सुआंव नाले के दोनों ओर एनजीटी की कार्यवाही से लोगों में आक्रोश विधायक पल्टूराम ने मुख्यमंत्री को भेजा पत्र,कार्रवाई रोकने की मांग
बलरामपुर।विधानसभा क्षेत्र बलरामपुर सदर के अंतर्गत स्थित सुआंव नाले (गोपियापुर ड्रेन) के दोनों ओर एनजीटी (राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण) की ओर से की जा रही कार्रवाई को लेकर स्थानीय जनता में आक्रोश बढ़ गया है। बिना किसी पूर्व सूचना के एनजीटी द्वारा आबादी भाग में बने रिहायशी व व्यावसायिक भवनों पर निशान लगाकर खाली भूमि एवं पत्थर डालने से आमजनमानस में भय का माहौल व्याप्त है।
इस मुद्दे पर बलरामपुर सदर विधायक पल्टूराम ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर एनजीटी की कार्रवाई रोकने की मांग की है। विधायक ने पत्र में कहा है कि एनजीटी द्वारा बिना स्थानीय लोगों को विश्वास में लिए अचानक इस तरह की कार्यवाही से आमजन परेशान हैं। कई परिवार दशकों से अपने पक्के मकानों में रह रहे हैं और अब अचानक उन्हें उजाड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
विधायक ने पत्र में उल्लेख किया कि एनजीटी ने शहरी क्षेत्र के दोनों ओर 200 मीटर व ग्रामीण क्षेत्र के 500 मीटर दायरे में निर्माण को अवैध बताते हुए चिन्हांकन कराया है। इससे हजारों लोग विस्थापन की आशंका से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बलरामपुर में पहले ही गम्भीर बाढ़ की समस्या बनी रहती है और अब इस तरह की कार्रवाई से लोग दहशत में हैं।
विधायक ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि बलरामपुर की जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए एनजीटी की इस कार्यवाही पर रोक लगाई जाए और वैकल्पिक समाधान निकालकर लोगों को राहत दी जाए।
सुआंव नाले पर एनजीटी की कार्यवाही से लोगों में भारी असंतोष है। विधायक पल्टूराम ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस कार्रवाई पर रोक लगाने और जनता की परेशानी को देखते हुए वैकल्पिक समाधान की मांग की है।
Aug 28 2025, 17:43