/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1703422753132082.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1703422753132082.png StreetBuzz निर्दयता के अंधकार में सेवा की एक नई रोशनी – प्रयाग गौ सेवा संगठन ट्रस्ट का एक प्रेरणादायक प्रयास Prayagraj
निर्दयता के अंधकार में सेवा की एक नई रोशनी – प्रयाग गौ सेवा संगठन ट्रस्ट का एक प्रेरणादायक प्रयास

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। आज एक हृदयविदारक घटना सामने आई, जब बड़े केछुहा गांव में मात्र पाँच दिन की एक मासूम बछिया को असहाय स्थिति में छोड़ दिया गया। दुर्भाग्यवश, किसी कारणवश उसका जबड़ा टूट चुका था। जब उसके पालक ने यह देखा, तो उसकी पीड़ा को समझने के बजाय उसे त्याग दिया।

लेकिन जहां निर्दयता ने उसे अकेला छोड़ दिया, वहीं प्रयाग गौ सेवा संगठन ट्रस्ट के गौ सेवकों की करुणा ने उसे अपनाया। जब गौ सेवक रतन द्विवेदी जी की नज़र इस बछिया पर पड़ी, तो उन्होंने तुरंत प्रयाग गौ सेवा संगठन ट्रस्ट के मुख्य गौ सेवक आशीष पांडेय जी को सूचना दी। जो समाज सेवा में हमेशा अग्रणी रहते हैं। उनकी तत्परता से संगठन तक यह बात पहुंची, और गौ सेवकों की टीम ने इस नन्हीं जान के इलाज का बीड़ा उठाया।

डॉ. उमेश मौर्य जी ने बछिया की चिकित्सा का दायित्व संभाला

और बताया कि पूर्ण रूप से ठीक होने में लगभग एक महीना लगेगा। इस सेवा कार्य में ब्लॉक उपाध्यक्ष डॉ. आदर्श द्विवेदी, डॉ. उमेश मौर्य, उनके सहयोगी शैलेश जी, दाऊ जी और गौ सेवक रतन द्विवेदी जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गांववासियों ने भी सह्रदयता दिखाते हुए हर संभव सहायता दी, जिसमें

दो छोटे बच्चों का योगदान विशेष रूप से प्रेरणादायक रहा

यह घटना हमें यह सिखाती है कि जब तक समाज में *दयालुता और सेवा की भावना जीवित है, तब तक निर्दयता पर इंसानियत की विजय होती रहेगी। गौ सेवा ही सच्ची मानव सेवा है, और यह प्रयास इसी का एक उज्ज्वल उदाहरण है।

लोगों की पहचान बनी बुद्ध प्रतिमा, फोटो-सेल्फी लेने वालों की होड़

विश्वनाथ प्रतापसिंह

प्रयागराज। महाकुंभ गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में स्नान के बाद करोड़ों लोग खुद को धन्य समझ रहे हैं। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को विभिन्न शिविरों में लगी देवी- देवताओं की दिव्य प्रतिमाएं आकर्षित कर रही हैं। इन्हीं प्रतिमाओं से एक भगवान बुद्ध की है जो इन दिनों सोशल मीडिया पर छाई हुई है। हिमालय बौद्ध संस्कृति संरक्षण सभा और उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग के अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान की ओर से सेक्टर 18 में स्थापित बौद्ध विशेष संगम शिविर के बाहर लगी पीले रंग की गांधार शैली की भगवान बुद्ध की खड़ी प्रतिमा लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है।प्रतिमा के साथ फोटो और सेल्फी लेकर लोग अपने फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम और दूसरे सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा कर रहे हैं।

शिविर के संयोजक और दिल्ली विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. चंदन कुमार ने बताया कि गूगल से रिपोर्ट लेने पर पता चला है कि 80 लाख से अधिक लोगों ने इस प्रतिमा को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किया है, जो निश्चित रूप से भगवान बुद्ध के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था और आकर्षण को दर्शाता है।यह प्रतिमा सेक्टर 18 में एक तरह का लैंडमार्क बनी हुई है और लोग भटकने पर एक-दूसरे को इसी प्वाइंट पर मिलने के लिए बुलाते हैं। पूरे मेले में में चार लाख से अधिक लोगों ने शिविर में आक आकर बुद्ध धर्म और संस्कृति को करीब से जाना-समझा।महाकुंभ के दौरान इस शिविर में 11 देशों के बौद्ध लामा और भिक्षु का आगमन हुआ। डॉ. चंदन कुमार के अनुसार रूस, मंगोलिया, कोरिया, नेपाल, भूटान, बर्मा, वियतनाम, कंबोडिया, तिब्बत, जापान और श्रीलंका से लामा और भिक्षुओं ने आकर बौद्ध और सनातन धर्म के आपसी संबंध को मजबूत बनाने का काम किया।

24 फरवरी से शुरू होंगे 10वीं व 12वीं के एग्जाम

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। UP बोर्ड यानी उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से 10वीं और 12वीं की परीक्षा की तैयारी शुरू हो चुकी है। 24 फरवरी से परीक्षा शुरू हो रही है। किसी भी इमरजेंसी जैसी स्थिति में प्रश्न पत्रों के अतिरिक्त सेट भी रखे जाएंगे। इसके लिए प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की ओर से निर्देश भी दिए जा चुके हैं। यह अतिरिक्त सेट सीधे जिला विद्यालय निरीक्षक को कार्यदायी संस्था द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे।

प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर अतिरिक्त सेट के प्रश्न पत्राें को रखने के लिए एक अतिरिक्त डबल लॉक वाली अलमारी की व्यवस्था की जाएगी।एग्जाम के दौरान स्ट्रांग रूम में डबल लॉक वाली अभी तक तीन आलमारियां होती थीं लेकिन अब चार होंगी। यह चौथी आलमारी आक्समिक स्थिति के प्रश्न पत्रों के लिए रखी जाएगी। अतिरिक्त सेट के प्रश्न पत्रों को जिस आलमारी में रखा जाएगा उसे खोलने के लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव से अनुमति लेना होगा। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि परीक्षा संबंधित तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। नकलविहीन परीक्षा कराने पर पूरा फोकस है। परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे, CCTV के जरिए भी मानिटरिंग की जाएगी।

संगम स्नान करने आए पति का अस्पताल में मिला शव


विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। आगरा से महाकुंभ में स्नान करने आई सीमा का हमेशा के लिए पति का साथ छूट गया। सोमवार को वह संगम में पति के साथ स्नान करने पहुंची थी। दोनों संगम नोज पर साथ पहुंचे थे, लेकिन सामान साथ में होने की वजह दोनों एक-एक कर स्नान करने का प्लान बना लिए। सीमा ने पति को पहले स्नान के लिए संगम में भेजा और खुद कपड़े, मोबाइल आदि लेकर वहीं खड़ी रही।करीब एक घंटे तक जब संगम से पति बाहर नहीं लौटे तो पत्नी की चिंता बढ़ने लगी। वह लोगों से पति के बारे में पूछने लगी। पता चला कि कुछ देर पहले एक व्यक्ति को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया।

वहां जाने पर पति की डेडबॉडी देखकर वह अचेत सी हो गई। शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।संगम नोज पर पत्नी सीमा पति के आने का इंतजार कर रही थी। उन्हीं के सामने ही एंबुलेंस आती है, और उसमें पति की डेडबॉडी रखी जाती है, लेकिन पत्नी को क्या पता कि एंबुलेंस में उनके ही पति की बॉडी रखी जा रही है। वह तो निश्चिंत थीं कि उनके पति संगम में स्नान कर रहे हैं। सामने से ही पति की डेडबॉडी निकल गई और वह पति की मौत से बेखबर रहीं।आगरा जनपद के सईयां थाना क्षेत्र के अईला गांव निवासी रामनरेश सिंह पुणे में पेठा बेचते हैं। वह महाकुंभ स्नान के लिए यहां आए थे। गांव के वासुदेव बताते हैं कि वह दो मंजिला बस रिजर्व कर हम गांव के करीब 60 लोग एक साथ प्रयागराज आए थे। सुबह बेला कछार पार्किंग पर बस रुकी।

हम लोग यहां से पैदल संगम के लिए रवाना हुए लेकिन रामनरेश किराए की बाइक 600 रुपए में करके संगम चले गए। इसलिए वह हम लोगों से पहले पहुंच गए थे। वहां पर उनकी मौत हो गई। गांव के रघुनाथ सिंह बताते हैं कि वह महाकुंभ आने को लेकर बहुत ज्यादा उत्सुक थे।वहीं, महाकुंभ में बने सेंट्रल हॉस्पिटल के CMS डॉ. मनोज कुमार कौशिक ने बताया कि हॉस्पिटल पहुंचने के पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। यह मौत कैसे हुई यह जानकारी नहीं है।

प्रयागराज स्टेशन पर टीसी और पुलिस कर्मी में विवाद

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज स्टेशन पर टीसी और सतना पुलिस के एएसआई के बीच हुई बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामला रविवार का है, जब सतना ट्रैफिक शाखा में तैनात एएसआई मकरध्वज पांडेय कुंभ स्नान करके वापस लौट रहे थे।घटना के अनुसार, एएसआई पांडेय प्लेटफॉर्म पर आनंद विहार-रीवा ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। स्टेशन पर उस समय काफी भीड़ थी। इसी दौरान एक टीसी ने सभी यात्रियों को आगे बढ़ने का निर्देश दिया। एएसआई पांडेय ने टीसी की बात मान ली और अपना सामान लेकर आगे बढ़ गए। कुछ समय बाद वही टीसी फिर वहां आया और यात्रियों को दोबारा आगे जाने को कहा। इस पर एएसआई पांडेय ने टीसी से सिर्फ इतना पूछा कि क्या अब प्लेटफॉर्म से बाहर चला जाऊं? एएसआई का यह सवाल टीसी को नागवार गुजरा और वह अभद्र व्यवहार करने लगा। दोनों के बीच हुई इस तीखी बहस का वीडियो किसी ने बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

विक्रमोवर्षीयम नाटक के मंचन पर मंत्र मुग्ध हुए दर्शक

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। महाकुम्भ में कोलाज कल्चरल सोसायटी ने महाकवि कालिदास रचित विक्रमोवर्षीयम नामक नाटक का मंचन किया गया। महाकुम्भ क्षेत्र से बहुत से श्रद्धालु, दर्शकों ने नाटक का मंचन देखा। इस नाटक का डिजाइन और डायरेक्शन प्रोफेसर विधु खरे दास ने किया है l प्रो. विधु खरे दास लगभग तीस वर्षों से रंगमंच और नाटक का कार्य कर रही हैं। डॉ. राघवेन्द्र मिश्र इस नाटक में असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में कार्य किए हैं पोस्टर डिजाइन विवेक ने किया है l इस नाटक में म्यूजिक अनिमेष दास ने दिया है।

झूंसी पुलिस बूथ और जीटी रोड पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, रास्ते जाम

प्रयागराज

S bन्यूज़ से ब्यूरो चीफविश्वनाथ प्रतापसिंह

महाकुम्भ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ झूंसी क्षेत्र में उमड़ पड़ी, जिससे जीटी रोड, झूंसी पुलिस बूथ और रेलवे स्टेशन के आसपास के मार्गों पर जाम की स्थिति बन गई। सोमवार सुबह से ही श्रद्धालुओं का सैलाब झूंसी रेलवे स्टेशन से मेले की ओर बढ़ने लगा। प्रशासन की ओर मार्ग व्यवस्थित करने के प्रयासों के बावजूद कालोनियों के रास्तों और पार्कों में भक्तों की भीड़ ठहर गई। सड़क किनारे ग्रीनरी वाले क्षेत्रों में भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में जमा हो गए, जिससे स्थानीय निवासियों को भी आवाजाही में कठिनाई हुई। मौके पर तैनात पुलिसकर्मी भीड़ को नियंत्रित करने में जुटे रहे, लेकिन भारी संख्या में श्रद्धालु होने के कारण कई मार्गों पर आवागमन प्रभावित रहा।

महाकुम्भ में आस्था का जनसैलाब, भीषण जाम से हाल बेहाल

प्रयागराज

sb न्यूज से ब्यूरो चीफ - विश्वनाथ प्रताप सिंह

महाकुम्भ में आस्था का जनैसलाब थमने का नाम नहीं ले रहा है। बिना किसी स्नान पर्व के भी रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाने आ रहे हैं। आलम यह है कि भीड़ के दबाव से न सिर्फ मेला क्षेत्र बल्कि सड़कों पर भी यातायात व्यवस्था अस्त- व्यस्त हो गई है। प्रयागराज को जोड़ने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर सोमवार को भी जाम की स्थिति देखने को मिल रही है।देश के कोने-कोन से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का महाकुम्भ मेला में आने का क्रम निरंतर जारी है। प्रयागराज-वाराणसी मार्ग, जौनपुर मार्ग, मिर्जापुर मार्ग, कौशाम्बी मार्ग, प्रतापगढ़ मार्ग, रीवा-चित्रकूट मार्ग, कानपुर व लखनऊ मार्ग हर तरफ से वाहनों का रेला प्रयागराज की ओर बढ़ा रहा है। इससे 15-20 तक लंबा जाम की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है। प्रशासन की ओर से मेला क्षेत्र से बाहर 36 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। हालांकि वाहनों की संख्या अधिक होने से पार्किंग स्थल भी फुल हो जा रहे हैं। इधर, प्रयागराज शहर के रेलवे जंक्शन, झूंसी रेलवे स्टेशन, नैनी रेलवे स्टेशन सहित अन्य मार्गों पर भी जाम से हाल बेहाल रहा। मेला आने वाले प्रमुख मार्ग शास्त्री मार्ग, अलोपीबाग, नैनी नया पुल, बांघड धर्मशाला, लेप्रोसी चौराहा, बक्शी बांध, बालसन चौराहा सहित रेलवे जंक्शन, झूंसी स्टेशन आदि मार्गों पर पूरे दिन भीषण जाम की स्थिति बनी रही। भीड़ बढ़ते ही मेला पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। इसके बावजूद स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हो सका।

ब्रेन स्ट्रोक से पीड़ित नेपाली मरीज की बचाई गयी जान

महाकुम्भ नगर-

– विश्वनाथ प्रताप सिंह –

प्रयागराज :– ब्रेन स्ट्रोक से पीड़ित नेपाल लुंबनी के रहने वाले रामधनी (85) का एसआरएन अस्पताल में विशेष उपचार करके जान बचाई गयी। 14 जनवरी को गंभीर स्थिति में उन्हें मेला क्षेत्र से इलाज के लिए ट्रामा सेंटर लाया गया था। रामधनी जांच के बाद पता चला कि उन्हें इस्केमिक स्ट्रोक की समस्थ्या थी। इसलिए न्यूरो फिजीशियन डॉ़ कमलेश सोनकर के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने थ्रॉम्बोलाइसिस की प्रक्रिया शुरू की गयी, जिससे मरीज की जान बचाई जा सकी। ट्रॉमा सेंटर के सह-नोडल अधिकारी डॉ. राजकुमार चौधरी के अनुसार महाकुम्भ में ट्रामा सेंटर की चिकित्सा सुविधाओं को और बेहतर बनाया गया है

महाकुंभ में हादसा: संगम पर पलटी नाव, एमईएस के ठेकेदार समेत दो लापता


- विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज :महाकुंभ संगम पर मंगलवार दोपहर बाद स्नानार्थियों से भरी एक नाव पलट गई। इसमें सवार नौ लोग डूबने लगे। जल पुलिस के जवानों और गोताखोरों ने सात लोगों को बचा लिया, लेकिन मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विस (एमईएस) के ठेकेदार सुरेश कुमार अग्रवाल और उनकी रिश्तेदार ललिता लापता हो गई। चार लोगों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है।लापता की तलाश में जल पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीम जुटी हुई है। बताया गया है कि देहरादून में हनुमान चौक के पास रहने वाले सुरेश कुमार अग्रवाल एमईएस में ठेकेदार हैं। वह अपनी पत्नी ऊषा देवी, दोस्त महाबीर, बृजलाल, सुरेश चंद्र, गीता देवी के साथ महाकुंभ मेला क्षेत्र में ठहरे हुए थे।मंगलवार दोपहर बाद सभी लोग अरैल घाट से एक चप्पू नाव पर सवार हुए। उनके साथ ही बेंगलुरू निवासी रवि किरण और उनके माता-पिता भी नाव पर बैठ गए। जब नाव संगम पर पहुंची तो पानी का बहाव काफी तेज था। श्रद्धालु अपनी-अपनी लाइफ जैकेट उतारकर नाव पर रख दिए। इसके बाद नाव से उतरने लगे लेकिन एकाएक सभी लोग खड़े होकर एक तरफ आ गए, जिससे वह पलट गई।चीख-पुकार मचते ही जल पुलिस, गोताखोर, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के जवान मौके पर पहुंच गए और डूबे रहे सात लोगों को किसी तरह पानी से बाहर निकाला। आनन-फानन सभी को वाटर एंबुलेंस की मदद से घाट तक पहुंचाया गया। फिर चार लोगों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत चिंताजनक बताई गई है।
उधर, लापता 65 वर्षीय सुरेश कुमार व महाबीर की पत्नी ललिता लापता हो गईं। उनकी तलाश में जल पुलिस प्रभारी जनार्दन साहनी की अगुवाई में अलग-अलग टीमों ने कई घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया लेकिन कुछ पता नहीं चला। नाव भी पानी में डूबी हुई है। हादसे से परेशान श्रद्धालु ने रिश्तेदारों को बताया तो वह भी चिंतित हो गए।सहारनपुर निवासी सौरभ ने बताया कि संगम पर नाव पलटने के कारण उनके श्वसुर सुरेश व महाबीर की पत्नी के लापता होने का पता चला तो परेशान हो गए। उन्होंने महाकुंभ मेला प्रशासन के टोल फ्री नंबर 1920 पर काल किया, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। पहले तो प्रशासन ऐसी किसी घटना होने से मना करता रहा। सौरभ का कहना है कि उनका साला आस्ट्रेलिया में रहता है। घटना का पता चलने पर वह भी परेशान हैं।