जम्मू-कश्मीर विधानसभा अध्यक्ष पर महबूबा मुफ्ती का हमला, ‘मार्शल लॉ’ लागू करने का लगाया आरोप
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर पर हमला करते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका विधानमंडल के सदस्यों के अधिकारों की रक्षा करना है, ना कि सेंसर (नियंत्रक) की तरह काम करना है. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष एक तरह का मार्शल लॉ लागू कर रहे हैं.
महबूबा मुफ्ती की यह टिप्पणी विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर द्वारा बजट सत्र से पहले सदन के कामकाज के नोटिस के प्रचार को गंभीरता से लेने के बाद आई है. विधानसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से विशेषाधिकार हनन से दूर रहने को कहा है. जिस पर मुफ्ती ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने अध्यक्ष पर संवैधानिक पद पर रहते हुए एक तरह का मार्शल लॉ लागू करने का आरोप लगाया.
महबूबा मुफ्ती ने साधा विधानसभा अध्यक्ष पर निशाना
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर भले ही विधायी कार्यवाही की पवित्रता को बनाए रखने के बारे में चिंतित हों, लेकिन अध्यक्ष के तौर पर उनकी प्राथमिक भूमिका सदस्यों के अधिकारों की रक्षा करना है, न कि सेंसर की तरह काम करना है.
‘रथर साहब एक प्रकार का मार्शल लॉ लागू कर रहे हैं’
पूर्व सीएम ने आगे कहा कि विधायी गतिविधियों के बारे में पारदर्शिता और जन जागरूकता को संसदीय प्रथाओं के उल्लंघन के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसके विपरीत, नोटिस, प्रश्नों और प्रस्तावों के बारे में जनता को पहले से सूचित करना जवाबदेही को बढ़ावा देता है. हाल ही में वक्फ विधेयक जैसे कई महत्वपूर्ण संसदीय विधेयकों पर महीनों तक सार्वजनिक रूप से बहस होती रही. उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि ऐसा प्रतीत होता है कि रथर साहब एक अनुभवी राजनीतिज्ञ, एक संवैधानिक पद पर रहते हुए एक प्रकार का मार्शल लॉ लागू कर रहे हैं.
Feb 24 2025, 11:06