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Apr 26 2024, 15:13

EVM-VVPAT पर आए फैसले के बाद विपक्ष पर बरसे PM मोदी, बोले-मतपेटियां लूटने वालों को मिला जवाब

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के अररिया में चुनावी रैली को संबोधित किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरार अररिया में हुई इस जनसभा में ईवीएम को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। ईवीएम और वीवीपैट पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोर्ट ने साफ कह दिया है कि बैलेट पेपर वाला पुराना दौर वापस लौटकर नहीं आएगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, इंडी गठबंधन के हर नेता ने ईवीएम को लेकर जनता के मन में संदेह पैदा करने का पाप किया है। आज सुप्रीम कोर्ट ने इनको गहरा झटका दिया है।

देश की सर्वोच्च न्यायालय ने ऐसा करारा तमाचा मारा

पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत के चुनावी प्रक्रिया की तारीफ करती है। लेकिन, इंडी गठबंधन के लोग ईवीएम को लेकर दुष्प्रचार करते हैं। विपक्ष के लोग ईवीएम को हटाना चाहते थे। आज इन्हीं लोगों ने देश की सर्वोच्च न्यायालय ने ऐसा करारा तमाचा मारा है कि यह लोग मुंह मोड़कर देख नहीं पाएंगे। इन लोगों को अब देश से माफी मांगनी चाहिए।

कोर्ट ने विपक्षी दलों को सिखाया सबक

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार में पहले कांग्रेस-आरजेडी के शासन में बूथ लूट होती थी। वोटिंग के दिन यहां कमजोरों, गरीबों,पिछड़ों, दलितों को डंडे की चोट पर बूथ से बाहर रखा जाता था। अब ये लोग फिर से वही चाहते थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में इन्हें सबक सिखा दिया। पीएम ने कहा कि जिन्होंने दशकों तक बैलेट पेपर के बहाने गरीबों का अधिकार छीना, वे आज कोर्ट के फैसले के आगे शर्मिंदा हैं।

कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

देश में आज दो धारा बन गई है। एक धारा एनडीए की है। जिसका मकसद है देश को सशक्त करना। इसके विपरीत कांग्रेस और राजद का मकसद है देश को गुमराह करना। विकास के लिए जनता को तरपाना। अपनी तिजौरी भरना। इन दोनों पार्टियों ने बिहार के लोगों को दाने-दाने के लिए तरसा दिया। किसी के पास नौकरी है तो उनकी जमीन छीन लो। कोई थोड़ा भी सामर्थ्यवान है तो उसका अपहरण करवा लो। यह जंगलराज की पहचान है।

कांग्रेस की आरक्षण नीति पर भी निशाना

पीएम मोदी ने कहा कि अब कांग्रेस ने दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के आरक्षण का हक छीनने की बहुत गहरी साजिश रची है। देश के संविधान ने साफ-साफ कहा है कि भारत में धर्म आधारित आरक्षण नहीं हो सकता। लेकिन कांग्रेस पूरे देश में धर्म आधारित आरक्षण के लिए जोर लगा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि उसका कर्नाटक का आरक्षण मॉडल पूरे देश में लागू हो।

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Apr 24 2024, 16:28

सैम पित्रोदा के बयान पर पीएम मोदी का तंज, बोले-कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी जिंदगी के बाद भी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयान पर बुधवार को पलटवार किया। उन्होंने कहा कि आप जो अपनी मेहनत से संपत्ति जुटाते हैं, वो आपके बच्चों को नहीं मिलेगी। कांग्रेस का पंजा वो भी आपसे लूट लेगा। कांग्रेस का मंत्र है- कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के सरगुजा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला।

बता दें कि सैम पित्रोदा ने अमेरिकी सिस्टम को समझाते हुए कहा कि अमेरिका में विरासत कर लगता है। यदि किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है तो वह केवल 45% अपने बच्चों को हस्तांतरित कर सकता है, 55% सरकार ले लेती है। यह एक दिलचस्प कानून है। इसमें कहा गया है कि आपने अपनी पीढ़ी में संपत्ति बनाई और अब जा रहे हैं, आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए, पूरी नहीं, आधी, जो मुझे उचित लगती है।

पीएम मोदी मोदी छत्तीसगढ़ के सरगुजा में कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के विरासत टैक्स वाले बयान को लेकर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने सम्पत्ति के दोबारा बँटवारे और मरने के बाद सम्पत्ति जब्त करने जैसे मुद्दों लेकर कांग्रेस को घेरा। पीएम मोदी ने लोगों को चेताया है कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो जीवन भर की कमाई छीन लेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की लूट जिन्दगी के साथ भी और जिन्दगी के बाद भी चलती हैष

कांग्रेस के खतरनाक इरादे खुलकर सामने आ रहे हैं-पीएम मोदी

सैम पित्रोदा के बयान पर पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस पार्टी के खतरनाक इरादे एक के बाद एक खुलकर सामने आ रहे हैं। पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा-'शाही परिवार के शहजादे के सलाहकार ने कुछ समय पहले कहा था कि मिडिल क्लास पर और ज्यादा टैक्स लगाना चाहिए। अब ये लोग इससे भी एक कदम और आगे बढ़ गए हैं। अब कांग्रेस का कहना है कि वो विरासत टैक्स लगाएगी, माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगाएगी। जब तक आप जीवित रहेंगे, तब तक कांग्रेस आपको ज्यादा टैक्स से मारेगी और जब जीवित नहीं रहेंगे, तब आप पर विरासत टैक्स का बोझ लाद देगी। पूरी कांग्रेस पार्टी को अपनी पैतृक संपत्ति मानकर जिन लोगों ने अपने बच्चों को दे दी, अब वो नहीं चाहते कि भारतीय अपनी संपत्ति अपने बच्चों को दें।

आंध्र प्रदेश में सभी मुस्लिमों को आरक्षण देने के मुद्दे पर भी बोला हमला

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस का मेनिफेस्टो मुस्लिम लीग की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माण के समय यह तय हुआ था कि आरक्षण धर्म के नाम पर नहीं होगा लेकिन वोटबैंक के कारण कांग्रेस ने इन महापुरुषों की बात नहीं मानी। कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश में मुस्लिमों को आरक्षण देने की बात कही। रैली में पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि 2009 और 2014 के मेनिफेस्टो में भी कांग्रेस ने यह वादा किया था। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने मुस्लिम समुदाय की सभी जातियों को ओबीसी में डाल दिया और सामाजिक न्याय की हत्या की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संविधान बदल कर एससी/एसटी और ओबीसी आरक्षण छीनकर अपने वोट बैंक को देना चाहती हीं।

सुप्रिया श्रीनेत के नक्सलियों को शहीद पर भी बोला हमला

पीएम मोदी ने कहा, “भारत विरोधी इंडी गठबंधन की कमजोर सरकार चाहते हैं जिसमें भ्रष्टाचार होता रहे और सब एक दूसरे से लड़ते रहें। कांग्रेस के शासन में नक्सल और आतंकवाद फैला। कांग्रेस का कुशासन और लापरवाही देश की बर्बादी का कारण है।” उन्होंने कॉन्ग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत के नक्सलियों को शहीद बताने को लेकर भी हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा, “इसी कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता आतंकवादियों के मारे जाने पर आंसू बहाती हैं। इस कारण कांग्रेस देश का भरोसा खो चुकी है।”

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Apr 24 2024, 12:02

सैम पित्रोदा के “विरासत टैक्स” वाले बयान पर छिड़ी बहस, बीजेपी ने खोला मोर्चा, कांग्रेस ने दिया जवाब

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भारत में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गर्म है। मंगलसूत्र और संपत्ति बंटवारे को लेकर वार-पलटवार जारी है। अब कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के अमेरिका के विरासत टैक्स पर दिए बयान पर बहस छिड़ गई। उनके इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को घेरा है तो कांग्रेस ने सैम पित्रोदा के बयान से किनारा कर लिया है। दरअसल सैम पित्रोदा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह अमेरिका के विरासत टैक्स का जिक्र कर रहे हैं।इस पर बीजेपी ने उन्हें घेरते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस की नीतियां देश को बर्बाद करने वाली है। इस बीच कांग्रेस ने पित्रोदा के बयान से पल्ला झाड़ते हुए इसे उनका निजी बयान बताया है।

दरअसल, सैम पित्रोदा ने कहा, अमेरिका में विरासत कर लगता है। यदि किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है तो वह केवल 45% अपने बच्चों को हस्तांतरित कर सकता है, 55% सरकार ले लेती है। यह एक दिलचस्प कानून है। इसमें कहा गया है कि आपने अपनी पीढ़ी में संपत्ति बनाई और अब जा रहे हैं, आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए, पूरी नहीं, आधी, जो मुझे उचित लगती है।

उन्होंने आगे कहा, हालांकि, भारत में आपके पास ऐसा नहीं है। अगर किसी की संपत्ति 10 अरब है और वह मर जाता है, तो उसके बच्चों को 10 अरब मिलते हैं और जनता को कुछ नहीं मिलता। इसलिए लोगों को इस तरह के मुद्दों पर बहस और चर्चा करनी होगी। मुझे नहीं पता कि आखिर में निष्कर्ष क्या निकलेगा, लेकिन जब हम धन के पुनर्वितरण की बात करते हैं, तो हम नई नीतियों और नए कार्यक्रमों के बारे में बात करते हैं, जो लोगों के हित में हैं न कि केवल अति-अमीरों के हित में। पित्रोदा ने कहा, यह एक नीतिगत मुद्दा है। कांग्रेस पार्टी एक ऐसी नीति बनाएगी, जिसके माध्यम से धन का बांटना बेहतर होगा।

कांग्रेस का फैसला देश को बर्बाद करने वाला- अमित मालवीय

सैम पित्रोदा के इस बयान पर भाजपा हमलावर है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय बुधवार को कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश को बर्बाद करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने भारत को बर्बाद करने का फैसला किया है। अब, सैम पित्रोदा धन पुनर्वितरण के लिए 50 फीसदी विरासत कर की पैरवी करते हैं। इसका मतलब यह है कि हम अपनी सारी मेहनत और उद्यम से जो कुछ भी बनाएंगे, उसका आधा हिस्सा छीन लिया जाएगा। 50 फीसदी हमारे द्वारा भुगतान किए जाने वाले सभी कर भी बढ़ जाएंगे, अगर कांग्रेस जीतती है।'

जयराम बोले- यह पार्टी का विचार नहीं

वहीं, कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की तरफ से भारत में 'विरासत टैक्स' लगाए जाने की मांग वाले बयान से पार्टी ने ही पल्ला झाड़ लिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बुधवार को कहा कि सैम पित्रोदा को खुलकर और आजादी से अपने विचार रखने का अधिकार है। लेकिन यह जरूरी नहीं कि पित्रोदा के विचार किसी मुद्दे पर कांग्रेस का पक्ष हों। कई बार वे नहीं होते। जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट में कहा, "वे मेरे और दुनिया में कई लोगों के अच्छे मेंटर, दोस्त और मार्गदर्शक रहे हैं। पित्रोदा किसी भी मुद्दे पर अपनी राय को स्वतंत्रता के साथ रख सकते हैं। जाहिर तौर पर एक लोकतंत्र में लोगों को अपने निजी विचारों पर चर्चा करने और उन्हें रखने का अधिकार है। इसका यह मतलब नहीं कि उनका विचार हमेशा कांग्रेस का विचार दर्शाता हो। कई बार ऐसा नहीं होता है। उनके बयान को इस वक्त सनसनीखेज बनाकर चलाना और इसे परिप्रेक्ष्य से बाहर ले जाना पीएम मोदी के दुर्भावनापूर्ण चुनावी अभियान से ध्यान बंटाने की कोशिश है।"

पवन खेड़ा ने पूछा ये सवाल

इसके अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने फटकार लगाते हुए सवाल किया, ‘क्या उन्होंने (पित्रोदा) कहा है कि कांग्रेस यह नीति लाएगी? क्या कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में ऐसा कहा है? क्या शास्त्रार्थ की इस प्राचीन भूमि में विभिन्न विचारों पर चर्चा और बहस करने की अनुमति नहीं है?’

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Apr 23 2024, 15:18

कौन हैं कांग्रेस के “खास जमात”, जिसका जिक्र पर राजस्थान में गजरे पीएम मोदी, 'हनुमान चालीसा' के बहाने भी खूब बरसे

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पूरा देश भीषण गर्मी से झुलस रहा है, वहीं लोकसभा चुनाव को लेकर बढ़े सियासी हलचल ने तापमान को और बढ़ाने का काम किया है। चुनाव से पहले देश भर में नेताओं के लगातार दौरे चल रहे हैं, तो वहीं पीएम मोदी के भी अलग-अलग राज्यों में लगातार दौरे हो रहे हैं। इसी क्रम में पीएम मोदी मंगलवार को राजस्थान दौरे पर पहुंचे।हनुमान जयंती पर उन्होंने भाषण की शुरुआत ही बजरंग बली की जय के साथ की। फिर कर्नाटक का एक किस्सा भी सुनाया। आरोप लगाया कि कांग्रेस की सरकार में हनुमान चालीसा सुन रहे व्यापारी को पीट-पीटकर लहुलूहान कर दिया गया। इनके राज में तो हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह हो गया है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने “खास वोटबैंक” का जिक्र करते हुए इंडिया गठबंधन पर खूब हमला बोला।

पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान ने हर बार भाजपा को भरपूर आशीर्वाद दिया है। आज रामभक्त हनुमान जी की जयंती का पवित्र दिन है। पूरे देश को हनुमान जयंती की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। पीएम ने बजरंग बली के जयकारे लगाए। इस दौरान पीएम ने कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह हो जाता है।

पीएम ने कहा कि आज हनुमान जयंती पर आपसे बात करते हुए मुझे कुछ दिन पहले की एक तस्वीर भी याद आ रही है। कुछ दिन पहले कांग्रेस के शासन वाले कर्नाटक में एक छोटे दुकानदार को केवल इसलिए बुरी तरह से पीटा गया, क्योंकि वो अपनी दुकान में बैठे-बैठे हनुमान चालीसा सुन रहा था। पीएम ने कहा कि कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह हो जाता है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने तो राम-राम सा कहने वाले राजस्थान में रामनवमी पर प्रतिबंध लगा दिया था। कांग्रेस ने शोभायात्रा पर पत्थरबाजी करने वालों को सरकारी संरक्षण दिया था।पीएम ने कहा कि अब भाजपा सरकार आने के बाद किसी की हिम्मत नहीं है कि आपकी आस्था पर सवाल उठा दे। अब आप चैन से हनुमान चालीसा भी गाएंगे और रामनवमी भी मनाएंगे।

पीएम ने आगे कहा कि साल 2014 में आपने मोदी को दिल्ली में सेवा का अवसर दिया। फिर देश ने वो फैसले लिए जिनकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। पीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 के बाद भी और आज भी अगर दिल्ली में कांग्रेस की सरकार होती तो क्या क्या हुआ होता। कांग्रेस होती, तो जम्मू कश्मीर में आज भी हमारी सेनाओं पर पत्थर चल रहे होते। कांग्रेस होती, तो सीमा पार से आकर दुश्मन आज भी हमारे जवानों के सिर काटकर ले जाते। कांग्रेस होती, तो न ही हमारे फौजियों के लिए वन रैंक-वन पेंशन लागू होती और न ही हमारे पूर्व सैनिकों को 1 लाख करोड़ रुपये मिलते। 

“खास जमात को आरक्षण देना चाहते हैं”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2011 में कांग्रेस ने एससी-एसटी को मिला अधिकार छीनकर मुस्लिमों को देने का प्रयास किया। कांग्रेस ने संविधान की परवाह नहीं की, बाबा साहब अंबेडकर की परवाह नहीं की। जब कर्नाटक में बीजेपी की सरकार बनी तो पहला काम किया कि धार्मिक आधार पर आरक्षण खत्म कर दिया। कांग्रेस और इंडी अलायंस जब सत्ता में थे तो ये लोग दलितों और पिछड़ों के आरक्षण में सेंधमारी करते और वोट बैंक पॉलिटिक्स के लिए उनकी खास जमात को आरक्षण देना चाहते थे। संविधान इसके खिलाफ है। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस यह एलान करेगी कि इस संविधान में दलितों और पिछड़ों के आरक्षण को कम करके मुसलमानों को नहीं बांटेगी।

“आपकी संपत्ति छीनकर उनके खास लोगों को बांटने की गहरी साजिश”

पीएम मोदी बोले कि देश में धार्मिक आधार पर आरक्षण का घोर विरोध हुआ था। कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है। 2004 में जैसे ही केंद्र में कांग्रेंस की सरकार बनी, उसमें सबसे पहला काम आंध्र में एससी-एसटी रिजर्वेशन में कमी कर मुसलमानों को आरक्षण देने का प्रयास किया गया। 2004 से 2010 के बीच कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश में चार बार मुस्लिम रिजर्वेशन लागू करने की कोशिश की। सुप्रीम कोर्ट की सक्रियता के कारण यह लागू नहीं कर पाई। मैंने देश के सामने सच रखा कि कांग्रेस आपकी संपत्ति छीनकर उनके खास लोगों को बांटने की गहरी साजिश रच रही है। मैंने कांग्रेस की इस तुष्टिकरण की साजिश का पर्दाफाश किया था। इससे कांग्रेस को इतनी मिर्ची लगी है कि वे मोदी को गाली देने में लगे हैं।

“राजस्थान में एक भी पंजा बचना नहीं चाहिए”

पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि अभी कांग्रेस के एक नेता ने पब्लिकली कहा कि एक्सरे करके लोगों की संपत्ति का पता लगाएंगे। फिर जो भी ज्यादा होगा, वह लोगों में बांट देंगे। यह आपको मंजूर है क्या? क्या मंगल सूत्र पर हाथ लगा सकते हैं? इस पंजे की यह ताकत... राजस्थान में एक भी पंजा बचना नहीं चाहिए।

నిజంనిప్పులాంటిది

Apr 14 2024, 08:08

Congress: మంత్రి పొన్నం ప్రభాకర్ నేడు దీక్ష

కరీంనగర్: పదేళ్ల విభజన హామీల అమలు నిర్లక్ష్యంపై మంత్రి పొన్నం ప్రభాకర్ (Minister Ponnam Prabhakar) ఆదివారం దీక్ష (Initiation) చేయనున్నారు. కేంద్ర ప్రభుత్వ నిర్లక్ష్యంపై కరీంనగర్ డీసీసీ కార్యాలయంలో పొన్నం దీక్ష చేయనున్నారు..

మరో ఆరు రోజుల్లో పార్లమెంట్‌ (Parliament) ఎన్నికల నోటిఫికేషన్‌ (Election Notification) జారీ అయి నామినేషన్ల ఘట్టం ప్రారంభం కానుండగా జిల్లాలో రాజకీయ వేడి రాజుకుంటున్నది. రెండు రోజులుగా కాంగ్రెస్‌ వర్సెస్‌ బీజేపీ (Congress vs BJP)గా మాటల తూటాలు పేలుతున్నాయి. రాష్ట్ర మంత్రి పొన్నం ప్రభాకర్‌, ఎంపీ బండి సంజయ్‌కుమార్‌ (Bandi Sanjay Kumar) ఒకరిపై ఒకరు విమర్శనాస్త్రాలు సంధించుకుంటున్నారు.

బీజేపీ ప్రభుత్వం ఏర్పడి పది సంవత్సరాలు పూర్తిచేసుకున్నా విభజన హామీలను విస్మరించిందని, దానికి నిరసనగా ఈరోజు కరీంనగర్‌ డీసీసీ కార్యాలయంలో దీక్ష చేపడతానని పొన్నం ప్రభాకర్‌ ప్రకటించారు. ఈ నేపథ్యంలో బీజేపీ కూడా ఆయనకు దీటుగా సమాధానం చెప్పేందుకు సిద్ధం కావడం రాజకీయ కలకలాన్ని సృష్టిస్తున్నది.

పరస్పర ఆరోపణలు..

విభజన హామీలను విస్మరించిన బీజేపీ ఏ ముఖం పెట్టుకొని ఓట్లు అడుగుతుందని, ఓట్లు అడిగే నైతిక హక్కు ఆ పార్టీకి లేదని పొన్నం ప్రభాకర్‌ విమర్శిస్తున్నారు. గడిచిన పదేళ్లలో ప్రధానమంత్రి నరేంద్రమోదీ రాష్ట్రానికి ఏమి చేశారో చెప్పాలని, అధికారంలోకి వచ్చిన తర్వాత ప్రభుత్వ రంగ సంస్థలను అమ్ముకున్నారని ఆయన విమర్శించారు.

రాముడి ఫొటోలు, అక్షింతలు ఇంటింటికి పంపడం మినహా ప్రతి ఇంటికి ఏమి చేశారో చెప్పాలని, బీజేపీకి చేతనైతే రాముడి బొమ్మతో కాకుండా మోదీ బొమ్మతో ఓట్లు అడగాలని పొన్నం సవాల్‌ విసిరారు. కేంద్ర మంత్రి కిషన్‌రెడ్డి, బండి సంజయ్‌కుమార్‌ తమతమ నియోజకవర్గాల్లో ఏమి చేశారో ప్రజలకు చెప్పాలని ఆయన డిమాండ్‌ చేశారు..

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Apr 10 2024, 16:47

कच्चाथीवु द्वीप को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का पलटवार, पूछा-क्या वहां कोई रहता भी है?

#kachchatheevuislandsayscongressleaderdigvijayasingh 

इस बार लोकसभा चुनाव में कच्चातिवु द्वीप बड़ा मुद्दा बनता नजर आ रहा है, खासकर तमिलनाडु में। लोकसभा चुनाव से पहले तमिलनाडू और श्रीलंका के बीच मौजूद कच्चातिवु द्वीप को लेकर देशभर में राजनीतिक बहस जारी है। विवाद तब शुरू हुआ जब आरटीआई से मिले जवाब में सामने आया कि 1974 में तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार ने इस द्वीप को श्रीलंका को सौंप दिया था। बीजेपी इसे जोर-शोर से उठा रही है। इस बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता राजगढ़ से कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने इस मसले पर पलटवार किया है। उन्होंने पूछा है कि, "क्या उस द्वीप पर कोई रहता है? 

लोकसभा चुनाव के लिए हो रहे प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक नए मुद्दे को उठाकर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। कच्चातिवु द्वीप को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भोपाल में पलटवार किया। उन्होंने पूछा, उस द्वीप पर कोई रहता है क्या? मैं पूछना चाहता हूं। दरअसल, पिछले कई दिनों से पीएम मोदी इस मसले को सार्वजनिक मंचों पर उठा रहे हैं। 

पीएम मोदी लगातार बोल रहे हमला

इससे पहले बुधवार को तमिलनाडु के वेल्लोर में पीएम मोदी ने एक रैली के दौरान कहा कि कांग्रेस और डीएमके पार्टी के एक पाखंड की चर्चा आज पूरा देश कर रहा है। कांग्रेस ने अपनी सरकार के दौरान कई दशक पहले कच्चातिवु द्वीप श्रीलंका को दे दिया। किस कैबिनेट में ये निर्णय हुआ? किसके फायदे के लिए ये फैसला हुआ? इस पर कांग्रेस की बोलती बंद है। उन्होंने आगे कहा, बीते वर्षों में उस द्वीप के पास जाने पर तमिलनाडु के हजारों मछुआरे गिरफ्तार हुए हैं। उनकी नौकाएं गिरफ्तार कर ली गई हैं।

पीएम मोदी ने कहा, गिरफ्तारी पर कांग्रेस और डीएमके झूठी हमदर्दी दिखाते हैं, लेकिन ये लोग तमिलनाडु के लोगों को ये सच नहीं बताते हैं कि कच्चातिवु द्वीप इन लोगों ने स्वयं श्रीलंका को दे दिया और तमिलनाडु की जनता को अंधेरे में रखा।एनडीए सरकार ऐसे मछुआरों को निरंतर रिहा कराकर वापस ला रही है। इतना ही नहीं 5 मछुआरों को श्रीलंका ने फांसी की सजा दे दी थी। वह उनको भी जिंदा वापस लेकर आए हैं। डीएमके और कांग्रेस सिर्फ मछुआरों के नहीं बल्कि देश के भी गुनहगार हैं।

क्या है श्रीलंका का पक्ष

इससे पहले कच्चातिवु द्वीप को लेकर श्रीलंका ने भी अपनी बात रखी है।राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के मंत्रिमंडल में शामिल मंत्री जीवन थोंडामन ने साफ कहा कि कच्चातिवू द्वीप श्रीलंकाई नियंत्रण रेखा के भीतर आता है। उन्होंने कहा, श्रीलंका के साथ नरेंद्र मोदी की विदेश नीति सजीव और स्वस्थ है। अभी तक भारत की ओर से कच्चातिवु द्वीप को लौटाने के लिए कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है। अगर ऐसी कोई मांग होती है, तो विदेश मंत्रालय उसका जवाब देगा।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक अन्य श्रीलंकाई मंत्री ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा कि नई सरकार की इच्छा के अनुसार राष्ट्रीय सीमाओं को नहीं बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि एक बार सीमा तय हो जाने के बाद, केवल सरकार बदलने के कारण कोई भी बदलाव की मांग नहीं कर सकता।

कहां स्थित है यह द्वीप?

कच्चातिवु द्वीप श्रीलंका में नेदुनथीवु और भारत में रामेश्वरम के बीच स्थित है। यह 285 एकड़ का एक निर्जन स्थान है। अपने सबसे चौड़े बिंदु पर इसकी लंबाई 1.6 किमी से ज्यादा नहीं है। यह भारतीय तट से लगभग 33 किमी दूर, रामेश्वरम के उत्तर-पूर्व में स्थित है। श्रीलंका के जाफना से यह लगभग 62 किमी दूर है। पारंपरिक रूप से दोनों पक्षों के मछुआरे इसका इस्तेमाल करते रहे हैं। कच्चातिवु द्वीप तमिलनाडु के मछुआरों के लिए सांस्कृतिक रूप से अहम है। इसे श्रीलंका को सौंपने के खिलाफ तमिलनाडु में कई आंदोलन हुए हैं।

द्वीप का इतिहास क्या है?

14वीं शताब्दी के ज्वालामुखी विस्फोट के बाद यह द्वीप बना। मध्ययुगीन काल में, इस पर श्रीलंका के जाफना साम्राज्य का नियंत्रण था। 17वीं शताब्दी में, नियंत्रण रामनाद जमींदारी के हाथ में चला गया, जो रामनाथपुरम से लगभग 55 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित है। ब्रिटिश राज के दौरान यह मद्रास प्रेसीडेंसी का हिस्सा बन गया। लेकिन 1921 में भारत और श्रीलंका दोनों ने मछली पकड़ने की सीमा निर्धारित करने के लिए द्वीप पर दावा किया। यह विवाद 1974 तक नहीं सुलझा था।

अब क्या है समझौता?

1974 में, इंदिरा गांधी ने भारत-श्रीलंका के बीच समुद्री सीमा को हमेशा के लिए सुलझाने का प्रयास किया। इस समझौते के एक हिस्से के रूप में इंदिरा गांधी ने कच्चातिवु को श्रीलंका को सौंप दिया। उस समय, उन्होंने सोचा कि इस द्वीप का कोई रणनीतिक महत्व नहीं है और इस भारत का दावा खत्म करने से श्रीलंका के साथ संबंध और गहरे हो जाएंगे। समझौते के मुताबिक, भारतीय मछुआरों को अभी भी इस द्वीप तक जाने की इजाजत थी। 1976 में भारत में इमरजेंसी की अवधि के दौरान एक और समझौता हुआ। इसमें किसी भी देश को दूसरे के विशेष आर्थिक क्षेत्र में मछली पकड़ने से रोक दिया गया।

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Apr 03 2024, 16:18

राजस्थान की बीजेपी प्रत्याशी ज्योति मिर्धा के बयान पर मचा बवाल, जानें क्या कहा कि गरमा गई दिल्ली तक की सियासत

#jyotimirdhastatementonchanginginconstitutioncongresstargets

राजस्थान के नागौर से बीजेपी उम्मीदवार ज्योति मिर्धा का भाषण सुर्खियां बटोर रहा है। भाजपा प्रत्याशी डॉ ज्योति मिर्धा के एक बयान ने सियासी पारा गरमा गया है। दरअसल, डॉ मिर्धा ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान एक सभा में दिए भाषण में संविधान बदलने का ज़िक्र किया, जिसके बाद से वे विरोधियों के निशाने पर आ गई हैं। इस बयान को लेकर कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर है। दरअसल, विपक्ष लगातार ये दावा कर रहा है कि अगर इस बार केंद्र में एनडीए की सरकार बनी तो देश के लोकतंत्र और संविधान को खतरा है। विपक्ष के इन दावों के बीच राजस्थान के नागौर से बीजेपी उम्मीदवार ज्योति मिर्धा के बयान ने राजस्थान से लेकर दिल्ली तक का तापमान बढ़ाने का काम किया है।

ज्योति मिर्धा के संविधान बदलने वाले बयान पर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस ने कहा कि अनंत कुमार हेगड़े के बाद बीजेपी के एक और उम्मीदवार ने संविधान बदलने की बात की है। इन दोनों नेताओं के बयान से ये साफ है कि बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी संविधान और लोकतंत्र से नफरत करते हैं।

बीजेपी का लक्ष्य संविधान को बदलना है-थरूर

संविधान में बदलाव को लेकर भाजपा प्रत्याशी डॉ ज्योति मिर्धा के बयान पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'जब अनंत हेगड़े ने संविधान बदलने का राग छेड़ा था, तब भाजपा ने जल्दबाजी में इसे रफा-दफा कर उन्हें उम्मीदवारी से बाहर कर दिया था। अब एक और भाजपा उम्मीदवार कह रही हैं कि भाजपा का लक्ष्य संविधान बदलना है। सच सामने लाने के लिए भाजपा और कितने उम्मीदवारों से मुंह मोड़ेगी?'

ज्योति मिर्धा ने क्या कहा

सांसद शशि थरूर ने ज्योति मिर्धा के वीडियो से जुड़े एक पोस्ट को सोशल मीडिया पर साझा करके ‘एक्स’ पर फिर से पोस्ट किया। इसमें ज्योति मिर्धा यह कहती सुनी जा सकती हैं कि संवैधानिक बदलाव के लिए लोकसभा और राज्यसभा में प्रचंड बहुमत होना चाहिए।

थरूर के बयान पर मिर्धा का पलटवा

वहीं, शशि थरूर वार पर ज्योति मिर्धा ने पलटवार करते हुए लिखा, भाजपा का उद्देश्य राष्ट्रीय और सार्वजनिक हित की सेवा करना है। अगर उन उद्देश्यों के लिए संविधान में संशोधन की आवश्यकता पड़े तो ऐसा होगा। हाल ही में पिछले साल सितंबर में महिला आरक्षण विधेयक के लिए संविधान में संशोधन किया गया। 1950 से पिछले साल तक संविधान में 106 संशोधन हुए हैं। इस ऐतिहासिक संशोधन के कारण महिलाओं के संसद में 33 फीसदी आरक्षण का सपना साकार हो पाया।

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Mar 30 2024, 11:58

कांग्रेस नेता की भाजपा की महिला प्रत्याशी पर विवादित टिप्पणी, कहा-खाना बनाना आता है

#congressmlashamanurshivashankarappaonbjpgayathri_siddeshwara

कर्नाटक के कांग्रेस नेता शमनूर शिवशंकरप्पा ने भारतीय जनता पार्टी की महिला प्रत्याशी पर कुंठित टिप्पणी की है। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार गायत्री सिद्धेश्वरा को लेकर विवादित बयान दिया।पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक में बोलते हुए शमनूर ने कहा कि बीजेपी उम्मीदवार केवल रसोई में खाना बनाना जानती हैं।भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार के खिलाफ उन्होंने विवादित टिप्पणी की जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है।

शिवशंकरप्पा ने गायत्री की योग्यताओं की निंदा करते हुए दावा किया कि उनमें सार्वजनिक मुद्दों को प्रभावी ढंग से संबोधित करने की क्षमता नहीं है। शिवशंकरप्पा ने कहा जैसा कि आप सभी जानते हैं कि वह चुनाव जीतकर मोदी को कमल का फूल खिलाना चाहती थीं।उन्होंने आगे कहा कि पहले, उन्हें दावणगेरे की समस्याओं को समझने दें। हमने (कांग्रेस) क्षेत्र में विकासात्मक कार्य किए हैं। यह जानना एक बात है कि कैसे बात करनी है, लेकिन वह केवल रसोई में खाना बनाना जानती हैं। विपक्षी दल के पास जनता के सामने बात करने की ताकत नहीं है।

भाजपा उम्मीदवार का पलटवार

गायत्री सिद्धेश्वर ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पर पलटवार किया। उन्होंने विभिन्न व्यवसायों में महिलाओं द्वारा की गई प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शिवशंकरप्पा ने इस तरह से कहा कि हमें सिर्फ खाना बनाना चाहिए और रसोई में रहना चाहिए। आज महिलाएं किस पेशे में नहीं हैं? हम आसमान में भी उड़ रहे हैं। बूढ़े आदमी को नहीं पता कि महिलाओं ने कितनी प्रगति की है। वह उस प्यार को नहीं जानते, जिसके साथ सभी महिलाएं घर पर पुरुषों, बच्चों और बड़ों के लिए खाना बनाती हैं।

कांग्रेस नेता के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत

बता दें कि नेता की इस टिप्पणी के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा इसकी निंदा की जा रही है। इस बीच भाजपा की प्रवक्ता मालविका अविनाश ने भी शिवशंकरप्पा की इस टिप्पणी के खिलाफ उनकी चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई है।

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Mar 28 2024, 15:21

कंगना रनौत पर टिप्पणी कर बुरी फंसी सुप्रिया श्रीनेत, कांग्रेस ने काटा टिकट

#congress_canceled_ticket_of_supriya_shrinet 

बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी कंगना रनौत पर टिप्पणी को लेकर विवादों में घिरी कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत को एक और झटका लगा है। अब कांग्रेस पार्टी ने भी उनपर सख्ती बरती है। कांग्रेस ने बुधवार को देर रात आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की 8वीं लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में 14 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। पार्टी ने झारखंड, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के लिए प्रत्याशी घोषित किए हैं। कांग्रेस की लिस्ट के अनुसार, कांग्रेस ने अपनी महिला प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का टिकट काट दिया है।पार्टी ने सुप्रिया का उस निर्वाचन क्षेत्र से टिकट काट दिया है, जहां से वो उम्मीदवार के रूप में 2019 का चुनाव लड़ीं थी। इस लिस्ट में पार्टी ने उत्तर प्रदेश की महराजगंज लोकसभा सीट से भी अपने प्रत्याशी का ऐलान किया है, जहां से पिछली बार 2019 में सुप्रिया श्रीनेत ने लोकसभा चुनाव लड़ा था।

सुप्रिया श्रीनेत ने महाराजगंज सीट से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि, उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इस बार भी उनका टिकट तय माना जा रहा था, लेकिन टिकट घोषणा से पहले सुप्रिया श्रीनेत ने अपने ऑफिसियल एक्स अकाउंट से कंगना रनौत को लेकर बेहद अमर्यादित पोस्ट लिख दी। जिसके बाद बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाते हुए महिला सम्मान से जोड़ दिया। जिसके बाद कांग्रेस ने महराजगंज से श्रीनेत को हटाकर वीरेंद्र चौधरी को इस सीट से टिकट दिया है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने डैमेज कण्ट्रोल करते हुए सुप्रिया श्रीनेत को टिकट नहीं दिया।

बता दें कि बीजेपी की ओर से हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से कंगना रनौत को अपना उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी की तरफ से इस घोषणा के बाद कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के इंस्टाग्राम अकाउंट से रनौट की तस्वीर और अपमानजनक कैप्शन के साथ एक आपत्तिजनक पोस्ट डाला गया था। सुप्रिया की इस टिप्पणी पर कंगना रनौत ने कहा था कि हमें महिलाओं का सम्मान करना चाहिए, भले ही वह किसी भी क्षेत्र से जुड़ी हुई। कंगना के समर्थन में भी बड़ा अभियान चला था और सुप्रिया श्रीनेत की इस मामले में राष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हुई थी। विरोध के बाद यह पोस्ट हटा दिया गया था और सुप्रिया श्रीनेत ने इस मामले में सफाई पेश की थी। उन्होंने ट्विटर पर एक ट्वीट लिख कर अकाउंट का एक्सेस किसी और के हाथ में होने और साथ ही एक पैरोडी अकाउंट पर दोष मढ़ने का प्रयास किया था। हालांकि इस मामले को लेकर चुनाव आयोग ने श्रीनेत को उनके पोस्ट पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

Ranchi

Mar 24 2024, 21:32

भाजपा नेता राज पलिवार ने कांग्रेस के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा को भेजा लीगल नोटिस,कहा इन्होंने कांग्रेस में शामिल होने की झूठी खबर फैलायी

 झारखंड के पूर्व मंत्री और भजपा नेता राज पलिवार ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा को लीगल नोटिस भेजकर कानूनी कारबाई की चेतावनी दी है।

 पलिवार का आरोप।है कि पवन खेड़ा पर सोशल मीडिया में झूठी खबर फैलाकर उनके बारे में कांग्रेस में शामिल होने की अफवाह फैलाई है।

उन्होंने अपने लीगल नोटिस में कहा है कि 20 मार्च को पवन खेड़ा ने अपने फेसबुक अकाउंट से उनके कांग्रेस में शामिल होने की खबर फैलायी थी, जो बिल्कुल गलत थी। पलिवार ने अपने नोटिस में लिखा है कि पवन खेड़ा के इस निराधार फेसबुक पोस्ट से उनकी और बीजेपी की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचा है।

पलिवार ने कहा है कि पवन खेड़ा लीगल नोटिस मिलने के बाद दो दिनों के अंदर माफी मांगें, वरना उनके खिलाफ सक्षम न्यायालय में कानूनी कार्यवाही की जायेगी।

दो दिन पहले निशिकांत दुबे ने भ्रामक और कांग्रेस की साजिश बताया

दो दिनों पहले सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने अपने फेसबुक वॉल और X पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा का पोस्ट लगाते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी थी। लिखा था कि यह कांग्रेस के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा जी का आधिकारिक फेसबुक पेज है। इसमें वह मधुपुर के पूर्व विधायक राज पलिवार जी के काँग्रेस में शामिल होने का दावा कर रहे हैं।

वहीं उस दिन जब पूर्व मंत्री राज पलिवार ने भ्रामक और साजिश करार देने से संबंधित पोस्ट डाला, तो कांग्रेस मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा ने संबंधित पोस्ट को एडिट कर दिया।

उस पर भी सांसद डॉ दुबे ने प्रतिक्रिया दी और अपने FB और एक्स पर देते हुए लिखा था कि आठ घंटे बाद Congress के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा जी 

और पूर्व विधायक राज पलिवार को एक साथ बयान देने की फुर्सत मिली तथा फेसबुक पोस्ट को नये सिरे से लिखा।

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Apr 26 2024, 15:13

EVM-VVPAT पर आए फैसले के बाद विपक्ष पर बरसे PM मोदी, बोले-मतपेटियां लूटने वालों को मिला जवाब

#pmmodiattackedcongressrjdonevmvvpatsupremecourtverdict

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के अररिया में चुनावी रैली को संबोधित किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरार अररिया में हुई इस जनसभा में ईवीएम को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। ईवीएम और वीवीपैट पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोर्ट ने साफ कह दिया है कि बैलेट पेपर वाला पुराना दौर वापस लौटकर नहीं आएगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, इंडी गठबंधन के हर नेता ने ईवीएम को लेकर जनता के मन में संदेह पैदा करने का पाप किया है। आज सुप्रीम कोर्ट ने इनको गहरा झटका दिया है।

देश की सर्वोच्च न्यायालय ने ऐसा करारा तमाचा मारा

पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत के चुनावी प्रक्रिया की तारीफ करती है। लेकिन, इंडी गठबंधन के लोग ईवीएम को लेकर दुष्प्रचार करते हैं। विपक्ष के लोग ईवीएम को हटाना चाहते थे। आज इन्हीं लोगों ने देश की सर्वोच्च न्यायालय ने ऐसा करारा तमाचा मारा है कि यह लोग मुंह मोड़कर देख नहीं पाएंगे। इन लोगों को अब देश से माफी मांगनी चाहिए।

कोर्ट ने विपक्षी दलों को सिखाया सबक

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बिहार में पहले कांग्रेस-आरजेडी के शासन में बूथ लूट होती थी। वोटिंग के दिन यहां कमजोरों, गरीबों,पिछड़ों, दलितों को डंडे की चोट पर बूथ से बाहर रखा जाता था। अब ये लोग फिर से वही चाहते थे लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में इन्हें सबक सिखा दिया। पीएम ने कहा कि जिन्होंने दशकों तक बैलेट पेपर के बहाने गरीबों का अधिकार छीना, वे आज कोर्ट के फैसले के आगे शर्मिंदा हैं।

कांग्रेस और राजद पर साधा निशाना

देश में आज दो धारा बन गई है। एक धारा एनडीए की है। जिसका मकसद है देश को सशक्त करना। इसके विपरीत कांग्रेस और राजद का मकसद है देश को गुमराह करना। विकास के लिए जनता को तरपाना। अपनी तिजौरी भरना। इन दोनों पार्टियों ने बिहार के लोगों को दाने-दाने के लिए तरसा दिया। किसी के पास नौकरी है तो उनकी जमीन छीन लो। कोई थोड़ा भी सामर्थ्यवान है तो उसका अपहरण करवा लो। यह जंगलराज की पहचान है।

कांग्रेस की आरक्षण नीति पर भी निशाना

पीएम मोदी ने कहा कि अब कांग्रेस ने दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के आरक्षण का हक छीनने की बहुत गहरी साजिश रची है। देश के संविधान ने साफ-साफ कहा है कि भारत में धर्म आधारित आरक्षण नहीं हो सकता। लेकिन कांग्रेस पूरे देश में धर्म आधारित आरक्षण के लिए जोर लगा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि उसका कर्नाटक का आरक्षण मॉडल पूरे देश में लागू हो।

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Apr 24 2024, 16:28

सैम पित्रोदा के बयान पर पीएम मोदी का तंज, बोले-कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी जिंदगी के बाद भी

#pmmodiattackscongresssampitrodainheritancetaxremark

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयान पर बुधवार को पलटवार किया। उन्होंने कहा कि आप जो अपनी मेहनत से संपत्ति जुटाते हैं, वो आपके बच्चों को नहीं मिलेगी। कांग्रेस का पंजा वो भी आपसे लूट लेगा। कांग्रेस का मंत्र है- कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के सरगुजा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला।

बता दें कि सैम पित्रोदा ने अमेरिकी सिस्टम को समझाते हुए कहा कि अमेरिका में विरासत कर लगता है। यदि किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है तो वह केवल 45% अपने बच्चों को हस्तांतरित कर सकता है, 55% सरकार ले लेती है। यह एक दिलचस्प कानून है। इसमें कहा गया है कि आपने अपनी पीढ़ी में संपत्ति बनाई और अब जा रहे हैं, आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए, पूरी नहीं, आधी, जो मुझे उचित लगती है।

पीएम मोदी मोदी छत्तीसगढ़ के सरगुजा में कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के विरासत टैक्स वाले बयान को लेकर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने सम्पत्ति के दोबारा बँटवारे और मरने के बाद सम्पत्ति जब्त करने जैसे मुद्दों लेकर कांग्रेस को घेरा। पीएम मोदी ने लोगों को चेताया है कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो जीवन भर की कमाई छीन लेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की लूट जिन्दगी के साथ भी और जिन्दगी के बाद भी चलती हैष

कांग्रेस के खतरनाक इरादे खुलकर सामने आ रहे हैं-पीएम मोदी

सैम पित्रोदा के बयान पर पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस पार्टी के खतरनाक इरादे एक के बाद एक खुलकर सामने आ रहे हैं। पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा-'शाही परिवार के शहजादे के सलाहकार ने कुछ समय पहले कहा था कि मिडिल क्लास पर और ज्यादा टैक्स लगाना चाहिए। अब ये लोग इससे भी एक कदम और आगे बढ़ गए हैं। अब कांग्रेस का कहना है कि वो विरासत टैक्स लगाएगी, माता-पिता से मिलने वाली विरासत पर भी टैक्स लगाएगी। जब तक आप जीवित रहेंगे, तब तक कांग्रेस आपको ज्यादा टैक्स से मारेगी और जब जीवित नहीं रहेंगे, तब आप पर विरासत टैक्स का बोझ लाद देगी। पूरी कांग्रेस पार्टी को अपनी पैतृक संपत्ति मानकर जिन लोगों ने अपने बच्चों को दे दी, अब वो नहीं चाहते कि भारतीय अपनी संपत्ति अपने बच्चों को दें।

आंध्र प्रदेश में सभी मुस्लिमों को आरक्षण देने के मुद्दे पर भी बोला हमला

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस का मेनिफेस्टो मुस्लिम लीग की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माण के समय यह तय हुआ था कि आरक्षण धर्म के नाम पर नहीं होगा लेकिन वोटबैंक के कारण कांग्रेस ने इन महापुरुषों की बात नहीं मानी। कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश में मुस्लिमों को आरक्षण देने की बात कही। रैली में पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि 2009 और 2014 के मेनिफेस्टो में भी कांग्रेस ने यह वादा किया था। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने मुस्लिम समुदाय की सभी जातियों को ओबीसी में डाल दिया और सामाजिक न्याय की हत्या की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संविधान बदल कर एससी/एसटी और ओबीसी आरक्षण छीनकर अपने वोट बैंक को देना चाहती हीं।

सुप्रिया श्रीनेत के नक्सलियों को शहीद पर भी बोला हमला

पीएम मोदी ने कहा, “भारत विरोधी इंडी गठबंधन की कमजोर सरकार चाहते हैं जिसमें भ्रष्टाचार होता रहे और सब एक दूसरे से लड़ते रहें। कांग्रेस के शासन में नक्सल और आतंकवाद फैला। कांग्रेस का कुशासन और लापरवाही देश की बर्बादी का कारण है।” उन्होंने कॉन्ग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत के नक्सलियों को शहीद बताने को लेकर भी हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा, “इसी कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता आतंकवादियों के मारे जाने पर आंसू बहाती हैं। इस कारण कांग्रेस देश का भरोसा खो चुकी है।”

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Apr 24 2024, 12:02

सैम पित्रोदा के “विरासत टैक्स” वाले बयान पर छिड़ी बहस, बीजेपी ने खोला मोर्चा, कांग्रेस ने दिया जवाब

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भारत में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गर्म है। मंगलसूत्र और संपत्ति बंटवारे को लेकर वार-पलटवार जारी है। अब कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के अमेरिका के विरासत टैक्स पर दिए बयान पर बहस छिड़ गई। उनके इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को घेरा है तो कांग्रेस ने सैम पित्रोदा के बयान से किनारा कर लिया है। दरअसल सैम पित्रोदा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह अमेरिका के विरासत टैक्स का जिक्र कर रहे हैं।इस पर बीजेपी ने उन्हें घेरते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस की नीतियां देश को बर्बाद करने वाली है। इस बीच कांग्रेस ने पित्रोदा के बयान से पल्ला झाड़ते हुए इसे उनका निजी बयान बताया है।

दरअसल, सैम पित्रोदा ने कहा, अमेरिका में विरासत कर लगता है। यदि किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है तो वह केवल 45% अपने बच्चों को हस्तांतरित कर सकता है, 55% सरकार ले लेती है। यह एक दिलचस्प कानून है। इसमें कहा गया है कि आपने अपनी पीढ़ी में संपत्ति बनाई और अब जा रहे हैं, आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए, पूरी नहीं, आधी, जो मुझे उचित लगती है।

उन्होंने आगे कहा, हालांकि, भारत में आपके पास ऐसा नहीं है। अगर किसी की संपत्ति 10 अरब है और वह मर जाता है, तो उसके बच्चों को 10 अरब मिलते हैं और जनता को कुछ नहीं मिलता। इसलिए लोगों को इस तरह के मुद्दों पर बहस और चर्चा करनी होगी। मुझे नहीं पता कि आखिर में निष्कर्ष क्या निकलेगा, लेकिन जब हम धन के पुनर्वितरण की बात करते हैं, तो हम नई नीतियों और नए कार्यक्रमों के बारे में बात करते हैं, जो लोगों के हित में हैं न कि केवल अति-अमीरों के हित में। पित्रोदा ने कहा, यह एक नीतिगत मुद्दा है। कांग्रेस पार्टी एक ऐसी नीति बनाएगी, जिसके माध्यम से धन का बांटना बेहतर होगा।

कांग्रेस का फैसला देश को बर्बाद करने वाला- अमित मालवीय

सैम पित्रोदा के इस बयान पर भाजपा हमलावर है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय बुधवार को कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश को बर्बाद करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने भारत को बर्बाद करने का फैसला किया है। अब, सैम पित्रोदा धन पुनर्वितरण के लिए 50 फीसदी विरासत कर की पैरवी करते हैं। इसका मतलब यह है कि हम अपनी सारी मेहनत और उद्यम से जो कुछ भी बनाएंगे, उसका आधा हिस्सा छीन लिया जाएगा। 50 फीसदी हमारे द्वारा भुगतान किए जाने वाले सभी कर भी बढ़ जाएंगे, अगर कांग्रेस जीतती है।'

जयराम बोले- यह पार्टी का विचार नहीं

वहीं, कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की तरफ से भारत में 'विरासत टैक्स' लगाए जाने की मांग वाले बयान से पार्टी ने ही पल्ला झाड़ लिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बुधवार को कहा कि सैम पित्रोदा को खुलकर और आजादी से अपने विचार रखने का अधिकार है। लेकिन यह जरूरी नहीं कि पित्रोदा के विचार किसी मुद्दे पर कांग्रेस का पक्ष हों। कई बार वे नहीं होते। जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट में कहा, "वे मेरे और दुनिया में कई लोगों के अच्छे मेंटर, दोस्त और मार्गदर्शक रहे हैं। पित्रोदा किसी भी मुद्दे पर अपनी राय को स्वतंत्रता के साथ रख सकते हैं। जाहिर तौर पर एक लोकतंत्र में लोगों को अपने निजी विचारों पर चर्चा करने और उन्हें रखने का अधिकार है। इसका यह मतलब नहीं कि उनका विचार हमेशा कांग्रेस का विचार दर्शाता हो। कई बार ऐसा नहीं होता है। उनके बयान को इस वक्त सनसनीखेज बनाकर चलाना और इसे परिप्रेक्ष्य से बाहर ले जाना पीएम मोदी के दुर्भावनापूर्ण चुनावी अभियान से ध्यान बंटाने की कोशिश है।"

पवन खेड़ा ने पूछा ये सवाल

इसके अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने फटकार लगाते हुए सवाल किया, ‘क्या उन्होंने (पित्रोदा) कहा है कि कांग्रेस यह नीति लाएगी? क्या कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में ऐसा कहा है? क्या शास्त्रार्थ की इस प्राचीन भूमि में विभिन्न विचारों पर चर्चा और बहस करने की अनुमति नहीं है?’

India

Apr 23 2024, 15:18

कौन हैं कांग्रेस के “खास जमात”, जिसका जिक्र पर राजस्थान में गजरे पीएम मोदी, 'हनुमान चालीसा' के बहाने भी खूब बरसे

#pmmodiattackcongressoverhanumanchalisa

पूरा देश भीषण गर्मी से झुलस रहा है, वहीं लोकसभा चुनाव को लेकर बढ़े सियासी हलचल ने तापमान को और बढ़ाने का काम किया है। चुनाव से पहले देश भर में नेताओं के लगातार दौरे चल रहे हैं, तो वहीं पीएम मोदी के भी अलग-अलग राज्यों में लगातार दौरे हो रहे हैं। इसी क्रम में पीएम मोदी मंगलवार को राजस्थान दौरे पर पहुंचे।हनुमान जयंती पर उन्होंने भाषण की शुरुआत ही बजरंग बली की जय के साथ की। फिर कर्नाटक का एक किस्सा भी सुनाया। आरोप लगाया कि कांग्रेस की सरकार में हनुमान चालीसा सुन रहे व्यापारी को पीट-पीटकर लहुलूहान कर दिया गया। इनके राज में तो हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह हो गया है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने “खास वोटबैंक” का जिक्र करते हुए इंडिया गठबंधन पर खूब हमला बोला।

पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान ने हर बार भाजपा को भरपूर आशीर्वाद दिया है। आज रामभक्त हनुमान जी की जयंती का पवित्र दिन है। पूरे देश को हनुमान जयंती की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। पीएम ने बजरंग बली के जयकारे लगाए। इस दौरान पीएम ने कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह हो जाता है।

पीएम ने कहा कि आज हनुमान जयंती पर आपसे बात करते हुए मुझे कुछ दिन पहले की एक तस्वीर भी याद आ रही है। कुछ दिन पहले कांग्रेस के शासन वाले कर्नाटक में एक छोटे दुकानदार को केवल इसलिए बुरी तरह से पीटा गया, क्योंकि वो अपनी दुकान में बैठे-बैठे हनुमान चालीसा सुन रहा था। पीएम ने कहा कि कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह हो जाता है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने तो राम-राम सा कहने वाले राजस्थान में रामनवमी पर प्रतिबंध लगा दिया था। कांग्रेस ने शोभायात्रा पर पत्थरबाजी करने वालों को सरकारी संरक्षण दिया था।पीएम ने कहा कि अब भाजपा सरकार आने के बाद किसी की हिम्मत नहीं है कि आपकी आस्था पर सवाल उठा दे। अब आप चैन से हनुमान चालीसा भी गाएंगे और रामनवमी भी मनाएंगे।

पीएम ने आगे कहा कि साल 2014 में आपने मोदी को दिल्ली में सेवा का अवसर दिया। फिर देश ने वो फैसले लिए जिनकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। पीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 के बाद भी और आज भी अगर दिल्ली में कांग्रेस की सरकार होती तो क्या क्या हुआ होता। कांग्रेस होती, तो जम्मू कश्मीर में आज भी हमारी सेनाओं पर पत्थर चल रहे होते। कांग्रेस होती, तो सीमा पार से आकर दुश्मन आज भी हमारे जवानों के सिर काटकर ले जाते। कांग्रेस होती, तो न ही हमारे फौजियों के लिए वन रैंक-वन पेंशन लागू होती और न ही हमारे पूर्व सैनिकों को 1 लाख करोड़ रुपये मिलते। 

“खास जमात को आरक्षण देना चाहते हैं”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2011 में कांग्रेस ने एससी-एसटी को मिला अधिकार छीनकर मुस्लिमों को देने का प्रयास किया। कांग्रेस ने संविधान की परवाह नहीं की, बाबा साहब अंबेडकर की परवाह नहीं की। जब कर्नाटक में बीजेपी की सरकार बनी तो पहला काम किया कि धार्मिक आधार पर आरक्षण खत्म कर दिया। कांग्रेस और इंडी अलायंस जब सत्ता में थे तो ये लोग दलितों और पिछड़ों के आरक्षण में सेंधमारी करते और वोट बैंक पॉलिटिक्स के लिए उनकी खास जमात को आरक्षण देना चाहते थे। संविधान इसके खिलाफ है। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस यह एलान करेगी कि इस संविधान में दलितों और पिछड़ों के आरक्षण को कम करके मुसलमानों को नहीं बांटेगी।

“आपकी संपत्ति छीनकर उनके खास लोगों को बांटने की गहरी साजिश”

पीएम मोदी बोले कि देश में धार्मिक आधार पर आरक्षण का घोर विरोध हुआ था। कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है। 2004 में जैसे ही केंद्र में कांग्रेंस की सरकार बनी, उसमें सबसे पहला काम आंध्र में एससी-एसटी रिजर्वेशन में कमी कर मुसलमानों को आरक्षण देने का प्रयास किया गया। 2004 से 2010 के बीच कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश में चार बार मुस्लिम रिजर्वेशन लागू करने की कोशिश की। सुप्रीम कोर्ट की सक्रियता के कारण यह लागू नहीं कर पाई। मैंने देश के सामने सच रखा कि कांग्रेस आपकी संपत्ति छीनकर उनके खास लोगों को बांटने की गहरी साजिश रच रही है। मैंने कांग्रेस की इस तुष्टिकरण की साजिश का पर्दाफाश किया था। इससे कांग्रेस को इतनी मिर्ची लगी है कि वे मोदी को गाली देने में लगे हैं।

“राजस्थान में एक भी पंजा बचना नहीं चाहिए”

पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि अभी कांग्रेस के एक नेता ने पब्लिकली कहा कि एक्सरे करके लोगों की संपत्ति का पता लगाएंगे। फिर जो भी ज्यादा होगा, वह लोगों में बांट देंगे। यह आपको मंजूर है क्या? क्या मंगल सूत्र पर हाथ लगा सकते हैं? इस पंजे की यह ताकत... राजस्थान में एक भी पंजा बचना नहीं चाहिए।

నిజంనిప్పులాంటిది

Apr 14 2024, 08:08

Congress: మంత్రి పొన్నం ప్రభాకర్ నేడు దీక్ష

కరీంనగర్: పదేళ్ల విభజన హామీల అమలు నిర్లక్ష్యంపై మంత్రి పొన్నం ప్రభాకర్ (Minister Ponnam Prabhakar) ఆదివారం దీక్ష (Initiation) చేయనున్నారు. కేంద్ర ప్రభుత్వ నిర్లక్ష్యంపై కరీంనగర్ డీసీసీ కార్యాలయంలో పొన్నం దీక్ష చేయనున్నారు..

మరో ఆరు రోజుల్లో పార్లమెంట్‌ (Parliament) ఎన్నికల నోటిఫికేషన్‌ (Election Notification) జారీ అయి నామినేషన్ల ఘట్టం ప్రారంభం కానుండగా జిల్లాలో రాజకీయ వేడి రాజుకుంటున్నది. రెండు రోజులుగా కాంగ్రెస్‌ వర్సెస్‌ బీజేపీ (Congress vs BJP)గా మాటల తూటాలు పేలుతున్నాయి. రాష్ట్ర మంత్రి పొన్నం ప్రభాకర్‌, ఎంపీ బండి సంజయ్‌కుమార్‌ (Bandi Sanjay Kumar) ఒకరిపై ఒకరు విమర్శనాస్త్రాలు సంధించుకుంటున్నారు.

బీజేపీ ప్రభుత్వం ఏర్పడి పది సంవత్సరాలు పూర్తిచేసుకున్నా విభజన హామీలను విస్మరించిందని, దానికి నిరసనగా ఈరోజు కరీంనగర్‌ డీసీసీ కార్యాలయంలో దీక్ష చేపడతానని పొన్నం ప్రభాకర్‌ ప్రకటించారు. ఈ నేపథ్యంలో బీజేపీ కూడా ఆయనకు దీటుగా సమాధానం చెప్పేందుకు సిద్ధం కావడం రాజకీయ కలకలాన్ని సృష్టిస్తున్నది.

పరస్పర ఆరోపణలు..

విభజన హామీలను విస్మరించిన బీజేపీ ఏ ముఖం పెట్టుకొని ఓట్లు అడుగుతుందని, ఓట్లు అడిగే నైతిక హక్కు ఆ పార్టీకి లేదని పొన్నం ప్రభాకర్‌ విమర్శిస్తున్నారు. గడిచిన పదేళ్లలో ప్రధానమంత్రి నరేంద్రమోదీ రాష్ట్రానికి ఏమి చేశారో చెప్పాలని, అధికారంలోకి వచ్చిన తర్వాత ప్రభుత్వ రంగ సంస్థలను అమ్ముకున్నారని ఆయన విమర్శించారు.

రాముడి ఫొటోలు, అక్షింతలు ఇంటింటికి పంపడం మినహా ప్రతి ఇంటికి ఏమి చేశారో చెప్పాలని, బీజేపీకి చేతనైతే రాముడి బొమ్మతో కాకుండా మోదీ బొమ్మతో ఓట్లు అడగాలని పొన్నం సవాల్‌ విసిరారు. కేంద్ర మంత్రి కిషన్‌రెడ్డి, బండి సంజయ్‌కుమార్‌ తమతమ నియోజకవర్గాల్లో ఏమి చేశారో ప్రజలకు చెప్పాలని ఆయన డిమాండ్‌ చేశారు..

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Apr 10 2024, 16:47

कच्चाथीवु द्वीप को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का पलटवार, पूछा-क्या वहां कोई रहता भी है?

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इस बार लोकसभा चुनाव में कच्चातिवु द्वीप बड़ा मुद्दा बनता नजर आ रहा है, खासकर तमिलनाडु में। लोकसभा चुनाव से पहले तमिलनाडू और श्रीलंका के बीच मौजूद कच्चातिवु द्वीप को लेकर देशभर में राजनीतिक बहस जारी है। विवाद तब शुरू हुआ जब आरटीआई से मिले जवाब में सामने आया कि 1974 में तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार ने इस द्वीप को श्रीलंका को सौंप दिया था। बीजेपी इसे जोर-शोर से उठा रही है। इस बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता राजगढ़ से कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने इस मसले पर पलटवार किया है। उन्होंने पूछा है कि, "क्या उस द्वीप पर कोई रहता है? 

लोकसभा चुनाव के लिए हो रहे प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक नए मुद्दे को उठाकर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। कच्चातिवु द्वीप को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भोपाल में पलटवार किया। उन्होंने पूछा, उस द्वीप पर कोई रहता है क्या? मैं पूछना चाहता हूं। दरअसल, पिछले कई दिनों से पीएम मोदी इस मसले को सार्वजनिक मंचों पर उठा रहे हैं। 

पीएम मोदी लगातार बोल रहे हमला

इससे पहले बुधवार को तमिलनाडु के वेल्लोर में पीएम मोदी ने एक रैली के दौरान कहा कि कांग्रेस और डीएमके पार्टी के एक पाखंड की चर्चा आज पूरा देश कर रहा है। कांग्रेस ने अपनी सरकार के दौरान कई दशक पहले कच्चातिवु द्वीप श्रीलंका को दे दिया। किस कैबिनेट में ये निर्णय हुआ? किसके फायदे के लिए ये फैसला हुआ? इस पर कांग्रेस की बोलती बंद है। उन्होंने आगे कहा, बीते वर्षों में उस द्वीप के पास जाने पर तमिलनाडु के हजारों मछुआरे गिरफ्तार हुए हैं। उनकी नौकाएं गिरफ्तार कर ली गई हैं।

पीएम मोदी ने कहा, गिरफ्तारी पर कांग्रेस और डीएमके झूठी हमदर्दी दिखाते हैं, लेकिन ये लोग तमिलनाडु के लोगों को ये सच नहीं बताते हैं कि कच्चातिवु द्वीप इन लोगों ने स्वयं श्रीलंका को दे दिया और तमिलनाडु की जनता को अंधेरे में रखा।एनडीए सरकार ऐसे मछुआरों को निरंतर रिहा कराकर वापस ला रही है। इतना ही नहीं 5 मछुआरों को श्रीलंका ने फांसी की सजा दे दी थी। वह उनको भी जिंदा वापस लेकर आए हैं। डीएमके और कांग्रेस सिर्फ मछुआरों के नहीं बल्कि देश के भी गुनहगार हैं।

क्या है श्रीलंका का पक्ष

इससे पहले कच्चातिवु द्वीप को लेकर श्रीलंका ने भी अपनी बात रखी है।राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के मंत्रिमंडल में शामिल मंत्री जीवन थोंडामन ने साफ कहा कि कच्चातिवू द्वीप श्रीलंकाई नियंत्रण रेखा के भीतर आता है। उन्होंने कहा, श्रीलंका के साथ नरेंद्र मोदी की विदेश नीति सजीव और स्वस्थ है। अभी तक भारत की ओर से कच्चातिवु द्वीप को लौटाने के लिए कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है। अगर ऐसी कोई मांग होती है, तो विदेश मंत्रालय उसका जवाब देगा।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक अन्य श्रीलंकाई मंत्री ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा कि नई सरकार की इच्छा के अनुसार राष्ट्रीय सीमाओं को नहीं बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि एक बार सीमा तय हो जाने के बाद, केवल सरकार बदलने के कारण कोई भी बदलाव की मांग नहीं कर सकता।

कहां स्थित है यह द्वीप?

कच्चातिवु द्वीप श्रीलंका में नेदुनथीवु और भारत में रामेश्वरम के बीच स्थित है। यह 285 एकड़ का एक निर्जन स्थान है। अपने सबसे चौड़े बिंदु पर इसकी लंबाई 1.6 किमी से ज्यादा नहीं है। यह भारतीय तट से लगभग 33 किमी दूर, रामेश्वरम के उत्तर-पूर्व में स्थित है। श्रीलंका के जाफना से यह लगभग 62 किमी दूर है। पारंपरिक रूप से दोनों पक्षों के मछुआरे इसका इस्तेमाल करते रहे हैं। कच्चातिवु द्वीप तमिलनाडु के मछुआरों के लिए सांस्कृतिक रूप से अहम है। इसे श्रीलंका को सौंपने के खिलाफ तमिलनाडु में कई आंदोलन हुए हैं।

द्वीप का इतिहास क्या है?

14वीं शताब्दी के ज्वालामुखी विस्फोट के बाद यह द्वीप बना। मध्ययुगीन काल में, इस पर श्रीलंका के जाफना साम्राज्य का नियंत्रण था। 17वीं शताब्दी में, नियंत्रण रामनाद जमींदारी के हाथ में चला गया, जो रामनाथपुरम से लगभग 55 किमी उत्तर-पश्चिम में स्थित है। ब्रिटिश राज के दौरान यह मद्रास प्रेसीडेंसी का हिस्सा बन गया। लेकिन 1921 में भारत और श्रीलंका दोनों ने मछली पकड़ने की सीमा निर्धारित करने के लिए द्वीप पर दावा किया। यह विवाद 1974 तक नहीं सुलझा था।

अब क्या है समझौता?

1974 में, इंदिरा गांधी ने भारत-श्रीलंका के बीच समुद्री सीमा को हमेशा के लिए सुलझाने का प्रयास किया। इस समझौते के एक हिस्से के रूप में इंदिरा गांधी ने कच्चातिवु को श्रीलंका को सौंप दिया। उस समय, उन्होंने सोचा कि इस द्वीप का कोई रणनीतिक महत्व नहीं है और इस भारत का दावा खत्म करने से श्रीलंका के साथ संबंध और गहरे हो जाएंगे। समझौते के मुताबिक, भारतीय मछुआरों को अभी भी इस द्वीप तक जाने की इजाजत थी। 1976 में भारत में इमरजेंसी की अवधि के दौरान एक और समझौता हुआ। इसमें किसी भी देश को दूसरे के विशेष आर्थिक क्षेत्र में मछली पकड़ने से रोक दिया गया।

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Apr 03 2024, 16:18

राजस्थान की बीजेपी प्रत्याशी ज्योति मिर्धा के बयान पर मचा बवाल, जानें क्या कहा कि गरमा गई दिल्ली तक की सियासत

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राजस्थान के नागौर से बीजेपी उम्मीदवार ज्योति मिर्धा का भाषण सुर्खियां बटोर रहा है। भाजपा प्रत्याशी डॉ ज्योति मिर्धा के एक बयान ने सियासी पारा गरमा गया है। दरअसल, डॉ मिर्धा ने अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान एक सभा में दिए भाषण में संविधान बदलने का ज़िक्र किया, जिसके बाद से वे विरोधियों के निशाने पर आ गई हैं। इस बयान को लेकर कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर है। दरअसल, विपक्ष लगातार ये दावा कर रहा है कि अगर इस बार केंद्र में एनडीए की सरकार बनी तो देश के लोकतंत्र और संविधान को खतरा है। विपक्ष के इन दावों के बीच राजस्थान के नागौर से बीजेपी उम्मीदवार ज्योति मिर्धा के बयान ने राजस्थान से लेकर दिल्ली तक का तापमान बढ़ाने का काम किया है।

ज्योति मिर्धा के संविधान बदलने वाले बयान पर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस ने कहा कि अनंत कुमार हेगड़े के बाद बीजेपी के एक और उम्मीदवार ने संविधान बदलने की बात की है। इन दोनों नेताओं के बयान से ये साफ है कि बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी संविधान और लोकतंत्र से नफरत करते हैं।

बीजेपी का लक्ष्य संविधान को बदलना है-थरूर

संविधान में बदलाव को लेकर भाजपा प्रत्याशी डॉ ज्योति मिर्धा के बयान पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'जब अनंत हेगड़े ने संविधान बदलने का राग छेड़ा था, तब भाजपा ने जल्दबाजी में इसे रफा-दफा कर उन्हें उम्मीदवारी से बाहर कर दिया था। अब एक और भाजपा उम्मीदवार कह रही हैं कि भाजपा का लक्ष्य संविधान बदलना है। सच सामने लाने के लिए भाजपा और कितने उम्मीदवारों से मुंह मोड़ेगी?'

ज्योति मिर्धा ने क्या कहा

सांसद शशि थरूर ने ज्योति मिर्धा के वीडियो से जुड़े एक पोस्ट को सोशल मीडिया पर साझा करके ‘एक्स’ पर फिर से पोस्ट किया। इसमें ज्योति मिर्धा यह कहती सुनी जा सकती हैं कि संवैधानिक बदलाव के लिए लोकसभा और राज्यसभा में प्रचंड बहुमत होना चाहिए।

थरूर के बयान पर मिर्धा का पलटवा

वहीं, शशि थरूर वार पर ज्योति मिर्धा ने पलटवार करते हुए लिखा, भाजपा का उद्देश्य राष्ट्रीय और सार्वजनिक हित की सेवा करना है। अगर उन उद्देश्यों के लिए संविधान में संशोधन की आवश्यकता पड़े तो ऐसा होगा। हाल ही में पिछले साल सितंबर में महिला आरक्षण विधेयक के लिए संविधान में संशोधन किया गया। 1950 से पिछले साल तक संविधान में 106 संशोधन हुए हैं। इस ऐतिहासिक संशोधन के कारण महिलाओं के संसद में 33 फीसदी आरक्षण का सपना साकार हो पाया।

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Mar 30 2024, 11:58

कांग्रेस नेता की भाजपा की महिला प्रत्याशी पर विवादित टिप्पणी, कहा-खाना बनाना आता है

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कर्नाटक के कांग्रेस नेता शमनूर शिवशंकरप्पा ने भारतीय जनता पार्टी की महिला प्रत्याशी पर कुंठित टिप्पणी की है। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार गायत्री सिद्धेश्वरा को लेकर विवादित बयान दिया।पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक में बोलते हुए शमनूर ने कहा कि बीजेपी उम्मीदवार केवल रसोई में खाना बनाना जानती हैं।भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार के खिलाफ उन्होंने विवादित टिप्पणी की जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है।

शिवशंकरप्पा ने गायत्री की योग्यताओं की निंदा करते हुए दावा किया कि उनमें सार्वजनिक मुद्दों को प्रभावी ढंग से संबोधित करने की क्षमता नहीं है। शिवशंकरप्पा ने कहा जैसा कि आप सभी जानते हैं कि वह चुनाव जीतकर मोदी को कमल का फूल खिलाना चाहती थीं।उन्होंने आगे कहा कि पहले, उन्हें दावणगेरे की समस्याओं को समझने दें। हमने (कांग्रेस) क्षेत्र में विकासात्मक कार्य किए हैं। यह जानना एक बात है कि कैसे बात करनी है, लेकिन वह केवल रसोई में खाना बनाना जानती हैं। विपक्षी दल के पास जनता के सामने बात करने की ताकत नहीं है।

भाजपा उम्मीदवार का पलटवार

गायत्री सिद्धेश्वर ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पर पलटवार किया। उन्होंने विभिन्न व्यवसायों में महिलाओं द्वारा की गई प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शिवशंकरप्पा ने इस तरह से कहा कि हमें सिर्फ खाना बनाना चाहिए और रसोई में रहना चाहिए। आज महिलाएं किस पेशे में नहीं हैं? हम आसमान में भी उड़ रहे हैं। बूढ़े आदमी को नहीं पता कि महिलाओं ने कितनी प्रगति की है। वह उस प्यार को नहीं जानते, जिसके साथ सभी महिलाएं घर पर पुरुषों, बच्चों और बड़ों के लिए खाना बनाती हैं।

कांग्रेस नेता के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत

बता दें कि नेता की इस टिप्पणी के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा इसकी निंदा की जा रही है। इस बीच भाजपा की प्रवक्ता मालविका अविनाश ने भी शिवशंकरप्पा की इस टिप्पणी के खिलाफ उनकी चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई है।

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Mar 28 2024, 15:21

कंगना रनौत पर टिप्पणी कर बुरी फंसी सुप्रिया श्रीनेत, कांग्रेस ने काटा टिकट

#congress_canceled_ticket_of_supriya_shrinet 

बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी कंगना रनौत पर टिप्पणी को लेकर विवादों में घिरी कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत को एक और झटका लगा है। अब कांग्रेस पार्टी ने भी उनपर सख्ती बरती है। कांग्रेस ने बुधवार को देर रात आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की 8वीं लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में 14 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। पार्टी ने झारखंड, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के लिए प्रत्याशी घोषित किए हैं। कांग्रेस की लिस्ट के अनुसार, कांग्रेस ने अपनी महिला प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का टिकट काट दिया है।पार्टी ने सुप्रिया का उस निर्वाचन क्षेत्र से टिकट काट दिया है, जहां से वो उम्मीदवार के रूप में 2019 का चुनाव लड़ीं थी। इस लिस्ट में पार्टी ने उत्तर प्रदेश की महराजगंज लोकसभा सीट से भी अपने प्रत्याशी का ऐलान किया है, जहां से पिछली बार 2019 में सुप्रिया श्रीनेत ने लोकसभा चुनाव लड़ा था।

सुप्रिया श्रीनेत ने महाराजगंज सीट से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि, उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इस बार भी उनका टिकट तय माना जा रहा था, लेकिन टिकट घोषणा से पहले सुप्रिया श्रीनेत ने अपने ऑफिसियल एक्स अकाउंट से कंगना रनौत को लेकर बेहद अमर्यादित पोस्ट लिख दी। जिसके बाद बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाते हुए महिला सम्मान से जोड़ दिया। जिसके बाद कांग्रेस ने महराजगंज से श्रीनेत को हटाकर वीरेंद्र चौधरी को इस सीट से टिकट दिया है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने डैमेज कण्ट्रोल करते हुए सुप्रिया श्रीनेत को टिकट नहीं दिया।

बता दें कि बीजेपी की ओर से हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से कंगना रनौत को अपना उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी की तरफ से इस घोषणा के बाद कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के इंस्टाग्राम अकाउंट से रनौट की तस्वीर और अपमानजनक कैप्शन के साथ एक आपत्तिजनक पोस्ट डाला गया था। सुप्रिया की इस टिप्पणी पर कंगना रनौत ने कहा था कि हमें महिलाओं का सम्मान करना चाहिए, भले ही वह किसी भी क्षेत्र से जुड़ी हुई। कंगना के समर्थन में भी बड़ा अभियान चला था और सुप्रिया श्रीनेत की इस मामले में राष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हुई थी। विरोध के बाद यह पोस्ट हटा दिया गया था और सुप्रिया श्रीनेत ने इस मामले में सफाई पेश की थी। उन्होंने ट्विटर पर एक ट्वीट लिख कर अकाउंट का एक्सेस किसी और के हाथ में होने और साथ ही एक पैरोडी अकाउंट पर दोष मढ़ने का प्रयास किया था। हालांकि इस मामले को लेकर चुनाव आयोग ने श्रीनेत को उनके पोस्ट पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

Ranchi

Mar 24 2024, 21:32

भाजपा नेता राज पलिवार ने कांग्रेस के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा को भेजा लीगल नोटिस,कहा इन्होंने कांग्रेस में शामिल होने की झूठी खबर फैलायी

 झारखंड के पूर्व मंत्री और भजपा नेता राज पलिवार ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा को लीगल नोटिस भेजकर कानूनी कारबाई की चेतावनी दी है।

 पलिवार का आरोप।है कि पवन खेड़ा पर सोशल मीडिया में झूठी खबर फैलाकर उनके बारे में कांग्रेस में शामिल होने की अफवाह फैलाई है।

उन्होंने अपने लीगल नोटिस में कहा है कि 20 मार्च को पवन खेड़ा ने अपने फेसबुक अकाउंट से उनके कांग्रेस में शामिल होने की खबर फैलायी थी, जो बिल्कुल गलत थी। पलिवार ने अपने नोटिस में लिखा है कि पवन खेड़ा के इस निराधार फेसबुक पोस्ट से उनकी और बीजेपी की प्रतिष्ठा को आघात पहुंचा है।

पलिवार ने कहा है कि पवन खेड़ा लीगल नोटिस मिलने के बाद दो दिनों के अंदर माफी मांगें, वरना उनके खिलाफ सक्षम न्यायालय में कानूनी कार्यवाही की जायेगी।

दो दिन पहले निशिकांत दुबे ने भ्रामक और कांग्रेस की साजिश बताया

दो दिनों पहले सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने अपने फेसबुक वॉल और X पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा का पोस्ट लगाते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी थी। लिखा था कि यह कांग्रेस के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा जी का आधिकारिक फेसबुक पेज है। इसमें वह मधुपुर के पूर्व विधायक राज पलिवार जी के काँग्रेस में शामिल होने का दावा कर रहे हैं।

वहीं उस दिन जब पूर्व मंत्री राज पलिवार ने भ्रामक और साजिश करार देने से संबंधित पोस्ट डाला, तो कांग्रेस मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा ने संबंधित पोस्ट को एडिट कर दिया।

उस पर भी सांसद डॉ दुबे ने प्रतिक्रिया दी और अपने FB और एक्स पर देते हुए लिखा था कि आठ घंटे बाद Congress के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा जी 

और पूर्व विधायक राज पलिवार को एक साथ बयान देने की फुर्सत मिली तथा फेसबुक पोस्ट को नये सिरे से लिखा।