अब संस्कृत के आचार्य भी विज्ञान का करेंगे प्रयोग
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नितेश श्रीवास्तव,भदोही। श्री काशिराज राजकीय संस्कृत महाविद्यालय में पढ़ने वाले आचार्य अब विज्ञान पर भी प्रयोग करेंगे। यहां पर विज्ञान और गणित की प्रयोगशाला के लिए उपकरण की खरीद की जाएगी। परियोजना कार्यालय ने इसके लिए तीन-तीन लाख रुपये जारी कर दिए हैं। इससे यहां पंंजीकृत 25 विद्यार्थियों को प्रयोग करने का मौका मिलेगा।
सूबे में संस्कृत राजकीय महाविद्यालय सिर्फ दो हैं। इसमें एक चंदौली और दूसरा भदोही में स्थित है। करीब सात दशक पहले पुलिस लाइन के समीप श्री काशीराज राजकीय संस्कृत महाविद्यालय की स्थापना की गई। इसमें कई जिले के विद्यार्थी पढ़ने के लिए आते, लेकिन जैसे-जैसे वित्तविहीन और वित्तपोषित विद्यालय खुले। इसमें छात्रों की संख्या कम हो गई।
पूर्ववर्ती सरकारों की तरफ से ध्यान न देने से संस्कृत महाविद्यालय की हालत जीर्ण-शीर्ण हो गई है। यहां पर आचार्य और शास्त्री के विद्यार्थी पढ़ते हैं। जिसमें श्लोक, हिंदी, गणित और विज्ञान की भी पढ़ाई होती है, लेकिन प्रयोगशाला न होने के कारण वह इसमें पारंगत नहीं हो पाते। प्रतिस्पर्धा अधिक होने के कारण सीबीएसई, आईसीएसई और यूपी बोर्ड से उत्तीर्ण होने वाले विज्ञान के विद्यार्थियों से कहीं न कहीं पीछे रह जाते, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
राजकीय संस्कृत महाविद्यालय में भी अब विज्ञान की प्रयोगशाला संग अन्य जरूरी उपकरण मुहैया कराया जाएगा। राज्य परियोजना कार्यालय ने इसके लिए तीन-तीन लाख रुपये जारी किया है।
राजकीय महाविद्यालय का जीर्णोद्धार होना है। इसके लिए बजट जारी हो गया है। कॉलेज में प्रयोगशाला बनाई जाएगी। प्रयोगशाला एवं उपकरण की सुविधा होने से यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को सहूलियत होगी। भविष्य में यहां पर छात्र संख्या में भी बढ़ोत्तरी होगी। - अंशुमान जिला विद्यालय निरीक्षक
Jul 22 2025, 16:58