हजारीबाग में ऑटो चालकों के लिए राहत: परिवहन विभाग ने कागजात दुरुस्त करने के लिए शुरू किए कैंप
हजारीबाग: हजारीबाग जिले में निबंधित 14 हजार से अधिक ऑटो चालकों के लिए एक अच्छी खबर है। अब उन्हें अपने ऑटो के आवश्यक कागजातों को दुरुस्त कराने के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने होंगे। परिवहन मंत्री दीपक बिरुआ के निर्देश के बाद परिवहन अधिकारियों ने कैंप लगाकर ऑटो चालकों के कागजात ऑन द स्पॉट सही करने का काम शुरू कर दिया है।
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कैंप में क्या-क्या दुरुस्त होगा?
इन कैंपों में ऑटो चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ी का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट, इंश्योरेंस, फिटनेस और परमिट जैसे आवश्यक कागजातों को तुरंत दुरुस्त किया जा रहा है। जिले में 14 हजार से अधिक ऑटो पंजीकृत हैं, जिनमें से अधिकांश चालकों के पास या तो तीन पहिया लाइसेंस के अलावा अन्य आवश्यक कागजात नहीं हैं या वे फेल हो चुके हैं।
यातायात समस्या और राजस्व हानि पर नियंत्रण
ऑटो चालकों के मनमाने व्यवहार से परिवहन विभाग को दो मुख्य परेशानियां हो रही थीं। पहला, यातायात नियमों का पालन नहीं हो रहा था, जिससे सड़कों पर बेतरतीब तरीके से गाड़ियां दौड़ती थीं और शहरी क्षेत्रों में लोगों को रोजाना जाम का सामना करना पड़ता था। दूसरा, विभाग को गाड़ी के जरूरी कागजात जारी करने से मिलने वाले राजस्व का नुकसान हो रहा था।
डीटीओ ने बताया कि जिले भर में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कैंप के रूप में यह एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। डीटीओ कार्यालय परिसर में जब्त कर रखी गई एक-एक ऑटो के सभी जरूरी कागजात दुरुस्त किए जा रहे हैं। 26 जुलाई, शनिवार तक पांच से अधिक ऑटो के पेपर दुरुस्त किए जा चुके हैं।
उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में भी चलेगा अभियान
आरटीए सचिव ने बताया कि 25 जुलाई को हजारीबाग जिले से इस कैंप की शुरुआत हुई है। आगे उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के बाकी छह जिले – चतरा, कोडरमा, रामगढ़, धनबाद, गिरिडीह और बोकारो – में भी ऐसे ही कैंप शुरू कर ऑटो चालक एवं संचालकों को लाभ पहुंचाया जाएगा।
गौरतलब है कि परिवहन मंत्री ने राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में सभी अधिकारियों को गाड़ियों के फिटनेस, परमिट, इंश्योरेंस, पोल्यूशन समेत अन्य सभी जरूरी कागजात को सरल एवं सुगम तरीके से दुरुस्त कर चालक एवं संचालकों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था। इस निर्देश के बाद से परिवहन अधिकारी सक्रिय हो गए हैं।
हजारीबाग में छोटे-बड़े मिलाकर कुल 47 हजार से अधिक गाड़ियां निबंधित हैं। केंद्र सरकार की ओर से नए मोटर व्हीकल एक्ट संशोधन बिल जारी होने के बाद सभी छोटे-बड़े 47 हजार से अधिक व्यावसायिक गाड़ियों का फिटनेस लंबित हो गया है। फिटनेस लंबित होने से गाड़ियों के दूसरे जरूरी कागजात जैसे परमिट एवं अन्य चीजें भी शेड्यूल से बाहर हो गई हैं। परिवहन अधिकारी बता रहे हैं कि नए मोटर व्हीकल एक्ट संशोधन बिल के अनुसार डीटीओ के एमवीआई कार्यालय से जारी होने वाले फिटनेस पर पूरी तरह रोक है। वहीं, केंद्र सरकार के अधीन हजारीबाग में बने फिटनेस का एकमात्र कैंप जरूरी कागजात नहीं होने के कारण बंद है।
Jul 27 2025, 16:52