MLC Kavith: ఎమ్మెల్సీ కవితకు బిగ్ షాక్.. మళ్లీ కస్టడీ పొడిగింపు
Delhi Liquor Scam Case: ఢిల్లీ లిక్కర్ స్కామ్ కేసులో బీఆర్ఎస్(BRS) నాయకురాలు, ఎమ్మెల్సీ కవితకు(MLC Kavitha) మరో షాక్ తగిలింది. ఈ నెల 23 వరకు కవితకు జ్యుడీషియల్ కస్టడీ విధించింది రౌస్ అవెన్యూ కోర్టు(Rouse Avenue Court)..
లిక్కర్ స్కామ్ కేసులో కవితను మూడు రోజులు సీబీఐ కస్టడీకి అప్పగించారు. ఈ మూడు రోజుల కస్టడీ నేటితో ముగియడంతో.. ఆమెను రౌస్ అవెన్యూ కోర్టులో హాజరుపరిచారు.
ఈ సందర్భంగా సీబీఐ తరఫు న్యాయవాదులు, కవిత తరఫున న్యాయవాదుల మధ్య వాదోపవాదనలు జరిగాయి. 14 రోజుల జ్యుడీషియల్ కస్టడీకి ఇవ్వాలని సీబీఐ కోరింది.
సాక్ష్యాలను కవిత ముందు పెట్టి విచారించామని.. విచారణకు ఆమె సహకరించలేదని సీబీఐ ఆరోపించింది. ఇరు పక్షాల వాదనలు విన్న ధర్మాసనం.. కవితను 9 రోజుల జ్యూడీషియల్ కస్టడీకి అప్పగించింది. దీని ప్రకారం.. కవిత ఏప్రిల్ 23వ తేదీ వరకు జ్యూడీషియల్ కస్టడీలో ఉండనున్నారు..
Liquor Scam Case: కవితదే మాస్టర్ మైండ్.. ఈడీ సంచలన కామెంట్స్..
Delhi Liquor Scam Case: ఢిల్లీ లిక్కర్ స్కామ్ కేసులో ఇన్ఫోర్స్మెంట్ డైరెక్టరేట్(ED) అధికారులు సంచలన కామెంట్స్ చేశారు. ఈ కేసులో ప్రధాన సూత్రధారి ఎమ్మెల్సీ కవిత( MLC Kavitha) అని ఆరోపించారు..
గురువారం నాడు కవిత బెయిల్ పిటిషన్పై రౌజ్ అవెన్యూ కోర్టులో విచారణ జరిగింది. ఈడీ దాఖలు చేసిన కౌంటర్పై రీజాయిన్డెర్లు ఫైర్ చేశారు కవిత తరఫు న్యాయవాదులు. కుమారుడికి పరీక్షల నేపథ్యంలో మధ్యంతర బెయిల్ ఇవ్వాలని ఒక పిటిషన్, మధ్యంతర బెయిల్పై ఒక పిటిషన్పై విదానలు వినిపిస్తున్నారు అభిషేక్ మను సింఘ్వి. బెయిల్ పిటిషన్పై వాదనల సందర్భంగా ఈడీ తన వాదనలు బలంగా వినిపించింది. కవితపై షాకింగ్ కామెంట్స్ చేసింది.
అవినీతి కార్యకలాపాల్లో ఉన్న మహిళకు బెయిల్ ఇవ్వకూడదని ఈడీ బలంగా వాదించింది. ఒకవేళ బెయిల్ ఇస్తే ఆధారాలు, సాక్ష్యాలను ప్రభావితం చేస్తారని కోర్టుకు తెలియజేసింది. కవితకు వ్యతిరేకంగా అనేక ఆధారాలు ఉన్నాయని ఈడీ స్పష్టం చేసింది. లిక్కర్ స్కామ్ను ప్లాన్ చేసిందే కవిత అని ఆరోపించారు. ఫోన్ డేటా మొత్తాన్ని డిలీట్ చేశారని ఆరోపించారు. తాము అడిగిన ప్రశ్నలకు కూడా సమాధానం ఇవ్వలేదన్నారు.
విచారణ సమయంలో మొత్తం 10 ఫోన్లను కవిత ఇచ్చారని, కానీ అవి మొత్తం ఫార్మాట్ చేసినవేనని కోర్టుకు వివరించింది ఈడీ. ఈ కేసులో విచారణ సందర్భంగా నోటీసులు ఇచ్చిన తరువాత 4 ఫోన్లను ఫార్మాట్ చేశారని ఆరోపించారు. ఈ కేసులోని నిందితులు వందల డిజిటల్ డివైజ్లను ధ్వంసం చేశారన్నారు. అప్రూవర్గా మారిన వ్యక్తిని తనకు వ్యతిరేకంగా సాక్ష్యం చెప్పవద్దంటూ కవిత బెదిరించారని ఆరోపించారు. అంతేకాదు.. కవితకు వ్యతిరేకంగా సేకరించిన ఆధారాలను జడ్జికి సమర్పించారు ఈడీ తరపు న్యాయవాది..
सीएम केजरीवाल की ईडी रिमांड बढ़ी, अब एक अप्रैल तक रहेंगे कस्टडी में
#delhiliquorpolicycasecmkejriwaled_custody
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने केजरीवाल की ईडी रिमांड 1 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी है।आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आज गुरुवार को ईडी की रिमांड अवधि खत्म हो गई। ऐसे में ईडी ने अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया और अदालत से दिल्ली सीएम की सात दिनों की रिमांड बढ़ाने की मांग की। कोर्ट ने ईडी की दलीलें सुनने के बाद केजरीवाल की कस्टडी 1 अप्रैल तक बढ़ा दी।
आज स्पेशल जज कावेरी बावेजा की कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीएम केजरीवाल और ईडी के वकीलों के बीच तीखी बहस देखने को मिली। ईडी की ओर से पेश एएसजी एसवी राजू ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने घूस लिया और इसका इस्तेमाल गोवा के चुनाव में किया। हमारे पास इस बात के दस्तावेज मौजूद हैं कि हवाला रूट के जरिए इन पैसों का इस्तेमाल गोवा के चुनाव में किया गया। राजू ने कहा कि जिन लोगों ने बाद में उनका नाम लिया, उन्होंने ऐसा करने के कारणों का खुलासा किया है। यह कागजों में है। राजू ने कहा कि हमारे पास गवाह हैं कि वे पैसे साउथ ग्रुप के हवाला से आए थे। एक शृंखला है।उन्होंने चुनिंदा तौर पर उस चेन के बारे में बात नहीं की है।
केजरीवाल ने 100 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी-ईडी
कोर्ट में सुनवाई के दौरान ईडी ने कहा कि हमारे पास सबूत है कि केजरीवाल ने आबकारी नीति मामले में 100 करोड़ रुपये की रिश्वत की मांग की। केजरीवाल ने कई बड़े अधिवक्ता खड़े किए, क्या आम आदमी ऐसा कर सकता है? ईडी ने कोर्ट में कहा कि अरविंद केजरीवाल ने अब तक मोबाइल का पासवर्ड नहीं दिया। जिसके कारण डिजिटल डेटा का परीक्षण नहीं कर पाए।
घोटाला ईडी की जांच के बाद शुरू हुआ-केजरीवाल
केजरीवाल की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता मोहित माथुर ने कहा कि हम रिमांड का विरोध नहीं कर रहे हैं, ईडी जितने दिन चाहे केजरीवाल को रख सकती है। इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट में कहा कि मुझे गिरफ्तार किया गया है। न मेरे ऊपर कोई मुकदमा चला, न आरोप बताए। केजरीवाल ने कहा मैं ईडी के अधिकारियों और कर्मचारियों को धन्यवाद देना चाहते हूं। जांच में अभी तक उन्होंने सहयोग किया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राघव मंगुटा के इतने बयान हुए 7 में से 6 बयानों में जिक्र नहीं है, लेकिन 7वें बयान में जिक्र आता है। लेकिन पहले के 6 बयान में सामने नहीं आता। ED के दो मकसद थे. एक आम आदमी पार्टी को खत्म करना, आम आदमी पार्टी को भ्रष्टाचारी, चोर बताना और दूसरा उगाही करना। सीएम ने कहा कि शरद रेडी ने गिरफ्तारी के बाद 55 करोड़ रुपए दिए। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोई 100 करोड़ का घोटाला हुआ। मैं बताता हूं कि वो क्या घोटाला क्या है। घोटाला ईडी की जांच के बाद शुरू हुआ। अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट में कहा कि हम रिमांड का विरोध नहीं कर रहे हैं। ये जितना दिन चाहे हिरासत में रखें।बॉन्ड की भी जांच होनी चाहिए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए आज का दिन काफी अहम है। दरअसल, दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में हैं। ट्रायल कोर्ट ने केजरीवाल को ईडी की हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। उनकी रिमांड अवधि आज समाप्त हो रही है। दोपहर बाद 2 बजे सीएम केजरीवाल को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा। केजरीवाल हिरासत से बाहर आएंगे या फिर कस्टडी में ही रहेंगे, ट्रायल कोर्ट इस पर फैसला देगा।
इससे पहले 27 मार्च को दिल्ली हाईकोर्ट में अरविंद केजरीवाल की उस याचिका पर सुनवाई हुई थी, जिसमें उन्होंने ईडी की गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए इसे निरस्त करने की मांग की थी। हालांकि, अरविंद केजरीवाल को हाईकोर्ट से तगड़ा झटका लगा था। उच्च न्यायालय केजरीवाल को राहत देने से इनकार कर दिया था। कोर्ट में ईडी की ओर से एएसजी एसवी राजू तो सीएम केजरीवाल की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी पेश हुए थे। सिंघवी ने ईडी के कदम को अवैध करार देने के लिए अपनी तरफ से पुरजोर दलील दी थी। हालांकि, उनकी दलीलों को खारिज कर दिया गया।
वहीं, केजरीवाल आज शराब घोटाले के मामले में कोर्ट के सामने बड़ा खुलासा करने वाले हैं। ये दावा किया है केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने। सुनीता मंगलवार शाम केजरीवाल से मिलने ईडी कार्यालय गईं थीं। इस दौरान केजरीवाल ने उन्हें संदेश दिया। इसे मीडिया से साझा करते हुए सुनीता ने कहा कि तथाकथित शराब घोटाले की जांच में ईडी ने दो साल में 250 से ज्यादा रेड की हैं। वे इस तथाकथित शराब घोटाले का पैसा ढूंढ रहे हैं, लेकिन अभी तक एक पैसा भी नहीं मिला। ईडी ने मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और सत्येंद्र जैन के यहां भी रेड डाली पर पैसा नहीं मिला। ईडी ने हमारे घर भी रेड डाली, जिसमें उन्हें मात्र 73,000 रुपये मिले, इसलिए यह सवाल उठता है कि फिर इस तथाकथित शराब घोटाले का पैसा कहां है। केजरीवाल इस बात का खुलासा 28 मार्च को कोर्ट के सामने करेंगे। वे पूरे देश को सबूत के साथ सच बताएंगे कि इस घोटाले का पैसा कहां है।
केजरीवाल शराब घोटाले के मास्टरमाइंड” कोर्ट में ईडी का बड़ा दावा
#arvindkejriwalmainconspiratorofliquorscam
दिल्ली शराब घोटाला मामले में ईडी ने गुरुवार देर शाम दो घंटे की पूछताछ के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने आज केजरीवाल को कोर्ट में पेश किया। अरविंद केजरीवाल पर राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई जारी है। कोर्ट में ईडी ने केजरीवाल की 10 दिन की रिमांड की मांग की है। वहीं ईडी ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को घोटाले का सरगना बताया। ईडी ने केजरीवाल पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया।
ईडी ने कोर्ट से कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुख्य साजिशकर्ता हैं, केजरीवाल ने दूसरे नेताओं के साथ मिलकर साजिश रची, शराब नीति की किर्यान्वय में केजरीवाल सीधे रूप से शामिल थे। ईडी ने कहा कि विजय नायर कैलाश गहलोत के दिए गए बंगले में रह रहा था। नायर केजरीवाल के लिए काम कर रहा था। वह केजरीवाल का बेहद करीबी है। पीएमएलए के तहत इस पूरे मामले में कई आरोप हैं। एक्सपर्ट कमेटी जिसका काम नीति के लिए राय इकट्ठी करना था, उसने कोई काम नहीं किया।
केजरीवाल ने साउथ लॉबी से रिश्वत मांगी थी- ईडी
ईडी ने कोर्ट में कहा कि केजरीवाल ने साउथ लॉबी से रिश्वत मांगी थी। ईडी ने कहा विजय नायर बिचौलिए के तौर पर केजरीवाल और के कविता के लिए काम कर रहा था।विजय मुख्यमंत्री आवास के पास रहता था। वह मीडिया प्रभारी था। ईडी ने कहा कि कविता ने आप पार्टी को 300 करोड़ दिए थे।
यह मामला 600 करोड़ तक पहुंच सकता है-ईडी
ईडी ने कई लोगों की चैट का हवाला दिया। ईडी ने बताया कि कई लोगों को भारी भरकम कैश दिया गया। रिश्वत के पैसे कैश में दिए गए थे। यह मामला 100 करोड़ का नहीं 600 करोड़ तक पहुंच सकता है। ईडी ने यह भी कहा कि सबूत पुख्ता हैं इसलिए मनीष सिसोदिया को भी जमानत नहीं मिल पा रही है। 45 करोड़ रुपये हवाला के जरिए गोवा भेजे गए। उनके पास बयान ही नहीं बल्कि सीडीआर भी है।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद देश की सियासत में भूचाल आ गया है। अपने मुखिया की गिरफ्तारी के बाद आप आज देशभर में प्रदर्शन करने वाली है। ईडी केजरीवाल को आज कोर्ट में पेश करेगी। भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने वाले केजरीवाल खुद भ्रष्टाचार के आरोप में ही गिरफ्तार हुए। यूपीए सरकार के मंत्रियों के भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना आंदोलन से वे चर्चा में आए। लोगों ने उन्हें 2013, 2015 व 2020 में दिल्ली की सत्ता सौंपी। अब केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पक्ष और विपक्ष के नेता आमने-सामने हैं।
बीजेपी ने कहा-न्याय करने का समय आ गया
दिल्ली में भाजपा के अध्यक्ष कपिल मिश्राने कहा, गिरफ्तारी सुनिश्चित की गई। भ्रष्टाचार के तार अरविंद केजरीवाल के घर से जुड़े थे। मनीष सिसोदिया, सत्येन्द्र जैन और अरविंद केजरीवाल की राजनीति तिहाड़ जेल में खत्म होगी। इनके द्वारा फैलाए शराब के जाल के खिलाफ न्याय करने का समय आ गया है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, अरविंद केजरीवाल ने शराब नीति में घोटाला किया है। दिल्ली की जनता को लूटा है। दिल्ली को लूटने का काम किया है। इसलिए अगर आपने जनता को धोखा दिया है, चोरी की है, भ्रष्टाचार किया है, तो उसका फल आपको ही मिलेगा।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा, "सबका हिसाब होता है"
केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर विपक्ष एकजुट होता दिख रहा है और विपक्षी नेताओं ने इस कदम को गलत तथा असंवैधानिक करार दिया। केजरीवाल की गिरफ्तारी पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और अन्ना हजारे ग्रुप पर दिल्ली की तत्कालीन सीएम शीला दीक्षित पर निराधार आरोप लगाने का आरोप लगाया है। शर्मिष्टा ने कहा कि शीला दीक्षित के खिलाफ ढेर सारे सबूत होने के बावजूद एक भी सबूत जनता के सामने पेश नहीं किया गया था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा, "सबका हिसाब होता है।" उन्होंने आगे कहा, "जो दूसरों पर आरोप लगा रहे थे, वही अब अपने कर्मों का परिणाम भुगत रहे हैं।"
राहुल गांधी का रिएक्शन
राहुल गांधी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद एक्स पोस्ट पर लिखा "डरा हुआ तानाशाह, एक मरा हुआ लोकतंत्र बनाना चाहता है। मीडिया समेत सभी संस्थाओं पर कब्ज़ा, पार्टियों को तोड़ना, कंपनियों से हफ्ता वसूली, मुख्य विपक्षी दल का अकाउंट फ्रीज़ करना भी ‘असुरी शक्ति’ के लिए कम था, तो अब चुने हुए मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी भी आम बात हो गई है। INDIA इसका मुंहतोड़ जवाब देगा।"
प्रियंका गांधी ने कही ये बात
प्रियंका गाधी ने एक्स पोस्ट पर लिखा कि चुनाव के चलते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस तरह टार्गेट करना एकदम गलत और असंवैधानिक है। राजनीति का स्तर इस तरह से गिराना न प्रधानमंत्री जी को शोभा देता है, न उनकी सरकार को। अपने आलोचकों से चुनावी रणभूमि में उतरकर लड़िये, उनका डटकर मुक़ाबला करिए, उनकी नीतियों और कार्यशैली पर बेशक हमला करिए - यही लोकतंत्र होता है। मगर इस तरह देश की सारी संस्थाओं की ताकत का अपने राजनीतिक मक़सद को पूरा करने के लिए इस्तेमाल करना, दबाव डालकर उन्हें कमज़ोर करना लोकतंत्र के हर उसूल के ख़िलाफ़ है। देश के विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज़ कर दिये गये हैं, तमाम राजनीतिक दलों और उनके नेताओं पर ईडी, सीबीआई, आईटी का दिन रात दबाव है, एक मुख्यमंत्री जेल में डलवा दिये गये हैं, अब दूसरे मुख्यमंत्री को भी जेल ले जाने की तैयारी हो रही है। ऐसा शर्मनाक दृश्य भारत के स्वतंत्र इतिहास में पहली बार देखने को मिल रहा है।
सिब्बल का जोरदार तंज
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया कि अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गिरफ्तार किया। लोकतंत्र की जननी ने दिखाया है कि ईडी उनका सबसे आज्ञाकारी "बेटा" है!
प्रवर्तन निदेशालय ने शराब घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक और समन जारी कर दिया है। ईडी की ओर से केजरीवाल को भेजा गया ये आठवां समन है।इससे पहले ईडी ने उन्हें सातवां समन भेजा था, लेकिन के दिल्ली सीएम किसी ना किसी वजह से ईडी के सामने पेश नहीं हुए हैं। अब देखना ये होगा कि केजरीवाल इस समन पर भी पेश होते है या नहीं?
इससे पहले ईडी ने 22 फरवरी को केजरीवाल को 7वां समन भेजकर 26 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन केजरीवाल पेश नहीं हुए। आम आदमी पार्टी ने कहा था कि मामला कोर्ट में लंबित है और इसकी सुनवाई 16 मार्च को है। ऐसे में ईडी को रोजाना समन भेजने की जगह कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए
कब-कब भेजा गया समन?
दिल्ली शराब घोटाले में कथित मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं और इसी मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को समन जारी किया है। अब तक केजरीवाल को 8 समन मिल चुके हैं। 22 फरवरी को सातवें समन से पहले, 14 फरवरी को भी ईडी ने केजरीवाल को पूछताछ के लिए समन भेजा था, लेकिन केजरीवाल छठे समन पर भी ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। इससे पहले बीती साल 2 नवंबर, 21 दिसंबर और इस साल 3 जनवरी, 18 जनवरी और 2 फरवरी को भी ईडी केजरीवाल को पूछताछ के लिए समन जारी कर चुकी थी। जिसे केजरीवाल की ओर से इग्नोर किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
आरोप है कि दिल्ली सरकार ने 2021-22 के लिए एक्साइज नीति के तहत जिन शराब व्यापारियों को लाइसेंस जारी किए थे, उन्होंने इसके लिए रिश्वत दी थी और साथ ही मनपसंद शराब व्यापारियों को ही लाइसेंस जारी किए गए। दिल्ली की नई आबकारी नीति 2021/22 को बनाने और उसके क्रियान्वयन में घोटाले के आरोपों के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने 20 जुलाई, 2022 को मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। जिसके बाद 17 अगस्त 2022 को सीबीआई ने शिकायत दर्ज की थी। जिसमें तत्कालीन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को आरोपी नंबर 1 बनाया था।सीबीआई के बाद ईडी ने 22 अगस्त, 2022 को आरोपियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एंगल पर जांच शुरू की। दिल्ली की आबकारी नीति में घोटाले के आरोप लगे हैं। इस मामले में सीबीआई जांच कर रही है। वहीं, इस केस में मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से ईडी जांच में जुटी है। केंद्रीय एजेंसियों ने अब तक इस मामले में आप के दो बड़े नेताओं मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को गिरफ्तार किया है।
दिल्ली मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल की आज राजउ एवेन्यू कोर्ट में पेशी है। केजरीवाल की कोर्ट में यह पेशी ईडी की शिकायत के बाद हो रही है। दिल्ली शराब घोटाले में कई बार समन जारी होने के बाद भी सीएम पेश नहीं हुए थे। इसके बाद ईडी ने कोर्ट का रुख किया था।
समन की अनदेखी पर कोर्ट पहुंची ईडी
शराब घोटाला मामले में केंद्रीय एजेंसी के समन का पालन नहीं करने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंची थी। प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली सीएम को पांच समन भेज चुकी है। लेकिन केजरीवाल पेश नहीं हुए। जिसके बाद जांच एजेंसी ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था। ईडी ने केजरीवाल को अलग-अलग तारीखों पर पांच बार समन जारी किया और पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन वे हर बार समन का पालन करने में असमर्थ रहे और जानबूझ कर जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। ऐसे में तय नियमों में केजरीवाल के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाए। कोर्ट ने मामले की सुनवाई सात फरवरी तय की थी।
इन तारीखों पर जारी हो चुके हैं समन
ईडी ने 2 फरवरी, 17 जनवरी, तीन जनवरी, 21 दिसंबर और दो नवंबर को केजरीवाल को समन भेजा था, लेकिन दिल्ली सीएम पेश नहीं हुए थे। इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को दिए जवाब में पूछा कि यदि वह आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी नहीं हैं, तो उन्हें समन क्यों जारी किया गया।
इस बीच आज दिल्ली विधानसभा में विश्वास मत पर चर्चा होगी।सीएम केजरीवाल ने शुक्रवार को विधानसभा में विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया था। प्रस्ताव पेश करते हुए उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि उन्हें झूठे केसों में फंसाया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी, आप विधायकों को ‘खरीदने’ की कोशिश कर रही है। विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि आप के दो विधायकों ने उन्हें बताया कि उनसे भाजपा के सदस्यों ने संपर्क किया था, जिन्होंने दावा किया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
दिल्ली के शराब घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशायल (ईडी) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर से नोटिस भेजा है। ईडी ने केजरीवाल को 21 दिसंबर को जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए कहा है। इससे पहले 2 नवंबर को भी ईडी ने केजरीवाल को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वो जांच अधिकारी के सामने पेश नहीं हुए थे।
ईडी ने केजरीवाल को यह समन ऐसे समय में भेजा है, जब वह 10 दिनों के लिए विपश्यना के लिए जा रहे हैं। वह 19 दिसंबर को विपश्यना के लिए रवाना होंगे। केजरीवाल हर साल विपश्यना का 10 दिन का कोर्स करने के लिए जाते हैं। इस साल भी वह 19 से 30 दिसंबर तक विपश्यना में रहेंगे। ऐसे में इस बार भी सीएम केजरीवाल का ईडी के समक्ष पेश हो पाना मुश्किल ही दिखाई दे रहा है।
केजरीवाल ईडी की नोटिस को बता चुके हैं गैरकानूनी
इससे पहले बीते 2 नवंबर को ईडी ने शराब घोटाला मामले में समन जारी कर बुलाया था। लेकिन विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम में व्यस्त होने की वजह से पेश नहीं हुए थे। उस दौरान केजरीवाल ने ईडी की नोटिस को ही गैरकानूनी बताया था। इसी मामले में अप्रैल महीने में सीबीआई ने सीएम केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया था।
शराब घोटाला मामले में आप के कई बड़े नेता सलाखों के पीछे
बता दें कि शराब घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेता सलाखों के पीछे हैं। इन नेताओं में दिल्ली के डिप्टी सीएम रह चुके मनीष सिसोदिया के साथ-साथ पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। इन दोनों नेताओं को कोर्ट से भी राहत नहीं मिल पाई है। इस मामले में अब तक 22 से अधिक गिरफ्तारियां हो चुकी हैं जबकि 3 आरोपी सरकार गवाह बन चुके हैं।
क्या है शराब घोटाला?
दिल्ली में पिछले साल यानी 2022 के जुलाई महीने में शराब घोटाला उजागर हुआ था। दिल्ली की नई आबकारी नीति में यह घोटाला उस समय सामने आया जब दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार ने अपनी जांच रिपोर्ट उपराज्यपाल वीके सक्सेना को सौंपी थी। चीफ सेक्रेटरी की रिपोर्ट के बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की। जांच शुरू होते ही घोटाले की परतें खुलनी शुरू हो गई।
दरअसल, दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने 2021 के नवंबर महीने में राज्य में नई शराब नीति लागू की थी। नीति के तहत दिल्ली को 32 जोन में बाटा गया था। नियम के मुताबिक हर जोन में शराब की 27 दुकाने खोली जानी थी। इसके साथ-साथ सरकार ने अपनी नीति के अनुसार सभी शराब दुकानों को प्राइवेट कर दिया था। केजरीवाल सरकार ने इसके पीछे तर्क दिया था कि दुकानों को प्राइवेट करने से दिल्ली को तकरीबन 3500 करोड़ रुपए का फायदा होगा, लेकिन सरकार का दांव उस समय उल्टा पड़ गया जब शराब की बिक्री बढ़ने के बाद भी राजस्व का नुकसान हुआ। इसके बाद नीति पर सवाल उठने लगे और धीरे-धीरे जांच के दायरे में आ गई।
MLC Kavith: ఎమ్మెల్సీ కవితకు బిగ్ షాక్.. మళ్లీ కస్టడీ పొడిగింపు
Delhi Liquor Scam Case: ఢిల్లీ లిక్కర్ స్కామ్ కేసులో బీఆర్ఎస్(BRS) నాయకురాలు, ఎమ్మెల్సీ కవితకు(MLC Kavitha) మరో షాక్ తగిలింది. ఈ నెల 23 వరకు కవితకు జ్యుడీషియల్ కస్టడీ విధించింది రౌస్ అవెన్యూ కోర్టు(Rouse Avenue Court)..
లిక్కర్ స్కామ్ కేసులో కవితను మూడు రోజులు సీబీఐ కస్టడీకి అప్పగించారు. ఈ మూడు రోజుల కస్టడీ నేటితో ముగియడంతో.. ఆమెను రౌస్ అవెన్యూ కోర్టులో హాజరుపరిచారు.
ఈ సందర్భంగా సీబీఐ తరఫు న్యాయవాదులు, కవిత తరఫున న్యాయవాదుల మధ్య వాదోపవాదనలు జరిగాయి. 14 రోజుల జ్యుడీషియల్ కస్టడీకి ఇవ్వాలని సీబీఐ కోరింది.
సాక్ష్యాలను కవిత ముందు పెట్టి విచారించామని.. విచారణకు ఆమె సహకరించలేదని సీబీఐ ఆరోపించింది. ఇరు పక్షాల వాదనలు విన్న ధర్మాసనం.. కవితను 9 రోజుల జ్యూడీషియల్ కస్టడీకి అప్పగించింది. దీని ప్రకారం.. కవిత ఏప్రిల్ 23వ తేదీ వరకు జ్యూడీషియల్ కస్టడీలో ఉండనున్నారు..
Liquor Scam Case: కవితదే మాస్టర్ మైండ్.. ఈడీ సంచలన కామెంట్స్..
Delhi Liquor Scam Case: ఢిల్లీ లిక్కర్ స్కామ్ కేసులో ఇన్ఫోర్స్మెంట్ డైరెక్టరేట్(ED) అధికారులు సంచలన కామెంట్స్ చేశారు. ఈ కేసులో ప్రధాన సూత్రధారి ఎమ్మెల్సీ కవిత( MLC Kavitha) అని ఆరోపించారు..
గురువారం నాడు కవిత బెయిల్ పిటిషన్పై రౌజ్ అవెన్యూ కోర్టులో విచారణ జరిగింది. ఈడీ దాఖలు చేసిన కౌంటర్పై రీజాయిన్డెర్లు ఫైర్ చేశారు కవిత తరఫు న్యాయవాదులు. కుమారుడికి పరీక్షల నేపథ్యంలో మధ్యంతర బెయిల్ ఇవ్వాలని ఒక పిటిషన్, మధ్యంతర బెయిల్పై ఒక పిటిషన్పై విదానలు వినిపిస్తున్నారు అభిషేక్ మను సింఘ్వి. బెయిల్ పిటిషన్పై వాదనల సందర్భంగా ఈడీ తన వాదనలు బలంగా వినిపించింది. కవితపై షాకింగ్ కామెంట్స్ చేసింది.
అవినీతి కార్యకలాపాల్లో ఉన్న మహిళకు బెయిల్ ఇవ్వకూడదని ఈడీ బలంగా వాదించింది. ఒకవేళ బెయిల్ ఇస్తే ఆధారాలు, సాక్ష్యాలను ప్రభావితం చేస్తారని కోర్టుకు తెలియజేసింది. కవితకు వ్యతిరేకంగా అనేక ఆధారాలు ఉన్నాయని ఈడీ స్పష్టం చేసింది. లిక్కర్ స్కామ్ను ప్లాన్ చేసిందే కవిత అని ఆరోపించారు. ఫోన్ డేటా మొత్తాన్ని డిలీట్ చేశారని ఆరోపించారు. తాము అడిగిన ప్రశ్నలకు కూడా సమాధానం ఇవ్వలేదన్నారు.
విచారణ సమయంలో మొత్తం 10 ఫోన్లను కవిత ఇచ్చారని, కానీ అవి మొత్తం ఫార్మాట్ చేసినవేనని కోర్టుకు వివరించింది ఈడీ. ఈ కేసులో విచారణ సందర్భంగా నోటీసులు ఇచ్చిన తరువాత 4 ఫోన్లను ఫార్మాట్ చేశారని ఆరోపించారు. ఈ కేసులోని నిందితులు వందల డిజిటల్ డివైజ్లను ధ్వంసం చేశారన్నారు. అప్రూవర్గా మారిన వ్యక్తిని తనకు వ్యతిరేకంగా సాక్ష్యం చెప్పవద్దంటూ కవిత బెదిరించారని ఆరోపించారు. అంతేకాదు.. కవితకు వ్యతిరేకంగా సేకరించిన ఆధారాలను జడ్జికి సమర్పించారు ఈడీ తరపు న్యాయవాది..
सीएम केजरीवाल की ईडी रिमांड बढ़ी, अब एक अप्रैल तक रहेंगे कस्टडी में
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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने केजरीवाल की ईडी रिमांड 1 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी है।आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आज गुरुवार को ईडी की रिमांड अवधि खत्म हो गई। ऐसे में ईडी ने अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया और अदालत से दिल्ली सीएम की सात दिनों की रिमांड बढ़ाने की मांग की। कोर्ट ने ईडी की दलीलें सुनने के बाद केजरीवाल की कस्टडी 1 अप्रैल तक बढ़ा दी।
आज स्पेशल जज कावेरी बावेजा की कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीएम केजरीवाल और ईडी के वकीलों के बीच तीखी बहस देखने को मिली। ईडी की ओर से पेश एएसजी एसवी राजू ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने घूस लिया और इसका इस्तेमाल गोवा के चुनाव में किया। हमारे पास इस बात के दस्तावेज मौजूद हैं कि हवाला रूट के जरिए इन पैसों का इस्तेमाल गोवा के चुनाव में किया गया। राजू ने कहा कि जिन लोगों ने बाद में उनका नाम लिया, उन्होंने ऐसा करने के कारणों का खुलासा किया है। यह कागजों में है। राजू ने कहा कि हमारे पास गवाह हैं कि वे पैसे साउथ ग्रुप के हवाला से आए थे। एक शृंखला है।उन्होंने चुनिंदा तौर पर उस चेन के बारे में बात नहीं की है।
केजरीवाल ने 100 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी-ईडी
कोर्ट में सुनवाई के दौरान ईडी ने कहा कि हमारे पास सबूत है कि केजरीवाल ने आबकारी नीति मामले में 100 करोड़ रुपये की रिश्वत की मांग की। केजरीवाल ने कई बड़े अधिवक्ता खड़े किए, क्या आम आदमी ऐसा कर सकता है? ईडी ने कोर्ट में कहा कि अरविंद केजरीवाल ने अब तक मोबाइल का पासवर्ड नहीं दिया। जिसके कारण डिजिटल डेटा का परीक्षण नहीं कर पाए।
घोटाला ईडी की जांच के बाद शुरू हुआ-केजरीवाल
केजरीवाल की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता मोहित माथुर ने कहा कि हम रिमांड का विरोध नहीं कर रहे हैं, ईडी जितने दिन चाहे केजरीवाल को रख सकती है। इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट में कहा कि मुझे गिरफ्तार किया गया है। न मेरे ऊपर कोई मुकदमा चला, न आरोप बताए। केजरीवाल ने कहा मैं ईडी के अधिकारियों और कर्मचारियों को धन्यवाद देना चाहते हूं। जांच में अभी तक उन्होंने सहयोग किया है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राघव मंगुटा के इतने बयान हुए 7 में से 6 बयानों में जिक्र नहीं है, लेकिन 7वें बयान में जिक्र आता है। लेकिन पहले के 6 बयान में सामने नहीं आता। ED के दो मकसद थे. एक आम आदमी पार्टी को खत्म करना, आम आदमी पार्टी को भ्रष्टाचारी, चोर बताना और दूसरा उगाही करना। सीएम ने कहा कि शरद रेडी ने गिरफ्तारी के बाद 55 करोड़ रुपए दिए। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोई 100 करोड़ का घोटाला हुआ। मैं बताता हूं कि वो क्या घोटाला क्या है। घोटाला ईडी की जांच के बाद शुरू हुआ। अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट में कहा कि हम रिमांड का विरोध नहीं कर रहे हैं। ये जितना दिन चाहे हिरासत में रखें।बॉन्ड की भी जांच होनी चाहिए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए आज का दिन काफी अहम है। दरअसल, दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में हैं। ट्रायल कोर्ट ने केजरीवाल को ईडी की हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। उनकी रिमांड अवधि आज समाप्त हो रही है। दोपहर बाद 2 बजे सीएम केजरीवाल को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा। केजरीवाल हिरासत से बाहर आएंगे या फिर कस्टडी में ही रहेंगे, ट्रायल कोर्ट इस पर फैसला देगा।
इससे पहले 27 मार्च को दिल्ली हाईकोर्ट में अरविंद केजरीवाल की उस याचिका पर सुनवाई हुई थी, जिसमें उन्होंने ईडी की गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए इसे निरस्त करने की मांग की थी। हालांकि, अरविंद केजरीवाल को हाईकोर्ट से तगड़ा झटका लगा था। उच्च न्यायालय केजरीवाल को राहत देने से इनकार कर दिया था। कोर्ट में ईडी की ओर से एएसजी एसवी राजू तो सीएम केजरीवाल की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी पेश हुए थे। सिंघवी ने ईडी के कदम को अवैध करार देने के लिए अपनी तरफ से पुरजोर दलील दी थी। हालांकि, उनकी दलीलों को खारिज कर दिया गया।
वहीं, केजरीवाल आज शराब घोटाले के मामले में कोर्ट के सामने बड़ा खुलासा करने वाले हैं। ये दावा किया है केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने। सुनीता मंगलवार शाम केजरीवाल से मिलने ईडी कार्यालय गईं थीं। इस दौरान केजरीवाल ने उन्हें संदेश दिया। इसे मीडिया से साझा करते हुए सुनीता ने कहा कि तथाकथित शराब घोटाले की जांच में ईडी ने दो साल में 250 से ज्यादा रेड की हैं। वे इस तथाकथित शराब घोटाले का पैसा ढूंढ रहे हैं, लेकिन अभी तक एक पैसा भी नहीं मिला। ईडी ने मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और सत्येंद्र जैन के यहां भी रेड डाली पर पैसा नहीं मिला। ईडी ने हमारे घर भी रेड डाली, जिसमें उन्हें मात्र 73,000 रुपये मिले, इसलिए यह सवाल उठता है कि फिर इस तथाकथित शराब घोटाले का पैसा कहां है। केजरीवाल इस बात का खुलासा 28 मार्च को कोर्ट के सामने करेंगे। वे पूरे देश को सबूत के साथ सच बताएंगे कि इस घोटाले का पैसा कहां है।
केजरीवाल शराब घोटाले के मास्टरमाइंड” कोर्ट में ईडी का बड़ा दावा
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दिल्ली शराब घोटाला मामले में ईडी ने गुरुवार देर शाम दो घंटे की पूछताछ के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने आज केजरीवाल को कोर्ट में पेश किया। अरविंद केजरीवाल पर राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई जारी है। कोर्ट में ईडी ने केजरीवाल की 10 दिन की रिमांड की मांग की है। वहीं ईडी ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को घोटाले का सरगना बताया। ईडी ने केजरीवाल पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया।
ईडी ने कोर्ट से कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुख्य साजिशकर्ता हैं, केजरीवाल ने दूसरे नेताओं के साथ मिलकर साजिश रची, शराब नीति की किर्यान्वय में केजरीवाल सीधे रूप से शामिल थे। ईडी ने कहा कि विजय नायर कैलाश गहलोत के दिए गए बंगले में रह रहा था। नायर केजरीवाल के लिए काम कर रहा था। वह केजरीवाल का बेहद करीबी है। पीएमएलए के तहत इस पूरे मामले में कई आरोप हैं। एक्सपर्ट कमेटी जिसका काम नीति के लिए राय इकट्ठी करना था, उसने कोई काम नहीं किया।
केजरीवाल ने साउथ लॉबी से रिश्वत मांगी थी- ईडी
ईडी ने कोर्ट में कहा कि केजरीवाल ने साउथ लॉबी से रिश्वत मांगी थी। ईडी ने कहा विजय नायर बिचौलिए के तौर पर केजरीवाल और के कविता के लिए काम कर रहा था।विजय मुख्यमंत्री आवास के पास रहता था। वह मीडिया प्रभारी था। ईडी ने कहा कि कविता ने आप पार्टी को 300 करोड़ दिए थे।
यह मामला 600 करोड़ तक पहुंच सकता है-ईडी
ईडी ने कई लोगों की चैट का हवाला दिया। ईडी ने बताया कि कई लोगों को भारी भरकम कैश दिया गया। रिश्वत के पैसे कैश में दिए गए थे। यह मामला 100 करोड़ का नहीं 600 करोड़ तक पहुंच सकता है। ईडी ने यह भी कहा कि सबूत पुख्ता हैं इसलिए मनीष सिसोदिया को भी जमानत नहीं मिल पा रही है। 45 करोड़ रुपये हवाला के जरिए गोवा भेजे गए। उनके पास बयान ही नहीं बल्कि सीडीआर भी है।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद देश की सियासत में भूचाल आ गया है। अपने मुखिया की गिरफ्तारी के बाद आप आज देशभर में प्रदर्शन करने वाली है। ईडी केजरीवाल को आज कोर्ट में पेश करेगी। भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने वाले केजरीवाल खुद भ्रष्टाचार के आरोप में ही गिरफ्तार हुए। यूपीए सरकार के मंत्रियों के भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना आंदोलन से वे चर्चा में आए। लोगों ने उन्हें 2013, 2015 व 2020 में दिल्ली की सत्ता सौंपी। अब केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पक्ष और विपक्ष के नेता आमने-सामने हैं।
बीजेपी ने कहा-न्याय करने का समय आ गया
दिल्ली में भाजपा के अध्यक्ष कपिल मिश्राने कहा, गिरफ्तारी सुनिश्चित की गई। भ्रष्टाचार के तार अरविंद केजरीवाल के घर से जुड़े थे। मनीष सिसोदिया, सत्येन्द्र जैन और अरविंद केजरीवाल की राजनीति तिहाड़ जेल में खत्म होगी। इनके द्वारा फैलाए शराब के जाल के खिलाफ न्याय करने का समय आ गया है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, अरविंद केजरीवाल ने शराब नीति में घोटाला किया है। दिल्ली की जनता को लूटा है। दिल्ली को लूटने का काम किया है। इसलिए अगर आपने जनता को धोखा दिया है, चोरी की है, भ्रष्टाचार किया है, तो उसका फल आपको ही मिलेगा।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा, "सबका हिसाब होता है"
केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर विपक्ष एकजुट होता दिख रहा है और विपक्षी नेताओं ने इस कदम को गलत तथा असंवैधानिक करार दिया। केजरीवाल की गिरफ्तारी पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और अन्ना हजारे ग्रुप पर दिल्ली की तत्कालीन सीएम शीला दीक्षित पर निराधार आरोप लगाने का आरोप लगाया है। शर्मिष्टा ने कहा कि शीला दीक्षित के खिलाफ ढेर सारे सबूत होने के बावजूद एक भी सबूत जनता के सामने पेश नहीं किया गया था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा, "सबका हिसाब होता है।" उन्होंने आगे कहा, "जो दूसरों पर आरोप लगा रहे थे, वही अब अपने कर्मों का परिणाम भुगत रहे हैं।"
राहुल गांधी का रिएक्शन
राहुल गांधी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद एक्स पोस्ट पर लिखा "डरा हुआ तानाशाह, एक मरा हुआ लोकतंत्र बनाना चाहता है। मीडिया समेत सभी संस्थाओं पर कब्ज़ा, पार्टियों को तोड़ना, कंपनियों से हफ्ता वसूली, मुख्य विपक्षी दल का अकाउंट फ्रीज़ करना भी ‘असुरी शक्ति’ के लिए कम था, तो अब चुने हुए मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी भी आम बात हो गई है। INDIA इसका मुंहतोड़ जवाब देगा।"
प्रियंका गांधी ने कही ये बात
प्रियंका गाधी ने एक्स पोस्ट पर लिखा कि चुनाव के चलते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस तरह टार्गेट करना एकदम गलत और असंवैधानिक है। राजनीति का स्तर इस तरह से गिराना न प्रधानमंत्री जी को शोभा देता है, न उनकी सरकार को। अपने आलोचकों से चुनावी रणभूमि में उतरकर लड़िये, उनका डटकर मुक़ाबला करिए, उनकी नीतियों और कार्यशैली पर बेशक हमला करिए - यही लोकतंत्र होता है। मगर इस तरह देश की सारी संस्थाओं की ताकत का अपने राजनीतिक मक़सद को पूरा करने के लिए इस्तेमाल करना, दबाव डालकर उन्हें कमज़ोर करना लोकतंत्र के हर उसूल के ख़िलाफ़ है। देश के विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज़ कर दिये गये हैं, तमाम राजनीतिक दलों और उनके नेताओं पर ईडी, सीबीआई, आईटी का दिन रात दबाव है, एक मुख्यमंत्री जेल में डलवा दिये गये हैं, अब दूसरे मुख्यमंत्री को भी जेल ले जाने की तैयारी हो रही है। ऐसा शर्मनाक दृश्य भारत के स्वतंत्र इतिहास में पहली बार देखने को मिल रहा है।
सिब्बल का जोरदार तंज
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया कि अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गिरफ्तार किया। लोकतंत्र की जननी ने दिखाया है कि ईडी उनका सबसे आज्ञाकारी "बेटा" है!
प्रवर्तन निदेशालय ने शराब घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक और समन जारी कर दिया है। ईडी की ओर से केजरीवाल को भेजा गया ये आठवां समन है।इससे पहले ईडी ने उन्हें सातवां समन भेजा था, लेकिन के दिल्ली सीएम किसी ना किसी वजह से ईडी के सामने पेश नहीं हुए हैं। अब देखना ये होगा कि केजरीवाल इस समन पर भी पेश होते है या नहीं?
इससे पहले ईडी ने 22 फरवरी को केजरीवाल को 7वां समन भेजकर 26 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन केजरीवाल पेश नहीं हुए। आम आदमी पार्टी ने कहा था कि मामला कोर्ट में लंबित है और इसकी सुनवाई 16 मार्च को है। ऐसे में ईडी को रोजाना समन भेजने की जगह कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए
कब-कब भेजा गया समन?
दिल्ली शराब घोटाले में कथित मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं और इसी मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को समन जारी किया है। अब तक केजरीवाल को 8 समन मिल चुके हैं। 22 फरवरी को सातवें समन से पहले, 14 फरवरी को भी ईडी ने केजरीवाल को पूछताछ के लिए समन भेजा था, लेकिन केजरीवाल छठे समन पर भी ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। इससे पहले बीती साल 2 नवंबर, 21 दिसंबर और इस साल 3 जनवरी, 18 जनवरी और 2 फरवरी को भी ईडी केजरीवाल को पूछताछ के लिए समन जारी कर चुकी थी। जिसे केजरीवाल की ओर से इग्नोर किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
आरोप है कि दिल्ली सरकार ने 2021-22 के लिए एक्साइज नीति के तहत जिन शराब व्यापारियों को लाइसेंस जारी किए थे, उन्होंने इसके लिए रिश्वत दी थी और साथ ही मनपसंद शराब व्यापारियों को ही लाइसेंस जारी किए गए। दिल्ली की नई आबकारी नीति 2021/22 को बनाने और उसके क्रियान्वयन में घोटाले के आरोपों के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने 20 जुलाई, 2022 को मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। जिसके बाद 17 अगस्त 2022 को सीबीआई ने शिकायत दर्ज की थी। जिसमें तत्कालीन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को आरोपी नंबर 1 बनाया था।सीबीआई के बाद ईडी ने 22 अगस्त, 2022 को आरोपियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एंगल पर जांच शुरू की। दिल्ली की आबकारी नीति में घोटाले के आरोप लगे हैं। इस मामले में सीबीआई जांच कर रही है। वहीं, इस केस में मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से ईडी जांच में जुटी है। केंद्रीय एजेंसियों ने अब तक इस मामले में आप के दो बड़े नेताओं मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को गिरफ्तार किया है।
दिल्ली मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल की आज राजउ एवेन्यू कोर्ट में पेशी है। केजरीवाल की कोर्ट में यह पेशी ईडी की शिकायत के बाद हो रही है। दिल्ली शराब घोटाले में कई बार समन जारी होने के बाद भी सीएम पेश नहीं हुए थे। इसके बाद ईडी ने कोर्ट का रुख किया था।
समन की अनदेखी पर कोर्ट पहुंची ईडी
शराब घोटाला मामले में केंद्रीय एजेंसी के समन का पालन नहीं करने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंची थी। प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली सीएम को पांच समन भेज चुकी है। लेकिन केजरीवाल पेश नहीं हुए। जिसके बाद जांच एजेंसी ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था। ईडी ने केजरीवाल को अलग-अलग तारीखों पर पांच बार समन जारी किया और पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन वे हर बार समन का पालन करने में असमर्थ रहे और जानबूझ कर जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। ऐसे में तय नियमों में केजरीवाल के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाए। कोर्ट ने मामले की सुनवाई सात फरवरी तय की थी।
इन तारीखों पर जारी हो चुके हैं समन
ईडी ने 2 फरवरी, 17 जनवरी, तीन जनवरी, 21 दिसंबर और दो नवंबर को केजरीवाल को समन भेजा था, लेकिन दिल्ली सीएम पेश नहीं हुए थे। इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को दिए जवाब में पूछा कि यदि वह आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी नहीं हैं, तो उन्हें समन क्यों जारी किया गया।
इस बीच आज दिल्ली विधानसभा में विश्वास मत पर चर्चा होगी।सीएम केजरीवाल ने शुक्रवार को विधानसभा में विश्वास मत का प्रस्ताव पेश किया था। प्रस्ताव पेश करते हुए उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि उन्हें झूठे केसों में फंसाया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी, आप विधायकों को ‘खरीदने’ की कोशिश कर रही है। विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि आप के दो विधायकों ने उन्हें बताया कि उनसे भाजपा के सदस्यों ने संपर्क किया था, जिन्होंने दावा किया था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
दिल्ली के शराब घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशायल (ईडी) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर से नोटिस भेजा है। ईडी ने केजरीवाल को 21 दिसंबर को जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए कहा है। इससे पहले 2 नवंबर को भी ईडी ने केजरीवाल को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वो जांच अधिकारी के सामने पेश नहीं हुए थे।
ईडी ने केजरीवाल को यह समन ऐसे समय में भेजा है, जब वह 10 दिनों के लिए विपश्यना के लिए जा रहे हैं। वह 19 दिसंबर को विपश्यना के लिए रवाना होंगे। केजरीवाल हर साल विपश्यना का 10 दिन का कोर्स करने के लिए जाते हैं। इस साल भी वह 19 से 30 दिसंबर तक विपश्यना में रहेंगे। ऐसे में इस बार भी सीएम केजरीवाल का ईडी के समक्ष पेश हो पाना मुश्किल ही दिखाई दे रहा है।
केजरीवाल ईडी की नोटिस को बता चुके हैं गैरकानूनी
इससे पहले बीते 2 नवंबर को ईडी ने शराब घोटाला मामले में समन जारी कर बुलाया था। लेकिन विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम में व्यस्त होने की वजह से पेश नहीं हुए थे। उस दौरान केजरीवाल ने ईडी की नोटिस को ही गैरकानूनी बताया था। इसी मामले में अप्रैल महीने में सीबीआई ने सीएम केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया था।
शराब घोटाला मामले में आप के कई बड़े नेता सलाखों के पीछे
बता दें कि शराब घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेता सलाखों के पीछे हैं। इन नेताओं में दिल्ली के डिप्टी सीएम रह चुके मनीष सिसोदिया के साथ-साथ पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। इन दोनों नेताओं को कोर्ट से भी राहत नहीं मिल पाई है। इस मामले में अब तक 22 से अधिक गिरफ्तारियां हो चुकी हैं जबकि 3 आरोपी सरकार गवाह बन चुके हैं।
क्या है शराब घोटाला?
दिल्ली में पिछले साल यानी 2022 के जुलाई महीने में शराब घोटाला उजागर हुआ था। दिल्ली की नई आबकारी नीति में यह घोटाला उस समय सामने आया जब दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार ने अपनी जांच रिपोर्ट उपराज्यपाल वीके सक्सेना को सौंपी थी। चीफ सेक्रेटरी की रिपोर्ट के बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की। जांच शुरू होते ही घोटाले की परतें खुलनी शुरू हो गई।
दरअसल, दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने 2021 के नवंबर महीने में राज्य में नई शराब नीति लागू की थी। नीति के तहत दिल्ली को 32 जोन में बाटा गया था। नियम के मुताबिक हर जोन में शराब की 27 दुकाने खोली जानी थी। इसके साथ-साथ सरकार ने अपनी नीति के अनुसार सभी शराब दुकानों को प्राइवेट कर दिया था। केजरीवाल सरकार ने इसके पीछे तर्क दिया था कि दुकानों को प्राइवेट करने से दिल्ली को तकरीबन 3500 करोड़ रुपए का फायदा होगा, लेकिन सरकार का दांव उस समय उल्टा पड़ गया जब शराब की बिक्री बढ़ने के बाद भी राजस्व का नुकसान हुआ। इसके बाद नीति पर सवाल उठने लगे और धीरे-धीरे जांच के दायरे में आ गई।
Apr 15 2024, 11:16