UP के इस गांव में लड़कों की नहीं हो रही शादी,ऐसा भी क्या हो गया?
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उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक ऐसा गांव भी है जहां कोई भी अपनी बेटी का ब्याह नहीं करवाना चाह रहा. यहां तक कि गांव वालों के रिश्तेदार भी उनके यहां आने से कतराते हैं. इसके पीछे का कारण है एक छोटा सा कीट. दरअसल, यहां मक्खियां इतनी ज्यादा हैं कि गांव वालों का जीना दुभर हो रखा है. मक्खियों के आतंक के चलते गांव वाले न तो सही से कुछ खा सकते हैं न सो सकते हैं. जब वो खाने के लिए बैठते हैं तो हजारों की तादाद में मक्खियां खाने पर बैठ जाती हैं. इसके चलते बच्चे बीमारी का शिकार हो रहे हैं. गांव वालों का कहना है कि कई बार शिकायत किए जाने पर भी अभी तक किसी अधिकारी ने संज्ञान नहीं लिया है.
हम बात कर रहे हैं नवाबगंज विकासखंड के रूदवारा गांव की. मक्खियों के आतंक से यहां की स्थिति बहुत बदतर गई है. गांववालों का कहना है, जब से गांव में पोल्ट्री फॉर्म खुला है, तब से गंदगी व बदबू के कारण मक्खियां आ गई हैं. इसके चलते जीना दुश्वार हो गया है. लगभग 5 हजार की आबादी वाले गांव के लोग इतना डरे हुए हैं कि खाना-पीना भी मच्छरदानी के अंदर बैठकर करते हैं.
‘मक्खियों के डर से रिश्तेदार आने से कतराते हैं’
गांव की महिलाओं ने बताया कि अब तो गांव में लोग रिश्ता करने के लिए भी तैयार नहीं हैं. जिनकी शादी हो चुकी है वो यहां रहने को तैयार नहीं हैं. मक्खियों के डर से रिश्तेदार आने से कतराते हैं. खाना बनाने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
‘खानापूर्ति करके चले जाते हैं अधिकारी’
गांववालों का आरोप है कि बिना एनओसी के अवैध तरीके से चल रहे पोल्ट्री फार्म हाउस पर सालों में कोई कार्रवाई नहीं की गई है. अधिकारी आते भी हैं तो बस खानापूर्ति करके वापस चले जाते हैं. पहले तो पोल्ट्री फॉर्म वाले गांव में दवा छिड़कते थे. इससे मक्खियां कम हो जाती थीं. मगर, इधर कुछ सालों से उन्होंने वो भी करना बंद कर दिया है. इसकी शिकायत जब पोल्ट्री फॉर्म हाउस वालों से की तो वो धमकी देते हैं कि जाओ, अब दवा नहीं डालेंगे.
मरी हुई मुर्गियों को खेत में फेंक देते हैं
लोगों का कहना है कि कोई अधिकारी हमारा हाल तक देखने नहीं आता. पोल्ट्री फार्म हाउस से शिकायत की तो उन्होंने कहा कि हमारी कंपनी की वजह से मक्खियां नहीं आती हैं. जबकि गांव का मानना है कि पोल्ट्री फार्म से ही मक्खियां आती हैं. जब यहां मुर्खियां मरती हैं तो उन्हें दफनाया नहीं जाता. बल्कि, खेतों में फेंक दिया जाता है. इसी कारण यहां मक्खियां होती हैं.
Feb 07 2025, 11:59