दिल्ली हार के बाद पंजाब के लिए कांग्रेस ने कसी कमर, सबसे पुरानी पार्टी नए चेहरों पर लगाएगी दांव
#punjab_congress_will_bet_on_60_70_new_faces
![]()
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस लगातार अपना आधार खोती जा रही है। हाल ही में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के प्रदर्शन से साफ जाहिर हुआ कि कांग्रेस का पुनरुत्थान इस बार भी नहीं हुआ। कांग्रेस के लिए दिल्ली में लगातार तीसरी बार कुछ भी हाथ नहीं लगा है। दरअसल, कांग्रेस के लिए ये नया नहीं है। पिछले कई चुनावों से लगातार कांग्रेस हार का सामना कर रही है। अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को पार्टी को चुनावों में मिली करारी हार के बाद 13 राज्यों और चार केंद्र शासित प्रदेशों में नए महासचिवों और प्रभारियों की नियुक्ति करके संगठनात्मक फेरबदल किया। पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के कई सहयोगियों को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की नई टीम में जगह मिली है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पंजाब का नया महासचिव नियुक्त किया गया है, जहां 2027 में विधानसभा चुनाव होंगे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद अब पंजाब के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है। 2027 में होने वाले पंजाब चुनाव को लेकर अब खबर यह आ रही है कि पार्टी राज्य की 117 सीटों में से 60-70 पर नए चेहरों को आजमाएगी।कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने गुरुवार को कहा कि राज्य में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी कम से कम 60-70 नये चेहरों पर दांव लगाएगी।
वडिंग ने पंजाब युवा कांग्रेस की राज्य कार्यकारिणी की मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा, पंजाब कांग्रेस 2027 के विधानसभा चुनाव में विधायक के तौर पर राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए कम से कम 60-70 नये चेहरों को मौका देने के लिए दृढ़ है। यह हमारे राजनीतिक नेतृत्व को पुनर्जीवित करने और यह यकीनी बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा।
वडिंग ने आगे कहा कि पंजाब के लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व ऐसे नेताओं के ज़रिए किया जाए जो गतिशील, प्रतिबद्ध और राज्य की जरूरतों के मुताबिक हों। उन्होंने कहा,'ये नये चेहरे न सिर्फ बदलाव के प्रतीक होंगे बल्कि युवाओं और पंजाब के आम लोगों के विश्वास, उम्मीदों पर भी खरे उतरेंगे।
Feb 21 2025, 13:37