पाक ने दिया आतंकियों को पनाह देने का सबूत, भारत के हमले के डर से बढ़ाई हाफिज सईद की सुरक्षा
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पाकिस्तान भले ही अपनी जुबान से ये ना माने की वो अतंकियों को पाल-पोस रहा है, लेकिन उसकी हरकतें हर बार जाहिर हो जाती हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और सेना ने लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा जैसे आतंकी गुटों को सरगना हाफिज सईद की सुरक्षा बढ़ा दी है। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सईद की सुरक्षा काफी ज्यादा कड़ी की गई है। दरअसल, पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान को भारत की ओर से सैन्य कार्रवाई की चिंता सता रही है। वह बार-बार अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की ओर से हमला किए जाने की बात कर रहा है। इस हमले की आशंका के बीच उसने कुख्यात आतंकवादी हाफिज सईद की सुरक्षा बढ़ा दी है।
घनी आबादी वाले इलाके में हुआ शिफ्ट
फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, हाफिज सईद को लाहौर के एक घनी आबादी वाले इलाके में छोटे घर में रखा गया है। हाफिज सईद को जिस घनी आबादी वाले इलाके में रखा गया है वहां मस्जिद, मदरसा और आम लोगों के छोटे-छोटे घर हैं। हाफिज को लाहौर के मोहल्ला जोहर में छिपाया गया है जहां पाकिस्तान सेना के स्पेशल सर्विस ग्रुप के पूर्व कमांडो उसकी 24 घंटे सुरक्षा में तैनात है। उसकी सुरक्षा में पूर्व एसएसजी कमांडो तैनात किए गए हैं। उसके पाक सुरक्षाबलों के घेरे में एक सुरक्षित ठिकाने पर होने की बात कही गई है। हाफिज सईद को उसके लाहौर के मोहल्ला जौहर स्थित घर पर नहीं रखा गया है। इसके बावजूद उसके घर पर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात हैं।
2019 से कागजों पर गिरफ्तार
हाफिज सईद 2019 से कागजों पर गिरफ्तार है। कागजों पर अभी जेल में है और इसी कारण उसके नए ठिकाने को अस्थाई उप-जेल में तब्दील कर दिया गया है। जानकारों का कहना है कि उसके घर के एक किमी के दायरे में इशारा पहचानने वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही पूरे इलाके पर नजर रखने के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया गया है।
जेल में होने के बाद भी सार्वजनिक तौर पर दिखता रहा है
हाफिज सईद को पाकिस्तान की अदालतों ने भी कई मामलों में दोषी ठहराया है। उसे 46 साल की सजा हुई है। वह आतंकवाद को बढ़ाने के लिए पैसे देने का दोषी है। वह 2019 से गिरफ्तार है। लेकिन, वह पाकिस्तान की सरकार और सेना के संरक्षण में अपना काम कर रहा है। बीते तीन सालों में वह कम से कम दो दर्जन से अधिक बार सार्वजनिक तौर पर देखा गया है। इसी साल फरवरी में उसे एक कड़ी सुरक्षा घेरे के बीच देखा गया था। वह मुख्य रूप से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के आतंकवादी लॉन्च पैड और मुरिदके, बहावलपुर और रावलकोट के शिविरों में देखा जाता है।
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