सीएम हेमंत सोरेन का बीजेपी पर हमला, बोले- जेल में नहीं होता तो एनडीए को झारखंड में खाता नहीं खोलने देता

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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन आज वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होने बिहार की राजधानी पटना पहुंचे। पटना में वोटर अधिकार यात्रा के समापन के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने केन्द्र और बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस दौरान एनडीए सरकार पर साजिश के तहत ईडी और इनकम टैक्स जैसे हथकंडों के जरिए विपक्षी जनप्रतिनिधियों को डराने का आरोप लगाया।

2014 में कुछ चालाक लोगों ने सता पर कब्जा किया-हेमंत सोरेन

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वोट किसी पार्टी का नहीं, वोट देश का है। वोट से संविधान और देश बचता है। 2014 में कुछ चालाक और चतुर लोगों ने सता पर कब्जा कर लिया। आज फूट डालो और राज करो पर अमल कर रहे हैं। आज सीबीआई और ईडी के बल पर जनप्रतिनिधियों को डराया जा रहा है।

वोट रिवीजन कराने की चेतावनी

हेमंत सोरेने ने आगे कहा कि कहा कि वोट चोरी की यह प्रक्रिया कोई नई नहीं है, लेकिन राहुल गांधी ने अब इन्हें बेनकाब करने का काम किया है। बिहार का चुनाव केवल बिहार का नहीं पूरे देश को बचाने का चुनाव है। सोरेन ने आरोप लगाया कि साजिश के तहत उन्हें जेल में डाल दिया गया, वरना जिस तरह झारखंड में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी, उसी तरह लोकसभा में भी एनडीए को खाता खोलने का मौका नहीं मिलता। अगर है हिम्मत तो देश की गद्दी छोड़ो वोट रिवीजन कराओ तब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

130वें संविधान संशोधन विधेयक के पीछे छिपा बड़ा एजेंडा”, विधानसभा में बोले सीएम हेमंत सोरेन

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झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के आखिरी दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। हेमंत सोरेन ने कहा,130वें संविधान संशोधन विधेयक के पीछे छिपा हुआ एजेंडा है, हम इसे लाए जाने का तर्क समझने में नाकाम हैं। सोरेन ने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि यह विधेयक, जिसमें 30 दिन या उससे अधिक की सजा मिलने पर मंत्रियों को उनके पद से हटाने का प्रावधान है, आखिर संसद में क्यों लाया गया।

चुनाव आयोग और केंद्रीय एजेंसियों पर साधा निशाना

मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह चुनाव आयोग का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए करती है। सीएम सोरेन ने दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने निर्वाचन आयोग की मदद से बिहार में लाखों मतदाताओं के नाम हटा दिए। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि जो भी केंद्र सरकार का विरोध करता है, उसे ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी एजेंसियों के जरिए झूठे मामलों में फंसाया जाता है। सोरेन ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने चुनाव आयोग को ऐसा कानून बनाकर सुरक्षा दी है कि मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों को उनके कार्यकाल के दौरान लिए गए फैसलों के लिए कोई कानूनी कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।

केन्द्र पर लगाया आदिवासियों की उपेक्षा का आरोप

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केन्द्र की मोदी सरकार पर आदिवासियों की उपेक्षा का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड में खदानों की नीलामी की निगरानी में व्यस्त है। झारखंड देश को कोयला और खनिज देता है। दिल्ली-मुंबई जैसे महानगर इनसे रोशन होते हैं, लेकिन यहां के आदिवासी गरीबी और बीमारियों से जूझ रहे हैं। जबकि यूरेनियम की खुदाई से आदिवासियों को समस्या हो रही है। सोरेन ने कहा कि झारखंड देश के विकास में योगदान देता है, लेकिन बदले में उसे केंद्र की उपेक्षा झेलनी पड़ती है।

रिम्स 2 की जमीन पर आज हल चलाएंगे चंपई सोरेन, प्रशासन अलर्ट, जानें क्या है पूरा मामला?

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झारखंड की राजधानी रांची के नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 के निर्माण स्थल को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इसको लेकर लगातार पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। स्थानीय ग्रामीण लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। जिसने समर्थन में पूर्व सीएम चंपाई सोरेन उतर आए हैं। पूर्व सीएम चंपाई सोरेन हजारों किसानों के साथ आज नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 की भूमि पर हल चलायेंगे। इन सबके बीच प्रशासन ने भी कमर कस ली है।

हजारों की संख्या में ग्रामीणों की भी जुटने की संभावना

कांके के नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 की भूमि पर आज रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा नेता चंपाई सोरेन ‘हल जोतो, रोपा रोपो’ कार्यक्रम के तहत हल चलायेंगे। नगड़ी के किसानों के विरोध को समर्थन देते हुए चंपाई सोरेन ने कहा कि रिम्स-2 के लिए चिन्हित जमीन के अधिग्रहण में 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून, सीएनटी एक्ट और ग्राम सभा के नियमों का पालन नहीं हुआ है। इस दौरान हजारों की संख्या में ग्रामीणों की भी जुटने की संभावना है।

दो जगहों पर बनाई गई अस्थायी जेल

विरोध प्रदर्शन को लेकर नगड़ी मौजा के आसपास व प्रदर्शन स्थल तक आनेवाले रास्तों पर कुल 15 जगहों पर बीडीओ व सीओ स्तर के पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, पुलिस निरीक्षक सहित अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किये गये हैं। वहीं, बिरसा मुंडा स्टेडियम व प्लस 2 हाई स्कूल कांके में दो जगहों पर अस्थायी जेल भी बनाया गया है। इसके अलावा वाटर कैनन, रबर बुलेट, वज्र वाहन, फायर टेंडर वाहन आदि की भी व्यवस्था की गयी है। तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गयी है।

200 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा लागू

प्रशासन ने रिम्स-2 निर्माण स्थल के 200 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा लागू किया है। जिसके तहत वहां भीड़ इकट्ठी करना और हथियार लाने पर पाबंदी लगाई गई है। प्रशासन का कहना है कि कांके अंचल अंतर्गत मौजा नगड़ी में प्रस्तावित रिस्स–2 के सीमांकन एवं फेंसिंग कार्य पूर्ण हो चुका है। इस दौरान यह देखा गया कि उक्त स्थल पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो रही है तथा कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा फेंसिंग के अंदर प्रवेश का प्रयास एवं विधि-व्यवस्था भंग करने की आशंका बनी हुई है।

क्या है पूरा मामला?

मालूम हो नगड़ी और आसपास के गांवों में रिम्स-2 के लिए चिह्नित जमीन पर खेती करने से रैयतों को रोके जाने और कांटेदार तारों से घेराबंदी किये जाने से ग्रामीणों में नाराजगी है। नगड़ी जमीन बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर ग्रामीण कई दिनों से आंदोलन की तैयारी में जुटे हैं। समिति ने आसपास के गांवों के किसानों को इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का न्योता दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बहुत पहले जमीन का अधिग्रहण किया गया था। पर जब यहां कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ, तो इस जमीन पर स्वाभाविक दावा रैयतों का है।

रांची में बनेगा दिशोम गुरु शिबू सोरेन का स्मृति स्थल, भूमि चिन्हित करने का काम हुआ शुरू

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झारखंड की राजधानी रांची में दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन का स्मृति स्थल बनेगा। इसके लिए भूमि चिन्हित करने का काम शुरू हो गया है।इसके लिए नगर विकास विभाग ने झारखंड राज्य आवास बोर्ड से जमीन की मांग की है।

जानकारी के मुताबिक दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन की याद में राजधानी रांची के हरमू रोड स्थित बाईपास में स्मृति स्थल का निर्माण किया जायेगा। इसके लिए नगर विकास विभाग ने झारखंड राज्य आवास बोर्ड से जमीन की मांग की है। आवास बोर्ड के तरफ से जमीन चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया गया है। बाईपास रोड में डीपीएस स्कूल के पास स्थित भुसूर मौजा में गुरुजी का स्मृति स्थल बनाने पर विचार तेज है क्योंकि इस मुख्य मार्ग पर स्थित भुसूर मौजा में कई एकड़ जमीनें खाली पड़ी हैं।

इस जगह स्मृति स्थल बनाने की तैयारी

शिबू सोरेन के स्मृति स्थल को लेकर जिस जमीन का चयन किया जा रहा है, वह रांची के सबसे महत्वपूर्ण मार्ग में पड़ता है। सचिवालय भवन, विधानसभा व हाईकोर्ट आने-जाने के लिए मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, मुख्य न्यायाधीश, विधायक जैसे गणमान्य लोग प्रतिदिन इसी रास्ते का उपयोग करते हैं। वहीं नई दिल्ली से रांची एयरपोर्ट से आने के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या अन्य केंद्रीय मंत्री भी राजभवन या अन्य जगह जाने के लिए इसी मार्ग का उपयोग करते हैं।

बापू वाटिका की तर्ज पर होगा स्मृति स्थल का निर्माण

मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका की तर्ज पर ही शिबू सोरेन का स्मृति स्थल बनाया जाएगा। यहां उनकी एक प्रतिमा लगेगी। स्मृति स्थल परिसर में चारों तरफ पार्क होंगे और बेहतर लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी। जमीन चिह्नित होने के बाद स्मृति स्थल पर सौंदर्यीकरण से जुड़े अन्य कई महत्वपूर्ण कार्य की रूपरेखा भी नगर विकास विभाग द्वारा तैयार की जाएगी। निर्माण राशि का विभाग के स्तर पर आकलन किया जाएगा, फिर मंत्रिपरिषद की स्वीकृति ली जाएगी।

बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने 4 अगस्त को दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में अंतिम सांस ली। जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार उनके बेटे हेमंत सोरेन ने अपने पैतृक गांव नेमरा में किया था। शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार से संबंधित सभी पूरे काम विधि विधान के साथ नमेरा में ही किया।

आज रांची लौटेंगे सीएम हेमंत सोरेन, राजधानी आने के बाद घाटशिला जाने की संभावना

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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज रामगढ़ स्थित अपने पैतृक गांव नेमरा से रांची लौटने वाले हैं। पिता शिबू सोरेन का श्राद्ध कर्म समाप्त करने के बाद सीएम हेमंन सोरेन वापस रांची लौटेंगे। रांची आते ही सीएम सबसे पहले महत्वपूर्ण कार्य करने घाटशिला जा सकते हैं। बता दें कि हेमंत सोरेन बीते दो सप्ताह से पिता पिता शिबू सोरेन के निधन के बाद श्राद्ध कर्म और अन्य पारंपरिक विधियों में व्यस्त थे।

घाटशिला जा सकते हैं सीएम

आज रांची लौटने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के घाटशिला जाने की संभावना जताई जा रही है। जहां वे शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के परिजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त करेंगे। हेमंत सोरेन अपने पिता के श्राद्ध में व्यस्त होने के कारण शिक्षा मंत्री के अंतिम दर्शन नहीं कर सके थे, हालांकि उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश साझा कर दिवंगत मंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। बता दें कि 15 अगस्त की रात रामदास सोरेन का दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल में निधन हो गया था।

रजरप्पा में शिबू सोरेन की अस्थियां विसर्जित की

इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रविवार को अपने पूरे परिवार के साथ रजरप्पा मंदिर पहुंचे और पारंपरिक विधि-विधान तथा संथाली परंपराओं के अनुसार अपने पिता एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक संरक्षक, दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन की अस्थियां दामोदर नदी में विसर्जित कीं। इस अवसर पर उनके छोटे भाई और झामुमो विधायक बसंत सोरेन, मुख्यमंत्री के बेटे, अन्य परिजन और परिवार के करीबी सदस्य भी उपस्थित थे।

शिबू सोरेन का 'श्राद्ध कर्म': नेमरा पहुंचे केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ समेत कई दिग्गज

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झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के सह-संस्थापक शिबू सोरेन के निधन के बाद देशभर के नेताओं ने उनको श्रद्धांजलि दी है। वहीं, कई बड़े नेता नेमरा पहुंचकर उनको श्रद्धांजलि दे रहे हैं। शिबू सोरेने के निधन के बाद होने वाले संस्कार भोज में देशभर से लोग पहुंच रहे हैं। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी नेमरा पहुंचकर शिबू सोरेन के संस्कार भोज में शामिल हुए।

राजनाथ सिंह ने नेमरा पहुंचकर गुरूजी को दी श्रद्धांजलि

रामगढ़ जिले के उनके पैतृक गांव में शिबू सोरेन के 'श्राद्ध' समारोह के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसमें शामिल होने के लिए शनिवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नेमरा पहुंचकर श्रद्धांजलि दी है। इस बीच उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन और उनकी माता रूपी सोरेन से की मुलाकात करके सांत्वना दी है।

तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी पहुंचे नेमरा गांव

शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देने के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंथ रेड्डी हेमंत सोरेन के पैतृक गांव नेमरा पहुंचे। उन्होंने दिशोम गुरु को श्रद्धांजलि दी। रेवंथ रेड्डी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी विधायक पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन एवं परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाकात कर अपनी संवेदना व्यक्त की।मुलाकात के बाद रेवंत रेड्डी ने कहा कि मैं हमेशा मदद करता रहूंगा। हैदराबाद में शिबू सोरेन भवन बनाएंगे।

बाबा रामदेव ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन को दी श्रद्धांजलि

योग गुरु स्वामी रामदेव नेमरा गांव पहुंचकर दिशोम गुरु शिबू सोरेन के संस्कार भोज में शामिल होने पहुंचे। बाबा रामदेव ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर अपनी संवेदना व्यक्त की।

पूरे रीति-रिवाज के साथ शिबू सोरेन के श्राद्ध कर्म

बीते दिन 81 वर्षीय शिबू सोरेन का निधन दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान हुआ था। नेमरा शिबू सोरेन का पैतृक गांव है, जहां 5 अगस्त 2025 को उनका अंतिम संस्कार किया गया था। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिवंगत राज्यसभा सांसद को मुखाग्नि दी थी। शिबू सोरेन के श्राद्ध कर्म पूरे रीति-रिवाज के साथ हेमंत सोरेन ने पूरी की। आज यानी 16 अगस्त को झामुमो के सह-संस्थापक और पार्टी के सर्वोच्च नेता शिबू सोरेन का श्राद्ध भोज हो रहा है।

योग गुरु बाबा रामदेव भी नेमरा पहुंचे, शिबू सोरेन को लेकर कह दी बड़ी बात

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दिशोम गुरु शिबू सोरेन का श्राद्ध कर्म आज उनके पैतृक गांव नेमरा में किया जा रहा है। इस दौरान कई दिग्गज नेता और कई चर्चित चेहरे भी शामिल हो रहे हैं। इसमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बाबा रामदेव, तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी और आरके आनंद का आना तय हुआ है। योग गुरु बाबा रामदेव भी नेमरा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने दिशोम गुरु को श्रद्धांजलि दी।

शिबू सोरेन के गांव पहुंचे बाबा रामदेलव ने कहा कि जल-जंगल जमीन की रक्षा करने वाले महापुरुष शिबू सोरेन झारखंड ही नहीं पूरे देश के लिए एक आदर्श थे।जिन्होंने जल, जंगल, जमीन की लडाई करके आदिवासी समाज से लेकर जितने भी शोषित और पिछड़े वर्ग के लोग थे उनकी आवाज सुनकर एक लोकनायक की तरह उभरे, उनको प्रणाम करता हूँ। उन्होंने कहा कि जब भी मैंने कोई योग शिविर या कोई कार्यक्रम आयोजित किया वे हमेशा शामिल हुए। लोग भले ही मुझे गुरु मानते हैं लेकिन मैं इन्हें गुरु मानता हूँ। और उन्हें ही मैं श्रद्धांजलि देने आया हूँ।

अश्विनी कुमार चौबे नेमरा पहुंचे

पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे नेमरा पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि गुरु जी के पद चिन्हों पर चलने की आवश्यकता है। उन्होंने गुरु जी के समय के अपने पुराने दिनों को याद किया और कहा कि एक बार बक्सर की सभा मे गुरु जी ने कहा था कि वे लड़कर झारखंड लेंगे। उन्होंने जो कहा था करके दिखाया।

पप्पू यादव भी पहुंचे नेमरा गांव

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन की श्रद्धांजलि सभा और संस्कार भोज में शामिल होने के लिए पूर्व सांसद पप्पू यादव आज रामगढ़ के नेमरा गांव पहुंचे हैं। सुबह से ही गांव के बाहर बनाई गई पार्किंग में गाड़ियों और लोगों की भीड़ बढ़ गई है। हालात को देखते हुए, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

शिबू सोरेन की श्रद्धांजलि सभा और संस्कार भोज को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पूरे इलाके पर ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है। सभी रास्तों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए कई आईपीएस और 40 डीएसपी अधिकारियों की तैनाती की गई है।

झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन पर राज्यपाल ने जताया शोक, सीएम हेमंत बोले- ऐसे नहीं जाना था...

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झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का शुक्रवार को 62 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनका दिल्ली के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। सोरेन की हालत गंभीर थी और उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। उनके निधन की खबर से पूरे झारखंड में शोक की लहर दौड़ गई है। झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन पर राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, भाजपा नेता और झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन, हेमंत सोरेन की पत्नी और विधायक कल्पाना मुर्मू सोरेन ने शोक व्यक्त किया है।

राज्यपाल संतोष गंगवार ने भी सोशल मीडिया साइट पर रामदास सोरेन के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, झारखंड के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री रामदास सोरेन जी के आकस्मिक निधन का समाचार सुनकर मैं अत्यंत मर्माहत हूं। उनका जाना राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मैं शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं। ईश्वर उन्हें इस पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करें।

सीएम हेमंत सोरेन ने क्या कहा

रामदास सोरेन के निधन पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, ऐसे छोड़कर नहीं जाना था रामदास दा... अंतिम जोहार दादा।'

चंपाई सोरेन ने जताया शोक

झारखंड आंदोलन में रामदास सोरेन के साथी रहे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने उनके निधन पर शोक जताते हुए लिखा, ‘झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन जी के निधन की दुखद सूचना से व्यथित हूं। मरांग बुरु दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें एवं परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति दें। अंतिम जोहार

अर्जुन मुंडा ने जताई संवेदना

वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अर्जुन मुंडा ने एक्स पोस्ट पर लिखा, 'झारखंड के शिक्षा मंत्री एवं घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन के निधन का अत्यंत ही दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे एवं शोकाकुल परिवार को दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

बाथरूम में गिरने के बाद घायल हो गए थे मंत्री

2 अगस्त को दिल्ली लाए जाने के बाद रामदास सोरेन लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे। उस दिन जारी एक बयान के अनुसार, उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी और वरिष्ठ विशेषज्ञों की एक बहु-विषयक टीम गहन चिकित्सा देखभाल प्रदान कर रही थी। 2 अगस्त को अपने आवास के बाथरूम में गिरने के बाद मंत्री गंभीर रूप से घायल हो गए थे। दिल्ली आने से पहले, उन्हें जमशेदपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

सीएम हेमंत सोरेन ने पैतृक गांव नेमरा में किया ध्वजारोहण, जनता के नाम लिखा खास संदेश

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झारखंड में 79वां स्वतंत्रता दिवस पूरे जोश के साथ मनाया गया। राजधानी रांची के मोराबादी मैदान में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने तिरंगा फहराया और जनता को संबोधित किया। इस बार परंपरा से हटकर राज्यपाल ने रांची में तिरंगा फहराया, क्योंकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पैतृक गांव नेमरा में झामुमो संस्थापक और उनके पिता शिबू सोरेन के श्राद्ध में शामिल हो रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रामगढ़ स्थित अपने पैतृक गांव नेमरा में ध्वजारोहण किया।

राज्यवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी

सीएम ने झारखंड और देश के वीर सपूतों को नमन किया साथ ही राज्यवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल उत्सव का दिन नहीं, बल्कि हमारे देश के वीर शहीदों के बलिदान को स्मरण करने और उनके सपनों के भारत के निर्माण का संकल्प लेने का अवसर है।कार्यक्रम में स्थानीय लोगों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही और माहौल देशभक्ति के गीतों से गूंजता रहा।

टूटी बरसों पुरानी यह परंपरा

बता दें कि सीएम हेमंत सोरेन पिता शिबू सोरेन के निधन के बाद से सीएम नेमरा में ही हैं। आज शिबू सोरेन का दशकर्म भी है। जिसके कारण कई वर्षों से स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस दोनों ही मौकों पर राजधानी रांची में मुख्यमंत्री और उपराजधानी दुमका में राज्यपाल ध्वजारोहण करने की बरसों पुरानी यह परंपरा भी टूट गयी।

16 और 17 अगस्त को रामगढ़ में बड़े वाहनों की नो एंट्री, दिशोम गुरु के श्राद्धकर्म को लेकर ट्रैफिक में होगा बदलाव

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16 अगस्त को दिशोम गुरु शिबू सोरेन के श्राद्ध कार्यक्रम है। शिबू सोरेन के श्राद्धकर्म को लेकर रामगढ़ के नेमरा में 16 अगस्त को लाखों लोगों के जुटने की संभावना है। भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के मद्देनज़र रांची जिला प्रशासन ने ट्रैफिक में बदलाव की योजना तैयार कर ली है। 16 अगस्त से 17 अगस्त की सुबह तक रांची-रामगढ़ रूट पर बड़े वाहनों का प्रवेश पूरी तरह बंद रहेगा।

बड़े वाहनों की नो एंट्री

शिबू सोरेन के श्राद्ध कार्यक्रम के मद्देनजर ट्रैफिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया है। रांची से रामगढ़ जाने वाले रूट खासतौर पर प्रभावित होंगे। 16 अगस्त की सुबह आठ बजे से 17 अगस्त की सुबह आठ बजे तक रांची से रामगढ़ जाने वाले सभी बड़े वाहनों की एंट्री बैन रहेगी। जानकारी के मुताबिक, सिकिदरी, रामगढ़ और पेटरवार के पास ही बड़े वाहनों को रोकने की तैयारी है। पार्किंग की सही व्यवस्था, कार्यक्रम स्थल में कानून-व्यवस्था बिगड़े नहीं, इसके लिए बड़े पैमाने पर पुलिस के जवानों की तैनाती की जाएगी।

दो किलोमीटर पहले ही पार्किंग की व्यवस्था

छोटे वाहनों के परिचालन पर रोक नहीं होगी, लेकिन भीड़ के कारण जाम की स्थिति बनी रहने की संभावना है। कार्यक्रम स्थल से दो किलोमीटर पहले ही निजी वाहनों को रोककर छह स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है। वहां से आगंतुकों को ई-रिक्शा और इलेक्ट्रिक ऑटो के जरिए कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए 50 चार्जिंग प्वाइंट भी तैयार किए जा रहे हैं।

तीन हेलीपैड बनाए गए

श्राद्धकर्म के लिए अब तक पांच बड़े पंडाल तैयार हो चुके हैं, जबकि तीन-चार और पंडाल बनाए जाएंगे। सभी पंडालों के पास खाना बनाने की व्यवस्था की जा रही है। वहीं, गुरुजी के घर के 100 मीटर के दायरे में एक हेलीपैड सहित कुल तीन हेलीपैड बनाए गए हैं। अतिविशिष्ट मेहमानों के लिए पैतृक आवास के निकट विशेष बैठने और खाने की व्यवस्था भी की गई है।

सड़कों पर लगी स्ट्रीट लाइट

गोला से नेमरा तक सड़कों पर स्ट्रीट लाइट लगायी गयी है। नेमरा में 10 एलइडी स्क्रीन भी लगायी गयी है, जहां गुरुजी की जीवनी को लोग देख सकेंगे। बरलांगा चौक से नेमरा गांव जाने वाले रास्ते में सड़क में डिवाइडर बनाया गया है। वहीं, लुकायाटांड़ हेलीपैड के पास कंट्रोल रूम बनाया गया है। सुथरपुर चौक के पास पुलिस पिकेट भी बनाया गया और बैरिकेडिंग की गयी है।

सीएम हेमंत सोरेन का बीजेपी पर हमला, बोले- जेल में नहीं होता तो एनडीए को झारखंड में खाता नहीं खोलने देता

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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन आज वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होने बिहार की राजधानी पटना पहुंचे। पटना में वोटर अधिकार यात्रा के समापन के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने केन्द्र और बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस दौरान एनडीए सरकार पर साजिश के तहत ईडी और इनकम टैक्स जैसे हथकंडों के जरिए विपक्षी जनप्रतिनिधियों को डराने का आरोप लगाया।

2014 में कुछ चालाक लोगों ने सता पर कब्जा किया-हेमंत सोरेन

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वोट किसी पार्टी का नहीं, वोट देश का है। वोट से संविधान और देश बचता है। 2014 में कुछ चालाक और चतुर लोगों ने सता पर कब्जा कर लिया। आज फूट डालो और राज करो पर अमल कर रहे हैं। आज सीबीआई और ईडी के बल पर जनप्रतिनिधियों को डराया जा रहा है।

वोट रिवीजन कराने की चेतावनी

हेमंत सोरेने ने आगे कहा कि कहा कि वोट चोरी की यह प्रक्रिया कोई नई नहीं है, लेकिन राहुल गांधी ने अब इन्हें बेनकाब करने का काम किया है। बिहार का चुनाव केवल बिहार का नहीं पूरे देश को बचाने का चुनाव है। सोरेन ने आरोप लगाया कि साजिश के तहत उन्हें जेल में डाल दिया गया, वरना जिस तरह झारखंड में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी, उसी तरह लोकसभा में भी एनडीए को खाता खोलने का मौका नहीं मिलता। अगर है हिम्मत तो देश की गद्दी छोड़ो वोट रिवीजन कराओ तब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

130वें संविधान संशोधन विधेयक के पीछे छिपा बड़ा एजेंडा”, विधानसभा में बोले सीएम हेमंत सोरेन

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झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के आखिरी दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। हेमंत सोरेन ने कहा,130वें संविधान संशोधन विधेयक के पीछे छिपा हुआ एजेंडा है, हम इसे लाए जाने का तर्क समझने में नाकाम हैं। सोरेन ने कहा कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि यह विधेयक, जिसमें 30 दिन या उससे अधिक की सजा मिलने पर मंत्रियों को उनके पद से हटाने का प्रावधान है, आखिर संसद में क्यों लाया गया।

चुनाव आयोग और केंद्रीय एजेंसियों पर साधा निशाना

मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह चुनाव आयोग का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए करती है। सीएम सोरेन ने दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने निर्वाचन आयोग की मदद से बिहार में लाखों मतदाताओं के नाम हटा दिए। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि जो भी केंद्र सरकार का विरोध करता है, उसे ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी एजेंसियों के जरिए झूठे मामलों में फंसाया जाता है। सोरेन ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने चुनाव आयोग को ऐसा कानून बनाकर सुरक्षा दी है कि मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों को उनके कार्यकाल के दौरान लिए गए फैसलों के लिए कोई कानूनी कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।

केन्द्र पर लगाया आदिवासियों की उपेक्षा का आरोप

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केन्द्र की मोदी सरकार पर आदिवासियों की उपेक्षा का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड में खदानों की नीलामी की निगरानी में व्यस्त है। झारखंड देश को कोयला और खनिज देता है। दिल्ली-मुंबई जैसे महानगर इनसे रोशन होते हैं, लेकिन यहां के आदिवासी गरीबी और बीमारियों से जूझ रहे हैं। जबकि यूरेनियम की खुदाई से आदिवासियों को समस्या हो रही है। सोरेन ने कहा कि झारखंड देश के विकास में योगदान देता है, लेकिन बदले में उसे केंद्र की उपेक्षा झेलनी पड़ती है।

रिम्स 2 की जमीन पर आज हल चलाएंगे चंपई सोरेन, प्रशासन अलर्ट, जानें क्या है पूरा मामला?

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झारखंड की राजधानी रांची के नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 के निर्माण स्थल को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इसको लेकर लगातार पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। स्थानीय ग्रामीण लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। जिसने समर्थन में पूर्व सीएम चंपाई सोरेन उतर आए हैं। पूर्व सीएम चंपाई सोरेन हजारों किसानों के साथ आज नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 की भूमि पर हल चलायेंगे। इन सबके बीच प्रशासन ने भी कमर कस ली है।

हजारों की संख्या में ग्रामीणों की भी जुटने की संभावना

कांके के नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 की भूमि पर आज रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा नेता चंपाई सोरेन ‘हल जोतो, रोपा रोपो’ कार्यक्रम के तहत हल चलायेंगे। नगड़ी के किसानों के विरोध को समर्थन देते हुए चंपाई सोरेन ने कहा कि रिम्स-2 के लिए चिन्हित जमीन के अधिग्रहण में 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून, सीएनटी एक्ट और ग्राम सभा के नियमों का पालन नहीं हुआ है। इस दौरान हजारों की संख्या में ग्रामीणों की भी जुटने की संभावना है।

दो जगहों पर बनाई गई अस्थायी जेल

विरोध प्रदर्शन को लेकर नगड़ी मौजा के आसपास व प्रदर्शन स्थल तक आनेवाले रास्तों पर कुल 15 जगहों पर बीडीओ व सीओ स्तर के पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, पुलिस निरीक्षक सहित अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किये गये हैं। वहीं, बिरसा मुंडा स्टेडियम व प्लस 2 हाई स्कूल कांके में दो जगहों पर अस्थायी जेल भी बनाया गया है। इसके अलावा वाटर कैनन, रबर बुलेट, वज्र वाहन, फायर टेंडर वाहन आदि की भी व्यवस्था की गयी है। तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गयी है।

200 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा लागू

प्रशासन ने रिम्स-2 निर्माण स्थल के 200 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा लागू किया है। जिसके तहत वहां भीड़ इकट्ठी करना और हथियार लाने पर पाबंदी लगाई गई है। प्रशासन का कहना है कि कांके अंचल अंतर्गत मौजा नगड़ी में प्रस्तावित रिस्स–2 के सीमांकन एवं फेंसिंग कार्य पूर्ण हो चुका है। इस दौरान यह देखा गया कि उक्त स्थल पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो रही है तथा कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा फेंसिंग के अंदर प्रवेश का प्रयास एवं विधि-व्यवस्था भंग करने की आशंका बनी हुई है।

क्या है पूरा मामला?

मालूम हो नगड़ी और आसपास के गांवों में रिम्स-2 के लिए चिह्नित जमीन पर खेती करने से रैयतों को रोके जाने और कांटेदार तारों से घेराबंदी किये जाने से ग्रामीणों में नाराजगी है। नगड़ी जमीन बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर ग्रामीण कई दिनों से आंदोलन की तैयारी में जुटे हैं। समिति ने आसपास के गांवों के किसानों को इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का न्योता दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बहुत पहले जमीन का अधिग्रहण किया गया था। पर जब यहां कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ, तो इस जमीन पर स्वाभाविक दावा रैयतों का है।

रांची में बनेगा दिशोम गुरु शिबू सोरेन का स्मृति स्थल, भूमि चिन्हित करने का काम हुआ शुरू

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झारखंड की राजधानी रांची में दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन का स्मृति स्थल बनेगा। इसके लिए भूमि चिन्हित करने का काम शुरू हो गया है।इसके लिए नगर विकास विभाग ने झारखंड राज्य आवास बोर्ड से जमीन की मांग की है।

जानकारी के मुताबिक दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन की याद में राजधानी रांची के हरमू रोड स्थित बाईपास में स्मृति स्थल का निर्माण किया जायेगा। इसके लिए नगर विकास विभाग ने झारखंड राज्य आवास बोर्ड से जमीन की मांग की है। आवास बोर्ड के तरफ से जमीन चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया गया है। बाईपास रोड में डीपीएस स्कूल के पास स्थित भुसूर मौजा में गुरुजी का स्मृति स्थल बनाने पर विचार तेज है क्योंकि इस मुख्य मार्ग पर स्थित भुसूर मौजा में कई एकड़ जमीनें खाली पड़ी हैं।

इस जगह स्मृति स्थल बनाने की तैयारी

शिबू सोरेन के स्मृति स्थल को लेकर जिस जमीन का चयन किया जा रहा है, वह रांची के सबसे महत्वपूर्ण मार्ग में पड़ता है। सचिवालय भवन, विधानसभा व हाईकोर्ट आने-जाने के लिए मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, मुख्य न्यायाधीश, विधायक जैसे गणमान्य लोग प्रतिदिन इसी रास्ते का उपयोग करते हैं। वहीं नई दिल्ली से रांची एयरपोर्ट से आने के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या अन्य केंद्रीय मंत्री भी राजभवन या अन्य जगह जाने के लिए इसी मार्ग का उपयोग करते हैं।

बापू वाटिका की तर्ज पर होगा स्मृति स्थल का निर्माण

मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका की तर्ज पर ही शिबू सोरेन का स्मृति स्थल बनाया जाएगा। यहां उनकी एक प्रतिमा लगेगी। स्मृति स्थल परिसर में चारों तरफ पार्क होंगे और बेहतर लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी। जमीन चिह्नित होने के बाद स्मृति स्थल पर सौंदर्यीकरण से जुड़े अन्य कई महत्वपूर्ण कार्य की रूपरेखा भी नगर विकास विभाग द्वारा तैयार की जाएगी। निर्माण राशि का विभाग के स्तर पर आकलन किया जाएगा, फिर मंत्रिपरिषद की स्वीकृति ली जाएगी।

बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने 4 अगस्त को दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में अंतिम सांस ली। जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार उनके बेटे हेमंत सोरेन ने अपने पैतृक गांव नेमरा में किया था। शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार से संबंधित सभी पूरे काम विधि विधान के साथ नमेरा में ही किया।

आज रांची लौटेंगे सीएम हेमंत सोरेन, राजधानी आने के बाद घाटशिला जाने की संभावना

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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज रामगढ़ स्थित अपने पैतृक गांव नेमरा से रांची लौटने वाले हैं। पिता शिबू सोरेन का श्राद्ध कर्म समाप्त करने के बाद सीएम हेमंन सोरेन वापस रांची लौटेंगे। रांची आते ही सीएम सबसे पहले महत्वपूर्ण कार्य करने घाटशिला जा सकते हैं। बता दें कि हेमंत सोरेन बीते दो सप्ताह से पिता पिता शिबू सोरेन के निधन के बाद श्राद्ध कर्म और अन्य पारंपरिक विधियों में व्यस्त थे।

घाटशिला जा सकते हैं सीएम

आज रांची लौटने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के घाटशिला जाने की संभावना जताई जा रही है। जहां वे शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के परिजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त करेंगे। हेमंत सोरेन अपने पिता के श्राद्ध में व्यस्त होने के कारण शिक्षा मंत्री के अंतिम दर्शन नहीं कर सके थे, हालांकि उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश साझा कर दिवंगत मंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। बता दें कि 15 अगस्त की रात रामदास सोरेन का दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल में निधन हो गया था।

रजरप्पा में शिबू सोरेन की अस्थियां विसर्जित की

इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रविवार को अपने पूरे परिवार के साथ रजरप्पा मंदिर पहुंचे और पारंपरिक विधि-विधान तथा संथाली परंपराओं के अनुसार अपने पिता एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक संरक्षक, दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन की अस्थियां दामोदर नदी में विसर्जित कीं। इस अवसर पर उनके छोटे भाई और झामुमो विधायक बसंत सोरेन, मुख्यमंत्री के बेटे, अन्य परिजन और परिवार के करीबी सदस्य भी उपस्थित थे।

शिबू सोरेन का 'श्राद्ध कर्म': नेमरा पहुंचे केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ समेत कई दिग्गज

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झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के सह-संस्थापक शिबू सोरेन के निधन के बाद देशभर के नेताओं ने उनको श्रद्धांजलि दी है। वहीं, कई बड़े नेता नेमरा पहुंचकर उनको श्रद्धांजलि दे रहे हैं। शिबू सोरेने के निधन के बाद होने वाले संस्कार भोज में देशभर से लोग पहुंच रहे हैं। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी नेमरा पहुंचकर शिबू सोरेन के संस्कार भोज में शामिल हुए।

राजनाथ सिंह ने नेमरा पहुंचकर गुरूजी को दी श्रद्धांजलि

रामगढ़ जिले के उनके पैतृक गांव में शिबू सोरेन के 'श्राद्ध' समारोह के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसमें शामिल होने के लिए शनिवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नेमरा पहुंचकर श्रद्धांजलि दी है। इस बीच उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन और उनकी माता रूपी सोरेन से की मुलाकात करके सांत्वना दी है।

तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी पहुंचे नेमरा गांव

शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देने के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंथ रेड्डी हेमंत सोरेन के पैतृक गांव नेमरा पहुंचे। उन्होंने दिशोम गुरु को श्रद्धांजलि दी। रेवंथ रेड्डी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी विधायक पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन एवं परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाकात कर अपनी संवेदना व्यक्त की।मुलाकात के बाद रेवंत रेड्डी ने कहा कि मैं हमेशा मदद करता रहूंगा। हैदराबाद में शिबू सोरेन भवन बनाएंगे।

बाबा रामदेव ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन को दी श्रद्धांजलि

योग गुरु स्वामी रामदेव नेमरा गांव पहुंचकर दिशोम गुरु शिबू सोरेन के संस्कार भोज में शामिल होने पहुंचे। बाबा रामदेव ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर अपनी संवेदना व्यक्त की।

पूरे रीति-रिवाज के साथ शिबू सोरेन के श्राद्ध कर्म

बीते दिन 81 वर्षीय शिबू सोरेन का निधन दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान हुआ था। नेमरा शिबू सोरेन का पैतृक गांव है, जहां 5 अगस्त 2025 को उनका अंतिम संस्कार किया गया था। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिवंगत राज्यसभा सांसद को मुखाग्नि दी थी। शिबू सोरेन के श्राद्ध कर्म पूरे रीति-रिवाज के साथ हेमंत सोरेन ने पूरी की। आज यानी 16 अगस्त को झामुमो के सह-संस्थापक और पार्टी के सर्वोच्च नेता शिबू सोरेन का श्राद्ध भोज हो रहा है।

योग गुरु बाबा रामदेव भी नेमरा पहुंचे, शिबू सोरेन को लेकर कह दी बड़ी बात

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दिशोम गुरु शिबू सोरेन का श्राद्ध कर्म आज उनके पैतृक गांव नेमरा में किया जा रहा है। इस दौरान कई दिग्गज नेता और कई चर्चित चेहरे भी शामिल हो रहे हैं। इसमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बाबा रामदेव, तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी और आरके आनंद का आना तय हुआ है। योग गुरु बाबा रामदेव भी नेमरा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने दिशोम गुरु को श्रद्धांजलि दी।

शिबू सोरेन के गांव पहुंचे बाबा रामदेलव ने कहा कि जल-जंगल जमीन की रक्षा करने वाले महापुरुष शिबू सोरेन झारखंड ही नहीं पूरे देश के लिए एक आदर्श थे।जिन्होंने जल, जंगल, जमीन की लडाई करके आदिवासी समाज से लेकर जितने भी शोषित और पिछड़े वर्ग के लोग थे उनकी आवाज सुनकर एक लोकनायक की तरह उभरे, उनको प्रणाम करता हूँ। उन्होंने कहा कि जब भी मैंने कोई योग शिविर या कोई कार्यक्रम आयोजित किया वे हमेशा शामिल हुए। लोग भले ही मुझे गुरु मानते हैं लेकिन मैं इन्हें गुरु मानता हूँ। और उन्हें ही मैं श्रद्धांजलि देने आया हूँ।

अश्विनी कुमार चौबे नेमरा पहुंचे

पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे नेमरा पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि गुरु जी के पद चिन्हों पर चलने की आवश्यकता है। उन्होंने गुरु जी के समय के अपने पुराने दिनों को याद किया और कहा कि एक बार बक्सर की सभा मे गुरु जी ने कहा था कि वे लड़कर झारखंड लेंगे। उन्होंने जो कहा था करके दिखाया।

पप्पू यादव भी पहुंचे नेमरा गांव

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन की श्रद्धांजलि सभा और संस्कार भोज में शामिल होने के लिए पूर्व सांसद पप्पू यादव आज रामगढ़ के नेमरा गांव पहुंचे हैं। सुबह से ही गांव के बाहर बनाई गई पार्किंग में गाड़ियों और लोगों की भीड़ बढ़ गई है। हालात को देखते हुए, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

शिबू सोरेन की श्रद्धांजलि सभा और संस्कार भोज को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पूरे इलाके पर ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है। सभी रास्तों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए कई आईपीएस और 40 डीएसपी अधिकारियों की तैनाती की गई है।

झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन पर राज्यपाल ने जताया शोक, सीएम हेमंत बोले- ऐसे नहीं जाना था...

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झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का शुक्रवार को 62 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनका दिल्ली के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। सोरेन की हालत गंभीर थी और उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। उनके निधन की खबर से पूरे झारखंड में शोक की लहर दौड़ गई है। झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन पर राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, भाजपा नेता और झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन, हेमंत सोरेन की पत्नी और विधायक कल्पाना मुर्मू सोरेन ने शोक व्यक्त किया है।

राज्यपाल संतोष गंगवार ने भी सोशल मीडिया साइट पर रामदास सोरेन के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, झारखंड के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री रामदास सोरेन जी के आकस्मिक निधन का समाचार सुनकर मैं अत्यंत मर्माहत हूं। उनका जाना राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मैं शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं। ईश्वर उन्हें इस पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करें।

सीएम हेमंत सोरेन ने क्या कहा

रामदास सोरेन के निधन पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, ऐसे छोड़कर नहीं जाना था रामदास दा... अंतिम जोहार दादा।'

चंपाई सोरेन ने जताया शोक

झारखंड आंदोलन में रामदास सोरेन के साथी रहे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने उनके निधन पर शोक जताते हुए लिखा, ‘झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन जी के निधन की दुखद सूचना से व्यथित हूं। मरांग बुरु दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें एवं परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति दें। अंतिम जोहार

अर्जुन मुंडा ने जताई संवेदना

वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अर्जुन मुंडा ने एक्स पोस्ट पर लिखा, 'झारखंड के शिक्षा मंत्री एवं घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन के निधन का अत्यंत ही दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे एवं शोकाकुल परिवार को दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

बाथरूम में गिरने के बाद घायल हो गए थे मंत्री

2 अगस्त को दिल्ली लाए जाने के बाद रामदास सोरेन लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे। उस दिन जारी एक बयान के अनुसार, उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी और वरिष्ठ विशेषज्ञों की एक बहु-विषयक टीम गहन चिकित्सा देखभाल प्रदान कर रही थी। 2 अगस्त को अपने आवास के बाथरूम में गिरने के बाद मंत्री गंभीर रूप से घायल हो गए थे। दिल्ली आने से पहले, उन्हें जमशेदपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

सीएम हेमंत सोरेन ने पैतृक गांव नेमरा में किया ध्वजारोहण, जनता के नाम लिखा खास संदेश

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झारखंड में 79वां स्वतंत्रता दिवस पूरे जोश के साथ मनाया गया। राजधानी रांची के मोराबादी मैदान में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने तिरंगा फहराया और जनता को संबोधित किया। इस बार परंपरा से हटकर राज्यपाल ने रांची में तिरंगा फहराया, क्योंकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पैतृक गांव नेमरा में झामुमो संस्थापक और उनके पिता शिबू सोरेन के श्राद्ध में शामिल हो रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रामगढ़ स्थित अपने पैतृक गांव नेमरा में ध्वजारोहण किया।

राज्यवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी

सीएम ने झारखंड और देश के वीर सपूतों को नमन किया साथ ही राज्यवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस केवल उत्सव का दिन नहीं, बल्कि हमारे देश के वीर शहीदों के बलिदान को स्मरण करने और उनके सपनों के भारत के निर्माण का संकल्प लेने का अवसर है।कार्यक्रम में स्थानीय लोगों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही और माहौल देशभक्ति के गीतों से गूंजता रहा।

टूटी बरसों पुरानी यह परंपरा

बता दें कि सीएम हेमंत सोरेन पिता शिबू सोरेन के निधन के बाद से सीएम नेमरा में ही हैं। आज शिबू सोरेन का दशकर्म भी है। जिसके कारण कई वर्षों से स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस दोनों ही मौकों पर राजधानी रांची में मुख्यमंत्री और उपराजधानी दुमका में राज्यपाल ध्वजारोहण करने की बरसों पुरानी यह परंपरा भी टूट गयी।

16 और 17 अगस्त को रामगढ़ में बड़े वाहनों की नो एंट्री, दिशोम गुरु के श्राद्धकर्म को लेकर ट्रैफिक में होगा बदलाव

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16 अगस्त को दिशोम गुरु शिबू सोरेन के श्राद्ध कार्यक्रम है। शिबू सोरेन के श्राद्धकर्म को लेकर रामगढ़ के नेमरा में 16 अगस्त को लाखों लोगों के जुटने की संभावना है। भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के मद्देनज़र रांची जिला प्रशासन ने ट्रैफिक में बदलाव की योजना तैयार कर ली है। 16 अगस्त से 17 अगस्त की सुबह तक रांची-रामगढ़ रूट पर बड़े वाहनों का प्रवेश पूरी तरह बंद रहेगा।

बड़े वाहनों की नो एंट्री

शिबू सोरेन के श्राद्ध कार्यक्रम के मद्देनजर ट्रैफिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया है। रांची से रामगढ़ जाने वाले रूट खासतौर पर प्रभावित होंगे। 16 अगस्त की सुबह आठ बजे से 17 अगस्त की सुबह आठ बजे तक रांची से रामगढ़ जाने वाले सभी बड़े वाहनों की एंट्री बैन रहेगी। जानकारी के मुताबिक, सिकिदरी, रामगढ़ और पेटरवार के पास ही बड़े वाहनों को रोकने की तैयारी है। पार्किंग की सही व्यवस्था, कार्यक्रम स्थल में कानून-व्यवस्था बिगड़े नहीं, इसके लिए बड़े पैमाने पर पुलिस के जवानों की तैनाती की जाएगी।

दो किलोमीटर पहले ही पार्किंग की व्यवस्था

छोटे वाहनों के परिचालन पर रोक नहीं होगी, लेकिन भीड़ के कारण जाम की स्थिति बनी रहने की संभावना है। कार्यक्रम स्थल से दो किलोमीटर पहले ही निजी वाहनों को रोककर छह स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है। वहां से आगंतुकों को ई-रिक्शा और इलेक्ट्रिक ऑटो के जरिए कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए 50 चार्जिंग प्वाइंट भी तैयार किए जा रहे हैं।

तीन हेलीपैड बनाए गए

श्राद्धकर्म के लिए अब तक पांच बड़े पंडाल तैयार हो चुके हैं, जबकि तीन-चार और पंडाल बनाए जाएंगे। सभी पंडालों के पास खाना बनाने की व्यवस्था की जा रही है। वहीं, गुरुजी के घर के 100 मीटर के दायरे में एक हेलीपैड सहित कुल तीन हेलीपैड बनाए गए हैं। अतिविशिष्ट मेहमानों के लिए पैतृक आवास के निकट विशेष बैठने और खाने की व्यवस्था भी की गई है।

सड़कों पर लगी स्ट्रीट लाइट

गोला से नेमरा तक सड़कों पर स्ट्रीट लाइट लगायी गयी है। नेमरा में 10 एलइडी स्क्रीन भी लगायी गयी है, जहां गुरुजी की जीवनी को लोग देख सकेंगे। बरलांगा चौक से नेमरा गांव जाने वाले रास्ते में सड़क में डिवाइडर बनाया गया है। वहीं, लुकायाटांड़ हेलीपैड के पास कंट्रोल रूम बनाया गया है। सुथरपुर चौक के पास पुलिस पिकेट भी बनाया गया और बैरिकेडिंग की गयी है।