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कौन हैं श्रीलंका के नए राष्ट्रपति, जानें मजदूर के बेटे चीन समर्थक अनुरा कुमार दिसानायके के बारे में
#anura_kumara_dissanayake_swearing_in_as_president_of_sri_lanka
पड़ोसी देश श्रीलंका को अपना नया राष्ट्रपति मिल गया है। 2022 में इकोनॉमिक क्राइसिस के बाद यह पहला मौका है जब श्रीलंका में चुनाव हुए हैं। इस चुनाव में 55 साल अनुरा कुमार दिसानायके ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रेमदासा को दूसरे दौर की मतगणना के बाद मात देते हुए जीत दर्ज कर ली।जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) पार्टी के नेता दिसानायके इस चुनाव में नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) गठबंधन की ओर से राष्ट्रपति पद के कैंडिडेट बने थे। एक साधारण परिवार से आने वाले अनुरा की इस पद तक पहुंचने की कहानी काफी दिलचस्प है।

दिसानायके का जन्म 24 नवंबर 1968 में श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से 100 किलोमीटर दूर थंबुट्टेगामा में एक दिहाड़ी मजदूर के घर हुआ था। दिसानायके अपने परिवार के गांव से विश्वविद्यालय जाने वाले पहले छात्र थे। एक बातचीत में उन्होंने बताया था कि शुरुआत में पेराडेनिया विश्वविद्यालय में दाखिला लिया था लेकिन राजनीतिक विचारधाराओं के कारण धमकियां मिलने लगीं और वह केलानिया यूनिवर्सिटी आ गए। दिसानायके ने 80 के दशक में छात्र राजनीति शुरू की। कॉलेज में रहते हुए 1987 और 1989 के बीच सरकार विरोधी आंदोलन के दौरान वह जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) में शामिल हुए और तेजी से अपनी पहचान बनाई।

80 के दशक में जेवीपी ने सरकार के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह किया और भारी हिंसा हुई। इसे श्रीलंका का खूनी दौर भी कहा जाता है। सरकार ने इस विद्रोह को कुचला और इसमें जेवीपी संस्थापक रोहाना विजेवीरा भी मारे गए। हालांकि बाद में दिसानायके और जेवीपी ने हिंसा के रास्ते से दूरी बनाई और। दिसानायके साल 2000 में सांसद बने और इसके बाद 2004 में श्रीलंका फ्रीडम पार्टी (एसएलएफपी) के साथ गठबंधन के बाद उन्होंने कृषि और सिंचाई मंत्री बनाया गया। हालांकि गठबंधन में असहमति के बाद दिसानायके ने 2005 में ही मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

दियानायके 2014 में सोमावंसा अमरसिंघे के बाद जेवीपी के अध्यक्ष बने। दिसानायके ने नेतृत्व संभालने के बाद पार्टी की छवि को बदलते हुए 1971 और 1987 के विद्रोह से जुड़े अपने हिंसक अतीत से दूर किया। उन्होंने सार्वजनिक रूप से उस दौरान पार्टी की भूमिका के लिए खेद भी जताया।राष्ट्रपति पद की दौड़ में दिसनायके पहली बार 2019 में आए लेकिन बुरी तरह से हारे और केवल 3 प्रतिशत वोट ही पा सके। 2022 में श्रीलंका में आर्थिक बदहाली के बाद जेवीपी ने जौरदार अभियान चलाया और खुद को भ्रष्टाचार विरोधी नेता के तौर पर पेश करने में कामयाब रहे। दो साल में ही दिसानायके श्रीलंका के सबसे बड़े नेता बन गए।

चीन का बेहद करीबी माना जाता है। उन्होंने हमेशा मार्क्सवादी विचारधारा को आगे रखते हुए देश में बदलाव की बात कही है। राष्ट्रपति चुनाव के कैंपेन में भी दिसानायके ने ज्यादातर छात्रों और मजदूरों के मुद्दे का जिक्र किया। उन्होंने श्रीलंका के लोगों से शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बदलाव के वादे किए, जिसका नतीजा उन्हें जीत के रूप में मिला।

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श्रीलंका की कमान अब वामपंथी नेता के हाथ, अनुरा कुमारा दिसानायके बने नए राष्ट्रपति

#anurakumaradissanayakesworninassrilanka9th_president 

मार्क्सवादी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके ने श्रीलंका का राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। ये पहला मौका है जब श्रीलंका में कोई वामपंथी नेता राष्ट्रपति के पद पर बैठेगा। यही नहीं, श्रीलंका के इतिहास में पहली बार राष्ट्रपति चुनाव का फैसला दूसरे दौर की मतगणना से हुआ। इसमें वामपंथी अनुरा कुमारा दिसानायके विजेता घोषित किए गए।इससे पूर्व पहले दौर की मतगणना में ही दिसानायके ने अन्य प्रतिद्वंद्वियों से बढ़त ले ली थी। अनुरा ने तीन नामी उम्मीदवारों- नमल राजपक्षे, साजिद प्रेमदासा और रानिल विक्रमसिंघे को इस चुनाव में मात दी है।जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) पार्टी के नेता दिसानायके इस चुनाव में नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) गठबंधन की ओर से राष्ट्रपति पद के कैंडिडेट बने थे। 

इससे पूर्व निर्वाचन आयोग ने दूसरे दौर की गिनती का आदेश दिया था क्योंकि शनिवार को हुए चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को विजेता घोषित करने के लिए आवश्यक 50 प्रतिशत से अधिक मत हासिल नहीं हुए थे।मार्क्सिस्ट जनता विमुक्ति पेरामुना पार्टी की आनुषंगिक इकाई नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) के दिसानायके को 56.3 लाख वोट मिले, जो कुल मतों का 42.31 प्रतिशत था। विपक्षी नेता सामगी जन बालवेगया (एसजेबी) के साजिथ प्रेमदासा को 43.6 लाख, यानी 32.80 प्रतिशत मत हासिल हुए। निवर्तमान राष्ट्रपति विक्रमसिंघे को सिर्फ 22.9 लाख वोट मिले जो, कुल मतों का 17.27 प्रतिशत रहा।

दिसानायके वामपंथी विचारधारा से प्रभावित

जिसके बाद चुनाव दूसरे प्रेफरेंस दौर में चला गया था।जिसकी गिनती के बाद दिसानायके देश के राष्ट्रपति चुने गए हैं। जिसके बाद 56 साल के अनुरा कुमार दिसानायके को चीफ जस्टिस जयनान्थ जयसूरिया ने शपथ दिलवाई है। दिसानायके श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से सांसद हैं और वामपंथी विचारधारा से प्रभावित है। वह देश की वामपंथी पार्टी जनता विमुक्ति पेरामुना पार्टी के अध्यक्ष भी हैं. वे 2019 में भी राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ चुके हैं और 2015 से 2018 तक मुख्य विपक्षी सचेतक भी रहे हैं. देश को कर्जे से बाहर निकालने और भ्रष्टाचार कम करने के लिए दिसानायके ने प्रचार के दौरान अपनी नीतियों को जनता के सामने रखा है

जीत के बाद दिसानायके का सोशल मीडिया पोस्ट

दिसानायके ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने के बाद सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, 'सदियों से हमने जो सपना देखा था, वह आखिरकार सच हो रहा है। यह उपलब्धि किसी एक व्यक्ति के काम का नतीजा नहीं है, बल्कि आप जैसे लाखों लोगों के सामूहिक प्रयास का नतीजा है। आपकी प्रतिबद्धता ने हमें यहां तक पहुंचाया है और इसके लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं। यह जीत हम सभी की है। यहां तक पहुंचने का हमारा सफर कई लोगों के बलिदानों से तय हुआ है, जिन्होंने इस उद्देश्य के लिए अपना पसीना, आंसू और यहां तक कि अपनी जान भी दे दी। उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। हम उनकी उम्मीदों और संघर्षों का राजदंड थामे हुए हैं, यह जानते हुए कि इसमें कितनी जिम्मेदारी है। उम्मीद और अपेक्षा से भरी लाखों आंखें हमें आगे बढ़ाती हैं और हम मिलकर श्रीलंका के इतिहास को फिर से लिखने के लिए तैयार हैं। यह सपना केवल एक नई शुरुआत से ही साकार हो सकता है। सिंहली, तमिल, मुस्लिम और सभी श्रीलंकाई लोगों की एकता इस नई शुरुआत का आधार है। हम जिस नए पुनर्जागरण की तलाश कर रहे हैं, वह इस साझा ताकत और दृष्टि से ही उभरेगा।"

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Aug 09 2024, 19:47

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर विपक्ष की चुप्पी पर अनुराग ठाकुपर ने उठाया सवाल, पूछा-आखिर क्या मजबूरी थी?
#anurag_thakur_on_rahul_gandhi_on_situation_of_minorities_in_bangladesh

बांग्लादेश में हिंसा पर दुनिया के तमाम नेता चिंता जता रहे हैं। वहां अल्पसंख्यकों, हिंदुओं पर हमले की आलोचना कर रहे हैं। भारत के हिंदूवादी संगठनों ने इसे रोकने की अपील की है। हालांकि, विपक्ष के नेताओं का इस मसले पर कोई बयान नहीं आया है। राहुल गांधी समेत इंडिया ब्लॉक के किसी नेता ने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं की न तो आलोचना की और न ही किसी तरह का विरोध जताया।शुक्रवार बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में बांग्लादेश का जिक्र किया और जो कुछ वहां चल रहा है उसकी बात की। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधा।

लोकसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को यह कहते हुए घेरने की कोशिश की कि नेता प्रतिपक्ष ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बारे में (कुछ) नहीं बोला है।

उन्होंने कहा, जब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कार्यभार संभाला, तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें बधाई दी, लेकिन साथ ही उन्होंने उनसे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। ठाकुर ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नेता प्रतिपक्ष ने अंतरिम सरकार (बांग्लादेश की) को बधाई दी, लेकिन हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का जिक्र नहीं किया। ठाकुर ने कहा, (आखिर) क्या मजबूरी थी? आपने गाजा के बारे में बात की, लेकिन बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के बारे में नहीं।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम मोदी ने ट्वीट कर अंतरिम सरकार के प्रमुख को बधाई दी साथ ही हिंदुओं की सुरक्षा की बात की। अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट किया और बधाई दी तो हिंदुओं की सुरक्षा की कोई बातचीत नहीं थी और ना ही उल्लेख किया। ऐसी कौन सी मजबूरी थी जो हिंदुओं का नाम नहीं लिया। वह गाजा को लेकर बड़ी बड़ी बाते करते हैं लेकिन इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोले

बता दें कि राजनीतिक रूप से अस्थिरता का सामना कर रहे बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो गया है। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित यूनुस ने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने वाले मोहम्मद यूनुस को शुभकामनाएं दीं और देश में जल्द ही स्थिति सामान्य होने तथा हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होने की उम्मीद जताई। मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को मेरी ओर से शुभकामनाएं। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी और हिंदुओं व अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

वहीं, दूसरी तरफ लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मोहम्मद यूनुस के बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने के बाद गुरुवार को उन्हें बधाई दी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने पर प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को बधाई। शांति और सामान्य स्थिति की शीघ्र बहाली समय की मांग है।

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Aug 09 2024, 19:46

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर विपक्ष की चुप्पी पर अनुराग ठाकुपर ने उठाया सवाल, पूछा-आखिर क्या मजबूरी थी?*
#anurag_thakur_on_rahul_gandhi_on_situation_of_minorities_in_bangladesh बांग्लादेश में हिंसा पर दुनिया के तमाम नेता चिंता जता रहे हैं। वहां अल्पसंख्यकों, हिंदुओं पर हमले की आलोचना कर रहे हैं। भारत के हिंदूवादी संगठनों ने इसे रोकने की अपील की है। हालांकि, विपक्ष के नेताओं का इस मसले पर कोई बयान नहीं आया है। राहुल गांधी समेत इंडिया ब्लॉक के किसी नेता ने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं की न तो आलोचना की और न ही किसी तरह का विरोध जताया।शुक्रवार बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में बांग्लादेश का जिक्र किया और जो कुछ वहां चल रहा है उसकी बात की। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधा। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को यह कहते हुए घेरने की कोशिश की कि नेता प्रतिपक्ष ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बारे में (कुछ) नहीं बोला है। उन्होंने कहा, जब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कार्यभार संभाला, तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें बधाई दी, लेकिन साथ ही उन्होंने उनसे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। ठाकुर ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नेता प्रतिपक्ष ने अंतरिम सरकार (बांग्लादेश की) को बधाई दी, लेकिन हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का जिक्र नहीं किया। ठाकुर ने कहा, (आखिर) क्या मजबूरी थी? आपने गाजा के बारे में बात की, लेकिन बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के बारे में नहीं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम मोदी ने ट्वीट कर अंतरिम सरकार के प्रमुख को बधाई दी साथ ही हिंदुओं की सुरक्षा की बात की। अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट किया और बधाई दी तो हिंदुओं की सुरक्षा की कोई बातचीत नहीं थी और ना ही उल्लेख किया। ऐसी कौन सी मजबूरी थी जो हिंदुओं का नाम नहीं लिया। वह गाजा को लेकर बड़ी बड़ी बाते करते हैं लेकिन इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोले बता दें कि राजनीतिक रूप से अस्थिरता का सामना कर रहे बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो गया है। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित यूनुस ने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने वाले मोहम्मद यूनुस को शुभकामनाएं दीं और देश में जल्द ही स्थिति सामान्य होने तथा हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होने की उम्मीद जताई। मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को मेरी ओर से शुभकामनाएं। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी और हिंदुओं व अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। वहीं, दूसरी तरफ लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मोहम्मद यूनुस के बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने के बाद गुरुवार को उन्हें बधाई दी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने पर प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को बधाई। शांति और सामान्य स्थिति की शीघ्र बहाली समय की मांग है।

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Jul 31 2024, 14:16

राहुल गांधी पर अनुराग ठाकुर के पलटवार के मुरीद हुए पीएम मोदी, तारीफ में कही बड़ी बात

#pm_modi_praised_anurag_thakur 

लोकसभा में मंगलवार पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की विपक्ष के नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के साथ तीखी नोकझोंक देखने को मिली। सदन में अनुराग ठाकुर ने जो भाषण दिया, अब पीएम मोदी ने भी उसकी तारीफ की है। उन्‍होंने सोशल मीडिया पर अनुराग ठाकुर का वीडियो पोस्‍ट करते हुए लिखा… जरूर सुनने लायक… गंदी राजनीत‍ि का पर्दाफाश।

प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर कहा, “यह भाषण मेरे युवा और ऊर्जावान सहयोगी अनुराग ठाकुर का है, जिसे अवश्य सुनना चाहिए। यह तथ्यों से समाहित है। यह इंडी गठबंधन की गंदी राजनीति को उजागर करता है।”

दरअसल, सदन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कमल को हिंसा से जोड़ दिया था। जिसके बाद उनके बयान पर अनुराग ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा, एक नेता ने खड़े होकर कमल पर कटाक्ष किया, लेकिन कमल का नाम तो राजीव भी है, तो क्या वो राजीव गांधी को भी बुरा मानते हैं? अनुराग ने ऐसा कहकर राहुल के पिता स्वर्गीय राजीव गांधी की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता है कि उन्हें कमल से क्या आपत्ति है। कमल का पर्यायवाची तो राजीव भी है। शायद उन्हें इस बात का पता नहीं है। अगर होता, तो मुझे पूरी उम्मीद है कि वो कमल के बारे में इस तरह की टिप्पणी ही नहीं करते।

वहीं, अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी को जवाब देने के लिए शशि थरूर की किताब ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’ का सहारा लिया। इस उपन्यास के पहले अंश को पढ़ते हुए ठाकुर ने कहा – 15 अगस्त को एक धृतराष्ट्र देश की गद्दी पर बैठा जो फैबियन सोशलिज्म का मानता था। अब ये कौन है शशि थरूर खुद बता देंगे। हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने शशि थरूर के ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’ अनुराग ठाकुर ने इस उपन्‍यास की पृष्‍ठ संख्‍या-245 में लिखी गई बातों को लोकसभा में पढ़ते हुए कहा कि 15 अगस्‍त 1947 को प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी तो नहीं थे और यह (शशि थरूर) कह रहे हैं कि सन् 1947 में जिन्‍होंने सत्‍ता संभाली थी वह धृतराष्‍ट्र थे।अनुराग ठाकुर अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यहां धृतराष्‍ट्र किसको कहा गया, स्‍पीकर महोदय ने हमें बांध रखा है कि उस समय के नेताओं का नाम नहीं लेना है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री को धृतराष्‍ट्र हमने नहीं कहा, इन्‍हीं की पार्टी के सांसद ने ‘द ग्रेट इंडिया नोवल’ में कहा है। उन्‍होंने मजाकिया अंदाज में पूछा कि शशि थरूर जी कहां हैं, कहीं छुप तो नहीं गए।

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Jul 30 2024, 19:26

लोकसभा में अनुराग ठाकुर के “चक्रव्यूह” में घिरे राहुल गांधी, जानें शशि थरूर भी कैसे आ गए लपेटे में
#anurag_thakur_attack_rahul_gandhi

लोकसभा में बजट पर चर्चा चल रही है। सोमवार को सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी चर्चा की शुरुआत करते हुए बीजेपी पर तीखे वार किए। आज मंगलवार को केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद ने राहुल गांधी के वार पर पलटवार का। इस दौरान लोकसभा में बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच तीखी नोकझोंक हुई।

अनुराग ठाकुर ने अपने भाषण की शुरुआत में ही कमल का जिक्र किया जिसे राहुल ने हिंसा से जोड़ा था। अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि एक नेता ने यहां खड़े होकर कमल पर कटाक्ष किया, लेकिन कमल का नाम तो राजीव भी है। कमल का पर्यायवाची राजीव है। कमल को बुरा दिखाने का प्रयास किया गया। चूंकि कमल से जुड़ा हुआ नाम राजीव भी है और आप सब जानते हैं कि राजीव किसका नाम है। अनुराग ने सीधे-सीधे राहुल गांधी के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की ओर इशारा किया। उन्होंने पूछा, 'तो क्या उनको भी बुरा समझते हैं?'

वहीं, अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी को घेरना के लिए ऐसा “चक्रव्यूह” रचा कि उसके घेरे में नेता प्रतिपक्ष ही नहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर भी आ गए। दरअसल, अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी को जवाब देने के लिए शशि थरूर की किताब  ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’का सहारा लिया। इस उपन्यास के पहले अंश को पढ़ते हुए ठाकुर ने कहा – 15 अगस्त को एक धृतराष्ट्र देश की गद्दी पर बैठा जो फैबियन सोशलिज्म का मानता था। अब ये कौन है शशि थरूर खुद बता देंगे। इसके बाद इंदिरा गांधी का नाम लिए बिना अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रियदर्शिनी ने कैसे आपातकाल लगाया इसका भी जिक्र उपन्यास में है। जब अनुराग हमला बोल रहे थे तब शशि थरूर चुपचाप नजर आए।

हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने शशि थरूर के ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’ अनुराग ठाकुर ने इस उपन्‍यास की पृष्‍ठ संख्‍या-245 में लिखी गई बातों को लोकसभा में पढ़ते हुए कहा कि 15 अगस्‍त 1947 को प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी तो नहीं थे और यह (शशि थरूर) कह रहे हैं कि सन् 1947 में जिन्‍होंने सत्‍ता संभाली थी वह धृतराष्‍ट्र थे।अनुराग ठाकुर अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यहां धृतराष्‍ट्र किसको कहा गया, स्‍पीकर महोदय ने हमें बांध रखा है कि उस समय के नेताओं का नाम नहीं लेना है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री को धृतराष्‍ट्र हमने नहीं कहा, इन्‍हीं की पार्टी के सांसद ने ‘द ग्रेट इंडिया नोवल’ में कहा है। उन्‍होंने मजाकिया अंदाज में पूछा कि शशि थरूर जी कहां हैं, कहीं छुप तो नहीं गए।

भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर यहीं नहीं रुके, उन्‍होंने शशि थरूर के उपन्‍यास के पेज नंबर 293 में लिखी गई बातों का उल्‍लेख करते हुए इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल का भी उल्‍लेख किया। अनुराग ठाकुर ने इसका हवाला देते हुए कहा कि इस देश को पता है कि एक मात्र फेबियन समाजवादी कौन थे।

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Jul 01 2024, 16:41

केजरीवाल पर अनुराग ठाकुर का जोरदार हमला, बोले- वर्क फ्रॉम होम तो सुना था, वर्क फ्रॉम जेल भी देख लिया

#anurag_thakur_attack_on_delhi_cm_arvind_kejriwal_work_from_jail

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पूर्व खेल मंत्री और हिमाचल के हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों की गठबंधन 'इंडिया' पर जमकर निशाना साधा।इस दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने गरीबों को और गरीब किया। जनता ने भी कांग्रेस को बार-बार नकारा है और तीसरी बार देश में स्थिर सरकार बनाई है।वहीं, ठाकुर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बी निशाने पर लिया।

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में कहा कि हमने वर्क फ्रॉम होम तो सुना था, लेकिन वर्क फ्रॉम जेल नहीं सुना है, लेकिन अब वो भी देख लिया। आज दिल्ली के शिक्षा मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक जेल में हैं। इनके कानून मंत्री को भी फर्जी मार्कशीट मामले में जेल हुई। उन्होंने कहा कि जो लोग बच्चों की कसम खाकर कहते थे कि एक-दूसरे के साथ नहीं आएंगे उन्होंने गठबंधन बना लिया। अनुराग ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा कि 'सोचता हूं कि वो कितने मासूम थे क्या से क्या हो गए देखते-देखते।'

विपक्ष पर निशाना साधते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब ये भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी का मुकाबला दो चुनावों में नहीं कर पाए तो एक ऐसा गठबंधन बनाया, जो जेल वाले और बेल वाले ने मिलकर बनाया, कुछ जेल में थे, कुछ बेल पर थे। कुछ यहां पर भी बेल वाले हैं। इन्होंने अपने सहयोगी चुने, शराब घोटाले वाले, जमीन घोटाले वाले चुने और तो और वो सब चुने जो जेल और बेल पर थे। इस दौरान अनुराग ठाकुर ने कहा कि इनकी पार्टी तो ऐसी है, जिसका नेता जो अपने आप को दुनिया का सबसे ईमानदार नेता बताता है और वो इतना ईमानदार निकला कि देखो आज जेल में हैं। हमने तो वर्क फ्रॉम होम तो सुना था, वर्क फ्रॉम जेल देखने का अवसर इन लोगों ने दिया कि जेल सरकार कैसे चलती है।

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Apr 12 2024, 10:25

नेशनल क्रश’ बहुत होंगे, पीएम मोदी की गारंटी ‘नेशनल ट्रस्ट’, बोले-अनुराग ठाकुर

#anurag_thakur_said_people_believed_in_pm_modi_national_trust

लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा हाई है। एकग तरफ सत्ता पक्ष अपनी उपलब्धियां गिनाने में लगा है, तो दूसरी तरफ विपक्ष सरकार की खामियों को जनता के सामने लाने की कोशिश में लगी है। इस बीच सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश में कई नेशनल क्रश होंगे लेकिन पीएम मोदी की गारंटी नेशनल ट्रस्ट है।

केंद्रीय मंत्री और हिमाचल की हमीरपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी अनुराग ठाकुर विभिन्न राजनीतिक दलों के गठबंधन पर इंडिया पर हमला बोला। गांधी चौक हमीरपुर में आयोजित बीजेपी रैली को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सरकार की खूब घेराबंदी की है। उन्होंने कहा कि पांच लाख नौकरियों का वादा करने वाली कांग्रेस सरकार प्रदेश में पांच नौकरियां तक नहीं दे पाई है। आखिर कांग्रेस ने किया क्या है जिस आधार पर वह वोट मांगने आएंगे।  

अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि कांग्रेस और उसके वादों की पूरे देश में पोल खुल चुकी है।उन्होंने कहा कि ये पार्टी महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये देने, 100 रुपये प्रति लीटर दूध खरीदने और पांच लाख नौकरियां देने के वादे को नहीं पूरा कर सकी है। उन्होंने आगे कहा कि जनता प्रधानमंत्री मोदी और उनकी गारंटी पर देश को भरोसा करती है। उन्होंने कहा कि देश में कई नेशनल क्रश होंगे लेकिन पीएम मोदी की गारंटी पर नेशनल ट्रस्ट है। मोदी देश ही नहीं दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं।

ठाकुर ने कहा कि आज की रैली ने साबित कर दिया है कि बीजेपी एकजुट है। पुराने और नए नेताओं-कार्यकर्ताओं के बीच कोई मतभेद नहीं है। दूसरी ओर कांग्रेस विभाजित हो चुकी है। यही कारण है कि अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर सकी है।

वहीं, भाजपा कार्यकर्ताओं से लोकसभ चुनावों और उपचुनावों में कमर कसने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से अुर्जन को केवल आंख दिखती है बीजेपी के कार्यकर्ताओं को कमल का फूल दिखना चाहिए।

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Mar 19 2024, 16:19

*तमिलनाडु के सलेम में पीएम मोदी ने भरी हुंकार, बोले-विकसित तमिलनाडु के लिए हमें 400 पार की जरूरत*

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Mar 16 2024, 14:56

*मशहूर गायिका अनुराधा पौडवाल ने की सियासी सफर की शुरूआत, चुनाव से ठीक पहले भाजपा में हुईं शामिल*

#singer_anuradha_paudwal_join_bjp

इस वक्‍त पूरे देश का माहौल चुनावमय है।बीजेपी समेत तमाम दल इस वक्त चुनावी मोड में आ चुके हैं। प्रत्याशियों के नामों पर मंथन से लेकर घोषणापत्रों को लेकर माथापच्ची जारी है। इस बीच बीजेपी लगातार मजबूत होती दिख रही है। अब लोकसभा चुनाव से पहले मशहूर सिंगर अनुराधा पौंडवाल शनिवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं हैं।दिल्ली में पार्टी के सीनियर लीडरों की मौजूदगी के बीच उन्होंने बीजेपी का दामन थामा।

भाजपा में शामिल होने के मौके पर अनुराधा पौडवाल ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि मैं उस सरकार में शामिल हो रही हूं, जिसका सनातन धर्म से गहरा नाता है। यह मेरा सौभाग्‍य है कि मैं आज बीजेपी में शामिल हो रही हूं।

अनुराधा पौडवाल 90 के दशक की हिट गायिका हैं। अनुराधा अपने भक्ति गीतों के कारण काफी मशहूर हैं और उनकी लोकप्रियता एक समय में चरम पर थी। भक्ति और फिल्‍मी गीतों की वजह से अनुराधा पौडवाल घर-घर में जानी और पहचानी जाती हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव-2024 में वह पार्टी के लिए स्‍टार प्रचारक साबित हो सकती हैं। राजनीतिक पार्टियां स्‍टार प्राचरकों की भूमिका को अच्‍छी तरह से समझती हैं। एजेंडे को मतदाताओं तक पहुंचाने में राजनीतिक दलों की भूमिका बेहद अहम होती है।

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1 hour and 25 min ago

कौन हैं श्रीलंका के नए राष्ट्रपति, जानें मजदूर के बेटे चीन समर्थक अनुरा कुमार दिसानायके के बारे में
#anura_kumara_dissanayake_swearing_in_as_president_of_sri_lanka
पड़ोसी देश श्रीलंका को अपना नया राष्ट्रपति मिल गया है। 2022 में इकोनॉमिक क्राइसिस के बाद यह पहला मौका है जब श्रीलंका में चुनाव हुए हैं। इस चुनाव में 55 साल अनुरा कुमार दिसानायके ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रेमदासा को दूसरे दौर की मतगणना के बाद मात देते हुए जीत दर्ज कर ली।जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) पार्टी के नेता दिसानायके इस चुनाव में नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) गठबंधन की ओर से राष्ट्रपति पद के कैंडिडेट बने थे। एक साधारण परिवार से आने वाले अनुरा की इस पद तक पहुंचने की कहानी काफी दिलचस्प है।

दिसानायके का जन्म 24 नवंबर 1968 में श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से 100 किलोमीटर दूर थंबुट्टेगामा में एक दिहाड़ी मजदूर के घर हुआ था। दिसानायके अपने परिवार के गांव से विश्वविद्यालय जाने वाले पहले छात्र थे। एक बातचीत में उन्होंने बताया था कि शुरुआत में पेराडेनिया विश्वविद्यालय में दाखिला लिया था लेकिन राजनीतिक विचारधाराओं के कारण धमकियां मिलने लगीं और वह केलानिया यूनिवर्सिटी आ गए। दिसानायके ने 80 के दशक में छात्र राजनीति शुरू की। कॉलेज में रहते हुए 1987 और 1989 के बीच सरकार विरोधी आंदोलन के दौरान वह जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) में शामिल हुए और तेजी से अपनी पहचान बनाई।

80 के दशक में जेवीपी ने सरकार के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह किया और भारी हिंसा हुई। इसे श्रीलंका का खूनी दौर भी कहा जाता है। सरकार ने इस विद्रोह को कुचला और इसमें जेवीपी संस्थापक रोहाना विजेवीरा भी मारे गए। हालांकि बाद में दिसानायके और जेवीपी ने हिंसा के रास्ते से दूरी बनाई और। दिसानायके साल 2000 में सांसद बने और इसके बाद 2004 में श्रीलंका फ्रीडम पार्टी (एसएलएफपी) के साथ गठबंधन के बाद उन्होंने कृषि और सिंचाई मंत्री बनाया गया। हालांकि गठबंधन में असहमति के बाद दिसानायके ने 2005 में ही मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

दियानायके 2014 में सोमावंसा अमरसिंघे के बाद जेवीपी के अध्यक्ष बने। दिसानायके ने नेतृत्व संभालने के बाद पार्टी की छवि को बदलते हुए 1971 और 1987 के विद्रोह से जुड़े अपने हिंसक अतीत से दूर किया। उन्होंने सार्वजनिक रूप से उस दौरान पार्टी की भूमिका के लिए खेद भी जताया।राष्ट्रपति पद की दौड़ में दिसनायके पहली बार 2019 में आए लेकिन बुरी तरह से हारे और केवल 3 प्रतिशत वोट ही पा सके। 2022 में श्रीलंका में आर्थिक बदहाली के बाद जेवीपी ने जौरदार अभियान चलाया और खुद को भ्रष्टाचार विरोधी नेता के तौर पर पेश करने में कामयाब रहे। दो साल में ही दिसानायके श्रीलंका के सबसे बड़े नेता बन गए।

चीन का बेहद करीबी माना जाता है। उन्होंने हमेशा मार्क्सवादी विचारधारा को आगे रखते हुए देश में बदलाव की बात कही है। राष्ट्रपति चुनाव के कैंपेन में भी दिसानायके ने ज्यादातर छात्रों और मजदूरों के मुद्दे का जिक्र किया। उन्होंने श्रीलंका के लोगों से शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बदलाव के वादे किए, जिसका नतीजा उन्हें जीत के रूप में मिला।

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2 hours and 41 min ago

श्रीलंका की कमान अब वामपंथी नेता के हाथ, अनुरा कुमारा दिसानायके बने नए राष्ट्रपति

#anurakumaradissanayakesworninassrilanka9th_president 

मार्क्सवादी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके ने श्रीलंका का राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। ये पहला मौका है जब श्रीलंका में कोई वामपंथी नेता राष्ट्रपति के पद पर बैठेगा। यही नहीं, श्रीलंका के इतिहास में पहली बार राष्ट्रपति चुनाव का फैसला दूसरे दौर की मतगणना से हुआ। इसमें वामपंथी अनुरा कुमारा दिसानायके विजेता घोषित किए गए।इससे पूर्व पहले दौर की मतगणना में ही दिसानायके ने अन्य प्रतिद्वंद्वियों से बढ़त ले ली थी। अनुरा ने तीन नामी उम्मीदवारों- नमल राजपक्षे, साजिद प्रेमदासा और रानिल विक्रमसिंघे को इस चुनाव में मात दी है।जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) पार्टी के नेता दिसानायके इस चुनाव में नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) गठबंधन की ओर से राष्ट्रपति पद के कैंडिडेट बने थे। 

इससे पूर्व निर्वाचन आयोग ने दूसरे दौर की गिनती का आदेश दिया था क्योंकि शनिवार को हुए चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को विजेता घोषित करने के लिए आवश्यक 50 प्रतिशत से अधिक मत हासिल नहीं हुए थे।मार्क्सिस्ट जनता विमुक्ति पेरामुना पार्टी की आनुषंगिक इकाई नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) के दिसानायके को 56.3 लाख वोट मिले, जो कुल मतों का 42.31 प्रतिशत था। विपक्षी नेता सामगी जन बालवेगया (एसजेबी) के साजिथ प्रेमदासा को 43.6 लाख, यानी 32.80 प्रतिशत मत हासिल हुए। निवर्तमान राष्ट्रपति विक्रमसिंघे को सिर्फ 22.9 लाख वोट मिले जो, कुल मतों का 17.27 प्रतिशत रहा।

दिसानायके वामपंथी विचारधारा से प्रभावित

जिसके बाद चुनाव दूसरे प्रेफरेंस दौर में चला गया था।जिसकी गिनती के बाद दिसानायके देश के राष्ट्रपति चुने गए हैं। जिसके बाद 56 साल के अनुरा कुमार दिसानायके को चीफ जस्टिस जयनान्थ जयसूरिया ने शपथ दिलवाई है। दिसानायके श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से सांसद हैं और वामपंथी विचारधारा से प्रभावित है। वह देश की वामपंथी पार्टी जनता विमुक्ति पेरामुना पार्टी के अध्यक्ष भी हैं. वे 2019 में भी राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ चुके हैं और 2015 से 2018 तक मुख्य विपक्षी सचेतक भी रहे हैं. देश को कर्जे से बाहर निकालने और भ्रष्टाचार कम करने के लिए दिसानायके ने प्रचार के दौरान अपनी नीतियों को जनता के सामने रखा है

जीत के बाद दिसानायके का सोशल मीडिया पोस्ट

दिसानायके ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने के बाद सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, 'सदियों से हमने जो सपना देखा था, वह आखिरकार सच हो रहा है। यह उपलब्धि किसी एक व्यक्ति के काम का नतीजा नहीं है, बल्कि आप जैसे लाखों लोगों के सामूहिक प्रयास का नतीजा है। आपकी प्रतिबद्धता ने हमें यहां तक पहुंचाया है और इसके लिए मैं आपका बहुत आभारी हूं। यह जीत हम सभी की है। यहां तक पहुंचने का हमारा सफर कई लोगों के बलिदानों से तय हुआ है, जिन्होंने इस उद्देश्य के लिए अपना पसीना, आंसू और यहां तक कि अपनी जान भी दे दी। उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। हम उनकी उम्मीदों और संघर्षों का राजदंड थामे हुए हैं, यह जानते हुए कि इसमें कितनी जिम्मेदारी है। उम्मीद और अपेक्षा से भरी लाखों आंखें हमें आगे बढ़ाती हैं और हम मिलकर श्रीलंका के इतिहास को फिर से लिखने के लिए तैयार हैं। यह सपना केवल एक नई शुरुआत से ही साकार हो सकता है। सिंहली, तमिल, मुस्लिम और सभी श्रीलंकाई लोगों की एकता इस नई शुरुआत का आधार है। हम जिस नए पुनर्जागरण की तलाश कर रहे हैं, वह इस साझा ताकत और दृष्टि से ही उभरेगा।"

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Aug 09 2024, 19:47

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर विपक्ष की चुप्पी पर अनुराग ठाकुपर ने उठाया सवाल, पूछा-आखिर क्या मजबूरी थी?
#anurag_thakur_on_rahul_gandhi_on_situation_of_minorities_in_bangladesh

बांग्लादेश में हिंसा पर दुनिया के तमाम नेता चिंता जता रहे हैं। वहां अल्पसंख्यकों, हिंदुओं पर हमले की आलोचना कर रहे हैं। भारत के हिंदूवादी संगठनों ने इसे रोकने की अपील की है। हालांकि, विपक्ष के नेताओं का इस मसले पर कोई बयान नहीं आया है। राहुल गांधी समेत इंडिया ब्लॉक के किसी नेता ने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं की न तो आलोचना की और न ही किसी तरह का विरोध जताया।शुक्रवार बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में बांग्लादेश का जिक्र किया और जो कुछ वहां चल रहा है उसकी बात की। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधा।

लोकसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को यह कहते हुए घेरने की कोशिश की कि नेता प्रतिपक्ष ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बारे में (कुछ) नहीं बोला है।

उन्होंने कहा, जब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कार्यभार संभाला, तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें बधाई दी, लेकिन साथ ही उन्होंने उनसे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। ठाकुर ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नेता प्रतिपक्ष ने अंतरिम सरकार (बांग्लादेश की) को बधाई दी, लेकिन हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का जिक्र नहीं किया। ठाकुर ने कहा, (आखिर) क्या मजबूरी थी? आपने गाजा के बारे में बात की, लेकिन बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के बारे में नहीं।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम मोदी ने ट्वीट कर अंतरिम सरकार के प्रमुख को बधाई दी साथ ही हिंदुओं की सुरक्षा की बात की। अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट किया और बधाई दी तो हिंदुओं की सुरक्षा की कोई बातचीत नहीं थी और ना ही उल्लेख किया। ऐसी कौन सी मजबूरी थी जो हिंदुओं का नाम नहीं लिया। वह गाजा को लेकर बड़ी बड़ी बाते करते हैं लेकिन इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोले

बता दें कि राजनीतिक रूप से अस्थिरता का सामना कर रहे बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो गया है। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित यूनुस ने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने वाले मोहम्मद यूनुस को शुभकामनाएं दीं और देश में जल्द ही स्थिति सामान्य होने तथा हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होने की उम्मीद जताई। मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को मेरी ओर से शुभकामनाएं। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी और हिंदुओं व अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

वहीं, दूसरी तरफ लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मोहम्मद यूनुस के बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने के बाद गुरुवार को उन्हें बधाई दी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने पर प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को बधाई। शांति और सामान्य स्थिति की शीघ्र बहाली समय की मांग है।

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Aug 09 2024, 19:46

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर विपक्ष की चुप्पी पर अनुराग ठाकुपर ने उठाया सवाल, पूछा-आखिर क्या मजबूरी थी?*
#anurag_thakur_on_rahul_gandhi_on_situation_of_minorities_in_bangladesh बांग्लादेश में हिंसा पर दुनिया के तमाम नेता चिंता जता रहे हैं। वहां अल्पसंख्यकों, हिंदुओं पर हमले की आलोचना कर रहे हैं। भारत के हिंदूवादी संगठनों ने इसे रोकने की अपील की है। हालांकि, विपक्ष के नेताओं का इस मसले पर कोई बयान नहीं आया है। राहुल गांधी समेत इंडिया ब्लॉक के किसी नेता ने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं की न तो आलोचना की और न ही किसी तरह का विरोध जताया।शुक्रवार बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में बांग्लादेश का जिक्र किया और जो कुछ वहां चल रहा है उसकी बात की। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधा। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को यह कहते हुए घेरने की कोशिश की कि नेता प्रतिपक्ष ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बारे में (कुछ) नहीं बोला है। उन्होंने कहा, जब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कार्यभार संभाला, तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें बधाई दी, लेकिन साथ ही उन्होंने उनसे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। ठाकुर ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नेता प्रतिपक्ष ने अंतरिम सरकार (बांग्लादेश की) को बधाई दी, लेकिन हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का जिक्र नहीं किया। ठाकुर ने कहा, (आखिर) क्या मजबूरी थी? आपने गाजा के बारे में बात की, लेकिन बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के बारे में नहीं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम मोदी ने ट्वीट कर अंतरिम सरकार के प्रमुख को बधाई दी साथ ही हिंदुओं की सुरक्षा की बात की। अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट किया और बधाई दी तो हिंदुओं की सुरक्षा की कोई बातचीत नहीं थी और ना ही उल्लेख किया। ऐसी कौन सी मजबूरी थी जो हिंदुओं का नाम नहीं लिया। वह गाजा को लेकर बड़ी बड़ी बाते करते हैं लेकिन इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोले बता दें कि राजनीतिक रूप से अस्थिरता का सामना कर रहे बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो गया है। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित यूनुस ने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने वाले मोहम्मद यूनुस को शुभकामनाएं दीं और देश में जल्द ही स्थिति सामान्य होने तथा हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होने की उम्मीद जताई। मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को मेरी ओर से शुभकामनाएं। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी और हिंदुओं व अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। वहीं, दूसरी तरफ लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मोहम्मद यूनुस के बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने के बाद गुरुवार को उन्हें बधाई दी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने पर प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को बधाई। शांति और सामान्य स्थिति की शीघ्र बहाली समय की मांग है।

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Jul 31 2024, 14:16

राहुल गांधी पर अनुराग ठाकुर के पलटवार के मुरीद हुए पीएम मोदी, तारीफ में कही बड़ी बात

#pm_modi_praised_anurag_thakur 

लोकसभा में मंगलवार पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की विपक्ष के नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के साथ तीखी नोकझोंक देखने को मिली। सदन में अनुराग ठाकुर ने जो भाषण दिया, अब पीएम मोदी ने भी उसकी तारीफ की है। उन्‍होंने सोशल मीडिया पर अनुराग ठाकुर का वीडियो पोस्‍ट करते हुए लिखा… जरूर सुनने लायक… गंदी राजनीत‍ि का पर्दाफाश।

प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर कहा, “यह भाषण मेरे युवा और ऊर्जावान सहयोगी अनुराग ठाकुर का है, जिसे अवश्य सुनना चाहिए। यह तथ्यों से समाहित है। यह इंडी गठबंधन की गंदी राजनीति को उजागर करता है।”

दरअसल, सदन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कमल को हिंसा से जोड़ दिया था। जिसके बाद उनके बयान पर अनुराग ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा, एक नेता ने खड़े होकर कमल पर कटाक्ष किया, लेकिन कमल का नाम तो राजीव भी है, तो क्या वो राजीव गांधी को भी बुरा मानते हैं? अनुराग ने ऐसा कहकर राहुल के पिता स्वर्गीय राजीव गांधी की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता है कि उन्हें कमल से क्या आपत्ति है। कमल का पर्यायवाची तो राजीव भी है। शायद उन्हें इस बात का पता नहीं है। अगर होता, तो मुझे पूरी उम्मीद है कि वो कमल के बारे में इस तरह की टिप्पणी ही नहीं करते।

वहीं, अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी को जवाब देने के लिए शशि थरूर की किताब ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’ का सहारा लिया। इस उपन्यास के पहले अंश को पढ़ते हुए ठाकुर ने कहा – 15 अगस्त को एक धृतराष्ट्र देश की गद्दी पर बैठा जो फैबियन सोशलिज्म का मानता था। अब ये कौन है शशि थरूर खुद बता देंगे। हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने शशि थरूर के ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’ अनुराग ठाकुर ने इस उपन्‍यास की पृष्‍ठ संख्‍या-245 में लिखी गई बातों को लोकसभा में पढ़ते हुए कहा कि 15 अगस्‍त 1947 को प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी तो नहीं थे और यह (शशि थरूर) कह रहे हैं कि सन् 1947 में जिन्‍होंने सत्‍ता संभाली थी वह धृतराष्‍ट्र थे।अनुराग ठाकुर अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यहां धृतराष्‍ट्र किसको कहा गया, स्‍पीकर महोदय ने हमें बांध रखा है कि उस समय के नेताओं का नाम नहीं लेना है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री को धृतराष्‍ट्र हमने नहीं कहा, इन्‍हीं की पार्टी के सांसद ने ‘द ग्रेट इंडिया नोवल’ में कहा है। उन्‍होंने मजाकिया अंदाज में पूछा कि शशि थरूर जी कहां हैं, कहीं छुप तो नहीं गए।

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Jul 30 2024, 19:26

लोकसभा में अनुराग ठाकुर के “चक्रव्यूह” में घिरे राहुल गांधी, जानें शशि थरूर भी कैसे आ गए लपेटे में
#anurag_thakur_attack_rahul_gandhi

लोकसभा में बजट पर चर्चा चल रही है। सोमवार को सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी चर्चा की शुरुआत करते हुए बीजेपी पर तीखे वार किए। आज मंगलवार को केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद ने राहुल गांधी के वार पर पलटवार का। इस दौरान लोकसभा में बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच तीखी नोकझोंक हुई।

अनुराग ठाकुर ने अपने भाषण की शुरुआत में ही कमल का जिक्र किया जिसे राहुल ने हिंसा से जोड़ा था। अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि एक नेता ने यहां खड़े होकर कमल पर कटाक्ष किया, लेकिन कमल का नाम तो राजीव भी है। कमल का पर्यायवाची राजीव है। कमल को बुरा दिखाने का प्रयास किया गया। चूंकि कमल से जुड़ा हुआ नाम राजीव भी है और आप सब जानते हैं कि राजीव किसका नाम है। अनुराग ने सीधे-सीधे राहुल गांधी के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की ओर इशारा किया। उन्होंने पूछा, 'तो क्या उनको भी बुरा समझते हैं?'

वहीं, अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी को घेरना के लिए ऐसा “चक्रव्यूह” रचा कि उसके घेरे में नेता प्रतिपक्ष ही नहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर भी आ गए। दरअसल, अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी को जवाब देने के लिए शशि थरूर की किताब  ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’का सहारा लिया। इस उपन्यास के पहले अंश को पढ़ते हुए ठाकुर ने कहा – 15 अगस्त को एक धृतराष्ट्र देश की गद्दी पर बैठा जो फैबियन सोशलिज्म का मानता था। अब ये कौन है शशि थरूर खुद बता देंगे। इसके बाद इंदिरा गांधी का नाम लिए बिना अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रियदर्शिनी ने कैसे आपातकाल लगाया इसका भी जिक्र उपन्यास में है। जब अनुराग हमला बोल रहे थे तब शशि थरूर चुपचाप नजर आए।

हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने शशि थरूर के ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’ अनुराग ठाकुर ने इस उपन्‍यास की पृष्‍ठ संख्‍या-245 में लिखी गई बातों को लोकसभा में पढ़ते हुए कहा कि 15 अगस्‍त 1947 को प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी तो नहीं थे और यह (शशि थरूर) कह रहे हैं कि सन् 1947 में जिन्‍होंने सत्‍ता संभाली थी वह धृतराष्‍ट्र थे।अनुराग ठाकुर अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यहां धृतराष्‍ट्र किसको कहा गया, स्‍पीकर महोदय ने हमें बांध रखा है कि उस समय के नेताओं का नाम नहीं लेना है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री को धृतराष्‍ट्र हमने नहीं कहा, इन्‍हीं की पार्टी के सांसद ने ‘द ग्रेट इंडिया नोवल’ में कहा है। उन्‍होंने मजाकिया अंदाज में पूछा कि शशि थरूर जी कहां हैं, कहीं छुप तो नहीं गए।

भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर यहीं नहीं रुके, उन्‍होंने शशि थरूर के उपन्‍यास के पेज नंबर 293 में लिखी गई बातों का उल्‍लेख करते हुए इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल का भी उल्‍लेख किया। अनुराग ठाकुर ने इसका हवाला देते हुए कहा कि इस देश को पता है कि एक मात्र फेबियन समाजवादी कौन थे।

India

Jul 01 2024, 16:41

केजरीवाल पर अनुराग ठाकुर का जोरदार हमला, बोले- वर्क फ्रॉम होम तो सुना था, वर्क फ्रॉम जेल भी देख लिया

#anurag_thakur_attack_on_delhi_cm_arvind_kejriwal_work_from_jail

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पूर्व खेल मंत्री और हिमाचल के हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों की गठबंधन 'इंडिया' पर जमकर निशाना साधा।इस दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने गरीबों को और गरीब किया। जनता ने भी कांग्रेस को बार-बार नकारा है और तीसरी बार देश में स्थिर सरकार बनाई है।वहीं, ठाकुर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बी निशाने पर लिया।

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में कहा कि हमने वर्क फ्रॉम होम तो सुना था, लेकिन वर्क फ्रॉम जेल नहीं सुना है, लेकिन अब वो भी देख लिया। आज दिल्ली के शिक्षा मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक जेल में हैं। इनके कानून मंत्री को भी फर्जी मार्कशीट मामले में जेल हुई। उन्होंने कहा कि जो लोग बच्चों की कसम खाकर कहते थे कि एक-दूसरे के साथ नहीं आएंगे उन्होंने गठबंधन बना लिया। अनुराग ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा कि 'सोचता हूं कि वो कितने मासूम थे क्या से क्या हो गए देखते-देखते।'

विपक्ष पर निशाना साधते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब ये भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी का मुकाबला दो चुनावों में नहीं कर पाए तो एक ऐसा गठबंधन बनाया, जो जेल वाले और बेल वाले ने मिलकर बनाया, कुछ जेल में थे, कुछ बेल पर थे। कुछ यहां पर भी बेल वाले हैं। इन्होंने अपने सहयोगी चुने, शराब घोटाले वाले, जमीन घोटाले वाले चुने और तो और वो सब चुने जो जेल और बेल पर थे। इस दौरान अनुराग ठाकुर ने कहा कि इनकी पार्टी तो ऐसी है, जिसका नेता जो अपने आप को दुनिया का सबसे ईमानदार नेता बताता है और वो इतना ईमानदार निकला कि देखो आज जेल में हैं। हमने तो वर्क फ्रॉम होम तो सुना था, वर्क फ्रॉम जेल देखने का अवसर इन लोगों ने दिया कि जेल सरकार कैसे चलती है।

India

Apr 12 2024, 10:25

नेशनल क्रश’ बहुत होंगे, पीएम मोदी की गारंटी ‘नेशनल ट्रस्ट’, बोले-अनुराग ठाकुर

#anurag_thakur_said_people_believed_in_pm_modi_national_trust

लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा हाई है। एकग तरफ सत्ता पक्ष अपनी उपलब्धियां गिनाने में लगा है, तो दूसरी तरफ विपक्ष सरकार की खामियों को जनता के सामने लाने की कोशिश में लगी है। इस बीच सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश में कई नेशनल क्रश होंगे लेकिन पीएम मोदी की गारंटी नेशनल ट्रस्ट है।

केंद्रीय मंत्री और हिमाचल की हमीरपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी अनुराग ठाकुर विभिन्न राजनीतिक दलों के गठबंधन पर इंडिया पर हमला बोला। गांधी चौक हमीरपुर में आयोजित बीजेपी रैली को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सरकार की खूब घेराबंदी की है। उन्होंने कहा कि पांच लाख नौकरियों का वादा करने वाली कांग्रेस सरकार प्रदेश में पांच नौकरियां तक नहीं दे पाई है। आखिर कांग्रेस ने किया क्या है जिस आधार पर वह वोट मांगने आएंगे।  

अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि कांग्रेस और उसके वादों की पूरे देश में पोल खुल चुकी है।उन्होंने कहा कि ये पार्टी महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये देने, 100 रुपये प्रति लीटर दूध खरीदने और पांच लाख नौकरियां देने के वादे को नहीं पूरा कर सकी है। उन्होंने आगे कहा कि जनता प्रधानमंत्री मोदी और उनकी गारंटी पर देश को भरोसा करती है। उन्होंने कहा कि देश में कई नेशनल क्रश होंगे लेकिन पीएम मोदी की गारंटी पर नेशनल ट्रस्ट है। मोदी देश ही नहीं दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं।

ठाकुर ने कहा कि आज की रैली ने साबित कर दिया है कि बीजेपी एकजुट है। पुराने और नए नेताओं-कार्यकर्ताओं के बीच कोई मतभेद नहीं है। दूसरी ओर कांग्रेस विभाजित हो चुकी है। यही कारण है कि अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर सकी है।

वहीं, भाजपा कार्यकर्ताओं से लोकसभ चुनावों और उपचुनावों में कमर कसने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से अुर्जन को केवल आंख दिखती है बीजेपी के कार्यकर्ताओं को कमल का फूल दिखना चाहिए।

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Mar 19 2024, 16:19

*तमिलनाडु के सलेम में पीएम मोदी ने भरी हुंकार, बोले-विकसित तमिलनाडु के लिए हमें 400 पार की जरूरत*

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Mar 16 2024, 14:56

*मशहूर गायिका अनुराधा पौडवाल ने की सियासी सफर की शुरूआत, चुनाव से ठीक पहले भाजपा में हुईं शामिल*

#singer_anuradha_paudwal_join_bjp

इस वक्‍त पूरे देश का माहौल चुनावमय है।बीजेपी समेत तमाम दल इस वक्त चुनावी मोड में आ चुके हैं। प्रत्याशियों के नामों पर मंथन से लेकर घोषणापत्रों को लेकर माथापच्ची जारी है। इस बीच बीजेपी लगातार मजबूत होती दिख रही है। अब लोकसभा चुनाव से पहले मशहूर सिंगर अनुराधा पौंडवाल शनिवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं हैं।दिल्ली में पार्टी के सीनियर लीडरों की मौजूदगी के बीच उन्होंने बीजेपी का दामन थामा।

भाजपा में शामिल होने के मौके पर अनुराधा पौडवाल ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि मैं उस सरकार में शामिल हो रही हूं, जिसका सनातन धर्म से गहरा नाता है। यह मेरा सौभाग्‍य है कि मैं आज बीजेपी में शामिल हो रही हूं।

अनुराधा पौडवाल 90 के दशक की हिट गायिका हैं। अनुराधा अपने भक्ति गीतों के कारण काफी मशहूर हैं और उनकी लोकप्रियता एक समय में चरम पर थी। भक्ति और फिल्‍मी गीतों की वजह से अनुराधा पौडवाल घर-घर में जानी और पहचानी जाती हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव-2024 में वह पार्टी के लिए स्‍टार प्रचारक साबित हो सकती हैं। राजनीतिक पार्टियां स्‍टार प्राचरकों की भूमिका को अच्‍छी तरह से समझती हैं। एजेंडे को मतदाताओं तक पहुंचाने में राजनीतिक दलों की भूमिका बेहद अहम होती है।