India

Mar 26 2024, 14:56

क्या मॉस्को के कॉन्सर्ट हॉल हमले में अमेरिका-यूक्रेन का है हाथ? यूएस के दावे पर रूस ने खड़े किए सवाल

#moscow_terror_attack_link

रूस की राजधानी मॉस्को में एक कॉन्सर्ट हॉल में हुए हमले के सिलसिले में 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर 137 हो गई है। रूस की सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह हमला यूक्रेन से जुड़ा है, हालांकि इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इस्लामिक स्टेट ने शुक्रवार को क्रॉकस सिटी हॉल पर हुए इस हमले की ज़िम्मेदारी लेते हुए वीडियो साक्ष्य पेश किए हैं। इस्लामिक स्टेट समूह ने अपनी समाचार एजेंसी ‘अमाक’ की तरफ से साझा किए गए एक बयान के जरिए कहा कि उसने मॉस्को के बाहरी इलाके क्रास्नोगोर्स्क में ‘ईसाइयों’ की एक बड़ी सभा पर हमला किया, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और घायल हो गए। 

हालांकि, रूस ने किसी तरह का सबूत पेश किए बग़ैर इस हमले में यूक्रेन का हाथ बताया है। रूस की दावा है कि हमलावरों को यूक्रेन से मदद मिल रही थी और उसने हमलावरों को सीमा पार कराने के लिए एक व्यवस्था भी की हुई थी। रूस की सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से दावा किया गया कि 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें हमले में सीधे शामिल चार आतंकवादी भी शामिल हैं। रूस की प्रमुख सुरक्षा एजेंसी संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) ने बताया कि हमले को अंजाम देने के बाद आतंकवादी रेनॉल्ट कार से रूस-यूक्रेन की सीमा की ओर भाग गए थे। बाद में सभी को मॉस्को से लगभग 400 किलोमीटर की दूरी पर ब्रांस्क क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।

हमले के बाद सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक में पुतिन ने कहा कि हत्याएं इस्लामी चरमपंथियों द्वारा की गईं। रूस के राष्ट्रपति ने अपनी टिप्पणी में इस्लामिक स्टेट का जिक्र करने से परहेज किया। पुतिन ने कहा कि यह पता लगाना जरूरी है कि अपना अपराध करने के बाद आतंकवादियों ने यूक्रेन भागने की कोशिश क्यों की और वहां कौन उनका इंतजार कर रहा था। 

वहीं, रूस ने अमेरिका के दावों पर भी सवाल खड़े किए हैं। पुतिन ने कहा कि अमेरिका अपने सैटेलाइटों को यह समझाने की कोशिश कर रहा है कि इस घटना में कीव का कोई हाथ नहीं है और आईएस ने हमले को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि हमला किसने किया। हम जानना चाहते हैं कि मास्टरमाइंड कौन था।

दरअसल, अमेरिका ने दावा किया था कि मॉस्को के क्रोकस हॉल में हुई गोलीबारी के पीछे इस्लामिक स्टेट-खुरासान (ISIS-K) का हाथ था। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जकारोवा ने एक अखबार में लेख के जरिए इस पर सवाल खड़े किए हैं। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जकारोवा ने लेख में कहा कि सावधान... व्हाइट हाउस से एक सवाल है कि क्या आप पक्के तौर पर कह सकते हैं ये आईएसआईएस है? शायद आपको इस पर एक बार और सोच लेना चाहिए। 

वहीं, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब तक जांच जारी है, रूस की ओर से आईएसआईएस के दावे पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता और अमेरिका के खुफिया विभाग की जानकारी पर भी कोई बयान नहीं दे सकते, क्योंकि ये संवेदनशील जानकारी है।

इधर, संडे गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, रूस की सुरक्षा एजेंसियों की करीबी माने जाने वाली संस्थाओं में कहा गया कि शूटर ताजिकिस्तान से थे और उन्हें सलमान खोरासानी नाम के एक ताजिक नागरिक ने भर्ती किया था। सलमान खोरासानी के बारे में कहा गया है कि वह आईएसआईएस-के का सदस्य है और वर्तमान में अफगानिस्तान-पाकिस्तान के इलाके में रह रहा है। इनपुट में एजेंसियों के हवाले से दावा किया गया है कि खोरासानी आईएसआईएस-के और अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए के बीच एक मध्यवर्ती कड़ी था। दावे के मुताबिक, भर्ती होने के बाद इन चारों को तुर्की की एक खुफिया एजेंसी ने ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए निर्देश दिए थे। ऑपरेशन को अंजाम देने के बाद उन्हें यूक्रेन भागना था, जहां से उन्हें तुर्की ले जाया जाना था। तुर्की से खुफिया एजेंसियां इन्हें सलमान खोरासानी के पास पहुंचाने वाली थी। इनपुट से यह पता नहीं चला कि इसमें कौन सी खुफिया एजेंसी शामिल थी।

बता दें कि शुक्रवार की रात चार बंदूकधारियों ने उत्तरी मॉस्को में स्थित क्रॉकस सिटी हॉल में मौजूद करीब 6,000 लोगों पर गोलियां चलाना शुरू कर दिया। ये लोग एक रॉक कंसर्ट में हिस्सा ले रहे थे। इसके बाद हमलावरों ने कंसर्ट हॉल में आग लगा दी जिससे उसकी छत नीचे गिर गई। रूसी अधिकारियों ने कहा है कि इस हमले में 137 लोगों की जान गई है और 100 से ज़्यादा लोग जख़्मी हुए हैं।

India

Mar 26 2024, 14:56

क्या मॉस्को के कॉन्सर्ट हॉल हमले में अमेरिका-यूक्रेन का है हाथ? यूएस के दावे पर रूस ने खड़े किए सवाल

#moscow_terror_attack_link

रूस की राजधानी मॉस्को में एक कॉन्सर्ट हॉल में हुए हमले के सिलसिले में 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर 137 हो गई है। रूस की सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह हमला यूक्रेन से जुड़ा है, हालांकि इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इस्लामिक स्टेट ने शुक्रवार को क्रॉकस सिटी हॉल पर हुए इस हमले की ज़िम्मेदारी लेते हुए वीडियो साक्ष्य पेश किए हैं। इस्लामिक स्टेट समूह ने अपनी समाचार एजेंसी ‘अमाक’ की तरफ से साझा किए गए एक बयान के जरिए कहा कि उसने मॉस्को के बाहरी इलाके क्रास्नोगोर्स्क में ‘ईसाइयों’ की एक बड़ी सभा पर हमला किया, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और घायल हो गए। 

हालांकि, रूस ने किसी तरह का सबूत पेश किए बग़ैर इस हमले में यूक्रेन का हाथ बताया है। रूस की दावा है कि हमलावरों को यूक्रेन से मदद मिल रही थी और उसने हमलावरों को सीमा पार कराने के लिए एक व्यवस्था भी की हुई थी। रूस की सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से दावा किया गया कि 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें हमले में सीधे शामिल चार आतंकवादी भी शामिल हैं। रूस की प्रमुख सुरक्षा एजेंसी संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) ने बताया कि हमले को अंजाम देने के बाद आतंकवादी रेनॉल्ट कार से रूस-यूक्रेन की सीमा की ओर भाग गए थे। बाद में सभी को मॉस्को से लगभग 400 किलोमीटर की दूरी पर ब्रांस्क क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।

हमले के बाद सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक में पुतिन ने कहा कि हत्याएं इस्लामी चरमपंथियों द्वारा की गईं। रूस के राष्ट्रपति ने अपनी टिप्पणी में इस्लामिक स्टेट का जिक्र करने से परहेज किया। पुतिन ने कहा कि यह पता लगाना जरूरी है कि अपना अपराध करने के बाद आतंकवादियों ने यूक्रेन भागने की कोशिश क्यों की और वहां कौन उनका इंतजार कर रहा था। 

वहीं, रूस ने अमेरिका के दावों पर भी सवाल खड़े किए हैं। पुतिन ने कहा कि अमेरिका अपने सैटेलाइटों को यह समझाने की कोशिश कर रहा है कि इस घटना में कीव का कोई हाथ नहीं है और आईएस ने हमले को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि हमला किसने किया। हम जानना चाहते हैं कि मास्टरमाइंड कौन था।

दरअसल, अमेरिका ने दावा किया था कि मॉस्को के क्रोकस हॉल में हुई गोलीबारी के पीछे इस्लामिक स्टेट-खुरासान (ISIS-K) का हाथ था। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जकारोवा ने एक अखबार में लेख के जरिए इस पर सवाल खड़े किए हैं। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जकारोवा ने लेख में कहा कि सावधान... व्हाइट हाउस से एक सवाल है कि क्या आप पक्के तौर पर कह सकते हैं ये आईएसआईएस है? शायद आपको इस पर एक बार और सोच लेना चाहिए। 

वहीं, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब तक जांच जारी है, रूस की ओर से आईएसआईएस के दावे पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता और अमेरिका के खुफिया विभाग की जानकारी पर भी कोई बयान नहीं दे सकते, क्योंकि ये संवेदनशील जानकारी है।

इधर, संडे गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, रूस की सुरक्षा एजेंसियों की करीबी माने जाने वाली संस्थाओं में कहा गया कि शूटर ताजिकिस्तान से थे और उन्हें सलमान खोरासानी नाम के एक ताजिक नागरिक ने भर्ती किया था। सलमान खोरासानी के बारे में कहा गया है कि वह आईएसआईएस-के का सदस्य है और वर्तमान में अफगानिस्तान-पाकिस्तान के इलाके में रह रहा है। इनपुट में एजेंसियों के हवाले से दावा किया गया है कि खोरासानी आईएसआईएस-के और अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए के बीच एक मध्यवर्ती कड़ी था। दावे के मुताबिक, भर्ती होने के बाद इन चारों को तुर्की की एक खुफिया एजेंसी ने ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए निर्देश दिए थे। ऑपरेशन को अंजाम देने के बाद उन्हें यूक्रेन भागना था, जहां से उन्हें तुर्की ले जाया जाना था। तुर्की से खुफिया एजेंसियां इन्हें सलमान खोरासानी के पास पहुंचाने वाली थी। इनपुट से यह पता नहीं चला कि इसमें कौन सी खुफिया एजेंसी शामिल थी।

बता दें कि शुक्रवार की रात चार बंदूकधारियों ने उत्तरी मॉस्को में स्थित क्रॉकस सिटी हॉल में मौजूद करीब 6,000 लोगों पर गोलियां चलाना शुरू कर दिया। ये लोग एक रॉक कंसर्ट में हिस्सा ले रहे थे। इसके बाद हमलावरों ने कंसर्ट हॉल में आग लगा दी जिससे उसकी छत नीचे गिर गई। रूसी अधिकारियों ने कहा है कि इस हमले में 137 लोगों की जान गई है और 100 से ज़्यादा लोग जख़्मी हुए हैं।