*हर महीने जारी होते हैं 400 डीएल, पर 150 आवेदक ट्रैक पर ही हो जाते हैं फेल*
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रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। भदोही में हर महीने 400 डीएल जारी होते हैं, पर 150 आवेदक ट्रैक पर ही फेल हो जाते हैं। यदि आप चार पहिया वाहन का लाईसेंस बनवाने के लिए इच्छुक हैं तो पहले वाहन को बेहतर ढंग से चलाना सिखिए, नहीं तो आप एआरटीओ के टेस्टिंग ट्रैक पर फेल हो सकते हैं। मुख्यालय मार्ग सरपतहां स्थित एआरटीओ कार्यालय में डीएल बनवाने जाने वाले 30 फीसदी लोग को शुरुआती गियर लगाने और ट्रैक पर एच और एस बनाने में फेल हो जा रहे हैं। कार्यालय में रोजाना 20 से 22 लोग पहुंच रहे हैं। जिसमें पांच से छह शुरुआती टेस्ट में ही फेल हो जा रहे हैं। जिले में सरपतहां मुख्यालय के पास एआरटीओ कार्यालय है। कार्यालय परिसर में ही टेस्टिंग ट्रैक बनाया गया है। टेस्टिंग ट्रैक भले ही आधुनिक नहीं है, लेकिन यहां टेस्ट देने पहुंचने वाले लोगों को कठिन परीक्षा से गुजरना पड़ता है।ड्राइविंग के लिए टेस्ट देने पहुंचने वाले लोगों में कई तो ऐसे होते हैं। जिन्हें शुरुआती गियर लगाने में भी परेशानी होती है। एआरटीओ में रोजाना 20 से 20 लोग लाइसेंस के लिए आवेदन कर पहुंचते हैं।
इसमें से टेस्ट के दौरान चार से पांच लोग फेल हो जाते हैं। हर महीने अनुमानित 400 लोगों को लाइसेंस बनाया जाता है। टेस्टिंग के दौरान ऐसे व्यक्ति लाइसेंस बनवाने के लिए आते हैं। जिन्हें ड्राईविंग का एबीसीडी नहीं मालूम होती।
किसी का वाहन चालू करने के बाद गेयर लगाते ही बंद हो जाता है तो कोई ट्रैक पर एच और एस नहीं बना पाता। कई तो हड़बड़ाहट में बाउंड्री को टच कर जाते हैं।
टेस्ट होने के बाद ही लाइसेंस बनाया जाता है। इसके अलावा सारी प्रक्रिया को पूर्ण करनी होती है। औसतन रोजाना 18 से 20 का ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जाते हैं। इसमें से करीब चार से पांच लोग टेस्ट के दौरान ही फेल हो जाते हैं।
राम सिंह एआरटीओ भदोही
Jul 22 2025, 17:52