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*स्टेडियम में दो साल में बाॅक्सिंग, रेसलिंग और जिम की उपलब्ध होगी सुविधा*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।‌आगामी दो वर्षों में जिला स्टेडियम क‌ई खेलों से साधन संपन्न हो जाएगा। प्रदेश सरकार यहां बाॅक्सिंग हाल, रेसलिंग हाल और उच्चीकृत जिम के साथ साथ अन्य क‌ई सुविधाएं बढ़ाने जा रहा है। कुल 12.26 करोड़ की लागत से होने वाले निर्माण के लिए शासन ने 6.16 लाख रुपए अवमुक्त भी कर दिए हैं जिससे निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। रेसलिंग, बाॅक्सिंग और जिम के बन जाने से जिला स्टेडियम में प्रतिभाओं को तराशने में आसानी होगी। जिला स्टेडियम में अब तक रेसलिंग, बाॅक्सिंग खेलों के लिए हाल की व्यवस्था नहीं थी। इसके अलावा एक अदद उच्च स्तरीय जिम भी नहीं होने की शिकायत युवा प्रतिभाओं को थी। इसको देखते हुए पूर्व जिलाधिकारी विशाल सिंह की पहल पर जिला खेल कार्यालय के प्रस्ताव पर शासन ने टायलेट, चेंजिंग रूम,जिम, बाॅक्सिंग व रेसलिंग हाल बनाने के प्रस्ताव को स्वीकृत कर दिया। जिला खेल कार्यालय के कनिष्ठ सहायक सूर्यकांत ने बताया कि शासन स्तर से ही टेंडर होकर यूपी प्रोजेक्ट्स कारपोरेशन निर्माण इकाई मिर्जापुर को निर्माण की जिम्मेदारी मिली है। स्टेडियम के पूर्वोत्तर में नया निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। जिसके पूरा होने की मियाद शासन ने मार्च 2027 तक दी है। कहा कि आशा कि जाती है कि वर्ष 2027 में जिला स्टेडियम पूरी तरह से सज संवर कर विभिन्न खेलों से सुसज्जित होकर सबसे सामने होगा।

*गंगा का जलस्तर बढ़ने से सीतामढ़ी में अलर्ट: डीएम - एसपी ने छेछुआ कटान क्षेत्र का निरीक्षण कर ग्रामीणों से की बातचीत*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सीतामढ़ी में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण प्रशासन सतर्क हो गया है। जिलाधिकारी शैलेश कुमार और पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने अधिकारियों के साथ छेछुआ कटान क्षेत्र का दौर किया। सीतामढ़ी के जल माप केंद्र में खतरे का निशान 81 मीटर निर्धारित है। गंगा का जलस्तर बढ़कर 76 मीटर तक पहुंच गया है। जिलाधिकारी ने सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है। जिले में बारिश कम हुई है। लेकिन आसपास के क्षेत्रों और प्रदेश के अन्य हिस्सों में हुई बारिश के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ा है। इससे निपटने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने कटान प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित ग्रामीणों से बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली।

स्कूलों में संक्रामक बीमारियों से बचने की दी जाएगी जानकारी

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षा विद्यालयों में पढ़ाने छात्र - छात्राओं को पढ़ाई के साथ ही संचारी रोगों से बचाव की भी जानकारी दी जाएगी। शिक्षक बच्चों के साथ ही अभिभावकों को भी संचारी रोगों के रोकथाम के लिए जागरूक कर बताएंगे कि कैसे वह सावधान और जागरूक रह कर अपनों की सुरक्षा कर सकते हैं। इसके लिए 31 जिलों तक जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।

अभियान के दौरान रेलियों से लेकर निबंध, पोस्टर प्रतियोगिताओं के जरिए बैक्टीरिया जनित रोगों,जल जनित रोगों से बचाव रोकथाम और उपचार के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। गर्मी और बारिश के बीच मौसम के मिजाज में उतार - चढ़ाव के साथ संक्रामक बीमारियों तेजी से साथ फैल रही है। जरा सी लापरवाही पर लोग सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, उल्टी दस्त से लेकर दिमागी बुखार से पीड़ित होकर अस्पताल पहुंचते हैं।

ऐसे में स्कूली बच्चे और छात्र - छात्राएं सुरक्षित रहें। बेसिक से लेकर माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश जारी किया गया है। दिमाग बुखार और अन्य वेक्टर जनित रोगों से संबंधित प्रचार प्रसार की सामग्री को स्कूल के प्रमुख स्थान पर प्रदर्शित करने को कहा गया है। छात्रों को पोस्टर, निबंध व अन्य प्रतियोगिताओं के जरिए संचारी रोगों के बारे में जानकारी दी जाएगी।

संचारी रोग नियंत्रण अभियान को लेकर विविध गतिविधियां चलाई जाएगी। निर्देश के अनुरूप पालन कराया जा रहा है।

अंशुमान जिला विद्यालय निरीक्षक

जमीन का पता ही नहीं, पुलिस आवास के लिए जारी हुआ बजट

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। जिले की ज्ञानपुर और गोपीगंज कोतवाली में तैनात पुलिसकर्मियों के लिए 12 मंजिला आवासीय भवन बनना है। 22.70 करोड़ की लागत से 48 फ्लैट का भवन बनाया जाएगा। भवन के लिए न सिर्फ शासन ने हरी झंडी दे दी है, बल्कि 11.35 करोड़ रुपये आवंटित कर दिया हैं। इसके लिए सीएंडडीएस (कंट्रक्शन एंड डिजाइनिग सर्विसेज) को निर्माण एजेंसी नामित किया है। पूर्व में सागररायपुर में जमीन चिह्नित की गई थी, लेकिन दूरी के कारण अब दूसरी जगह जमीन की तलाश की जा रही है।

जिले में महिला थाना समेत कुल 10 कोतवाली और थाने हैं। जहां जरुरत के हिसाब से पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। पुलिस के उच्चाधिकारियों के साथ कोतवाली और थाना प्रभारियों को आवास सुविधा उपलब्ध है, लेकिन उपनिरीक्षकों सहित पुलिस के अन्य जवानों के लिए आवास की समस्या हमेशा से सिरदर्द रही है। जनपद के कुछ कोतवाली व थानों में बैरक भले ही बनाया गया है, लेकिन परिवार के साथ रहने वाले जवानों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।

परिवार के साथ रहने वाले अधिकतर जवान किराए का मकान लेकर रहते हैं। कभी जर्जर एवं बदहाल हालत में रहने वाले थाने अब हाईटेक हो चुके हैं। शासन अब पुलिसकर्मियों के रहने के लिए भी सुविधा मुहैया करा रही है। ज्ञानपुर और गोपीगंज कोतवाली में तैनात पुलिस के जवानों के लिए आवासीय भवन बनाया जाएगा। हर तल पर आवश्यक सुविधाओं से लैस चार-चार फ्लैट होंगे। 12 मंजिला भवन में 48 फ्लैटों के प्रत्येक फ्लैट में दो कमरें, किचन, टायलेट और वाशरूम होगा।

परियोजना को सम्पन्न करने के लिए शासन ने निर्माण एजेंसी को 18 माह की समयावधि दी है। निर्माण एजेंसी की मांग पर सागररायपुर में 190 वर्ग फीट में जमीन उपलब्ध करा दी है, हालांकि दूरी अधिक होने से महकमा इसे अन्यत्र करने में जुटा है।

शासन से 48 फ्लैट वाले 12 मंजिला भवन के लिए 11.35 करोड़ आवंटित हो चुके हैं। गोपीगंज के आसपास जमीन की तलाश की जा रही है। यह भवन गोपीगंज और ज्ञानपुर कोतवाली में तैनात जवानों के लिए बनेगा। - अभिमन्यु मांगलिक, एसपी

20 केंद्रों पर होगी आरओ और एआरओ की परीक्षा

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। जिले में आरओ (समीक्षा अधिकारी) और एआरओ (सहायक समीक्षा अधिकारी) की परीक्षा के लिए 20 केंद्र बनाए गए हैं। 27 जुलाई को होने वाली परीक्षा में नौ हजार 384 अभ्यर्थी शामिल होंगे। आयोग से पत्र आने के बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग परीक्षा की तैयारी में जुट गया है। जोनल, सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती से लेकर कक्ष निरीक्षकों की सूची बनाई जा रही है।

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की परीक्षा का आयोजन 27 जुलाई को किया गया है। इसमें नौ हजार से अधिक अभ्यर्थी बैठेंगे। इसके लिए जिले में 20 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। डीआईओएस अंशुमान ने बताया कि आरओ और एआरओ की परीक्षा एक पाली होगी। परीक्षा सुबह साढ़े 9 से 12.30 तक होगी। उन्होंने बताया कि परीक्षा को पारदर्शी एवं सुचितापूर्ण तरीके से कराने के लिए सभी केंद्रों पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट के अलावा सेक्टर मजिस्ट्रेट भी तैनात होंगे।

प्रशासन संग पुलिस के नोडल अधिकारी भी परीक्षा की निगरानी करेंगे। सभी परीक्षा केंद्रों पर सहायक केंद्र व्यवस्थापक के रूप में राजकीय विद्यालय के प्रधानाचार्य, प्रवक्ता और सहायक अध्यापकों की तैनाती होगी। सुरक्षा के मद्देनजर सभी केंद्रों पर व्यापक प्रबंध किए जाएंगे। राजकीय, वित्तपोषित और सीबीएसई बोर्ड के विद्यालयों को ही केंद्र बनाया गया है।

ज्ञानपुर के चकवा महावीर मंदिर उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। सावन के पहले मंगलवार को जिले के महावीर मंदिरों पर आस्था उमड़ पड़ी। सुबह से ही मंदिरों पर हनुमान जी के दर्शन पूजन को श्रद्धालुओं की कतार लगी रही।

श्रद्धालुओं ने हलुआ, पूड़ी, चना से लेकर अन्य सामग्री चढ़ाकर दर्शन पूजन किया। ज्ञानपुर नगर से सटे ऐतिहासिक चकवा महावीर मंदिर पर सुबह से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे थे। ज्ञानपुर के चकवा में स्थित महावीर मंदिर की महिमा निराली है। हनुमान जी को समर्पित यह मंदिर पांडव कालीन मानी जाती है। मान्यताओं के अनुसार अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने ज्यादातर समय यहीं पर गुजारा।

मंदिर की देखरेख और नियमित महावीर हनुमान जी की पूजा करने वाले पुजारी बाबा रामदास बताते हैं कि चकवा में विशालकाय वट वृक्ष से महावीर निकले हैं। बताया कि द्वापर युग में जब पांडव अज्ञातवास पर थे तो लाक्षागृह में आग लगने से पूर्व सभी लोग सुरंग के रास्ते निकलकर यहीं पर आए थे। उन्होंने ने ही यहां पर महावीर की स्थापना की थी। उस समय यहां घना जंगल हुआ करता था। समय के साथ जब पांडवों का अज्ञातवास समाप्त हुआ और वे यहां से लौट गए। जिसके बाद हनुमान जी की मूर्ति के ऊपर विशाल वट वृक्ष ऊग गए।

कई साल पहले जब इधर से एक व्यापारी गुजर रहा था तो उसने अपने बैल को बरगद के पेड़ से बांधने के लिए उसके जड़ की खोदाई करने लगा। जहां उससे खून निकलने लगा। खुदाई करने पर वहां महावीर की प्रतिमा निकली। व्यापारी ने वहीं पर हनुमान जी का छोटा सा मंदिर बनाया। 1980 में तत्कालीन अधिकारयों के प्रयास से मंदिर का जीर्णोंद्धार हुआ। मंदिर पर हर मंगलवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगता है।

सावन के आखिरी सोमवार को यहां बुढ़वा मंगल का मेला लगता है। मान्यता है कि हनुमान जी के दर्शन मात्र से भक्तों के सारे पाप और कष्ट दूर हो जाते हैं। हनुमान जी को हलुवा-पूड़ी काफी प्रिय है। शनिवार को हनुमान जयंती पर विविध कार्यक्रम होंगे।

रोजगार मेले में 134 युवाओं को मिला काम: भदोही में विश्व कौशल दिवस पर 11 युवा आइक्राॅन सम्मानित 12 कंपनियों ने किया चयन

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। भदोही के ज्ञानपुर नगर स्थित केएनपीजी कॉलेज में दो दिवसीय रोजगार मेले का आयोजन किया गया। मेले का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी ने फीता काटकर किया। विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर आयोजित इस मेले में 12 कंपनियों ने भाग लिया। साक्षात्कार के बाद कंपनियों ने 134 युवाओं का चयन किया। जिलाधिकारी ने 11 युवा आइकॉन को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी ने कहा कि सरकार की यह योजना युवाओं के लिए काफी सहायक साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि योग्यता के आधार पर युवाओं को रोजगार दिया जा रहा है। यह प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री का सराहनीय कदम है। कार्यक्रम में आईटीआई भदोही के प्रचार्य विनोद कुमार और भाजपा जिला अध्यक्ष दीपक मिश्रा समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

*सावन के पहले सोमवार को उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ , मंदिरों में गूंजा हर-हर महादेव*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। 14 जुलाई 2025 को सावन महीने का पहला सोमवार है। यह दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए बेहद शुभ है। मान्यता है कि सावन सोमवार पर शिव पूजन करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसके अलावा जीवन में सदैव सुख-समृद्धि वास करती हैं।

सावन माह के पहले सोमवार के दिन 14 जुलाई को धनिष्ठा और शतभिषा नक्षत्र रबन रहा है। इस दौरान आयुष्मान और सौभाग्य योग रहेगा। इस दिन गजानन संकष्टी चतुर्थी भी है। इस समय भगवान शिव का पूजन भक्तों को शुभता देने वाला होगा। सावन सोमवार का व्रत केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि आत्मसंयम और आध्यात्मिक साधना की प्रक्रिया भी है। यह व्रत नारी के लिए अखंड सौभाग्य, पति की दीर्घायु और दाम्पत्य सुख के लिए किया जाता है, वहीं पुरुषों के लिए यह शक्ति, शांति और आत्मिक उन्नति का माध्यम बनता है। यह व्रत विशेष रूप से कुंवारी कन्याओं में अत्यंत लोकप्रिय है, जो योग्य वर की प्राप्ति के लिए श्रद्धा से यह व्रत करती हैं। मान्यता है कि स्वयं पार्वती जी ने भी शिव को पति रूप में प्राप्त करने हेतु कठोर तप किया था, जो इस व्रत का मूल प्रेरणास्त्रोत है। सावन सोमवार व्रत श्रद्धा, संयम और साधना का संगम है। इसमें केवल बाह्य आडंबर नहीं, अपितु अंतर की शुद्धि और आत्मा की उन्नति की कामना समाहित है। शिव तत्व को पाने के लिए यह श्रेष्ठ मार्ग है…जहां आस्था से आरंभ होता है और आत्मिक शांति पर समाप्त।

सावन मास का पहला सोमवार आज है। भोर से ही मंदिरों पर दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं की कतार लग गई। शिव को जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं भोर से ही मंदिर पहुंचने लगे। जिले के प्रमुख शिवालयों पर सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। मंदिर परिसर के अंदर और बाहर महिला, पुरुष पुलिसकर्मी सादे वर्दी में तैनात हैं। जिले के प्रमुख शिवालय ज्ञानपुर स्थित सिद्धपीठ बाबा हरिहर नाथ, गोपीगंज नगर के बाबा बड़े शिव मंदिर, ग्रामीण अंचल में विराजमान तिलेश्वर नाथ महादेव और गंगा के तटपर स्थित बाबा सेमराध नाथ हैं। यहां सावन में बड़ी संख्या में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के अलावा कांवड़ियों का जत्था पहुंच गया है। भोर से ही मंदिर के कपाट दर्शन पूजन के लिए खोल दिए गए।

सीतामढ़ी में गुलाबी पत्थरों से बना अचलेश्वर महादेव मंदिर:डेढ़ करोड़ की लागत से हुआ निर्माण, 40 फीट ऊंचा बना त्रिशूल


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के कोइरौना थाना क्षेत्र स्थित महादेवा डीघ गांव में श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बन गया है। कटरा निवासी राघवेन्द्र दूबे ने मंदिर का नवनिर्माण कराया है। इस मंदिर के निर्माण में लगभग डेढ़ करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।

मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता इसकी गुलाबी पत्थरों से निर्मित वास्तुकला है। मंदिर के मुख्य द्वार पर 40 फीट ऊंचा गुलाबी पत्थर का त्रिशूल स्थापित है। प्रतिदिन सुबह से ही श्रद्धालु यहां पूजा - अर्चना और जलाभिषेक करते हैं। सावन के महीने में मंदिर का महत्व और बढ़ जाता है। प्रयागराज से हजारों कांवड़िए गंगाजल लेकर यहां पहुंचते हैं। वे बाबा सेमराध नाथ धाम होते हुए इस मंदिर में जलाभिषेक करते हैं।

सावन में पूरे रुद्राभिषेक का आयोजन होता है।स्थानीय मान्यता है कि यहां सच्चे मन से की गई प्रार्थना भगवान शिव जरुर सुनते हैं। यह स्थल अब धार्मिक पर्यटन का केंद्र बनता जा रहा है। क्षेत्र में शिव भक्ति की पुरानी परंपरा रही है। आसपास के इलाकों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।

8.40 करोड़ से बनेंगे सात हजार एकल शौचालय

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। स्वच्छ भारत मिशन के तहत 546 ग्राम पंचायतों में सात हजार एकल शौचालय बनेंगे। इसके निर्माण पर आठ करोड़ 40 लाख रुपये की लागत आएगी। पंचायत राज विभाग ने ब्लॉकों से लाभार्थियों का चयन करने का निर्देश दिया। एकल शौचालय से वंचित लोगों को योजना का लाभ दिया जाएगा। चार साल में अब तक 36 हजार एकल शौचालय को स्वीकृति दी जा चुकी है।

लाभार्थी चयनित होने पर पहली किस्त के रूप में छह-छह हजार रुंपये भेजे जाएंगे। स्वच्छ भारत की मुहिम तो दो दशक पूर्व से चल रही है, लेकिन 2014 के बाद इसमें तेजी आई। करीब पांच साल यानि 2020 तक जिले में दो लाख 81 हजार एकल शौचालय बनाए गए, हालांकि निगरानी न होने से धीरे-धीरे वह जर्जर भी हो गए। ग्राम पंचायतों की उदासीनता से काफी संख्या में शौचालय प्रयोग लायक भी नहीं बचे। सामुदायिक शौचालय बनाने से पहले ही सभी गांव खुले में शौच मुक्त हो चुके हैं। जर्जर शौचालयों की रेट्रोफिटिंग के तहत मरम्मत भी कराई जा रही है।

सामाजिक आर्थिक और जाति जनगणना (सेक) सूची से छूटे पात्रों को लाभ देने के लिए शासन की ओर से हर जिलों में 2022-23 में आवेदन मांगे गए थे। इसमें 32 हजार से अधिक लोगों ने आवेदन किया। 2022 में आवेदन की संख्या अधिक थी लेकिन लक्ष्य कम था। इससे 5200 पात्रों को एकल शौचालय का लाभ मिला। ब्लाॅकों से सत्यापन होने पर विभाग ने 5200 लाभार्थियों के खाते में दो चरणों में 12 हजार रुपये भेजा। 32 हजार आवेदनों में 5200 को लाभ मिल सका। 2023-24 में 9960, 2024-25 में करीब 15 हजार एकल शौचालय स्वीकृत हुए। धीरे-धीरे उनको पूरा कराया गया।

तीन साल में एकल शौचालय की संख्या दो लाख 81 हजार से बढ़कर अब तीन लाख 10 हजार तक पहुंच गई है। अब साल 2025-26 के लिए जिले का लक्ष्य तय हो गया है। करीब सात हजार एकल शौचालय बनाए जाएंगे। इसमें दिव्यांग, गरीब, विधवा सहित अन्य शामिल को शामिल किया जाएगा। एक-एक शौचालय के निर्माण पर 12 हजार की दर से कुल आठ करोड़ 40 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।

सात हजार एकल शौचालय का लक्ष्य मिला है। अभी बजट नहीं मिला है। बजट आवंटन होने पर ब्लॉकों से लाभार्थियों की सूची मंगाकर पहली किस्त छह-छह हजार भेजी जाएगी।

संजय कुमार मिश्रा, जिला पंचायत राज अधिकारी