शुभांशु शुक्ला की आज पृथ्वी पर वापसी, जानें कब और कहां करेंगे लैंड?
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अंतरिक्ष स्टेशन जाकर इतिहास रचने वाले भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की आज धरती पर वापसी होगी। वो कल ही पृथ्वी के लिए रवाना हो गए हैं। उनकी वापसी को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है।शुभांशु और एक्सिओम-4 मिशन के उनके तीन साथी 10 मिनट की देरी से सोमवार शाम 4.45 बजे (भारतीय समयानुसार) अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से धरती के लिए रवाना हुए। अंतरिक्ष यात्रियों का यह दल लगभग 22.5 घंटे का सफर पूरा करने के बाद मंगलवार यानी आज दोपहर करीब 3 बजे (भारतीय समयानुसार) कैलिफोर्निया के समुद्री तट पर उतरेगा। इसके साथ ही एक्सिओम-4 मिशन पूरा हो जाएगा।
तेज सॉनिक बूम के साथ होगी एंट्री
स्पेसएक्स ने मंगलवार सुबह एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट और एक्सिओम स्पेस के एएक्स-4 मिशन के चारों अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी के वायुमंडल में 2:31 AM PT (भारतीय समय 3:01 बजे) पर प्रवेश करेंगे और कैलिफोर्निया के सैन डिएगो तट के पास प्रशांत महासागर में स्प्लैशडाउन करेंगे. स्पेसएक्स ने जानकारी दी है कि ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट एक तेज सॉनिक बूम के साथ अपने आने का ऐलान करेगा, जो वायुमंडल में उच्च गति से प्रवेश करने पर उत्पन्न होता है।
नासा ने किया रवानगी का लाइव प्रसारण
इससे पहले अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अंतरिक्ष स्टेशन से शुभांशु और उनके तीन साथियों की रवानगी का लाइव प्रसारण किया। शुभांशु के अलावा धरती पर लौट रहे ड्रैगन यान में एक्सिओम-4 की मिशन कमांडर पैगी व्हिटसन, मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू सवार हैं। शुभांशु और उनके तीनों साथियों ने आईएसएस में पहले से मौजूद दूसरे अंतरिक्ष यात्रियों को गले लगाया और हाथ मिलाने के बाद धरती पर वापसी के लिए ड्रैगन में सवार हो गए।
हवा में तैरते पानी के बुलबुले
धरती पर रवाना होने से पहले शुभांशु ने अंतरिक्ष में शून्य गुरुत्वाकर्षण में पानी के साथ हैरान कर देने वाले करतब दिखाए। शुभांशु ने मजाकिया अंदाज में एक वीडियो शूट किया। इसमें हवा में पानी के बुलबुले तैरते हुए दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह अनुभव बहुत ही रोमांचक रहा। हम यहां लगातार प्रयोगों में व्यस्त रहे। जब भी थोड़ा समय मिलता था, मैं खिड़की के पास जाकर धरती की तस्वीरें खींचता था।
*करीब 18 दिन में ढेरों प्रयोग
शुंभाशु ने अपने इस मिशन के दौरान अंतरिक्ष में करीब 18 दिन का समय बिताया है। इस दौरान उन्होंने कई प्रयोग भी किए हैं।यह मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए ऐतिहासिक था, क्योंकि चार दशकों बाद इन देशों के अंतरिक्ष यात्रियों ने किसी मानवयुक्त मिशन में भाग लिया। मिशन का नेतृत्व अमेरिका की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री और एक्सिओम की कमांडर पेगी व्हिटसन ने किया।
Jul 15 2025, 11:32