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बस्तर के लोग अब विकास की ओर: नक्सलवाद के खात्मे के साथ लौटेंगे बस्तर के सुनहरे दिन - मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर अब बदल रहा है, और यह बदलाव स्थायी होगा। उन्होंने विश्वास जताया कि बस्तर के लोग अब नक्सलवाद से मुक्ति चाहते हैं और विकास की मुख्यधारा से जुड़कर आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बस्तर पंडुम और बस्तर ओलंपिक जैसे आयोजन इस जनभावना के प्रतीक हैं।

नक्सलवाद के विरुद्ध निर्णायक लड़ाई: केंद्र और राज्य की प्रतिबद्धता

मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद को समाप्त करने का संकल्प लिया है। छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बल के जवानों की मजबूत कार्रवाई के कारण निरंतर सफलता मिल रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने आशा जताई कि मां दंतेश्वरी की कृपा से यह संकल्प अवश्य पूरा होगा।

बस्तर: प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विरासत का संगम

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर एक प्राकृतिक स्वर्ग है – यहां अनेक जलप्रपात और अबूझमाड़ के घने जंगल हैं। यहां फिर से देश-दुनिया के पर्यटक आएँगे और बस्तर को उसका गौरवमय स्थान मिलेगा। बस्तर पंडुम में 47 हजार कलाकारों और बस्तर ओलंपिक में 1.65 लाख युवाओं की भागीदारी इस परिवर्तन की सबसे बड़ी गवाही है।'एक भारत श्रेष्ठ भारत' का प्रतीक बना बस्तर पंडुम

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर पंडुम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के सपने को साकार किया है। इस आयोजन में ओड़िशा, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश जैसे 6 पड़ोसी राज्यों के 47 हजार कलाकारों ने भाग लिया। इस उत्सव में आदिवासी संस्कृति, वेशभूषा, खानपान और परंपराओं का जीवंत प्रदर्शन हुआ।

डबल इंजन सरकार की योजनाएँ बदल रही हैं ज़िंदगी

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पिछले 15 महीनों से राज्य में डबल इंजन की सरकार है। प्रधानमंत्री आवास योजना, किसानों से जुड़ी योजनाएँ, और 70 लाख माताओं और बहनों को हर महीने 1000 रुपए देने वाली महतारी वंदन योजना जैसी योजनाओं के माध्यम से मोदी की गारंटी को पूरा किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री जनमन योजना से आदिवासी समुदायों को नया जीवन

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई पीएम जनमन योजना के माध्यम से अबुझमाड़िया, कोरवा, बिरहोर, पंडो जैसी विशेष पिछड़ी जनजातियों तक सड़क, बिजली, पानी और अन्य सुविधाएं पहुँचाई जा रही हैं।धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना: 80,000 करोड़ की ऐतिहासिक पहल

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के 6,500 जनजातीय गांवों में सर्वांगीण विकास होगा। यह योजना ग्रामीण समृद्धि और सामाजिक न्याय की दिशा में बड़ा कदम है।

नियद नेल्लानार योजना: सुरक्षा से सेवा तक का सफर

मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि 100 से अधिक गांवों में सुरक्षा कैंप खोले जा चुके हैं। इन कैंपों के माध्यम से सड़क, बिजली, पानी, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, और स्कूल-अस्पताल जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जहां पहले गोलियों की आवाज आती थी, अब वहां स्कूल की घंटी बज रही है।

छत्तीसगढ़ का भविष्य: समृद्धि, शिक्षा और शांति

मुख्यमंत्री श्री साय ने विश्वास जताया कि जल्द ही छत्तीसगढ़ नक्सलवाद मुक्त होगा और एक विकसित, खुशहाल राज्य के रूप में प्रतिष्ठित होगा। हर घर में खुशहाली और समृद्धि आएगी।

बस्तर पंडुम: सांस्कृतिक समरसता का महोत्सव

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर पंडुम आयोजन 45 दिन चला और ब्लॉक से लेकर संभाग स्तर तक इसका आयोजन हुआ है। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस आयोजन में शामिल सभी कलाकारों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर बदल रहा है, और यह बदलाव सरकार के प्रयासों के साथ ही जनता के विश्वास का परिणाम है।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह केवल दिल्ली से नीतियाँ नहीं बनाते, वे बस्तर की पीड़ा को महसूस करने स्वयं यहां आते हैं, पीड़ितों से मिलते हैं, उनके साथ भोजन करते हैं। यह बस्तर के प्रति सच्ची संवेदना और प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय को छत्तीसगढ़ के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री के रूप में बस्तर की मिट्टी से जुड़ा हुआ बताया और कहा कि उनके नेतृत्व में आज सड़क, बिजली, पानी, मोबाइल टावर, स्कूल, अस्पताल, आंगनबाड़ी, सिंचाई जैसी सुविधाएं तीव्र गति से गांव-गांव पहुँच रही हैं।

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि बस्तर पंडुम में जनजातीय समाज की वस्त्र, वाद्ययंत्र, भोजन, लोकगीत, पारंपरिक जीवनशैली की जीवंत झांकी प्रस्तुत की गई, जिसे गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में स्थान भी प्राप्त हुआ है। यह पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है।

कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि यह दिन बस्तर के लिए इतिहास रचने का दिन है। उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में ही जनघोषणा पत्र के वादों को वास्तविकता में बदला जा रहा है और जनजातीय समाज को मुख्यधारा में लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार

जशपुर- छत्तीसगढ़ के जशपुर से नाबालिग से दुष्कर्म का मामला सामने आया है. आरोपी युवक 15 वर्षीय नाबालिग के साथ तीन साल तक दुष्कर्म करता रहा. इस दौरान नाबालिग ने बच्चे को भी जन्म दिया. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी युवक रितेश तिग्गा को गिरफ्तार कर लिया है. यह मामला बगीचा थाना क्षेत्र का है. 

तीन साल तक किया दुष्कर्म

आरोपी युवक रितेश तिग्गा ने नाबालिग के साथ तीन साल तक बलात्कार किया. इस बीच नाबालिग गर्भवती हो गई और घटना के 8 महीने बाद बच्ची को जन्म दिया. नवजात की मौत के बाद मामला सामने आया. इसके बाद पीड़िता आरोपी के खिलाफ शिकायत लेकर बगीचा थाना पहुंची. जहां पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ आईपीसी की धारा 363, 366, 376(2)n,पोक्सो 4, 6 के तहत मामला दर्ज किया.

पुलिस ने आरोपी युवक रितेश तिग्गा को गिरफ्तार किया. बगीचा थाना प्रभारी संत राम अयाम ने बताया कि आरोपी ने नाबालिग के साथ तीन साल तक दुष्कर्म किया. नाबालिग गर्भवती हो गई और एक बच्चे को जन्म दिया. मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है. 

बीएमओ की तानाशाही, डॉक्टरों ने खराब परफार्मेंस रिपोर्ट बनाने का लगाया आरोप, कलेक्टर से शिकायत

सक्ती-  सक्ती के बीएमओ सूरज राठौर पर मनमानी का आरोप लग रहा है. डॉक्टरों और स्टॉफ का आरोप है कि बीएमओ ने सरकारी अस्पताल में पदस्थ कुछ डॉक्टरों का परफॉमेंस रिपोर्ट जानबूझकर खराब बनाकर कलेक्टर कार्यालय में जमा किया है, जिससे इन डॉक्टरों को निकाल दिया जाए. यह सब इसलिए क्योंकि उन्होंने उनके उल्टे-सीधे कामों में साथ देने से मना कर दिया था. 

जानकार बताते हैं कि बीएमओ सूरज राठौर कांग्रेस सरकार के समय कायदों को ठेंगा दिखाते हुए सक्ती जिले के सीएमएचओ बना दिए गए थे, जबकि उनसे कई वरिष्ठ चिकित्सक मौजूद थे, लेकिन सरकार में बड़े नेताओं से अच्छी पकड़ के चलते इतने बड़े पद में उनको बैठाकर खूब मनमानी की गई. सरकार बदलते ही उनको सीएमएचओ से बीएमओ बना दिया गया.

डॉक्टरों व हेल्थ स्टाफ का आरोप है कि पद भले ही बदल गया हो, लेकिन सूरज राठौर की कार्यशेली नहीं बदली. आज भी पहले की तरह उनकी मनमानी चल रही है. मामले में सक्ती सीएमएचओ केएस कंवर ने बताया कि बीएमओ सूरज राठौर के खिलाफ कुछ डॉक्टरों ने शिकायत की है कि षडयंत्र कर उनकी परफॉमेंस रिपोर्ट खराब की जा रही है. इसमें जांच की जा रही है.

मामले में सक्ती कलेक्टर अमृत विकास तोपनो ने बताया कि सक्ती अस्पताल के कुछ डॉक्टरों ने परफॉमेंस रिपोर्ट को लेकर बीएमओ सूरज राठौर के खिलाफ शिकायत की है, जिसके लिए डिप्टी कलेक्टर को जांच करने के लिए निर्देश दिए गए है. जांच रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.

नगर निगम के सामने का गार्डन बदहाल : नशेड़ियों का बना अड्‌डा, शहरवासी बोले –

रायपुर- पूरे शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की बागडोर जिस नगर निगम के हाथों में है, ठीक उसी निगम के सामने का गार्डन नशेड़ियों का अड्‌डा बन गया है. मेंटेनेंस नहीं होने से गार्डन मैदान में तब्दील हो चुका है. शहर के युवाओं का कहना है कि निगम के अधिकारी और ठेकेदार गार्डन मेंटनेंस के नाम पर गार्डन में लगे दुकानदारों से लाखों रुपए वसूल रहे पर गार्डन का कोई मेंटेनेंस नहीं हो रहा. गार्डन के सामने निगम में महापौर, कमिश्नर समेत तमाम अधिकारी बैठते हैं, उनके नाक के नीचे ही कमीशनखोरी का खेल चल रहा है. शहर के युवाओं ने कहा, महापौर मीनल चौबे जब नेता प्रतिपक्ष थी तो गार्डन की हालत को लेकर सवाल उठाती थी. अब महापौर बन गई हैं तो क्या गार्डन की हालत सुधर गई है, अब कार्रवाई क्यों नहीं कर रहीं।

नाममात्र का शौचालय, कार्रवाई क्यों नहीं हो रही : राहुल

शहर के युवा राहुल गोस्वामी ने कहा, गार्डन अब मैदान बन चुका है. निगम गार्डन नहीं निगम चौपाटी बन गया है. यह नशेड़ियों का अड्डा बन गया है. नगर पालिका निगम रायपुर के सामने ही वाले गार्डन में लगभग 20 रेस्टोरेंट, कैफे, चाय सेंटर, नास्ता सेंटर, पिज्जा सेंटर संचालित हो रही है. ठेकेदार दुकानदारों से गार्डन मेंटनेंस के नाम पर लाखों, करोड़ों रुपए वसूल रहा है पर मेंटेनेंस नहीं किया गया है. इसके चलते गार्डन की हालत बदतर हो गई है. यहां CCTV कैमरे नहीं है. माली नहीं है, सिक्योरिटी गार्ड नहीं है, पीने का पानी नहीं है. यहां नाममात्र का शौचालय है, जहां जाते ही बीमारी का शिकार हो जाएंगे. ठेका में इन सभी मेंटनेंस करने का प्रावधान है पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा, अखबार में पढ़ते थे, TV में हम देखते थे, महापौर मीनल चौबे जब नेता प्रतिपक्ष थी तो गार्डन की हालत को लेकर सवाल उठाती थी. अब महापौर बन गई हैं तो क्या गार्डन की हालत सुधर गई है, अब कार्रवाई क्यों नहीं कर रहीं ?

गार्डन की स्थिति बदतर, जगह-जगह कचरों को लगाई गई है आग : तनय

गौसेवक तनय लूलिया ने कहा, गार्डन की अव्यवस्था को लेकर हमने पहले भी शिकायत की है, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. यहां प्लास्टिक और कचरा को फेंक दिया जाता है, जिसे पशु खाकर बीमार हो रहे हैं. कचरा में आग लगाना मना है, बावजूद गार्डन में जगह-जगह कचरों पर आग लगाई गई है. गार्डन की स्थिति बद से बदतर हो गई है. अब महापौर से उम्मीद है कि इन सभी को ठीक कराएं और लापरवाह, कमीशन खाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करें.

सिर्फ कमीशनखोरी का खेल चल रहा : समीर

प्रकृति प्रेमी समीर ने कहा, जब ये टेंडर नहीं हुआ था तो गार्डन हरा भरा था. लोगों को लगता था कि वो गार्डन में बैठे हैं. अब लगता है कि चौपाटी है. सामने में नगर पालिका निगम का कार्यालय हैं, जहां महापौर, कमिश्नर और तमाम अधिकारी बैठते हैं. बावजूद ये हाल है. इससे समझा जा सकता है कि कितनी गंभीरता से निगम के जनप्रतिनिधि, अधिकारी और कर्मचारी काम कर रहे हैं. सिर्फ और सिर्फ कमीशनखोरी का खेल हो रहा है. गार्डन नशेड़ियों का अड्डा बन गया है. यहां लड़की दलाल सक्रिय हैं. लोग नशे की हालात में गार्डन में पड़े रहते हैं. यहां एक ही गार्डन नहीं पूरे दर्जनभर गार्डनों का यही हाल है. अगर अधिकारी कमीशन नहीं खा रहे हैं तो कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे।

व्यवस्था नहीं सुधरी तो कोर्ट जाने की चेतावनी

युवाओं का यह भी कहना है कि गार्डन का व्यवसायीकरण कर दिया गया है. यहां सुबह से रात तक चौपाटी जैसे हालात रहता है. इस पर नगर निगम यदि कार्रवाई नहीं करती है तो कोर्ट जाएंगे. NGT और हाईकोर्ट का आदेश है कि तालाब, नदी और गॉर्डनों का व्यवसायीकरण नहीं किया जा सकता है. गार्डन के सामने निगम में महापौर, कमिश्नर समेत तमाम अधिकारी बैठते हैं, उनके नाक के नीचे ये खेल चल रहा है.

गणपति इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है ठेका

नगर निगम से मिली जानकारी के मुताबिक गणपति इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के ठेकेदार मयंक अग्रवाल को गार्डन का ठेका दिया गया है, जो साल में साढ़े छह लाख रुपए निगम को देता है. इसके एवज में 20 प्रतिशत जमीन गार्डन का दिया गया है, जिसमें दुकानें संचालित हो रही है. इसका किराया ठेकेदार को जाता है. गार्डन के मेंटनेंस का जिम्मा ठेकेदार का है. सुरक्षा गार्ड, माली, गार्डन में हरियाली, पानी व्यवस्था, सफ़ाई, शौचालय, CCTV कैमरे जैसी व्यवस्था की जिम्मेदारी ठेकेदार मयंक अग्रवाल की है.

दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी : महापौर

इस मामले में महापौर मीनल चौबे ने कहा, मैं नेता प्रतिपक्ष थी तब भी इस पर सवाल उठाई थी. अभी महापौर बन चुकी हूं. गार्डन मेंटनेंस के लिए निगम और ठेकेदार के बीच OMU हुआ है. कितने सालों का ठेका हुआ है. मेंटेनेंस में क्या-क्या करना था, इस विषय पर अधिकारियों से जानकारी लेती हूं. जिस तरह से शिकायतें आ रही है इस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी. मैं स्वयं जाकर गार्डन का जायजा लूंगी.

सरकारी डॉक्टर को CBI जांच का डर दिखाकर लाखों की ठगी: अधिवक्ता पर लगा आरोप, FIR दर्ज कर मामले की जांच में जुटी पुलिस

गरियाबंद- जिला अस्पताल में पदस्थ एक वरिष्ठ डॉक्टर से कथित रूप से CBI जांच और गिरफ्तारी की धमकी देकर 6 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। ठगी का अहसास होने के बाद डॉक्टर कोतवाली थाने पहुंचे और पूरी घटना की शिकायत दर्ज कराई। मामले में पुलिस ने आरोपी अधिवक्ता के खिलाफ FIR दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के मुताबिक, पीड़ित डॉक्टर का नाम वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. बिपिन अग्रवाल (66 वर्षीय) है, जिनकी पहचान अधिवक्ता राकेश मिश्रा से पहले से थी। अगस्त महीने में मिश्रा ने डॉक्टर को बताया कि उनके खिलाफ CBI में शिकायत हो चुकी है, लेकिन उसने भरोसा दिलाया कि “मैं सब संभाल लूंगा।”

पहचान के नाते डॉक्टर ने भरोसा कर लिया। वकील की बातों में आकर डॉक्टर ने 21 और 22 अगस्त को राकेश मिश्रा के बेटे के खाते में कुल 6 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। कुछ समय बाद जब डॉक्टर को शक हुआ, तो उन्होंने खुद जानकारी जुटाना शुरू किया।

जल्द ही उन्हें पता चला कि CBI में उनके खिलाफ कोई शिकायत दर्ज ही नहीं हुई है। यहीं से डॉक्टर को ठगी का अहसास हुआ। डॉक्टर ने जब राकेश मिश्रा से पैसे लौटाने को कहा, तो वह टालमटोल करने लगा। आखिरकार थक-हारकर डॉक्टर कोतवाली पहुंचे और लिखित शिकायत दी।

एडिशनल एसपी जितेंद्र चंद्राकर ने बताया कि शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ कि वकील ने जान-पहचान का गलत फायदा उठाकर डॉक्टर से जबरन रकम ऐंठी। इस आधार पर कोतवाली पुलिस ने आरोपी वकील राकेश मिश्रा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 308(2) के तहत मामला दर्ज कर लिया है और अब आगे की जांच जारी है।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ मां दंतेश्वरी की पूजा-अर्चना की

रायपुर- केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर अपने एक दिवसीय दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के साथ बस्तर अंचल की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना कर देश एवं प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव एवं विजय शर्मा, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वन मंत्री केदार कश्यप, विधायक किरण देव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।

86 नक्सलियों ने किया सरेंडर, अमित शाह के दंतेवाड़ा दौरे के बीच बड़ी खबर

कोठागुडेम- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बस्तर दौरे के बीच नक्सल मोर्चे से एक बड़ी खबर सामने आई है। तेलंगाना के भद्राद्री कोठागुडेम जिले में 86 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इनमें से अधिकांश छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं।

जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने कोठागुडेम के हेमचंद्रपुरम पुलिस मुख्यालय पहुंचकर मल्टी जोन-1 के आईजी चंद्रशेखर रेड्डी के समक्ष आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण करने वालों में 66 पुरुष और 20 महिलाएं शामिल हैं। ये सभी माओवादी लंबे समय से आईईडी ब्लास्ट, फायरिंग, हत्या और ठेकेदारों से वसूली जैसी गंभीर वारदातों में शामिल रहे हैं।

आईजी चंद्रशेखर रेड्डी ने बताया कि इन सभी ने तेलंगाना सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन चेयुथा’ के तहत आत्मसमर्पण किया है। सरकार ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास योजना के तहत तत्काल 25 हजार रुपये की सहायता राशि भी प्रदान की है।

बताया जा रहा है कि यह आत्मसमर्पण ऐसे समय पर हुआ है जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बस्तर में नक्सल विरोधी गतिविधियों की समीक्षा कर रहे हैं। यह घटनाक्रम सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, जिससे क्षेत्र में शांति बहाली की उम्मीद और भी मजबूत हो गई है। इससे पहले बीते शुक्रवार को लाखों रुपयों के इनामी तीन पुरुष और एक महिला नक्सली ने आत्मसमर्पण किया था।

ऑनलाइन बेटिंग एप्स पर हाई कोर्ट चीफ जस्टिस की तीखी टिप्पणी, कहा- मेहनत से नहीं, शॉर्टकट से पैसा कमाना चाहते हैं लोग, चिन्हित कर करें कार्रवाई…

बिलासपुर- छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन बेटिंग एप्स के फलते-फूलते बाजार को लेकर हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाई है. चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस अरविन्द वर्मा की डिवीजन बेंच ने मामले में सुनवाई की. कोर्ट ने राज्य सरकार, गृह विभाग और केंद्र सरकार को शपथपत्र से हलफनामा दाखिल कर जवाब मांगा है, इसमें महादेव एप उजागर होने के बाद अब तक कितने अन्य एप्स पर एक्शन लिया गया, इसकी जानकारी भी मांगी गई है. मामले की अगली सुनवाई 6 मई को होगी.

वहीं, एक सक्रिय सट्टा एप को भी याचिका में शामिल किया गया है. सट्टा एप को लेकर याचिका रायपुर निवासी सुनील नामदेव ने अधिवक्ता अमृतो दास के माध्यम से दाखिल की है, जिसमें कहा गया है कि कई सट्टा एप्स आज भी सक्रिय हैं. मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि इन सक्रिय एप्स को चिन्हित कर तत्काल कार्रवाई की जाए.

मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने कहा कि लोग अब मेहनत से नहीं, शॉर्टकट से पैसा कमाना चाह रहे हैं, जो समाज और अर्थव्यवस्था दोनों के लिए खतरनाक है. कोर्ट ने सरकार को यह भी याद दिलाया कि वैध और अवैध के बीच की रेखा टूटनी नहीं चाहिए.

हाई कोर्ट में दायर याचिका में आईपीएल जैसे क्रिकेट के आयोजनों के दौरान सट्टा एप्स के बढ़ते चलन पर भी चिंता जताई गई है. इसके साथ ही निगरानी के लिए एक स्थायी तंत्र बनाए जाने की मांग भी की गई है. हाई कोर्ट ने कहा कि जिन एप्स पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है, उन्हें तुरंत चिन्हित किया जाए.

खदान संचालक का दुस्साहस, सीमांकन करने पटवारी के साथ पहुंचे कोटवार और शिकायकर्ता से की मारपीट…

आरंग- आरंग के ग्राम निसदा में पत्थर खदान संचालक के ग्राम कोटवार और शिकायकर्ता के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. पीड़ित की शिकायत पर आरंग पुलिस ने आरोपी अशोक यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. 

जानकारी के अनुसार, ग्राम निसदा में पत्थर खदान संचालकों ने महानदी में खदान का मलबा डालने और पत्थर खदानों की जांच करने के संबंध में ग्रामीणों के साथ ओमप्रकाश सेन ने शासन से शिकायत की थी. प्रशासन के जांच के बाद पत्थर खदान संचालकों को महानदी से मलबा हटाने का आदेश दिया गया था, जिसके बाद संचालकों ने महानदी में डाले गए मलबे को हटाने का काम शुरू किया.

इस बीच शुक्रवार को प्रशासन से अनुमति प्राप्त पत्थर खदान के सीमांकन के लिए पटवारी, कोटवार और शिकायकर्ता सहित कुछ ग्रामीण पहुंचे थे. इसी दौरान अपने रिश्तेदार का खदान संचालित करने वाला ग्राम घोड़ारी निवासी अशोक यादव शिकायतकर्ता ओमप्रकाश सेन और कोटवार केदारनाथ साहू से उलझ गया, और मारपीट शुरू कर दी. मामले की शिकायत पर आरंग पुलिस ने आरोपी अशोक यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने बढ़ाया छत्तीसगढ़ का मान, थाईलैंड की प्रधानमंत्री को भेंट की डोकरा पीतल की ‘मोर नाव’…

रायपुर- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने विदेश यात्राओं के दौरान मेजबान को भारत में बनी कोई न कोई ऐसी कलाकृति भेंट करते हैं, जिनका अपना विशेष महत्व होता है. थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में आयोजित BIMSTEC शिखर सम्मेलन भी एक ऐसा अवसर था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थाईलैंड की प्रधानमंत्री पाइतोंग्तार्न शिनवात्रा को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाले सुंदर हस्तशिल्प भेंट किए. 

थाई प्रधानमंत्री शिनवात्रा को प्रधानमंत्री मोदी ने डोकरा पीतल की मोर नाव भेंट में दी है. यह छत्तीसगढ़ के जनजातीय कारीगरों द्वारा प्राचीन ‘लॉस्ट-वैक्स’ ढलाई तकनीक से हाथ से बनाई गई कलाकृति है. मोर के आकार की इस नौका पर की गई जटिल नक्काशी और एक शांत आदिवासी नाविक मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्य को दर्शाता है, जो डोकरा कला की मूल भावना है.