तेजतर्रार ईडी अधिकारी कपिल राज का इस्तीफा, सीएम हेमंत सोरेन और केजरीवाल को गिरफ्तार कर आए थे चर्चा में
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में रहते हुए दो मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी करने वाले भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के अधिकारी कपिल राज ने सरकारी सेवा से इस्तीफा दे दिया है। वित्त मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी। वित्त मंत्रालय की ओर से जारी एक आदेश में कहा गया, भारत के राष्ट्रपति ने कपिल राज के भारतीय राजस्व सेवा से इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है जो 17 जुलाई से प्रभावी होगा।
लगभग 15 वर्ष की सेवा शेष थी
कपिल राज 2009 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं और 45 वर्ष के हैं। अधिकारी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि उन्होंने 'व्यक्तिगत कारणों' से इस्तीफा दिया है। सरकारी सेवा से सेवानिवृत्ति की उम्र 60 वर्ष होने के चलते उनके पास अभी लगभग 15 वर्ष की सेवा शेष थी। राज ने ईडी में लगभग आठ वर्षों तक सेवाएं दीं और हाल ही में उन्होंने एजेंसी में अपना प्रतिनियुक्ति कार्यकाल पूरा किया था। इस्तीफे से पहले वह दिल्ली में जीएसटी इंटेलिजेंस विंग में अतिरिक्त आयुक्त पद पर तैनात थे।
ईडी में रहते हुए कपिल राज की सबसे चर्चित कार्रवाइयां
कपिल राज ईडी में रहते हुए कई अहम कार्रवाइयां की हैं। उनके सबसे चर्चित मामलों में से एक दिल्ली के (पूर्व) मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी रही। केजरीवाल को मार्च 2024 में दिल्ली शराब नीति घोटाले में गिरफ्तार किया गया था। यह भारत में पहली बार था, जब किसी सिटिंग मुख्यमंत्री को ईडी ने गिरफ़्तार किया हो।
कपिल राज ने इसके अलावा जनवरी 2024 में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भूमि घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ़्तार किया था। कपिल राज ने रांची जोन के हाई इंटेंसिटी यूनिट (HIU-2) का नेतृत्व करते हुए भ्रष्टाचार के कई बड़े मामलों में कार्रवाई की। इनमें अवैध खनन, जमीन हस्तांतरण घोटाले और कैश फॉर एमएलए जैसे मामले प्रमुख थे।
नीरव मोदी और मेहुल चौकसी समेत कई बड़े मामलों की जांच की
कपिल राज इससे पहले मुंबई जोन में तैनात थे और इस दौरान उन्होंने नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, डीएचएफएल और इकबाल मिर्ची से जुड़े कई बड़े मामलों की जांच की थी। उनकी तेज़तर्रार और सख्त छवि ने उन्हें ईडी के भीतर एक प्रभावशाली अधिकारी के रूप में स्थापित किया।
कपिल राज का कार्यकाल दिसंबर 2024 तक बढ़ाया गया था। अप्रैल 2025 में उन्हें ई़़डी से हटाकर जीएसटी इंटेलिजेंस मुख्यालय भेज दिया गया।
Jul 19 2025, 14:26