/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png StreetBuzz पलामू पुलिस की पिटाई से जेल में महफूज अहमद की हुई मौत, रिम्स में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ खुलासा,बढ़ सकती है पुलिस की मुश्किलें Jharkhand
पलामू पुलिस की पिटाई से जेल में महफूज अहमद की हुई मौत, रिम्स में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ खुलासा,बढ़ सकती है पुलिस की मुश्किलें

 पलामू के नावाबाजार निवासी 24 वर्षीय महफूज अहमद की मौत लाठी-डंडे से बेरहमी से पीटे जाने की वजह से हुई थी। पिटाई से उसके शरीर में हर जगह खून के थक्के जम गए, जिससे रक्त संचार रुक गया और यही मौत की वजह बनी। इसका खुलासा रिम्स में गठित मेडिकल बोर्ड की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ है, जिसकी कॉपी पलामू पुलिस को मिल गई है।

रिपोर्ट में बर्बरता से पिटाई का मामला उजागर हुआ है। महफूज अहमद की पिटाई किसने की, यह जांच का विषय है। 

फिलहाल, मारपीट का आरोप पलामू पुलिस पर है। महफूज के स्वजनों ने पलामू पुलिस की हिरासत में महफूज को बेरहमी से पीटने का आरोप लगाते हुए इस पूरे मामले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग कर रखी है।

बर्बरता से पिटाई बनी मौत की वजह

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बर्बरता से पिटाई का मामला उजागर होने के बाद पलामू पुलिस के हाथ-पांव फूले हुए हैं। महकमे में भी इसकी चर्चा तेज है। यह मामला झारखंड विधानसभा में भी नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने उठाया था और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया था।

इसके बाद पलामू की एसपी रिष्मा रमेशन ने पूर्व में ही लापरवाही के आरोप में नावाबाजार थानेदार चिंटू कुमार को निलंबित कर दिया था। अब इस केस में कुछ और अधिकारियों की गर्दन फंसेगी। इस पूरे मामले की जांच अब सीआइडी करेगी।

क्या है पूरा मामला

पलामू पुलिस का दावा है कि महफूज को पांकी थाना क्षेत्र के कारीमाटी जंगल से लूट की योजना बनाते पांच मार्च को पकड़ा और तीन अन्य साथियों के साथ उसे छह मार्च को केंद्रीय कारा पलामू भेज दिया था। पुलिस ने उसके पास से हथियार व गोली बरामद होने का दावा किया था।

जेल पहुंचते ही महफूज की हालत बिगड़ी, उसे मेदिनीनगर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेजा गया, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया। सात मार्च को वह रिम्स के आइसीयू में भर्ती कराया गया था, जहां वह बेहोश था।

रिम्स में 18 दिनों तक वह जिंदगी व मौत से जूझता रहा और अंतत: 23 मार्च को उसने दम तोड़ दिया था। इसके बाद रिम्स में दंडाधिकारी की उपस्थिति में 24 मार्च को उसके शव का पंचनामा हुआ।

डॉक्टरों के बोर्ड ने उसके शव का पोस्टमार्टम किया, पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई। बिसरा सुरक्षित रखा गया, जिसकी राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच होनी है।

स्वजन का दावा

महफूज के स्वजन का दावा है कि महफूज को पांच मार्च नहीं, बल्कि एक मार्च को पुलिस ने पकड़ा था और उसे अपने पास रखा था और परिवार को इसकी जानकारी भी नहीं दी।

महफूज झोला छाप डॉक्टर था और पुलिस ने उसे उसके क्लिनिक से पकड़ा था। कोर्ट में आवेदन देने के बाद अगले दिन महफूज को बीमार हालत में लेकर पुलिस कोर्ट गई थी।

पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों के बोर्ड में ये थे शामिल

पोस्टमार्टम करने वाले मेडिकल बोर्ड में रिम्स के मेडिसिन विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. निलभ कुमार सिंह, सर्जरी विभाग के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर एन. माहेश्वरी।

पैथोलोजी विभाग के ट्यूटर डॉ. मोहम्मद अलीमुद्दीन अंसारी, एफएमटी विभाग के जूनियर रेजिडेंट डॉ. जेके चौधरी एफएमटी विभाग के सीनियर रेजिडेंट डॉ. आनंद कुमार, सीनियर रेजिडेंट डॉ. अंकुर चौधरी शामिल थे।

राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला को जो बिसरा भेजा गया है, उसमें पेट, छोटी आंत, लीवर, गॉल ब्लैडर, स्प्लिन व किडनी के पार्ट शामिल हैं।

झारखंड अबैध रूप से रह रहे पाकिस्तानियों और बांग्लादेशियों को ढूंढ रही खूफिया टीम,

झारखंड के कोल्हान के तीनों जिलों पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और पाकिस्तानी नागरिकों की तलाश के लिए खुफिया विभाग ने अभियान तेज कर दिया है।

केंद्रीय खुफिया विभाग की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार जल्द ही रोहिंग्या की मौजूदगी का पूरा आंकड़ा सामने आएगा। सूत्रों के मुताबिक, बांग्लादेशी और रोहिंग्या चोरी-छिपे यहां रह रहे हैं और इनमें से कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल पाए गए हैं। पुलिस और खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि कोल्हान के कुछ इलाकों में रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से बसे हैं।

ये लोग फर्जी दस्तावेजों के सहारे झुग्गी-झोपड़ियों और सुदूर क्षेत्रों में रहते हैं। तीन-चार साल पहले चौका और बहरागोड़ा में पकड़े गए रोहिंग्या सोना तस्करी, महिला तस्करी और अन्य अवैध धंधों से जुड़े मिले थे।

हाल के महीनों में खुफिया विभाग ने इनके नेटवर्क को तोड़ने के लिए कई छापेमारी की है। जमशेदपुर और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस ने संदिग्ध स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया स्थानीय निवासियों से भी अपील की गई है कि वे संदिग्ध व्यक्तियों की जानकारी तुरंत प्रशासन को दें। पुलिस की टीम लगातार निगरानी कर रही है।

आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों की जांच की जा रही है। किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। यह अभियान राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय अपराध नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण है। कोल्हान में अवैध घुसपैठ का मुद्दा पहले भी चर्चा में रहा है। खुफिया विभाग का दावा है कि इस बार व्यापक स्तर पर कार्रवाई की जा रही है और जल्द ही रोहिंग्या और अन्य अवैध प्रवासियों की पूरी जानकारी सार्वजनिक होगी।

150 किमी की दूरी में बसे हैं

केंद्रीय खुफिया विभाग की मानें तो रोहिंग्या रंगामाटी तक 150 किमी की दूरी में अलग-अलग बस्तियों में आशियाना बना रहे हैं। वे फैलते जा रहे हैं। कुछ नेता व लोगों की मदद से वे मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड तैयार कर रहे हैं। रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार ने सभी उपायुक्त को पत्र भेजकर आगाह किया है कि राज्य की आंतरिक सुरक्षा को खतरा न हो, इसलिए घुसपैठियों का सत्यापन कराएं। शहर के खाली जगहों पर तेजी से अतिक्रमण कर रहे हैं।

जमशेदपुर के बारीनगर और बाराद्वारी की खाली जमीन पर हाल के एक दशक में नई बस्तियां आबाद हो गई हैं।

झारखंड के मौसम को लेकर बड़ा अपडेट, जानिए इन जिलों में होगी बारिश, IMD ने दिया जानकारी

झारखंड के मौसम को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। मौसम विभाग के अनुसार, मई की शुरुआत के साथ ही प्रदेश का मौसम बदल गया है। प्रदेश के कई इलाकों में बारिश देखने को मिल रही है। मौसम विभाग से मिले अपडेट के अनुसार, झारखंड के धनबाद जिले में हर दिन थोड़ी देर के लिए बारिश हो रही है। बुधवार की देर शाम भी बारिश होने से मौसम सुहाना हो गया। दिन में धूप निकली तो उमस वाली गर्मी रही।

देर शाम हुई बारिश ने गर्मी से राहत दिलाते हुए मौसम को सुहाना कर दिया। आइए जानते हैं पूरे झारखंड के मौसम का हाल।

बुधवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। अगले एक-दो दिनों में अधिकतम तापमान में हल्क बढ़ोतरी होगी। दिन में आसमान में बादल छाए रहे, जो देर शाम बारिश में बदल गई। झारखंड मौसम विज्ञान केंद्र रांची के अनुसार छह मई तक धनबाद में रुक-रुककर बारिश होगी और इस दौरान बारिश के कारण तापमान गिरेगा और मौसम सुहाना रहेगा।

इस दौरान प्रदेश के कई जिलों में हल्की और तेज बारिश देखने को मिलेगी, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली रहेगी। 6 मई तक प्रदेश के कई इलाकों में बारिश होगी उसके बाद फिर से भीषण गर्मी का दौर शुरू हो जाएगा।

अप्रैल में कुछ दिनों तक पड़ी भयंकर गर्मी के बाद हो रही बारिश ने गर्मी से राहत दिला दी है। गर्मी से राहत मिलने पर लोगों ने राहत की सांस ली है। दिन में धूप निकलती है, लेकिन वैसी गर्मी नहीं पड़ रही है। मौसम विभाग ने छह मई के बाद धीरे-धीरे गर्मी बढ़ने की संभावना जताई है। मई में अधिकतम तापमान 43-44 डिग्री तक रहने की संभावना जताई गई है। इधर, शहर समेत आसपास के क्षेत्रों में कुछ दिनों से रह-रहकर बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है।

JPSC नियुक्ति घोटाला मामले में चार अधिकारियों की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई,

झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) नियुक्ति घोटाला मामले में चार आरोपियों-पुलिस अधिकारियों विकास पांडेय और अरविंद सिंह, तथा प्रशासनिक पदाधिकारियों कुमुद कुमार और संगीता कुमारी-की अग्रिम जमानत याचिका पर बुधवार को CBI की विशेष अदालत में सुनवाई हुई।

सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष ने जवाब दाखिल करने के लिए अतिरिक्त समय मांगा, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। अब इस मामले की अगली सुनवाई 14 मई 2025 को होगी।

क्या है मामला?

JPSC नियुक्ति घोटाला पहली और दूसरी सिविल सेवा भर्ती (2005-2006) से जुड़ा है, जिसमें बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का आरोप है। CBI ने इस मामले में 12 साल की जांच के बाद अक्टूबर 2024 में चार्जशीट दाखिल की थी।

पहली भर्ती में 37 और दूसरी भर्ती में 70 आरोपियों को नामजद किया गया है, जिनमें तत्कालीन JPSC अध्यक्ष डॉ. दिलीप प्रसाद, सदस्य गोपाल प्रसाद सिंह, शांति देवी, राधा गोविंद नागेश, और परीक्षा नियंत्रक एलिस उषा रानी सिंह शामिल हैं।

अन्य आरोपी सरकारी अधिकारियों, उम्मीदवारों, और प्रभावशाली लोगों के रिश्तेदार हैं।

आरोप है कि चयन प्रक्रिया में भ्रष्टाचार, निशान पत्रों में हेरफेर, और प्रभावशाली लोगों के रिश्तेदारों को अनुचित लाभ दिया गया। उदाहरण के लिए, कुछ उम्मीदवारों के अंक बढ़ाए गए, जैसे रोशन कुमार साह, जिनके 80 अंक को 180 दिखाया गया।

विकास पांडेय, अरविंद सिंह, कुमुद कुमार, और संगीता कुमारी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए CBI की विशेष अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी।

सुनवाई के दौरान उनके वकीलों ने कोर्ट से जवाब तैयार करने के लिए और समय मांगा, जिसे अदालत ने मंजूर कर लिया। इन चारों पर आरोप है कि इन्होंने चयन प्रक्रिया में अनियमितताओं में भूमिका निभाई या इससे लाभ उठाया।

CBI की विशेष अदालत ने इस घोटाले से जुड़े कई आरोपियों की अग्रिम जमानत याचिकाएं पहले ही खारिज कर दी हैं। उदाहरण के लिए, फरवरी 2025 में अरविंद कुमार लाल सहित पांच आरोपियों को जमानत देने से इनकार किया गया था।

हालांकि, कुछ आरोपियों, जैसे पूर्व JPSC अध्यक्ष दिलीप प्रसाद और अन्य, को सुप्रीम कोर्ट और झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है।

झारखंड के लोगों को लगेगा 440 वोल्ट का करंट, आज से महंगी हो जाएगी बिजली

रांची : झारखंड के लोगों को आज से 440 वोल्ट का करंट लगने वाला है। बिजली की नयी टैरिफ की घोषणा 30 अप्रैल को कर दी जायेगी। झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग ने इसकी तैयारी कर ली है। टैरिफ एक मई से प्रभावी हो जायेगा।

दरअसल, जेबीवीएनएल ने झारखंड के घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली दर में प्रति यूनिट दो रुपये बढ़ाने का प्रस्ताव दिया था। वर्तमान में शहरी क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली दर 6.65 रुपये प्रति यूनिट है, जिसे 8.65 रुपये प्रति यूनिट करने का प्रस्ताव दिया गया है।झारखंड पर्यटन

पिछले दो वर्ष में टैरिफ में बढ़ोतरी नहीं की गयी थी। इस वर्ष बिजली टैरिफ में 50 पैसे से लेकर एक रुपये प्रति यूनिट तक बढ़ोतरी होने की संभावना है। मासिक फिक्सड चार्ज भी 20 से 30 रुपये तक बढ़ोतरी संभव है। 200 यूनिट तक इस्तेमाल करने वाले पर इसका असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त है।

200 से 400 यूनिट तक इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं पर कुछ असर पड़ेगा। हालांकि, उन्हें राज्य सरकार द्वारा दो से तीन रुपये प्रति यूनिट तक सब्सिडी दी जाती है। 400 यूनिट से अधिक का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ता पर सबसे ज्यादा टैरफ का असर पड़ेगा। उन्हें किसी प्रकार की सब्सिडी या छूट नहीं दी जाती है। दैनिक भारत 24. कॉम आपको रखे खबरों से आग

झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी युवा मंच का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से की शिष्टाचार मुलाक़ात

रांची :झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी युवा मंच के नवनिर्वाचित कार्यकारिणी ने आज महामहिम राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार से राजभवन में शिष्टाचार मुलाक़ात की। इस अवसर पर मंच की भावी योजनाओं सामाजिक कार्यों,अमृतधारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ,ब्लडडोनेशन, पर्यावरण तथा युवा सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।

टीम का नेतृत्व अध्यक्ष विशाल पाड़िया ने किया, जिनके साथ प्रांतीय उपाध्यक्ष आशीष अग्रवाल,महासचिव दीपक गोयनका कोषाध्यक्ष विकास झाझरिया एवं प्रांतीय संयोजक सूचना जनसंपर्क प्रचार प्रसार सामाजिक सम्मान के अमित शर्मा उपस्थित रहे।

विदित हो कि इस कार्यक्रम का समन्वय बनाने में प्रांतीय संयोजक अमित शर्मा द्वारा मुख्य भूमिका निभाई गई।

अक्षय तृतीय पर बाल विवाह के खिलाफ शपथ: धनबाद के मंदिरों में पुजारियों ने लिया संकल्प, बाल विवाह नहीं कराने का वादा


धनबाद : लिलोरी मंदिर कतरास मे राजा चन्द्रनाथ सिंह के नेतृत्व आज मन्दिर परिसर में बाल विवाह मुक्त भारत निर्माण की शपथ पंडितो द्वरा लिया गया। झारखण्ड ग्रामीण विकास ट्रस्ट एवं एक्सेस टू जस्टिस फॉर चिल्ड्रेन द्वरा राष्ट्रीय व्यापी बाल विवाह मुक्त भारत निर्माण अभियान के तहत धनबाद जिला के दर्जनों मंदिरों में आज अक्षय तृतीय के अवसर पर मंदिर के पुजारियों द्वरा बाल विवाह नहीं करने की शपथ ली जा रही है।

कार्यक्रम में उपस्थित झारखंड ग्रामीण विकास ट्रस्ट के निदेशक शंकर रवानी ने कहा कि आज अक्षय तृतीय के अवसर पर राष्ट्रीय व्यापी अभियान के तहत धनबाद के दर्जनों मन्दिरों में पुजारियों द्वरा मंदिरों में बाल विवाह नहीं कराने की शपथ लिया जा रहा है।बाल विवाह के खिलाफ अब पुजारी/पंडित गोलबंध हो रहे हैं, उनके द्वारा शपथ लिया जा रहा है कि अब बाल विवाह मंदिरों में नहीं होने देंगे। 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाल कल्याण समिति धनबाद के अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने कहा कि आज अक्षय तृतीय के अवसर पर भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा बाल विवाह मुक्त भारत निर्माण के लिए राष्ट्रीय ब्यापी अभियान के तहत सभी धार्मिक स्थलों में पुजारियों के अगुवाई में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। झारखण्ड ग्रामीण विकास ट्रस्ट द्वारा धनबाद में बाल विवाह के खिलाफ सराहनीय कार्य किया जा रहा है, धनबाद में लाखो लोगो ने बाल विवाह मुक्त भारत निर्माण की शपथ लिया है।

आज के दिन बाल कल्याण समिति धनबाद द्वरा धनबाद में करीब 25 बाल वी विवाह रोका गया है।मौके पर, कुमार विशाल सिंह, निमाई चटर्जी, संपद चटर्जी, काजल प्रामाणिक, उत्तम प्रामाणिक, झारखंड ग्रामीण विकास ट्रस्ट के ममता रवानी, दीपा रवानी, चंदा कुमारी आदि उपस्थित थे।

धनबाद में आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़,एटीएस ने पांचवें संदिग्ध को दबोचा, कोर्ट में पेश करने की तैयारी


धनबाद : आतंकी कनेक्शन मामले में झारखंड पुलिस के एंटी टेररिस्ट स्क्वॉयड (एटीएस) ने एक और संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। इस केस में पूर्व में गिरफ्तार चार संदिग्धों के बाद यह पांचवीं गिरफ्तारी है, जो धनबाद का ही रहने वाला है। इसका संबंध भी प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर से बताया जाता है। एटीएस मुख्यालय में उससे पूछताछ की जा रही है। जानकारी के मुताबिक, संदिग्ध बुधवार को कोर्ट के समक्ष पेश किया जा सकता है।

एटीएस को जानकारी मिली थी कि संदिग्ध पहले प्रतिबंधित आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन से जुड़ा था और एक केस में गिरफ्तार भी किया गया था। राज्य पुलिस के आला अधिकारियों के मुताबिक, इंडियन मुजाहिदीन के अधिकतर बड़े आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद इसके कैडर अलग-अलग आतंकी संगठन से जुड़ गए थे। पकड़ा गया पांचवां संदिग्ध बीते दिनों राजस्थान में था।

उल्लेखनीय है कि एटीएस ने 26 अप्रैल को हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े होने के आरोप में धनबाद बैंक मोड़ के गुलफाम हसन, भूली अमन सोसायटी के आयान जावेद, मो शहजादा आलम और आयान की पत्नी शबनम परवीन को गिरफ्तार किया था। इनके मोबाइल फोन से हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े दस्तावेज, वीडियो और कई संदिग्ध गतिविधियों से जुड़ी सूचनाएं मिली हैं। इन संदिग्धों का हैंडलर कौन था, ये कैसे आतंकी संगठन के संपर्क में आए, इन पहलुओं पर जांच की जा रही है।

जांच में पता चला है कि संदिग्धों का कनेक्शन आतंकी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर और अककायदा इन इंडियन सबकांटिनेंट(एक्यूआईएस) से है। ये झारखंड में बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। आयान के घर से एटीएस की टीम ने दो पिस्टल, 12 गोलियां, प्रतिबंधित संगठनों से संबंधित कई किताबें और दस्तावेज के साथ आधा दर्जन से अधिक मोबाइल और लैपटॉप बरामद किए थे।

आंतकी कनेक्शन में गिरफ्तार आयान के पास दो दिन पहले पहुंचा था पिस्टल

झारखंड एटीएस ने वासेपुर में हिज्ब उत तहरीर से जुड़े संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद जांच तेज कर दी है। जांच में पता चला है कि आयान जावेद को गिरफ्तारी से पहले पिस्टल मिली थी। शबनम परवीन को झारखंड मॉड्यूल.

वासेपुर से गिरफ्तार किए गए आतंकी संगठन हिज्ब उत तहरीर से जुड़े संदिग्धों के मामले में झारखंड एटीएस ने तेज की जांच

वासेपुर से गिरफ्तार किए गए आतंकी संगठन हिज्ब उत तहरीर से जुड़े संदिग्धों के मामले में झारखंड एटीएस ने जांच तेज कर दी है। जांच में एटीएस को पता चला है कि आयान जावेद को गिरफ्तारी से दो दिन पहले ही पिस्टल मिली थी, जिसे एटीएस ने जब्त किया था। इस पिस्टल में यूएसए मेड लिखा है।

प्रारंभिक जांच में हथियार के विदेशी होने की बात कही जा रही है। एटीएस ने शनिवार को वासेपुर अलीनगर से 21 वर्षीय गुलफाम हसन, भूली के शमशेर नगर से 21 वर्षीय आयान जावेद, आयान की 20 वर्षीय पत्नी शबनम परवीन और 20 वर्षीय शहजाद आलम को गिरफ्तार किया था। एटीएस संदिग्ध के मोबाइल पर मैसेज भेजनेवालों के बारे में जानकारी जुटा रही है। साथ ही उसके दूसरे राज्यों या फिर विरोधी कनेक्शन के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।

झारखंड मॉड्यूल को संचालित करती थी शबनम

हिज्ब उत तहरीर के झारखंड मॉड्यूल से जुड़े संदिग्ध आयान जावेद की पत्नी शबनम परवीन को मास्टरमाइंड माना जा रहा है। वह झारखंड में संगठन को संचालित करती है। उसके मोबाइल से एटीएस को कई अहम जानकारी मिली है। एटीएस एसपी ऋषभ झा ने बताया कि पहले तो शबनम शक के घेरे में नहीं थी, लेकिन जब उसके मोबाइल की जांच हुई तो एटीएस की टीम भी हैरान रह गई। आरोपी के मोबाइल में कई ऐसे तथ्य पाए गए हैं, जो बेहद आपत्तिजनक हैं। संदिग्ध के मोबाइल से जानकारी मिली है कि वह लगातार अपने आसपास के लोगों को भी जिहाद के लिए भड़का रही थी। उसके मोबाइल पर देश विरोधी मैसेज भी मिले हैं। सिर कटी लाश और कत्ल के तरीका को बताने वाले मैसेज भी उसके मोबाइल में थे।

झारखंड हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: डॉ. राजकुमार को फिर से रिम्स निदेशक बनाने का आदेश, सरकार को नोटिस


रांची : राजधानी रांची के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में फिर से बड़ा बदलाव हुआ है। डॉ. राजकुमार ने एक बार फिर रिम्स के निदेशक का पद संभाल लिया है। उन्हें झारखंड हाईकोर्ट के आदेश के बाद दोबारा निदेशक बनाया गया है। कुछ समय पहले स्वास्थ्य मंत्री और रिम्स शासी परिषद के अध्यक्ष डॉ. इरफान अंसारी ने डॉ. राजकुमार को निदेशक पद से हटा दिया था। उनकी जगह डॉ. शशिबाला सिंह को प्रभारी निदेशक बनाया गया था।  

बर्खास्तगी के खिलाफ डॉ. राजकुमार ने झारखंड हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। 28 अप्रैल को हुई सुनवाई में हाईकोर्ट के जस्टिस दीपक रोशन ने सरकार के आदेश पर रोक लगा दी और डॉ. राजकुमार को फिर से निदेशक बनाने का रास्ता साफ हो गया। 

कोर्ट ने सरकार को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा है। इस मामले में अब अगली सुनवाई 6 मई को होगी। तब तक डॉ. राजकुमार रिम्स के निदेशक के रूप में अपना काम करते रहेंगे।

वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से मिलें सांसद मनीष जायसवाल

एनटीपीसी पकरी-बरवाडीह कोल माइंस में पर्यावरण संरक्षण के साथ रोज़गार सुरक्षा को प्राथमिकता देने का किया आग्रह।


हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने मंगलवार को पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र यादव से उनके कार्यालय सभागार में मुलाक़ात किया और एनटीपीसी पंकरी- बरवाडीह कोल माइंस क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण के साथ रोजगार से संबंधित मुद्दा उठाया और ज्ञापन भी सौंपा। 

सांसद मनीष जायसवाल ने उन्हें बताया कि एनटीपीसी द्वारा पकरी-बरवाडीह कोल् माइन्स का संचालन वर्ष 2016 से किया जा रहा हैं, तथा यहां से उत्पादित कोयले को 25 किलोमीटर की दुरी पर अवस्तिथित बनादाग कोल साइडिंग से रेल द्वारा विभिन्न स्थानों पर भेजा जा रहा है।

 एनटीपीसी द्वारा निर्माणाधीन कन्वेयर बेल्ट और रैपिड लोडिंग सिस्टम अब तैयार हो चुका है। इसी को ध्यान में रखते हुए कोयले की सड़क मार्ग से ढुलाई 2026-27 से शून्य कर दिया जाएगा। यह निर्णय उन हजारों परिवारों के लिए बड़ा संकट लेकर आ रहा है, जिन्होंने एनटीपीसी के अधिकारियों के भरोसे पर डम्पर खरीदकर अपनी रोजी-रोटी स्थापित की थी। आज क्षेत्र में 500 से अधिक डम्पर संचालित हैं, जिनसे जुड़े हजारों ड्राइवर, खलासी, मिस्त्री, मोबिलाइज़र और उनके परिवार पूरी तरह इस कार्य पर निर्भर हैं। 

यदि एक झटके में परिवहन कार्य पूरी तरह कन्वेयर बेल्ट पर स्थानांतरित कर दिया गया, तो क्षेत्र में 5000 से अधिक लोग बेरोजगारी की चपेट में आ जाएंगे।

सांसद मनीष जायसवाल ने मंत्री भूपेंद्र यादव के माध्यम से सरकार और संबंधित मंत्रालय से आग्रह करते हैं कि पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ रोजगार सुरक्षा को भी प्राथमिकता दें। सांसद मनीष जायसवाल ने आगामी वर्षों में सड़क मार्ग से न्यूनतम 50% कोयला ढुलाई की अनुमति जारी रखी जाए, ताकि प्रभावित परिवारों को राहत मिल सके और क्षेत्र में सामाजिक एवं आर्थिक संतुलन बना रहे।