झारखंड में "मेरा विद्यालय निपुण, मैं भी निपुण" कार्यक्रम का शुभारंभ: 8 लाख छात्रों का होगा मूल्यांकन
रांची, झारखंड – झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद (JEPP) ने राज्य में शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने और छात्रों में मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता (Foundational Literacy and Numeracy - FLN) कौशल को मजबूत करने के उद्देश्य से एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम "मेरा विद्यालय निपुण, मैं भी निपुण" का शुभारंभ किया है। इस कार्यक्रम के तहत, दिसंबर 2025 तक राज्य के 35,000 सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले लगभग 8 लाख छात्रों का मूल्यांकन किया जाएगा।
यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) और निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्राथमिक कक्षाओं के सभी छात्र पढ़ने, लिखने और बुनियादी अंकगणित में आवश्यक दक्षता हासिल कर सकें। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के अधिकारियों के अनुसार, इस कार्यक्रम का मुख्य फोकस कक्षा 1 से 3 तक के छात्रों पर होगा, क्योंकि ये प्रारंभिक वर्ष सीखने की नींव रखने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
मूल्यांकन प्रक्रिया को पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए विशेष उपकरण और तकनीकें विकसित की जा रही हैं। इसमें छात्रों की भाषा समझ, शब्दावली, प्रवाह और संख्यात्मक तर्क क्षमता का आकलन किया जाएगा। मूल्यांकन के परिणामों के आधार पर, शिक्षकों को छात्रों की व्यक्तिगत सीखने की जरूरतों को पूरा करने के लिए विशेष प्रशिक्षण और सहायता प्रदान की जाएगी। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी छात्र पीछे न छूटे और सभी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो।
कार्यक्रम की सफलता के लिए शिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। उन्हें FLN कौशल को विकसित करने के लिए नवीन शिक्षण पद्धतियों और सामग्रियों का उपयोग करने के लिए सशक्त किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, समुदाय और अभिभावकों को भी इस प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा ताकि छात्रों के सीखने के माहौल को घर और स्कूल दोनों जगह समर्थन मिल सके।
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद का मानना है कि "मेरा विद्यालय निपुण, मैं भी निपुण" कार्यक्रम न केवल छात्रों के अकादमिक प्रदर्शन में सुधार करेगा, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए आवश्यक कौशल से भी लैस करेगा। यह राज्य में शिक्षा के परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिसका लक्ष्य एक मजबूत और निपुण पीढ़ी का निर्माण करना है। यह कार्यक्रम झारखंड को निपुण भारत मिशन के लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
Jul 16 2025, 20:18