महाकुंभ के भगदड़ में नगर पंचायत नगरा से दो महिलाएं व फेफना के नसीराबाद के मां-बेटी सहित बलिया के चार की मौत
ओमप्रकाश वर्मानगरा(बलिया)। महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के दौरान भारी भीड़ के कारण भगदड़ के हादसे में बलिया जिले के चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों में तीन महिलाएं और एक 12 वर्षीय बच्ची शामिल है। जानकारी के अनुसार, नगरा थाना क्षेत्र के चचया गांव की दो महिलाएं इस हादसे का शिकार हो गईं। मृतकों की पहचान रिंकी सिंह ब(35) पत्नी छट्ठू सिंह और मीरा देवी (50) पत्नी बालजीत सिंह के रूप में हुई है। शव के गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया। गांव व क्षेत्र में शोक में डूबा गया। दोनों पड़ोसी थीं और एक साथ महाकुंभ स्नान के लिए गई थीं। बुधवार तड़के करीब 3 बजे परिजनों को हादसे की सूचना मिली, जिससे पूरे गांव में मातम पसर गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वही नसीराबाद के एक ही परिवार के दो सदस्यों की भी भगदड़ में मौत हो गई। मृतकों में 35 वर्षीय रीना देवी और उनकी 12 वर्षीय बेटी रोशनी पटेल शामिल हैं। मां-बेटी की मौत की खबर से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। जैसे ही यह जानकारी मिली, परिजन घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।

नगरा(बलिया)। महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के दौरान भारी भीड़ के कारण भगदड़ के हादसे में बलिया जिले के चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों में तीन महिलाएं और एक 12 वर्षीय बच्ची शामिल है। जानकारी के अनुसार, नगरा थाना क्षेत्र के चचया गांव की दो महिलाएं इस हादसे का शिकार हो गईं। मृतकों की पहचान रिंकी सिंह ब(35) पत्नी छट्ठू सिंह और मीरा देवी (50) पत्नी बालजीत सिंह के रूप में हुई है। शव के गांव पहुंचते ही कोहराम मच गया। गांव व क्षेत्र में शोक में डूबा गया। दोनों पड़ोसी थीं और एक साथ महाकुंभ स्नान के लिए गई थीं। बुधवार तड़के करीब 3 बजे परिजनों को हादसे की सूचना मिली, जिससे पूरे गांव में मातम पसर गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वही नसीराबाद के एक ही परिवार के दो सदस्यों की भी भगदड़ में मौत हो गई। मृतकों में 35 वर्षीय रीना देवी और उनकी 12 वर्षीय बेटी रोशनी पटेल शामिल हैं। मां-बेटी की मौत की खबर से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। जैसे ही यह जानकारी मिली, परिजन घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।












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संजीव सिंह बलिया। मौनी अमावस्या महाकुंभ में भगदड़ से बलिया की मां-बेटी समेत 4 की मौत, चहुंओर शोक की लहर महाकुंभ में मची भगदड़ के दौरान बलिया जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों की मां-बेटी सहित चार लोगों की मौत हो गई है। मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही परिजन प्रयागराज के लिए रवाना हो गए। नगरा थाना के चचया गांव की दो महिलाओं की मौत की खबर मिलते ही गांव में मातम छा गया। मृतकों की पहचान रिंकी सिंह (35) पत्नी छट्ठू सिंह एवं मीरा देवी (50) पत्नी बालजीत सिंह के रूप हुई। दोनों गांव में पड़ोसी थीं और साथ में ही महाकुंभ स्नान के लिए गई थीं। मौत की पुष्टि परिजनों ने की है। बुधवार की सुबह करीब 3 बजे परिजनों को घटना की जानकारी मिली। जिसके बाद से ही परिजनों में कोहराम मच गया। आसपास के लोगों ने परिजनों को ढांढ़स बंधाया। मृत महिलाओं के घर पर लोगों की भीड़ जुट गई। परिजन तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। वहीं, फेफना थाना के नसीराबाद गांव निवासी रीना देवी (36), बेटी रोशनी पटेल (8) की महाकुंभ में मची भगदड़ में मौत हो गई है। इसकी पुष्टि रीना के पति दिनेश पटेल ने की है। दिनेश पटेल ने मोबाइल फोन पर घटना की सूचना परिजनों को दी और बताया कि यहां से शव लाने के लिए कोई इंतजाम नहीं है। घटना की खबर लगते ही गांव में मातम पसर गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। परिवार के सदस्य घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।
राजेश कुमार भारती, श्वेता सिंह, आकांक्षा श्रीवास्तव, रीना देवी,राजू देवी,संगीता देवी समेत ग्रामवासी मौजूद रहे।
में 76वें गणतंत्र दिवस का आयोजन उत्साह और देशभक्ति के माहौल में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत एमडी मिश्रीलाल भारती एवं प्रिंसिपल संदीप सिंह द्वारा ध्वजारोहण के साथ हुई। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को संविधान के महत्व और इसके निर्माण की यात्रा के बारे में विस्तार से बताया। एमडी मिश्रीलाल भारतीने बताया कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश को एकसूत्र में बांधने के लिए संविधान की आवश्यकता महसूस हुई। डॉ. बी.एन. राव की अध्यक्षता में प्रारूप समिति ने 2 वर्ष 11 माह और 18 दिनों में संविधान का मसौदा तैयार किया, जिसे संसद में विस्तृत चर्चा के बाद अंगीकृत किया गया। कार्यक्रम में बच्चों ने देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिनकी सराहना करते हुए
बलिया।बैरिया तहसील के ग्रामपंचायत अधिसिजुआ के प्रधान प्रतिनिधि मनोज निषाद ने महाकुंभ स्नान करने के लिए पंचायत के सैकड़ो लोगों का समूह लेकर रविवार की शाम अपने गांव प्रयागराज के लिए प्रस्थान किये। गांव के सैकड़ो की संख्या में लोग महाकुंभ जाते समय भगवान भोलेनाथ व मां गंगा की जयकारा करते हुए प्रस्थान किया। गांव के लोगों ने बताया कि हम लोग अभी तक कभी कोई महाकुंभ में स्नान नहीं कर पाए हैं।मनोज भाई के बदौलत इस बार हम लोग को पहली बार इस दिव्य महाकुंभ का स्नान करने का मौका मिला है। हमे उम्मीद थी कि अयोध्या की तरह सरकार या कोई नेता किसी तरह की योजना चला कर हम लोगों को स्नान करा देंगे, लेकिन हम लोगों के लिए हमारा मनोज भाई ही देवदूत बन कर आया है जो महाकुंभ का स्नान करा कर हमें भी पुप्य का भागी बनाया।
Jan 29 2025, 21:55
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