अंतरिक्ष में इसरो की एक और बड़ी कामयाबी, अंतरिक्ष में 100वां मिशन सफल, एनवीएस-2 नेविगेशन सैटेलाइट लॉन्च
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भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। इसरो बुधवार को अपना 100वां ऐतिहासिक मिशन सफलतापूर्वक पूरा किया। सुबह 6:23 बजे जीएसएलवी-एफ12 रॉकेट ने नेविगेशन उपग्रह एनवीएस-2 को अंतरिक्ष में स्थापित किया। यह प्रक्षेपण आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से किया गया। यह प्रक्षेपण भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक और मील का पत्थर साबित हुआ।
इसरो ने मिशन को लेकर कहा है कि मिशन सफल सफल हो गया है. भारत अंतरिक्ष नेविगेशन में नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है। इसरो के मिशन सफल होने पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘श्रीहरिकोटा से 100वें प्रक्षेपण की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने के लिए इसरो को बधाई। इस रिकॉर्ड उपलब्धि के ऐतिहासिक क्षण में अंतरिक्ष विभाग से जुड़ना सौभाग्य की बात है। टीम इसरो, आपने एक बार फिर जीएसएलवी-एफ15/एनवीएस-02 मिशन के सफल प्रक्षेपण से भारत को गौरवान्वित किया है।’
नेविगेशन प्रणाली का विस्तार
एनवीएस-2 उपग्रह भारतीय नेविगेशन प्रणाली 'नाविक' का हिस्सा है। इसका उद्देश्य भारतीय उपमहाद्वीप और 1,500 किलोमीटर तक के क्षेत्रों में उपयोगकर्ताओं को सटीक समय, गति और स्थिति की जानकारी देना है। 2,250 किलोग्राम वजनी इस उपग्रह में एल-1, एल-5 और एस-बैंड में पेलोड्स लगाए गए हैं, जो कृषि, बेड़े प्रबंधन और लोकेशन-आधारित सेवाओं में उपयोगी साबित होंगे।
वी नारायणन के नेतृत्व में पहला मिशन
यह इसरो के अध्यक्ष वी नारायणन के नेतृत्व में पहला मिशन है। उन्होंने 13 जनवरी को पदभार संभाला था। प्रक्षेपण से पहले इसरो अध्यक्ष नारायणन ने तिरुपति मंदिर में पूजा अर्चना की।
Jan 29 2025, 10:24