डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भाजपा ने संगोष्ठी और श्रद्धांजलि दी
उपेंद्र कुमार पांडे,आजमगढ़:: भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष आजमगढ़ सदर ध्रुव सिंह की अध्यक्षता में डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी की बलिदान दिवस के अवसर पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए नेहरू हाल में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश महामंत्री किसान मोर्चा घनश्याम सिंह पटेल मौजूद रहे।
इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री किसान मोर्चा घनश्याम सिंह पटेल ने कहा कि डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय जनसंघ के संस्थापक और पहले अध्यक्ष थे। डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी ,नेहरू कैबिनेट में मंत्री थे लेकिन नेहरू जी की गलत नीतियों के चलते डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने नेहरू जी की कैबिनेट से स्तीफा देकर 21 अक्टूबर 1951 को दिल्ली में भारतीय जनसंघ की स्थापना की, इसके पहले अध्यक्ष बने। 1952 के चुनावों में, भारतीय जनसंघ ने मुखर्जी की सीट सहित भारत की संसद में तीन सीटें जीतीं। नेहरू जी ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 लागू कर किया । जिसके कारण जम्मू-कश्मीर में बाबासाहेब का संविधान नहीं चलता था वहां अलग संविधान अलग प्रधान और अलग निशान लागू था ।
जम्मू कश्मीर में भारत के लोगों को प्रवेश करने के लिए परमीट लेना पड़ता था । इस गलत नीति का विरोध डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने किया उन्होंने कहा एक देश में दो विधान दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेगा। डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू-कश्मीर में बिना परमीट के प्रवेश किया । जम्मू-कश्मीर की तत्कालीन सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर नजरबंद कर दिया । जहां से वह जिन्दा वापस नहीं आए । डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी।
हम सब नारा लगाते थे कि जहां हुए बलिदान मुखर्जी वह कश्मीर हमारा है। जब अनुच्छेद 370 जम्मू-कश्मीर से हटाने की बात होती थी तो देश की एकता औरअखण्डता के दुष्मन कहते थे यदि ऐसा हुआ तो देश में खून की नदियां बहेंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाकर डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी के अखण्ड भारत के सपने को साकार किया है । आज उनके बलिदान दिवस पर हम सब उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों ने एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम के अन्तर्गत पौधारोपण किया।
इस अवसर पर रामाधीन सिंह, डा श्याम नारायण सिंह, अखिलेश मिश्रा गुड्डू, अरविन्द जायसवाल,राम दर्शन यादव, कल्पनाथ पासवान , सचिदानंद सिंह, ऋषिकेश दूबे,सहजानंद पाण्डेय , पंकज सिंह कौशिक, हरिवंश मिश्रा, पूनम सिंह, विभा बर्नवाल, बबिता जसरासरिया, मिथिलेश, पाण्डेय, ब्रजेश यादव, आनन्द सिंह, विनय गुप्ता, विवेक निषाद पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
Jun 24 2025, 19:49