मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मेधा डेयरी प्लांट में मिल्क पाउडर प्लांट की आधारशिला रखी

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को रांची के होटवार में मेधा डेयरी प्लांट में राज्य के पहले मिल्क पाउडर प्लांट की आधारशिला रखी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री के संबोधन की मुख्य बातें:

- किसानों की आयद बढ़ाने के लिए सरकार की योजनाएं: मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।

- व्यवसायिक खेती का महत्व: मुख्यमंत्री ने व्यवसायिक खेती के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे।

- पर्यावरण और कृषि: मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि ही एक ऐसा सेक्टर है जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है।

मिल्क पाउडर प्लांट की विशेषताएं:

- 80 करोड़ की लागत: मेधा डेयरी प्लांट में बनने वाले मिल्क पाउडर प्लांट की लागत 80 करोड़ रुपये है।

- 20 मीट्रिक टन क्षमता: इस प्लांट की क्षमता प्रतिदिन 20 मीट्रिक टन मिल्क पाउडर का उत्पादन करने की है।

- आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम: मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्लांट के बनने से राज्य दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा और निर्यात करने में भी सक्षम होगा।

किसानों के लिए सरकार की पहल:

- धान और दूध की सरकारी खरीद: सरकार धान और दूध की सरकारी खरीद कर रही है, जिससे किसानों को अपनी उपज का सही मूल्य मिल सके।

- पशुपालन बीमा: सरकार पशुपालकों को बीमा युक्त पशुधन दे रही है, जिससे उन्हें किसी तरह का आर्थिक नुकसान न हो।

- दुग्ध संग्रहण केंद्र: सरकार दुग्ध संग्रहण केंद्र बढ़ाने की योजना बना रही है, जिससे किसानों और पशुपालकों को दूध के लिए बाजार उपलब्ध हो सके और उन्हें उचित कीमत मिल सके।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने MS धोनी का जिक्र कर किसानों को दी स्वावलंबन की प्रेरणा


मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि किसान का खेतीबाड़ी के माध्यम से जीवन यापन होता है। देश की अर्थ व्यवस्था में भी किसानों की भूमिका है। देश के एक नेता ने एक नारा दिया था जय जवान जय किसान। यह कितना ताकतवर नारा है, अगर सही मायने में हम इसको समझ पाएं। इससे अच्छा आज की दुनिया में और कुछ नहीं है। खेती और पशुपालन मानव जीवन की एक ऐसी व्यवस्था है, इसमें कोई नुकसान नहीं है। सिर्फ फायदा ही फायदा है। बहुत सारे उद्योग धंधे चल रहे हैं। इनसे कोई न कोई नुकसान जरूर नहीं है। पर्यावरण को नुकसान होता है, हमें भी परेशानी होती है, लेकिन खेती से न तो पर्यावरण को और न ही मनुष्यों को नुकसान होता है।

सीएम हेमंत सोरेन शुक्रवार को होटवार के टाना भगत स्टेडियम में मेधा पाउडर प्लांट का शिलान्यास करने के बाद किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूरे देश में लोग व्यक्तिगत रूप से खेती कर उसे व्यवसाय के रूप में भी आगे बढ़ा रहे हैं। हमारे राज्य के क्रिकेटर एमएस धोनी भी खेतीबाड़ी करते हैं और उनके खेत का उत्पाद विदेशों में भी बेचा जाता है।

उन्होंने कहा कि जब क्रिकेट खेलने वाले एक व्यस्त व्यक्ति खेतीबाड़ी कर सकते हैं, तो हम क्यूं नहीं?। हम तो 24 घंटे खेत-खलिहान में ही रहते हैं। मेहनत से किया हुआ काम हमेशा अच्छा फल देता है, इसलिए किसान सरकार की योजनाओं का लाभ लेते हुए स्वावलंबी बने।

सीएम ने कहा अब गांव-देहात में कमजोर बच्चे पैदा होने को मजबूर होते हैं, महिलाओं में खून की कमी होती है, लेकिन पहले ऐसा नहीं होता था। पहले हमारे गांव में पशुपालन व्यवस्था समृद्ध रहती थी। अगर पशुधन घर में रहे, तो परिवार का कोई सदस्य कमजोर नहीं रह सकता है। वर्तमान में महंगाई तेजी से बढ़ रही है, लेकिन किसानों की आय नहीं बढ़ रही है। किसानों को हतोत्साहित होने की आवश्यकता नहीं है। सरकार किसानों के साथ खड़ी है। आय का स्रोत बढाने के लिए विभाग प्रयासरत है और कई योजनाएं बना रहे हैं, ताकि किसान स्वावलंबी हो सकें। किसानों का धान और दूध सरकार खरीदती है।

पशुओं का हो रहा बीमा

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि पहले पशुओं का वितरण काम चलाऊ था। जानवर वितरण का कोई लेखाजोखा नहीं था। लेकिन अब सरकार किसानों को मुर्गी, बकरी, गाय, सुअर का बीमा करा रही है, क्योंकि जानवरों को बीमारी होती है और उसकी मौत हो जाती है।ऐसी घटना होने पर किसानों की लागत बैंक से वापस दिया जाएगा, ताकि फिर से पशुपालन किया जा सके। राज्य में प्रखंडों में दूध संग्रहण का कार्य हो रहा है। दूध संग्रहण सेंटर को पंचायत स्तर पर पहुंचाया जाएगा।

अलग राज्यों से मिलावटी पनीर और खोआ बेचा जा रहा है और लोगों की जान खतरे में डाला जा रहा है। हम अपने राज्य में इसका उत्पादन बढ़ा लें, तो हमें मिलावट दही, दूध और पनीर खाने की क्या आवश्यकता होगी। अंडा, मछली और मीट को लेकर हम दूसरे राज्यों निर्भर रहते थे। लेकिन अगले पांच साल में इन सभी क्षेत्रों में राज्य आत्मनिर्भर हो जाएगा।

दूध संग्रहण केंद्रों की संख्या बढ़ानी होगी: कृषि मंत्री

कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि 80 करोड़ की लागत से प्रति दिन 20 मीट्रिक टन क्षमता वाले इस प्लांट से दूध के अतिरिक्त संग्रहण को मिल्क पाउडर बनाने में मदद मिलेगी। अबतक अतिरिक्त दूध को मिल्क पाउडर में बदलने के लिए असम- छत्तीसगढ़ जैसे राज्य पर निर्भर रहना पड़ता था। लेकिन होटवार स्थित मेधा प्लांट परिसर में ही दूध को मिल्क पाउडर में आसानी से बदला जाएगा।

मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि अभी मेधा ढाई लाख लीटर प्रतिदिन दूध कर रहा है। झारखंड में प्रतिदिन करीब 60 लाख लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य में दूध संग्रहण केंद्र की संख्या बढानी होगी। राज्य में 32 हजार गांव है जबकि दूध संग्रहण केंद्र की संख्या 12 सौ है। बिचौलिया गांव में पशुपालकों से मनमाने दर पर दूध का उठाव करते है।

पशुपालकों को सरकार प्रति लीटर पांच रुपये प्रोत्साहन राशि दे रही है, ताकि उनकी मेहनत का अधिक से अधिक पैसा उनकी जेब में जा सके। इस दौरान कई पशुपालकों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान भी मंच से किया गया। इस दौरान कृषि सचिव अबु बक्कर सिद्दीख, एनडीडीबी के चेयरमैन डॉ. मीनेश शाह, जेएमएफ के एमडी जयदेव विश्वास, विशेष सचिव प्रदीप हजारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

*ग्रामीणों ने ली प्लास्टिक का प्रयोग न करने की शपथ*

गोंडा, 6 जून । – “अगर भविष्य को बचाना है, तो आज ही प्लास्टिक को अलविदा कहना होगा।” इसी विचार को केंद्र में रखते हुए एलएंडटी कंस्ट्रक्शन टीम ने विश्व पर्यावरण दिवस पर गोंडा के नकहा बसंत ग्राम पंचायत में जल जीवन मिशन के तहत एक प्रभावशाली “Say No to Plastic” अभियान चलाया। यह सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि एक आंदोलन था – प्लास्टिक के विरुद्ध और प्रकृति के समर्थन में।

पंप हाउस परिसर में आयोजित इस जागरूकता कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्थानीय श्रमिकों व ग्रामीणों को प्लास्टिक के घातक प्रभावों के प्रति जागरूक करना और उन्हें स्थायी, पुनः उपयोग योग्य विकल्प अपनाने के लिए प्रेरित करना था। सभा में स्पष्ट रूप से बताया गया कि प्लास्टिक केवल एक बार उपयोग होकर वर्षों तक मिट्टी, जल और जीवन को दूषित करता है।

श्री नागेंद्र यादव (प्रबंधक – औद्योगिक संबंध) और श्री सुनील कुमार टी.सी. (परियोजना निदेशक) के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागियों को बताया गया कि प्लास्टिक से बनी वस्तुएँ — जैसे टिफिन बॉक्स, बोतलें और बैग — हमारे दैनिक जीवन में सुविधा तो देती हैं, लेकिन उनकी कीमत हमारी आने वाली पीढ़ियाँ चुकाती हैं।

श्री मनोज कुमार, श्री रंजन नायक, श्री सुरेश हलधर, श्री हरीश, अंकित, रूपेश, अनिल मिश्रा, और सौरभ ने मिलकर इस अभियान को ज़मीन पर उतारा। कार्यक्रम की शुरुआत "प्लास्टिक मुक्त जीवन" की शपथ के साथ हुई और समापन वृक्षारोपण द्वारा — यह दर्शाने के लिए कि समाधान केवल नकारात्मकता से नहीं, सकारात्मक प्रयासों से आता है।

कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि प्लास्टिक के कचरे से केवल पर्यावरण नहीं, बल्कि जल स्रोत, पशु-पक्षी और मानव स्वास्थ्य भी गंभीर रूप से प्रभावित होते हैं।

एलएंडटी ने यह स्पष्ट किया कि विकास की परिभाषा अब केवल संरचनाओं तक सीमित नहीं, बल्कि वह प्रकृति के साथ सामंजस्य में निहित है। “Say No to Plastic” जैसे अभियान न केवल पर्यावरणीय चेतना का प्रसार करते हैं, बल्कि सामुदायिक सहभागिता को भी एक नई दिशा देते हैं

पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए हम सभी को संवेदनशील रहने की है जरूरत: मण्डलायुक्त

उपेंद्र कुमार पांडे

आज़मगढ़::: मण्डलायुक्त विवेक ने विश्व पर्यावरण दिवस एवं गंगा दशहरा के पावन अवसर पर वृहस्पतिवार को ‘एक पेड़ मॉं के नाम’ आह्वान के तहत अपने कार्यालय परिसर में आम का पेड़ लगाकर अधिक से अधिक वृक्षारोपण के माध्यम से पर्यावरण की शुद्धता बनाये रखने का सन्देश दिया। मण्डलायुक्त ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण अधिक गर्मी, असामान्य वर्षा एवं शीत ऋतु के संकुचन के दुष्प्रभावों से बचने के लिए जन-जन को मिलकर अधिक से अधिक पेड़ लगाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दूषित वातावरण के कारण विभिन्न प्रकार की बीमारियॉं जन्म लेती हैं, जो एक स्वस्थ समाज की स्थापना में बाधक है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए हम सभी को संवेदनशील रहने की जरूरत है। मण्डलायुक्त विवेक ने कहा कि वृक्षारोपण के साथ साथ वृक्षों का संरक्षण और संवर्धन भी अत्यन्त जरूरी है। उन्होंने आम जन से अधिकाधिक वृक्षारोपण कर धरती को हराभरा बनाने और शुद्ध वातावरण की संरचना में तथा प्लास्टिक प्रदूषण उन्मूलन में अपना पूर्ण सहयोग देने का आहवान किया। इस मौके पर अपर आयुक्त-प्रशासन शमशाद हुसैन द्वारा भी आयुक्त कार्यालय परिसर में आम का वृक्ष लगाया गया।

इस अवसर पर डीएफओ जीडी मिश्रा, एसडीओ नवीन वर्मा, प्रशासनिक अधिकारी अरुण कुमार त्रिपाठी व राजेश यादव, क्षेत्रीय वनाधिकारी ततहीर अहमद, डिप्टी रेंजर लक्ष्ती शंकर, जितेन्द्र त्रिपाठी, अभय सिंह सहित आयुक्त कार्यालय के सभी कर्मचारी उपस्थित थे।

आजमगढ़ में भाजपा कार्यशाला में मोदी सरकार की 11 वर्षों को उपलब्धियां पर हुई विस्तृत चर्चा

उपेन्द्र कुमार

आजमगढ़:: भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष आजमगढ़ सदर ध्रुव सिंह की अध्यक्षता में आगामी कार्यक्रमों को लेकर जिला कार्यशाला संपन्न हुई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला प्रभारी अशोक सिंह मौजूद रहे।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला प्रभारी अशोक सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के 11 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं मोदी सरकार के गौरवशाली कार्य दिवसों में उनकी उपलब्धियां की चर्चा को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए 9 जून से 21 जून तक प्रदेश व्यापी अभियान आरंभ किया गया है यह अभियान विकसित भारत का अमृत काल एवं सेवा सुशासन और गरीब कल्याण के 11 वर्ष पर केंद्रित रहेगा। इस अभियान का आरंभ राष्ट्रीय स्तर पर 8 जून को राष्ट्रीय अध्यक्ष जी एवं केंद्रीय मंत्रियों द्वारा प्रेस वार्ता के माध्यम से की जाएगी। प्रदेश स्तर पर 9 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रेस वार्ता की जाएगी और जिला केद्रो पर 10 से 11 जून को प्रेस वार्ता का आयोजन किया जाएगा। आजमगढ़ जिले में 11 जून को जिला कार्यालय पर प्रेस वार्ता कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया जाएगा। 11 जून को जिला केंद्र पर केंद्र सरकार की 11 वर्षों की उपलब्धियां पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया जाएगा। मंडल स्तर पर 12 से 14 जून तक विकसित भारत संकल्प सभा का आयोजन किया जाएगा। 21 जून विश्व योग दिवस पर सभी मंडलों में योग शिविर का आयोजन होगा ।15 से 17 के बीच सभी शक्ति केदो पर चौपाल कार्यक्रम किया जाएगा। चौपाल कार्यक्रम में केंद्र सरकार की 11 वर्ष की उपलब्धियां की चर्चा करना ।आयुष्मान योजना में 100% 70 प्लस वर्ष के वरिष्ठ नागरिकों का पंजीकरण कराना आयुष्मान कार्ड वितरण करना उपस्थित लोगों को विकसित भारत का संकल्प दिलाना जैसे काम किया जाएगा।

इस अवसर पर जयनाथ सिंह, वंदना सिंह ,अरविन्द जायसवाल सतेन्द्र राय,राम दर्शन यादव ऋषिकेश दूबे, जशवंत सिंह, तीजा राम, राम पाल सिंह डा श्याम नारायण सिंह, सचिदानंद,पवन सिंह मुन्ना, हरिवंश मिश्रा, अवनीश मिश्रा, नन्हकूराम सरोज, पूनम सिंह, विभा बर्नवाल विवेक निषाद अरूण सिंह, इन्द्रेश चौहान, स्माइल फारुकी, बाबूराम चौहान मृगांक शेखर सिन्हा प्रेम भूषण, संदीप सिंह, अरविंद प्राप्ती, राम नरेश चौहान, उमेश गोंड, पंकज कौशिक, ब्रजेश यादव, प्रमोद अशोक मौर्या, राकेश सिंह , सुजीत सिंह ,अभिनव श्रीवास्तव शोभित श्रीवास्तव हर्ष श्रीवास्तव, पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

*6.75 लाख का गांजा जब्त: औराई में चेकिंग के दौरान तस्कर गिरफ्तार,स्कूटी खरीदने के लिए करता था तस्करी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही में पुलिस ने अंतर्जनपदीय गांजा तस्करी के एक बड़े मामले का खुलासा किया है। औराई थाना पुलिस ने चेकिंग के दौरान सहसेपुर गांव के पास से एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 26 किलो 855 ग्राम गांजा बरामद हुआ है। बरामद गांजे की कीमत 6 लाख 75 हजार रुपये आंकी गई है। अपर पुलिस अधीक्षक शुभम अग्रवाल ने पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह सहसेपुर निवासी सुरेश यादव से गांजा लेता था। सुरेश कपड़े की दुकान की आड़ में गांजे का थोक व्यापार करता है। आरोपी ने बताया कि वह अपने ग्राहकों को गांजा सप्लाई करता था। इस धंधे से मिले पैसों से उसने स्कूटी खरीदी थी। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।

सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, 2 इनामी समेत 7 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

दंतेवाड़ा-  छत्तीसगढ़ में जवानों के आक्रमक एंटी नक्सल ऑपरेशन का असर साफ नजर आ रहा है. नक्सली अब घुटने टेकने को मजबूर हो चुके हैं. दंतेवाड़ा में शुक्रवार को सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. 2 इनामी समेत 7 नक्सलियों ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. इनमें से 2 पर कुल 1 लाख का इनाम घोषित था.

समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प लेते हुए लोन वर्रा टू के तहत नकस्ल दन्तेवाड़ा डिप्टी आईजी, एसपी गौरव राय समेत कई वरिष्ठ अधिकारी के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. सरेंडर करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. इसके साथ ही सरकार से स्किल डेवलपमेंट के लिए प्रशिक्षण, कृषि भूमि जैसे अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी. 

इन नक्सलियों ने किया सरेंडर 

आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में जुगलू उर्फ सुंडुम कोवासी (50 हजार का इनामी), दशा उर्फ बुरकू पोड़ियाम ;(50 हजार का इनामी), भोजा राम माड़वी, लखमा उर्फ सुती उर्फ लखन मरकाम, रातू उर्फ ओठे कोवासी, सुखराम पोड़ियाम, पण्डरू राम पोड़ियाम शामिल है. 1 बोदली आरपीसी, 1 उतला आरपीसी, 2 पोमरा आरपीसी, 1 बेचापाल आरपीसी, 1 डुंगा आरपीसी और 1 नक्सली पल्लेवाया आरपीसी में सक्रिय थे. आत्मसमर्पित सभी माओवादी अपने-अपने क्षेत्र में नक्सली बंद सप्ताह के दौरान रोड खोदना, पेड़ काटना, नक्सली बैनर, पोस्टर एवं पाम्प्लेट लगाने जैसी घटनाओं में शामिल रहे.

आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में जुगलू उर्फ सुंडुम कोवासी (50 हजार का इनामी), दशा उर्फ बुरकू पोड़ियाम (50 हजार का इनामी), भोजा राम माड़वी, लखमा उर्फ सुती उर्फ लखन मरकाम, रातू उर्फ ओठे कोवासी, सुखराम पोड़ियाम और पण्डरू राम पोड़ियाम शामिल हैं. ये नक्सली अलग-अलग आरपीसी क्षेत्रों में सक्रिय थे, 1 बोदली आरपीसी, 1 उतला आरपीसी, 2 पोमरा आरपीसी, 1 बेचापाल आरपीसी, 1 डुंगा आरपीसी और 1 नक्सली पल्लेवाया आरपीसी. आत्मसमर्पित सभी माओवादी अपने-अपने क्षेत्रों में नक्सली बंद सप्ताह के दौरान सड़क खोदना, पेड़ काटना, नक्सली बैनर, पोस्टर और पाम्पलेट लगाने जैसी गतिविधियों में सक्रिय थे.

राशन दुकानों में खराब चावल की हो रही आपूर्ति, संचालक लौटाने को मजबूर

बलरामपुर- एक तरफ छत्तीसगढ़ सरकार गरीबों को कोई तकलीफ न हो, इसके लिए ‘चावल उत्सव’ में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए लोगों को तीन-तीन महीने का राशन एकमुश्त दे रही है।

दरअसल, बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर के शासकीय उचित मूल्य दुकानों से काफी खराब क्वालिटी के चावल की सप्लाई की जा रही है, जिसकी वजह से दुकान संचालक ट्रकों से भर चावल आए चावल को लौटा रहे हैं. संचालक इसलिए चावल लौटा रहे हैं, क्योंकि खराब क्वालिटी के चावल को हितग्राही लेने से मना कर रहे हैं. ऐसा ही मामला वाड्रफनगर के प्रेमनगर स्थित वेयर हाऊस में देखने को मिला जहां, जौराही राशन दुकान से एक ट्रक चावल वापस भेजी गई है.

वहीं राइस मिलर्स अपनी गलती न मानकर सही ढंग से रखरखाव नहीं करने की बात कह रहे हैं, जबकि चावल भंडारण से लेकर सप्लाई तक के लिए शासन लाखों-करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, जिससे लोगों को पोषण युक्त राशन प्रदान किया जा सके. इस वाकये से वाकिफ होने के बाद भी जिले के नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी भी सुस्त नजर आ रहे हैं. कार्रवाई करना तो दूर वे लोगों के फोन को भी उठाना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं.

ज्ञात होगी पूर्व में भी वाड्रफनगर के प्रेमनगर स्थित वेयर हाऊस में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिस पर राज्य शासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नागरिक आपूर्ति निगम के डीएम को निलंबित भी किया था. बावजूद इसके ऐसी घटनाएं पुनः दोहराई जा रही है.

अधिकारी ने जांच का दिया आश्वासन

इस मामले में नागरिक आपूर्ति निगम के जिला अधिकारी दिनेश ओझा ने बताया कि खराब चावल की सूचना प्राप्त हुई है. हम टीम भेजकर इसकी जांच कराएंगे, और संबंधित राइस मिलर को चावल वापस कर पुनः साफ चावल उपलब्ध कराया जाएगा. अधिकारी के जवाब के बाद बड़ा सवाल यह है कि विभाग में क्वालिटी जांच के लिए अधिकारियों की नियुक्ति की गई है, इसके बावजूद खराब चावलों को क्यों रिसीव किया गया.

भारत रत्न अटल बिहारी की प्रतिमा का अपमान, असामाजिक तत्वों ने पहनाई जूतों की माला

खैरागढ़- जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत अवेली में गुरुवार सुबह ऐसा नज़ारा देखने को मिला, जिसने हर ग्रामीण का सिर शर्म से झुका दिया. गांव के हृदयस्थल अटल चौक पर स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा को किसी ने जूतों की माला पहना दी थी.

सुबह जब ग्रामीण रोज की तरह चौक से गुजर रहे थे, तो यह दृश्य देख कर स्तब्ध रह गए. कुछ ही देर में पूरा गांव वहां जुट गया और आक्रोश की लहर दौड़ गई. सूचना मिलते ही जालबांधा पुलिस मौके पर पहुंची और ग्राम कोतवाल की मदद से प्रतिमा से माला हटाई गई. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है.

बिजली गुल कर अंधेरे में रची गई साजिश?

ग्रामीणों के अनुसार, अटल चौक के पास दो दिवसीय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था, जिसका समापन बुधवार रात करीब 2 बजे हुआ. इसके बाद सभी लोग अपने-अपने घर लौट गए. दिलचस्प बात यह है कि करीब 4 बजे के आसपास चौक की सभी लाइटें बंद हो गईं, जबकि बिजली विभाग का कहना है कि उन्होंने सप्लाई बंद नहीं की थी. इससे यह आशंका गहराती है कि घटना को अंधेरे का फायदा उठाकर अंजाम दिया गया.

जल्द कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी

ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच और भाजपा नेता डोरेलाल साहू ने घटना को बेहद शर्मनाक बताते हुए कहा कि उन्होंने मामले की जानकारी वरिष्ठ भाजपा नेताओं को दे दी है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर दोषियों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया, तो ग्रामीणों के साथ मिलकर भाजपा कार्यकर्ता उग्र आंदोलन करेंगे.

गांव में तनाव के बीच छानबीन में जुटी पुलिस

फिलहाल, गांव में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. लोग इस बात से दुखी हैं कि अटल बिहारी जैसे व्यक्ति की प्रतिमा को भी कुछ शरारती तत्व नहीं बख्श रहे. सभी की एक ही मांग है—दोषी जल्द से जल्द सलाखों के पीछे हों. पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है.

मिट्स हेल्थकेयर के संस्थापक एम.के. भाटिया ने कालाअम्ब में फार्मा मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर्स से की हुई महत्वपूर्ण बैठक

आशीष कुमार 

मुजफ्फरनगर/कालाअम्ब /पंचकुला — हेल्थकेयर सेक्टर में उल्लेखनीय पहचान बना चुकी मिट्स हेल्थकेयर के संस्थापक और निदेशक एम.के. भाटिया ने अपनी पर्चेस टीम के साथ कालाअम्ब स्थित अपने प्रमुख फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर्स से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने निर्माण इकाइयों का दौरा किया और सप्लायर प्रतिनिधियों के साथ बैठकों में हिस्सा लिया।

बैठकों में मुख्य रूप से उत्पाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करने, सप्लाई चेन को और अधिक सशक्त बनाने तथा भविष्य की साझेदार रणनीतियों पर विशेष चर्चा हुई। भाटिया ने गुणवत्ता मानकों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात दोहराई और आपसी सहयोग से ग्राहक-केंद्रित नवाचारों को बढ़ावा देने का संकल्प लिया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा, “मिट्स हेल्थकेयर की सफलता का आधार हमारी मजबूत सप्लाई चेन और गुणवत्ता के प्रति हमारी अडिग प्रतिबद्धता है। हमारे निर्माण साझेदार हमारे विस्तार का अभिन्न हिस्सा हैं, और यह संवाद भविष्य में हमारी संयुक्त सफलता की नींव रखता है।”

इस दौरे को इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स द्वारा अत्यंत सकारात्मक और दूरदर्शी कदम माना जा रहा है, जो मिट्स हेल्थकेयर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक सिद्ध होगा।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मेधा डेयरी प्लांट में मिल्क पाउडर प्लांट की आधारशिला रखी

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को रांची के होटवार में मेधा डेयरी प्लांट में राज्य के पहले मिल्क पाउडर प्लांट की आधारशिला रखी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री के संबोधन की मुख्य बातें:

- किसानों की आयद बढ़ाने के लिए सरकार की योजनाएं: मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।

- व्यवसायिक खेती का महत्व: मुख्यमंत्री ने व्यवसायिक खेती के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे।

- पर्यावरण और कृषि: मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि ही एक ऐसा सेक्टर है जिससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है।

मिल्क पाउडर प्लांट की विशेषताएं:

- 80 करोड़ की लागत: मेधा डेयरी प्लांट में बनने वाले मिल्क पाउडर प्लांट की लागत 80 करोड़ रुपये है।

- 20 मीट्रिक टन क्षमता: इस प्लांट की क्षमता प्रतिदिन 20 मीट्रिक टन मिल्क पाउडर का उत्पादन करने की है।

- आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम: मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्लांट के बनने से राज्य दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा और निर्यात करने में भी सक्षम होगा।

किसानों के लिए सरकार की पहल:

- धान और दूध की सरकारी खरीद: सरकार धान और दूध की सरकारी खरीद कर रही है, जिससे किसानों को अपनी उपज का सही मूल्य मिल सके।

- पशुपालन बीमा: सरकार पशुपालकों को बीमा युक्त पशुधन दे रही है, जिससे उन्हें किसी तरह का आर्थिक नुकसान न हो।

- दुग्ध संग्रहण केंद्र: सरकार दुग्ध संग्रहण केंद्र बढ़ाने की योजना बना रही है, जिससे किसानों और पशुपालकों को दूध के लिए बाजार उपलब्ध हो सके और उन्हें उचित कीमत मिल सके।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने MS धोनी का जिक्र कर किसानों को दी स्वावलंबन की प्रेरणा


मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि किसान का खेतीबाड़ी के माध्यम से जीवन यापन होता है। देश की अर्थ व्यवस्था में भी किसानों की भूमिका है। देश के एक नेता ने एक नारा दिया था जय जवान जय किसान। यह कितना ताकतवर नारा है, अगर सही मायने में हम इसको समझ पाएं। इससे अच्छा आज की दुनिया में और कुछ नहीं है। खेती और पशुपालन मानव जीवन की एक ऐसी व्यवस्था है, इसमें कोई नुकसान नहीं है। सिर्फ फायदा ही फायदा है। बहुत सारे उद्योग धंधे चल रहे हैं। इनसे कोई न कोई नुकसान जरूर नहीं है। पर्यावरण को नुकसान होता है, हमें भी परेशानी होती है, लेकिन खेती से न तो पर्यावरण को और न ही मनुष्यों को नुकसान होता है।

सीएम हेमंत सोरेन शुक्रवार को होटवार के टाना भगत स्टेडियम में मेधा पाउडर प्लांट का शिलान्यास करने के बाद किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूरे देश में लोग व्यक्तिगत रूप से खेती कर उसे व्यवसाय के रूप में भी आगे बढ़ा रहे हैं। हमारे राज्य के क्रिकेटर एमएस धोनी भी खेतीबाड़ी करते हैं और उनके खेत का उत्पाद विदेशों में भी बेचा जाता है।

उन्होंने कहा कि जब क्रिकेट खेलने वाले एक व्यस्त व्यक्ति खेतीबाड़ी कर सकते हैं, तो हम क्यूं नहीं?। हम तो 24 घंटे खेत-खलिहान में ही रहते हैं। मेहनत से किया हुआ काम हमेशा अच्छा फल देता है, इसलिए किसान सरकार की योजनाओं का लाभ लेते हुए स्वावलंबी बने।

सीएम ने कहा अब गांव-देहात में कमजोर बच्चे पैदा होने को मजबूर होते हैं, महिलाओं में खून की कमी होती है, लेकिन पहले ऐसा नहीं होता था। पहले हमारे गांव में पशुपालन व्यवस्था समृद्ध रहती थी। अगर पशुधन घर में रहे, तो परिवार का कोई सदस्य कमजोर नहीं रह सकता है। वर्तमान में महंगाई तेजी से बढ़ रही है, लेकिन किसानों की आय नहीं बढ़ रही है। किसानों को हतोत्साहित होने की आवश्यकता नहीं है। सरकार किसानों के साथ खड़ी है। आय का स्रोत बढाने के लिए विभाग प्रयासरत है और कई योजनाएं बना रहे हैं, ताकि किसान स्वावलंबी हो सकें। किसानों का धान और दूध सरकार खरीदती है।

पशुओं का हो रहा बीमा

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि पहले पशुओं का वितरण काम चलाऊ था। जानवर वितरण का कोई लेखाजोखा नहीं था। लेकिन अब सरकार किसानों को मुर्गी, बकरी, गाय, सुअर का बीमा करा रही है, क्योंकि जानवरों को बीमारी होती है और उसकी मौत हो जाती है।ऐसी घटना होने पर किसानों की लागत बैंक से वापस दिया जाएगा, ताकि फिर से पशुपालन किया जा सके। राज्य में प्रखंडों में दूध संग्रहण का कार्य हो रहा है। दूध संग्रहण सेंटर को पंचायत स्तर पर पहुंचाया जाएगा।

अलग राज्यों से मिलावटी पनीर और खोआ बेचा जा रहा है और लोगों की जान खतरे में डाला जा रहा है। हम अपने राज्य में इसका उत्पादन बढ़ा लें, तो हमें मिलावट दही, दूध और पनीर खाने की क्या आवश्यकता होगी। अंडा, मछली और मीट को लेकर हम दूसरे राज्यों निर्भर रहते थे। लेकिन अगले पांच साल में इन सभी क्षेत्रों में राज्य आत्मनिर्भर हो जाएगा।

दूध संग्रहण केंद्रों की संख्या बढ़ानी होगी: कृषि मंत्री

कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि 80 करोड़ की लागत से प्रति दिन 20 मीट्रिक टन क्षमता वाले इस प्लांट से दूध के अतिरिक्त संग्रहण को मिल्क पाउडर बनाने में मदद मिलेगी। अबतक अतिरिक्त दूध को मिल्क पाउडर में बदलने के लिए असम- छत्तीसगढ़ जैसे राज्य पर निर्भर रहना पड़ता था। लेकिन होटवार स्थित मेधा प्लांट परिसर में ही दूध को मिल्क पाउडर में आसानी से बदला जाएगा।

मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि अभी मेधा ढाई लाख लीटर प्रतिदिन दूध कर रहा है। झारखंड में प्रतिदिन करीब 60 लाख लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य में दूध संग्रहण केंद्र की संख्या बढानी होगी। राज्य में 32 हजार गांव है जबकि दूध संग्रहण केंद्र की संख्या 12 सौ है। बिचौलिया गांव में पशुपालकों से मनमाने दर पर दूध का उठाव करते है।

पशुपालकों को सरकार प्रति लीटर पांच रुपये प्रोत्साहन राशि दे रही है, ताकि उनकी मेहनत का अधिक से अधिक पैसा उनकी जेब में जा सके। इस दौरान कई पशुपालकों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान भी मंच से किया गया। इस दौरान कृषि सचिव अबु बक्कर सिद्दीख, एनडीडीबी के चेयरमैन डॉ. मीनेश शाह, जेएमएफ के एमडी जयदेव विश्वास, विशेष सचिव प्रदीप हजारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

*ग्रामीणों ने ली प्लास्टिक का प्रयोग न करने की शपथ*

गोंडा, 6 जून । – “अगर भविष्य को बचाना है, तो आज ही प्लास्टिक को अलविदा कहना होगा।” इसी विचार को केंद्र में रखते हुए एलएंडटी कंस्ट्रक्शन टीम ने विश्व पर्यावरण दिवस पर गोंडा के नकहा बसंत ग्राम पंचायत में जल जीवन मिशन के तहत एक प्रभावशाली “Say No to Plastic” अभियान चलाया। यह सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि एक आंदोलन था – प्लास्टिक के विरुद्ध और प्रकृति के समर्थन में।

पंप हाउस परिसर में आयोजित इस जागरूकता कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्थानीय श्रमिकों व ग्रामीणों को प्लास्टिक के घातक प्रभावों के प्रति जागरूक करना और उन्हें स्थायी, पुनः उपयोग योग्य विकल्प अपनाने के लिए प्रेरित करना था। सभा में स्पष्ट रूप से बताया गया कि प्लास्टिक केवल एक बार उपयोग होकर वर्षों तक मिट्टी, जल और जीवन को दूषित करता है।

श्री नागेंद्र यादव (प्रबंधक – औद्योगिक संबंध) और श्री सुनील कुमार टी.सी. (परियोजना निदेशक) के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागियों को बताया गया कि प्लास्टिक से बनी वस्तुएँ — जैसे टिफिन बॉक्स, बोतलें और बैग — हमारे दैनिक जीवन में सुविधा तो देती हैं, लेकिन उनकी कीमत हमारी आने वाली पीढ़ियाँ चुकाती हैं।

श्री मनोज कुमार, श्री रंजन नायक, श्री सुरेश हलधर, श्री हरीश, अंकित, रूपेश, अनिल मिश्रा, और सौरभ ने मिलकर इस अभियान को ज़मीन पर उतारा। कार्यक्रम की शुरुआत "प्लास्टिक मुक्त जीवन" की शपथ के साथ हुई और समापन वृक्षारोपण द्वारा — यह दर्शाने के लिए कि समाधान केवल नकारात्मकता से नहीं, सकारात्मक प्रयासों से आता है।

कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि प्लास्टिक के कचरे से केवल पर्यावरण नहीं, बल्कि जल स्रोत, पशु-पक्षी और मानव स्वास्थ्य भी गंभीर रूप से प्रभावित होते हैं।

एलएंडटी ने यह स्पष्ट किया कि विकास की परिभाषा अब केवल संरचनाओं तक सीमित नहीं, बल्कि वह प्रकृति के साथ सामंजस्य में निहित है। “Say No to Plastic” जैसे अभियान न केवल पर्यावरणीय चेतना का प्रसार करते हैं, बल्कि सामुदायिक सहभागिता को भी एक नई दिशा देते हैं

पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए हम सभी को संवेदनशील रहने की है जरूरत: मण्डलायुक्त

उपेंद्र कुमार पांडे

आज़मगढ़::: मण्डलायुक्त विवेक ने विश्व पर्यावरण दिवस एवं गंगा दशहरा के पावन अवसर पर वृहस्पतिवार को ‘एक पेड़ मॉं के नाम’ आह्वान के तहत अपने कार्यालय परिसर में आम का पेड़ लगाकर अधिक से अधिक वृक्षारोपण के माध्यम से पर्यावरण की शुद्धता बनाये रखने का सन्देश दिया। मण्डलायुक्त ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण अधिक गर्मी, असामान्य वर्षा एवं शीत ऋतु के संकुचन के दुष्प्रभावों से बचने के लिए जन-जन को मिलकर अधिक से अधिक पेड़ लगाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दूषित वातावरण के कारण विभिन्न प्रकार की बीमारियॉं जन्म लेती हैं, जो एक स्वस्थ समाज की स्थापना में बाधक है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए हम सभी को संवेदनशील रहने की जरूरत है। मण्डलायुक्त विवेक ने कहा कि वृक्षारोपण के साथ साथ वृक्षों का संरक्षण और संवर्धन भी अत्यन्त जरूरी है। उन्होंने आम जन से अधिकाधिक वृक्षारोपण कर धरती को हराभरा बनाने और शुद्ध वातावरण की संरचना में तथा प्लास्टिक प्रदूषण उन्मूलन में अपना पूर्ण सहयोग देने का आहवान किया। इस मौके पर अपर आयुक्त-प्रशासन शमशाद हुसैन द्वारा भी आयुक्त कार्यालय परिसर में आम का वृक्ष लगाया गया।

इस अवसर पर डीएफओ जीडी मिश्रा, एसडीओ नवीन वर्मा, प्रशासनिक अधिकारी अरुण कुमार त्रिपाठी व राजेश यादव, क्षेत्रीय वनाधिकारी ततहीर अहमद, डिप्टी रेंजर लक्ष्ती शंकर, जितेन्द्र त्रिपाठी, अभय सिंह सहित आयुक्त कार्यालय के सभी कर्मचारी उपस्थित थे।

आजमगढ़ में भाजपा कार्यशाला में मोदी सरकार की 11 वर्षों को उपलब्धियां पर हुई विस्तृत चर्चा

उपेन्द्र कुमार

आजमगढ़:: भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष आजमगढ़ सदर ध्रुव सिंह की अध्यक्षता में आगामी कार्यक्रमों को लेकर जिला कार्यशाला संपन्न हुई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला प्रभारी अशोक सिंह मौजूद रहे।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला प्रभारी अशोक सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के 11 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं मोदी सरकार के गौरवशाली कार्य दिवसों में उनकी उपलब्धियां की चर्चा को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए 9 जून से 21 जून तक प्रदेश व्यापी अभियान आरंभ किया गया है यह अभियान विकसित भारत का अमृत काल एवं सेवा सुशासन और गरीब कल्याण के 11 वर्ष पर केंद्रित रहेगा। इस अभियान का आरंभ राष्ट्रीय स्तर पर 8 जून को राष्ट्रीय अध्यक्ष जी एवं केंद्रीय मंत्रियों द्वारा प्रेस वार्ता के माध्यम से की जाएगी। प्रदेश स्तर पर 9 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रेस वार्ता की जाएगी और जिला केद्रो पर 10 से 11 जून को प्रेस वार्ता का आयोजन किया जाएगा। आजमगढ़ जिले में 11 जून को जिला कार्यालय पर प्रेस वार्ता कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया जाएगा। 11 जून को जिला केंद्र पर केंद्र सरकार की 11 वर्षों की उपलब्धियां पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया जाएगा। मंडल स्तर पर 12 से 14 जून तक विकसित भारत संकल्प सभा का आयोजन किया जाएगा। 21 जून विश्व योग दिवस पर सभी मंडलों में योग शिविर का आयोजन होगा ।15 से 17 के बीच सभी शक्ति केदो पर चौपाल कार्यक्रम किया जाएगा। चौपाल कार्यक्रम में केंद्र सरकार की 11 वर्ष की उपलब्धियां की चर्चा करना ।आयुष्मान योजना में 100% 70 प्लस वर्ष के वरिष्ठ नागरिकों का पंजीकरण कराना आयुष्मान कार्ड वितरण करना उपस्थित लोगों को विकसित भारत का संकल्प दिलाना जैसे काम किया जाएगा।

इस अवसर पर जयनाथ सिंह, वंदना सिंह ,अरविन्द जायसवाल सतेन्द्र राय,राम दर्शन यादव ऋषिकेश दूबे, जशवंत सिंह, तीजा राम, राम पाल सिंह डा श्याम नारायण सिंह, सचिदानंद,पवन सिंह मुन्ना, हरिवंश मिश्रा, अवनीश मिश्रा, नन्हकूराम सरोज, पूनम सिंह, विभा बर्नवाल विवेक निषाद अरूण सिंह, इन्द्रेश चौहान, स्माइल फारुकी, बाबूराम चौहान मृगांक शेखर सिन्हा प्रेम भूषण, संदीप सिंह, अरविंद प्राप्ती, राम नरेश चौहान, उमेश गोंड, पंकज कौशिक, ब्रजेश यादव, प्रमोद अशोक मौर्या, राकेश सिंह , सुजीत सिंह ,अभिनव श्रीवास्तव शोभित श्रीवास्तव हर्ष श्रीवास्तव, पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

*6.75 लाख का गांजा जब्त: औराई में चेकिंग के दौरान तस्कर गिरफ्तार,स्कूटी खरीदने के लिए करता था तस्करी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही में पुलिस ने अंतर्जनपदीय गांजा तस्करी के एक बड़े मामले का खुलासा किया है। औराई थाना पुलिस ने चेकिंग के दौरान सहसेपुर गांव के पास से एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 26 किलो 855 ग्राम गांजा बरामद हुआ है। बरामद गांजे की कीमत 6 लाख 75 हजार रुपये आंकी गई है। अपर पुलिस अधीक्षक शुभम अग्रवाल ने पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह सहसेपुर निवासी सुरेश यादव से गांजा लेता था। सुरेश कपड़े की दुकान की आड़ में गांजे का थोक व्यापार करता है। आरोपी ने बताया कि वह अपने ग्राहकों को गांजा सप्लाई करता था। इस धंधे से मिले पैसों से उसने स्कूटी खरीदी थी। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।

सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, 2 इनामी समेत 7 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

दंतेवाड़ा-  छत्तीसगढ़ में जवानों के आक्रमक एंटी नक्सल ऑपरेशन का असर साफ नजर आ रहा है. नक्सली अब घुटने टेकने को मजबूर हो चुके हैं. दंतेवाड़ा में शुक्रवार को सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. 2 इनामी समेत 7 नक्सलियों ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. इनमें से 2 पर कुल 1 लाख का इनाम घोषित था.

समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प लेते हुए लोन वर्रा टू के तहत नकस्ल दन्तेवाड़ा डिप्टी आईजी, एसपी गौरव राय समेत कई वरिष्ठ अधिकारी के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. सरेंडर करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. इसके साथ ही सरकार से स्किल डेवलपमेंट के लिए प्रशिक्षण, कृषि भूमि जैसे अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी. 

इन नक्सलियों ने किया सरेंडर 

आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में जुगलू उर्फ सुंडुम कोवासी (50 हजार का इनामी), दशा उर्फ बुरकू पोड़ियाम ;(50 हजार का इनामी), भोजा राम माड़वी, लखमा उर्फ सुती उर्फ लखन मरकाम, रातू उर्फ ओठे कोवासी, सुखराम पोड़ियाम, पण्डरू राम पोड़ियाम शामिल है. 1 बोदली आरपीसी, 1 उतला आरपीसी, 2 पोमरा आरपीसी, 1 बेचापाल आरपीसी, 1 डुंगा आरपीसी और 1 नक्सली पल्लेवाया आरपीसी में सक्रिय थे. आत्मसमर्पित सभी माओवादी अपने-अपने क्षेत्र में नक्सली बंद सप्ताह के दौरान रोड खोदना, पेड़ काटना, नक्सली बैनर, पोस्टर एवं पाम्प्लेट लगाने जैसी घटनाओं में शामिल रहे.

आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में जुगलू उर्फ सुंडुम कोवासी (50 हजार का इनामी), दशा उर्फ बुरकू पोड़ियाम (50 हजार का इनामी), भोजा राम माड़वी, लखमा उर्फ सुती उर्फ लखन मरकाम, रातू उर्फ ओठे कोवासी, सुखराम पोड़ियाम और पण्डरू राम पोड़ियाम शामिल हैं. ये नक्सली अलग-अलग आरपीसी क्षेत्रों में सक्रिय थे, 1 बोदली आरपीसी, 1 उतला आरपीसी, 2 पोमरा आरपीसी, 1 बेचापाल आरपीसी, 1 डुंगा आरपीसी और 1 नक्सली पल्लेवाया आरपीसी. आत्मसमर्पित सभी माओवादी अपने-अपने क्षेत्रों में नक्सली बंद सप्ताह के दौरान सड़क खोदना, पेड़ काटना, नक्सली बैनर, पोस्टर और पाम्पलेट लगाने जैसी गतिविधियों में सक्रिय थे.

राशन दुकानों में खराब चावल की हो रही आपूर्ति, संचालक लौटाने को मजबूर

बलरामपुर- एक तरफ छत्तीसगढ़ सरकार गरीबों को कोई तकलीफ न हो, इसके लिए ‘चावल उत्सव’ में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए लोगों को तीन-तीन महीने का राशन एकमुश्त दे रही है।

दरअसल, बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर के शासकीय उचित मूल्य दुकानों से काफी खराब क्वालिटी के चावल की सप्लाई की जा रही है, जिसकी वजह से दुकान संचालक ट्रकों से भर चावल आए चावल को लौटा रहे हैं. संचालक इसलिए चावल लौटा रहे हैं, क्योंकि खराब क्वालिटी के चावल को हितग्राही लेने से मना कर रहे हैं. ऐसा ही मामला वाड्रफनगर के प्रेमनगर स्थित वेयर हाऊस में देखने को मिला जहां, जौराही राशन दुकान से एक ट्रक चावल वापस भेजी गई है.

वहीं राइस मिलर्स अपनी गलती न मानकर सही ढंग से रखरखाव नहीं करने की बात कह रहे हैं, जबकि चावल भंडारण से लेकर सप्लाई तक के लिए शासन लाखों-करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, जिससे लोगों को पोषण युक्त राशन प्रदान किया जा सके. इस वाकये से वाकिफ होने के बाद भी जिले के नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी भी सुस्त नजर आ रहे हैं. कार्रवाई करना तो दूर वे लोगों के फोन को भी उठाना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं.

ज्ञात होगी पूर्व में भी वाड्रफनगर के प्रेमनगर स्थित वेयर हाऊस में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिस पर राज्य शासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नागरिक आपूर्ति निगम के डीएम को निलंबित भी किया था. बावजूद इसके ऐसी घटनाएं पुनः दोहराई जा रही है.

अधिकारी ने जांच का दिया आश्वासन

इस मामले में नागरिक आपूर्ति निगम के जिला अधिकारी दिनेश ओझा ने बताया कि खराब चावल की सूचना प्राप्त हुई है. हम टीम भेजकर इसकी जांच कराएंगे, और संबंधित राइस मिलर को चावल वापस कर पुनः साफ चावल उपलब्ध कराया जाएगा. अधिकारी के जवाब के बाद बड़ा सवाल यह है कि विभाग में क्वालिटी जांच के लिए अधिकारियों की नियुक्ति की गई है, इसके बावजूद खराब चावलों को क्यों रिसीव किया गया.

भारत रत्न अटल बिहारी की प्रतिमा का अपमान, असामाजिक तत्वों ने पहनाई जूतों की माला

खैरागढ़- जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत अवेली में गुरुवार सुबह ऐसा नज़ारा देखने को मिला, जिसने हर ग्रामीण का सिर शर्म से झुका दिया. गांव के हृदयस्थल अटल चौक पर स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा को किसी ने जूतों की माला पहना दी थी.

सुबह जब ग्रामीण रोज की तरह चौक से गुजर रहे थे, तो यह दृश्य देख कर स्तब्ध रह गए. कुछ ही देर में पूरा गांव वहां जुट गया और आक्रोश की लहर दौड़ गई. सूचना मिलते ही जालबांधा पुलिस मौके पर पहुंची और ग्राम कोतवाल की मदद से प्रतिमा से माला हटाई गई. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है.

बिजली गुल कर अंधेरे में रची गई साजिश?

ग्रामीणों के अनुसार, अटल चौक के पास दो दिवसीय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था, जिसका समापन बुधवार रात करीब 2 बजे हुआ. इसके बाद सभी लोग अपने-अपने घर लौट गए. दिलचस्प बात यह है कि करीब 4 बजे के आसपास चौक की सभी लाइटें बंद हो गईं, जबकि बिजली विभाग का कहना है कि उन्होंने सप्लाई बंद नहीं की थी. इससे यह आशंका गहराती है कि घटना को अंधेरे का फायदा उठाकर अंजाम दिया गया.

जल्द कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी

ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच और भाजपा नेता डोरेलाल साहू ने घटना को बेहद शर्मनाक बताते हुए कहा कि उन्होंने मामले की जानकारी वरिष्ठ भाजपा नेताओं को दे दी है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर दोषियों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया, तो ग्रामीणों के साथ मिलकर भाजपा कार्यकर्ता उग्र आंदोलन करेंगे.

गांव में तनाव के बीच छानबीन में जुटी पुलिस

फिलहाल, गांव में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. लोग इस बात से दुखी हैं कि अटल बिहारी जैसे व्यक्ति की प्रतिमा को भी कुछ शरारती तत्व नहीं बख्श रहे. सभी की एक ही मांग है—दोषी जल्द से जल्द सलाखों के पीछे हों. पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है.

मिट्स हेल्थकेयर के संस्थापक एम.के. भाटिया ने कालाअम्ब में फार्मा मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर्स से की हुई महत्वपूर्ण बैठक

आशीष कुमार 

मुजफ्फरनगर/कालाअम्ब /पंचकुला — हेल्थकेयर सेक्टर में उल्लेखनीय पहचान बना चुकी मिट्स हेल्थकेयर के संस्थापक और निदेशक एम.के. भाटिया ने अपनी पर्चेस टीम के साथ कालाअम्ब स्थित अपने प्रमुख फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर्स से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने निर्माण इकाइयों का दौरा किया और सप्लायर प्रतिनिधियों के साथ बैठकों में हिस्सा लिया।

बैठकों में मुख्य रूप से उत्पाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करने, सप्लाई चेन को और अधिक सशक्त बनाने तथा भविष्य की साझेदार रणनीतियों पर विशेष चर्चा हुई। भाटिया ने गुणवत्ता मानकों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात दोहराई और आपसी सहयोग से ग्राहक-केंद्रित नवाचारों को बढ़ावा देने का संकल्प लिया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा, “मिट्स हेल्थकेयर की सफलता का आधार हमारी मजबूत सप्लाई चेन और गुणवत्ता के प्रति हमारी अडिग प्रतिबद्धता है। हमारे निर्माण साझेदार हमारे विस्तार का अभिन्न हिस्सा हैं, और यह संवाद भविष्य में हमारी संयुक्त सफलता की नींव रखता है।”

इस दौरे को इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स द्वारा अत्यंत सकारात्मक और दूरदर्शी कदम माना जा रहा है, जो मिट्स हेल्थकेयर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक सिद्ध होगा।