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छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के भू-जल स्तर में लगातार गिरावट, मगर चंद महीने पहले जल सरंक्षण के नाम पर हुए महोत्सव में फूंक दिए गए दो करोड़ रुपए

रायपुर- केंद्रीय भूमि जल बोर्ड की एक रिपोर्ट कहती है कि साल 2040 तक राज्य का भू जल स्तर अपनी सर्वाधिक गिरावट दर्ज कर लेगा. हालात बद से बदतर हो जाएंगे और राज्य में पानी के लिए हाहाकार मचेगा. इस रिपोर्ट के बीच जल संसाधन विभाग ने हाल ही में कलेक्टरों को एक पत्र जारी कर कहा है कि राज्य के 5 ब्लाॅक क्रिटिकल और 21 ब्लाॅक सेमी क्रिटिकल की श्रेणी में है. जाहिर है, भू जल संरक्षण के लिए सरकार सतर्क कर रही है. भू जल स्तर की वर्तमान स्थिति के बीच जल सरंक्षण के उपायों पर सरकार का ध्यान है. इन उपायों के बीच हाल ही में धमतरी जिले में जल जगार महोत्सव का आयोजन किया गया. करीब छह महीने पहले हुए इस आयोजन में जिला प्रशासन ने दो करोड़ रुपए खर्च किए थे. इस आयोजन का मकसद जल सरंक्षण के लिए जागरूकता फैलाना था. प्रशासन के पास इस बात का कोई आंकड़ा नहीं है कि जिस आयोजन में करोड़ों रुपए फूंक दिए गए उसका कितना जमीनी असर हुआ है, मगर जल जगार महोत्सव में खर्च हुई रकम से जुड़े दस्तावेज बताते हैं कि जल जगार महोत्सव के आयोजन में धमतरी जिला प्रशासन ने बड़ी गड़बड़ी कर दी.

दस्तावेजों की पड़ताल से यह मालूम पड़ता है कि इस आयोजन का उद्देश्य जल सरंक्षण के लिए प्रचार-प्रसार कम और एक इवेंट कंपनी को फायदा पहुंचाना ज्यादा रहा. शासन के विभिन्न विभागों में अलग-अलग मदों के लिए आई राशि बिना अनुमति इस आयोजन में खर्च करते हुए वित्तीय नियमों की अनदेखी की गई. इस आयोजन के लिए जारी किए गए टेंडर की पूर्व स्वीकृति नहीं ली गई. दस्तावेज में शामिल बिंदू बताते हैं कि टेंडर की शर्तें ऐसी बनाई गई, जिससे एक विशेष इवेंट कंपनी को फायदा पहुंचाया जा सके. दस्तावेज यह भी बताते हैं कि इस इवेंट के लिए जारी टेंडर में भंडार क्रय नियमों की अनदेखी की गई.

भंडार क्रय नियम के अनुसार दो राष्ट्रीय औऱ दो राज्य स्तरीय समाचार पत्रों में विज्ञापन का प्रकाशन न्यूनतम तीस दिन की अवधि के लिए किए जाने के नियम को धाक पर रख दिया गया. टेंडर 30 अगस्त 2024 को जारी किया गया. 9 सितंबर 2024 को इसमें संशोधन किया गया और 13 सितंबर 2024 को टेंडर खोल दिया गया. दस्तावेज बताते हैं कि संपूर्ण आयोजन का जिम्मा टेंडर के जरिए लाइम लाइट क्राप रायपुर को दिया गया था. यह टेंडर करीब 2 करोड़ 9 लाख 63 हजार रुपए का था. मगर आयोजन खत्म होने के बाद करीब दस लाख रुपए का अतिरिक्त भुगतान लाइम लाइट क्राप कंपनी को कर दिया गया. आरोप यह भी है कि स्थानीय स्तर पर निजी संस्थानों और संगठनों पर भी आयोजन के लिए चंदा देने का दबाव बनाया गया.

विधानसभा में उठा था मुद्दा

विधानसभा के बजट सत्र के दौरान भी यह मुद्दा सदन में उठा था. एक विधायक ने इस पर सवाल पूछा था. इस सवाल के जवाब में सरकार ने धमतरी की तत्कालीन कलेक्टर की ओर से दिए गए उत्तर के हवाले से बताया कि आयोजन के लिए 2 करोड़ 10 लाख रुपए का आबंटन प्राप्त था, जिसमें से करीब 20 लाख रुपए केंद्र से प्राप्त हुए थे. जल जगार महोत्सव के संपूर्ण आयोजन के लिए लाइम लाइट क्राप कंपनी को 2 करोड़ 9 लाख 63 हजार भुगतान किया गया. लोग वाद्य संग्रहण एं प्रशिक्षण संस्थान के कलाकारों को 79 हजार रुपए का अलग से भुगतान किया गया. विधानसभा के प्रस्तुत जवाब में यह कहा गया है कि आयोजन के दौरान टेंडर में दिए गए कार्यों के अतिरिक्त चार अन्य कार्य कराए गए थे. यह कार्य जिला पंचायत सीईओ और निविदा समिति की अनुशंसा से कराए गए, जबकि भंडार क्रय नियम के प्रावधान कहते हैं कि टेंडर के बगैर ऐसा कोई कार्य नहीं कराया जा सकता है.

क्या था जल जगार महोत्सव?

जल सरंक्षण का प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से धमतरी जिला प्रशासन ने जल जगार महोत्सव का आयोजन किया था. इस दो दिवसीय उत्सव जल ओलंपिक भी कहा गया. इस दौरान कयाकिंग, फ्री स्टाइल एवं ब्रेस्ट स्ट्रोक स्विमिंग, बनाना राइड, फ्लैग रन, थ्रो रो, रिवर क्रासिंग जैसी स्पोर्ट्स एक्विविटी कराई गई थी.

टैक्स वसूलने में लक्ष्य से पीछे है रायपुर निगम : निगम के अपर आयुक्त बोले –

रायपुर- राजधानी के डिफाल्टर बड़े टैक्स बकायादारों पर नगर निगम अब कार्रवाई करने जा रही है. निगम के अपर आयुक्त यूएस अग्रवाल ने कहा, राजस्व वसूली का लक्ष्य 325 करोड़ रखा गया था. अभी तक रिकवरी 294 करोड़ रुपए हुआ है. पिछले वित्तीय वर्ष में 280 करोड़ का वसूली हुआ था. टैक्स पटाने एक माह का अतिरिक्त समय दिया गया, जिसमें 6 करोड़ से ज्यादा अभी तक वसूली हुआ है. टैक्स पटाने 2 दिन का का समय बचा है. इसके बाद टैक्स बकायादारों पर कार्रवाई की जाएगी.

नगर पालिका निगम रायपुर टैक्स वसूली के तमाम उपाय करने के बाद भी टारगेट से पीछे है. हालांकि पिछले साल की तुलना में 20 करोड़ ज्यादा वसूली की गई है. वहीं डिफाल्टर टैक्स बकायादारों ने निगम के अधिकारियों के नाक में दम कर दिया है. कई नोटिस भेजने के बाद भी कोई असर नहीं हुआ है. वहीं अधिकारियों का कहना है अब डिफाल्टर बकायादारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. आगामी माह में ये कार्रवाई अब मैदान में दिखेगा.

नगर पालिका निगम के अपर आयुक्त US अग्रवाल ने टैक्स वसूली को लेकर कहा, विभिन्न टैक्स को मिलाकर 325 करोड़ का लक्ष्य रखा गया था. लक्ष्य के क़रीब हैं. 294 करोड़ रुपए का वसूली हो चुका है. पिछले साल की तुलना करें तो 280 करोड़ का वसूली हुआ था और इस साल 294 करोड़ अभी तक वसूली किया जा चुका .है यह संख्या आगे और भी बढ़ेगी.

बकायादारों के लिए दो दिन का बचा है समय

नगरीय प्रशासन विभाग ने नगरीय निकाय चुनाव में टैक्स वसूली प्रभावित होने के कारण एक माह का टैक्स वसूली के लिए अतिरिक्त समय दिया है. इसमें छह करोड़ से ज्यादा का राजस्व वसूली की गई है. अभी टैक्स पटाने दो दिन का समय है, जिससे राजस्व वसूली का आंकड़ा और आगे बढ़ेगा.

सरचार्ज से वसूली

वित्तीय वर्ष रहते ही टैक्स भरने पर कई अलग-अलग कैटिगरी में छूट दिया जाता है. वहीं वित्तीय भार समाप्त होने के बाद सरचार्ज जोड़कर टैक्स लिया जाता है. इससे करदाताओं को नुक़सान होता है इसलिए वित्तीय वर्ष के अनुसार टैक्स भरना चाहिए. जिन लोगों ने कई सालों से टैक्स नहीं भरा है उन पर अब कड़ी कार्रवाई होगी.

तेलंगाना-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर चल रहा सबसे बड़ा एंटी नक्सल ऑपरेशन, CM साय ने कहा- पानी नहीं, छाया नहीं, फिर भी 44 डिग्री तापमान में जवानों ने संभाला

रायपुर- छत्तीसगढ़ के बस्तर में माओवादियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई जारी है. कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों पर जवानों ने नक्सलियों को घेर रखा है. ऑपरेशन में जवानों ने 3 महिला नक्सलियों को ढेर किया है. इस बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सबसे बड़े एंटी नक्सल ऑपरेशन को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने रणभूमि पर डटे जवानों के हौसले को सराहा है. 

प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर जारी एंटी नक्सल ऑपरेशन पर आज कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ और तेलंगाना बॉर्डर के कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर चल रहे सबसे बड़े एंटी नक्सल ऑपरेशन को लेकर अधिकारियों से चर्चा कर जानकारी ली है. रणभूमि में हमारे वीर जवान 44 डिग्री की तीव्र गर्मी, पानी की कमी और बिना छांव जैसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बीच भी डटे हुए हैं। उन्होंने जवानों के शौर्य और पराक्रम को नमन करते हुए सराहना की है. 

बता दें कि छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के सरहदी इलाके के कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों पर जवानों और नक्सलियों के बीच काफी दिनों तक मुठभेड़ चली. अभी भी जवानों ने नक्सलियों को घेर रखा है. मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने 5 नक्सलियों को मार गिराया है, जिनमें से 3 के शव और हथियार बरामद किए गए हैं. 

हीटवेव के शिकार हो चुके 40 जवान

बड़े नक्सली लीडर की सूचना मिलते ही तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और छत्तीसगढ़ की फोर्स को मिलाकर एक स्पेशल ऑपरेशन प्लान किया गया. युवा और जांबाज जवानों की टीम तैयार की गई, जो इन दुर्गम पहाड़ियों में टिक सके, लड़ सके और जीत सके. अब तक इस ऑपरेशन को 7 दिन हो चुके हैं. जवानों ने चारों तरफ से पहाड़ियों को घेर लिया है और धीरे-धीरे चोटी की ओर बढ़ रहे हैं. हालांकि गर्मी ने भी एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है. अब तक 40 जवान हीटवेव का शिकार हो चुके हैं, जिन्हें एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. इस ऑपरेशन को सफल बनाने बिहार, झारखंड से भी सुरक्षा बल के जवानों को बुलाया गया है.

नक्सलियों के पास महीनेभर का है राशन

करीब 1 महीने का राशन और पहाड़ पर प्राकृतिक पानी के स्रोत नक्सलियों को ताकत दे रहे हैं. ऑपरेशन के दौरान जवानों को एक गुफा भी मिली, जिसमें एक शिवलिंग स्थापित था, लेकिन वहां कोई नक्सली नहीं मिला.

कर्रेगट्टा की पहाड़ियों पर ये बड़े नक्सली लीडर हैं मौजूद

सूत्रों के मुताबिक, कर्रेगट्टा की पहाड़ियों पर नक्सली लीडर हिड़मा, दामोदर, बल्ली प्रकाश, आजाद ये सभी बड़े सीसी मेंबर मौजूद हैं. इनके साथ चंद्रन्ना, सुजाता, विकल्प, विज्जा, उर्मिला, गंगा, अभय, पापा राव और देवा के अलावा बटालियन नंबर 1 और 2 के लगभग सभी बड़े नक्सली भी वहां मौजूद हैं. यानी अगर ये ऑपरेशन सफल होता है तो बस्तर में नक्सलवाद की कमर टूट जाएगी.

नक्सल ऑपरेशन पर पूरे देश की नजर

फिलहाल पुलिस और सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन को निर्णायक दौर में पहुंचा दिया है. हर दिन नक्सलियों के लिए आखिरी सुबह साबित हो रही है. कुछ दिन पहले ही पुलिस ने तीन महिला नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि की थी. साथ ही कई हथियार भी बरामद किए गए थे. पुलिस ने साफ कह दिया है कि जब तक नतीजा नहीं निकलेगा ऑपरेशन जारी रहेगा. यह बस्तर के इतिहास का सबसे बड़ा ऑपरेशन है और अब पूरे देश की नजर इस निर्णायक लड़ाई पर टिकी है.

पेड़ से टकराई अनियंत्रित बाइक, भीषण सड़क हादसे में तीन युवकों की मौत

बलरामपुर-  छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. तीन युवक भीषण सड़क हादसे का शिकार हो गए. दरअसल, वाड्रफनगर पुलिस चौकी क्षेत्र के पेंडारी गांव में तेज रफ्तार बाइक अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई. दर्दनाक हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है.

जानकारी के मुताबिक, तीन व्यक्ति एक बाइक पर सवार होकर आर्केस्ट्रा प्रोग्राम देखने के लिए गए हुए थे. जहां से देर रात लौटने के दौरान पेंडारी गांव के पास उनकी बाइक अनिंयत्रित हो गई और सड़क किनारे पेड़ से टकरा गई. टक्कर के बाद तीनों छिटककर फेका गए. दुर्घटना में बाइक के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, हेडलाइट बुरी तरह टूट गया. तीनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई.

सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मर्ग कायम कर तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. फिलहाल तीनों व्यक्ति की शिनाखती नहीं हो पाई. पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

सिविल सर्जन समेत तीन डॉक्टरों का तबादला, जिला अस्पताल के स्टाफ ने मानसिक प्रताड़ित करने का लगाया था आरोप

जांजगीर-चांपा-  राज्य सरकार ने जिला अस्पताल जांजगीर के सिविल सर्जन समेत तीन डॉक्टरों का तबादला किया है. दरअसल जिला अस्पताल और बीडीएम अस्पताल चांपा के डॉक्टरों एवं स्टाफ ने सिविल सर्जन डॉ. दीपक जायसवाल पर तानाशाही रवैया अपनाने, मानसिक उत्पीड़न करने और पद का दुरुपयोग करने का गंभीर आरोप लगाया था. इस मामले की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री से की गई थी. मामले की जांच के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सिविल सर्जन समेत जिला अस्पताल के तीन डॉक्टरों का तबादला आदेश जारी किया है.

जारी आदेश के मुताबिक, सिविल सर्जन दीपक जायसवाल को सारंगढ बिलाईगढ़ जिले के प्रभारी सिविल सर्जन बनाए गए हैं. वहीं जीपीएम जिला के खडगवा से डॉक्टर एस कुजूर को जांजगीर जिला अस्पताल के प्रभारी सिविल सर्जन बनाए गए हैं. जिला अस्पताल जांजगीर के डॉ. इकबाल हुसैन को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणपुर, डॉक्टर दीपक साहू को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खड़गाव जीपीएम और डॉक्टर विष्णु पैगवार को जिला अस्पताल जांजगीर से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दोरनापाल सुकमा भेजा गया है.

जानिए क्या है पूरा मामला?

जिला अस्पताल जांजगीर-चांपा और बीडीएम अस्पताल चांपा के डॉक्टरों एवं स्टाफ ने सिविल सर्जन डॉ. दीपक जायसवाल पर तानाशाही रवैया अपनाने, मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और पद का दुरुपयोग करने के गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने अस्पताल परिसर में जमकर नारेबाजी की थी. फिर कलेक्ट्रेट तक रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था.

सीनियर स्टाफ नर्स सालोमी बोस ने बताया था कि सिविल सर्जन ने उन्हें धमकाते हुए कहा था कि “तुम्हारी नेतागिरी नहीं चलेगी, मैं तुम्हें निपटा दूंगा. मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, मेरा स्वास्थ्य मंत्री रिश्तेदार है और कलेक्टर मेरा दोस्त है. मैं तुम्हारा ट्रांसफर करवा दूंगा और सीआर खराब कर दूंगा.”

वहीं, डॉक्टर इकबाल हुसैन ने आरोप लगाया था कि सिविल सर्जन ने अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधारने के बजाय सीनियर डॉक्टरों को दबाव में लेना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा, “वह स्टाफ नर्सों से बदसलूकी करते हैं और अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. वह खुद को स्वास्थ्य मंत्री का रिश्तेदार और कलेक्टर का करीबी बताकर स्टाफ पर दबाव बनाते हैं. अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार के बजाय सिर्फ बाहरी सजावट कर दिखावा किया जा रहा है.”

डॉक्टरों एवं स्टाफ के ज्ञापन सौंपने के बाद कलेक्टर आकाश छिकारा ने कहा था कि “हमने डॉक्टरों और स्टाफ की शिकायतों को गंभीरता से लिया है. जांच समिति को निष्पक्ष रूप से जांच करने के निर्देश दिए हैं. जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.” 

CM साय ने किया ‘बॉर्नियो मदर एंड चाइल्ड केयर हॉस्पिटल’ का शुभारंभ, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में मिलेगी अत्याधुनिक सुविधाएं

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के दावड़ा कॉलोनी, पचपेड़ी नाका स्थित ‘बॉर्नियो मदर एंड चाइल्ड केयर हॉस्पिटल’ का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर अस्पताल का उद्घाटन किया और परिसर का भ्रमण कर उपलब्ध सुविधाओं का अवलोकन किया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, विधायक राजेश मूणत, विधायक सुनील सोनी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि किसी भी राज्य के समग्र विकास में शिक्षा और स्वास्थ्य अधोसंरचना की अहम भूमिका होती है। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है और राजधानी से लेकर दूरस्थ अंचलों तक प्रत्येक नागरिक के स्वास्थ्य की चिंता हमारी सरकार कर रही है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार नवा रायपुर अटल नगर में 'मेडिसिटी' विकसित कर रही है, जिससे छत्तीसगढ़ न केवल देश के स्वास्थ्य मानचित्र पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराएगा, बल्कि मेडिकल टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने आयुष्मान भारत योजना की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री श्री साय ने 'बॉर्नियो मदर एंड चाइल्ड केयर हॉस्पिटल' के प्रबंधन एवं स्टाफ को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि यह संस्थान माताओं और नवजात शिशुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए सामाजिक सेवा में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

वन विभाग की बड़ी कार्रवाई, हिरण के सींग के साथ 2 शिकारी गिरफ्तार…

रायपुर- राजधानी रायपुर में वन विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. विभागीय टीम ने मोवा इलाके में हिरण के सींग और अवशेषों के साथ 2 आरोपियों नाम यासिर खान और फराज खान को गिरफ्तार किया है. इस दौरान आरोपियों ने गिरफ्तारी का काफी विरोध किया, लेकिन वन विभाग की टीम ने किसी तरह उन्हें काबू में कर लिया. इस पूरे ऑपरेशन का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें टीम की सक्रियता साफ देखी जा सकती है.

यह कार्रवाई प्रधान मुख्य वन संरक्षक व वन बल प्रमुख राव साहब के निर्देशन और रायपुर वन मंडलाधिकारी व संयुक्त वन मंडलाधिकारी के नेतृत्व में की गई. ऑपरेशन में उड़नदस्ता अधिकारी और रायपुर रेंजर दीपक तिवारी की अगुवाई में BFO अमृत पाल सिंह, BFO भूपेंद्र खैरवार, BFO दीपक वर्मा, BFO गोस्वामी और सहयोगी यशपाल शामिल रहे.

वन विभाग की इस त्वरित और सटीक कार्रवाई को वन्यजीव संरक्षण के लिहाज से बड़ी सफलता माना जा रहा है. विभाग ने टीम को इस साहसिक अभियान के लिए बधाई दी है.

छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े एंटी नक्सल ऑपरेशन को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू का बड़ा बयान, कहा- नहीं रुकेगा ऑपरेशन, खात्मे की ओर नक्सलवाद …

रायपुर- छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा एंटी नक्सल ऑपरेशन 8 वें दिन भी जारी है। नक्सलियों के बड़े लीडरों को जवानों ने कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में घेर रखा है। इस मुठभेड़ में फ़ोर्स को बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है। इस बीच नक्सलवाद के खात्मे को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने बड़ा बयान दिया है। 

केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद खात्मे की ओर है, लेकिन कुछ नेता और दल माओवाद को सपोर्ट करने में लगे हैं। तेलंगाना की एक पार्टी ऑपरेशन रोकने की अपील कर रही है। लेकिन केंद्रीय अमित शाह ने टारगेट तय कर दिया ऑपरेशन रुकेगा नहीं। मार्च 2026 तक पूरा प्रदेश नक्सल मुक्त होगा। सरकार और जवान नक्सलियों के सामने शक्ति से कार्रवाई कर रहे हैं। 

कांग्रेस के संविधान बचाओ रैली पर बोला केंद्रीय राज्य मंत्री का हमला 

केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कांग्रेस के संविधान बचाओ रैली पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने संविधान की हत्या की है। भाई भतीजा वाद करने वाले संविधान की बात क्या करेंगे। प्रदेश में प्रदर्शन करने भ्रमित करने कांग्रेस पार्टी आती है। कांग्रेस के सिर्फ नेताओं की सक्रियता सिर्फ प्रदर्शन करने के लिए दिखती है। कांग्रेस के मन में सेवा भाव नहीं है। 

बता दें कि तेलंगाना और छत्तीसगढ़ की सीमा कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों ने बड़ी संख्या में जवानों ने डेरा डाला हुआ है। हेलीकॉप्टर से इलाके की निगरानी रखी जा रही है। यहां नक्सलियों के बड़े लीडरों के होने की आशंका है। जिसके मद्देनजर फ़ोर्स ने भी पूरी तैयारी के साथ घेराबंदी कर ली है। फिलहाल तीन महिला नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जिन पर 8-8 लाख का इनाम घोषित था।  

आतंकी हमले पर सियासत भारी : …अब भाजपा सांसद ने कहा- भूपेश बघेल के बयान को ही पाक के मंत्री दोहराते हैं…

रायपुर- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर देश में सियासत गरमाई हुई है. एक तरफ जहां कांग्रेस सुरक्षा में चूंक और आतंकियों की पहचान को लेकर लगातार केंद्र सरकार को घेरने में लगी है. वहीं भाजपा नेता भी कांग्रेस पर जमकर पलटवार कर रहे हैं. आज भाजपा सांसद संतोष पाण्डेय ने पूर्व सीएम बघेल समेत कांग्रेसी नेताओं के बयान का पलटवार किया है. 

भाजपा सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस नेता बेफिजूल का बयान दे रहे हैं. खरगे, सिद्धरमैया, वाड्रा, भूपेश का बयान देख लीजिए, कांग्रेस नेताओं के बयान को ही पाकिस्तान दोहराता है. भूपेश बघेल के बयान को उठाकर पाकिस्तानी रक्षा मंत्री बयान देते हैं. पाकिस्तानी मंत्री ने छत्तीसगढ़ में आंतरिक आतंकवाद की बात कही है. भूपेश बघेल झीरम और पहलगाम में समानता बताते हैं. आखिर कांग्रेस के नेता बताना क्या चाह रहे हैं ? 

बता दें, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हाल ही में प्रेस वार्ता में कहा था कि इस हमले ने न सिर्फ 26 परिवारों को उजाड़ दिया, बल्कि पूरे देश को शोक में डुबो दिया है. बघेल ने इस आतंकी घटना को ‘झीरम घाटी की घटना’ से जोड़ते हुए केंद्र सरकार की नाकामी पर सवाल उठाए.

पूर्व CM भूपेश बघेल ने पहलगाम आतंकी हमले की झीरम घाटी नक्सल हमले से की तुलना

भूपेश बघेल ने कहा कि झीरम में भी नाम पूछ-पूछ कर मारा गया था. वहां भी 33 लोग मारे गए थे और पहलगाम में भी 26 लोगों की जान गई. पहलगाम में भी पुलिस बल और अर्धसैनिक बल मदद के लिए सामने नहीं आया. इस घटना ने झीरम घाटी की घटना की याद ताज़ा कर दी. हमारे सभी नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की, शोक व्यक्त किया और केंद्र सरकार को समर्थन देने की बात कही. लेकिन भाजपा की सोशल मीडिया टीम ने सिर्फ ‘धर्म पूछ-पूछ कर मारा’ को ही मुख्य मुद्दा बना दिया. पूर्व सीएम ने सवाल उठाते हुए कहा कि वहां सहायता क्यों नहीं पहुंची? इसका जिम्मेदार कौन है? इंटेलिजेंस फेलियर का जिम्मेदार कौन है?

साय सरकार का बड़ा ऐलान, UPSC परीक्षा पास करने वाले प्रतिभागियों को मिलेंगे 1 लाख रुपए

रायपुर- छत्तीसगढ़ में यूपीएससी की तैयारी कर रहे प्रतिभागियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। राज्य सरकार ने संघ लोकसेवा आयोग की मुख्य परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को 1 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर नगरीय प्रशासन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। 

बता दें कि राज्य शासन द्वारा नगर निगमों में महापौर सम्मान राशि दी जाती है। यूपीएससी के प्रतिभागियों को 1 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि इसी निधि के अंतर्गत दी जाएगी। 

यूपीएससी में छत्तीसगढ़ की लड़कियों ने मारी बाजहाल ही में UPSC 2024 के नतीजे जारी हुए हैं, जिसमें बिलासपुर की पूर्वा अग्रवाल ने 65वां रैंक हासिल किया है। मुंगेली के अर्पण चोपड़ा ने 313वां रैंक हासिल किया है। वहीं बस्तर के जगदलपुर की मानसी जैन ने 444वीं रैंक, अंबिकापुर के केशव गर्ग ने 496वीं रैंक और अंबिकापुर की ही शची जायसवाल ने 654वीं रैंक हासिल की है।ी