जहानाबाद में पेयजल और शौचालय व्यवस्था बदहाल, प्रशासन की कार्यशैली पर उठे सवाल
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जहानाबाद। स्वच्छ और सुंदर जहानाबाद का सपना फिलहाल हकीकत से बहुत दूर दिखाई दे रहा है। शहर के प्रमुख स्थानों — कृषि फार्म, मीट-मुर्गा मछली मंडी, कृषि सब्जी मंडी, उंटा सब्जी मंडी, अरवल मोड़, राजा बाजार और हॉस्पिटल मोड़ सहित अन्य क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। पेयजल और शौचालय की उचित व्यवस्था न होने के कारण आम नागरिकों को खुले में मलमूत्र त्यागने जैसी असहज स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
इस मुद्दे को लेकर फुटपाथ दुकानदार संघ के जिला अध्यक्ष अरविंद कुमार चोपड़ा ने जिला और नगर प्रशासन पर जमकर निशाना साधा। प्रेस बयान जारी करते हुए उन्होंने कहा कि चुंगी वसूली में प्रशासन ने जितनी तत्परता दिखाई, काश उतनी ही प्राथमिकता नागरिक सुविधाओं के विकास में भी दिखाई होती।
चोपड़ा ने आरोप लगाया कि जिला एवं नगर प्रशासन केवल दिखावटी योजनाओं और वादों में उलझा है, जबकि जमीनी हकीकत बेहद गंभीर है। उन्होंने कहा कि सड़कों के किनारे बनाए गए डिवाइडर में निष्क्रिय मिट्टी भरकर खानापूर्ति की गई है, जिससे पौधारोपण का कोई स्थायी परिणाम नहीं निकल रहा है।
पेयजल व्यवस्था भी केवल औपचारिकता तक सीमित है, जबकि बड़ी रकम के बिल पास कर जनता के गाढ़ी कमाई का दुरुपयोग किया जा रहा है। माफिया और दलालों को लाभ पहुँचाने का आरोप भी उन्होंने प्रशासन पर लगाया।
फुटपाथ दुकानदारों की समस्याओं पर बोलते हुए चोपड़ा ने कहा कि वर्षों बीतने के बाद भी उनके लिए वेडिंग जोन (व्यवस्थित बाजार स्थल) की आधारशिला तक नहीं रखी गई है। सरकार और प्रशासन दोनों ही फुटपाथ दुकानदारों के हितों की अनदेखी कर रहे हैं।
जनता ने स्वच्छ और सुंदर जहानाबाद की जो उम्मीदें पाल रखी थीं, वे अब निराशा में बदलती जा रही हैं। प्रशासन की निष्क्रियता ने आम नागरिकों को अपनी दुर्दशा खुद देखने और सहने पर मजबूर कर दिया है।
Apr 21 2025, 12:15