India

Mar 28 2024, 15:45

2014 के बाद कितना बदला वाराणसी?

#varanasichangedinmodigovt  

दुनिया की सबसे प्राचीन नगरों में से एक

हिंदुओं का महत्वपूर्ण तीर्थस्थल

अब बना भारत की सियासत का केन्द्र

बाबा विश्वनाथ की नगरी को क्योटो बनाने की कवायद

दस वर्षों में काशी का हो गया कायाकल्प

पूरी तरह से बदला वाराणसी शहर का रूप-रंग

दुनिया के प्राचीनतम नगरों में एक शिव की यह नगरी हिंदुओं के महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों में एक है। देश के हरेक कोने से तीर्थयात्री यहाँ आते हैं। यह बाबा काशी विश्वनाथ के नाम पर दुनिया भर में विख्यात है। जो अब भारत की राजनीति का महत्वपूर्ण केंद्र है। इसका एकमात्र कारण देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यहां से लगातार दो वार जीत कर देश की बागडोर संभाल रहे हैं। अब तीसरी बार भी विजय रथ पर सवार होने को आतुर हैं। वाराणसी लोकसभा सीट पर अब एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी मैदान में हैं। 

सन् 1956 में 24 मई को बनारस या काशी को वाराणसी नाम दिया गया। अब उस काशी को पिछले कुछ सालों से क्योटो बनाने की कवायद जारी है। पिछले दस वर्षों में वाराणसी एक विशिष्ट नगर के रूप में उभर कर आया है। नरेंद्र मोदी की सरकार के कार्यकाल में इस शहर का नये सिरे से कायाकल्प हो गया। तमाम चुनौतियों के बावजूद बनारस का नया रूप अब दुनिया के सामने है। प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों और विकास योजनाओं की बदौलत दुनिया भर में इस धार्मिक नगरी को एक अलग पहचान मिली है।

2014 में चुनाव जीतने के बाद मोदी कई बार वाराणसी गए। उन्होंने वाराणसी को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रोजेक्ट करने का मौक़ा कभी भी नहीं गंवाया। वे 2015 में जापान के प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे और 2018 में फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को भी वाराणसी ले कर गए। इसके अलावा 2019 में प्रवासी भारतीय सम्मेलन और 2023 की शुरुआत में काशी-तमिल संगमम के साथ ही जी-20 सम्मेलन की छह बैठकों से काशी का मान देश दुनिया में बढ़ा।  

बीते दस वर्षों में वाराणसी के लिए विकास के लिए कई योजनाएं शुरू की गईं। साल 2014 में पीएम मोदी के वाराणसी से लोकसभा का चुनाव जीतने से लेकर साल 2023 तक पिछले 9 सालों में वाराणसी शहर का रूप और रंग पूरी तरह से बदल चुका है। साल 2014 में नरेंद्र मोदी जब गुजरात मॉडल को यूपी की धार्मिक नगरी वाराणसी में लाने के मिशन से पहुंचे तो शुरुआत उन्होंने सफाई अभियान के साथ की। 2014 में वाराणसी की यात्रा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झाड़ू हाथ में थामा और अस्सी घाट के पास जगन्नाथ गली में स्वच्छता अभियान चलाया। एक तरह से इसी दिन वाराणसी के कायाकल्प को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प ले लिया। वह कार्य अब तक जारी है।

2014 से लेकर 2021 तक वाराणसी में 310 योजनाएं शुरू की गईं। वहीं 162 परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ। इसके बाद प्रधावनमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 जुलाई 2021 को 1,500 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इनमें अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और कन्वेंशन सेंटर ‘रुद्राक्ष’ का भी उद्घाटन किया। बीएचयू में 100-बेड एमसीएच विंग, गोदौलिया में बहुस्तरीय पार्किंग, वाराणसी-गाजीपुर राजमार्ग पर तीन-लेन फ्लाईओवर पुल सहित अनेक सार्वजनिक परियोजनाएं थीं। साथ ही इनमें शहरी क्षेत्र के सड़क कार्यों के लिए 3.32 करोड़, तालाब और पार्क के सौंदर्यीकरण के लिए 2.86 करोड़़, ट्रांस वरुणा प्रोजेक्ट के लिए 19.49 करोड़ रुपये, गंगा पेयजल योजना के लिए 46.49करोड़ आदि भी शामिल हैं।

काशी विश्वनाथ मंदिर का विस्तारीकरण और सौन्दर्यीकरण योजना पीएम नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रॉजेक्ट था। 13 दिसंबर 2021 को काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का लोकार्पण भी कर दिया। मंदिर परिसर के नए और भव्य स्वरूप से काशी नगरी खिल उठी। साल 2023 में वाराणसी में पर्यटकों की संख्या में 7.3 करोड़ की वृद्धि हुई। निवेशक स्थानीय पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। पिछले साल 40 से अधिक निवेशकों ने पर्यटन विभाग के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए।

इस साल 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब वाराणसी पहुंचे तो उन्होंने 1800 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी। यहां उन्होंने देश में पहली बार रोप-वे पब्लिक ट्रांसपोर्ट का भी उद्घाटन किया। इस दिन प्रधानमंत्री ने शहरवासियों को 28 परियोजनाओं सौंपी और 19 प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास किया।

नरेंद्र मोदी के बनारस का सांसद और देश का प्रधानमंत्री बनने से पहले तक बनारस में भी दुश्वारियों का पहाड़ था। दूसरे शहरों की तरह यहां भी बदइंतजामी थी, सड़कें जर्जर, बिजली-पानी का संकट, कुंड-तालाब कब्जे में वगैरह-वगैरह। समय ने करवट ली, पीएम मोदी की चाहत के अनुरूप विकास की ओर बढ़े कदमों ने शहर में लटकते बिजली के तारों को गायब कर दिया। आईपीडीएस की सौगात से शहर की कई कालोनियों और मुहल्लों में बिजली के तार भूमिगत हो गए। काशी की प्राचीनता से मेल खाते लैंप पोस्टों से निकलती दूधिया रोशनी आपको पूरे शहर में दिखेगी। वर्तमान में बदलते बनारस की तस्वीरें इस बात की तस्दीक करती है कि आज जो है, वो कल से बेहतर है।

India

Mar 27 2024, 11:26

वाराणसी सीटः पिछले तीन दशक से हर चुनाव में हावी रहा जातीय समीकरण

#lok_sabha_election_2024_varanasi_seat

उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट यूपी की ही नहीं देश की सबसे वीवीआईपी सीट है। इस सीट से पिछले दो बार से लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांसद रहे हैं। पीएम मोदी तीसरी बार भी वाराणसी से ही चुनाव लड़ेंगे। देश का प्रधानमंत्री जिस सीट से सांसद हो तो उस लोकसभा क्षेत्र की बात ही जुदा है। वाराणसी पूर्वांचल के साथ बिहार की कई सीटों का राजनीतिक केंद्र बन गया है। बीजेपी इस सीट पर एक बार से पीएम मोदी की बड़ी जीत की तैयारी में जुटी हुई है।

वाराणसी संसदीय क्षेत्र में पांच विधानसभा क्षेत्र- वाराणसी उत्तर, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी कैंट, सेवापुरी और रोहनिया शामिल है। वाराणसी में कुल 18,56,791 मतदाता है। इनमें पुरुष मतदाता 8 लाख 29 हजार 560 जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 10 लाख 27 हजार 113 है, वहीं थर्ड जेंडर वोटर्स 118 हैं। 

वाराणसी में जातीय समीकरण

• 3 लाख ब्राह्मण वोटर्स

• 3 लाख मुस्लिम वोटर्स

• 3 लाख से ज्यादा गैर यादव ओबीसी वोटर

• 2 लाख से ज्यादा कुर्मी जाति के वोटर

• 2 लाख वैश्य वोटर

• 1.5 लाख भूमिहार वोटर

• 1 लाख यादव वोटर

• 1 लाख अनुसूचित जातियों के वोटर

अगर बनारस के जातीय समीकरण की बात करें को यहां कुर्मी समाज के मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है। रोहनिया और सेवापुरी में कुर्मी मतदाता काफी संख्या में हैं। इसके अलावा ब्राह्मण और भूमिहारों की भी अच्छी खासी तादाद है। वाराणसी के लिए वैश्य यादव और मुस्लिम मतदातों की संख्या भी जीत के लिए निर्णायक साबित हो सकती है।

यहां 3 लाख से ज्यादा गैर यादव ओबीसी वोटर हैं। 2 लाख से ज्यादा वोटर कुर्मी जाति के हैं। 2 लाख वैश्य वोटर हैं। डेढ़ लाख भूमिहार वोटर हैं इसके अलावा वाराणसी में एक लाख यादव और एक लाख अनुसूचित जातियों के वोटर हैं।

वाराणसी और आसपास की सीटों पर पिछले तीन दशक से हर चुनाव में जातीय समीकरण हावी रहा है। इसके आगे विकास और बेहतरी के दावे भी असर नहीं कर पाते। इसलिए भाजपा का पूरा ध्यान इस ओर भी है कि सभी जातियों के मतदाताओं को अपने पक्ष में किया जाए। ब्राह्मण, बनिया और ठाकुर को बीजेपी का परंपरागत वोट माना जाता है। अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल एस और बीजेपी के बीच गठबंधन है। ऐसे में कुर्मी वोटर्स भी बीजेपी और पीएम मोदी के पक्ष में वोट देंगे। वाराणसी में राजभर समाज के वोटर की संख्या अच्छी खासी है। कुछ दिन पहले ही ओम प्रकाश राजभर को यूपी के योगी सरकार मंत्री बनाया गया है। जिसका फायदा इस चुनाव में मिलना तय है।

India

Mar 26 2024, 11:05

वाराणसी लोकसभा सीट से पीएम मोदी लगाएंगे जीत की हैट्रिक?

#varanasi_lok_sabha_election_2024_mp_pm_modi_bjp_candidate

भगवान शिव की नगरी का बढ़ा सियासी आकर्षण

तीसरी बार चुनावी मैदान में पीएम मोदी

जीत की हैट्रिक लगाने को पूरी तरह तैयार

लगातार दो बार रहे जनता की पहली पसंद

रिकार्ड 64 प्रतिशत मतदाताओं का मिला आशीर्वाद

शिव की नगरी, संस्‍कृति एवं धर्म का केंद्र और अब चुनावी मौसम में सबसे हॉट सीट। जी हैं ये वाराणसी ही है। भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार वाराणसी संसदीय सीट से 2024 लोकसभा चुनाव के लिए अपना प्रत्याशी घोषित किया है। मोदी इस सीट से 2014 में सांसद और देश के प्रधानमंत्री बने। इसके बाद वह 2019 में भी यहां से मैदान में उतरे और दोबारा सांसद बने। एक बार फ‍िर पीएम मोदी इसी सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। यानी पीएम मोदी यहां से जीत की हैट्रिक की तैयारी में हैं।

वाराणसी सीट पर कब कौन चुना गया सांसद

साल                   सांसद               पार्टी 

1952                 रघुनाथ सिंह            कांग्रेस 

1957                 रघुनाथ सिंह            कांग्रेस 

1962                रघुनाथ सिंह             कांग्रेस 

1967                सत्य नारायण सिंह         सीपीआई 

1971                राजाराम शास्त्री           कांग्रेस 

1977                चंद्रशेखर          भारतीय राष्ट्रीय लोकदल

1980            कमलापति त्रिपाठी          कांग्रेस 

1984             श्यामलाल यादव             कांग्रेस 

1989            अनिल कुमार शास्त्री         जनता दल

1991            श्रीशचंद्र दीक्षित             भाजपा 

1996          शंकर प्रसाद जायसवाल           भाजपा 

1998          शंकर प्रसाद जायसवाल             भाजपा 

1999          शंकर प्रसाद जायसवाल               भाजपा 

2004           राजेश कुमार मिश्रा              कांग्रेस 

2009            मुरली मनोहर जोशी             भाजपा 

2014            नरेंद्र मोदी                     भाजपा 

2019            नरेंद्र मोदी                      भाजपा 

वाराणसी कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। इस सीट पर अभी तक सात बार कांग्रेस जीत चुकी है तो वहीं भाजपा ने भी सात बार जीत दर्ज की है। एक-एक बार जनता दल और सीपीआई भी यह सीट जीत चुकी है। हालांकि, 17 लोकसभा चुनाव में कभी भी सपा और बसपा को जीत हासिल नहीं हुई। 

पहले लोकसभा चुनाव 1952 में कांग्रेस ने स्वतंत्रता सेनानी रघुनाथ सिंह को मैदान में उतारा था। जमींदार परिवार के रघुनाथ सिंह जनता के बीच काफी लोकप्रिय थे और वह 1952, 1957 व 1962 में लगातार सांसद बने। श्रीराम मंदिर आंदोलन के बाद 1991 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यहां से पूर्व पुलिस अधिकारी और श्रीराम जन्मभूमि कारसेवा में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने वाले श्रीशचंद दीक्षित को मैदान में उतारा। श्रीशचंद ने सीट जीतकर भाजपा की झोली में डाल दी। इसके बाद भाजपा ने 1996 में यहां से शंकर प्रसाद जायसवाल को मैदान में उतारा। उन्होंने पार्टी को निराश नहीं करते हुए 1996, 1998 और 1999 में वाराणसी सीट का प्रतिनिधित्व किया।

भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री प्रत्याशी और वाराणसी संसदीय सीट का उम्मीदवार घोषित किया। प्रधानमंत्री को हराने के लिए देशभर से राजनेता, सामाजिक संगठनों आदि के लोग मैदान में उतरे। प्रमुख नाम सामाजिक कार्यकर्ता से राजनेता बने आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल का था। मोदी ने 5 लाख 81 हजार 082 मत प्राप्त कर भाजपा विरोधी मतों का अपने पक्ष में ध्रुवीकरण कर लड़ने वाले केजरीवाल को 3 लाख 78 हजार 784 मतों से हराया। चुनाव मैदान में उतरे 42 में 40 लोगों की जमानत जब्त हो गई। 

प्रधानमंत्री रहते दोबारा 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से भाजपा प्रत्याशी बने। इस बार मोदी ने 6 लाख 74 हजार 664 मत प्राप्त कर सपा की शालिनी यादव को 4लाख 79 हजार 505 मतों से हराया। काशी में रिकार्ड 63.74 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट मोदी को दिया। इसके बाद तो मोदी की बाबा विश्वनाथ की नगरी से ऐसी लगन लगी कि वह अब काशी नहीं हमारी काशी बोलते हैं। मार्च के शुरूआत तक वे 44 बार काशी की यात्रा कर चुके है। मोदी के लगातार काशी से जुड़ाव को देखते हुए भाजपा ने उनको तीसरी बार मौका दिया है और पीएम मोदी का तीसरी बार यहां से सांसद और पीएम बनना तय माना जा रहा है। 

प्रधानमंत्री मोदी भी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिख रहे हैं। तभी तो पार्टी की ओर प्रत्याशी बनाए जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा, मैं तीसरी बार काशी के अपने बहनों और भाइयों की सेवा के लिए तत्पर हूं। 

दरअसल, पीएम मोदी साल 2014 में सत्ता विरोधी लहर के सहारे सत्ता में आए थे। वहीं 2019 की जीत में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक के चलते राष्ट्रीय सुरक्षा का भाव उनके पक्ष में गया और उन्हें जीत मिली। इस बार अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद देशभर में बने माहौल के बाद पीएम मोदी और बीजेपी की वापसी तय मानी जा रही है।

India

Feb 01 2024, 16:29

व्यासजी के तहखाने में पूजा के फैसले पर भड़के ओवैसी, बोले- पूजा स्थल अधिनियम का उल्लंघन, 6 दिसंबर हो सकता है दोबारा

#asaduddin_owaisi_angry_on_varanasi_court_order_on_gyanvapi_case

वाराणसी प्रशासन ने जिला अदालत के निर्देशों का पालन करते हुए गुरुवार, 1 फरवरी की सुबह ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के दक्षिणी हिस्से में 'व्यास जी का तहखाना' में पूजा की अनुमति दे दी। यह कार्रवाई हाल ही में एक अदालत के आदेश के बाद हुई है, जिसमें ऐतिहासिक स्थल पर धार्मिक अनुष्ठान करने के अधिकार को बरकरार रखा गया है। कोर्ट के फैसले के बाद, 30 साल बाद एक पुजारी ने सुबह करीब 3 बजे पूजा की, उसके बाद आरती हुई।वाराणसी कोर्ट के इस फैसले से एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी खुश नहीं हैं। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जो कोर्ट ने फैसला लिया उससे पूरे मामले को तय कर लिया गया है। यह सरासर गलत फैसला है। 6 दिसंबर इस देश में दोबारा हो सकता है।

एआईएमआईएम चीफ असदु्द्दीन ओवैसी ने कहा कि वाराणसी कोर्ट के जज ने जो फैसला दिया उसने 1992 के पूजा स्थल अधिनियम का उल्लंघन कर रहे हैं। ओवैसी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज जज साहब का आखिरी दिन था। दूसरी बात यह कि उन्होंने 17 जनवरी को डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को रिसीवर अपॉइंट किया था। तीसरी बात यह कि जज ने जो फैसला लिया, इससे उन्होंने पूरे केस को ही तय कर दिया। उन्होंने आगे कहा, 1993 के बाद से आप खुद कह रहे हैं कि वहां, कुछ नहीं हो रहा था। अब आपने जो हिंदू पक्ष को मस्जिद के तहखाने को दे रहे हैं। इससे आपने पूरे केस पर फैसला दे दिया। अपील के लिए 30 दिन का वक्त देना था।

वहीं, ओवैसी ने मोदी सरकार पर बोलेते हुए कहा कि जबतक यह सरकार अपनी चुप्पी नहीं तोड़ेंगे, पूजा स्थसल अधिनियम पर कायम नहीं रहेंगे तब तक यह चलता रहेगा। ओवैसी ने आगे कहा कि 6 दिसंबर इस देश में दोबारा हो सकता है।जब राम मंदिर मामले में फैसला आया था, हमने उसी वक्त कहा था कि आस्था की बुनियाद पर फैसला दिया गया है। अब आगे भी यह मामले चलते रहेंगे।

बता दें कि वाराणसी कोर्ट ने बुधवार को ज्ञानवापी मस्जिद पर अहम फैसला देतेल हुए हिंदू पक्ष को व्यासजी तहखाने में पूजा का अधिकार दे दिया है। इसकी मांग हिंदू पक्ष काफी दिनों से कर रहा था। कोर्ट ने कहा कि हिंदू पक्ष व्यास जी तहखाने में नियमित पूजा कर सकते हैं। हिंदू पक्ष की ओर से लड़ रहे वकील ने कहा कि यह हमारी सबसे बड़ी जीत है। हालांकि मुस्लिम पक्ष ने इस फैसले को मानने से इनकार कर दिया है। बता दें कि 1992 तक व्यास जी तहखाने में पूजा रोजाना होती थी। 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद व्यास जी तहखाने में नियमित पूजा को बंद करने का आदेश दिया गया था। इसके बाद यहां पर सालाना माता श्रृंगार गौरी की पूजा हो रही थी।

ankita84

Jan 30 2024, 17:14

Impressed by the service work, Sri Sri Ravi Shankar sent invitation to Himanshu, appreciated the work.
Varanasi . Spiritual Gurudev Sri Sri Ravi Shankar has sent an invitation to social worker Himanshu Chaturvedi to meet him at his residence in Delhi after being impressed by his work of service.
Let us tell you that social worker Himanshu is continuously inspiring the youth of Varanasi with his service work. The organization 'Swadhin Sagar' run by him is inspiring the youth for works of service.
That's it.

According to the information, spiritual Gurudev Sri Sri Ravi Shankar has sent an invitation for guidance to the youth working towards human values ​​and political issues. Also praised the work being done by the organization. Let us tell you that during this time, Himanshu Chaturvedi will also get an opportunity to present and discuss his views in the seminar being organized on political topics. Himanshu is among those youth whose service work impressed him and even Honorable Prime Minister Narendra Modi follows him on Twitter.


Job_info

Jan 08 2024, 09:11

United India Insurance Company Limited (UIIC) Administrative Officer Scale I Recruitment 2024

Important Dates :

  • Application Starts : 08/01/2024
  • Last Date : 23/01/2024
  • Exam Date : February 2024

Total Vacancy : 250

UR : 102 | EWS : 24 | OBC : 67 | SC : 37 | ST : 20 | Total : 250

Qualifications :

  • Bachelor Degree in Any Stream with 60% Marks
  • For SC / ST : 55% Marks
  • Computer Working Knowledge

Age Limit (as on 31/12/2023) : 21-30 Yrs.

Application Fee :

  • General / OBC / EWS : ₹1000/-
  • SC / ST / PH : ₹250/-

Exam Centre Districts :

  • Uttar Pradesh : Agra, Aligarh, Prayagraj, Bareilly, Ayodhya, Ghaziabad, Gorakhpur, Noida, Jhansi, Kanpur, Lucknow, Mathura, Meerut, Muradabad, Muzaffarnagar, Sitapur & Varanasi
  • Madhya Pradesh : Ujjain, Sagar, Bhopal, Gwalior, Indore, Jabalpur & Satna
  • Rajasthan : Ajmer, Bikaner, Jaipur, Jodhpur, Kota, Sikar, Udaipur & Alwar
  • Bihar : Arrah, Bhagalpur, Darbhanga, Gaya, Muzaffarpur, Patna, Purnea, Samastipur, Biharsharif & Aurangabad
  • Delhi / NCR : Delhi NCR
  • Uttarakhand : Roorkee, Dehradun & Haldwani
  • For Other State Exam District Details Must Read the Notification.

For More Details, Please Read Official Notification Carefully OR Visit Official Website.

Important Links :

Apply Online : Click Here

Download Notification : Click Here

Official Website : Official Website

Job_info

Dec 25 2023, 21:16

BHU Nursing Officer, Other Post Online Form 2024

Important Dates :

  • Application Starts : 22/12/2023
  • Last Date : 22/01/2024
  • Submit Form Hard Copy : 28/01/2024

Vacancy Details and Qualifications :

Total Vacancy : 247

Submit Hard Copy To (Last Date 28/01/2024) :

Office of the Registrar (Recruitment and Assessment Cell), Banaras Hindu University, Varanasi – 221005

Age Limit (as on 22/01/2024) : Max 30-35 Yrs.

Application Fee :

For Nursing Officer Post :

  • General / OBC / EWS : ₹500/-
  • SC / ST / All Category Female : Free

For Other Post :

  • General / OBC / EWS : ₹1000/-
  • SC / ST / All Category Female : Free

For More Details, Please Read Official Notification Carefully OR Visit Official Website.

Important Links :

Apply Online : Click Here

Download Notification : Click Here

Official Website : Official Website

Job_info

Nov 30 2023, 13:27

PGCIL Diploma Trainee Admit Card 2023 Download


  • Advt No. : CC/06/2023
  • Total Vacancy : 425
  • Exam Date : 05/12/2023

Exam Center Details :

  • NR III : Lucknow, Varanasi, Agra
  • ER I : Patna, Ranchi]
  • CC : Delhi (NCR)
  • NR I : Delhi NCR, Jaipur, Dehradun
  • WR II : Vadodara, Bhopal, Indore
  • NR II : Jammu, Srinagar, Chandigarh
  • NER : Shillong, Guwahati, Dibrugarh
  • ER II : Kolkata, Siliguri
  • Odisha Project : Bhubaneshwar, Rourkela
  • SR I : Hyderabad, Vijayawada, Visakhapatnam
  • SR II : Bengaluru, Chennai, Kochi
  • WR I : Nagpur, Raipur, Pune

For More Details, Please Read Official Notification Carefully OR Visit Official Website.

Important Links :

Download Admit Card : Click Here

Download Exam Notice : Click Here

Download Notification : Click Here

Official Website : Official Website

Job_info

Nov 26 2023, 14:05

AAICLAS Security Screener Online Form 2023

Important Dates :

  • Starting Date: 17-11-2023
  • Last Date: 08-12-2023
  • Fee Payment Last Date: 08-12-2023

Total Vacancy : 906

Qualifications :

  1. Graduation from any recognized Board/ University/ Institution, with 60% marks for General and 55% for SC/ ST.
  2. Ability to read/ speak English, Hindi and/ or conversant with local language.

Age Limit (as on 01.11.2023) : Min 27 Yrs.

Application Fee :

  • GEN/ OBC : ₹750/-
  • SC/ ST/ EWS/ Women : ₹100/-

Place of Posting :

On PAN India Basis

(Chennai, Kolkata, Goa, Kozhikode (Calicut), Varanasi, Srinagar, Vadodara, Madurai, Tirupati, Raipur, Vizag, Indore, Amritsar, Bhubaneswar, Agartala, Port Blair, Trichy, Dehradun, Pune, Surat, Leh, Srinagar, Patna)

Salary Details :

In addition to aboveThe TA/ DA/ Lodging & Boarding (if be deputed on tour) shall be equivalent to three tier AC Rail Fare.

For More Details, Please Read Official Notification Carefully OR Visit Official Website.

Important Links :

Apply Online : Click Here

Applicant Login : Click Here

Application Home Page : Click Here

Download Notification : Click Here

Official Website : Click Here

Job_info

Oct 22 2023, 16:11

AAI Cargo Logistics and Allied Services Company Limited (AAICLAS) Assistant (Security) Recruitment 2023

Important Dates :

  • Start Date : 20-10-2023
  • Last Date : 15-11-2023

Total Vacancy : 436

Qualifications :

  1. 12th from any recognized Board/ University/ Institution, with 60% marks for General and 55% for SC/ ST candidates.
  2. Ability to read/ speak English, Hindi and/ or conversant with local language.

Age Limit (as on 01.10.2023) : 27 Yrs.

Application Fee :

  • General/ OBC : ₹500/-
  • SC/ ST/ EWS/ Women : ₹100/-

Place of Posting : On PAN India Basis

(Chennai, Kolkata, Goa, Kozhikode, Varanasi, Srinagar, Vadodara, Tirupati, Vizag, Madurai, Trichy, Raipur, Ranchi, Bhubaneswar, Port Blair, Agartala, Gwalior, Amritsar, Leh, Dehradun, Pune, Indore, Surat)

For More Details, Please Read Official Notification Carefully OR Visit Official Website.

Important Links :

Apply Online : Click Here

Applicant Login : Click Here

Application Home Page : Click Here

Download Notification : Click Here

Official Website : Click Here

India

Mar 28 2024, 15:45

2014 के बाद कितना बदला वाराणसी?

#varanasichangedinmodigovt  

दुनिया की सबसे प्राचीन नगरों में से एक

हिंदुओं का महत्वपूर्ण तीर्थस्थल

अब बना भारत की सियासत का केन्द्र

बाबा विश्वनाथ की नगरी को क्योटो बनाने की कवायद

दस वर्षों में काशी का हो गया कायाकल्प

पूरी तरह से बदला वाराणसी शहर का रूप-रंग

दुनिया के प्राचीनतम नगरों में एक शिव की यह नगरी हिंदुओं के महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों में एक है। देश के हरेक कोने से तीर्थयात्री यहाँ आते हैं। यह बाबा काशी विश्वनाथ के नाम पर दुनिया भर में विख्यात है। जो अब भारत की राजनीति का महत्वपूर्ण केंद्र है। इसका एकमात्र कारण देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यहां से लगातार दो वार जीत कर देश की बागडोर संभाल रहे हैं। अब तीसरी बार भी विजय रथ पर सवार होने को आतुर हैं। वाराणसी लोकसभा सीट पर अब एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी मैदान में हैं। 

सन् 1956 में 24 मई को बनारस या काशी को वाराणसी नाम दिया गया। अब उस काशी को पिछले कुछ सालों से क्योटो बनाने की कवायद जारी है। पिछले दस वर्षों में वाराणसी एक विशिष्ट नगर के रूप में उभर कर आया है। नरेंद्र मोदी की सरकार के कार्यकाल में इस शहर का नये सिरे से कायाकल्प हो गया। तमाम चुनौतियों के बावजूद बनारस का नया रूप अब दुनिया के सामने है। प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों और विकास योजनाओं की बदौलत दुनिया भर में इस धार्मिक नगरी को एक अलग पहचान मिली है।

2014 में चुनाव जीतने के बाद मोदी कई बार वाराणसी गए। उन्होंने वाराणसी को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रोजेक्ट करने का मौक़ा कभी भी नहीं गंवाया। वे 2015 में जापान के प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे और 2018 में फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को भी वाराणसी ले कर गए। इसके अलावा 2019 में प्रवासी भारतीय सम्मेलन और 2023 की शुरुआत में काशी-तमिल संगमम के साथ ही जी-20 सम्मेलन की छह बैठकों से काशी का मान देश दुनिया में बढ़ा।  

बीते दस वर्षों में वाराणसी के लिए विकास के लिए कई योजनाएं शुरू की गईं। साल 2014 में पीएम मोदी के वाराणसी से लोकसभा का चुनाव जीतने से लेकर साल 2023 तक पिछले 9 सालों में वाराणसी शहर का रूप और रंग पूरी तरह से बदल चुका है। साल 2014 में नरेंद्र मोदी जब गुजरात मॉडल को यूपी की धार्मिक नगरी वाराणसी में लाने के मिशन से पहुंचे तो शुरुआत उन्होंने सफाई अभियान के साथ की। 2014 में वाराणसी की यात्रा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झाड़ू हाथ में थामा और अस्सी घाट के पास जगन्नाथ गली में स्वच्छता अभियान चलाया। एक तरह से इसी दिन वाराणसी के कायाकल्प को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प ले लिया। वह कार्य अब तक जारी है।

2014 से लेकर 2021 तक वाराणसी में 310 योजनाएं शुरू की गईं। वहीं 162 परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ। इसके बाद प्रधावनमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 जुलाई 2021 को 1,500 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इनमें अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और कन्वेंशन सेंटर ‘रुद्राक्ष’ का भी उद्घाटन किया। बीएचयू में 100-बेड एमसीएच विंग, गोदौलिया में बहुस्तरीय पार्किंग, वाराणसी-गाजीपुर राजमार्ग पर तीन-लेन फ्लाईओवर पुल सहित अनेक सार्वजनिक परियोजनाएं थीं। साथ ही इनमें शहरी क्षेत्र के सड़क कार्यों के लिए 3.32 करोड़, तालाब और पार्क के सौंदर्यीकरण के लिए 2.86 करोड़़, ट्रांस वरुणा प्रोजेक्ट के लिए 19.49 करोड़ रुपये, गंगा पेयजल योजना के लिए 46.49करोड़ आदि भी शामिल हैं।

काशी विश्वनाथ मंदिर का विस्तारीकरण और सौन्दर्यीकरण योजना पीएम नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रॉजेक्ट था। 13 दिसंबर 2021 को काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का लोकार्पण भी कर दिया। मंदिर परिसर के नए और भव्य स्वरूप से काशी नगरी खिल उठी। साल 2023 में वाराणसी में पर्यटकों की संख्या में 7.3 करोड़ की वृद्धि हुई। निवेशक स्थानीय पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। पिछले साल 40 से अधिक निवेशकों ने पर्यटन विभाग के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए।

इस साल 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब वाराणसी पहुंचे तो उन्होंने 1800 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी। यहां उन्होंने देश में पहली बार रोप-वे पब्लिक ट्रांसपोर्ट का भी उद्घाटन किया। इस दिन प्रधानमंत्री ने शहरवासियों को 28 परियोजनाओं सौंपी और 19 प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास किया।

नरेंद्र मोदी के बनारस का सांसद और देश का प्रधानमंत्री बनने से पहले तक बनारस में भी दुश्वारियों का पहाड़ था। दूसरे शहरों की तरह यहां भी बदइंतजामी थी, सड़कें जर्जर, बिजली-पानी का संकट, कुंड-तालाब कब्जे में वगैरह-वगैरह। समय ने करवट ली, पीएम मोदी की चाहत के अनुरूप विकास की ओर बढ़े कदमों ने शहर में लटकते बिजली के तारों को गायब कर दिया। आईपीडीएस की सौगात से शहर की कई कालोनियों और मुहल्लों में बिजली के तार भूमिगत हो गए। काशी की प्राचीनता से मेल खाते लैंप पोस्टों से निकलती दूधिया रोशनी आपको पूरे शहर में दिखेगी। वर्तमान में बदलते बनारस की तस्वीरें इस बात की तस्दीक करती है कि आज जो है, वो कल से बेहतर है।

India

Mar 27 2024, 11:26

वाराणसी सीटः पिछले तीन दशक से हर चुनाव में हावी रहा जातीय समीकरण

#lok_sabha_election_2024_varanasi_seat

उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट यूपी की ही नहीं देश की सबसे वीवीआईपी सीट है। इस सीट से पिछले दो बार से लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांसद रहे हैं। पीएम मोदी तीसरी बार भी वाराणसी से ही चुनाव लड़ेंगे। देश का प्रधानमंत्री जिस सीट से सांसद हो तो उस लोकसभा क्षेत्र की बात ही जुदा है। वाराणसी पूर्वांचल के साथ बिहार की कई सीटों का राजनीतिक केंद्र बन गया है। बीजेपी इस सीट पर एक बार से पीएम मोदी की बड़ी जीत की तैयारी में जुटी हुई है।

वाराणसी संसदीय क्षेत्र में पांच विधानसभा क्षेत्र- वाराणसी उत्तर, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी कैंट, सेवापुरी और रोहनिया शामिल है। वाराणसी में कुल 18,56,791 मतदाता है। इनमें पुरुष मतदाता 8 लाख 29 हजार 560 जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 10 लाख 27 हजार 113 है, वहीं थर्ड जेंडर वोटर्स 118 हैं। 

वाराणसी में जातीय समीकरण

• 3 लाख ब्राह्मण वोटर्स

• 3 लाख मुस्लिम वोटर्स

• 3 लाख से ज्यादा गैर यादव ओबीसी वोटर

• 2 लाख से ज्यादा कुर्मी जाति के वोटर

• 2 लाख वैश्य वोटर

• 1.5 लाख भूमिहार वोटर

• 1 लाख यादव वोटर

• 1 लाख अनुसूचित जातियों के वोटर

अगर बनारस के जातीय समीकरण की बात करें को यहां कुर्मी समाज के मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है। रोहनिया और सेवापुरी में कुर्मी मतदाता काफी संख्या में हैं। इसके अलावा ब्राह्मण और भूमिहारों की भी अच्छी खासी तादाद है। वाराणसी के लिए वैश्य यादव और मुस्लिम मतदातों की संख्या भी जीत के लिए निर्णायक साबित हो सकती है।

यहां 3 लाख से ज्यादा गैर यादव ओबीसी वोटर हैं। 2 लाख से ज्यादा वोटर कुर्मी जाति के हैं। 2 लाख वैश्य वोटर हैं। डेढ़ लाख भूमिहार वोटर हैं इसके अलावा वाराणसी में एक लाख यादव और एक लाख अनुसूचित जातियों के वोटर हैं।

वाराणसी और आसपास की सीटों पर पिछले तीन दशक से हर चुनाव में जातीय समीकरण हावी रहा है। इसके आगे विकास और बेहतरी के दावे भी असर नहीं कर पाते। इसलिए भाजपा का पूरा ध्यान इस ओर भी है कि सभी जातियों के मतदाताओं को अपने पक्ष में किया जाए। ब्राह्मण, बनिया और ठाकुर को बीजेपी का परंपरागत वोट माना जाता है। अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल एस और बीजेपी के बीच गठबंधन है। ऐसे में कुर्मी वोटर्स भी बीजेपी और पीएम मोदी के पक्ष में वोट देंगे। वाराणसी में राजभर समाज के वोटर की संख्या अच्छी खासी है। कुछ दिन पहले ही ओम प्रकाश राजभर को यूपी के योगी सरकार मंत्री बनाया गया है। जिसका फायदा इस चुनाव में मिलना तय है।

India

Mar 26 2024, 11:05

वाराणसी लोकसभा सीट से पीएम मोदी लगाएंगे जीत की हैट्रिक?

#varanasi_lok_sabha_election_2024_mp_pm_modi_bjp_candidate

भगवान शिव की नगरी का बढ़ा सियासी आकर्षण

तीसरी बार चुनावी मैदान में पीएम मोदी

जीत की हैट्रिक लगाने को पूरी तरह तैयार

लगातार दो बार रहे जनता की पहली पसंद

रिकार्ड 64 प्रतिशत मतदाताओं का मिला आशीर्वाद

शिव की नगरी, संस्‍कृति एवं धर्म का केंद्र और अब चुनावी मौसम में सबसे हॉट सीट। जी हैं ये वाराणसी ही है। भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार वाराणसी संसदीय सीट से 2024 लोकसभा चुनाव के लिए अपना प्रत्याशी घोषित किया है। मोदी इस सीट से 2014 में सांसद और देश के प्रधानमंत्री बने। इसके बाद वह 2019 में भी यहां से मैदान में उतरे और दोबारा सांसद बने। एक बार फ‍िर पीएम मोदी इसी सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। यानी पीएम मोदी यहां से जीत की हैट्रिक की तैयारी में हैं।

वाराणसी सीट पर कब कौन चुना गया सांसद

साल                   सांसद               पार्टी 

1952                 रघुनाथ सिंह            कांग्रेस 

1957                 रघुनाथ सिंह            कांग्रेस 

1962                रघुनाथ सिंह             कांग्रेस 

1967                सत्य नारायण सिंह         सीपीआई 

1971                राजाराम शास्त्री           कांग्रेस 

1977                चंद्रशेखर          भारतीय राष्ट्रीय लोकदल

1980            कमलापति त्रिपाठी          कांग्रेस 

1984             श्यामलाल यादव             कांग्रेस 

1989            अनिल कुमार शास्त्री         जनता दल

1991            श्रीशचंद्र दीक्षित             भाजपा 

1996          शंकर प्रसाद जायसवाल           भाजपा 

1998          शंकर प्रसाद जायसवाल             भाजपा 

1999          शंकर प्रसाद जायसवाल               भाजपा 

2004           राजेश कुमार मिश्रा              कांग्रेस 

2009            मुरली मनोहर जोशी             भाजपा 

2014            नरेंद्र मोदी                     भाजपा 

2019            नरेंद्र मोदी                      भाजपा 

वाराणसी कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। इस सीट पर अभी तक सात बार कांग्रेस जीत चुकी है तो वहीं भाजपा ने भी सात बार जीत दर्ज की है। एक-एक बार जनता दल और सीपीआई भी यह सीट जीत चुकी है। हालांकि, 17 लोकसभा चुनाव में कभी भी सपा और बसपा को जीत हासिल नहीं हुई। 

पहले लोकसभा चुनाव 1952 में कांग्रेस ने स्वतंत्रता सेनानी रघुनाथ सिंह को मैदान में उतारा था। जमींदार परिवार के रघुनाथ सिंह जनता के बीच काफी लोकप्रिय थे और वह 1952, 1957 व 1962 में लगातार सांसद बने। श्रीराम मंदिर आंदोलन के बाद 1991 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यहां से पूर्व पुलिस अधिकारी और श्रीराम जन्मभूमि कारसेवा में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने वाले श्रीशचंद दीक्षित को मैदान में उतारा। श्रीशचंद ने सीट जीतकर भाजपा की झोली में डाल दी। इसके बाद भाजपा ने 1996 में यहां से शंकर प्रसाद जायसवाल को मैदान में उतारा। उन्होंने पार्टी को निराश नहीं करते हुए 1996, 1998 और 1999 में वाराणसी सीट का प्रतिनिधित्व किया।

भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री प्रत्याशी और वाराणसी संसदीय सीट का उम्मीदवार घोषित किया। प्रधानमंत्री को हराने के लिए देशभर से राजनेता, सामाजिक संगठनों आदि के लोग मैदान में उतरे। प्रमुख नाम सामाजिक कार्यकर्ता से राजनेता बने आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल का था। मोदी ने 5 लाख 81 हजार 082 मत प्राप्त कर भाजपा विरोधी मतों का अपने पक्ष में ध्रुवीकरण कर लड़ने वाले केजरीवाल को 3 लाख 78 हजार 784 मतों से हराया। चुनाव मैदान में उतरे 42 में 40 लोगों की जमानत जब्त हो गई। 

प्रधानमंत्री रहते दोबारा 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से भाजपा प्रत्याशी बने। इस बार मोदी ने 6 लाख 74 हजार 664 मत प्राप्त कर सपा की शालिनी यादव को 4लाख 79 हजार 505 मतों से हराया। काशी में रिकार्ड 63.74 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट मोदी को दिया। इसके बाद तो मोदी की बाबा विश्वनाथ की नगरी से ऐसी लगन लगी कि वह अब काशी नहीं हमारी काशी बोलते हैं। मार्च के शुरूआत तक वे 44 बार काशी की यात्रा कर चुके है। मोदी के लगातार काशी से जुड़ाव को देखते हुए भाजपा ने उनको तीसरी बार मौका दिया है और पीएम मोदी का तीसरी बार यहां से सांसद और पीएम बनना तय माना जा रहा है। 

प्रधानमंत्री मोदी भी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिख रहे हैं। तभी तो पार्टी की ओर प्रत्याशी बनाए जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा, मैं तीसरी बार काशी के अपने बहनों और भाइयों की सेवा के लिए तत्पर हूं। 

दरअसल, पीएम मोदी साल 2014 में सत्ता विरोधी लहर के सहारे सत्ता में आए थे। वहीं 2019 की जीत में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक के चलते राष्ट्रीय सुरक्षा का भाव उनके पक्ष में गया और उन्हें जीत मिली। इस बार अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद देशभर में बने माहौल के बाद पीएम मोदी और बीजेपी की वापसी तय मानी जा रही है।

India

Feb 01 2024, 16:29

व्यासजी के तहखाने में पूजा के फैसले पर भड़के ओवैसी, बोले- पूजा स्थल अधिनियम का उल्लंघन, 6 दिसंबर हो सकता है दोबारा

#asaduddin_owaisi_angry_on_varanasi_court_order_on_gyanvapi_case

वाराणसी प्रशासन ने जिला अदालत के निर्देशों का पालन करते हुए गुरुवार, 1 फरवरी की सुबह ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के दक्षिणी हिस्से में 'व्यास जी का तहखाना' में पूजा की अनुमति दे दी। यह कार्रवाई हाल ही में एक अदालत के आदेश के बाद हुई है, जिसमें ऐतिहासिक स्थल पर धार्मिक अनुष्ठान करने के अधिकार को बरकरार रखा गया है। कोर्ट के फैसले के बाद, 30 साल बाद एक पुजारी ने सुबह करीब 3 बजे पूजा की, उसके बाद आरती हुई।वाराणसी कोर्ट के इस फैसले से एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी खुश नहीं हैं। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जो कोर्ट ने फैसला लिया उससे पूरे मामले को तय कर लिया गया है। यह सरासर गलत फैसला है। 6 दिसंबर इस देश में दोबारा हो सकता है।

एआईएमआईएम चीफ असदु्द्दीन ओवैसी ने कहा कि वाराणसी कोर्ट के जज ने जो फैसला दिया उसने 1992 के पूजा स्थल अधिनियम का उल्लंघन कर रहे हैं। ओवैसी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज जज साहब का आखिरी दिन था। दूसरी बात यह कि उन्होंने 17 जनवरी को डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को रिसीवर अपॉइंट किया था। तीसरी बात यह कि जज ने जो फैसला लिया, इससे उन्होंने पूरे केस को ही तय कर दिया। उन्होंने आगे कहा, 1993 के बाद से आप खुद कह रहे हैं कि वहां, कुछ नहीं हो रहा था। अब आपने जो हिंदू पक्ष को मस्जिद के तहखाने को दे रहे हैं। इससे आपने पूरे केस पर फैसला दे दिया। अपील के लिए 30 दिन का वक्त देना था।

वहीं, ओवैसी ने मोदी सरकार पर बोलेते हुए कहा कि जबतक यह सरकार अपनी चुप्पी नहीं तोड़ेंगे, पूजा स्थसल अधिनियम पर कायम नहीं रहेंगे तब तक यह चलता रहेगा। ओवैसी ने आगे कहा कि 6 दिसंबर इस देश में दोबारा हो सकता है।जब राम मंदिर मामले में फैसला आया था, हमने उसी वक्त कहा था कि आस्था की बुनियाद पर फैसला दिया गया है। अब आगे भी यह मामले चलते रहेंगे।

बता दें कि वाराणसी कोर्ट ने बुधवार को ज्ञानवापी मस्जिद पर अहम फैसला देतेल हुए हिंदू पक्ष को व्यासजी तहखाने में पूजा का अधिकार दे दिया है। इसकी मांग हिंदू पक्ष काफी दिनों से कर रहा था। कोर्ट ने कहा कि हिंदू पक्ष व्यास जी तहखाने में नियमित पूजा कर सकते हैं। हिंदू पक्ष की ओर से लड़ रहे वकील ने कहा कि यह हमारी सबसे बड़ी जीत है। हालांकि मुस्लिम पक्ष ने इस फैसले को मानने से इनकार कर दिया है। बता दें कि 1992 तक व्यास जी तहखाने में पूजा रोजाना होती थी। 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद व्यास जी तहखाने में नियमित पूजा को बंद करने का आदेश दिया गया था। इसके बाद यहां पर सालाना माता श्रृंगार गौरी की पूजा हो रही थी।

ankita84

Jan 30 2024, 17:14

Impressed by the service work, Sri Sri Ravi Shankar sent invitation to Himanshu, appreciated the work.
Varanasi . Spiritual Gurudev Sri Sri Ravi Shankar has sent an invitation to social worker Himanshu Chaturvedi to meet him at his residence in Delhi after being impressed by his work of service.
Let us tell you that social worker Himanshu is continuously inspiring the youth of Varanasi with his service work. The organization 'Swadhin Sagar' run by him is inspiring the youth for works of service.
That's it.

According to the information, spiritual Gurudev Sri Sri Ravi Shankar has sent an invitation for guidance to the youth working towards human values ​​and political issues. Also praised the work being done by the organization. Let us tell you that during this time, Himanshu Chaturvedi will also get an opportunity to present and discuss his views in the seminar being organized on political topics. Himanshu is among those youth whose service work impressed him and even Honorable Prime Minister Narendra Modi follows him on Twitter.


Job_info

Jan 08 2024, 09:11

United India Insurance Company Limited (UIIC) Administrative Officer Scale I Recruitment 2024

Important Dates :

  • Application Starts : 08/01/2024
  • Last Date : 23/01/2024
  • Exam Date : February 2024

Total Vacancy : 250

UR : 102 | EWS : 24 | OBC : 67 | SC : 37 | ST : 20 | Total : 250

Qualifications :

  • Bachelor Degree in Any Stream with 60% Marks
  • For SC / ST : 55% Marks
  • Computer Working Knowledge

Age Limit (as on 31/12/2023) : 21-30 Yrs.

Application Fee :

  • General / OBC / EWS : ₹1000/-
  • SC / ST / PH : ₹250/-

Exam Centre Districts :

  • Uttar Pradesh : Agra, Aligarh, Prayagraj, Bareilly, Ayodhya, Ghaziabad, Gorakhpur, Noida, Jhansi, Kanpur, Lucknow, Mathura, Meerut, Muradabad, Muzaffarnagar, Sitapur & Varanasi
  • Madhya Pradesh : Ujjain, Sagar, Bhopal, Gwalior, Indore, Jabalpur & Satna
  • Rajasthan : Ajmer, Bikaner, Jaipur, Jodhpur, Kota, Sikar, Udaipur & Alwar
  • Bihar : Arrah, Bhagalpur, Darbhanga, Gaya, Muzaffarpur, Patna, Purnea, Samastipur, Biharsharif & Aurangabad
  • Delhi / NCR : Delhi NCR
  • Uttarakhand : Roorkee, Dehradun & Haldwani
  • For Other State Exam District Details Must Read the Notification.

For More Details, Please Read Official Notification Carefully OR Visit Official Website.

Important Links :

Apply Online : Click Here

Download Notification : Click Here

Official Website : Official Website

Job_info

Dec 25 2023, 21:16

BHU Nursing Officer, Other Post Online Form 2024

Important Dates :

  • Application Starts : 22/12/2023
  • Last Date : 22/01/2024
  • Submit Form Hard Copy : 28/01/2024

Vacancy Details and Qualifications :

Total Vacancy : 247

Submit Hard Copy To (Last Date 28/01/2024) :

Office of the Registrar (Recruitment and Assessment Cell), Banaras Hindu University, Varanasi – 221005

Age Limit (as on 22/01/2024) : Max 30-35 Yrs.

Application Fee :

For Nursing Officer Post :

  • General / OBC / EWS : ₹500/-
  • SC / ST / All Category Female : Free

For Other Post :

  • General / OBC / EWS : ₹1000/-
  • SC / ST / All Category Female : Free

For More Details, Please Read Official Notification Carefully OR Visit Official Website.

Important Links :

Apply Online : Click Here

Download Notification : Click Here

Official Website : Official Website

Job_info

Nov 30 2023, 13:27

PGCIL Diploma Trainee Admit Card 2023 Download


  • Advt No. : CC/06/2023
  • Total Vacancy : 425
  • Exam Date : 05/12/2023

Exam Center Details :

  • NR III : Lucknow, Varanasi, Agra
  • ER I : Patna, Ranchi]
  • CC : Delhi (NCR)
  • NR I : Delhi NCR, Jaipur, Dehradun
  • WR II : Vadodara, Bhopal, Indore
  • NR II : Jammu, Srinagar, Chandigarh
  • NER : Shillong, Guwahati, Dibrugarh
  • ER II : Kolkata, Siliguri
  • Odisha Project : Bhubaneshwar, Rourkela
  • SR I : Hyderabad, Vijayawada, Visakhapatnam
  • SR II : Bengaluru, Chennai, Kochi
  • WR I : Nagpur, Raipur, Pune

For More Details, Please Read Official Notification Carefully OR Visit Official Website.

Important Links :

Download Admit Card : Click Here

Download Exam Notice : Click Here

Download Notification : Click Here

Official Website : Official Website

Job_info

Nov 26 2023, 14:05

AAICLAS Security Screener Online Form 2023

Important Dates :

  • Starting Date: 17-11-2023
  • Last Date: 08-12-2023
  • Fee Payment Last Date: 08-12-2023

Total Vacancy : 906

Qualifications :

  1. Graduation from any recognized Board/ University/ Institution, with 60% marks for General and 55% for SC/ ST.
  2. Ability to read/ speak English, Hindi and/ or conversant with local language.

Age Limit (as on 01.11.2023) : Min 27 Yrs.

Application Fee :

  • GEN/ OBC : ₹750/-
  • SC/ ST/ EWS/ Women : ₹100/-

Place of Posting :

On PAN India Basis

(Chennai, Kolkata, Goa, Kozhikode (Calicut), Varanasi, Srinagar, Vadodara, Madurai, Tirupati, Raipur, Vizag, Indore, Amritsar, Bhubaneswar, Agartala, Port Blair, Trichy, Dehradun, Pune, Surat, Leh, Srinagar, Patna)

Salary Details :

In addition to aboveThe TA/ DA/ Lodging & Boarding (if be deputed on tour) shall be equivalent to three tier AC Rail Fare.

For More Details, Please Read Official Notification Carefully OR Visit Official Website.

Important Links :

Apply Online : Click Here

Applicant Login : Click Here

Application Home Page : Click Here

Download Notification : Click Here

Official Website : Click Here

Job_info

Oct 22 2023, 16:11

AAI Cargo Logistics and Allied Services Company Limited (AAICLAS) Assistant (Security) Recruitment 2023

Important Dates :

  • Start Date : 20-10-2023
  • Last Date : 15-11-2023

Total Vacancy : 436

Qualifications :

  1. 12th from any recognized Board/ University/ Institution, with 60% marks for General and 55% for SC/ ST candidates.
  2. Ability to read/ speak English, Hindi and/ or conversant with local language.

Age Limit (as on 01.10.2023) : 27 Yrs.

Application Fee :

  • General/ OBC : ₹500/-
  • SC/ ST/ EWS/ Women : ₹100/-

Place of Posting : On PAN India Basis

(Chennai, Kolkata, Goa, Kozhikode, Varanasi, Srinagar, Vadodara, Tirupati, Vizag, Madurai, Trichy, Raipur, Ranchi, Bhubaneswar, Port Blair, Agartala, Gwalior, Amritsar, Leh, Dehradun, Pune, Indore, Surat)

For More Details, Please Read Official Notification Carefully OR Visit Official Website.

Important Links :

Apply Online : Click Here

Applicant Login : Click Here

Application Home Page : Click Here

Download Notification : Click Here

Official Website : Click Here