*हो चुका है हमास चीफ याह्या सिनवार का खात्मा, इजरायल ने डीएनए जांच के बाद की मारे जाने की पुष्टि

#hamaschiefyahyasinwareliminatedingazaidfidentify

गाजा में इजरायल के मिलिट्री ऑपरेशन में हमास चीफ याह्या सिनवार की मौत हो गई है। इजरायल ने याह्या सिनवार के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि कर दी है। डीएनए जांच से इसकी पुष्टि हुई है। गाजा में इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने गुरुवार को एक अभियान में हमास के तीन लड़ाके मार गिराए। आईडीएफ और इजराइल सिक्योरिटी एजेंसी (आईएसए) शुरुआत में यह जांच कर रहे थे कि क्या इनमें से याह्या सिनवार भी शामिल है या नहीं। बाद में आडीएफ ने पुष्टि की कि सिनवार मारा गया है। वहीं, इस्राइली विदेश मंत्रालय और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी सिनवार के मारे जाने की पुष्टि की है।

गुरुवार को इजराइली सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी है कि गाजा में एक ऑपरेशन के दौरान मारे गए तीन आतंकियों में से एक याह्या सिनवार हो सकता है। गाजा पर भीषण हवाई हमले के बाद ही इजरायली सेना ने सिनवार के मारे जाने की आशंका जाहिर की थी, मगर इसकी पुष्टि के लिए डीएनए जांच कराने की बात कही थी। मगर तब दावे की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई थी। अब इजरायल की ओर से आधिकारिक रूप से घोषणा में यह कहा गया है कि 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में 1200 लोगों का नरसंहार करने वाला हमास नेता याह्या सिनवार मारा गया है। वह इजरायल पर हमले की साजिश रचने और उसके लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार था।

सिनवार के शव को कथित तौर पर दिखाने वाली तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं। अब खुद बेंजामिन नेतन्याहू की पुष्टि के बाद गाजा में आतंक का एक नाम हमेशा के लिए मौत की नींद सो गया है। याह्या सिनवार की मौत आतंकी संगठन हमास के लिए किसी झटके से कम नहीं है।

कुछ दिनों पहले सिनवार को लेकर दावा किया गया था कि वह इजराइली बंधकों के बीच छिपा हुआ है, जिससे इजराइल उसे आसानी से निशाना न बना सके, वहीं इससे पहले भी सिनवार के मारे जाने की खबर आई थी लेकिन इजराइली सेना उसकी पुष्टि नहीं कर पाई थी।

कौन है याह्या सिनवार?

याह्या सिनवार हमास का पॉलिटिकल चीफ है, उसे इस्माइल हानिया की मौत के बाद अगस्त में ही संगठन की कमान सौंपी गई थी। सिनवार का जन्म 1962 में गाजा पट्टी के शरणार्थी शिविर में हुआ था। इजराइल ने सिनवार को 3 बार गिरफ्तार किया था लेकिन 2011 में एक इजराइली सैनिक के बदले में इजराइल को 127 कैदियों के साथ सिनवार को भी रिहा करना पड़ा। वहीं, सितंबर 2015 में अमेरिका ने सिनवार का नाम इंटरनेशनल आतंकियों की ब्लैक लिस्ट में डाल दिया था।

क्या मारा गया हमास चीफ याह्या सिनवार? इजरायली सेना का दावा

#was_hamas_chief_yahya_sinwar_killed

पिछले एक साल से हमास के साथ जारी जंग के बीच इजराइल की सेना को बहुत बड़ी कामयाबी मिलती नजर आ रही है। इजरायली हमले में हमास चीफ याह्या सिनवार के मारे जाने की खबर आ रही है।इजरायल की सेना ने दावा क‍िया उसने गाजा में तीन आतंक‍ियों को मार ग‍िराया है। संभवत: इसमें याह्या सिनवार भी शामिल था। इजरायली सेना ने गुरुवार को कहा है कि वह इसकी जांच कर रही है। 7 अक्तूबर को इजरायल पर हुए हमले का यह मास्टरमाइंड है। इसी हमले के बाद से गाजा का युद्ध शुरू हुआ, जो पिछले एक साल से चल रहा है।अगर याह्या सिनवार के मारे जाने की खबर सही निकलती है तो यह इजरायल के लिए एक बड़ी कामयाबी होगी।

इजरायली सेना आईडीएफ ने बयान जारी कर कहा है गाजा में 3 आतंकी मारे गए हैं, तस्वीरों को देखकर माना जा रहा है कि उनमें से एक याह्या सिनवार हो सकता है। इजराइली सेना पहचान करने में जुटी हुई है कि हमले में मारा गया आतंकी सिनवार ही है या कोई और, हालांकि इजराइली मीडिया तस्वीरों के आधार पर सिनवार के मारे जाने का दावा कर रही है।

जिस इमारत में इन आतंकियों का खात्मा किया गया, उस इलाके में इजरायली बंधकों की मौजूदगी के कोई निशान नहीं थे। क्षेत्र में सक्रिय इजरायली सुरक्षा बल आवश्यक सावधानी के साथ आगे का अभियान जारी रखा है। बता दें कि इससे पहले इजरायली सेना ने ईरान में हमास के पूर्व चीफ इस्माइल हानिया उर्फ इस्माइल हनियेक को भी मार गिराया था। हालांकि इजरायल ने आज तक आधिकारिक रूप से इस्माइल हानिया के हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली, मगर ईरान हमेशा येरूशलम पर हानिया की हत्या का आरोप लगाता रहा है। इस्माइल हानिया उस वक्त तेहरान में मारा गया था, जब वह ईरान के राष्ट्रपति डॉ. मसूद पेजेश्कियन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पहुंचा था।

सिनवार को अगस्त में ही हमास चीफ बनाया गया था, 31 जुलाई को तेहरान में इस्माइल हानिया की मौत के बाद याह्या सिनवार को हमास की कमान सौंपी गई थी। इस्‍माइल हान‍िया के मारे जाने के बाद सिनवार ही हमास को कंट्रोल कर रहा था। उसी के इशारे पर हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घुसकर लोगों की हत्‍याएं की थीं और उन्‍हें बंधक बनाकर गाजा ले गए थे। 

कुछ द‍िन पहले खबर आई थी कि याह्या सिनवार बंकर में छिपकर रह रहा है। उसके साथ इजरायल के तमाम बंधक भी हैं। ये भी दावा क‍िया जा रहा था क‍ि उसके हाथ में एक बैग है, जिसमें 15 क‍िलो से ज्‍यादा डाइनामाइट भरा हुआ है। वह इसे साथ लेकर इसल‍िए चल रहा है, क्‍योंक‍ि बंधक न मारे जाएं, इस डर से इजरायल उस पर हमला नहीं करेगा।

कौन है याह्या सिनवार?

याह्या सिनवार हमास का पॉलिटिकल चीफ है, उसे इस्माइल हानिया की मौत के बाद अगस्त में ही संगठन की कमान सौंपी गई थी। सिनवार का जन्म 1962 में गाजा पट्टी के शरणार्थी शिविर में हुआ था। इजराइल ने सिनवार को 3 बार गिरफ्तार किया था लेकिन 2011 में एक इजराइली सैनिक के बदले में इजराइल को 127 कैदियों के साथ सिनवार को भी रिहा करना पड़ा। वहीं, सितंबर 2015 में अमेरिका ने सिनवार का नाम इंटरनेशनल आतंकियों की ब्लैक लिस्ट में डाल दिया था।

हिजबुल्लाह का इजराइल के हाइफा शहर पर हमला, मिलिट्री बेस को भी निशाना बनाया*
#israel_hamas_war_anniversary_hezbollah_rocket_attack_on_haifa
7 अक्टूबर, 2023 इजरायल के इतिहास में सबसे घातक दिन के रूप में दर्ज हो गया है. इसी दिन सैकड़ों हमास के लड़ाकों ने इजरायल पर एक आश्चर्यजनक हमला किया। उन्होंने भारी किलेबंद गाजा सीमा को तोड़कर यहूदी कस्बों और शहरों में प्रवेश किया और सैकड़ों लोगों की हत्या कर दी। इसके बाद जो युद्ध का तांडव शुरू हुआ वह 1 साल से जारी है। इजरायल हमास और हिजबुल्लाह के ठिकानों पर लगातार हमला कर रहा है। इस बीच 7 अक्टूबर को हमास हमले की बरसी पर हिजबुल्लाह ने भी इजराइल को बड़ा जख्म दिया है।हिजबुल्लाह ने हाइफा सिटी को निशाना बनाते हुए इजराइली एयर डिफेंस को फेल कर दिया है। बेरूत में इजराइल की बमबारी के बीच एक बार फिर हिजबुल्लाह ने इजराइल के हाइफा शहर को दहला दिया है। दक्षिण लेबनान की ओर से इजराइल की पोर्ट सिटी हाइफा पर रॉकेट्स दागे गए हैं। हिजबुल्लाह ने पहली बार उत्तरी इजराइल के इस शहर को निशाना बनाया है। इसमें कम से कम 10 लोग घायल हुए हैं। लोगों को छर्रे और कांच से चोटें आईं हैं। सभी को नजदीकी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। हिजबुल्लाह ने तिबेरियस शहर पर भी हमला किया। इसमें एक शख्स घायल है। वहीं, हिजबुल्लाह ने कहा कि उसने इजराइल के कार्मेल मिलिट्री बेस को भी निशाना बनाया है। इस हमले को लेबनान में जारी इजराइली कार्रवाई का जवाब भी समझा जा रहा है। हिजबुल्लाह ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने हाइफा पोर्ट के पास इजराइली सैन्य अड्डे को निशाना बनाया है। इससे पहले भी हाइफा के दक्षिण में एक अन्य बेस पर दो हमलों किए गए थे। सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि हिजबुल्लाह के रॉकेट्स ने हाइफा में भीषण तबाही मचाई है। दक्षिण लेबनान से आए रॉकेट्स को रोकने में इजराइली एयर डिफेंस विफल रहा है। वो तो समय पर सायरन बजने के कारण लोगों ने बॉम्ब शेल्टर में पनाह ले ली थी, वरना हाइफा में और ज्यादा तबाही मच सकती थी। इजराइली सेना ने कहा कि हम एयर डिफेंस फेल होने की वजहों की जांच कर रहे हैं। इजराइल और हिज़्बुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव के बीच, ईरान भी इस संघर्ष में गहराई से जुड़ा हुआ है। ईरान के सहयोगी समूह हमास और हिज़्बुल्लाह इजराइल के खिलाफ लड़ाई में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। पिछले हफ्ते इजराइल पर हुए बैलिस्टिक मिसाइल हमले के बाद इजराइल ने ईरान पर हमले की धमकी दी है, जिससे क्षेत्रीय संघर्ष की संभावना और बढ़ गई है।
इजरायली का एक और दुश्मन ढेर, एयर स्ट्राइक में हमास के प्रमुख रावी मुश्तहा की हुई मौत

#israeli_airstrikes_eliminate_senior_hamas_leader_rawhi_mushtaha_

इजरायली से ने अपने एक और दुश्मन का खात्मा कर दिया है।मिडिल ईस्ट में जारी गंभीर तनाव के बीच इजरायल एक-एक कर अपने दुश्मनों को ढेर कर रहा है।हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को ठिकाने लगाने के बाद अब इजरायली सेना (आईडीएफ) ने हमास सरकार के प्रमुख रावी मुश्तहा के खात्मे का दावा किया है।आईडीएफ ने गुरुवार को रावी की मौत का ऐलान करते हुए कहा कि उसे कुछ महीने पहले हुए हवाई हमलों में मार दिया गया था। इजरायल ने ये दावा ईरान, फिलिस्तीन और लेबनान स्थित हिजबुल्लाह संग जारी जंग के बीच किया है।

गुरुवार को इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) और इजरायल सिक्योरिटीज अथॉरिटी (आईएसए) ने ऐलान किया कि उन्होंने तीन महीने पहले एक हवाई हमले में गाजा स्थित हमास सरकार के प्रमुख रावी मुश्तहा और उसके दो अन्य साथियों को मार गिराया है। इजरायली सेना ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है कि तीन महीने पहले गाजा में आईडीएफ और आईएसए के संयुक्त हमले में तीन हमास आतंकियों को मार गिराया था। इनमें गाजा में हमास सरकार के प्रमुख रावी मुश्तहा, हमास के राजनीतिक ब्यूरो और हमास की श्रम समिति में सुरक्षा विभाग संभालने वाला समेह अल-सिराज और हमास के सामान्य सुरक्षा तंत्र का कमांडर सामी औदेह शामिल हैं।

इजरायली सेना ने अपने बयान में कहा, 'रावी मुश्तहा ने याह्या सिनवार के साथ मिलकर हमास के सुरक्षा तंत्र की स्थापना की थी। रावी ने भी याह्या के साथ इजरायली जेल में सजा काटी थी। मुश्तहा ने गाजा पट्टी में युद्ध के दौरान हमास शासन पर नागरिक नियंत्रण बनाए रखा।

आईडीएफ ने करहा है कि उसकी वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने इन तीनों पर तब हमला किया थास जब वे उत्तरी गाजा में एक मजबूत अंडरग्राउंड बंकर में छिपे हुए थे। यह बंकर हमास कमांड और नियंत्रण केंद्र के रूप में काम कर रहा था। हमास के वरिष्ठ कमांडर इसके अंदर रह रहे थे। इसमें लंबे समय तक छिपे रहने के लिए हर तरह की सुख सुविधाएं थीं। इस बंकर का प्रबंधन हमास के सामान्य सुरक्षा तंत्र के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा किया जाता था और यह मुश्तहा के नेतृत्व वाले हमास प्रमुखों के लिए एक ठिकाने के रूप में कार्य करता था।

इजरायली सेना ने कहा कि बंकर पर हमले और आतंकवादियों के खात्मे के बाद हमास ने इस वजह से मुश्तहा के मौत की पुष्टि नहीं कि क्योंकि उन्हें डर था कि इस खबर से आतंकवादी गुर्गों के मनोबल और कामकाज पर असर पड़ेगा।

नसरल्लाह के बाद याह्या सिनवार भी था निशाने पर, आखिरी वक्त में इजराइल ने रोका मारने का प्लान, जानें क्यों

#israel_came_close_to_kill_hamas_chief_sinwar_why_did_plan_changed

हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत के बाद हमास का प्रमुख याह्या सिनवार भी इजराइल के निशाने पर था। हालांकि, ऐन वक्त पर सिनवार के खात्मे का प्लान रोक दिया गया। पहले खबर थी कि इजरायल ने उसे मौत के घाट उतार दिया है। मगर अब यह कन्फर्म हो गया है कि वह मरा नहीं है। माना जा रहा है कि इजरायल ने अपने लोगों की जान बचाने की खातिर अब तक याह्या सिनवार को बख्श रखा है। 

इजरायली न्यूज आउटलेट N12 ने रविवार 29 सितम्बर की रात अपनी विशेष रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है। एन12 के अनुसार, इजरायल को एक खुफिया इनपुट मिला था। यह सिनवार को खत्म करने का बेहतरीन मौका था, लेकिन बंधकों को नुकसान पहुंचने के डर से ऐसा नहीं किया गया। बंधकों को उसी इलाके में रखा गया था, जहां हमास नेता मौजूद था।

इजरायली मीडिया एन12 न्यूज ने अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट में खुलासा किया है कि इजरायल के पास हमास नेता याह्या सिनवार को खत्म करने का पूरा मौका था मगर आतंकी गुट की कैद में रखे गए इजरायली बंधकों को नुकसान के डर से उसने ऐसा नहीं किया। N12 न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि इजरायल को एक ऐसी सीक्रेट सूचना मिली थी, जिससे उसे याह्या सिनवार को मार गिराने का एक अनोखा मौका मिल सकता था। मगर इजरायल ने यह मौका जानबूझकर हाथ से जाने दिया। इसकी वजह यह थी कि आतंकी संगठन हमास के सरगना याह्या सिनवार के साथ इजरायली बंधक भी रखे गए हैं।

हिज्बुल्लाह चीफ नसरल्लाह की तरह याह्या सिनवार की खुफिया लोकेशन ट्रेस की जा चुकी थी। गाजा के जिस इलाके में सिनवार छिपा था उसकी घेराबंदी IDF के स्पेशल एलीट कमांडोज ने कर ली थी। सिनवार की जिंदगी और मौत के बीच के चंद मिनटों का फासला था मगर सिनवार का हंट ऑपरेशन शुरू होता उससे पहले ही IDF ने सिनवार को मारने का प्लान बदल दिया।

अगर इजराइल सिनवार के ठिकाने पर एयर स्ट्राइक करता या फिर स्पेशल ऑपरेशन को अंजाम देता तो यकीनन इस हमले में कई बंधकों की जान जा सकती थी या फिर सिनवार अपने बचाव के लिए बंधकों का इस्तेमाल कर सकता था। उन्हें जान से मार सकता था। बस इसी नुकसान के डर इजरायल ने सिनवार के खात्मे के प्लान को रोका।

याह्या सिनवार को हमास के अपने पूर्ववर्ती इस्माइल हानिया की तेहरान में हत्या के बाद समूह का नया नेता चुना गया था। हानिया 31 जुलाई को तेहरान में हुए एक विशेष हमले में मारे गए थे। याह्या सिनवार इतना खतरनाक है कि उसे गाजा के लादेन के नाम से जाना जाता है। उसने ही 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमले की योजना बनाई थी। इस हमले में 1200 इजरायली मारे गए थे, जबकि 251 को हमास के आतंकी बंधक बनाकर गाजा ले गए थे।7 अक्टूबर के हमले के बाद से ही याह्या सिनवार गाजा के नीचे बनी सुरंगों में छिपकर रह रहा है।

क्या मार दिया गया इजरायल पर हमले का मास्टरमाइंड याह्या सिनवार? इस्माइल हानिया जैसा तो नहीं हुआ अंजाम

#where_is_yahya_sinwar_israel_probes_hamas_leader_death_in_gaza_strike

इजरायल और हमास के बीच गाजा में करीब साल भर से जंग जारी है। हमास के खात्मे की कसम खाने वाला इजरायल लगातार गाजा पर बमबारी कर रहा है। इजरायल ने गाजा को खंडहर में तबदील कर दिया है। सैकड़ों हमास लड़ाकों को मौत की नींद सुला चुकी इजरायली सेना ईरान में उसके पूर्व चीफ इस्माइल हनीयेह को भी मार चुका है। इस बीच हमास नेता याह्या सिनवार को लेकर बड़ी खबर आ रही है।कहा जा रहा है कि हमास चीफ याह्या सिनवार की संभवतः इजरायली हमले में मौत हो गई है।

खबर आई कि गाजा सिटी के स्कूल पर हुए रॉकेट हमले में यह्या सिनवार भी मारा गया है। इजरायल ने बीते दिन हमास के एक स्कूल को निशाना बनाया, जिसमें 20 से ज्यादा फिलिस्तीनी लोग मारे गए। ये भी खबर है कि इस हमले में हमास का नया चीफ याह्या सिनवार भी मारा गया। हालांकि, इसकी पुष्टी नहीं हो पाई है।

हालांकि इजरायल ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है। इजरायली खुफिया एजेंसी शिन बेट और इजरायल डिफेंस फोर्सेज के अधिकारियों ने कहा है कि वह इन रिपोर्ट्स की जांच कर रहे हैं, हालांकि फिलहाल सिनवार की मौत की पुष्टि करने वाला उन्हें कोई सबूत नहीं मिला है।

वाल्ला न्यूज वेबसाइट ने बताया है कि इजरायली आंतरिक खुफिया एजेंसी शिन बेट ने रिपोर्ट को खारिज किया है और उसका मानना है कि सिनवार जीवित है। यरुशलम पोस्ट के अनुसार, आईडीएफ ने रविवार को कहा कि वे हमास प्रमुख याह्या सिनवार की मौत की रिपोर्ट की न तो पुष्टि कर सकते हैं और न ही खंडन कर सकते हैं। पोस्ट ने विभिन्न स्रोतों से बात की लेकिन किसी ने भी ऐसे ऑपरेशन का जिक्र नहीं किया, जो आईडीएफ ने सिनवार को मारने के लिए चलाया था

याह्या सिनवार को बीत साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए बड़े आतंकी हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। इस हमले में 1200 से अधिक इजरायली मारे गए थे, जबकि 254 को हमास के आतंकी अपहरण करके गाजा में ले गए थे। इस हमले के बाद इजरायल ने गाजा में बड़ा अभियान शुरू किया था।

तेहरान में इसी साल अगस्त में हुए धमाके में इस्माइल हानिया की मौत के बाद सिनवार को हमास की कमान मिली थी। इससे पहले वह इसकी सुरक्षा शाखा का जिम्मा संभालता था और अपनी क्रूर रणनीति के लिए जाना जाता था।

याह्या सिनवार बना हमास का नया चीफ, इजराइली हमले का है मास्टर माइंड

#yahya_sinwar_became_new_leader_of_hamas 

इस्माइल हानिया की मौत के बाद याह्या सिनवार को हमास का चीफ बनाया गया है। हमास ने मंगलवार को एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। इससे पहले याह्या सिनवार सिर्फ गाजा में हमास की कमान संभाल रहा था।याह्या सिनवार पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल पर किये गए हमलों का मुख्य साजिशकर्ता है। बता दें कि बीते दिनों ईरान की राजधानी तेहरान में हानिया की हत्या कर दी गई थी। हनिया की हत्या के बाद से ये सर्वोच्च पद खाली था। अब याह्या सिनवार को हमास का चीफ बनाया गया है।

7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में हुए हमले में सिनवार को ही सूत्रधार माना जाता है। इस हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 251 बंधक बनाए गए थे। इसी हमले से गाजा में चल रहे युद्ध की शुरुआत हुई थी। इजरायल पर सात अक्टूबर को हमले के बाद से सिनवार सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आया है। इजराइल में हमले के बाद से सिनवार गाजा में ही छिपा हुआ है।इजरायली सेना का दावा है कि सिनवार गाजा की सुरंगों में छुपा हुआ है।

सिनवार ही क्यों चुना गया हमास का चीफ

आमतौर पर किसी चीफ के मरने के बाद उनकी जगह डिप्टी चीफ लेता है, लेकिन हमास के डिप्टी चीफ रहे सालेह अल-अरूरी की हत्या इसी साल जनवरी में हो गई थी। इजराइली सेना ने एक ड्रोन हमले में हमास के नंबर-2 नेता को मार दिया था। हमास के पॉलिटिकल विंग में नंबर-1 और नंबर-2 दोनों की कुर्सी खाली हो गई थीं। फिलहाल, हमास में कोई ऐसा नेता नहीं है, जो इजराइल की जंग का गाजा की स्थिति को सिनवार से बेहतर समझ सके। ऐसे में उसे चीफ बनाया गया है।

शरणार्थी शिविर में पैदा हुआ सिनवार

सिनवार का हमास के साथ जुड़ाव का एक लंबा इतिहास रहा है। 1962 में खान यूनिस शरणार्थी शिविर में पैदा हुआ सिनवार हमास के मिलिशिया अल कसम ब्रिगेड के संस्थापकों में से एक है। सिनवार इजरायली अदालत से आजीवन कारावास की सजा पा चुका है और लंबा समय इजरायल की जेल में बिताया है। 

22 साल जेल में रहा सिनवार

दो इजरायली सैनिकों और चार फिलिस्तीनियों का अपहरण और उनकी हत्या करने के आरोप में सिनवार को 1989 में गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त याह्या की उम्र 19 साल थी। मुकदमा चला। बाद में उसे चार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गईं। हालांकि, 2011 में इजराइली सैनिक गिलाद शालिट के बदले में 1000 से ज्यादा कैदियों की अदला-बदली के दौरान सिनवार को भी रिहा कर दिया गया था। तब तक सिनवार करीब 22 साल जेल में बिता चुका था। लंबे समय तक इजरायली जेल में रहने की वजह से सिनवार को हिब्रू का जानकार और इजरायली समाज की अच्छी समझ रखने वाले नेता के तौर पर देखा जाता है।

यरुशलम पोस्ट दावा करता है कि सिनवार एक कट्टरपंथी होने के साथ ही आत्ममुग्ध व्यक्ति भी है। वह कथित तौर पर मसीहाई विचार रखता है। सिनवार खुद को और हमास को ऐसे दूत के रूप में देखता है, जो पूरी दुनिया में इस्लाम फैलाएगा और दूसरे धर्म के लोगों को खत्म कर देगा। ये फिलिस्तीन की मुक्ति से शुरू होगा।सिनवार हमास के लड़ाकों को धर्म के योद्धा की तरह संबोधित करता है, वहीं इजरायल को शैतान की तरह पेश करता है।

हानिया, फउद शुकर और अब हमास के मिलिट्री कमांडर देइफ का भी खात्मा, इजराइल ने एयरस्ट्राइक में मार गिराया

#israel_says_hamas_top_military_commander_mohammed_deif_killed 

इजरायली सेना एक के बाद एक हमास को 3 बड़े जख्म दिए हैं। हमास के मुखिया इस्माइल हानिया और हिजबुल्ला कमांडर फउद शुकर के खात्मे के बाद इजरायली सेना ने हमास के सैन्य प्रमुख मोहम्मद देइफ को भी मार गिराया है। इजराइल ने खुद इसकी पुष्टि की है। इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि गाजा के ओसामा बिन लादेन कहा जाने वाला मुहम्मद देइफ को 13 जुलाई को खत्म कर दिया गया।मोहम्मद दइफ की मौत एक एयर स्ट्राइक में हुई।

इजराइल की सेना ने गुरुवार को एक बयान जारी कर बताया कि हमास का सैन्य कमांडर मोहम्मद दइफ जुलाई में ही एक एयर स्ट्राइक हमले में मारा गया था। यह एयर स्ट्राइक गाजा के दक्षिणी इलाके खान यूनिस में की गई थी। इजराइली सेना का यह बयान हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत के एक दिन बाद ही आया है। हानिया का बुधवार को ईरान की राजधानी तेहरान में हत्या कर दी गई थी। 

जानकारी के मुताबिक गाजा के खान यूनिस में 13 जुलाई को स्ट्राइक किया था, जिसमें देइफ की मौत आज आधिकारिक पुष्टि की गई है। इस हमले में खान यूनिस ब्रिगेड के कमांडर राफा सलामेह और उनके साथ अन्य लड़ाके भी मारे गए थे।इजरायल का आरोप है कि देइफ ही 7 अक्टूबर के हमास के हमले का मास्टरमाइंड था। उस हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी और ढाई से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया गया था। 

इजरायली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने बताया है कि पिछले महीने दक्षिणी गाजा पट्टी में एक इजरायली हवाई हमले में देइफ मारा गया था।58 साल का देइफ करीब दो दशक से अधिक समय से अलदीन अल-कसम ब्रिगेड में था और इजरायल के लिए मोस्ट वॉन्टेड था। देइफ पर कई हमले हुए और इनमें उसकी एक आंख भी कुछ साल पहले खराब हो गई थी।

मारा गया हमास चीफ इस्माइल हानिया, ईरान के तेहरान में हुई हत्या, क्या इजराइल ने लिया अपना बदला?

#israel_hamas_war_ismail_haniyeh_killed_in_iran

इजराइल और हमास जंग के बीच बड़ी खबर है।हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस्माइल हानिया की ईरान में हत्या कर दी गई है। ईरान की सेना ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने भी इसकी पुष्टि की है। इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के जनसंपर्क विभाग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि, हानिया और उसके एक बॉडीगार्ड की तेहरान स्थित उनके आवास पर हत्या कर दी गई है। हानिया ईरान के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में बतौर गेस्ट शामिल होने आया था। इसी दौरान इस्माइल हानिया मारा गया।

ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के जनसंपर्क विभाग ने बताया कि हमला बुधवार की सुबह हुआ और घटना की जांच की जा रही है। बयान में इस्माइल हानिया की मौत पर दुख जताया गया और फिलिस्तीन के लोगों के प्रति समर्थन जताया गया। हमास ने भी बयान जारी कर इस्माइल हानिया की मौत की पुष्टि की है और साथ ही हत्या का आरोप इजराइल पर लगाया है। 

इस्माइल हानिया की हत्या के बाद हमास का बयान सामने आया है। उसका कहना है कि अल्लाह के मार्ग में मारे गए लोगों को मरा हुआ न समझो, बल्कि वे अपने रब के पास जीवित हैं। इस्लामिक रजिस्टेंस मूवमेंट हमास हमारे महान फिलिस्तीनी लोगों, अरब एंड इस्लामी राष्ट्र और दुनिया के सभी स्वतंत्र लोगों के बेटों के लिए शोक व्यक्त करता है। भाई नेता, शहीद, सेनानी इस्माइल हानिया, आंदोलन के नेता, जो नए ईरानी राष्ट्रपति के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के बाद तेहरान में अपने निवास पर एक विश्वासघाती ज़ायोनी छापे के परिणामस्वरूप गुजर गए। हम अल्लाह के हैं और उसी की पास लौटेंगे। यह जीत या शहादत का जिहाद है। हमास का कहना है कि हानिया की हत्या की सजा जरूर मिलेगी।

इससे पहले अप्रैल में हवाई हमले में हानिया के तीन बेटे मारे गए थे।अप्रैल 2024 में इजराइली सेना ने हानिया के तीन बेटों को भी मार गिराया था। इजराइल ने गाजा पट्टी पर एयर स्ट्राइक की थी जिसमें हानिया के तीन बेटे मारे गए थे। इजराइली सेना ने तब बताया था कि हानिया के तीन बेटे आमिर, हाजेम और मोहम्मद गाजा में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने जा रहे थे, इस बीच तीनों हवाई हमलों की चपेट में आ गए। 

हानिया को 6 मई 2017 को हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो का प्रमुख चुना गया था। अमेरिका के विदेश विभाग ने 2018 में हानिया को आतंकवादी घोषित किया था।इस्माइल हनीया का जन्म 1962 में गाजा पट्टी के अल-शती शरणार्थी शिविर में हुआ था।इस्माइल ने 2006 से लेकर 2007 में फिलिस्तीनी प्राधिकरण (पीए) के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। हमास ने 2006 के फिलिस्तीनी विधायी चुनावों में अधिकांश सीटें जीती थीं। प्रतिद्वंद्वी फतह के साथ गुटीय लड़ाई के बाद सरकार को भंग कर दिया गया और गाजा पट्टी में एक स्वायत्त हमास के नेतृत्व वाले प्रशासन की स्थापना की गई थी। हानिया ने गाजा पट्टी (2007-14) में वास्तविक सरकार के नेता के रूप में काम किया था। 2017 में उन्हें खालिद मेशाल की जगह हमास के राजनीतिक ब्यूरो प्रमुख के रूप में चुना गया था।

गाजा में रिटायर्ड भारतीय कर्नल की हत्या, संयुक्त राष्ट्र में थे तैनात*
#israel_hamas_war_indian_retd_colonel_died_in_attack
दक्षिणी गाजा के रफाह शहर के खान यूनिस इलाके में हुई गोलीबारी से संयुक्त राष्ट्र के एक कर्मचारी की मौत हो गई, जबकि एक अन्य कर्मचारी जख्मी हो गया।गाजा के रफाह में अस्पताल जाते समय भारतीय सेना के पूर्व कर्नल वैभव अनिल काले इजरायली हवाई हमले में मारे गए हैं। उन्होंने तीन सप्ताह पहले ही बतौर सुरक्षा सेवा समन्वयक संयुक्त राष्ट्र के लिए काम शुरू किया था। घटना के वक्त संयुक्त राष्ट्र का झंडा लेकर एक वाहन से जा रहे थे। को इजरायल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद संयुक्त राष्ट्र के किसी अंतरराष्ट्रीय कर्मी की मौत का यह पहला मामला बताया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फरहान हक की तरफ से जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक, 46 वर्षीय वैभव अनिल काले एक महीने पहले ही गाजा में संयुक्त राष्ट्र डिपार्टमेंट ऑफ सेफ्टी एंड सिक्योरिटी (डीएसएस) विभाग में बतौर सिक्योरिटी सर्विस कॉर्डिनेटर के तौर पर शामिल हुए थे। अनिल काले संयुक्त राष्ट्र के स्टीकर लगी गाड़ी में सफर कर रहे थे, उनकी गाड़ी पर संयुक्त राष्ट्र का झंडा भी लगा था। संयुक्त राष्ट्र के बयान के मुताबिक यह हमला उस वक्त हुआ जब सुबह को अनिल काले अपने सहयोगी के साथ यूएन की गाड़ी में रफाह स्थित यूरोपियन अस्पताल जा रहे थे। संयुक्त राष्ट्र के सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र कर्मी पर हुए हमले की कड़ी निंदा की और मौत पर दुख जताया है। साथ ही, मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने मृतक परिवार को भी अपना शोक संदेश भेजा है। संयुक्त राष्ट्र से जुड़ीं एजेंसियों के हवाले से पता लगा है कि काले के वाहन पर गोलियां बरसाई गईं। ये गोलियां किसने मारीं, अभी इस बारे में जानकारी नहीं मिली है। आईडीएफ की ओर से कहा गया है कि हमले की जांच की जा रही है। हमला सक्रिय युद्ध वाले इलाके में हुआ। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेबियस ने काले की मौत के बाद दुख जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि शांति और युद्ध रोकने की कोशिश होनी चाहिए। काले से पहले भी कई जिंदगियां यहां तबाह हो चुकी हैं। कर्नल काले में 2022 में भारतीय सेना से रिटायरमेंट ली थी। इसके बाद दो महीने पहले वे संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा और सुरक्षा विभाग (डीएसएस) में गए थे। काले 11 जम्मू और कश्मीर राइफल्स में सेवाएं दे चुके थे। इजराइल पर हमास ने 7 अक्टूबर को आतंकवादी हमला किया था। उसके बाद से दोनों में भीषण जंग चल रही है। गाजा में अब तक 190 से ज्यादा संयुक्त राष्ट्र कर्मी मारे जा चुके हैं। वहीं, 35,091 फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए हैं, जबकि 78827 लोग घायल हुए हैं। इजराइल के 33 बच्चों सहित 1200 से अधिक लोग मारे गए हैं।
*हो चुका है हमास चीफ याह्या सिनवार का खात्मा, इजरायल ने डीएनए जांच के बाद की मारे जाने की पुष्टि

#hamaschiefyahyasinwareliminatedingazaidfidentify

गाजा में इजरायल के मिलिट्री ऑपरेशन में हमास चीफ याह्या सिनवार की मौत हो गई है। इजरायल ने याह्या सिनवार के मारे जाने की आधिकारिक पुष्टि कर दी है। डीएनए जांच से इसकी पुष्टि हुई है। गाजा में इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने गुरुवार को एक अभियान में हमास के तीन लड़ाके मार गिराए। आईडीएफ और इजराइल सिक्योरिटी एजेंसी (आईएसए) शुरुआत में यह जांच कर रहे थे कि क्या इनमें से याह्या सिनवार भी शामिल है या नहीं। बाद में आडीएफ ने पुष्टि की कि सिनवार मारा गया है। वहीं, इस्राइली विदेश मंत्रालय और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी सिनवार के मारे जाने की पुष्टि की है।

गुरुवार को इजराइली सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी है कि गाजा में एक ऑपरेशन के दौरान मारे गए तीन आतंकियों में से एक याह्या सिनवार हो सकता है। गाजा पर भीषण हवाई हमले के बाद ही इजरायली सेना ने सिनवार के मारे जाने की आशंका जाहिर की थी, मगर इसकी पुष्टि के लिए डीएनए जांच कराने की बात कही थी। मगर तब दावे की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई थी। अब इजरायल की ओर से आधिकारिक रूप से घोषणा में यह कहा गया है कि 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में 1200 लोगों का नरसंहार करने वाला हमास नेता याह्या सिनवार मारा गया है। वह इजरायल पर हमले की साजिश रचने और उसके लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार था।

सिनवार के शव को कथित तौर पर दिखाने वाली तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं। अब खुद बेंजामिन नेतन्याहू की पुष्टि के बाद गाजा में आतंक का एक नाम हमेशा के लिए मौत की नींद सो गया है। याह्या सिनवार की मौत आतंकी संगठन हमास के लिए किसी झटके से कम नहीं है।

कुछ दिनों पहले सिनवार को लेकर दावा किया गया था कि वह इजराइली बंधकों के बीच छिपा हुआ है, जिससे इजराइल उसे आसानी से निशाना न बना सके, वहीं इससे पहले भी सिनवार के मारे जाने की खबर आई थी लेकिन इजराइली सेना उसकी पुष्टि नहीं कर पाई थी।

कौन है याह्या सिनवार?

याह्या सिनवार हमास का पॉलिटिकल चीफ है, उसे इस्माइल हानिया की मौत के बाद अगस्त में ही संगठन की कमान सौंपी गई थी। सिनवार का जन्म 1962 में गाजा पट्टी के शरणार्थी शिविर में हुआ था। इजराइल ने सिनवार को 3 बार गिरफ्तार किया था लेकिन 2011 में एक इजराइली सैनिक के बदले में इजराइल को 127 कैदियों के साथ सिनवार को भी रिहा करना पड़ा। वहीं, सितंबर 2015 में अमेरिका ने सिनवार का नाम इंटरनेशनल आतंकियों की ब्लैक लिस्ट में डाल दिया था।

क्या मारा गया हमास चीफ याह्या सिनवार? इजरायली सेना का दावा

#was_hamas_chief_yahya_sinwar_killed

पिछले एक साल से हमास के साथ जारी जंग के बीच इजराइल की सेना को बहुत बड़ी कामयाबी मिलती नजर आ रही है। इजरायली हमले में हमास चीफ याह्या सिनवार के मारे जाने की खबर आ रही है।इजरायल की सेना ने दावा क‍िया उसने गाजा में तीन आतंक‍ियों को मार ग‍िराया है। संभवत: इसमें याह्या सिनवार भी शामिल था। इजरायली सेना ने गुरुवार को कहा है कि वह इसकी जांच कर रही है। 7 अक्तूबर को इजरायल पर हुए हमले का यह मास्टरमाइंड है। इसी हमले के बाद से गाजा का युद्ध शुरू हुआ, जो पिछले एक साल से चल रहा है।अगर याह्या सिनवार के मारे जाने की खबर सही निकलती है तो यह इजरायल के लिए एक बड़ी कामयाबी होगी।

इजरायली सेना आईडीएफ ने बयान जारी कर कहा है गाजा में 3 आतंकी मारे गए हैं, तस्वीरों को देखकर माना जा रहा है कि उनमें से एक याह्या सिनवार हो सकता है। इजराइली सेना पहचान करने में जुटी हुई है कि हमले में मारा गया आतंकी सिनवार ही है या कोई और, हालांकि इजराइली मीडिया तस्वीरों के आधार पर सिनवार के मारे जाने का दावा कर रही है।

जिस इमारत में इन आतंकियों का खात्मा किया गया, उस इलाके में इजरायली बंधकों की मौजूदगी के कोई निशान नहीं थे। क्षेत्र में सक्रिय इजरायली सुरक्षा बल आवश्यक सावधानी के साथ आगे का अभियान जारी रखा है। बता दें कि इससे पहले इजरायली सेना ने ईरान में हमास के पूर्व चीफ इस्माइल हानिया उर्फ इस्माइल हनियेक को भी मार गिराया था। हालांकि इजरायल ने आज तक आधिकारिक रूप से इस्माइल हानिया के हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली, मगर ईरान हमेशा येरूशलम पर हानिया की हत्या का आरोप लगाता रहा है। इस्माइल हानिया उस वक्त तेहरान में मारा गया था, जब वह ईरान के राष्ट्रपति डॉ. मसूद पेजेश्कियन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पहुंचा था।

सिनवार को अगस्त में ही हमास चीफ बनाया गया था, 31 जुलाई को तेहरान में इस्माइल हानिया की मौत के बाद याह्या सिनवार को हमास की कमान सौंपी गई थी। इस्‍माइल हान‍िया के मारे जाने के बाद सिनवार ही हमास को कंट्रोल कर रहा था। उसी के इशारे पर हमास के लड़ाकों ने इजरायल में घुसकर लोगों की हत्‍याएं की थीं और उन्‍हें बंधक बनाकर गाजा ले गए थे। 

कुछ द‍िन पहले खबर आई थी कि याह्या सिनवार बंकर में छिपकर रह रहा है। उसके साथ इजरायल के तमाम बंधक भी हैं। ये भी दावा क‍िया जा रहा था क‍ि उसके हाथ में एक बैग है, जिसमें 15 क‍िलो से ज्‍यादा डाइनामाइट भरा हुआ है। वह इसे साथ लेकर इसल‍िए चल रहा है, क्‍योंक‍ि बंधक न मारे जाएं, इस डर से इजरायल उस पर हमला नहीं करेगा।

कौन है याह्या सिनवार?

याह्या सिनवार हमास का पॉलिटिकल चीफ है, उसे इस्माइल हानिया की मौत के बाद अगस्त में ही संगठन की कमान सौंपी गई थी। सिनवार का जन्म 1962 में गाजा पट्टी के शरणार्थी शिविर में हुआ था। इजराइल ने सिनवार को 3 बार गिरफ्तार किया था लेकिन 2011 में एक इजराइली सैनिक के बदले में इजराइल को 127 कैदियों के साथ सिनवार को भी रिहा करना पड़ा। वहीं, सितंबर 2015 में अमेरिका ने सिनवार का नाम इंटरनेशनल आतंकियों की ब्लैक लिस्ट में डाल दिया था।

हिजबुल्लाह का इजराइल के हाइफा शहर पर हमला, मिलिट्री बेस को भी निशाना बनाया*
#israel_hamas_war_anniversary_hezbollah_rocket_attack_on_haifa
7 अक्टूबर, 2023 इजरायल के इतिहास में सबसे घातक दिन के रूप में दर्ज हो गया है. इसी दिन सैकड़ों हमास के लड़ाकों ने इजरायल पर एक आश्चर्यजनक हमला किया। उन्होंने भारी किलेबंद गाजा सीमा को तोड़कर यहूदी कस्बों और शहरों में प्रवेश किया और सैकड़ों लोगों की हत्या कर दी। इसके बाद जो युद्ध का तांडव शुरू हुआ वह 1 साल से जारी है। इजरायल हमास और हिजबुल्लाह के ठिकानों पर लगातार हमला कर रहा है। इस बीच 7 अक्टूबर को हमास हमले की बरसी पर हिजबुल्लाह ने भी इजराइल को बड़ा जख्म दिया है।हिजबुल्लाह ने हाइफा सिटी को निशाना बनाते हुए इजराइली एयर डिफेंस को फेल कर दिया है। बेरूत में इजराइल की बमबारी के बीच एक बार फिर हिजबुल्लाह ने इजराइल के हाइफा शहर को दहला दिया है। दक्षिण लेबनान की ओर से इजराइल की पोर्ट सिटी हाइफा पर रॉकेट्स दागे गए हैं। हिजबुल्लाह ने पहली बार उत्तरी इजराइल के इस शहर को निशाना बनाया है। इसमें कम से कम 10 लोग घायल हुए हैं। लोगों को छर्रे और कांच से चोटें आईं हैं। सभी को नजदीकी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। हिजबुल्लाह ने तिबेरियस शहर पर भी हमला किया। इसमें एक शख्स घायल है। वहीं, हिजबुल्लाह ने कहा कि उसने इजराइल के कार्मेल मिलिट्री बेस को भी निशाना बनाया है। इस हमले को लेबनान में जारी इजराइली कार्रवाई का जवाब भी समझा जा रहा है। हिजबुल्लाह ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने हाइफा पोर्ट के पास इजराइली सैन्य अड्डे को निशाना बनाया है। इससे पहले भी हाइफा के दक्षिण में एक अन्य बेस पर दो हमलों किए गए थे। सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि हिजबुल्लाह के रॉकेट्स ने हाइफा में भीषण तबाही मचाई है। दक्षिण लेबनान से आए रॉकेट्स को रोकने में इजराइली एयर डिफेंस विफल रहा है। वो तो समय पर सायरन बजने के कारण लोगों ने बॉम्ब शेल्टर में पनाह ले ली थी, वरना हाइफा में और ज्यादा तबाही मच सकती थी। इजराइली सेना ने कहा कि हम एयर डिफेंस फेल होने की वजहों की जांच कर रहे हैं। इजराइल और हिज़्बुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव के बीच, ईरान भी इस संघर्ष में गहराई से जुड़ा हुआ है। ईरान के सहयोगी समूह हमास और हिज़्बुल्लाह इजराइल के खिलाफ लड़ाई में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। पिछले हफ्ते इजराइल पर हुए बैलिस्टिक मिसाइल हमले के बाद इजराइल ने ईरान पर हमले की धमकी दी है, जिससे क्षेत्रीय संघर्ष की संभावना और बढ़ गई है।
इजरायली का एक और दुश्मन ढेर, एयर स्ट्राइक में हमास के प्रमुख रावी मुश्तहा की हुई मौत

#israeli_airstrikes_eliminate_senior_hamas_leader_rawhi_mushtaha_

इजरायली से ने अपने एक और दुश्मन का खात्मा कर दिया है।मिडिल ईस्ट में जारी गंभीर तनाव के बीच इजरायल एक-एक कर अपने दुश्मनों को ढेर कर रहा है।हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को ठिकाने लगाने के बाद अब इजरायली सेना (आईडीएफ) ने हमास सरकार के प्रमुख रावी मुश्तहा के खात्मे का दावा किया है।आईडीएफ ने गुरुवार को रावी की मौत का ऐलान करते हुए कहा कि उसे कुछ महीने पहले हुए हवाई हमलों में मार दिया गया था। इजरायल ने ये दावा ईरान, फिलिस्तीन और लेबनान स्थित हिजबुल्लाह संग जारी जंग के बीच किया है।

गुरुवार को इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) और इजरायल सिक्योरिटीज अथॉरिटी (आईएसए) ने ऐलान किया कि उन्होंने तीन महीने पहले एक हवाई हमले में गाजा स्थित हमास सरकार के प्रमुख रावी मुश्तहा और उसके दो अन्य साथियों को मार गिराया है। इजरायली सेना ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है कि तीन महीने पहले गाजा में आईडीएफ और आईएसए के संयुक्त हमले में तीन हमास आतंकियों को मार गिराया था। इनमें गाजा में हमास सरकार के प्रमुख रावी मुश्तहा, हमास के राजनीतिक ब्यूरो और हमास की श्रम समिति में सुरक्षा विभाग संभालने वाला समेह अल-सिराज और हमास के सामान्य सुरक्षा तंत्र का कमांडर सामी औदेह शामिल हैं।

इजरायली सेना ने अपने बयान में कहा, 'रावी मुश्तहा ने याह्या सिनवार के साथ मिलकर हमास के सुरक्षा तंत्र की स्थापना की थी। रावी ने भी याह्या के साथ इजरायली जेल में सजा काटी थी। मुश्तहा ने गाजा पट्टी में युद्ध के दौरान हमास शासन पर नागरिक नियंत्रण बनाए रखा।

आईडीएफ ने करहा है कि उसकी वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने इन तीनों पर तब हमला किया थास जब वे उत्तरी गाजा में एक मजबूत अंडरग्राउंड बंकर में छिपे हुए थे। यह बंकर हमास कमांड और नियंत्रण केंद्र के रूप में काम कर रहा था। हमास के वरिष्ठ कमांडर इसके अंदर रह रहे थे। इसमें लंबे समय तक छिपे रहने के लिए हर तरह की सुख सुविधाएं थीं। इस बंकर का प्रबंधन हमास के सामान्य सुरक्षा तंत्र के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा किया जाता था और यह मुश्तहा के नेतृत्व वाले हमास प्रमुखों के लिए एक ठिकाने के रूप में कार्य करता था।

इजरायली सेना ने कहा कि बंकर पर हमले और आतंकवादियों के खात्मे के बाद हमास ने इस वजह से मुश्तहा के मौत की पुष्टि नहीं कि क्योंकि उन्हें डर था कि इस खबर से आतंकवादी गुर्गों के मनोबल और कामकाज पर असर पड़ेगा।

नसरल्लाह के बाद याह्या सिनवार भी था निशाने पर, आखिरी वक्त में इजराइल ने रोका मारने का प्लान, जानें क्यों

#israel_came_close_to_kill_hamas_chief_sinwar_why_did_plan_changed

हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत के बाद हमास का प्रमुख याह्या सिनवार भी इजराइल के निशाने पर था। हालांकि, ऐन वक्त पर सिनवार के खात्मे का प्लान रोक दिया गया। पहले खबर थी कि इजरायल ने उसे मौत के घाट उतार दिया है। मगर अब यह कन्फर्म हो गया है कि वह मरा नहीं है। माना जा रहा है कि इजरायल ने अपने लोगों की जान बचाने की खातिर अब तक याह्या सिनवार को बख्श रखा है। 

इजरायली न्यूज आउटलेट N12 ने रविवार 29 सितम्बर की रात अपनी विशेष रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है। एन12 के अनुसार, इजरायल को एक खुफिया इनपुट मिला था। यह सिनवार को खत्म करने का बेहतरीन मौका था, लेकिन बंधकों को नुकसान पहुंचने के डर से ऐसा नहीं किया गया। बंधकों को उसी इलाके में रखा गया था, जहां हमास नेता मौजूद था।

इजरायली मीडिया एन12 न्यूज ने अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट में खुलासा किया है कि इजरायल के पास हमास नेता याह्या सिनवार को खत्म करने का पूरा मौका था मगर आतंकी गुट की कैद में रखे गए इजरायली बंधकों को नुकसान के डर से उसने ऐसा नहीं किया। N12 न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि इजरायल को एक ऐसी सीक्रेट सूचना मिली थी, जिससे उसे याह्या सिनवार को मार गिराने का एक अनोखा मौका मिल सकता था। मगर इजरायल ने यह मौका जानबूझकर हाथ से जाने दिया। इसकी वजह यह थी कि आतंकी संगठन हमास के सरगना याह्या सिनवार के साथ इजरायली बंधक भी रखे गए हैं।

हिज्बुल्लाह चीफ नसरल्लाह की तरह याह्या सिनवार की खुफिया लोकेशन ट्रेस की जा चुकी थी। गाजा के जिस इलाके में सिनवार छिपा था उसकी घेराबंदी IDF के स्पेशल एलीट कमांडोज ने कर ली थी। सिनवार की जिंदगी और मौत के बीच के चंद मिनटों का फासला था मगर सिनवार का हंट ऑपरेशन शुरू होता उससे पहले ही IDF ने सिनवार को मारने का प्लान बदल दिया।

अगर इजराइल सिनवार के ठिकाने पर एयर स्ट्राइक करता या फिर स्पेशल ऑपरेशन को अंजाम देता तो यकीनन इस हमले में कई बंधकों की जान जा सकती थी या फिर सिनवार अपने बचाव के लिए बंधकों का इस्तेमाल कर सकता था। उन्हें जान से मार सकता था। बस इसी नुकसान के डर इजरायल ने सिनवार के खात्मे के प्लान को रोका।

याह्या सिनवार को हमास के अपने पूर्ववर्ती इस्माइल हानिया की तेहरान में हत्या के बाद समूह का नया नेता चुना गया था। हानिया 31 जुलाई को तेहरान में हुए एक विशेष हमले में मारे गए थे। याह्या सिनवार इतना खतरनाक है कि उसे गाजा के लादेन के नाम से जाना जाता है। उसने ही 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमले की योजना बनाई थी। इस हमले में 1200 इजरायली मारे गए थे, जबकि 251 को हमास के आतंकी बंधक बनाकर गाजा ले गए थे।7 अक्टूबर के हमले के बाद से ही याह्या सिनवार गाजा के नीचे बनी सुरंगों में छिपकर रह रहा है।

क्या मार दिया गया इजरायल पर हमले का मास्टरमाइंड याह्या सिनवार? इस्माइल हानिया जैसा तो नहीं हुआ अंजाम

#where_is_yahya_sinwar_israel_probes_hamas_leader_death_in_gaza_strike

इजरायल और हमास के बीच गाजा में करीब साल भर से जंग जारी है। हमास के खात्मे की कसम खाने वाला इजरायल लगातार गाजा पर बमबारी कर रहा है। इजरायल ने गाजा को खंडहर में तबदील कर दिया है। सैकड़ों हमास लड़ाकों को मौत की नींद सुला चुकी इजरायली सेना ईरान में उसके पूर्व चीफ इस्माइल हनीयेह को भी मार चुका है। इस बीच हमास नेता याह्या सिनवार को लेकर बड़ी खबर आ रही है।कहा जा रहा है कि हमास चीफ याह्या सिनवार की संभवतः इजरायली हमले में मौत हो गई है।

खबर आई कि गाजा सिटी के स्कूल पर हुए रॉकेट हमले में यह्या सिनवार भी मारा गया है। इजरायल ने बीते दिन हमास के एक स्कूल को निशाना बनाया, जिसमें 20 से ज्यादा फिलिस्तीनी लोग मारे गए। ये भी खबर है कि इस हमले में हमास का नया चीफ याह्या सिनवार भी मारा गया। हालांकि, इसकी पुष्टी नहीं हो पाई है।

हालांकि इजरायल ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है। इजरायली खुफिया एजेंसी शिन बेट और इजरायल डिफेंस फोर्सेज के अधिकारियों ने कहा है कि वह इन रिपोर्ट्स की जांच कर रहे हैं, हालांकि फिलहाल सिनवार की मौत की पुष्टि करने वाला उन्हें कोई सबूत नहीं मिला है।

वाल्ला न्यूज वेबसाइट ने बताया है कि इजरायली आंतरिक खुफिया एजेंसी शिन बेट ने रिपोर्ट को खारिज किया है और उसका मानना है कि सिनवार जीवित है। यरुशलम पोस्ट के अनुसार, आईडीएफ ने रविवार को कहा कि वे हमास प्रमुख याह्या सिनवार की मौत की रिपोर्ट की न तो पुष्टि कर सकते हैं और न ही खंडन कर सकते हैं। पोस्ट ने विभिन्न स्रोतों से बात की लेकिन किसी ने भी ऐसे ऑपरेशन का जिक्र नहीं किया, जो आईडीएफ ने सिनवार को मारने के लिए चलाया था

याह्या सिनवार को बीत साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए बड़े आतंकी हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। इस हमले में 1200 से अधिक इजरायली मारे गए थे, जबकि 254 को हमास के आतंकी अपहरण करके गाजा में ले गए थे। इस हमले के बाद इजरायल ने गाजा में बड़ा अभियान शुरू किया था।

तेहरान में इसी साल अगस्त में हुए धमाके में इस्माइल हानिया की मौत के बाद सिनवार को हमास की कमान मिली थी। इससे पहले वह इसकी सुरक्षा शाखा का जिम्मा संभालता था और अपनी क्रूर रणनीति के लिए जाना जाता था।

याह्या सिनवार बना हमास का नया चीफ, इजराइली हमले का है मास्टर माइंड

#yahya_sinwar_became_new_leader_of_hamas 

इस्माइल हानिया की मौत के बाद याह्या सिनवार को हमास का चीफ बनाया गया है। हमास ने मंगलवार को एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी। इससे पहले याह्या सिनवार सिर्फ गाजा में हमास की कमान संभाल रहा था।याह्या सिनवार पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल पर किये गए हमलों का मुख्य साजिशकर्ता है। बता दें कि बीते दिनों ईरान की राजधानी तेहरान में हानिया की हत्या कर दी गई थी। हनिया की हत्या के बाद से ये सर्वोच्च पद खाली था। अब याह्या सिनवार को हमास का चीफ बनाया गया है।

7 अक्टूबर को दक्षिणी इजराइल में हुए हमले में सिनवार को ही सूत्रधार माना जाता है। इस हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 251 बंधक बनाए गए थे। इसी हमले से गाजा में चल रहे युद्ध की शुरुआत हुई थी। इजरायल पर सात अक्टूबर को हमले के बाद से सिनवार सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आया है। इजराइल में हमले के बाद से सिनवार गाजा में ही छिपा हुआ है।इजरायली सेना का दावा है कि सिनवार गाजा की सुरंगों में छुपा हुआ है।

सिनवार ही क्यों चुना गया हमास का चीफ

आमतौर पर किसी चीफ के मरने के बाद उनकी जगह डिप्टी चीफ लेता है, लेकिन हमास के डिप्टी चीफ रहे सालेह अल-अरूरी की हत्या इसी साल जनवरी में हो गई थी। इजराइली सेना ने एक ड्रोन हमले में हमास के नंबर-2 नेता को मार दिया था। हमास के पॉलिटिकल विंग में नंबर-1 और नंबर-2 दोनों की कुर्सी खाली हो गई थीं। फिलहाल, हमास में कोई ऐसा नेता नहीं है, जो इजराइल की जंग का गाजा की स्थिति को सिनवार से बेहतर समझ सके। ऐसे में उसे चीफ बनाया गया है।

शरणार्थी शिविर में पैदा हुआ सिनवार

सिनवार का हमास के साथ जुड़ाव का एक लंबा इतिहास रहा है। 1962 में खान यूनिस शरणार्थी शिविर में पैदा हुआ सिनवार हमास के मिलिशिया अल कसम ब्रिगेड के संस्थापकों में से एक है। सिनवार इजरायली अदालत से आजीवन कारावास की सजा पा चुका है और लंबा समय इजरायल की जेल में बिताया है। 

22 साल जेल में रहा सिनवार

दो इजरायली सैनिकों और चार फिलिस्तीनियों का अपहरण और उनकी हत्या करने के आरोप में सिनवार को 1989 में गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त याह्या की उम्र 19 साल थी। मुकदमा चला। बाद में उसे चार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गईं। हालांकि, 2011 में इजराइली सैनिक गिलाद शालिट के बदले में 1000 से ज्यादा कैदियों की अदला-बदली के दौरान सिनवार को भी रिहा कर दिया गया था। तब तक सिनवार करीब 22 साल जेल में बिता चुका था। लंबे समय तक इजरायली जेल में रहने की वजह से सिनवार को हिब्रू का जानकार और इजरायली समाज की अच्छी समझ रखने वाले नेता के तौर पर देखा जाता है।

यरुशलम पोस्ट दावा करता है कि सिनवार एक कट्टरपंथी होने के साथ ही आत्ममुग्ध व्यक्ति भी है। वह कथित तौर पर मसीहाई विचार रखता है। सिनवार खुद को और हमास को ऐसे दूत के रूप में देखता है, जो पूरी दुनिया में इस्लाम फैलाएगा और दूसरे धर्म के लोगों को खत्म कर देगा। ये फिलिस्तीन की मुक्ति से शुरू होगा।सिनवार हमास के लड़ाकों को धर्म के योद्धा की तरह संबोधित करता है, वहीं इजरायल को शैतान की तरह पेश करता है।

हानिया, फउद शुकर और अब हमास के मिलिट्री कमांडर देइफ का भी खात्मा, इजराइल ने एयरस्ट्राइक में मार गिराया

#israel_says_hamas_top_military_commander_mohammed_deif_killed 

इजरायली सेना एक के बाद एक हमास को 3 बड़े जख्म दिए हैं। हमास के मुखिया इस्माइल हानिया और हिजबुल्ला कमांडर फउद शुकर के खात्मे के बाद इजरायली सेना ने हमास के सैन्य प्रमुख मोहम्मद देइफ को भी मार गिराया है। इजराइल ने खुद इसकी पुष्टि की है। इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि गाजा के ओसामा बिन लादेन कहा जाने वाला मुहम्मद देइफ को 13 जुलाई को खत्म कर दिया गया।मोहम्मद दइफ की मौत एक एयर स्ट्राइक में हुई।

इजराइल की सेना ने गुरुवार को एक बयान जारी कर बताया कि हमास का सैन्य कमांडर मोहम्मद दइफ जुलाई में ही एक एयर स्ट्राइक हमले में मारा गया था। यह एयर स्ट्राइक गाजा के दक्षिणी इलाके खान यूनिस में की गई थी। इजराइली सेना का यह बयान हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत के एक दिन बाद ही आया है। हानिया का बुधवार को ईरान की राजधानी तेहरान में हत्या कर दी गई थी। 

जानकारी के मुताबिक गाजा के खान यूनिस में 13 जुलाई को स्ट्राइक किया था, जिसमें देइफ की मौत आज आधिकारिक पुष्टि की गई है। इस हमले में खान यूनिस ब्रिगेड के कमांडर राफा सलामेह और उनके साथ अन्य लड़ाके भी मारे गए थे।इजरायल का आरोप है कि देइफ ही 7 अक्टूबर के हमास के हमले का मास्टरमाइंड था। उस हमले में 1200 लोगों की मौत हुई थी और ढाई से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया गया था। 

इजरायली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने बताया है कि पिछले महीने दक्षिणी गाजा पट्टी में एक इजरायली हवाई हमले में देइफ मारा गया था।58 साल का देइफ करीब दो दशक से अधिक समय से अलदीन अल-कसम ब्रिगेड में था और इजरायल के लिए मोस्ट वॉन्टेड था। देइफ पर कई हमले हुए और इनमें उसकी एक आंख भी कुछ साल पहले खराब हो गई थी।

मारा गया हमास चीफ इस्माइल हानिया, ईरान के तेहरान में हुई हत्या, क्या इजराइल ने लिया अपना बदला?

#israel_hamas_war_ismail_haniyeh_killed_in_iran

इजराइल और हमास जंग के बीच बड़ी खबर है।हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस्माइल हानिया की ईरान में हत्या कर दी गई है। ईरान की सेना ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने भी इसकी पुष्टि की है। इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के जनसंपर्क विभाग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि, हानिया और उसके एक बॉडीगार्ड की तेहरान स्थित उनके आवास पर हत्या कर दी गई है। हानिया ईरान के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में बतौर गेस्ट शामिल होने आया था। इसी दौरान इस्माइल हानिया मारा गया।

ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के जनसंपर्क विभाग ने बताया कि हमला बुधवार की सुबह हुआ और घटना की जांच की जा रही है। बयान में इस्माइल हानिया की मौत पर दुख जताया गया और फिलिस्तीन के लोगों के प्रति समर्थन जताया गया। हमास ने भी बयान जारी कर इस्माइल हानिया की मौत की पुष्टि की है और साथ ही हत्या का आरोप इजराइल पर लगाया है। 

इस्माइल हानिया की हत्या के बाद हमास का बयान सामने आया है। उसका कहना है कि अल्लाह के मार्ग में मारे गए लोगों को मरा हुआ न समझो, बल्कि वे अपने रब के पास जीवित हैं। इस्लामिक रजिस्टेंस मूवमेंट हमास हमारे महान फिलिस्तीनी लोगों, अरब एंड इस्लामी राष्ट्र और दुनिया के सभी स्वतंत्र लोगों के बेटों के लिए शोक व्यक्त करता है। भाई नेता, शहीद, सेनानी इस्माइल हानिया, आंदोलन के नेता, जो नए ईरानी राष्ट्रपति के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के बाद तेहरान में अपने निवास पर एक विश्वासघाती ज़ायोनी छापे के परिणामस्वरूप गुजर गए। हम अल्लाह के हैं और उसी की पास लौटेंगे। यह जीत या शहादत का जिहाद है। हमास का कहना है कि हानिया की हत्या की सजा जरूर मिलेगी।

इससे पहले अप्रैल में हवाई हमले में हानिया के तीन बेटे मारे गए थे।अप्रैल 2024 में इजराइली सेना ने हानिया के तीन बेटों को भी मार गिराया था। इजराइल ने गाजा पट्टी पर एयर स्ट्राइक की थी जिसमें हानिया के तीन बेटे मारे गए थे। इजराइली सेना ने तब बताया था कि हानिया के तीन बेटे आमिर, हाजेम और मोहम्मद गाजा में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने जा रहे थे, इस बीच तीनों हवाई हमलों की चपेट में आ गए। 

हानिया को 6 मई 2017 को हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो का प्रमुख चुना गया था। अमेरिका के विदेश विभाग ने 2018 में हानिया को आतंकवादी घोषित किया था।इस्माइल हनीया का जन्म 1962 में गाजा पट्टी के अल-शती शरणार्थी शिविर में हुआ था।इस्माइल ने 2006 से लेकर 2007 में फिलिस्तीनी प्राधिकरण (पीए) के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। हमास ने 2006 के फिलिस्तीनी विधायी चुनावों में अधिकांश सीटें जीती थीं। प्रतिद्वंद्वी फतह के साथ गुटीय लड़ाई के बाद सरकार को भंग कर दिया गया और गाजा पट्टी में एक स्वायत्त हमास के नेतृत्व वाले प्रशासन की स्थापना की गई थी। हानिया ने गाजा पट्टी (2007-14) में वास्तविक सरकार के नेता के रूप में काम किया था। 2017 में उन्हें खालिद मेशाल की जगह हमास के राजनीतिक ब्यूरो प्रमुख के रूप में चुना गया था।

गाजा में रिटायर्ड भारतीय कर्नल की हत्या, संयुक्त राष्ट्र में थे तैनात*
#israel_hamas_war_indian_retd_colonel_died_in_attack
दक्षिणी गाजा के रफाह शहर के खान यूनिस इलाके में हुई गोलीबारी से संयुक्त राष्ट्र के एक कर्मचारी की मौत हो गई, जबकि एक अन्य कर्मचारी जख्मी हो गया।गाजा के रफाह में अस्पताल जाते समय भारतीय सेना के पूर्व कर्नल वैभव अनिल काले इजरायली हवाई हमले में मारे गए हैं। उन्होंने तीन सप्ताह पहले ही बतौर सुरक्षा सेवा समन्वयक संयुक्त राष्ट्र के लिए काम शुरू किया था। घटना के वक्त संयुक्त राष्ट्र का झंडा लेकर एक वाहन से जा रहे थे। को इजरायल-हमास संघर्ष शुरू होने के बाद संयुक्त राष्ट्र के किसी अंतरराष्ट्रीय कर्मी की मौत का यह पहला मामला बताया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फरहान हक की तरफ से जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक, 46 वर्षीय वैभव अनिल काले एक महीने पहले ही गाजा में संयुक्त राष्ट्र डिपार्टमेंट ऑफ सेफ्टी एंड सिक्योरिटी (डीएसएस) विभाग में बतौर सिक्योरिटी सर्विस कॉर्डिनेटर के तौर पर शामिल हुए थे। अनिल काले संयुक्त राष्ट्र के स्टीकर लगी गाड़ी में सफर कर रहे थे, उनकी गाड़ी पर संयुक्त राष्ट्र का झंडा भी लगा था। संयुक्त राष्ट्र के बयान के मुताबिक यह हमला उस वक्त हुआ जब सुबह को अनिल काले अपने सहयोगी के साथ यूएन की गाड़ी में रफाह स्थित यूरोपियन अस्पताल जा रहे थे। संयुक्त राष्ट्र के सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र कर्मी पर हुए हमले की कड़ी निंदा की और मौत पर दुख जताया है। साथ ही, मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने मृतक परिवार को भी अपना शोक संदेश भेजा है। संयुक्त राष्ट्र से जुड़ीं एजेंसियों के हवाले से पता लगा है कि काले के वाहन पर गोलियां बरसाई गईं। ये गोलियां किसने मारीं, अभी इस बारे में जानकारी नहीं मिली है। आईडीएफ की ओर से कहा गया है कि हमले की जांच की जा रही है। हमला सक्रिय युद्ध वाले इलाके में हुआ। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेबियस ने काले की मौत के बाद दुख जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि शांति और युद्ध रोकने की कोशिश होनी चाहिए। काले से पहले भी कई जिंदगियां यहां तबाह हो चुकी हैं। कर्नल काले में 2022 में भारतीय सेना से रिटायरमेंट ली थी। इसके बाद दो महीने पहले वे संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा और सुरक्षा विभाग (डीएसएस) में गए थे। काले 11 जम्मू और कश्मीर राइफल्स में सेवाएं दे चुके थे। इजराइल पर हमास ने 7 अक्टूबर को आतंकवादी हमला किया था। उसके बाद से दोनों में भीषण जंग चल रही है। गाजा में अब तक 190 से ज्यादा संयुक्त राष्ट्र कर्मी मारे जा चुके हैं। वहीं, 35,091 फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए हैं, जबकि 78827 लोग घायल हुए हैं। इजराइल के 33 बच्चों सहित 1200 से अधिक लोग मारे गए हैं।