बिहार बजट सत्र : विधानसभा में विपक्ष द्वारा किये जा रहे हंगामे को सीएम ने कुछ इस तरह कराया शांत, जानिए
डेस्क : बिहार विधानमंडल के 11वें दिन की कार्यवाही आज एकबार फिर विपक्ष के हंगामे के साथ शुरु हुई। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान राजद विधायक ललित कुमार यादव द्वारा पूछे गए एक सवाल पर आए शिक्षा मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर सदन में विपक्षी सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया। ललित यादव ने निजी शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले बच्चों के सरकारी स्कूलों में दाखिला लेकर दोनों जगहों पर पढ़ने का सवाल किया। इसे लेकर शिक्षा मंत्री ने जो जवाब दिया उससे ललित यादव ने अपनी असहमति जताई। उन्होंने कहा कि सरकार के पास इस मामले में को डेटा नहीं है।
ललित यादव ने कहा कि सरकार का जो जवाब है उसमें बताना चाहिए कि अगर टारगेट से कम दाखिला का मामला आया है तो किस पर कार्रवाई हुई। उन्होंने नामांकन की संख्या और कार्रवाई के बारे में सवाल किया। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने सूची उपलब्ध कराने की बात कही। इसे लेकर ललित यादव उनके जवाब से असंतुष्ट हुए और बाद में विपक्ष के कई सदस्यों ने एक साथ इस मुद्दे पर जोरदार हंगामा किया। विपक्षी सदस्य एक साथ अपनी जगह पर खड़े होकर नारेबाजी करते रहे।
स्थिति ऐसी हो गई कि खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपनी जगह पर खड़े होकर सदस्यों को शांत कराने की पहल करनी पड़ी। हंगामा कर रहे सदस्यों को पहले सीएम नीतीश ने कहा कि अगर कोई दिक्कत है तो लिख कर दें हम इसे देखेंगे। उन्होंने कहा- 'मेरे खिलाफ आप खूब बोलिए। मैं ताली बजाकर तारीफ करूंगा, लेकिन कोई समस्या है तो आप लोग लिखकर दीजिए। हम एक्शन लेंगे । हालाँकि सीएम नीतीश की इस अपील का कोई असर विपक्षी सदस्यों पर नहीं हुआ। नतीजा हुआ कि सदन में प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष की जोरदार नारेबाजी जारी रही।
अंततः सीएम नीतीश ने एक बार फिर से अपनी जगह पर खड़े होकर विपक्ष को संतुष्ट करने की कोशिश की। उन्होंने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम से जुड़े मामले में सरकार पूरी तरह गंभीर है। हमारी सरकार कमजोर वर्ग के लिए काम करती है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले में समीक्षा होगी और जहां गडबडी होगी उसे देखा जाएगा। उन्होंने सदन में खड़े होकर सीधे शिक्षा मंत्री और अधिकारी को कहा कि आप इसे देखिए। जहां भी शिक्षा के अधिकार अधिनियम दिक्कत है उसे दूर किया जाए।
उन्होंने कहा कि अगर शिकायत है तो हम को लिख के दीजिए। हम एक्शन लेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ बोल रहे हैं, हमारे खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इस लिए हम आपसबों को बधाई दे रहे हैं। बजाप्ता उन्होंने ताली बजाकर दिखाया। मुख्यमंत्री ने मंत्री को भी नसीहत दी। साथ ही विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ को एक्शन लेने को कहा। मंत्री विजय चौधरी ने मुख्यमंत्री को कागज बढ़ाया,जिसे नीतीश कुमार ने पढ़ा।मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद राजद विधायक शांत हुए और अपनी सीट पर बैठ गए।
Mar 18 2025, 14:38