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नेशनल हेराल्ड: ईडी के आरोपपत्र पर कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला, 29 जुलाई को अहम दिन

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नेशनल हेराल्ड केस से जुड़े एक मामले में जल्द ही कोर्ट का फैसला आ सकता है। दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर आरोपपत्र पर संज्ञान लेने पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ दाखिल ईडी की चार्जशीट पर संज्ञान को लेकर बहस सुनने के बाद अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है। अब कोर्ट 29 जुलाई को इस मुद्दे पर आदेश सुनाएगा।

राउज एवेन्यू कोर्ट के विशेष न्यायाधीश (पीसी एक्ट) विशाल गोगने ने कहा कि आदेश 29 जुलाई को सुनाया जाएगा। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी, दिवंगत कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीस, साथ ही सुमन दुबे, सैम पित्रोदा और एक निजी कंपनी, यंग इंडियन पर नेशनल हेराल्ड अखबार प्रकाशित करने वाली एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) की 2,000 करोड़ रुपये की संपत्तियों के धोखाधड़ीपूर्ण अधिग्रहण से संबंधित साजिश और धन शोधन का आरोप लगाया है

90 करोड़ ऋण के बदले संपत्ति को धोखाधड़ी से हड़पने का आरोप

ईडी ने आरोप लगाया है कि एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) - नेशनल हेराल्ड के पब्लिशर्स, जिसकी कीमत ₹2,000 करोड़ से अधिक है। इसकी संपत्तियों को कथित धोखाधड़ी से अधिग्रहित किया गया है। इससे मिले पैसे यंग इंडियन नामक कंपनी के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग में इस्तेमाल किए गए। दावे के मुताबिक गांधी परिवार इस कंपनी में बहुसंख्यक शेयरधारक है। ईडी का आरोप है कि गांधी परिवार के पास यंग इंडियन में 76 प्रतिशत शेयर थे, जिसने 90 करोड़ रुपये के ऋण के बदले एजेएल की संपत्ति को धोखाधड़ी से हड़प लिया।

साजिश के तहत ट्रांसफर किए गए शेयर

ईडी का कहना है कि एजेएल की संपत्ति अवैध रूप से हासिल करने के लिए एक आपराधिक साजिश के तहत एजेएल के शेयर यंग इंडियन को ट्रांसफर किए गए। ईडी के मामले में शेयरों की कीमत, एजेएल की अचल संपत्तियां और उनसे मिला किराया, कथित तौर पर अपराध की इनकम है।

कैसे सामने आया मामला?

नेशनल हेराल्ड मामला 2012 में तत्कालीन भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा दायर एक शिकायत से शुरू हुआ था। स्वामी ने आरोप लगाया था कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) की संपत्तियों को यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएल) के माध्यम से धोखाधड़ी से हड़प लिया। एजेएल नेशनल हेराल्ड अखबार का प्रकाशन करती थी। एजेएल को कांग्रेस पार्टी ने 90.25 करोड़ रुपये का ब्याज-मुक्त ऋण दिया था। 2010 में इस ऋण को यंग इंडियन को मात्र 50 लाख रुपये में हस्तांतरित कर दिया गया, जिसके बाद एजेएल की 99% हिस्सेदारी यंग इंडियन के पास चली गई। सोनिया और राहुल गांधी यंग इंडियन में 38-38% हिस्सेदारी के साथ प्रमुख शेयर धारक हैं।

29 जुलाई को आदेश सुनाएगा कोर्ट

वहीं, कांग्रेस नेताओं के वकील वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार देते हुए कहा कि यंग इंडियन एक गैर-लाभकारी कंपनी है और कोई संपत्ति हस्तांतरित नहीं हुई. उन्होंने यह भी तर्क दिया कि मनी लॉन्ड्रिंग का कोई आधार नहीं है, क्योंकि कोई धन या संपत्ति का व्यक्तिगत लाभ नहीं लिया गया। कोर्ट ने अप्रैल 2025 में ईडी की चार्जशीट में कमियों के कारण समन जारी करने से इनकार कर दिया था, लेकिन मई में कमियों को दूर करने के बाद आरोपियों को सुनवाई का अधिकार देते हुए नोटिस जारी किए। अब 29 जुलाई को कोर्ट यह तय करेगा कि क्या चार्जशीट पर संज्ञान लिया जाए और समन जारी किया जाए या नहीं।

चीनी उपराष्ट्रपति से मिले विदेश मंत्री जयशंकर, गलवान घाटी संघर्ष के पांच साल बाद चीन की धरती पर रखा कदम

#foreignministerjaishankarmetchinesevicepresident 

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर तीन दिनों की चीन यात्रा पर हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को बीजिंग में चीन के उपराष्ट्रपति हान झेंग से मुलाकात की। विदेश मंत्री एस जयशंकर पिछले पाँच वर्षों में अपनी पहली चीन यात्रा पर हैं। जयशंकर के इस दौरे का मकसद 2020 में गलवान घाटी में हुए संघर्ष के बाद भारत और चीन के खराब रिश्तों को सुलझाना है। जयशंकर मंगलवार को तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होंगे, और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ द्विपक्षीय बातचीत भी करेंगे।

विदेश मंत्री ने सोमवार को चीनी उपराष्ट्रपति हान झेंग से मुलाकात की और विश्वास व्यक्त किया कि दोनों पड़ोसी देश अपने द्विपक्षीय संबंधों में हाल ही में हुए सुधार के सकारात्मक रुख को बनाए रखेंगे। जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया, "आज बीजिंग पहुँचने के तुरंत बाद उपराष्ट्रपति हान झेंग से मिलकर प्रसन्नता हुई। चीन की एससीओ अध्यक्षता के लिए भारत का समर्थन व्यक्त किया। हमारे द्विपक्षीय संबंधों में सुधार पर ध्यान दिया। और विश्वास व्यक्त किया कि मेरी यात्रा के दौरान हुई चर्चाएँ इस सकारात्मक रुख को बनाए रखेंगी।"

भारत-चीन संबंधों में हालिया सुधार का जिक्र किया

चीन के उपराष्ट्रपति हान झेंग से मुलाकात के दौरान जयशंकर ने भारत-चीन संबंधों में हालिया सुधार का जिक्र किया। दोनों नेताओं के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक में जयशंकर ने कहा, भारत और चीन के संबंध अक्टूबर 2023 में कजान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात के बाद से लगातार बेहतर हो रहे हैं। दोनों देशों के बीच 75 साल के राजनयिक संबंध पूरे हो चुके हैं।

जयशंकर ने मौजूदा अंतरराष्ट्रीय हालात को जटिल बताया और कहा कि भारत और चीन जैसे बड़े पड़ोसी देशों के बीच खुलकर बातचीत बेहद जरूरी है। उन्होंने चीनी उपराष्ट्रपति को बताया कि कैलाश मानसरोवर यात्रा के फिर से शुरू होने को भारत में बेहद सराहा गया है

पिछले पांच सालों में निम्नतर स्तर पर पहुंचा संबंध

15 जून, 2020 को गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हुए संघर्ष ने भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय संबंध छह दशक के गिरावट के स्तर पर पहुंच गए। इसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे, जिसमें से एक कमांडिंग ऑफिसर भी थे। वहीं चीन ने अपने सैनिकों के हताहत होने की बात तो मानी, लेकिन उनकी असली संख्या नहीं बताई। रिपोर्ट्स के अनुसार भारत से ज्यादा नुकसान चीन की सेना को उठाना पड़ा था।

आज स्पेस से लौट रहे शुभांशु शुक्ला, रवानगी से पहले अंतरिक्ष से बोले- भारत आज भी सारे जहां से अच्छा

#shubhanshu_shukla_return_from_iss 

अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर दो हफ्ते बिताने के बाद, भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला घर लौटने के लिए तैयार हैं। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन की समाप्ति पर एक भावुक संदेश में कहा कि अंतरिक्ष से भारत आज भी सारे जहां से अच्छा दिखता है. उन्होंने यह टिप्पणी मिशन के विदाई समारोह के दौरान की। शुभांशु शुक्ला और ‘एक्सिओम-4’ मिशन के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री 14 जुलाई यानी आज पृथ्वी के लिए अपनी वापसी की यात्रा शुरू करेंगे। शुभांशु शुक्ला सहित सभी की पृथ्वी पर वापसी भारतीय समयानुसार 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे निर्धारित है।

14 जुलाई को धरती पर वापसी से पहले 13 जुलाई की शाम फेयरवेल सेरेमनी में उन्होंने भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा के 1984 में दिए आइकॉनिक डायलॉग को दोहराते हुए कहा- भारत आज भी सारे जहां से अच्छा है। उन्होंने कहा- जब मैंने 25 जून को फाल्कन 9 रॉकेट ये यात्रा शुरू की थी, तब नहीं सोचा था कि यह यात्रा इतनी अविश्वसनीय रहेगी। मेरे पीछे खड़ी टीम के बिना यह यात्रा इतनी अविश्वसनीय नहीं होती। यहां होना बहुत खुशी की बात है।

अंतरिक्ष से धरती अभी भी जादुई लगता है- शुभांशु शुक्ला

शुभांशु ने कहा कि बीते ढाई हफ्ते में हमने स्पेस स्टेशन पर साइंस एक्टिविटी की, आउटरीच एक्टिवटी की, इसके बाद जितना भी समय मिला हमने स्पेस स्टेशन की खिड़की से धरती को निहारा। यह अभी भी जादुई लगता है। उन्होंने इस अवसर के लिए इसरो को, उनके समर्थन के लिए नासा को, और प्रयोगों में मदद करने वाले शोधकर्ताओं और छात्रों को धन्यवाद दिया।

स्पेस से साथ ला रहे “खजाना”

इस बीच, नासा ने बताया कि सभी एस्ट्रोनॉट अपने रिसर्च को पूरा करने के बाद स्पेस से कई खास चीजें ला रहे हैं, जो किसी खजाने से कम नहीं। एजेंसी ने बताया कि ड्रैगन यान में 580 पाउंड (करीब 263 किलो) वैज्ञानिक सामान, नासा का हार्डवेयर और 60 से ज्यादा साइंस एक्सपेरिमेंट्स के डेटा होंगे। ये सभी प्रयोग अंतरिक्ष में किए गए हैं, जो निश्चित तौर पर आने वाले समय में अंतरिक्ष विज्ञान की दुनिया में काफी लाभकारी होंगे।

15 जुलाई का इंतजार

बता दें कि 18 दिनों के गहन वैज्ञानिक प्रयोगों और अनुसंधानों के बाद एक्सिओम-4 मिशन अब अपने समापन की ओर बढ़ रहा है। शुक्ला और उनके तीन अंतरराष्ट्रीय साथियोंकमांडर पैगी व्हिटसन, मिशन विशेषज्ञ स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की और टिबोर कापूसोमवार को पृथ्वी के लिए वापसी की उड़ान भरने को तैयार हैं। भारतीय समयानुसार, यह वापसी यात्रा 15 जुलाई को दोपहर 3:00 बजे शुरू होगी। पृथ्वी पर वापसी 15 जुलाई को दोपहर 3:00 बजे निर्धारित है।

कब घर लौट रहे भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला, ISS से वापसी का काउंटडाउन शुरू

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भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। शुभांशु शुक्ला और उनके तीन साथियों की पृथ्वी पर वापसी अब नजदीक है।शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के तहत तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर गए थे। इन अंतरिक्ष यात्रियों का 14 दिन का मिशन था, जो पूरा हो चुका है। फिलहाल शुभांशु शुक्ला समेत अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के पृथ्वी पर लौटने का इंतजार है।

15 जुलाई को होगा स्प्लैशडाउन

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को एक्सिओम-4 इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन मिशन से जुड़ा अपडेट दिया। उन्होंने बताया कि शुभांशु शुक्ला 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे (भारतीय समयानुसार) पृथ्वी पर लौट सकते हैं। जानकारी के अनुसार, शुभांशु 14 जुलाई को आईएसएस से वापसी की यात्रा शुरू करेंगे। 14 जुलाई को दोपहर 4:35 बजे (भारतीय समय) पृथ्वी वापसी की यात्रा पर रवाना होंगे। उनका ‘क्रू ड्रैगन’ यान धरती के वायुमंडल में धीरे-धीरे प्रवेश करेगा और फिर 15 जुलाई को अमेरिका के कैलिफोर्निया तट के पास समुद्र में स्प्लैशडाउन करेगा।

एक्सिओम-4 टीम ने कई अहम एक्सपेरिमेंट किए- नासा

नासा के मुताबिक, एक्सिओम-4 टीम ने शुक्रवार को कई अहम प्रयोग किए। पहले जैव-चिकित्सकीय अनुसंधान के तहत रक्त के नमूने लिए गए। इसके बाद माइक्रोएल्गी का अध्ययन किया गया, जो अंतरिक्ष में भोजन और जीवन समर्थन प्रणाली का संभावित स्रोत है। साथ ही नैनोमटेरियल्स का अध्ययन किया गया। ये ऐसे वियरेबल डिवाइस के विकास में सहायक हैं, जो क्रू की सेहत पर लगातार नजर रख सकते हैं।

क्या बोले शुभांशु शुक्ला के पिता

शुभांशु शुक्ला के पिता ने कहा, वो जल्दी से जल्दी वापस आ आए, हम लोगों को बहुत खुशी है. हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वो सकुशल वापस आ जाएं। हमारी दुआएं उनके साथ हैं। जब मेरी बात उनसे हुई थी, तब वो बिल्कुल ठीक थे। उन्होंने बताया कि हमारे सभी काम समय पर हुए। कोई दिक्कत नहीं होगी। वहां लैब कैसी है? सोते कहां हैं? सूरज कैसे उगता है? यह सब कुछ उन्होंने हमें दिखाया। बड़ा अच्छा लगा उन्हें वहां प्रसन्न देखकर। यह हमारे लिए गर्व का पल है। हम अच्छी तरह उनका स्वागत करेंगे। उनका सम्मान करेंगे।

राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए 4 सदस्यों को नॉमिनेट किया, कसाब को फांसी दिलाने वाले उज्‍ज्‍वल निकम भी मनोनीत

#the_president_of_india_nominated_four_new_members_for_the_rajya_sabha 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए चार नए सदस्यों को मनोनीत किया है। ये हैं उज्ज्वल देवराव निकम, सी. सदानंदन मास्टे, हर्षवर्धन श्रृंगला और मीनाक्षी जैन। उज्ज्वल निकम एक मशहूर वकील हैं। सी. सदानंदन मास्टे केरल के समाजसेवी और शिक्षाविद हैं। हर्षवर्धन श्रृंगला भारत के पूर्व विदेश सचिव हैं। मीनाक्षी जैन एक प्रसिद्ध इतिहासकार और शिक्षाविद हैं। गृह मंत्रालय की ओर से यह अधिसूचना कल शनिवार को जारी की गई थी।

राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए इन चारों को राज्‍यसभा के लिए नॉमिनेट किया है। बता दें कि ये नामांकन भारत के राष्‍ट्रपति द्वारा संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत किए गए हैं। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80(3) के तहत, राष्ट्रपति को राज्यसभा में 12 सदस्यों को नॉमिनेट करने का अधिकार है। ये सदस्य कला, साहित्य, विज्ञान, सामाजिक सेवा जैसे क्षेत्रों में विशेष योगदान के लिए चुने जाते हैं। वर्तमान में राज्यसभा की कुल सदस्य संख्या 245 है, जिसमें 233 निर्वाचित और 12 नामांकित सदस्य शामिल हैं।

जानें मनोनित सदस्यों के बारे मेः

उज्‍ज्‍वल निकम

उज्ज्वल निकम का जन्म 30 मार्च 1953 को महाराष्ट्र के जलगांव में वकील देवराव माधवराव निकम और प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी विमलादेवी के घर हुआ था। उन्‍होंने साइंस में ग्रैजुएशन की डिग्री ली और जलगांव के एसएस मनियार लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री प्राप्त की। उज्ज्वल निकम कुछ प्रसिद्ध अदालती मामलों में एक प्रमुख व्यक्ति रहे हैं। साल 1991 में उन्होंने कल्याण बम विस्फोट के लिए रविंदर सिंह को दोषी ठहराने में प्रमुख भूमिका निभाई। उनके करियर ने 1993 में एक बड़ा मोड़ लिया जब वे मुंबई सीरियल बम विस्फोट मामले में सरकारी वकील बने। उज्ज्वल निकम 26/11 के हमलों के बाद पकड़े गए एकमात्र पाकिस्‍तानी आतंकवादी अजमल कसाब के मुकदमे में सरकारी वकील थे। उन्होंने कसाब की मौत की सजा के लिए सफलतापूर्वक बहस की और उसे फांसी के फंदे तक पहुंचाया।

हर्षवर्धन श्रृंगला

संसद के ऊपरी सदन जाने वाले हर्षवर्धन श्रृंगला वरिष्ठ राजनयिक रहे हैं और वह 1984 के भारतीय विदेश सेवा (IFS) के अधिकारी हैं। अपने 35 साल के लंबे करियर में हर्षवर्धन ने राजधानी नई दिल्ली समेत विदेश में कई अहम पदों पर काम किया है। वह अमेरिका में भारत के राजदूत (2019) रहे। इससे पहले वह बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त और थाईलैंड में भारत के राजदूत के रूप में भी रहे। इसके अलावा उन्होंने फ्रांस (यूनेस्को); अमेरिका (संयुक्त राष्ट्र, न्यूयॉर्क); वियतनाम (हनोई और हो ची मिन्ह सिटी); इजराइल और दक्षिण अफ्रीका (डरबन) में भी काम किया है। हर्षवर्धन ने विदेश मंत्रालय संयुक्त सचिव (महानिदेशक) के रूप में काम किया था, जहां उनके पास बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार और मालदीव के लिए जिम्मेदारी थी।

अमेरिका में राजदूत के रूप में काम करने बाद में हर्षवर्धन श्रृंगला 29 जनवरी 2020 में विदेश मंत्रालय के 33वें विदेश सचिव बनाए गए।

मीनाक्षी जैन 

राज्यसभा के लिए मनोनीत होने वाली डॉ मीनाक्षी जैन मध्यकालीन और औपनिवेशिक भारत की एक प्रसिद्ध इतिहासकार हैं। वह दिल्ली यूनिवर्सिटी के गार्गी कॉलेज में इतिहास की पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी की पूर्व फेलो और भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद की शासी परिषद की पूर्व सदस्य हैं। वह वर्तमान में भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद की सीनियर फेलो हैं। उनकी गहन शोध वाली पुस्तक लगातार चर्चा में रही है। उन्होंने फ़्लाइट ऑफ़ डेइटीज़ एंड रीबर्थ ऑफ़ टेम्पल्स और द बैटल फ़ॉर राम: केस ऑफ़ द टेम्पल एट अयोध्या सहित कई पुस्तकें लिखी हैं। साहित्य और शिक्षा में उनके योगदान के लिए उन्हें 2020 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।

सी. सदानंदन मास्टर

राज्यसभा के लिए मनोनीत होने वाले सी सदानंदन मास्टर भी प्रख्यात शिक्षाविद हैं। वो केरल से जुड़े हुए हैं। सदानंदन मास्टर केरल के एक वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविद्, जिन्हें समाज और शिक्षा के क्षेत्र में उनके दीर्घकालिक योगदान के लिए जाना जाता है। 

केरल के भाजपा सदस्य और शिक्षक सी सदानंदन मास्टर को पार्टी ने 2021 के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया था। सदानंदन को राजनीतिक हिंसा का भी शिकार होना पड़ा है। 25 जनवरी 1994 को माकपा कार्यकर्ताओं ने उनके पैतृक गांव पेरिंचरी के पास उनके दोनों पैर काट दिए थे।

कोलकाता में फिर छात्रा से दरिंदगी, आईआईएम के बॉयज हॉस्टल में रेप

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कोलकात लॉ कॉलेज में छात्रा से गैंगरेप की घटना की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई कि बंगाल की राजधानी स्थित एक और शिक्षण संस्थान से रेप की घटना सामने आ गई है। रेप की यह दूसरी घटना कोलकाता इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) से सामने आई है। आईआईएम के हॉस्टल में छात्रा के साथ रेप किया गया है। इस मामले में पीड़िता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस के मुताबिक, सोशल मीडिया पर दोनों की जान-पहचान हुई थी। स्टूडेंट किसी निजी मामले में सलाह के लिए आरोपी से मिलने आईआईएम आई थी। इसके बाद उसे बॉयज हॉस्टल ले जाया गया, जहां उससे रेप हुआ। घटना बिजनेस स्कूल के बॉयज हॉस्टल में शुक्रवार को हुई थी।

पीड़ित ने एफआईआर में बताया है कि उसे काउंसलिंग सेशन के लिए हॉस्टल बुलाया गया। वहां उसने एक ड्रिंक पी, जिससे वह बेहोश हो गई। होश में आने पर पता चला कि उसके साथ बलात्कार हुआ है। पीड़ित ने आरोप लगाया कि आरोपी ने उसे धमकी दी थी कि अगर उसने यह बात किसी को बताई तो गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।

इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए संयुक्त सीपी (अपराध) कोलकाता पुलिस ने बताया कि कल देर शाम एक युवती ने हरिदेवपुर थाने में शिकायत दी कि आईआईएम परिसर में एक छात्र ने उसके साथ रेप किया है. पीड़िता के शिकायत के आधार पर केस दर्ज करते हुए आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया है.

इससे पहले साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में 25 जून को गैंगरेप एक छात्रा से गैंगरेप हुआ था। मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा यहीं का पूर्व छात्र है। बाकी दो मौजूदा स्टूडेंट्स हैं। मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी को 26 जून को गिरफ्तार किया गया था।

अहमदाबाद प्लेन क्रैश: एएआईबी रिपोर्ट में बताई गई हादसे की वजह, फ्यूल की सप्लाई हवा में ही बंद हो गई

#aaibreportonairindiaplanecrash 

अहमदाबाद से 12 जून को एयर इंडिया की जिस फ्लाइट 171 ने लंदन के लिए उड़ान भरी थी वो क्रैश हो गई थी। इस भयानक हादसे में विमान में सवार 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई थी। इस प्लेन क्रैश ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। हादसे के बाद से ही इसके पीछे के कारणों की जांच की जा रही थी। अब जांच में सामने आया है कि क्रैश के पीछे की वजह फ्यूल कंट्रोल स्विच हो सकता है। शुरुआती जांच के मुताबिक गलत फ्यूल सेटिंग या स्विच में संभावित खराबी, इंजन फेल का कारण बन सकती है।

दोनों इंजनों को फ्यूल की सप्लाई हवा में ही बंद हो गई

एयरक्राफ्ट इन्वेस्टिगेशन एक्सिडेंट ब्यूरो (एएआईबी) ने 12 जून को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी कर दी है।एएआईबी ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में बड़ा खुलासा किया है। एएआईबी ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि प्‍लेन के टेकऑफ करते ही दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच एक सेकेंड के अंदर कटऑप हो गए। जिसके चलते, इंजन में फ्यूल सप्‍लाई पहुंचना बंद गई। प्‍लेन अपना थ्रस्‍ट और पॉवर खोने लगा। महज कुछ के अंदर प्‍लेन अहमदाबाद एयरपोर्ट के समीप क्रैश हो गया।

दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच काम कर रहे थे

रिपोर्ट में यह बताया गया है कि क्रैश के बाद थ्रस्ट लीवर (जो इंजन की ताकत को नियंत्रित करता है) आईडल पोजिशन के पास पाए गए, लेकिन ब्लैक बॉक्स के डेटा से पता चला कि टकराव के वक्त तक ये लीवर फॉरवर्ड पोजिशन में ही थे। दोनों फ्यूल कंट्रोल स्विच भी उस समय RUN मोड में थे।

एक इंजन पर रिलाइट अटेम्प्ट का प्रयास विफल

फ्लाइट डेटा से पता चलता है कि इंजन 1 के लिए रिलाइट का प्रयास ऑटोमेटिक रूप से किया गया और सफल रहा, लेकिन इंजन 2 कई बार फ्यूल के रिएंट्री के बावजूद ठीक होने में विफल रहा।

क्रैश के समय इंजन बंद थे

विश्लेषण से पता चलता है कि विमान ने 8° का अगला भाग ऊपर की ओर झुका हुआ था और उसके पंख भी समतल थे, लेकिन दोनों इंजन निष्क्रिय थे। इससे विमान ऊपर जाने में असमर्थ था।

टेकऑफ मोड में कॉकपिट कंट्रोल नॉर्मल

फ्लैप और लैंडिंग गियर लीवर स्टैंडर्ड टेकऑफ स्थिति में थे; थ्रस्ट लीवर दुर्घटना के बाद निष्क्रिय अवस्था में पाए गए। हालांकि वे उड़ान के दौरान टेकऑफ थ्रस्ट पर थे। इससे इन-फ्लाइट कटऑफ की पुष्टि होती है।

साजिश के कोई संकेत नहीं

जांच में एक बड़ा संदेह भी अब दूर हो गया है। रिपोर्ट में साफ किया गया है कि टेकऑफ के समय फ्लैप की सेटिंग (5 डिग्री पर) और लैंडिंग गियर लीवर की स्थिति (नीचे) बिल्कुल सामान्य और मानक के अनुसार थी। एएआईबी ने यह भी कहा कि शुरुआती जांच में विमान में किसी तरह की साजिश या तोड़फोड़ के कोई स्पष्ट सबूत नहीं मिले हैं।

गंभीरता ने नहीं ली गई चेतावनी

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अमेरिका की फेडरल एविएशन अथॉरिटी (एफएए) ने दिसंबर 2018 में फ्यूल कंट्रोल स्विच को लेकर एक चेतावनी जारी की थी। एफएए ने कहा था कि कुछ बोइंग 737 विमानों में फ्यूल कंट्रोल स्विच के लॉकिंग फीचर को निष्क्रिय स्थिति में पाया गया था। हालांकि, एफएए ने इसे इतना गंभीर नहीं माना कि इस पर अनिवार्य तकनीकी निर्देश (AD) जारी किया जाए।

हमने पाकिस्तान में घुसकर 9 आतंकी ठिकाने तबाह किए, हमें कोई नुकसान नहीं हुआ’ ऑपरेशन सिंदूर पर बोले डोभाल

#indiadidnotsufferanylossduetooperationsindoorsaysnsaajit_doval

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए अजित डोभाल ने कहा कि भारत का ऑपरेशन बेहद ही सफल रहा। हमने पाकिस्तान में नौ ठिकानों को निशाना बनाया था। इसमें से एक भी नहीं चूका। उन्होंने ये भी कहा कि इस ऑपरेशन के दौरान भारत को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है। हमारे नुकसान की एक फोटो तक कहीं नहीं दिखी।

हमारे नुकसान की एक फोटो तक कहीं नहीं दिखी-डोभाल

आईआईटी मद्रास में आयोजित 62वें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर विदेशी मीडिया की रिपोर्टिंग पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कई विदेशी समाचार एजेंसियों ने भारत को लेकर भ्रामक और तथ्यहीन जानकारी प्रकाशित की है। एनएसए डोभाल ने कहा कि विदेशी प्रेस ने कहा कि पाकिस्तान ने यह किया, वो किया... आप मुझे एक भी फोटो या सबूत दिखाइए जिसमें भारत में किसी इमारत को नुकसान हुआ हो, एक कांच तक टूटा हो... उन्होंने बातें लिख दीं और छाप दीं। हमारे नुकसान की एक फोटो तक कहीं नहीं दिखी। जबकि फोटो में पाकिस्तान के 13 एयरबेस की तबाही की तस्वीरें आप सबने देखी होंगी।

ऑपरेशन पूरा करने में लगे 23 मिनट

अजीत डोभाल ने आगे कहा, हर लक्ष्य पर सटीक प्रहार हुआ। हमला कहीं और नहीं हुआ। सिर्फ वहीं हुआ, जहां हमें पता था कि वहां कौन मौजूद है। पूरे ऑपरेशन को पूरा करने में केवल 23 मिनट लगे।

गुरुग्राम में टेनिस खिलाड़ी की हत्या, पिता ने पीछे से मारीं 3 गोलियां, होनहार बेटी के लिए इतना क्रूर कैसे हुआ पिता?

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गुरुग्राम के सेक्टर-57 में राज्य स्तरीय महिला टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या कर दी गई। राधिका यादव की गुरुवार की दोपहर को उन्‍हीं के घर में गोली मारकर हत्‍या कर दी गई। उनकी हत्‍या करने वाला और कोई नहीं बल्कि उनके पिता ही हैं। होनहार बेटी राधिका यादव ने जिस पिता का कई बार अपने खेल से नाम रोशन किया। कई बार उन्‍हें खुशी का मौका दिया, वो पिता आखिर इतना क्रूर कैसे हो गया?

पिता ने कबूल किया गुनाह

पुलिस के अनुसार, दीपक यादव ने गुरुवार सुबह अपने घर में लाइसेंसी रिवॉल्वर से राधिका को पांच गोलियां मारीं, जिनमें से तीन उसकी पीठ में लगीं और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हत्या का कारण राधिका द्वारा संचालित टेनिस अकादमी को लेकर पिता-पुत्री के बीच चल रहा विवाद बताया जा रहा है। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि दीपक यादव को समाज में यह कहे जाने पर आपत्ति थी कि वह अपनी बेटी की कमाई पर आश्रित हैं।

बेटी की कमाई खाने की बात पर थी नाराजगी

आरोपी दीपक यादव ने पूछताछ में बतलाया कि, मेरी लड़की राधिका टेनिस की प्लेयर थी और नेशनल तक खेली थी। काफी ट्राफी जीत कर लाई। कुछ दिन से मेरी लड़की के कंधों में इंजरी होने के कारण वो खेल नहीं रही थी। उसने अपनी एकेडमी खोल रखी थी, जो बच्चो को कोचिंग देती थी। जब मैं गांव में दूध लेने के लिए वजीराबाद जाता था तो लोग मुझे कहते थे कि आप लड़की की कमाई खाते हो। जिससे मैं काफी परेशान था। जो लोग मेरी लड़की के चरित्र पर भी उंगली उठाते थे। मैनें अपनी लड़की से कहा कि आपने टेनिस की एकेडमी खोल रखी है, इसको बंद कर दो। लेकिन मेरी लड़की ने बंद करने से मना कर दिया।

पिता-बेटी में टेनिस अकादमी को लेकर था झगड़ा

बीते 15 दिनों से पिता व बेटी में टेनिस अकादमी को लेकर झगड़ा चल रहा था। बृहस्पतिवार की सुबह दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहसबाजी होने पर पिता दीपक ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से बेटी राधिका की पीठ में तीन गोली मार दी। राधिका यादव को गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

कंधे में चोट के बाद छोड़ दिया था खेल

बता दें कि राधिका यादव भारत की एक प्रतिभाशाली टेनिस खिलाड़ी थीं, जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई उपलब्धियाँ हासिल की थीं। राधिका ने टेनिस खेल में कई पदक भी जीते हैं। कुछ माह पहले कंधे में चोट लगने के कारण राधिका ने टेनिस खेलना छोड़ दिया था। इसके बाद राधिका ने वजीराबाद गांव में बच्चों को टेनिस सिखाने के लिए अकादमी शुरू की थी, लेकिन राधिका के पिता दीपक इस अकादमी को खोलने के खिलाफ थे।

75 की उम्र को लेकर से क्या बोले आरएसएस प्रमुख भागवत, पीएम मोदी से जोड़ा जा रहा कनेक्शन

#mohan_bhagwat_says_leaders_should_retire_at_75_years

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने फिर से कहा है कि नेताओं को 75 साल की उम्र में सेवानिवृत्त हो जाना चाहिए। भागवत ने एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए कहा कि 75 की उम्र होने के बाद दूसरों को भी अवसर देना चाहिए। भागवत की इस टिप्पणी को पीएम मोदी के रिटायरमेंट से जोड़ा जा रहा है। संयोग से इसी साल 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 75 वर्ष के होने वाले हैं।

संघ प्रमुख भागवत मोरोपंत पिंगले की स्मृति में एक किताब के लोकार्पण समारोह में शामिल हुए। मोरोपंत पिंगले: द आर्किटेक्ट ऑफ हिंदू रिसर्जेंस' पुस्तक का विमोचन करने के बाद, भागवत ने संघ के वरिष्ठ नेता की विनम्रता, दूरदर्शिता और जटिल विचारों को सरल भाषा में समझाने की अद्वितीय क्षमता को याद किया।

आरएसएस के विचारक दिवंगत मोरोपंत पिंगले को समर्पित एक किताब के विमोचन के मौके पर भागवत ने कहा जब आप 75 के हो जाते हैं, इसका मतलब है कि अब आपको रुक जाना चाहिए और दूसरों को रास्ता देना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक बार पिंगले ने कहा था, 75 वर्ष के होने के बाद अगर आपको शॉल देकर सम्मानित किया जाता है, इसका मतलब है कि आपको अब रुक जाना चाहिए, आपकी आयु हो चुकी है; हट जाइए और दूसरों को आगे आने दीजिए।

भागवत ने आपातकाल (1975) के बाद राजनीतिक बदलाव के दौरान पिंगले की भविष्यवाणियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, जब चुनाव की चर्चा हुई, मोरोपंत ने कहा था कि अगर सभी विपक्षी दल एक साथ आएं तो करीब 276 सीटों पर जीत जाएंगे और जब परिणाम आए, तो 276 सीटों पर ही जीत हुई। हालांकि, वे चुनाव परिणाम के दौरान इन चर्चाओं से दूर रहे। पिंगले ने कभी अपनी उपलब्धियों का जिक्र नहीं किया। वह अपनी मुस्कुराहट से विषयों को बदल देते थे और किसी भी सम्मान समारोह में जाने से भी बचते थे।

भागवत के इस बयान के बाद सवाल उठ रहे हैं कि उनका बयान किस तरफ इशारा करता है।शिवसेना (उद्धव गुट) नेता संजय राउत ने कहा कि संघ प्रमुख ने प्रधानमंत्री मोदी को यह संदेश दिया है। संयोग से इसी साल 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 75 वर्ष के होने वाले हैं।संयोग से खुद भागवत भी इसी साल 75 साल के होने वाले हैं।