Chhattisgarh Encounter:ఛత్తీస్గఢ్లో మరోసారి ఎన్కౌంటర్ భారీగా ప్రాణ నష్టం..
ఛత్తీస్గఢ్లో మరోసారి ఎన్కౌంటర్ (Chhattisgarh Encounter) జరిగింది. సుక్మా జిల్లా గోగుండా అడవుల్లో భద్రతా బలగాలు, నక్సలైట్ల మధ్య ఎదురుకాల్పులు జరిగాయి..
ఇప్పటికీ డిస్ట్రిక్ట్ రిజర్వ్ గార్డ్స్ (డీఆర్జీ), నక్సలైట్ల (Naxalites) మధ్య కాల్పులు కొనసాగుతున్నాయి. మావోయిస్టులు సమావేశం అవుతున్నారని వివరాలు అందడంతో.. అధికారులు సెర్చ్ ఆపరేషన్ నిర్వహించారు. ఈ క్రమంలోనే ఇరువర్గాల మధ్య ఈ కాల్పులు చోటు చేసుకుంది. ఇందులో భారీగా ప్రాణనష్టం జరిగిందని సమాచారం. ఈ ఎన్కౌంటర్ని జిల్లా ఎస్పీ కిరణ్ చవాన్ ధృవీకరించారు.
కాగా.. ఛత్తీస్గఢ్లో మావోయిస్టు ప్రభావిత ప్రాంతాలు ఎక్కువగా ఉన్నాయి. వీరి వల్ల ప్రభుత్వ కార్యకలాపాలకు తీవ్ర ఇబ్బందులు కలుగుతున్నాయన్న ఉద్దేశంతో.. డీఆర్జీతో కలిసి పారామిలటరీ బలగాలు సెర్చ్ ఆపరేషన్స్ నిర్వహిస్తున్నారు.
ఈ క్రమంలోనే ఆ రాష్ట్రంలో తరచుగా ఎన్కౌంటర్స్ సంభవిస్తున్నాయి. గత శనివారమే (మే 26) రెండు చోట్ల ఎదురుకాల్పులు జరగ్గా.. ముగ్గురు మావోయిస్టులు మృతి చెందారు. సుక్మా జిల్లా బెల్పొచ్చా, జిన్టాంగ్, ఉసకవాయ అటవీ ప్రాంతాల్లో భద్రతా బలగాలు గాలింపు చర్యలు చేపట్టగా.. ఉదయం 6 గంటల సమయంలో వారిని గమనించిన మావోయిస్టులు కాల్పులకు తెగబడ్డారు. దాదాపు రెండు గంటలపాటు ఈ ఎన్కౌంటర్ కొనసాగింది..
అంతకుముందు మే 26వ తేదీన భారీ ఎన్కౌంటర్ జరిగింది. బీజాపూర్, నారాయణ్పూర్ జిల్లాల సరిహద్దు ప్రాంతాల్లో ఆ ఎదురుకాల్పులు జరగ్గా.. మొత్తం ఏడుగురు నక్సలైట్ల మృతిచెందారు. మరో 12 మంది నక్సలైట్లు తీవ్రంగా గాయపడ్డారు. ఆ సమయంలో అధికారులు భారీగా ఆయుధాల్ని స్వాధీనం చేసుకున్నారు. మరోవైపు.. ఈ ఎన్కౌంటర్లను నిరసిస్తూ మావోయిస్టులు ఆదివారం ఛత్తీస్గఢ్లో బంద్కు పిలుపునిచ్చారు. కొన్ని రహదారుల్లో భారీ వృక్షాలను నరికి అడ్డంగా పడేశారు. నాలుగు విద్యుత్తు స్తంభాలను సైతం ధ్వంసం చేయడం జరిగింది..
Chhattisgarh: ఛత్తీస్గఢ్ సుక్మా జిల్లాలో ఎన్కౌంటర్ జరిగింది. టెట్రైతోల్నై అటవీప్రాంతంలో డీఆర్జీ సైనికులు, మావోయిస్టుల మధ్య భీకర కాల్పులు జరిగాయి..
ఈ కాల్పుల్లో ఒక మావోయిస్టు మృతి చెందగా.. మరికొందరికి గాయాలైనట్టు తెలుస్తోంది.
తెల్లవారుజాము నుంచి ఎదురుకాల్పులు కొనసాగుతున్నాయి. మృతుల సంఖ్య పెరిగే అవకాశం ఉంది.
ఇదిలా ఉంటే.. ఎన్కౌంటర్ను సుక్మాజిల్లా ఎస్పీ కిరణ్ చవాన్ ధ్రువీకరించారు..
*Bengal is dreaming of 'first' victory under the light of Suraj*
Sports News
Khabar kolkata: Will the first win of the season come? Bengal is in that hope. Bengal got only 5 points in the first three matches in the Ranji Trophy this time. The last match was at home against Chhattisgarh. Both teams scored only 1 point as two innings did not end. Bengal, however, had a chance of at least three points. 83 overs were played on the last day even though a lot of time was wasted in bad light. Bengal needed 8 wickets. The bowlers could not. Those bowlers are showing the dream of winning in Assam.Bengal scored a huge score of 405 runs in the first innings against Assam. Captain Manoj Tiwari scored a century after the mistake. The captain's 30th century in his first-class career. Then he was out. Abhishek Podel, the keeper batsman, returned to zero on this day. Lower order gave great confidence to Bengal. Karan Lal scored 52 runs. Suraj Sindhu Jaiswal is the biggest achievement of Bengal. He proved once again how good his bat hand is in this match. Suraj played an innings of 52 runs.Two half-centuries in the lower order put Bengal in the driver's seat.
दिल्ली सचिवालय में हुआ बेस्ट ऑफ द ईयर सम्मान समारोह
दिल्ली के अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा वार्षिक सम्मान समारोह का आयोजन दिल्ली का प्रतिबिंब एवं भारत मंच के माध्यम से MSME PCI के सहयोग द्वारा करवाया गया। कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली सचिवालय में किया गया जहां समस्त राज्यों से सराहनीय कार्य करने वालों को आमंत्रित किया गया एवं सम्मानित किया गया वहीं दिल्ली की कुछ ऐसी संस्थाएं जो अच्छा कार्य करके अपनी पहचान बना रही है उनको भी सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि श्री रामनिवास गोयल स्पीकर दिल्ली विधानसभा ,जगदीश यादव अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग कमीशन चेयरमैन दिल्ली सरकार ,समाजसेवी ममता चौधरी ,एसीपी संदीप मल्होत्रा ,इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्रा ,इंस्पेक्टर संजय, इंस्पेक्टर बदरुद्दीन खान शामिल रहे वहीं इस अवॉर्ड फंक्शन में मशहूर कवि b.n भारद्वाज एवं विनोद पाल ने अपनी कविताओं से समां बांध दिया कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली का प्रतिबिंब के प्रधान संपादक सुमीत भोजगी एवं भारत मंच के प्रेसिडेंट डॉ प्रशांत द्विवेदी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में समाज सेवी सरला चौधरी, सतीश गहलोत, सूर्यकांत , डॉ ऐ ऐ शेख, इंस्पेक्टर बदरुद्दीन खान, एडवोकेट मेहमूद अहमद, करतार सिंह गहलोत, राहुल डगर, राहुल चौहान, डॉ एच् बी एस lamba, शालिनी त्रिखा,इमोचोबा सिंह, इंस्पेक्टर अशोक कुमार, मोहन लाल, अंजलि कंबोज, डॉ संतोष चौधरी, DUSIB डायरेक्टर राजवीर सिंह, शिक्षा के छेत्र में नीतू सिंह, रुकसाना व दारा सिंह मीणा आदि को सम्मानित किया गया। वहीं MSME PCI के चेयरमैन विजय कुमार के साथ साथ Sanjeev thaper Punjab
CDN prasad reddy Andhrapradesh
Ajay kumar soni lucknow
Anil srivas chhattisgarh
Bhub jyoti ranjan odisa को भी सम्मानित किया गया। आयोजक डॉ प्रशांत द्विवेदी व सुमित भोजगी ने ओबीसी आयोग के अध्यक्ष जगदीश यादव व दिल्ली विधानसभा स्पीकर राम निवास गोयल के साथ साथ सभी का आभार व्यक्त किया।
मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनाव को 2024 का सेमीफाइनल माना जा रहा है।देश के पाँच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में से चार राज्यों के नतीजे आज आने शुरू भी हो गए हैं। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान जैसे हिंदी भाषी राज्यों और दक्षिण भारत के तेलंगाना राज्य के चुनावी नतीजे आ रहे हैं। वहीं मिज़ोरम के चुनाव परिणामों को एक दिन के लिए आगे बढ़ा दिया गया है। मिज़ोरम विधानसभा चुनाव के नतीजे 4 नवंबर को आएंगे।अब तक मिले रूझानों में चार में से तीन राज्यों यानी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कमल खिलता दिख रहा है। जी हैं, रूझानों में बीजेपी ने इन तीन राज्यों में बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। वहीं, तेलंगाना में कांग्रेस को बहुमत मिलता दिख रहा है।
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए इन राज्यों के परिणामों को एक तरह से सेमीफ़ाइनल के तौर पर देखा जा रहा है।इन पाँच राज्यों के परिणामों को सेमीफ़ाइनल इस वजह से भी कहा जा रहा है क्योंकि अगले ही साल लोकसभा चुनाव हैं और इन राज्यों में अच्छी ख़ासी लोकसभा सीटें हैं।मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें, राजस्थान में 25 सीटें, छत्तीसगढ़ में 11 सीटें, तेलंगाना में 17 सीटें और मिज़ोरम में सिर्फ़ एक सीट है। इन सीटों को जोड़ दिया जाए तो इनका योग 83 हो जाता है।इन राज्यों में जिस भी पार्टी की सरकार बनती है तो वो लोकसभा चुनाव की सीटों पर जीत को लेकर भी आश्वस्त रहेगी।
क्या कहते हैं राजस्थान के आंकड़े?
राजस्थान की बात करें तो, राजस्थान में 1998 में हुए विधानसभा और लोकसभा चुनाव का वोटिंग पैटर्न बिल्कुल अलग है। भले ही दोनों चुनाव के बीच कुछ महीने का अंतर हो, लेकिन दोनों के रिजल्ट का एक दूसरे पर कोई खास असर नहीं पड़ता। जैसेःसाल 1998 के विधानसभा चुनाव में अशोक गहलोत की अगुवाई में कांग्रेस सरकार बंपर वोट से सत्ता में आई तो अगले साल यानी 1999 के लोकसभा चुनाव में भाजपा भारी पड़ी। 2003 से लेकर 2014 तक यह परिणाम बदल गए। जो पार्टी विधानसभा चुनाव जीतती थी वो लोकसभा चुनावों में और भी बड़े अंतर से चुनाव जीतती। हालांकि, साल 2018 में ये पैटर्न बदला क्योंकि उस साल कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव जीता लेकिन 2019 में बीजेपी ने 25 में से 24 सीटें जीती थीं जबकि एक सीट आरएलपी ने जीती थी।
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश की सियासत भी लगभग राजस्थान जैसी है। 1998 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारी तो अगले साल हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी भारी पड़ी। 2003-2004 में हुए विधानसभा व लोकसभा चुनाव दोनों में बीजेपी का पलड़ा भारी रहा। 2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन अगले साल हुए लोकसभा चुनाव में अपना प्रदर्शन दोहरा नहीं पाई।साल 2013 में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव जीता तो वहीं 2014 में भी बीजेपी ने और भी बड़े अंतर से लोकसभा की सीटें जीती थीं।2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब रहे लेकिन लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ़ एक सीट पर सिमट गई।
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटे हैं, 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यहां से 9 सीटें अपने नाम की थी। हालांकि 2018 के विधानसभा चुनाव में 15 सालों से लगातार सत्ता पर काबिज रमन सिंह की सरकार को कांग्रेस ने बेदखल कर दिया था और 90 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 68 पर शानदार जीत हासिल की थी और बीजेपी को 15 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा, लेकिन एक साल बाद हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने हार का बदला ले लिया।
तेलंगाना
साल 2013 में गठन के बाद से तेलंगाना में अब तक दो विधानसभा और दो लोकसभा चुनाव हुए हैं। विधानसभा चुनावों में जहां बीआरएस (पहले टीआरएस) ने भारी जीत दर्ज की। वहीं लोकसभा चुनावों में मिले-जुले परिणाम रहे।तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों में से बीजेपी के पास भले ही 3 विधायक हैं, लकिन 17 सांसदों वाले इस राज्य में उसके सांसद 4 हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खाते में 4 सीटें, कांग्रेस के पास 3 सीटें, बीआरएस को 9 और अन्य को एक सीट पर जीत मिली थी।
छतीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजे 3 दिसंबर को घोषित होंगे। लेकिन उससे पहले, एग्जिट पोल के नतीजे सामने आए हैं।अधिकांश सर्वे में कांग्रेस को बढ़त का अनुमान है, पार्टी की भाजपा से कांटे की टक्कर है।बता दें कि छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीटें में हैं। छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 46 सीटों की जरूरत है।
Polstrat के अनुसार छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की वापसी हो रही है। कांग्रेस को 40 से 50 सीटें, बीजेपी को 35 से 45 और अन्य को 0 से तीन सीटें मिलने के अनुमान हैं। एक्जिट पोल का दावा है कि कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला हो सकता है।
एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में फिर एक बार कांग्रेस की सरकार बनती नजर आ रही है। पोल में छत्तीसगढ़ कांग्रेस को 45 से 50 सीटें मिलती हुई बताई गई है।वहीं, भाजपा को 38 से 46 सीटें दी गई हैं।
C-VOTER के एग्जिट पोल के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 41 से 53 सीट मिल सकती है। तो वहीं बीजेपी को 36 से 48 सीट तो वहीं अन्य के खाते में 04 सीट जा सकती है। सी वोटर के अनुसार, कांग्रेस को यहां पर 43 फीसदी मत शेयर, भाजपा को 41 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है। 16 फीसदी वोट अन्य के खाते में जाते दिख रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में वोट डाले गए। पहले चरण की वोटिंग 7 नवंबर को 20 सीटों पर हुई थी। इस दौरान, 78 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। वहीं दूसरे चरण की वोटिंग 17 नवंबर को हुई थी। नक्सल प्रभावित इस राज्य में 69.78 फीसदी वोट पड़े थे। फिलहाल अब कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल और बीजेपी की किस्मत का फैसला 3 दिसंबर को होगा।
एमपी की 230 और छत्तीसगढ़ की 70 सीटों पर वोटिंग जारी, राहुल गांधी बोले- कांग्रेस का तूफान आ रहा है
#madhyapradeshchhattisgarhassemblyelection
मध्य प्रदेश की 230 और छत्तीसगढ़ की 70 सीटों पर मतदान शुरू हो गया है। इन दोनों ही प्रदेशों में सरकार बनाने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने इस बार पूरा दम दिखाया है। खासतौर से भाजपा ने यहां पूरी ताकत झोंक दी है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, यूपी के सीएम योगी सहित तमाम भाजपा नेताओं ने यहां सैकड़ों रैलियां की हैं, कांग्रेस ने भी प्रियंका गांधी, राहुल गांधी से लेकर अन्य वरिष्ठ नेताओं की खूब सभाएं कराई हैं।
छत्तीसगढ़ में आज 70 सीटों पर 958 उम्मीदवारों की किस्मत तय होने जा रही है। जिसमें पुरुष 827, महिला 130 और एक थर्ड जेंडर उम्मीदवार है। यहां दूसरे चरण में एक करोड़ 63 लाख मतदाता उम्मीदवारों की जीत हार तय करेंगे। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों के 70-70 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि आम आदमी पार्टी के 44, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के 62 और हमार राज पार्टी के 33 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी गठबंधन में चुनाव लड़ रही हैं, जिनके क्रमशः 43 और 26 उम्मीदवार मैदान में हैं। निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए 18 हजार 833 मतदान केंद्र बनाए है। खास बात ये है कि इनमें 700 से ज्यादा मतदान केंद्र ऐसे हैं, जिनमें सिर्फ महिला मतदानकर्मी ही तैनात रहेंगे।इससे पहले छत्तीसगढ़ की 20 सीटों पर पहले चरण में 7 नवंबर को वोट डाले जा चुके हैं।
वहीं, मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों पर 2,533 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करने के लिए आज मतदान हो रहा है। मध्य प्रदेश में 5 करोड़ 60 लाख से ज्यादा मतदाता 2,533 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया है कि बालाघाट, मंडला और डिंडोरी जिले के कई विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा। वहीं, शेष विधानसभा क्षेत्र में मतदान सुबह 7 से शाम 6 बजे तक होगा। जिनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके पूर्ववर्ती और प्रतिद्वंद्वी कमलनाथ जैसे राजनीतिक दिग्गज शामिल हैं।
राहुल गांधी बोले- एमपी, छत्तीसगढ़ में आ रहा कांग्रेस का तूफान
कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने कहा कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का तूफान आ रहा है- भारी बहुमत के साथ! घरों से निकल कर, आज बड़ी संख्या में मतदान करें और गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं के भरोसे वाली कांग्रेस की सरकार चुनें।
पूरी गर्मजोशी से करें मतदान- पीएम मोदी
वहीं, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में वोटिंग से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा है, ''आज मध्य प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मुझे विश्वास है कि राज्य के हर क्षेत्र के मतदाता पूरी गर्मजोशी से मतदान करेंगे और लोकतंत्र के इस महापर्व की रौनक बढ़ाएंगे। इस चुनाव में पहली बार वोट देने वाले राज्य के सभी युवाओं को मेरी विशेष शुभकामनाएं।
Chhattisgarh Encounter:ఛత్తీస్గఢ్లో మరోసారి ఎన్కౌంటర్ భారీగా ప్రాణ నష్టం..
ఛత్తీస్గఢ్లో మరోసారి ఎన్కౌంటర్ (Chhattisgarh Encounter) జరిగింది. సుక్మా జిల్లా గోగుండా అడవుల్లో భద్రతా బలగాలు, నక్సలైట్ల మధ్య ఎదురుకాల్పులు జరిగాయి..
ఇప్పటికీ డిస్ట్రిక్ట్ రిజర్వ్ గార్డ్స్ (డీఆర్జీ), నక్సలైట్ల (Naxalites) మధ్య కాల్పులు కొనసాగుతున్నాయి. మావోయిస్టులు సమావేశం అవుతున్నారని వివరాలు అందడంతో.. అధికారులు సెర్చ్ ఆపరేషన్ నిర్వహించారు. ఈ క్రమంలోనే ఇరువర్గాల మధ్య ఈ కాల్పులు చోటు చేసుకుంది. ఇందులో భారీగా ప్రాణనష్టం జరిగిందని సమాచారం. ఈ ఎన్కౌంటర్ని జిల్లా ఎస్పీ కిరణ్ చవాన్ ధృవీకరించారు.
కాగా.. ఛత్తీస్గఢ్లో మావోయిస్టు ప్రభావిత ప్రాంతాలు ఎక్కువగా ఉన్నాయి. వీరి వల్ల ప్రభుత్వ కార్యకలాపాలకు తీవ్ర ఇబ్బందులు కలుగుతున్నాయన్న ఉద్దేశంతో.. డీఆర్జీతో కలిసి పారామిలటరీ బలగాలు సెర్చ్ ఆపరేషన్స్ నిర్వహిస్తున్నారు.
ఈ క్రమంలోనే ఆ రాష్ట్రంలో తరచుగా ఎన్కౌంటర్స్ సంభవిస్తున్నాయి. గత శనివారమే (మే 26) రెండు చోట్ల ఎదురుకాల్పులు జరగ్గా.. ముగ్గురు మావోయిస్టులు మృతి చెందారు. సుక్మా జిల్లా బెల్పొచ్చా, జిన్టాంగ్, ఉసకవాయ అటవీ ప్రాంతాల్లో భద్రతా బలగాలు గాలింపు చర్యలు చేపట్టగా.. ఉదయం 6 గంటల సమయంలో వారిని గమనించిన మావోయిస్టులు కాల్పులకు తెగబడ్డారు. దాదాపు రెండు గంటలపాటు ఈ ఎన్కౌంటర్ కొనసాగింది..
అంతకుముందు మే 26వ తేదీన భారీ ఎన్కౌంటర్ జరిగింది. బీజాపూర్, నారాయణ్పూర్ జిల్లాల సరిహద్దు ప్రాంతాల్లో ఆ ఎదురుకాల్పులు జరగ్గా.. మొత్తం ఏడుగురు నక్సలైట్ల మృతిచెందారు. మరో 12 మంది నక్సలైట్లు తీవ్రంగా గాయపడ్డారు. ఆ సమయంలో అధికారులు భారీగా ఆయుధాల్ని స్వాధీనం చేసుకున్నారు. మరోవైపు.. ఈ ఎన్కౌంటర్లను నిరసిస్తూ మావోయిస్టులు ఆదివారం ఛత్తీస్గఢ్లో బంద్కు పిలుపునిచ్చారు. కొన్ని రహదారుల్లో భారీ వృక్షాలను నరికి అడ్డంగా పడేశారు. నాలుగు విద్యుత్తు స్తంభాలను సైతం ధ్వంసం చేయడం జరిగింది..
Chhattisgarh: ఛత్తీస్గఢ్ సుక్మా జిల్లాలో ఎన్కౌంటర్ జరిగింది. టెట్రైతోల్నై అటవీప్రాంతంలో డీఆర్జీ సైనికులు, మావోయిస్టుల మధ్య భీకర కాల్పులు జరిగాయి..
ఈ కాల్పుల్లో ఒక మావోయిస్టు మృతి చెందగా.. మరికొందరికి గాయాలైనట్టు తెలుస్తోంది.
తెల్లవారుజాము నుంచి ఎదురుకాల్పులు కొనసాగుతున్నాయి. మృతుల సంఖ్య పెరిగే అవకాశం ఉంది.
ఇదిలా ఉంటే.. ఎన్కౌంటర్ను సుక్మాజిల్లా ఎస్పీ కిరణ్ చవాన్ ధ్రువీకరించారు..
*Bengal is dreaming of 'first' victory under the light of Suraj*
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Khabar kolkata: Will the first win of the season come? Bengal is in that hope. Bengal got only 5 points in the first three matches in the Ranji Trophy this time. The last match was at home against Chhattisgarh. Both teams scored only 1 point as two innings did not end. Bengal, however, had a chance of at least three points. 83 overs were played on the last day even though a lot of time was wasted in bad light. Bengal needed 8 wickets. The bowlers could not. Those bowlers are showing the dream of winning in Assam.Bengal scored a huge score of 405 runs in the first innings against Assam. Captain Manoj Tiwari scored a century after the mistake. The captain's 30th century in his first-class career. Then he was out. Abhishek Podel, the keeper batsman, returned to zero on this day. Lower order gave great confidence to Bengal. Karan Lal scored 52 runs. Suraj Sindhu Jaiswal is the biggest achievement of Bengal. He proved once again how good his bat hand is in this match. Suraj played an innings of 52 runs.Two half-centuries in the lower order put Bengal in the driver's seat.
दिल्ली सचिवालय में हुआ बेस्ट ऑफ द ईयर सम्मान समारोह
दिल्ली के अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा वार्षिक सम्मान समारोह का आयोजन दिल्ली का प्रतिबिंब एवं भारत मंच के माध्यम से MSME PCI के सहयोग द्वारा करवाया गया। कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली सचिवालय में किया गया जहां समस्त राज्यों से सराहनीय कार्य करने वालों को आमंत्रित किया गया एवं सम्मानित किया गया वहीं दिल्ली की कुछ ऐसी संस्थाएं जो अच्छा कार्य करके अपनी पहचान बना रही है उनको भी सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि श्री रामनिवास गोयल स्पीकर दिल्ली विधानसभा ,जगदीश यादव अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग कमीशन चेयरमैन दिल्ली सरकार ,समाजसेवी ममता चौधरी ,एसीपी संदीप मल्होत्रा ,इंस्पेक्टर राम मनोहर मिश्रा ,इंस्पेक्टर संजय, इंस्पेक्टर बदरुद्दीन खान शामिल रहे वहीं इस अवॉर्ड फंक्शन में मशहूर कवि b.n भारद्वाज एवं विनोद पाल ने अपनी कविताओं से समां बांध दिया कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली का प्रतिबिंब के प्रधान संपादक सुमीत भोजगी एवं भारत मंच के प्रेसिडेंट डॉ प्रशांत द्विवेदी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में समाज सेवी सरला चौधरी, सतीश गहलोत, सूर्यकांत , डॉ ऐ ऐ शेख, इंस्पेक्टर बदरुद्दीन खान, एडवोकेट मेहमूद अहमद, करतार सिंह गहलोत, राहुल डगर, राहुल चौहान, डॉ एच् बी एस lamba, शालिनी त्रिखा,इमोचोबा सिंह, इंस्पेक्टर अशोक कुमार, मोहन लाल, अंजलि कंबोज, डॉ संतोष चौधरी, DUSIB डायरेक्टर राजवीर सिंह, शिक्षा के छेत्र में नीतू सिंह, रुकसाना व दारा सिंह मीणा आदि को सम्मानित किया गया। वहीं MSME PCI के चेयरमैन विजय कुमार के साथ साथ Sanjeev thaper Punjab
CDN prasad reddy Andhrapradesh
Ajay kumar soni lucknow
Anil srivas chhattisgarh
Bhub jyoti ranjan odisa को भी सम्मानित किया गया। आयोजक डॉ प्रशांत द्विवेदी व सुमित भोजगी ने ओबीसी आयोग के अध्यक्ष जगदीश यादव व दिल्ली विधानसभा स्पीकर राम निवास गोयल के साथ साथ सभी का आभार व्यक्त किया।
मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनाव को 2024 का सेमीफाइनल माना जा रहा है।देश के पाँच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में से चार राज्यों के नतीजे आज आने शुरू भी हो गए हैं। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान जैसे हिंदी भाषी राज्यों और दक्षिण भारत के तेलंगाना राज्य के चुनावी नतीजे आ रहे हैं। वहीं मिज़ोरम के चुनाव परिणामों को एक दिन के लिए आगे बढ़ा दिया गया है। मिज़ोरम विधानसभा चुनाव के नतीजे 4 नवंबर को आएंगे।अब तक मिले रूझानों में चार में से तीन राज्यों यानी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कमल खिलता दिख रहा है। जी हैं, रूझानों में बीजेपी ने इन तीन राज्यों में बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। वहीं, तेलंगाना में कांग्रेस को बहुमत मिलता दिख रहा है।
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए इन राज्यों के परिणामों को एक तरह से सेमीफ़ाइनल के तौर पर देखा जा रहा है।इन पाँच राज्यों के परिणामों को सेमीफ़ाइनल इस वजह से भी कहा जा रहा है क्योंकि अगले ही साल लोकसभा चुनाव हैं और इन राज्यों में अच्छी ख़ासी लोकसभा सीटें हैं।मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें, राजस्थान में 25 सीटें, छत्तीसगढ़ में 11 सीटें, तेलंगाना में 17 सीटें और मिज़ोरम में सिर्फ़ एक सीट है। इन सीटों को जोड़ दिया जाए तो इनका योग 83 हो जाता है।इन राज्यों में जिस भी पार्टी की सरकार बनती है तो वो लोकसभा चुनाव की सीटों पर जीत को लेकर भी आश्वस्त रहेगी।
क्या कहते हैं राजस्थान के आंकड़े?
राजस्थान की बात करें तो, राजस्थान में 1998 में हुए विधानसभा और लोकसभा चुनाव का वोटिंग पैटर्न बिल्कुल अलग है। भले ही दोनों चुनाव के बीच कुछ महीने का अंतर हो, लेकिन दोनों के रिजल्ट का एक दूसरे पर कोई खास असर नहीं पड़ता। जैसेःसाल 1998 के विधानसभा चुनाव में अशोक गहलोत की अगुवाई में कांग्रेस सरकार बंपर वोट से सत्ता में आई तो अगले साल यानी 1999 के लोकसभा चुनाव में भाजपा भारी पड़ी। 2003 से लेकर 2014 तक यह परिणाम बदल गए। जो पार्टी विधानसभा चुनाव जीतती थी वो लोकसभा चुनावों में और भी बड़े अंतर से चुनाव जीतती। हालांकि, साल 2018 में ये पैटर्न बदला क्योंकि उस साल कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव जीता लेकिन 2019 में बीजेपी ने 25 में से 24 सीटें जीती थीं जबकि एक सीट आरएलपी ने जीती थी।
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश की सियासत भी लगभग राजस्थान जैसी है। 1998 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारी तो अगले साल हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी भारी पड़ी। 2003-2004 में हुए विधानसभा व लोकसभा चुनाव दोनों में बीजेपी का पलड़ा भारी रहा। 2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन अगले साल हुए लोकसभा चुनाव में अपना प्रदर्शन दोहरा नहीं पाई।साल 2013 में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव जीता तो वहीं 2014 में भी बीजेपी ने और भी बड़े अंतर से लोकसभा की सीटें जीती थीं।2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब रहे लेकिन लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सिर्फ़ एक सीट पर सिमट गई।
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटे हैं, 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने यहां से 9 सीटें अपने नाम की थी। हालांकि 2018 के विधानसभा चुनाव में 15 सालों से लगातार सत्ता पर काबिज रमन सिंह की सरकार को कांग्रेस ने बेदखल कर दिया था और 90 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 68 पर शानदार जीत हासिल की थी और बीजेपी को 15 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा, लेकिन एक साल बाद हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने हार का बदला ले लिया।
तेलंगाना
साल 2013 में गठन के बाद से तेलंगाना में अब तक दो विधानसभा और दो लोकसभा चुनाव हुए हैं। विधानसभा चुनावों में जहां बीआरएस (पहले टीआरएस) ने भारी जीत दर्ज की। वहीं लोकसभा चुनावों में मिले-जुले परिणाम रहे।तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों में से बीजेपी के पास भले ही 3 विधायक हैं, लकिन 17 सांसदों वाले इस राज्य में उसके सांसद 4 हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खाते में 4 सीटें, कांग्रेस के पास 3 सीटें, बीआरएस को 9 और अन्य को एक सीट पर जीत मिली थी।
छतीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजे 3 दिसंबर को घोषित होंगे। लेकिन उससे पहले, एग्जिट पोल के नतीजे सामने आए हैं।अधिकांश सर्वे में कांग्रेस को बढ़त का अनुमान है, पार्टी की भाजपा से कांटे की टक्कर है।बता दें कि छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीटें में हैं। छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 46 सीटों की जरूरत है।
Polstrat के अनुसार छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की वापसी हो रही है। कांग्रेस को 40 से 50 सीटें, बीजेपी को 35 से 45 और अन्य को 0 से तीन सीटें मिलने के अनुमान हैं। एक्जिट पोल का दावा है कि कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला हो सकता है।
एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में फिर एक बार कांग्रेस की सरकार बनती नजर आ रही है। पोल में छत्तीसगढ़ कांग्रेस को 45 से 50 सीटें मिलती हुई बताई गई है।वहीं, भाजपा को 38 से 46 सीटें दी गई हैं।
C-VOTER के एग्जिट पोल के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 41 से 53 सीट मिल सकती है। तो वहीं बीजेपी को 36 से 48 सीट तो वहीं अन्य के खाते में 04 सीट जा सकती है। सी वोटर के अनुसार, कांग्रेस को यहां पर 43 फीसदी मत शेयर, भाजपा को 41 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है। 16 फीसदी वोट अन्य के खाते में जाते दिख रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में वोट डाले गए। पहले चरण की वोटिंग 7 नवंबर को 20 सीटों पर हुई थी। इस दौरान, 78 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। वहीं दूसरे चरण की वोटिंग 17 नवंबर को हुई थी। नक्सल प्रभावित इस राज्य में 69.78 फीसदी वोट पड़े थे। फिलहाल अब कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल और बीजेपी की किस्मत का फैसला 3 दिसंबर को होगा।
एमपी की 230 और छत्तीसगढ़ की 70 सीटों पर वोटिंग जारी, राहुल गांधी बोले- कांग्रेस का तूफान आ रहा है
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मध्य प्रदेश की 230 और छत्तीसगढ़ की 70 सीटों पर मतदान शुरू हो गया है। इन दोनों ही प्रदेशों में सरकार बनाने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने इस बार पूरा दम दिखाया है। खासतौर से भाजपा ने यहां पूरी ताकत झोंक दी है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, यूपी के सीएम योगी सहित तमाम भाजपा नेताओं ने यहां सैकड़ों रैलियां की हैं, कांग्रेस ने भी प्रियंका गांधी, राहुल गांधी से लेकर अन्य वरिष्ठ नेताओं की खूब सभाएं कराई हैं।
छत्तीसगढ़ में आज 70 सीटों पर 958 उम्मीदवारों की किस्मत तय होने जा रही है। जिसमें पुरुष 827, महिला 130 और एक थर्ड जेंडर उम्मीदवार है। यहां दूसरे चरण में एक करोड़ 63 लाख मतदाता उम्मीदवारों की जीत हार तय करेंगे। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों के 70-70 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि आम आदमी पार्टी के 44, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के 62 और हमार राज पार्टी के 33 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी गठबंधन में चुनाव लड़ रही हैं, जिनके क्रमशः 43 और 26 उम्मीदवार मैदान में हैं। निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए 18 हजार 833 मतदान केंद्र बनाए है। खास बात ये है कि इनमें 700 से ज्यादा मतदान केंद्र ऐसे हैं, जिनमें सिर्फ महिला मतदानकर्मी ही तैनात रहेंगे।इससे पहले छत्तीसगढ़ की 20 सीटों पर पहले चरण में 7 नवंबर को वोट डाले जा चुके हैं।
वहीं, मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों पर 2,533 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करने के लिए आज मतदान हो रहा है। मध्य प्रदेश में 5 करोड़ 60 लाख से ज्यादा मतदाता 2,533 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया है कि बालाघाट, मंडला और डिंडोरी जिले के कई विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा। वहीं, शेष विधानसभा क्षेत्र में मतदान सुबह 7 से शाम 6 बजे तक होगा। जिनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके पूर्ववर्ती और प्रतिद्वंद्वी कमलनाथ जैसे राजनीतिक दिग्गज शामिल हैं।
राहुल गांधी बोले- एमपी, छत्तीसगढ़ में आ रहा कांग्रेस का तूफान
कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने कहा कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का तूफान आ रहा है- भारी बहुमत के साथ! घरों से निकल कर, आज बड़ी संख्या में मतदान करें और गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं के भरोसे वाली कांग्रेस की सरकार चुनें।
पूरी गर्मजोशी से करें मतदान- पीएम मोदी
वहीं, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में वोटिंग से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा है, ''आज मध्य प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मुझे विश्वास है कि राज्य के हर क्षेत्र के मतदाता पूरी गर्मजोशी से मतदान करेंगे और लोकतंत्र के इस महापर्व की रौनक बढ़ाएंगे। इस चुनाव में पहली बार वोट देने वाले राज्य के सभी युवाओं को मेरी विशेष शुभकामनाएं।
May 28 2024, 19:15