढ़ वर्ष में विकास के लिए कार्य कर रहे हैं। सरकार बनते ही पहले केबिनेट में पीएम आवास के हितग्राहियों के लिए 18 लाख आवास की स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार आवास बन रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिलासपुर में 3 लाख आवास के हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया। अम्बिकापुर में केंद्रीय पंचायत मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 51 हजार हितग्राहियों को गृह प्रवेश कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिनका मकान पक्का नहीं है उन्हें चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। एसईसीसी और आवास प्लस के सर्वे में जिनका भी नाम है सभी का मकान बनेगा। प्रधानमंत्री ने पीएम आवास के लिए इस वर्ष बजट में बड़ी राशि का प्रावधान किया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमने किसानों से जो वादा किया था उसे पूरा किया। 31 सौ रुपए प्रति क्विंटल में धान खरीदी, प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी, दो साल का बकाया बोनस की राशि भी दी। भूमिहीन कृषि मजदूरों को राशि देना शुरू किया है। महतारी वन्दन योजना से महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार की राशि देकर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और महिला सशक्तिकरण का काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि तेन्दूपत्ता के हितग्राहियों को लाभान्वित करने 4000 एकड़ प्रति मानक बोरा पारिश्रमिक राशि को बढ़ाकर 5500 रुपये कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि रामलला दर्शन योजना अंतर्गत अयोध्या में प्रभु राम के दर्शन के लिए तीर्थ यात्रियों को भेजने के साथ ही अब मुख्यमंत्री तीर्थ योजना प्रारंभ की गई है। इस योजना में हमारे प्रदेश के 60 वर्ष से अधिक कोई भी व्यक्ति देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों में निःशुल्क जा पाएंगे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि हमारी सरकार ने जमीन रजिस्ट्री की प्रक्रिया को आसान बनाकर नामान्तरण की प्रक्रिया को भी सरल कर दिया है। अब नामान्तरण के लिए किसी के पास जाने की जरूरत नहीं है। जमीन रजिस्ट्री के साथ ही नामांतरण हो जाएगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि ग्रामीणों को बैंकिंग सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है। अटल डिजिटल सेवा केंद्र के माध्यम से प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों में सेवाएं उपलब्ध होगी। किसानों को गाँव से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। अभी 24 अप्रैल को प्रदेश के 1460 ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र प्रारंभ किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने स्वयं भी देखा है कि इस सेवा का लाभ आम जनमानस को मिल रहा है। इस अवसर पर पत्थलगांव की विधायक और सरगुजा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष गोमती साय ने कहा कि यह सुशासन का साक्ष्य है, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की सरकार घर-घर पहुँच रही है। गाँव की समस्याओं को सुनकर दूर किया जा रहा है। केंद्र और राज्य की योजनाओं को जरूरतमंद तक पहुचाने के लिए सरकार लगी है। कलेक्टर रोहित व्यास ने जिले में सुशासन तिहार अंतर्गत प्राप्त आवेदनों के निराकरण की जानकारी देते हुए बताया कि एक लाख 32 हजार से अधिक प्राप्त आवेदनों में से एक लाख 28 हजार से अधिक आवेदनों का निराकरण किया गया है। जशपुर जिले में 54 क्लस्टर में शिविर का आयोजन किया जा रहा है। 97 प्रतिशत आवेदन का निराकरण कर लिया गया है। कलेक्टर ने बताया कि सुशासन तिहार में प्राप्त आवेदन के आधार पर हितग्राहियों को योजनाओं से भी लाभान्वित किया गया है। कुछ मांग शासन को स्वीकृति के लिए भेजी गई है। उन्होंने कहा कि समयबद्ध तरीके से हर आवेदन के निराकरण की कोशिश की गई। ग्राम दोकड़ा के समाधान शिविर में ग्राम पंचायतों के अंतर्गत 3258 आवेदन प्राप्त हुए थे। जिसमें से अधिकांश का निराकरण कर लिया गया है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष सालिक साय, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, संभागायुक्त नरेन्द्र कुमार दुग्गा, आईजी दीपक झा, कलेक्टर रोहित व्यास, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या देवी साय सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी सहित गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

कमी को नोटकर ठीक करने के दे रहे निर्देश

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मोदी की गारंटी को पूरा किया गया है। उन योजनाओं के तहत कार्य हुआ है या नहीं, इसे धरातल में जानने के लिए दौरा कर रहे हैं। आज जशपुर जिले के दोकड़ा आया हूँ, यह मेरा 21वां जिला है। मेरे अलावा मंत्री,सांसद,विधायक और मुख्य सचिव सहित वरिष्ठ अधिकारी भी समाधान शिविरों में जा रहे हैं। मैं आकस्मिक निरीक्षण के तहत प्रदेश के हर दूरस्थ अंचलों में पहुँचने की कोशिश कर रहा हूँ। पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर लोगों की समस्याओं को सुन रहा हूँ। सभी जगह व्यवस्था ठीक है और जहाँ कोई कमी है उसे नोटकर अधिकारियों को कमी ठीक करने के निर्देश दिए जा रहे हैं।

दोकड़ा में कॉलेज,पीएचसी का उन्नयन, मिनी स्टेडियम सहित अन्य कार्यों की मुख्यमंत्री ने की घोषणा

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ग्राम दोकड़ा को अपना गाँव घर बताया और यहाँ के लोगों को अपना। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों ने उन्हें 4 बार सांसद बनाया। मैनी नदी में पुल यहाँ के लोगों की प्रमुख मांग थी, जिसे पूरा कर दिया गया था। अभी जो माँग आई है उसे भी पूरा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री साय ने दोकड़ा में उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज खोलने की घोषणा की। उन्होंने यहाँ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उन्नयन करने, वनवासी कल्याण आश्रम, प्राचीन शिव मंदिर के प्रांगण का जीर्णाेद्धार, डोरियामुड़ा तालाब का सौंदर्यीकरण, पुराने मंगल भवन के जीर्णाेद्धार के लिए राशि 20 लाख देने और इस क्षेत्र के युवाओं को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए एक मिनी स्टेडियम निर्माण की भी घोषणा भी की।

पीएम आवास की चाबी,समूह को चेक का किया वितरण मुख्यमंत्री ने किया हितग्राहियों से संवाद और सामग्री का वितरण

जशपुर जिले के कांसाबेल ब्लॉक अंतर्गत ग्राम दोकड़ा के समाधान शिविर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हितग्राहियों को अनेक सौगातें दी। उन्होंने पीएम आवास के हितग्राही बिकेश्वर राम, सुमेर सिंह से संवाद किया। पीएम आवास के हितग्राही सुमेर सिंह ने खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री को अपने घर भी आमंत्रित किया। समाधान शिविर में राशनकार्ड प्राप्त करने वाले परमेश्वर राम, किसान क्रेडिट कार्ड के हितग्राही संजय शर्मा ने भी समस्या का समाधान के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने शिविर स्थल पर पीएम आवास के हितग्राहियों को चाबी सौंपी। खाद्य विभाग अंतर्गत राशनकार्ड, समाज कल्याण विभाग अंतर्गत पेंशन स्वीकृति पत्र, मत्स्य विभाग अंतर्गत जाल और आइस बॉक्स, कृषि विभाग अंतर्गत केसीसी कार्ड, महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत बैग एवं टिफिन बॉक्स, बॉटल, उद्यानिकी विभाग अंतर्गत किसानों को सब्जी बीज किट, मनरेगा अंतर्गत जॉब कार्ड स्वीकृति आदेश,स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत आयुषमान कार्ड, फ़ूड बॉक्स, एनआरएलएम अंतर्गत महिला समूह के सदस्यों को मुद्रा लोन का चेक और क्रिकेट खिलाड़ियों को क्रिकेट किट आदि का वितरण किया।

दसवीं-बोर्ड परीक्षा के टॉपर विद्यार्थियों का किया सम्मान

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जशपुर जिले के विद्यालयों से पढ़ाई कर माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा में टॉप कर जिले का राज्य स्तर पर नाम रोशन करने वाले विद्यार्थियों का सम्मान किया। उन्होंने कक्षा 12 वी कक्षा में राज्य में पांचवा स्थान हासिल करने वाली नेहा एक्का और कक्षा दसवीं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले नमन खुटिया सहित अन्य विद्यार्थियों का सम्मान कर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।

आजमगढ़: भारतीय महिला फ़ेडरेशन का 22 वा जिला सम्मेलन सम्पन्न , स्त्री श्रम शक्ति की भूमिका विषय पर हुआ गोष्ठी का आयोजन

जमगढ़।शुक्रवार को भारतीय महिला फेडरेशन आजमगढ़ का 22 वा जिला सम्मेलन एवं स्त्री श्रम शक्ति की भूमिका विषय पर गोष्ठी साहित्य से दोस्ती साथी केंद्र तहसील निजामाबाद में डॉ इंदू श्रीवास्तव की अध्यक्षता और संचालन जितेंद्र हरि पाण्डेय ने किया।इस अवसर पर सबसे पहले सम्मेलन की पर्यवेक्षक मंजू शास्त्री एडवोकेट ने ध्वजारोहण किया।झंडा गीत के बाद देश की प्रथम शिक्षक सावित्री बाई फुले और क्रांतिकारी दुर्गा भाभी के चित्र पर माल्यार्पण के करके उन्हें नमन किया गया।
         कार्यक्रम की शुरुवात प्राथमिक विद्यालय मोलनापुर के बच्चे रिया कुमार,अर्चना यादव,राज यादव ने शिक्षक विक्रम मौर्य के निर्देशन में कठिन योगा और बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ गीत पर नृत्य किया। सूरज पाल ने डफली पर गीत प्रस्तुत किया।
   सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि मंजू शास्त्री ने कहा कि महिलाओं के साथ जो अन्याय, शोषण और गैर बराबरी है उसके,महिला हिंसा के विरुद्ध भारतीय महिला फेडरेशन कार्य करता है।उन्होंने आगे कहा कि संसद और विधान सभाओं में महिलाओं को तैंतीस प्रतिशत आरक्षण को अमलीजामा पहनाया जाय।
       गोष्ठी में बोलते हुए बनारस से आईं प्रोफेसर डॉ इंदू श्रीवास्तव ने मजदूर दिवस और महिला श्रम पर विस्तार से अपनी बात रखते हुए कहा कि यहां बैठी हर महिलाएं कोई न कोई कार्य कर रही हैं।जो महिलाएं मजदूरी या घर में कार्य कर रही हैं उनके समक्ष बहुत परेशानियां हैं।उन्होंने आगे कहा कि जिस दिन दुनियां की आधी आबादी का हिसाब होगा उस दिन दुनियां की सबसे बड़ी चोरी पकड़ी जाएगी।उन्होंने महिलाओं से अपील किया कि आप खुद के हक और अधिकार के लिए जागरूक और संगठित होकर कार्य करें तभी स्त्री मुक्ति का नारा फलीभूत हो पाएगा।
      सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि प्रगतिशील लेखक संघ उप्र के राष्ट्रीय महासचिव डॉ संजय श्रीवास्तव ने कामगारों और स्त्री शिक्षा और अधिकार पर बोलते हुए कहा कि इंसान को इंसान की तरह रहने के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण है।आज देश में धार्मिक जातीय झगड़े,अंधविश्वास और आतंकवाद बढ़ गया है जिसे खत्म करने के लिए भाई चारा और आपसी एकता को मजबूत करना होगा।
       सांगठनिक चुनाव में नौ सदस्यों की जिला समिति का गठन किया गया।जिसकी अध्यक्षत डॉ इंदू श्रीवास्तव और जिला सचिव इंद्रावती सहित साथ सदस्यों की जिला कार्यसमिति का चुनाव किया गया।जिसमें उर्मिला,प्रेमशिला,सत्यभामा,   प्रमिला, सूचीबाला, रीना,रेखा को कार्यकारिणी सदस्य चुना गया।इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला प्रतिनिधि उपस्थित रहीं।जिसमें फूलमती यादव, रीता,मनभावती,कुमारी,नेहा,सुनी ता के अलावा हरिमंदिर पाण्डेय,हरि,अशोक यादव,अजय कुमार तिवारी,खरपत्तू राजभर,जियालाल,राजनाथ राज, वी सी यादव, अब्दुल्लाह आदि लोग उपस्थित रहे।
                   
    
Aryansh Health Care: Varanasi’s Trusted Name in Women’s Health Led by Renowned Gynecologist Dr. Ruchi Sinha

  

Varanasi, Uttar Pradesh – Aryansh Health Care, a premier gynecology and women’s wellness center located in the spiritual and cultural heart of Varanasi, is making headlines for transforming the lives of hundreds of couples and setting new standards in women's healthcare. At the forefront of this achievement is the center’s founder and chief consultant, Dr. Ruchi Sinha, MBBS, MS – one of Varanasi’s most respected and trusted gynecologists.

With over a decade of dedicated medical experience and a gold-standard education from Institute of Medical Sciences, Banaras Hindu University (IMS BHU) – one of the top medical institutions in the country – Dr. Ruchi Sinha has emerged as a beacon of hope for women facing complex gynecological and fertility challenges.

Dr. Ruchi Sinha has successfully helped more than 500 couples achieve parenthood, offering a combination of evidence-based medicine, personalized care, and emotional support. Her patient-first approach, clinical excellence, and deep empathy have earned her immense goodwill not only in Varanasi but also across neighboring districts in Eastern Uttar Pradesh and Bihar.

“Infertility is not just a medical condition, it’s an emotional journey. At Aryansh Health Care, we focus on supporting women and couples at every step – from diagnosis to successful delivery,” says Dr. Ruchi Sinha. “I feel truly blessed to have played a role in bringing joy to over 500 families. Every smile of a newborn child in the arms of a parent who once lost hope – that is my true reward.”

Aryansh Health Care provides a full range of gynecological and obstetric services, including:

Infertility management and IUI consultations

High-risk pregnancy care

PCOD/PCOS and menstrual disorder treatments

Laparoscopic and minimally invasive gynecological surgeries

Antenatal care and delivery services

Preventive screenings and health checkups for women of all ages

With a fully equipped facility, warm and trained staff, and advanced diagnostic support, Aryansh Health Care has built a reputation for excellence in clinical outcomes and patient satisfaction. The clinic is also known for offering honest, affordable, and ethical treatment plans, ensuring quality care is accessible to everyone.

Dr. Sinha is a strong advocate for women's health awareness. Through her public seminars, health camps, and online presence, she regularly educates young women about reproductive health, menstrual hygiene, and the importance of early detection of gynecological conditions.

As Varanasi continues its development as a key regional healthcare hub, Aryansh Health Care stands committed to leading the way in women’s wellness, maternal care, and fertility support.

Visit for more : 25A, Siddhigiri Bagh Rd, Kasturba Nagar, Sigra, Varanasi, Uttar Pradesh 221010

Website : www.Drruchisinha.com

 

बिना रजिस्ट्रेशन कुकुरमुत्ता की तरह झोलाछाप डॉक्टर के चल रहा क्लीनिक, डॉक्टर गिरजेश पांडे पर गंभीर आरोप

बलरामपुर।ग्राम हरैय्या चंदरसी में मानकों की उड़ रही धज्जियाँ, मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़

नारकोटिक दवाओं की अवैध बिक्री का अड्डा बनता जा रहा है पचपेड़वा का यह क्लीनिक

बलरामपुर जनपद के विकासखंड पचपेड़वा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत हरैय्या चंदरसी में स्थित एक क्लीनिक इन दिनों चर्चाओं में है। जानकारी के अनुसार, इस क्लीनिक को डॉक्टर गिरिजेश पांडे द्वारा संचालित किया जा रहा है, लेकिन न तो इसका कोई विधिवत रजिस्ट्रेशन है और न ही चिकित्सा मानकों का पालन किया जा रहा है।

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि यहां मरीजों का इलाज मनमाने तरीके से किया जा रहा है, जिससे उनकी जान को खतरा हो सकता है।

सबसे गंभीर बात यह है कि इस क्लीनिक में नारकोटिक (मादक) दवाओं की भी अवैध बिक्री की जा रही है। इन दवाओं का उपयोग नशे के रूप में भी किया जा सकता है, जिससे युवाओं में इसकी लत लगने का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों ने बताया कि डॉक्टर पांडे के पास न तो फार्मेसी लाइसेंस है और न ही नारकोटिक दवाओं के स्टॉक की कोई वैध अनुमति।

स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते यह क्लीनिक अब तक बेधड़क संचालित हो रहा है। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से इस क्लीनिक की तत्काल जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगाई गई तो यह लोगों की जान पर भारी पड़ सकता है और समाज में नशाखोरी की समस्या को और बढ़ा सकता है।

प्रशासन को चाहिए कि तुरंत संज्ञान लेकर जांच शुरू करे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

भारत में हो रहा है एक नई स्टार्टअप क्रांति का आग़ाज़

  

एस.एस.के. भारत ग्रुप का एक ऐतिहासिक कदम२१वीं सदी का भारत आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है। हम सब मिलकर एक ऐसेभारत की

कल्पना कर रहेहैं, जो फिर से“विश्वगुरु” कहलाए - एक ऐसा भारत जो न केवल ज्ञान और संस्कृति

मेंअग्रणी हो, बल्कि कृषि, ऊर्जा, उद्योग और उद्यमिता मेंभी दुनिया को दिशा दे।

इसी सोच को साकार रूप देनेके लिए एस.एस.के. भारत ग्रुप नेदेश मेंपहली बार ग्रामीण भारत का

विकास और किसानों के सशक्तिकरण को केंद्र मेंरखकर एस.एस.के. भारत काशी विश्वनाथ मिनी

इंडस्ट्री एंड बिजनेस पार्क का निर्माणकार्य प्रारंभ किया है। यह परियोजना उत्तर प्रदेश के वाराणसी

जिलेके खरका गाँव मेंतेज़ी सेआकार लेरही है। इसका पहला चरण पूर्ण हो चुका है, और जुलाई

२०२५ तक यह पूरी तरह सेकार्यान्वित हो जाएगा।

इस लेख के माध्यम सेहम, एस.एस.के. भारत ग्रुप की तरफ़ सेइस अनोखी स्टार्टअप क्रांति की पूरी

जानकारी आपको साझा कर रहे है, ताकि भारत के हर किसान, युवा और निवेशक तक यह

सशक्तिकरण का और भारत को फिर सेविश्वगुरु बनानेका संदेश पहुँच सके।

एस.एस.के. भारत ग्रुप: एक नया दृष्टिकोण, एक नया मिशन

एस.एस.के. भारत मैनेजमेंट एंड मीडिया लिमिटेड एक कॉर्पोरेट समूह हैजो ग्रामीण भारत में

रोजगार, संसाधन और उद्यमिता के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा लक्ष्य है- भारत को ५

ट्रिलियन डॉलर की मजबूत और हरित अर्थव्यवस्था की ओर लेजाना।

हम न केवल व्यवसाय कर रहेहैं, बल्कि एक इकोसिस्टम बना रहेहैंजिसमेंहर व्यक्ति को भागीदारी

का अवसर मिले। आज हमारी कंपनी बायोफ्यूल, बायोकोल, डेयरी, कैटल फीड, ऑर्गेनिक खेती,

मसाले, एफएमसीजी, और इकोफ्रेंडली प्रोडक्ट्स जैसेक्षेत्रों मेंकार्यरत है। हमारा विश्वास हैकि जब

तक ग्रामीण भारत का विकास नहीं होगा, तब तक नए भारत का, एक विश्वगुरु भारत का निर्माण

नही हो सकता।

एस.एस.के. भारत काशी विश्वनाथ मिनी इंडस्ट्री एंड बिजनेस पार्क: एक नई औद्योगिक दिशा

वाराणसी के खरका गांव मेंस्थापित किया जा रहा एस.एस.के. भारत काशी विश्वनाथ मिनी इंडस्ट्री

एंड बिजनेस पार्क केवल एक उद्योग नहीं है, यह एक आंदोलन है। यह देश की पहली ऐसी परियोजना

हैजिसमेंअलग अलग तरह की एग्रो बेज़ड इकाई को एक इंडस्ट्री की तरह स्थापित किया जा रहा

है, विकसित किया जा रहा है, जिसका लाभ किसानों और ग्रामीण युवाओं को होगा, साथ ही साथ

रोजगार के बोहोत सारेअवसर भी प्रदान करेगा।

इसमेंविकसित किए जा रहेप्रमुख उद्योगों में शामिल है।

बायोकोल ब्रिकेट्स और पेलेट्स निर्माण - जो नेपियर घास, जैविक अपशिष्ट और अन्य

बायोमास सेतैयार किए जाते हैं। ये उत्पाद थर्मल पावर प्लांट्स, बॉयलर और कूकिंग में

एल.पी.जी. के ऐवज मेंउपयोग किए जातेहैं।

● बायो स्टोव - एल.पी.जी. गैस की तुलना में५०% सस्तेईंधन पर कार्य करनेवालेस्टोव,

जिनका वितरण ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों मेंकिया जाएगा।

● नेपियर घास आधारित हर्बल कैटल फीड - जिससेकिसानों को उच्च गुणवत्ता वाला पशुआहार

मिलेगा, जिससेदूध का उत्पाद और स्वाद बढ़ेगा, साथ ही उनकी आमदनी भी बढ़ेगी और

औषधीय गुणवालेदूध और दूध के उत्पादों का लोगों को लाभ मिलेगा।।

● देसी गाय आधारित डेयरी उद्योग - देसी गायों के दूध सेउत्पादित दूध, दही, पनीर, लस्सी

और आइसक्रीम।

● गौमूत्र और गोबर सेबनेउत्पाद - जैसेबायो-सी.एन.जी., जैविक खाद, अगरबत्ती और वैदिक

पेंट।

● मसाले, खाद्य तेल और एग्रो बेस्ड अन्य उत्पाद - जिनके लिए कच्चा माल स्थानीय किसानों

सेही ख़रीदा जाएगा।

किसानों और युवाओंके लिए सुनहरा अवसर:

इस परियोजना के द्वारा ५००० सेअधिक किसानों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप सेरोज़गार मिलेगा,

जिनकी ज़मीन का सही उपयोग होगा, आमदनी मेंबढ़ोतरी होगी, और उन्हेंएक अच्छा जीवन जीने

का मौका मिलेगा।

इसके साथ ही वाराणसी जिल्हेके १५०० स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर इस योजना सेअलग

अलग माध्यम सेजोड़ा जाएगा। हमारा उद्देश्य हैकि हर युवा अब नौकरी की तलाश मेंना भटके,

बल्कि स्वयं व्यवसाय करेऔर एक अच्छी आमदनी प्राप्त करे।

एस.एस.के. भारत स्टार्टअप क्रांति: एक नए आंदोलन की शुरुआत

एस.एस.के. भारत ग्रुप के द्वारा प्रारंभ की गई यह क्रांति केवल एक व्यावसायिक योजना नहीं, बल्कि

भारत के भविष्य को और भी बेहतर बनानेकी योजना है। हम एक ऐसेमॉडल पर कार्य कर रहेहैं

जिसमेंस्थानीय संसाधनों का उपयोग करके वैश्विक गुणवत्ता वालेउत्पाद तैयार किए जाएँ।

यही नहीं, हमारेग्रुप के चेयरमैन, अधिवक्ता श्री श्यामशंकर उपाध्याय जी, को यूरेशिया क्षेत्र के लिए

व्यापार आयुक्त (ट्रेड कमिश्नर) नियुक्त किया गया है, जिससे हमारे द्वारा निर्मित उत्पादों का

निर्यात यूरोप और ग्लोबल मार्केट मेंभी किया जाएगा। इससेन केवल देश को विदेशी मुद्रा प्राप्त

होगी, बल्कि भारत का कृषि, डेयरी और जैविक उद्योग भी विश्व स्तर पर स्थापित होगा और अपनी

एक नई पेहचान बनायेगा।

निवेश का सुनेहरा अवसर जो आपका भविष्य बनाएगा

इस परियोजना की कुल लागत १५ करोड़ रुपये हैऔर इसके पहली इकाई में उत्पादन कार्य की

शुरुआत हो चुकी हैऔर अब हम अगलेचरण के लिए निवेशकों को आमंत्रित कर रहेहैं।

आज जब भारत कि बड़ी-बड़ी कंपनियों सेलेके छोटेछोटेस्टार्टअप भी निवेश के लिए विदेशों के ओर

देख रहेहैतब हम भारत के निवेशकों को साथ मेंलेके छोटेछोटेनिवेशों द्वारा एक बड़ी क्रांति का

आगास करनेजा रहेहै। हम चाहतेहैकी यह भारतीय कंपनी आजीवन भारतीय बनी रहे, यह विदेशी

कंपनियों की गुलाम ना बनेऔर जिसके द्वारा हम सब मिलकर एक नए भारत का निर्माण करे।

आनेवाले वर्षों में हम इस तरह के अनेक प्रोजेक्ट भारत के विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों मेंस्थापित

करनेजा रहेहै।

अब आपके योगदान की बारी है…

एस.एस.के. भारत ग्रुप नेरास्ता बना दिया है, अब ज़रूरत हैआपके साथ की। अगर आप किसान हैं,

युवा हैं, प्रोफेशनल हैं, या एक जिम्मेदार नागरिक हैं- जो भारत को फिर सेविश्वगुरु बनतेहुए देखना

चाहतेहै, तो यह मिशन आपका है।

हम आपको इस स्टार्टअप क्रांति का हिस्सा बननेके लिए आमंत्रित करतेहैं। आओ हम सब मिलके,

अपने जीवन के साथ-साथ अपने गाँव, अपनेक्षेत्र और हमारे अपने भारत को भी समृद्ध और

विश्वगुरु भारत बनाए।

समापन मेंएक संदेश

यह केवल एक बिजनेस का मॉडल नहीं है, यह एक राष्ट्रीय आंदोलन है। आइए, अपनेबच्चों के लिए,

अपनेदेश के लिए, और अपनेभविष्य के लिए, इस अभियान का हिस्सा बनें।

"भारत फिर सेविश्वगुरु बने, यही हमारा संकल्प है।"

जय हिंद - जय भारत!

शुभम भवतुसर्वदा

- श्री. कार्तिक रावल

मुख्य प्रबंध निदेशक, एस.एस.के. भारत मैनेजमेंट एंड मीडिया लिमिटे

मनीष मेमोरियल इंटर कॉलेज, रानीगंज: शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता और समर्पण की मिसाल

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जनपद के रानीगंज क्षेत्र में स्थित मनीष मेमोरियल इंटर कॉलेज आज शिक्षा के क्षेत्र में एक भरोसेमंद और अग्रणी संस्थान के रूप में पहचान बना चुका है। वर्ष 2025 के एडमिशन शुरू है। यह संस्थान न केवल रानीगंज, बल्कि पूरे प्रतापगढ़ जिले से आने वाले छात्रों के लिए एक शैक्षणिक केंद्र के रूप में कार्य करता है। यह विद्यालय केजी से लेकर कक्षा 12वीं तक की शिक्षा प्रदान करता है, जिसमें हिंदी माध्यम और अंग्रेज़ी माध्यम – दोनों विकल्प उपलब्ध हैं। विज्ञान और कला दोनों ही विषयों में विशेषज्ञता के साथ यह कॉलेज विद्यार्थियों को भविष्य की तैयारी का मजबूत आधार देता है।

कॉलेज का प्रमुख उद्देश्य छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना और उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनाना है। यहां बच्चों के सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता दी जाती है – चाहे वह शैक्षणिक प्रदर्शन हो, नैतिक मूल्य हों या फिर अनुशासन और नेतृत्व क्षमता का विकास।

मनीष मेमोरियल इंटर कॉलेज को प्रतापगढ़ जिले के शिक्षा जगत में अग्रणी स्थान प्राप्त है। यह केवल एक स्कूल नहीं, बल्कि एक ऐसा संस्थान है जो विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखता है। स्कूल प्रबंधन समय के साथ बदलाव को अपनाने में विश्वास रखता है और इसी दृष्टिकोण के साथ इस वर्ष कॉलेज प्रबंधन ने विद्यालय के प्रधानाचार्य समेत कई महत्वपूर्ण फैकल्टी सदस्यों में परिवर्तन किया है। यह कदम इस उद्देश्य से उठाया गया है कि शिक्षण पद्धति को और अधिक प्रभावशाली एवं आधुनिक बनाया जा सके, जिससे छात्रों को नवीनतम शैक्षणिक दिशा-निर्देशों के अनुरूप प्रशिक्षण मिल सके।

इस वर्ष मनीष मेमोरियल इंटर कॉलेज में कई योग्य एवं अनुभवी शिक्षकों की नियुक्ति की गई है, जिनमें राम मणि पाण्डेय (एम.ए., बी.एड.), सुशील पाल (एम.ए., बी.एड.), बी.पी. गौतम (एम.एससी., बी.एड.), ललित मिश्रा, प्रमोद श्रीवास्तव, वी.के. मिश्रा एवं मनोज श्रीवास्तव जैसे समर्पित शिक्षक शामिल हैं। ये सभी शिक्षक अपने-अपने विषय में दक्ष हैं और विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण एवं व्यवहारिक शिक्षा देने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं।

विद्यालय में छात्रों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कई सुविधाओं का विस्तार किया गया है। अब विद्यालय में शुद्ध पेयजल हेतु वाटर कूलर की सुविधा उपलब्ध है। पूरे परिसर में वाई-फाई इंटरनेट की सुविधा भी प्रदान की गई है, जिससे छात्र तकनीकी रूप से अधिक सक्षम बन सकें। इसके अतिरिक्त, विद्यार्थियों के मानसिक, भावनात्मक एवं शैक्षणिक कल्याण के लिए परामर्श सेवाएँ भी शुरू की गई हैं, जिससे वे व्यक्तिगत और शैक्षणिक जीवन में बेहतर मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें।

विद्यालय का प्रबंधन हमेशा इस बात पर ज़ोर देता है कि शिक्षकगण अपने विषय में न केवल दक्ष हों, बल्कि छात्रों की मनोवृत्ति और आवश्यकताओं को भी भली-भांति समझें। यही कारण है कि कॉलेज में कार्यरत प्रत्येक शिक्षक अपने दायित्व के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं और संस्थान के साझा विज़न एवं दीर्घकालिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निरंतर मेहनत करते हैं।

कॉलेज की भौगोलिक स्थिति भी इसे एक विशेष पहचान देती है। यह रानीगंज रेलवे क्रॉसिंग के पास एक प्रमुख और सुलभ स्थान पर स्थित है, जिससे पहली बार आने वाले विद्यार्थियों और अभिभावकों को भी कॉलेज तक पहुंचना बेहद आसान होता है। रानीगंज और आसपास के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों से विद्यार्थी यहां आसानी से आ सकते हैं, क्योंकि परिवहन के कई विकल्प पास में उपलब्ध हैं।

यह संस्थान न केवल एक शिक्षा केंद्र है, बल्कि एक सामाजिक उत्तरदायित्व निभाने वाला संगठन भी है। विद्यार्थियों के भविष्य को संवारने के साथ-साथ यह संस्था उन्हें नैतिक मूल्यों, अनुशासन और सेवा भावना से भी परिचित कराती है। बच्चों को केवल किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि व्यावहारिक जीवन के लिए आवश्यक संस्कार और दृष्टिकोण भी प्रदान किए जाते हैं।

मनीष मेमोरियल इंटर कॉलेज की सबसे बड़ी ताकत इसकी समर्पित शिक्षण प्रणाली, अनुशासित वातावरण और माता-पिता के साथ निरंतर संवाद बनाए रखने की नीति है। यही कारण है कि यह संस्थान शिक्षा के क्षेत्र में एक ब्रांड बन चुका है और इसकी लोकप्रियता में निरंतर वृद्धि हो रही है।

निकट भविष्य में, कॉलेज अपने शैक्षणिक ढांचे का और अधिक विस्तार करने की योजना बना रहा है, ताकि यह और अधिक छात्रों तक अपनी सेवाएं पहुँचा सके। नई फैकल्टी, बेहतर व्यवस्थाएं और डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के प्रयास इसके आधुनिक दृष्टिकोण को दर्शाते हैं।

यदि आप अपने बच्चे को एक सुरक्षित, प्रेरणादायक और गुणवत्ता-युक्त शैक्षणिक माहौल देना चाहते हैं, तो मनीष मेमोरियल इंटर कॉलेज, रानीगंज आपके लिए एक आदर्श विकल्प है।

अधिक जानकारी या प्रवेश हेतु विद्यालय से संपर्क करने के लिए दूरभाष संख्या 7054596061 पर कॉल करें।

दरोगा विद्यासागर के अपराध,काली कमाई ने बेटे को बना दिया अपराधी

जौनपुर। बहुत पुरानी कहावत है "कि बाप का खाया बेटा भरता हैं" लेकिन यह कहावत बिल्कुल फिट बैठ रही हैं. थानागद्दी चौकी पर तैनात प्रमोटी दारोगा विद्यासागर सिंह के बेटे आदित्य सागर के खिलाफ पड़ोसी वाराणसी जिले के चोलापुर थाने में गंभीर धाराओं में आरोपी बनाया हैं।

जानकारी के मुताबिक विद्यासागर सिंह सिपाही से प्रोन्नत होकर दरोगा बने। अल्प समय के लिए दरोगा की कुर्सी व कंधे पर सितारे लगते ही शरीर में ऐंठन होने लगी। फिर खाकी में अपराध व अवैध कामों को संरक्षण देकर के धन बटोरने में जुट गया। विभागीय लोग बताते हैं कि विद्यासागर के बेटे बेरोजगार हैं। जिससे विद्यासागर को हरवक्त बेटे को सजोने संवारने में जुट रहता हैं। जिसके लिए हरसंभव प्रयास करके अपराध में धंसता गया। खुद का सिंडिकेट तैयार लिया। जिसमें कुछ तथाकथित पत्रकारों को भी शामिल किया। जिससे किसी भी घटना को दबाते हुए,वसूली को प्रायोजित तरीके से कराई जा सके।

विद्यासागर ने अपराध से अर्जित काली कमाई से एक कृषि कार्य में रजिस्टर्ड ट्रैक्टर UP62AS9996 लिया। जिससे कमर्शियल उपयोग में लेने लगा। ट्रैक्टर को अपराधिक सिंडिकेट के इशारे पर अवैध कामों में धकेल दिया। अवैध व अपराध से अर्जित राशि ने ज्यादा दिन तक विद्यासागर का साथ नहीं दिया। कुछ माह बाद चोलापुर पुलिस ने हिट एंड रन का मामला आदित्य सागर के खिलाफ दर्ज करते हुए,चार्जशीट न्यायालय में भेज दिया।

कप्तान ने कतरे पर,भेजा खेतासराय

अपराध में धंसते जा रहे विद्यासागर को स्थानीय अधिकारियों का प्रश्रय था. जिससे विद्यासागर आराम से अपने कामों को अंजाम दे रहा था। लगातार शिकायतों को देखते हुए,कप्तान ने विद्यासागर का ट्रांसफर खेतासराय कर दिया। ट्रांसफर की बात सुनकर विद्यासागर के होश उड़ गए। अपराधिक सिंडिकेट के साथ विद्यासागर ने कई चौखटों पर माथा टेकते हुए,ट्रांसफर रुकवाने की गुहार की। लेकिन किसी ने नहीं सुनी। चूंकि खेतासराय में अवैध कमाई बंद हो चुकी हैं। सिंडिकेट भी बिखर चुका हैं। विभाग के अनुसार विद्यासागर केराकत थाना क्षेत्र के सरकी चौकी पर आने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा हैं। जिससे सिंडिकेट व अपराधिक गतिविधि से काली कमाई की जा सके।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने फीता काटकर दस्तक अभियान का किया शुभारंभ