दिवाली की सुबह धुंध की चादर में लिपटी दिल्ली, शाम से देर रात तक खूब छूटे पटाखें, कहां सोई रही सरकार की टीमें

#delhi_ncr_air_quality_index_aqi

देश की राजधानी पहले से ही प्रदूषद की ज़द है। आज दिवाली की सुबह दिल्ली में वायु गुणवत्ता 418 के पार पहुंच गई है। धुंध के साए में राजधानी धुंधली नजर आई। दरअसल, प्रदूषण के खतरनाक श्रेणी में पहुंच जाने के कारण दिल्ली में पटाखे जलाने पर बैन है। लेकिन बुधवार को पटाखों की गूंज देर रात तक सुनाई देती रही। नतीजा गुरुवार की सुबह दिल्ली की सड़कों पर धुंध की चादर दिखी।

राजधानी दिल्ली में दो दिन की हल्की सी राहत के बाद आज दिवाली के दिन प्रदूषण बहुत खराब स्थिति में पहुंच गया है। सुबह आनंद विहार इलाके में धुंध की चादर छाई हुई है। सीपीसीबी के अनुसार, आनंद विहार का वायु गुणवत्ता सूचकांक 418 है जो 'गंभीर' श्रेणी में है। दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर के पास के इलाके में वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में है।

गुरुवार सुबह दिल्ली के नरेला में एक्यूआई 311 दर्ज किया गया. वहीं, अलीपुर में एक्यूआई 322 दर्ज किया गया। इसके अलावा अशोक विहार फेज वन में 282 , सिविल लाइन में 251, दिल्ली कैंट में 210, द्वारका सेक्टप 10 में 245, आईटी जहांगीरपुरी में 309 और कश्मीरी गेट आइएसबीटी में एक्यूआई 244 दर्ज किया। इसके अलावा दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में एक्यूआई 200 के पार ही दर्ज किया गया, जिसका मतलब है कि दिल्ली की हवा बेहद खराब श्रेणी में है।

दिवाली के दिन आतिशबाजी होने से अगले दिन शुक्रवार को हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज होने की आशंका है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि बृहस्पतिवार को बेहद खराब श्रेणी में बनी रहेगी। साथ ही, आतिशबाजी और पराली का धुआं हवा को जहरीला बना सकता है। ऐसे में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच सकती है। इससे लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए पटाखों पर बैन है। इसके बावजूद, दिल्ली में कई जगहों पर पटाखों की बिक्री जारी है, जिससे दिल्ली का वायु प्रदूषण और भी ज्यादा गंभीर हो गया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि बैन के बावजूद पटाखों की बिक्री कैसे हो रही है। आखिर आम आदमी पार्टी की सरकार की वो टीमें कहां हैं, जो प्रदूषण नियंत्रण के कामों में लगे हुए हैं?

जबकि दिल्ली सरकरा की माने तो पटाखे इस दिवाली पर न जलें और न ही बिकें, इसके लिए 377 टीमों का गठन किया गया है। यह जानकारी पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दी। उन्होंने पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लागू करवाने के लिए मंगलवार को संबंधित विभागों के साथ एक बैठक की और पटाखों पर बैन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए। बैठक में दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि पुलिस की 300 टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं।

दिवाली की सुबह धुंध की चादर में लिपटी दिल्ली, शाम से देर रात तक खूब छूटे पटाखें, कहां सोई रही सरकार की टीमें*
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देश की राजधानी पहले से ही प्रदूषद की ज़द है। आज दिवाली की सुबह दिल्ली में वायु गुणवत्ता 418 के पार पहुंच गई है। धुंध के साए में राजधानी धुंधली नजर आई। दरअसल, प्रदूषण के खतरनाक श्रेणी में पहुंच जाने के कारण दिल्ली में पटाखे जलाने पर बैन है। लेकिन बुधवार को पटाखों की गूंज देर रात तक सुनाई देती रही। नतीजा गुरुवार की सुबह दिल्ली की सड़कों पर धुंध की चादर दिखी। राजधानी दिल्ली में दो दिन की हल्की सी राहत के बाद आज दिवाली के दिन प्रदूषण बहुत खराब स्थिति में पहुंच गया है। सुबह आनंद विहार इलाके में धुंध की चादर छाई हुई है। सीपीसीबी के अनुसार, आनंद विहार का वायु गुणवत्ता सूचकांक 418 है जो 'गंभीर' श्रेणी में है। दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर के पास के इलाके में वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में है। गुरुवार सुबह दिल्ली के नरेला में एक्यूआई 311 दर्ज किया गया. वहीं, अलीपुर में एक्यूआई 322 दर्ज किया गया। इसके अलावा अशोक विहार फेज वन में 282 , सिविल लाइन में 251, दिल्ली कैंट में 210, द्वारका सेक्टप 10 में 245, आईटी जहांगीरपुरी में 309 और कश्मीरी गेट आइएसबीटी में एक्यूआई 244 दर्ज किया। इसके अलावा दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में एक्यूआई 200 के पार ही दर्ज किया गया, जिसका मतलब है कि दिल्ली की हवा बेहद खराब श्रेणी में है। दिवाली के दिन आतिशबाजी होने से अगले दिन शुक्रवार को हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज होने की आशंका है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि बृहस्पतिवार को बेहद खराब श्रेणी में बनी रहेगी। साथ ही, आतिशबाजी और पराली का धुआं हवा को जहरीला बना सकता है। ऐसे में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच सकती है। इससे लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए पटाखों पर बैन है। इसके बावजूद, दिल्ली में कई जगहों पर पटाखों की बिक्री जारी है, जिससे दिल्ली का वायु प्रदूषण और भी ज्यादा गंभीर हो गया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि बैन के बावजूद पटाखों की बिक्री कैसे हो रही है। आखिर आम आदमी पार्टी की सरकार की वो टीमें कहां हैं, जो प्रदूषण नियंत्रण के कामों में लगे हुए हैं? जबकि दिल्ली सरकरा की माने तो पटाखे इस दिवाली पर न जलें और न ही बिकें, इसके लिए 377 टीमों का गठन किया गया है। यह जानकारी पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दी। उन्होंने पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लागू करवाने के लिए मंगलवार को संबंधित विभागों के साथ एक बैठक की और पटाखों पर बैन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए। बैठक में दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि पुलिस की 300 टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं।
दिवाली की सुबह धुंध की चादर में लिपटी दिल्ली, शाम से देर रात तक खूब छूटे पटाखें, कहां सोई रही सरकार की टीमें*
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देश की राजधानी पहले से ही प्रदूषद की ज़द है। आज दिवाली की सुबह दिल्ली में वायु गुणवत्ता 418 के पार पहुंच गई है। धुंध के साए में राजधानी धुंधली नजर आई। दरअसल, प्रदूषण के खतरनाक श्रेणी में पहुंच जाने के कारण दिल्ली में पटाखे जलाने पर बैन है। लेकिन बुधवार को पटाखों की गूंज देर रात तक सुनाई देती रही। नतीजा गुरुवार की सुबह दिल्ली की सड़कों पर धुंध की चादर दिखी। राजधानी दिल्ली में दो दिन की हल्की सी राहत के बाद आज दिवाली के दिन प्रदूषण बहुत खराब स्थिति में पहुंच गया है। सुबह आनंद विहार इलाके में धुंध की चादर छाई हुई है। सीपीसीबी के अनुसार, आनंद विहार का वायु गुणवत्ता सूचकांक 418 है जो 'गंभीर' श्रेणी में है। दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर के पास के इलाके में वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में है। गुरुवार सुबह दिल्ली के नरेला में एक्यूआई 311 दर्ज किया गया. वहीं, अलीपुर में एक्यूआई 322 दर्ज किया गया। इसके अलावा अशोक विहार फेज वन में 282 , सिविल लाइन में 251, दिल्ली कैंट में 210, द्वारका सेक्टप 10 में 245, आईटी जहांगीरपुरी में 309 और कश्मीरी गेट आइएसबीटी में एक्यूआई 244 दर्ज किया। इसके अलावा दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में एक्यूआई 200 के पार ही दर्ज किया गया, जिसका मतलब है कि दिल्ली की हवा बेहद खराब श्रेणी में है। दिवाली के दिन आतिशबाजी होने से अगले दिन शुक्रवार को हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज होने की आशंका है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि बृहस्पतिवार को बेहद खराब श्रेणी में बनी रहेगी। साथ ही, आतिशबाजी और पराली का धुआं हवा को जहरीला बना सकता है। ऐसे में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच सकती है। इससे लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए पटाखों पर बैन है। इसके बावजूद, दिल्ली में कई जगहों पर पटाखों की बिक्री जारी है, जिससे दिल्ली का वायु प्रदूषण और भी ज्यादा गंभीर हो गया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि बैन के बावजूद पटाखों की बिक्री कैसे हो रही है। आखिर आम आदमी पार्टी की सरकार की वो टीमें कहां हैं, जो प्रदूषण नियंत्रण के कामों में लगे हुए हैं? जबकि दिल्ली सरकरा की माने तो पटाखे इस दिवाली पर न जलें और न ही बिकें, इसके लिए 377 टीमों का गठन किया गया है। यह जानकारी पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दी। उन्होंने पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लागू करवाने के लिए मंगलवार को संबंधित विभागों के साथ एक बैठक की और पटाखों पर बैन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए। बैठक में दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि पुलिस की 300 टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं।
दिल्ली निवासियों को सांस लेने में हुई दिक्कत, दिवाली से पहले वायु प्रदूषण और भी बदतर

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Delhi

वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के अनुसार रविवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता और भी खराब हो गई, वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 352 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है।

आनंद विहार जैसे क्षेत्रों में AQI 400 अंक को पार कर गया, जो सुबह 7 बजे 405 दर्ज किया गया, जिसे 'गंभीर' श्रेणी में रखा गया, जो शनिवार को दर्ज किए गए 367 AQI से भी खराब है। यह पूर्वानुमान शनिवार को दर्ज किए गए औसत AQI 255 से काफी खराब है, जिसे 'खराब' श्रेणी में रखा गया है। अक्षरधाम मंदिर में AQI 261 दर्ज किया गया, जबकि IGI हवाई अड्डे पर AQI 324 दर्ज किया गया, दोनों को 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा गया।

शहर में धुंध की एक परत छाई हुई है, जो सुबह-सुबह सबसे अधिक दिखाई देती है। लोगों का कहना कहा कि बढ़ते प्रदूषण से "दम घुटन" महसूस होती है।

एक साइकिल चालक ने समाचार एजेंसी ANI को बताया, "हम दिल्ली से हैं और हम (साइकिल चालक समूह) यहाँ रोज़ाना साइकिल चलाते हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वायु प्रदूषण की इस स्थिति के कारण हमें बहुत परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा, "हम ठीक से साँस नहीं ले पा रहे हैं, प्रदूषण के कारण हम जल्दी थक जाते हैं। हम रूमाल पहनने जैसी सावधानियाँ बरतते हैं, लेकिन कुछ भी काम नहीं कर रहा है क्योंकि प्रदूषण बहुत बढ़ रहा है।" 

नागरिकों ने सरकार से इस अवधि के दौरान श्वसन संबंधी बीमारियों के मामलों में वृद्धि के कारण कार्रवाई करने का आह्वान किया है। साइकिल चालक ने एएनआई को बताया कि सरकार द्वारा उठाए गए कदम पर्याप्त प्रभावी नहीं लगते हैं, और सरकार को लोगों को सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने कहा, "सरकार ने निर्माण रोकने और ऑड-ईवन लागू करने जैसे कुछ काम किए हैं, लेकिन ऐसा लगता नहीं है कि यह काम कर रहा है क्योंकि यह दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। लोगों को सार्वजनिक परिवहन और कारपूलिंग का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए रचनात्मक उपाय किए जाने चाहिए।" 

त्योहारी सीजन के दौरान प्रदूषण पर अंकुश लगाने के प्रयास में, दिल्ली सरकार ने 1 जनवरी तक पटाखों के उपयोग और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार ने हवा में कण पदार्थ को कम करने के लिए सड़कों पर पानी का छिड़काव, सार्वजनिक स्थानों की लगातार सफाई जैसे उपाय भी अपनाए हैं।

दिल्ली में सर्दियों का केहर: दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के 13 हॉटस्पॉट की पहचान की, हुआ पैनल का गठन
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India Gate in winters (Tripoto)दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में वायु गुणवत्ता को लेकर चिंताएं बढ़ने के बीच पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को घोषणा की कि सरकार ने दिल्ली में 13 स्थानों पर प्रदूषण के स्थानीय स्रोतों की पहचान करने और उन्हें दूर करने के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया है, जहां वायु गुणवत्ता “बहुत खराब” स्तर पर पहुंच गई है।मंत्री ने उल्लेख किया कि जबकि पूरी दिल्ली में वायु गुणवत्ता “खराब” है, लेकिन इन 13 हॉटस्पॉट पर यह विशेष रूप से “बहुत खराब” है, क्योंकि इन क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 से अधिक हो गया है। सर्दी आ रही है और वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। मंत्री ने कहा, "दिल्ली में वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच गई है।"  गोपाल राय के अनुसार, 13 हॉटस्पॉट पहचाने गए क्षेत्र नरेला, बवाना, मुंडका, वजीरपुर, रोहिणी, आर के पुरम, ओखला, जहांगीरपुरी, आनंद विहार, पंजाबी बाग, मायापुरी और द्वारका सेक्टर-8 हैं। राय ने कहा, "दिल्ली में वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच गई है, लेकिन 13 हॉटस्पॉट में प्रदूषण बढ़ रहा है। इन 13 हॉटस्पॉट के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया गया है, वहां के स्रोतों की पहचान की गई है और एमसीडी डीसी को इसका प्रभारी बनाया गया है।"  प्रदूषण समन्वय समिति क्या करेगी?दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि समिति का नेतृत्व दिल्ली नगर निगम के उपायुक्त करेंगे और डीपीसीसी इंजीनियरों को सभी हॉटस्पॉट पर 'प्रदूषण वार रूम' को दैनिक रिपोर्ट प्रदान करने के लिए नियुक्त किया गया है। "कल वे जमीन का दौरा करेंगे। मंत्री ने कहा, "लोक निर्माण विभाग द्वारा मोबाइल एंटी-स्मॉग गन तैनात की जाएंगी, ताकि वहां धूल प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके।" उन्होंने यह भी बताया कि इन 13 हॉटस्पॉट पर 300 से अधिक AQI में योगदान देने वाले प्रमुख कारक के रूप में धूल की पहचान की गई है, और बताया कि इन क्षेत्रों में धूल के स्तर को कम करने के लिए 80 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन तैनात की गई हैं।
बम की धमकी के बाद मुंबई से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट को डायवर्ट किया गया, 2 दिनों में 12वीं घटना

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Indigo flight diverted to Ahemdabad (Bloomberg)

बम की धमकी मिलने के बाद मंगलवार रात को मुंबई से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया, जिसे बाद में फर्जी पाया गया। करीब 200 यात्रियों और चालक दल को ले जा रहे इस विमान को सुरक्षित तरीके से उतार लिया गया और गहन जांच के बाद कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। पिछले दो दिनों में यह 12वीं ऐसी घटना है।

अधिकारियों के अनुसार, मुंबई से उड़ान भरने के तुरंत बाद एक अज्ञात व्यक्ति ने ट्वीट के जरिए धमकी दी थी। मुंबई एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने पायलटों को सतर्क किया, जिन्होंने उस समय निकटतम हवाई अड्डे अहमदाबाद हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करने का फैसला किया। विमान को अलग कर दिया गया और सुरक्षा एजेंसियों ने रात भर तलाशी ली, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। बुधवार को सुबह 8 बजे विमान ने दिल्ली के लिए अपनी यात्रा फिर से शुरू की।

इंडिगो ने कहा कि "सुरक्षा संबंधी चेतावनी" के कारण फ्लाइट 6E 651 को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया और मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन किया गया। एयरलाइन ने किसी भी असुविधा के लिए माफ़ी मांगी और ग्राहकों और चालक दल की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया।

फ़्लाइट में बम की धमकी

यह घटना, फ़्लाइट को निशाना बनाकर की जाने वाली फ़र्जी बम धमकियों की श्रृंखला में नवीनतम है। बुधवार को, नई दिल्ली से बेंगलुरु जाने वाली अकासा एयर की फ़्लाइट को बम की धमकी मिलने के बाद राजधानी वापस लौटना पड़ा। सोमवार को, मुंबई से तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को इसी तरह की धमकियाँ मिलीं, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें डायवर्ट करना पड़ा और देरी हुई। इन घटनाओं के मद्देनज़र, केंद्र सरकार ने देश भर के हवाई अड्डों से आने वाली उड़ानों में स्काई मार्शल की संख्या दोगुनी करने का फ़ैसला किया है।

गृह मंत्रालय (एमएचए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि बढ़ते ख़तरे के आकलन और ख़ुफ़िया एजेंसियों से इनपुट मिलने के बाद हाल ही में एयर मार्शल की संख्या दोगुनी करने का फ़ैसला लिया गया है। स्काई मार्शल सशस्त्र सादे कपड़ों में सुरक्षा अधिकारी होते हैं जो यात्री विमानों में यात्रा करते हैं। भारत में, स्काई मार्शल या फ़्लाइट मार्शल की शुरुआत 1999 में कंधार में एयर इंडिया आईसी 814 के अपहरण के बाद की गई थी ताकि भविष्य में अपहरण को रोका जा सके। स्काई मार्शल यात्री (वाणिज्यिक) विमानों में भरी हुई आग्नेयास्त्रों/हथियारों के साथ यात्रा करते हैं और विमान में अपहरण को रोकने के लिए कार्रवाई भी कर सकते हैं।

सरायकेला : रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का होगा विकास
सरायकेला : रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का होगा विकास, अमृत स्टेशन के रूप में किया जाएगा विस्तार महाराष्ट्र के किसानों को प्याज, अंगूर और अन्य कृषि उत्पादों को दूसरे राज्यों के बाजारों में पहुंचाना हुआ आसान महाराष्ट्र के रेलवे विकास बजट में 13 गुना वृद्धि,पिछले दस सालों में राज्य का आवंटन, 1,171 करोड़ से बढ़ाकर 15,940 करोड़ हुआ Posted On: 15 OCT 2024 1:35PM by PIB Delhi केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, और इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर तक 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम का आयोजन महाराष्ट्र के देवलाली रेलवे स्टेशन पर आयोजित किया गया तथा केंद्रीय रेल मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रेल भवन से जुड़े थे। रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने इस रेलगाड़ी का शुभारंभ करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य महाराष्ट्र के किसानों की उपज को तेजी से देश के अन्य राज्यों तक पहुंचाना है। यह ट्रेन नासिक, मनमाड़, जलगांव, भुसावल, इटारसी, जबलपुर, सतना, और दीनदयाल उपाध्याय सहित कई प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी, जिससे किसानों को अपनी उपज को सही समय पर और सही दाम पर बेचने का अवसर मिलेगा। किसान मात्र ₹4 प्रति किलो की दर से अपनी उपज को देवलाली और नासिक जैसे इलाकों से बिहार तक भेज सकेंगे। इस ट्रेन में छोटे और बड़े किसानों के लिए पार्सल वैन के साथ-साथ साधारण श्रेणी के कोच भी लगाए गए हैं, जिससे किसान और श्रमिक दोनों को सफर की सुविधा मिलेगी। देवलाली से दानापुर तक की 1,515 किमी लंबी दूरी पर भाड़ा प्रति किलोमीटर, प्रति किलोग्राम मात्र 28 पैसे से भी कम होगा, जिससे जल्दी खराब होने वाले उत्पादों का कम लागत पर परिवहन संभव होगा। यह गाड़ी न केवल किसानों को नए बाजार उपलब्ध कराएगी बल्कि श्रमिकों को भी सस्ती और सुविधाजनक यात्रा का साधन प्रदान करेगी, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा। श्री वैष्णव ने अपने संबोधन में कहा कि महाराष्ट्र के किसानों के लिए यह एक नई पहल है, जो उन्हें उनकी फसलों के लिए बाजार में सही कीमत प्राप्त करने में मदद करेगी। उन्होंने बताया कि यह ट्रेन किसानों के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की गई है, जिसके सफल होने पर आगे भी ऐसे और किसान हितैषी रेलगाड़ियों की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में रेलवे के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाया गया है। 2014 से पहले, महाराष्ट्र को प्रतिवर्ष रेलवे विकास के लिए मात्र 1,171 करोड़ रुपये का आवंटन मिलता था, जबकि इस वर्ष यह बजट बढ़ाकर 15,940 करोड़ रुपये कर दिया गया है। वर्तमान में राज्य में 5,870 किलोमीटर नई रेल लाइन बिछाने के 41 प्रोजेक्ट्स स्वीकृत हैं, जिन पर कुल 81,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। इसके अलावा, महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का विकास अमृत स्टेशन के रूप में किया जा रहा है, और 318 फ्लाईओवर तथा रोड अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा, श्री वैष्णव ने महाराष्ट्र में रेलवे परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि मुंबई से विभिन्न स्टेशनों के लिए 11 वंदे भारत एक्सप्रेस स्वीकृत हैं, जिनमें से 6 ट्रेनें वर्तमान में चल रही हैं। उन्होंने बुलेट ट्रेन परियोजना पर भी जानकारी दी, जिसके अंतर्गत महाराष्ट्र, गुजरात, और केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली से गुजरने वाली इस परियोजना के लिए अब तक 350 किलोमीटर पियर फाउंडेशन, 316 किलोमीटर पियर निर्माण, और 221 किलोमीटर गर्डर कास्टिंग का कार्य पूरा हो चुका है। बुलेट ट्रेन परियोजना में समुद्र के नीचे 7 किलोमीटर की सुरंग भी शामिल है, जो भारतीय रेल के आधुनिक और प्रगतिशील दृष्टिकोण को दर्शाता है। श्री वैष्णव ने कहा कि महाराष्ट्र के मुंबई उपनगरीय नेटवर्क में कई परियोजनाएं तेजी से पूरी हो रही हैं, जिनसे मुंबई की कनेक्टिविटी में सुधार आएगा। साथ ही, विरार से दहानू रोड के बीच रेल लाइन का चौहरीकरण भी किया जा रहा है। मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्र के उपनगरीय क्षेत्र में नई लोकल सेवाओं के विस्तार से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं, और रोजगार के नए अवसर भी निर्मित हो रहे हैं। अंत में, रेल मंत्री ने इस अवसर पर महाराष्ट्र के किसानों और जनता को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन महाराष्ट्र के किसानों की पुरानी मांग को पूरा करती है और इससे उनकी आय में वृद्धि होगी। यह विशेष किसान रेलगाड़ी न केवल किसानों के उत्पादों को समय पर बाजार में पहुंचाने में सहायक होगी बल्कि श्रमिकों और आम लोगों के लिए भी एक नया यात्रा विकल्प प्रदान करेगी। भारतीय रेल निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है और आने वाले समय में भी महाराष्ट्र और देश के अन्य हिस्सों में रेलवे की आधारभूत संरचना और सेवाओं को और सुदृढ़ करने के लिए कार्य करती रहेगी। इस कार्यक्रम में मुंबई से सेंट्रल रेलवे के रेल महाप्रबंधक श्री धर्मवीर मीणा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।
दिल्ली में सीएम आवास हुआ सील, आप बोली- आतिशी का सामान बाहर निकलवाया

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दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास को लेकर एक नया विवाद सामने आया है।पूर्व मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल 6 फ्लैग स्‍टाफ रोड स्थित सीएम आवास में रहते थे। सीएम पद से इस्‍तीफा देने के बाद उन्‍होंने आवास खाली कर दिया था। इसके बाद दिल्‍ली की नई मुख्‍यमंत्री आतिशी मर्लेना को इसमें शिफ्ट होना था। आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर का दावा है कि सीएम आतिशी को सीएम हाउस अलॉट नहीं किया जा रहा था। अब सिविल लाइंस स्थित सीएम हाउस को सील करने की खबर सामने आई है।

जिस दिन केजरीवाल ने मकान खाली किया था, मकान की चाबी सुनीता केजरीवाल ने एक कर्मचारी को दी थी। उसके बाद चाबी पीडब्ल्यूडी को मिलनी चाहिए थी, जो नहीं मिली। इससे पहले चाबी को लेकर विजिलेंस विभाग नोटिस जारी कर चुका है। इसी को लेकर विभाग ने नोटिस जारी किया है। अब इस मामले में आम आदमी पार्टी ने बड़ा दावा किया है। पार्टी का कहना है कि उपराज्यपाल ने सीएम हाउस से मुख्यमंत्री आतिशी का सारा सामान बाहर निकलवाया दिया है। सीएम आवास को पीडब्ल्यूडी ने लॉक कर दिया है।

“बीजेपी के बड़े नेता को आवास आवंटित करने की तैयारी”

मुख्यमंत्री आवास को सील किए जाने पर सीएमओ की ओर से बयान सामने आया है। सीएमओ की ओर से जानकारी दी गई है कि देश के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री आवास खाली कराया गया है। सीएमओ की ओर से कहा गया है कि भाजपा के इशारे पर एलजी ने जबरन सीएम आतिशी का सामान सीएम आवास से निकाला है। एलजी की तरफ से भाजपा के किसी बड़े नेता को सीएम आवास आवंटित करने की तैयारी चल रही है। 27 साल से दिल्ली में वनवास काट रही भाजपा अब सीएम आवास कब्जा करना चाहती है।

सात अक्तूबर को सीएम आतिशी हुईं थी शिफ्ट

इससे पहले सात अक्तूबर को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी सिविल लाइंस स्थिति फ्लैग स्टाफ रोड पर बंगला नंबर छह में शिफ्ट हो गई थीं। मुख्यमंत्री आवास पर आने के बाद सोमवार को उन्होंने स्थानीय कर्मचारियों के साथ बैठक भी की थी। साथ ही विभिन्न विषयों पर चर्चा की। अब उनका सामान बाहर निकाल दिया गया है।

आतिशी को सीएम आवास अलॉट नहीं किया गया-संजय सिंह

पीडब्ल्यूडी की कार्रवाई से पहले आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर और राज्‍यसभा सदस्‍य संजय सिंह ने गंभीर आरोप लगाया था। उन्‍होंने दावा किया था कि मुख्‍यमंत्री आतिशी मर्लेना को सीएम आवास अलॉट नहीं किया गया है। साथ ही उन्‍होंने कहा था कि सीएम आवास से कैंप ऑफिस के स्‍टाफ को भी हटा दिया गया है। दूसरी तरफ, आप ने दावा किया कि सीएम आवास से मुख्‍यमंत्री आतिशी मर्लेना के सामान को बाहर निकलवा दिया गया।

दिल्ली की सीएम आतिशी और अरविंद केजरीवाल को मानहानि मामले में सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत

#arvind_kejriwal_and_atishi_gets_a_relief_from_supreme_court_in_defamation_case

Delhi's CM and Ex CM

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ चल रहे मानहानि मामले में आपराधिक कार्यवाही पर रोक लगा दी। 2 सितंबर को अपने आदेश में, हाईकोर्ट ने 2018 की टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ दर्ज मानहानि मामले में केजरीवाल और आतिशी के खिलाफ कार्यवाही पर रोक। आप नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा दिल्ली की मतदाता सूची से नाम हटाने का आरोप लगाया था। 

केजरीवाल और आतिशी द्वारा दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया और इस बात पर विचार करने पर सहमति जताई कि क्या मानहानि कानून राजनीतिक विमर्श के दौरान दिए गए भाषणों पर अंकुश लगा सकता है, जबकि संविधान अनुच्छेद 19(1)(ए) के तहत भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की गारंटी देता है।

इसके अलावा, कोर्ट ने केजरीवाल और आतिशी द्वारा दायर याचिका पर दिल्ली सरकार और भाजपा नेता राजीव बब्बर को नोटिस जारी किया, जिसमें उनके खिलाफ मामला रद्द करने से इनकार करने वाले हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी गई थी। न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय और न्यायमूर्ति एसवीएन भट्टी की पीठ ने सोमवार को निचली अदालत में कार्यवाही पर रोक लगा दी।

आतिशी और केजरीवाल की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि मानहानि का मामला बब्बर ने भाजपा दिल्ली के अधिकृत प्रतिनिधि के रूप में दायर किया है। उन्होंने कहा, "भाजपा ने न तो केंद्र और न ही दिल्ली ने कोई शिकायत दर्ज कराई है। बब्बर वह व्यक्ति नहीं है, जिसकी मैंने कथित तौर पर मानहानि की है।" 

आतिशी और केजरीवाल ने 2 सितंबर के दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें मतदाता सूची से नाम हटाने के कथित मामले पर टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ मामला रद्द करने से इनकार करते हुए कहा गया था कि आरोपों से प्रथम दृष्टया भाजपा की प्रतिष्ठा कम हुई है।उच्च न्यायालय ने कहा था कि आरोप प्रथम दृष्टया भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बदनाम करने और अनुचित राजनीतिक लाभ हासिल करने के इरादे से लगाए गए थे।

आतिशी और केजरीवाल के अलावा मामले में नामित अन्य आप नेता पूर्व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार गुप्ता और पार्टी नेता मनोज कुमार हैं। आप नेताओं के खिलाफ मामला बब्बर ने दायर किया था, जिन्होंने आरोप लगाया था कि पार्टी ने 2018 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी, जहां उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा के आदेश पर भारत के चुनाव आयोग ने दिल्ली की मतदाता सूची से बनिया, पूर्वांचली और मुस्लिम समुदाय के लगभग 30 लाख मतदाताओं के नाम हटा दिए।

दिल्ली के मशहूर पराठे जो बनते हैं शुद्ध देसी घी में रणवीर कपूर भी है इस दुकान के पराठे के दीवाने


दिल्ली का नाम लेते ही कई ऐतिहासिक स्थलों के साथ-साथ वहां का शानदार स्ट्रीट फूड भी याद आता है। खासकर पुरानी दिल्ली के पराठे, जो न केवल स्थानीय लोगों बल्कि देश-विदेश से आए पर्यटकों के बीच भी काफी मशहूर हैं। दिल्ली के पराठे शुद्ध देसी घी में बनाए जाते हैं, जो उन्हें एक अनोखा स्वाद और सुगंध देते हैं। 

दिल्ली में ऐसी कई दुकान हैं, जहां पर बड़े-बड़े राजनेता और सेलिब्रिटीज अक्सर कुछ ना कुछ खाने के लिए आते रहते हैं. लेकिन, पुरानी दिल्ली (Old Delhi) की पराठे वाली गली (Paranthe Wali Gali) में एक ऐसी दुकान है, जिसे राजनेताओं और सेलिब्रिटी के खाने का अड्डा माना जाता है. आइए इस दुकान के बारे में जानते हैं.

दरअसल, इस दुकान का नाम पंडित कन्हैया लाल दुर्गा प्रसाद दीक्षित पराठे वाले हैं. इसके मालिक गौरव तिवारी ने बताया कि वह अपने परिवार की पांचवीं पीढ़ी हैं, जो इस दुकान को चला रहे हैं. 

उन्होंने आगे कहा कि इस दुकान पर बाबू जगजीवन राम जी, रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor), इम्तियाज अली, अक्षय कुमार और ऐसे ही कई बड़े राजनेता और सेलिब्रिटीज आ चुके हैं।

रणबीर भी खा चुके हैं यहां के पराठे

गौरव ने आगे बताया कि इस दुकान पर जब इम्तियाज अली और रणबीर कपूर पराठे खाने आए थे. तब रणबीर ने पराठे खाकर कहा था कि मजा आ गया. उन्होंने कहा कि इस दुकान पर पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी, कपिल देव और जडेजा तक पराठे खाने आ चुके हैं.

मिलते हैं इतने प्रकार के पराठे

इस दुकान पर 30 प्रकार के पराठे बनाए जाते हैं, जिसमें आलू पराठा, गोभी पराठा, प्याज पराठा, मूली पराठा, मटर पराठा, पनीर पराठा और अन्य तरह के पराठे खाने के लिए मिल जाएंगे. 

दुकान की सबसे खास बात यह है कि यह सारे पराठे देसी घी में बनाए जाते है. इसके साथ पुदीना और कई तरह की चटनी भी मिलती है. यहां पर पराठे कीमत 90 रुपये से लेकर 150 रुपये तक है.

पराठे खाने हैं तो ऐसे पहुंचे

अगर आप भी पराठा खाने के शौकीन हैं, तो येलो मेट्रो लाइन से चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन पहुंच जाइए. गेट नंबर-1 से बाहर निकलकर किसी भी रिक्शा से पराठे वाली गली में आसानी से पहुंच सकते हैं. पराठे वाली गली में थोड़ा अंदर जाते ही यह दुकान मिल जाएगी. यह दुकान हफ्ते में सातों दिन खुली रहती है. यहां पर सुबह 07:30 बजे से लेकर रात 10:30 बजे तक कभी भी आ सकते हैं।

दिवाली की सुबह धुंध की चादर में लिपटी दिल्ली, शाम से देर रात तक खूब छूटे पटाखें, कहां सोई रही सरकार की टीमें

#delhi_ncr_air_quality_index_aqi

देश की राजधानी पहले से ही प्रदूषद की ज़द है। आज दिवाली की सुबह दिल्ली में वायु गुणवत्ता 418 के पार पहुंच गई है। धुंध के साए में राजधानी धुंधली नजर आई। दरअसल, प्रदूषण के खतरनाक श्रेणी में पहुंच जाने के कारण दिल्ली में पटाखे जलाने पर बैन है। लेकिन बुधवार को पटाखों की गूंज देर रात तक सुनाई देती रही। नतीजा गुरुवार की सुबह दिल्ली की सड़कों पर धुंध की चादर दिखी।

राजधानी दिल्ली में दो दिन की हल्की सी राहत के बाद आज दिवाली के दिन प्रदूषण बहुत खराब स्थिति में पहुंच गया है। सुबह आनंद विहार इलाके में धुंध की चादर छाई हुई है। सीपीसीबी के अनुसार, आनंद विहार का वायु गुणवत्ता सूचकांक 418 है जो 'गंभीर' श्रेणी में है। दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर के पास के इलाके में वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में है।

गुरुवार सुबह दिल्ली के नरेला में एक्यूआई 311 दर्ज किया गया. वहीं, अलीपुर में एक्यूआई 322 दर्ज किया गया। इसके अलावा अशोक विहार फेज वन में 282 , सिविल लाइन में 251, दिल्ली कैंट में 210, द्वारका सेक्टप 10 में 245, आईटी जहांगीरपुरी में 309 और कश्मीरी गेट आइएसबीटी में एक्यूआई 244 दर्ज किया। इसके अलावा दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में एक्यूआई 200 के पार ही दर्ज किया गया, जिसका मतलब है कि दिल्ली की हवा बेहद खराब श्रेणी में है।

दिवाली के दिन आतिशबाजी होने से अगले दिन शुक्रवार को हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज होने की आशंका है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि बृहस्पतिवार को बेहद खराब श्रेणी में बनी रहेगी। साथ ही, आतिशबाजी और पराली का धुआं हवा को जहरीला बना सकता है। ऐसे में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच सकती है। इससे लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए पटाखों पर बैन है। इसके बावजूद, दिल्ली में कई जगहों पर पटाखों की बिक्री जारी है, जिससे दिल्ली का वायु प्रदूषण और भी ज्यादा गंभीर हो गया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि बैन के बावजूद पटाखों की बिक्री कैसे हो रही है। आखिर आम आदमी पार्टी की सरकार की वो टीमें कहां हैं, जो प्रदूषण नियंत्रण के कामों में लगे हुए हैं?

जबकि दिल्ली सरकरा की माने तो पटाखे इस दिवाली पर न जलें और न ही बिकें, इसके लिए 377 टीमों का गठन किया गया है। यह जानकारी पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दी। उन्होंने पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लागू करवाने के लिए मंगलवार को संबंधित विभागों के साथ एक बैठक की और पटाखों पर बैन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए। बैठक में दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि पुलिस की 300 टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं।

दिवाली की सुबह धुंध की चादर में लिपटी दिल्ली, शाम से देर रात तक खूब छूटे पटाखें, कहां सोई रही सरकार की टीमें*
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देश की राजधानी पहले से ही प्रदूषद की ज़द है। आज दिवाली की सुबह दिल्ली में वायु गुणवत्ता 418 के पार पहुंच गई है। धुंध के साए में राजधानी धुंधली नजर आई। दरअसल, प्रदूषण के खतरनाक श्रेणी में पहुंच जाने के कारण दिल्ली में पटाखे जलाने पर बैन है। लेकिन बुधवार को पटाखों की गूंज देर रात तक सुनाई देती रही। नतीजा गुरुवार की सुबह दिल्ली की सड़कों पर धुंध की चादर दिखी। राजधानी दिल्ली में दो दिन की हल्की सी राहत के बाद आज दिवाली के दिन प्रदूषण बहुत खराब स्थिति में पहुंच गया है। सुबह आनंद विहार इलाके में धुंध की चादर छाई हुई है। सीपीसीबी के अनुसार, आनंद विहार का वायु गुणवत्ता सूचकांक 418 है जो 'गंभीर' श्रेणी में है। दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर के पास के इलाके में वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में है। गुरुवार सुबह दिल्ली के नरेला में एक्यूआई 311 दर्ज किया गया. वहीं, अलीपुर में एक्यूआई 322 दर्ज किया गया। इसके अलावा अशोक विहार फेज वन में 282 , सिविल लाइन में 251, दिल्ली कैंट में 210, द्वारका सेक्टप 10 में 245, आईटी जहांगीरपुरी में 309 और कश्मीरी गेट आइएसबीटी में एक्यूआई 244 दर्ज किया। इसके अलावा दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में एक्यूआई 200 के पार ही दर्ज किया गया, जिसका मतलब है कि दिल्ली की हवा बेहद खराब श्रेणी में है। दिवाली के दिन आतिशबाजी होने से अगले दिन शुक्रवार को हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज होने की आशंका है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि बृहस्पतिवार को बेहद खराब श्रेणी में बनी रहेगी। साथ ही, आतिशबाजी और पराली का धुआं हवा को जहरीला बना सकता है। ऐसे में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच सकती है। इससे लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए पटाखों पर बैन है। इसके बावजूद, दिल्ली में कई जगहों पर पटाखों की बिक्री जारी है, जिससे दिल्ली का वायु प्रदूषण और भी ज्यादा गंभीर हो गया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि बैन के बावजूद पटाखों की बिक्री कैसे हो रही है। आखिर आम आदमी पार्टी की सरकार की वो टीमें कहां हैं, जो प्रदूषण नियंत्रण के कामों में लगे हुए हैं? जबकि दिल्ली सरकरा की माने तो पटाखे इस दिवाली पर न जलें और न ही बिकें, इसके लिए 377 टीमों का गठन किया गया है। यह जानकारी पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दी। उन्होंने पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लागू करवाने के लिए मंगलवार को संबंधित विभागों के साथ एक बैठक की और पटाखों पर बैन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए। बैठक में दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि पुलिस की 300 टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं।
दिवाली की सुबह धुंध की चादर में लिपटी दिल्ली, शाम से देर रात तक खूब छूटे पटाखें, कहां सोई रही सरकार की टीमें*
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देश की राजधानी पहले से ही प्रदूषद की ज़द है। आज दिवाली की सुबह दिल्ली में वायु गुणवत्ता 418 के पार पहुंच गई है। धुंध के साए में राजधानी धुंधली नजर आई। दरअसल, प्रदूषण के खतरनाक श्रेणी में पहुंच जाने के कारण दिल्ली में पटाखे जलाने पर बैन है। लेकिन बुधवार को पटाखों की गूंज देर रात तक सुनाई देती रही। नतीजा गुरुवार की सुबह दिल्ली की सड़कों पर धुंध की चादर दिखी। राजधानी दिल्ली में दो दिन की हल्की सी राहत के बाद आज दिवाली के दिन प्रदूषण बहुत खराब स्थिति में पहुंच गया है। सुबह आनंद विहार इलाके में धुंध की चादर छाई हुई है। सीपीसीबी के अनुसार, आनंद विहार का वायु गुणवत्ता सूचकांक 418 है जो 'गंभीर' श्रेणी में है। दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर के पास के इलाके में वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में है। गुरुवार सुबह दिल्ली के नरेला में एक्यूआई 311 दर्ज किया गया. वहीं, अलीपुर में एक्यूआई 322 दर्ज किया गया। इसके अलावा अशोक विहार फेज वन में 282 , सिविल लाइन में 251, दिल्ली कैंट में 210, द्वारका सेक्टप 10 में 245, आईटी जहांगीरपुरी में 309 और कश्मीरी गेट आइएसबीटी में एक्यूआई 244 दर्ज किया। इसके अलावा दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में एक्यूआई 200 के पार ही दर्ज किया गया, जिसका मतलब है कि दिल्ली की हवा बेहद खराब श्रेणी में है। दिवाली के दिन आतिशबाजी होने से अगले दिन शुक्रवार को हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज होने की आशंका है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि बृहस्पतिवार को बेहद खराब श्रेणी में बनी रहेगी। साथ ही, आतिशबाजी और पराली का धुआं हवा को जहरीला बना सकता है। ऐसे में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच सकती है। इससे लोगों को सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए पटाखों पर बैन है। इसके बावजूद, दिल्ली में कई जगहों पर पटाखों की बिक्री जारी है, जिससे दिल्ली का वायु प्रदूषण और भी ज्यादा गंभीर हो गया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि बैन के बावजूद पटाखों की बिक्री कैसे हो रही है। आखिर आम आदमी पार्टी की सरकार की वो टीमें कहां हैं, जो प्रदूषण नियंत्रण के कामों में लगे हुए हैं? जबकि दिल्ली सरकरा की माने तो पटाखे इस दिवाली पर न जलें और न ही बिकें, इसके लिए 377 टीमों का गठन किया गया है। यह जानकारी पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दी। उन्होंने पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लागू करवाने के लिए मंगलवार को संबंधित विभागों के साथ एक बैठक की और पटाखों पर बैन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए। बैठक में दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने बताया कि पुलिस की 300 टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं।
दिल्ली निवासियों को सांस लेने में हुई दिक्कत, दिवाली से पहले वायु प्रदूषण और भी बदतर

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Delhi

वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के अनुसार रविवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता और भी खराब हो गई, वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 352 दर्ज किया गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है।

आनंद विहार जैसे क्षेत्रों में AQI 400 अंक को पार कर गया, जो सुबह 7 बजे 405 दर्ज किया गया, जिसे 'गंभीर' श्रेणी में रखा गया, जो शनिवार को दर्ज किए गए 367 AQI से भी खराब है। यह पूर्वानुमान शनिवार को दर्ज किए गए औसत AQI 255 से काफी खराब है, जिसे 'खराब' श्रेणी में रखा गया है। अक्षरधाम मंदिर में AQI 261 दर्ज किया गया, जबकि IGI हवाई अड्डे पर AQI 324 दर्ज किया गया, दोनों को 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा गया।

शहर में धुंध की एक परत छाई हुई है, जो सुबह-सुबह सबसे अधिक दिखाई देती है। लोगों का कहना कहा कि बढ़ते प्रदूषण से "दम घुटन" महसूस होती है।

एक साइकिल चालक ने समाचार एजेंसी ANI को बताया, "हम दिल्ली से हैं और हम (साइकिल चालक समूह) यहाँ रोज़ाना साइकिल चलाते हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वायु प्रदूषण की इस स्थिति के कारण हमें बहुत परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा, "हम ठीक से साँस नहीं ले पा रहे हैं, प्रदूषण के कारण हम जल्दी थक जाते हैं। हम रूमाल पहनने जैसी सावधानियाँ बरतते हैं, लेकिन कुछ भी काम नहीं कर रहा है क्योंकि प्रदूषण बहुत बढ़ रहा है।" 

नागरिकों ने सरकार से इस अवधि के दौरान श्वसन संबंधी बीमारियों के मामलों में वृद्धि के कारण कार्रवाई करने का आह्वान किया है। साइकिल चालक ने एएनआई को बताया कि सरकार द्वारा उठाए गए कदम पर्याप्त प्रभावी नहीं लगते हैं, और सरकार को लोगों को सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने कहा, "सरकार ने निर्माण रोकने और ऑड-ईवन लागू करने जैसे कुछ काम किए हैं, लेकिन ऐसा लगता नहीं है कि यह काम कर रहा है क्योंकि यह दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। लोगों को सार्वजनिक परिवहन और कारपूलिंग का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए रचनात्मक उपाय किए जाने चाहिए।" 

त्योहारी सीजन के दौरान प्रदूषण पर अंकुश लगाने के प्रयास में, दिल्ली सरकार ने 1 जनवरी तक पटाखों के उपयोग और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार ने हवा में कण पदार्थ को कम करने के लिए सड़कों पर पानी का छिड़काव, सार्वजनिक स्थानों की लगातार सफाई जैसे उपाय भी अपनाए हैं।

दिल्ली में सर्दियों का केहर: दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के 13 हॉटस्पॉट की पहचान की, हुआ पैनल का गठन
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India Gate in winters (Tripoto)दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में वायु गुणवत्ता को लेकर चिंताएं बढ़ने के बीच पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को घोषणा की कि सरकार ने दिल्ली में 13 स्थानों पर प्रदूषण के स्थानीय स्रोतों की पहचान करने और उन्हें दूर करने के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया है, जहां वायु गुणवत्ता “बहुत खराब” स्तर पर पहुंच गई है।मंत्री ने उल्लेख किया कि जबकि पूरी दिल्ली में वायु गुणवत्ता “खराब” है, लेकिन इन 13 हॉटस्पॉट पर यह विशेष रूप से “बहुत खराब” है, क्योंकि इन क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 से अधिक हो गया है। सर्दी आ रही है और वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। मंत्री ने कहा, "दिल्ली में वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच गई है।"  गोपाल राय के अनुसार, 13 हॉटस्पॉट पहचाने गए क्षेत्र नरेला, बवाना, मुंडका, वजीरपुर, रोहिणी, आर के पुरम, ओखला, जहांगीरपुरी, आनंद विहार, पंजाबी बाग, मायापुरी और द्वारका सेक्टर-8 हैं। राय ने कहा, "दिल्ली में वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच गई है, लेकिन 13 हॉटस्पॉट में प्रदूषण बढ़ रहा है। इन 13 हॉटस्पॉट के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया गया है, वहां के स्रोतों की पहचान की गई है और एमसीडी डीसी को इसका प्रभारी बनाया गया है।"  प्रदूषण समन्वय समिति क्या करेगी?दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि समिति का नेतृत्व दिल्ली नगर निगम के उपायुक्त करेंगे और डीपीसीसी इंजीनियरों को सभी हॉटस्पॉट पर 'प्रदूषण वार रूम' को दैनिक रिपोर्ट प्रदान करने के लिए नियुक्त किया गया है। "कल वे जमीन का दौरा करेंगे। मंत्री ने कहा, "लोक निर्माण विभाग द्वारा मोबाइल एंटी-स्मॉग गन तैनात की जाएंगी, ताकि वहां धूल प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके।" उन्होंने यह भी बताया कि इन 13 हॉटस्पॉट पर 300 से अधिक AQI में योगदान देने वाले प्रमुख कारक के रूप में धूल की पहचान की गई है, और बताया कि इन क्षेत्रों में धूल के स्तर को कम करने के लिए 80 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन तैनात की गई हैं।
बम की धमकी के बाद मुंबई से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट को डायवर्ट किया गया, 2 दिनों में 12वीं घटना

#bombthreatinindigomumbaitodelhiflightnow12inarow

Indigo flight diverted to Ahemdabad (Bloomberg)

बम की धमकी मिलने के बाद मंगलवार रात को मुंबई से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया, जिसे बाद में फर्जी पाया गया। करीब 200 यात्रियों और चालक दल को ले जा रहे इस विमान को सुरक्षित तरीके से उतार लिया गया और गहन जांच के बाद कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। पिछले दो दिनों में यह 12वीं ऐसी घटना है।

अधिकारियों के अनुसार, मुंबई से उड़ान भरने के तुरंत बाद एक अज्ञात व्यक्ति ने ट्वीट के जरिए धमकी दी थी। मुंबई एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने पायलटों को सतर्क किया, जिन्होंने उस समय निकटतम हवाई अड्डे अहमदाबाद हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करने का फैसला किया। विमान को अलग कर दिया गया और सुरक्षा एजेंसियों ने रात भर तलाशी ली, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। बुधवार को सुबह 8 बजे विमान ने दिल्ली के लिए अपनी यात्रा फिर से शुरू की।

इंडिगो ने कहा कि "सुरक्षा संबंधी चेतावनी" के कारण फ्लाइट 6E 651 को अहमदाबाद डायवर्ट किया गया और मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन किया गया। एयरलाइन ने किसी भी असुविधा के लिए माफ़ी मांगी और ग्राहकों और चालक दल की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया।

फ़्लाइट में बम की धमकी

यह घटना, फ़्लाइट को निशाना बनाकर की जाने वाली फ़र्जी बम धमकियों की श्रृंखला में नवीनतम है। बुधवार को, नई दिल्ली से बेंगलुरु जाने वाली अकासा एयर की फ़्लाइट को बम की धमकी मिलने के बाद राजधानी वापस लौटना पड़ा। सोमवार को, मुंबई से तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को इसी तरह की धमकियाँ मिलीं, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें डायवर्ट करना पड़ा और देरी हुई। इन घटनाओं के मद्देनज़र, केंद्र सरकार ने देश भर के हवाई अड्डों से आने वाली उड़ानों में स्काई मार्शल की संख्या दोगुनी करने का फ़ैसला किया है।

गृह मंत्रालय (एमएचए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि बढ़ते ख़तरे के आकलन और ख़ुफ़िया एजेंसियों से इनपुट मिलने के बाद हाल ही में एयर मार्शल की संख्या दोगुनी करने का फ़ैसला लिया गया है। स्काई मार्शल सशस्त्र सादे कपड़ों में सुरक्षा अधिकारी होते हैं जो यात्री विमानों में यात्रा करते हैं। भारत में, स्काई मार्शल या फ़्लाइट मार्शल की शुरुआत 1999 में कंधार में एयर इंडिया आईसी 814 के अपहरण के बाद की गई थी ताकि भविष्य में अपहरण को रोका जा सके। स्काई मार्शल यात्री (वाणिज्यिक) विमानों में भरी हुई आग्नेयास्त्रों/हथियारों के साथ यात्रा करते हैं और विमान में अपहरण को रोकने के लिए कार्रवाई भी कर सकते हैं।

सरायकेला : रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का होगा विकास
सरायकेला : रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का होगा विकास, अमृत स्टेशन के रूप में किया जाएगा विस्तार महाराष्ट्र के किसानों को प्याज, अंगूर और अन्य कृषि उत्पादों को दूसरे राज्यों के बाजारों में पहुंचाना हुआ आसान महाराष्ट्र के रेलवे विकास बजट में 13 गुना वृद्धि,पिछले दस सालों में राज्य का आवंटन, 1,171 करोड़ से बढ़ाकर 15,940 करोड़ हुआ Posted On: 15 OCT 2024 1:35PM by PIB Delhi केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, और इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने आज महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर तक 'शेतकरी समृद्धि' विशेष किसान रेलगाड़ी का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम का आयोजन महाराष्ट्र के देवलाली रेलवे स्टेशन पर आयोजित किया गया तथा केंद्रीय रेल मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रेल भवन से जुड़े थे। रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने इस रेलगाड़ी का शुभारंभ करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य महाराष्ट्र के किसानों की उपज को तेजी से देश के अन्य राज्यों तक पहुंचाना है। यह ट्रेन नासिक, मनमाड़, जलगांव, भुसावल, इटारसी, जबलपुर, सतना, और दीनदयाल उपाध्याय सहित कई प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी, जिससे किसानों को अपनी उपज को सही समय पर और सही दाम पर बेचने का अवसर मिलेगा। किसान मात्र ₹4 प्रति किलो की दर से अपनी उपज को देवलाली और नासिक जैसे इलाकों से बिहार तक भेज सकेंगे। इस ट्रेन में छोटे और बड़े किसानों के लिए पार्सल वैन के साथ-साथ साधारण श्रेणी के कोच भी लगाए गए हैं, जिससे किसान और श्रमिक दोनों को सफर की सुविधा मिलेगी। देवलाली से दानापुर तक की 1,515 किमी लंबी दूरी पर भाड़ा प्रति किलोमीटर, प्रति किलोग्राम मात्र 28 पैसे से भी कम होगा, जिससे जल्दी खराब होने वाले उत्पादों का कम लागत पर परिवहन संभव होगा। यह गाड़ी न केवल किसानों को नए बाजार उपलब्ध कराएगी बल्कि श्रमिकों को भी सस्ती और सुविधाजनक यात्रा का साधन प्रदान करेगी, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा। श्री वैष्णव ने अपने संबोधन में कहा कि महाराष्ट्र के किसानों के लिए यह एक नई पहल है, जो उन्हें उनकी फसलों के लिए बाजार में सही कीमत प्राप्त करने में मदद करेगी। उन्होंने बताया कि यह ट्रेन किसानों के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की गई है, जिसके सफल होने पर आगे भी ऐसे और किसान हितैषी रेलगाड़ियों की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में रेलवे के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक व्यापक दृष्टिकोण अपनाया गया है। 2014 से पहले, महाराष्ट्र को प्रतिवर्ष रेलवे विकास के लिए मात्र 1,171 करोड़ रुपये का आवंटन मिलता था, जबकि इस वर्ष यह बजट बढ़ाकर 15,940 करोड़ रुपये कर दिया गया है। वर्तमान में राज्य में 5,870 किलोमीटर नई रेल लाइन बिछाने के 41 प्रोजेक्ट्स स्वीकृत हैं, जिन पर कुल 81,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। इसके अलावा, महाराष्ट्र के 132 रेलवे स्टेशनों का विकास अमृत स्टेशन के रूप में किया जा रहा है, और 318 फ्लाईओवर तथा रोड अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा, श्री वैष्णव ने महाराष्ट्र में रेलवे परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि मुंबई से विभिन्न स्टेशनों के लिए 11 वंदे भारत एक्सप्रेस स्वीकृत हैं, जिनमें से 6 ट्रेनें वर्तमान में चल रही हैं। उन्होंने बुलेट ट्रेन परियोजना पर भी जानकारी दी, जिसके अंतर्गत महाराष्ट्र, गुजरात, और केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली से गुजरने वाली इस परियोजना के लिए अब तक 350 किलोमीटर पियर फाउंडेशन, 316 किलोमीटर पियर निर्माण, और 221 किलोमीटर गर्डर कास्टिंग का कार्य पूरा हो चुका है। बुलेट ट्रेन परियोजना में समुद्र के नीचे 7 किलोमीटर की सुरंग भी शामिल है, जो भारतीय रेल के आधुनिक और प्रगतिशील दृष्टिकोण को दर्शाता है। श्री वैष्णव ने कहा कि महाराष्ट्र के मुंबई उपनगरीय नेटवर्क में कई परियोजनाएं तेजी से पूरी हो रही हैं, जिनसे मुंबई की कनेक्टिविटी में सुधार आएगा। साथ ही, विरार से दहानू रोड के बीच रेल लाइन का चौहरीकरण भी किया जा रहा है। मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्र के उपनगरीय क्षेत्र में नई लोकल सेवाओं के विस्तार से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं, और रोजगार के नए अवसर भी निर्मित हो रहे हैं। अंत में, रेल मंत्री ने इस अवसर पर महाराष्ट्र के किसानों और जनता को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन महाराष्ट्र के किसानों की पुरानी मांग को पूरा करती है और इससे उनकी आय में वृद्धि होगी। यह विशेष किसान रेलगाड़ी न केवल किसानों के उत्पादों को समय पर बाजार में पहुंचाने में सहायक होगी बल्कि श्रमिकों और आम लोगों के लिए भी एक नया यात्रा विकल्प प्रदान करेगी। भारतीय रेल निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है और आने वाले समय में भी महाराष्ट्र और देश के अन्य हिस्सों में रेलवे की आधारभूत संरचना और सेवाओं को और सुदृढ़ करने के लिए कार्य करती रहेगी। इस कार्यक्रम में मुंबई से सेंट्रल रेलवे के रेल महाप्रबंधक श्री धर्मवीर मीणा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।
दिल्ली में सीएम आवास हुआ सील, आप बोली- आतिशी का सामान बाहर निकलवाया

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दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास को लेकर एक नया विवाद सामने आया है।पूर्व मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल 6 फ्लैग स्‍टाफ रोड स्थित सीएम आवास में रहते थे। सीएम पद से इस्‍तीफा देने के बाद उन्‍होंने आवास खाली कर दिया था। इसके बाद दिल्‍ली की नई मुख्‍यमंत्री आतिशी मर्लेना को इसमें शिफ्ट होना था। आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर का दावा है कि सीएम आतिशी को सीएम हाउस अलॉट नहीं किया जा रहा था। अब सिविल लाइंस स्थित सीएम हाउस को सील करने की खबर सामने आई है।

जिस दिन केजरीवाल ने मकान खाली किया था, मकान की चाबी सुनीता केजरीवाल ने एक कर्मचारी को दी थी। उसके बाद चाबी पीडब्ल्यूडी को मिलनी चाहिए थी, जो नहीं मिली। इससे पहले चाबी को लेकर विजिलेंस विभाग नोटिस जारी कर चुका है। इसी को लेकर विभाग ने नोटिस जारी किया है। अब इस मामले में आम आदमी पार्टी ने बड़ा दावा किया है। पार्टी का कहना है कि उपराज्यपाल ने सीएम हाउस से मुख्यमंत्री आतिशी का सारा सामान बाहर निकलवाया दिया है। सीएम आवास को पीडब्ल्यूडी ने लॉक कर दिया है।

“बीजेपी के बड़े नेता को आवास आवंटित करने की तैयारी”

मुख्यमंत्री आवास को सील किए जाने पर सीएमओ की ओर से बयान सामने आया है। सीएमओ की ओर से जानकारी दी गई है कि देश के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री आवास खाली कराया गया है। सीएमओ की ओर से कहा गया है कि भाजपा के इशारे पर एलजी ने जबरन सीएम आतिशी का सामान सीएम आवास से निकाला है। एलजी की तरफ से भाजपा के किसी बड़े नेता को सीएम आवास आवंटित करने की तैयारी चल रही है। 27 साल से दिल्ली में वनवास काट रही भाजपा अब सीएम आवास कब्जा करना चाहती है।

सात अक्तूबर को सीएम आतिशी हुईं थी शिफ्ट

इससे पहले सात अक्तूबर को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी सिविल लाइंस स्थिति फ्लैग स्टाफ रोड पर बंगला नंबर छह में शिफ्ट हो गई थीं। मुख्यमंत्री आवास पर आने के बाद सोमवार को उन्होंने स्थानीय कर्मचारियों के साथ बैठक भी की थी। साथ ही विभिन्न विषयों पर चर्चा की। अब उनका सामान बाहर निकाल दिया गया है।

आतिशी को सीएम आवास अलॉट नहीं किया गया-संजय सिंह

पीडब्ल्यूडी की कार्रवाई से पहले आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर और राज्‍यसभा सदस्‍य संजय सिंह ने गंभीर आरोप लगाया था। उन्‍होंने दावा किया था कि मुख्‍यमंत्री आतिशी मर्लेना को सीएम आवास अलॉट नहीं किया गया है। साथ ही उन्‍होंने कहा था कि सीएम आवास से कैंप ऑफिस के स्‍टाफ को भी हटा दिया गया है। दूसरी तरफ, आप ने दावा किया कि सीएम आवास से मुख्‍यमंत्री आतिशी मर्लेना के सामान को बाहर निकलवा दिया गया।

दिल्ली की सीएम आतिशी और अरविंद केजरीवाल को मानहानि मामले में सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत

#arvind_kejriwal_and_atishi_gets_a_relief_from_supreme_court_in_defamation_case

Delhi's CM and Ex CM

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ चल रहे मानहानि मामले में आपराधिक कार्यवाही पर रोक लगा दी। 2 सितंबर को अपने आदेश में, हाईकोर्ट ने 2018 की टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ दर्ज मानहानि मामले में केजरीवाल और आतिशी के खिलाफ कार्यवाही पर रोक। आप नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा दिल्ली की मतदाता सूची से नाम हटाने का आरोप लगाया था। 

केजरीवाल और आतिशी द्वारा दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया और इस बात पर विचार करने पर सहमति जताई कि क्या मानहानि कानून राजनीतिक विमर्श के दौरान दिए गए भाषणों पर अंकुश लगा सकता है, जबकि संविधान अनुच्छेद 19(1)(ए) के तहत भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की गारंटी देता है।

इसके अलावा, कोर्ट ने केजरीवाल और आतिशी द्वारा दायर याचिका पर दिल्ली सरकार और भाजपा नेता राजीव बब्बर को नोटिस जारी किया, जिसमें उनके खिलाफ मामला रद्द करने से इनकार करने वाले हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी गई थी। न्यायमूर्ति ऋषिकेश रॉय और न्यायमूर्ति एसवीएन भट्टी की पीठ ने सोमवार को निचली अदालत में कार्यवाही पर रोक लगा दी।

आतिशी और केजरीवाल की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि मानहानि का मामला बब्बर ने भाजपा दिल्ली के अधिकृत प्रतिनिधि के रूप में दायर किया है। उन्होंने कहा, "भाजपा ने न तो केंद्र और न ही दिल्ली ने कोई शिकायत दर्ज कराई है। बब्बर वह व्यक्ति नहीं है, जिसकी मैंने कथित तौर पर मानहानि की है।" 

आतिशी और केजरीवाल ने 2 सितंबर के दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें मतदाता सूची से नाम हटाने के कथित मामले पर टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ मामला रद्द करने से इनकार करते हुए कहा गया था कि आरोपों से प्रथम दृष्टया भाजपा की प्रतिष्ठा कम हुई है।उच्च न्यायालय ने कहा था कि आरोप प्रथम दृष्टया भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बदनाम करने और अनुचित राजनीतिक लाभ हासिल करने के इरादे से लगाए गए थे।

आतिशी और केजरीवाल के अलावा मामले में नामित अन्य आप नेता पूर्व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार गुप्ता और पार्टी नेता मनोज कुमार हैं। आप नेताओं के खिलाफ मामला बब्बर ने दायर किया था, जिन्होंने आरोप लगाया था कि पार्टी ने 2018 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी, जहां उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा के आदेश पर भारत के चुनाव आयोग ने दिल्ली की मतदाता सूची से बनिया, पूर्वांचली और मुस्लिम समुदाय के लगभग 30 लाख मतदाताओं के नाम हटा दिए।

दिल्ली के मशहूर पराठे जो बनते हैं शुद्ध देसी घी में रणवीर कपूर भी है इस दुकान के पराठे के दीवाने


दिल्ली का नाम लेते ही कई ऐतिहासिक स्थलों के साथ-साथ वहां का शानदार स्ट्रीट फूड भी याद आता है। खासकर पुरानी दिल्ली के पराठे, जो न केवल स्थानीय लोगों बल्कि देश-विदेश से आए पर्यटकों के बीच भी काफी मशहूर हैं। दिल्ली के पराठे शुद्ध देसी घी में बनाए जाते हैं, जो उन्हें एक अनोखा स्वाद और सुगंध देते हैं। 

दिल्ली में ऐसी कई दुकान हैं, जहां पर बड़े-बड़े राजनेता और सेलिब्रिटीज अक्सर कुछ ना कुछ खाने के लिए आते रहते हैं. लेकिन, पुरानी दिल्ली (Old Delhi) की पराठे वाली गली (Paranthe Wali Gali) में एक ऐसी दुकान है, जिसे राजनेताओं और सेलिब्रिटी के खाने का अड्डा माना जाता है. आइए इस दुकान के बारे में जानते हैं.

दरअसल, इस दुकान का नाम पंडित कन्हैया लाल दुर्गा प्रसाद दीक्षित पराठे वाले हैं. इसके मालिक गौरव तिवारी ने बताया कि वह अपने परिवार की पांचवीं पीढ़ी हैं, जो इस दुकान को चला रहे हैं. 

उन्होंने आगे कहा कि इस दुकान पर बाबू जगजीवन राम जी, रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor), इम्तियाज अली, अक्षय कुमार और ऐसे ही कई बड़े राजनेता और सेलिब्रिटीज आ चुके हैं।

रणबीर भी खा चुके हैं यहां के पराठे

गौरव ने आगे बताया कि इस दुकान पर जब इम्तियाज अली और रणबीर कपूर पराठे खाने आए थे. तब रणबीर ने पराठे खाकर कहा था कि मजा आ गया. उन्होंने कहा कि इस दुकान पर पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी, कपिल देव और जडेजा तक पराठे खाने आ चुके हैं.

मिलते हैं इतने प्रकार के पराठे

इस दुकान पर 30 प्रकार के पराठे बनाए जाते हैं, जिसमें आलू पराठा, गोभी पराठा, प्याज पराठा, मूली पराठा, मटर पराठा, पनीर पराठा और अन्य तरह के पराठे खाने के लिए मिल जाएंगे. 

दुकान की सबसे खास बात यह है कि यह सारे पराठे देसी घी में बनाए जाते है. इसके साथ पुदीना और कई तरह की चटनी भी मिलती है. यहां पर पराठे कीमत 90 रुपये से लेकर 150 रुपये तक है.

पराठे खाने हैं तो ऐसे पहुंचे

अगर आप भी पराठा खाने के शौकीन हैं, तो येलो मेट्रो लाइन से चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन पहुंच जाइए. गेट नंबर-1 से बाहर निकलकर किसी भी रिक्शा से पराठे वाली गली में आसानी से पहुंच सकते हैं. पराठे वाली गली में थोड़ा अंदर जाते ही यह दुकान मिल जाएगी. यह दुकान हफ्ते में सातों दिन खुली रहती है. यहां पर सुबह 07:30 बजे से लेकर रात 10:30 बजे तक कभी भी आ सकते हैं।