राज्य चलाने की क्षमता नहीं तो गद्दी छोड़ दे हेमंत सरकार.....राधामोहन अग्रवाल
उन्होंने कहा कि एक तरफ 50 हजार करोड़ का घाटा सहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता को अपने वादों के अनुरूप जीएसटी दरों में भारी कटौती कर राहत दिया है। दूसरी ओर हेमंत सरकार अपने दो हजार करोड़ का घाटा का रोना रोते हुए विरोध दर्ज कर रही।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने तो कभी पैसे की कमी का रोना नहीं रोया ।आज दुनिया का औसत विकास दर मात्र 3% है तो भारत का विकास दर पिछली तिमाही में 7.8% रहा है।
कहा कि जबकि प्रधानमंत्री ने बजट में 12 लाख तक की आय पर टैक्स जीरो कर दिया है, जिससे भारत सरकार को तीन लाख करोड़ रुपए की आय घटी और अब जीएसटी में स्लैब घटाया तो 50 हजार करोड़ रुपए का घाटा होगा।
कहा कि अगर राज्य सरकार राज्य की जनता को सुविधा से वंचित रखना चाहती है तो ऐसी सरकार को गद्दी छोड़ देना चाहिए।
कहा कि सरकार जनता के हित केलिए बनती है।और यहां तो हेमंत सरकार के बयानों से लगता है कि यह सरकार जनता का हित नहीं देखना चाहती।
कहा कि राज्य सरकार को तो जनता की भलाई केलिए उठाए कदम का स्वागत करना चाहिए था। लेकिन अपनी सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार और नाकामियों को छुपाने केलिए राज्य सरकार पैसे का रोना रोती है।
कहा कि हेमंत सरकार बताए कि वह जनता की सेवा करना चाहती है या टैक्स वसूलने केलिए सरकार बनाए हैं।
उन्होंने देश की 144 करोड़ जनता के हित में मोदी सरकार द्वारा लिए गए ऐतिहासिक फैसले का भारतीय जनता पार्टी स्वागत और अभिनन्दन करती है।
कहा कि देश की जनता को यह मोदी सरकार की ओर से त्योहारों केलिए बड़ा तोहफा है।
कहा कि जीएसटी दरों में आम जनता से जुड़ी दैनिक आवश्यकता की वस्तुओं पर भारी कमी की गई है। अब जीएसटी की दरें दो कर दी गई जिसमें 5%और 18% शामिल है।जबकि विलासिता की वस्तुओं पर 40% का स्लैब किया गया है।
कहा कि खाने पीने की चीजें हों या फिर बच्चों की पढ़ाई लिखाई की वस्तुएं।मेडिकल कीट हों या किसानों केलिए कृषि यंत्र सभी सस्ते किए गए है।
कहा कि आयुष्मान भारत योजना के बाद अब हेल्थ इंश्योरेंस को भी बहुत सस्ता कर दिया गया है।
कहा कि गंभीर बीमारियों की दवाइयां भी अब बहुत सस्ती हो गई हैं।
कहा कि निर्माण क्षेत्र में सीमेंट का दाम घटने से आम आदमी की घर बनाने में बड़ी राहत मिलेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को जवाब देना चाहिए कि आखिर अमीर गरीब केलिए एक जैसा टैक्स स्लैब लाने की बात कर राहुल गांधी जी जनता को कैसी अर्थ व्यवस्था देने की बात करते हैं। यह तो अमीरों की दलाली और गरीबों को चूसने वाली सोच है। राहुल गांधी सारा धन 22 पसेरी करना चाहते हैं।
प्रेसवार्ता में प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी,प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक,सह मीडिया प्रभारी योगेंद्र प्रताप सिंह,प्रवक्ता अजय साह भी शामिल थे।
Sep 05 2025, 10:03