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झारखंड सरकार के वित्त वाणिज्य कर योजना एवं विकास मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने किया अपना मोबइल नंबर जारी


कहा सरकार के किसी योजना में गड़बड़ी होता है तो लोग दें जानकारी

झारखंड डेस्क 

झारखंड सरकार के वित्त वाणिज्य कर योजना एवं विकास मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने सार्वजनिक रूप से अपना मोबाइल नंबर जारी किया है. 

सार्वजनिक रूप से नंबर जारी करते हुए मंत्री राधा कृष्णकिशोर ने कहा कि सरकार की योजनाओं की क्रियान्वयन में किसी प्रकार की गड़बड़ी हो रही हो या समस्या या शिकायत है तो उन्हें कॉल करें या व्हाट्सएप करें. मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने अपना मोबाइल नंबर 9431135292 को आम लोगों के लिए जारी किया है.

पलामू के सतबरवा प्रखंड के मलय डैम में जिला स्तरीय पंचायत सशक्तिकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसी कार्यशाला में पलामू में संचालित विकास योजनाओं समेत कई बिंदुओं पर समीक्षा की गयी. इस बैठक में झारखंड सरकार के मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने भाग लिया. लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि मंईयां सम्मान योजना रेवड़ी नहीं है बल्कि यह माता बहनों की आराधना है.

मंत्री ने कहा कि पंचायत या जिला के विकास में पंचायत जनप्रतिनिधियों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण. शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करना बेहद ही जरूरी है, इसमें पंचायत जनप्रतिनिधियों की भूमिका अहम है. पंचायत जनप्रतिनिधि नियमित रूप से मध्यान भोजन का निरीक्षण करें. अबुआ आवास योजना का लाभ सीरियल के अनुसार ही मिलना चाहिए.

 अगर क्षेत्र में किसी भी प्रकार की समस्या हो या विकास योजनाओं की क्रियान्वयन में दिक्कत हो रही हो बेहिचक लोग उन्हें कॉल कर सकते हैं या व्हाट्सएप कर सकते हैं.

इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पलामू डीसी शशिरंजन ने कहा कि प्रत्येक तीन महीने में पंचायत जनप्रतिनिधियों के साथ कार्यशाला आयोजित होगी. इस कार्यशाला में जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिमा कुमारी, उपाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह, नगर आयुक्त जावेद हुसैन, उप विकास आयुक्त शब्बीरअहमद मौजूद रहे.

झारखंड के मुख्य सचिव का निर्देश सभी सचिव केंद्र सरकार को समय से भेज दें उपयोगिता प्रमाण पत्र


राज्य सरकार को अपनी अधिप्राप्ति राशि का करना है दावा,यह तभी सम्भव है जब समय से पहुंच जाए खर्च की गई राशि की उपयोगिता प्रमाण पत्र

झा.डेस्क

पूंजी निवेश के लिए राज्यों को दी जानेवाली विशेष सहायता योजना के तहत झारखंड को मिली राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र केंद्र सरकार को समय से भेजने के लिए झारखंड की मुख्य सचिव अलका तिवारी ने सभी सचिवों को निर्देश दिया है ताकि सरकार अपनी दावा प्रस्तुत कर सके।

 मुख्य सचिव ने अपने पत्र में कहा है कि खर्च की गयी राशि का उपयोगिता प्रमाण समय से देने से उस मद में बची राशि पर दावा मजबूत होगा। इसके साथ ही वित्तीय अनुशासन के साथ ससमय योजना पूरी करने वाले राज्य के रूप में भी हमारी पहचान बनेगी।

जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा पूंजी निवेश के लिए विशेष सहायता योजना के तहत राज्यों को 50 वर्षों के लिए ब्याज मुक्त कर्ज दिया जाता है। मुख्य सचिव शुक्रवार को स्कीम फॉर स्पेशल असिस्टेंस टू स्टेट फॉर कैपिटल इनवेस्टमेंट (एसएएससीआई) को लेकर संबंधित विभागों के सचिवों के साथ समीक्षा कर रही थीं।

झारखंड सरकार केंद्र को 1250 करोड़ रुपये का दावा कर सकता है

मुख्य सचिव अलका तिवारी को समीक्षा के दौरान बताया गया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में झारखंड को केंद्र सरकार द्वारा 5255.14 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं, जिसमें से अभी तक 4580.62 करोड़ रुपये मिल चुके हैं. वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए राज्य द्वारा 4302 करोड़ रुपये का प्रस्ताव केंद्र सरकार को समर्पित किया गया है. इसके विरुद्ध 2763 करोड़ रुपये के प्रस्ताव की स्वीकृति केंद्र सरकार ने दे दी है. प्रस्ताव के तहत 1233 करोड़ रुपये की राशि झारखंड को मिल चुकी है.

 बताया गया कि इसके अतिरिक्त राज्य लगभग 1250 करोड़ रुपये का दावा एसएएससीआई के विभिन्न हिस्सों के लिए कर सकता है.

यूनिटी मॉल के लिए मिल चुके हैं 81.47 करोड़

अगर केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के अनुरूप कार्य हुआ, तो एसएएससीआई के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 4600 करोड़ रुपये की अधिप्राप्ति केंद्र सरकार से संभावित है. समीक्षा के दौरान बताया गया कि झारखंड में यूनिटी मॉल के निर्माण के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 162.94 करोड़ की स्वीकृति दी गयी है. उसके प्रथम किस्त के रूप में राज्य को 81.47 करोड़ रुपये प्राप्त हो चुके हैं. अब उद्योग विभाग को प्राप्त राशि का 75 प्रतिशत खर्च करने का उपयोगिता प्रमाण पत्र देना है, उसके बाद ही इस मद की शेष राशि केंद्र सरकार से मिलेगी. नेतरहाट, तिलैया एवं तेनुघाट डैम सौंदर्यीकरण के लिए 214.94 करोड़ रुपये का प्रस्ताव राज्य ने समर्पित किया है. तिलैया डैम के लिए केंद्र सरकार ने 34.87 करोड़ रुपये की स्वीकृति दे दी है.

250 करोड़ रुपये का क्लेम कर सकती है राज्य सरकार

डैमों की सौंदर्यीकरण योजना के लिए केंद्र सरकार द्वारा कुछ जानकारी तलब की गई है, उसके लिए पर्यटन विभाग को तत्संबंधी कार्रवाई के लिए कहा गया है. वर्किंग वुमेन हॉस्टल निर्माण के लिए केंद्र सरकार द्वारा राज्य को 163 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं. इसके तहत झारखंड में कुल 8 हॉस्टल का निर्माण होना है. भारत सरकार द्वारा दो हॉस्टल को लेकर कुछ जानकारी मांगी गयी है, जिसे उद्योग विभाग को उपलब्ध कराना है. राज्य सरकार केंद्र सरकार से 31 जनवरी 2025 तक 250 करोड़ रुपये का क्लेम कर सकती है. बताया गया कि अर्बन प्लानिंग रिफॉर्म के तहत भवन निर्माण नियम को युक्तिसंगत करने के लिए 30 करोड़ रुपये का दावा केंद्र सरकार से किया गया है. समीक्षा बैठक में वित्त सचिव प्रशां कुमार, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सचिव राहुल पुरवार, ग्रामीण विकास सचिव के श्रीनिवासन, परिवहन सचिव कृपानंद झा, खान सचिव जितेंद्र सिंह, भवन निर्माण सचिव अरवा राजकमल समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.

झारखंड में पुलिस विभाग अब प्रमोशन-पोस्टिंग के लिए लिखित परीक्षा पास करनी होगी


झा. डेस्क 

 झारखंड में पुलिसकर्मियों के लिए अब प्रमोशन-पोस्टिंग आसान नहीं होगा। विभाग के मापदंडों पर खरे उतरने वाले पुलिसकर्मियों को ही थानों और ओपी में पोस्टिंग मिलेगी । इसे लेकर आदेश जारी कर दिया है। धनबाद SSP ने आदेश जारी किया है कि सभी थाना और ओपी प्रभारी को दक्षता परीक्षा पास करनी होगी।

यहां देखें आदेश…

दरअसल पहले थाना और ओपी में प्रभारी की पोस्टिंग की एसएसपी अपने मन मुताबिक किया करते थे,लेकिन अब पुलिसकर्मियों को दक्षता परीक्षा पास करनी होगी। धनबाद एसएसपी एचपी जनार्दन ने आदेश दिया है कि 9 फरवरी को दक्षता परीक्षा आयोजित की जायेगी। जिसमें सभी थानों और ओपी के प्रभारी शामिल होंगे।

जाहिर है परीक्षा में उनका परफार्मेंस ही तय करेगा कि वो थाना या ओपी प्रभारी रहेंगे या नहीं। धनबाद पुलिस लाइन में जिला के सभी थाना प्रभारी और ओपी प्रभारी के साथ ही सभी एएसआई, सब इंस्पेक्टर, इंस्पेक्टर को इस परीक्षा में शामिल होना होगा। परीक्षा में चार विषयों पर पुलिस पदाधिकारियों को लिखित जवाब देना होगा।

आदेश में कहा गया है कि चार अलग-अलग विषयों पर दक्षता परीक्षा आयोजित होगी, जिसमें भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक संहिता 2023, भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 और पुलिस की कार्यप्रणाली पर आधारित विषय होगा। परीक्षा में सब्जेक्टिव और ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न होंगे। सभी विषयों के अलग-अलग प्रश्न पत्र होंगे। इसी दक्षता परीक्षा के आधार पर ही वार्षिक गोपनीय चरित्र अभियुक्ति आलेखित किया जाएगा। इसके साथ ही अगली पोस्टिंग परीक्षा के प्राप्तांक के आधार पर ही होगी।

भाभी निकली हत्यारिन, देवर को मारने के लिए दी थी तीन लाख की सुपारी, भाभी सहित पांच गिरफ्तार


बोकारो जिले के कसमार के मधुकरपुर निवासी पिंटू कुमार की हत्या उसकी अपनी बड़ी भाभी तीन लाख की सुपारी देकर करा दी। मामला संपत्ति से जुडा है। हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता पिंटू की अपनी ही भाभी निकली। पुलिस ने 10 दिनों के लगातार प्रयास के बाद हत्याकांड का खुलासा दिया है। हत्याकांड की घटना में शामिल भाभी सुनीता देवी सहित कुल पांच लोगों को एसआइटी टीम ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। हत्याकांड के सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में गुरूवार को जेल भेज दिया गया। 

यह जानकारी एसपी बोकारो मनोज स्वर्गियारी ने एसपी कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी।

जमीन व पैसे को लेकर देवर व भाभी के रिश्ते में खटास

श्री स्वर्गियारी ने बताया कि पिंटू के बडे भाई पिछले 10 साल से लापता है। ऐसे में घर में पुरूष सदस्य पिंटू के अलावा उसके पिता शगुन नायक है। सड़क किनारे जमीन है। जमीन सरकारी कार्य में उपयोग होने के कारण सरकार ने पांच लाख मुआवजा दिया था। साथ ही साथ जमीन को लेकर पिछले कई सालों से घर में विवाद चल रहा था। जमीन व पैसे को लेकर देवर व भाभी के रिश्ते में खटास आ गया था। इस वजह से भाभी ने देवर की हत्या का निर्णय ले लिया।

भाभी ने अपनी बहन के पुत्र को तीन लाख में हत्या कि दी थी सुपारी

अपनी बहन के पुत्र छोटेलाल को तीन लाख में देवर की हत्या का सुपारी दे दिया। छोटेलाल ने अपराधिक घटना में लिप्त रहनेवाले टीमा तुरी से संपर्क किया। घटना की रात घर में प्रवेश करने के लिए भाभी ने दरवाजा खोल दिया था। दोनों घर में प्रवेश कर पिंटू की गोली मारकर हत्या कर भाग निकले। राहुल कश्यप ने दोनों को छिपाकर रखा था। घटना के बाद हजारीबाग निवासी अजीत कुमार ने दोनों हत्यारों को मोटरसाइकिल से हजारीबाग पहुंचा दिया। 

टेक्निकल सेल को एक्टिव कर दिया गया था।घटना स्थल पर मोबाइल के लोकेशन के आधार पर छोटेलाल को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद एक-एक कर कहानी सामने आ गयी। मुख्य साजिशकर्ता सुनीता देवी का पता चला।

अपरधियों के पास से एक देशी पिस्टल व एक देशी कट्टा बरामद

गिरफ्तार अभियुक्तों में कसमार थाना के मधुकरपुर निवासी 42 वर्षीय सुनीता देवी (पति कामेश्वर नायक), पेटरवार थाना के तेनुघाट ओपी क्षेत्र के छपरगढा निवासी 22 वर्षीय छोटेलाल नायक उर्फ छोटू उर्फ भोलू (पिता उमेश नायक), पेटरवार थाना के तेनुघाट ओपी क्षेत्र के चापी टोला जोधाबांध निवासी 36 वर्षीय टीमा तुरी (पिता स्व श्यामल तुरी), कसमार थाना के दांतू निवासी 32 वर्षीय राहुल कश्यप (पिता राजेंद्र प्रसाद नायक), हजारीबाग जिला के दारू थाना क्षेत्र के मेटकुरीखुर्द निवासी 29 वर्षीय अजीत कुमार उर्फ सीताराम साव शामिल है।

 अपरधियों के पास से पुलिस टीम ने एक देशी पिस्टल, एक देशी कट्टा, पांच राउंड 7.65 एमएम गोली, 8 एमएम की चार गोली, एक खाली खोखा बरामद किया। कांड में उपयोग बाइक (जेएच09एएल-0869), तीन मोबाइल बरामद किया है।

छापेमारी दल में ये थे शामिल पुलिस अधिकारी

छापेमारी दल में जरीडीह अंचल के पुनि मुकेश कुमार पांडेय, कसमार थाना के पुअनि चंद्रदेव कुमार, पुअनि रंजन कुमार सिंह, पुअनि कुंदन कुमार, पुअनि अजीत कुमार, सअनि रोजिद आलम, सअनि रंजीत सिंह, हवलदार दीपक कुमार, हवलदार राजकिशोर पासवान, आरक्षी रामेश्वर महतो, चालक आरक्षी अशोक पूर्ति, तकनीकी शाखा के पदाधिकारी व जवान शामिल थे।

क्या है मामला

कसमार थाना क्षेत्र के मधुकरपुर में 12 जनवरी की रात करीब 11 बजे दो अपराधियों ने घर में घुसकर शगुन नायक के पुत्र पिंटू कुमार नायक (उम्र 30 वर्ष) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मृतक हजारीबाग के जिला कोषागार में कार्यरत था। 11 जनवरी की देर शाम घर मधुकरपुर पहुंचा था। 13 जनवरी की सुबह ड्यूटी के लिए हजारीबाग जाना था। उससे पहले 12 जनवरी की रात करीब 11 बजे छत की खुली सीढ़ी के सहारे दो अपराधी पिंटू के घर घुसे। बेडरूम में सो रहे पिंटू के सीने में दो गोली उतारकर भाग निकले। सूचना पाकर रात 11:30 बजे कसमार, पेटरवार व जरीडीह थाना प्रभारी के अलावा इंस्पेक्टर पहुंचे। घटना की जांच शुरू कर दी गई। बीते सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को पिंटू का शव सौंप दिया गया।

असंगठित मजदूरों ने लोकल सेल चालू करने की मांग को लेकर किया प्रदर्शन,तीन घंटे उत्पादन बाधित

धनबाद, कतरास: महेशपुर कोलियरी के सिनीडीह खदान में असंगठित मजदूरों ने एटक के बैनर तले लोकल सेल चालू करने व बेहतर कोयला उत्पादन की मांग को लेकर प्रबंधन के विरुद्ध प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की।इस दौरान मजदूरों ने खदान के होलेज घर के समीप धरना पर बैठकर लगभग तीन घंटे तक उत्पादन बाधित कर दिया।

इस मौके पर एटक के वरीय नेता गोरचंद बाउरी व असंगठित मजदूर नेता गोपाल बाउरी ने कहा की महेशपुर कोलियरी में लगभग एक साल से लोकल सेल चालू नही होने से सैकड़ो असंगठित मजदूर भुखमरी के कगार पर पहुँच गये है।जबतक हमारी मांगो पर पहल नही होगा तबतक कोयले की ट्रासोपिटिंग नही होने दिया जाएगा।

इस मौके पर बिट्टू चौहान,झगरू गोप,बाल्मीकि पासवान सहित दर्जनों मजदूर शामिल थे।

झारखंड की मंइयां सम्मान योजना की लाभुकों के लिए अच्छी खबर,पोर्टल में आयी खराबी हुआ ठीक, नए लाभुक को भी मिलेंगे पैसे


झारखंड की मंइयां सम्मान योजना की लाभुकों के लिए अच्छी खबर है. मंइयां योजना के नए लाभुकों की शिकायत अब जल्द ही दूर कर ली जाएगी अब नए लाभुक भी योजना से जुड़ कर सरकार की ओर से 2500 रुपए की सहायता राशि प्राप्त कर सकते हैं. दरअसल बीते कुछ दिनों से मंईयां योजना के पोर्टल में गड़बड़ी आ गई थी. जिसके वजह से नए लाभुकों को आवेदन करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था,अब मंईयां योजना के लाभुकों के आवेदन में हुई गड़बड़ी का सुधार 21 दिन लंबे इंतजार के बाद सही हो गया है।अब जल्द ही सरकार योजना की 6ठी किस्त भी महिलाओं के खातों मं भेजेगी.

मंईयां योजना की वेबसाइट खुलने लगी

रिपोर्ट्स की माने तो मंईयां सम्मान योजना की आधिकारिक वेबसाइट खुलने लगी है। हालांकि वेबसाइट का नेटवर्क सिस्टम अभी भी थोड़ा स्लो है। इससे आवेदिकाओं को थोड़ी परेशानी का सामना जरुर करना पड़ रहा है. बता दें कि पिछले 21 दिनों से मंईयां सम्मान योजना की वेबसाइट बंद थी, जिसके कारण नए लाभार्थियों के नाम सूची में दर्ज नहीं हो पा रहे थे। साथ ही पहले किए गए आवेदनों में गलतियों का समाधान भी बाधित हो रहा था।

वेबसाइट बंद होने के कारण विभिन्न जिलों और ब्लॉक कार्यालयों में  बीते 15 दिनों से महिलाओं की भीड़ उमड़ रही। कई महिलाएं अपने लंबित आवेदनों को लेकर चिंतित हैं।

लाभुकों के बैंक खाते आधार से लिंक नहीं हैं या खाते की जानकारी जैसे बैंक खाता संख्या और आईएफएससी कोड गलत हैं, इस वजह से जामताड़ा जिले के अलग अलग अंचल के 7500 से अधिक महिलाओं के खातों में राशि नहीं पहुंची.

1,61,534 महिलाएं ले रही योजना का लाभ

हालांकि, जिले में 1,61,534 महिलाएं के बैंक खातों में योजना की मासिक सम्मान राशि पहुंच रही है। जबकि हजारों महिलाएं आवेदन ऑनलाइन करने को प्रयासरत है।

वेबसाइट के दोबारा चालू होने के बाद लंबित आवेदनों के समाधान और नए लाभार्थियों के नाम दर्ज करने की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है। योजना में नए लाभार्थियों को शामिल करने के बाद उन्हें 2500 रुपये की राशि मिलनी शुरू हो जाएगी।

सीओ-बीडीओ को मिला अपना लॉग-इन

सामाजिक सुरक्षा कोषांग झारखंड की नई गाइडलाइन के अनुसार सीओ-बीडीओ का अपना लॉग-इन मिल गया है। इधर, मंईयां सम्मान योजना के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं के खाता नंबर जांच में डुप्लीकेट भी पाए जा रहे हैं। कई ऐसे खाते मिल रहे हैं, जिनके नंबर का उल्लेख एक से अधिक महिलाओं ने अपने आवेदन में किया है। कई ऐसे खाते भी मिल रहे हैं, जिनमें महिलाएं सरकार की अन्य योजनाओं की राशि निकाल रही हैं।

बता दें मंईयां सम्मान योजना हेमंत सोरेन सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजना है। इस योजना में प्रत्येक महिलाओं को हर महीनें 2500 रुपये दिया जाता है। इस योजना के जरिए चुनाव में हेमंत सोरेन को बड़ी जीत मिली है। हालांकि, इस योजना की काट के लिए भाजपा ने गोगो दीदी योजना का वादा किया था। लेकिन लोगों ने हेमंत सोरेन पर अधिक भरोसा जताया।
वित्त मंत्री के कार्यक्रम में मधुमक्खियों ने किया हमला, कई लोग हुए जख्मी

.रांची:  वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर के कार्यक्रम में मधुमक्खियों ने हमला कर दिया. इस हमले में कई अधिकारी और पत्रकार घायल हो गए. दरअसल, वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर के नेतृत्व में एक टीम पांकी बराज का निरीक्षण करने पहुंची थी. टीम में सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे. निरीक्षण कार्य चल रहा था और इसी दौरान मधुमक्खियों ने हमला कर दिया.

इस हमले की चपेट में कई अधिकारी और पत्रकार आ गए. मधुमक्खियों के हमले के बाद वित्त मंत्री के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें घेर लिया और गाड़ी में बैठा लिया. मधुमक्खियों के हमले के बाद सभी लोग वहां से भागकर अपनी जान बचाई.
टाटा समूह की कंपनी टाटा कम्युनिकेशंस का शुद्ध लाभ बढ़कर 257 करोड़, समूह द्वारा जारी तिमाही रिपोर्ट में बताया क़म्पनी


टाटा समूह की कंपनी टाटा कम्युनिकेशंस का एकीकृत शुद्ध लाभ दिसंबर तिमाही में कई गुना बढ़कर 257 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी ने बुधवार को अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही के नतीजे जारी करते हुए कहा कि एक साल पहले की समान तिमाही में उसका लाभ 45 करोड़ रुपये था. टाटा समूह की यह कंपनी अगली पीढ़ी की कनेक्टिविटी सुविधा, क्लाउड होस्टिंग, सुरक्षा समाधान और मीडिया सेवाएं मुहैया कराती है.

वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में कंपनी का सकल राजस्व 5,798 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही से 2.9 प्रतिशत अधिक है. टाटा कम्युनिकेशंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी ए एस लक्ष्मीनारायणन ने कहा कि वह प्रौद्योगिकी परिवर्तनों और एआई एवं अन्य प्रौद्योगिकी पहलों का लाभ उठाने की कंपनियों की जरूरत को देखते हुए कारोबारी संभावनाओं को लेकर आशावादी हैं.

लक्ष्मीनारायणन ने कहा, ‘‘तीसरी तिमाही डिजिटल राजस्व में मजबूत वृद्धि, बेहतर मार्जिन और बढ़े हुए मुक्त नकद प्रवाह के साथ संतोषजनक रही है. हम अनुषंगी कंपनियों की समीक्षा में भी अच्छी तरह आगे बढ़ रहे हैं. कंपनी ने बताया कि अक्टूबर-दिसंबर 2023 की तिमाही में उसे 45 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ आयकर के लिए 185 करोड़ रुपये के एकमुश्त प्रावधान के बाद हुआ था.
झारखंड सरकार ने पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने को लेकर एसओपी किया जारी

836 गैर सरकारी सामान्य सहायता प्राप्त स्कूल के शिक्षक को भी मिलेगा लाभ मिलेगा

झारखंड में पुरानी पेंशन योजना से जुड़ी एक बड़ी खबर है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने बुधवार को इन विद्यालयों के शिक्षकों एवं कर्मियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने को लेकर एसओपी जारी कर दिया है। दरअसल राज्य में कार्यरत 836 गैर सरकारी सामान्य सहायता प्राप्त (अल्पसंख्यक सहित) प्रारंभिक विद्यालयों तथा 134 गैर सरकारी सहायता प्राप्त अल्पसंख्यक माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों एवं कर्मियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ मिलना है।

पिछले दिनों राज्य सरकार ने कैबिनेट ने इस फैसले पर मुहर लगायी थी। कैबिनेट ने फैसला लिया था कि एक दिसंबर 2004 से 30 अगस्त 2022 तक नियुक्त शिक्षकों एवं कर्मियों के पास यह विकल्प होगा कि वह पुरानी या नई पेंशन योजना में से किसी एक का विकल्प चुन सके। इसे लेकर उन्हें शपथपत्र देना होगा। लिहाजा अब विभाग की तरफ से इसे लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिये गये हैं।

इन कर्मचारियों को देना होगा शपथ पत्र

स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इन विद्यालयों के शिक्षकों एवं कर्मियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने को लेकर एसओपी जारी कर दिया। इसके तहत वित्त विभाग द्वारा जारी संकल्प के आलोक में इन विद्यालयों के शिक्षकों एवं कर्मियों को एक सितंबर 2022 के प्रभाव से पुरानी पेंशन योजना का लाभ मिलेगा।सभी शिक्षकों एवं कर्मियों को यह शपथपत्र देना होगा कि वे पुरानी पेंशन योजना का लाभ लेना चाहते हैं या नई पेंशन योजना में ही बना रहना चाहते हैं।

साथ ही साथ यह भी शपथपत्र देना होगा कि उन्हें विभाग द्वारा जारी एसओपी की शर्तों को स्वीकार है तथा वे अतिरिक्त वित्तीय दावा नहीं करेंगे। पुरानी पेंशन योजना का लाभ लेने पर उन्हें एक दिसंबर 2004 से पूर्व नियुक्त कर्मियों की भांति भविष्य निधि का लाभ मिलेगा।

नई पेंशन योजना में बने रहने पर विभाग द्वारा 10 जून 2022 को जारी संकल्प के नियमानुसार लाभ देय होगा। ई-पेंशन आवेदन की प्रक्रिया के लिए संबंधित शिक्षकों एवं कर्मियों को पूर्व की तरह माइनर आइडी जारी किया जाएगा। बताते चलें कि राज्य सरकार ने अपने सभी कर्मियों के लिए एक सितंबर 2022 के प्रभाव से पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने का निर्णय लिया है.
झारखण्ड : SIT का दावा,JSSC CGL परीक्षा में नहीं हुई थी गड़बड़ी;अभ्यर्थियों ने बनाया था फर्जी दस्तावेज

* क्या झारखंड में JSSC सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप केवल एक झूठ था. क्या अभ्यर्थियों ने जो साक्ष्य एसआईटी को दिए थे वो भी झूठे थे. क्या जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में कोई गड़बड़ी नही हुई थी. दरअसल, ये बाते एसआईटी ने अपनी जांच में ऐसा ही कुछ खुलासा किया है. एसआईटी के इस खुलासे के बाद ये तमाम सवाल उठने शुरू हो गए हैं. जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में कथित गड़बड़ी के आरोप में दर्ज दो अगल- अलग केस की जांच एसआईटी की टीम कर रही है. जांच में एसआईटी को नये तथ्य मिले. *SIT को प्रारंभिक जांच में नहीं मिले ठोस साक्ष्य* एसआईटी का कहना है कि प्रारंभिक जांच में पेपर लीक से संबंधित कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिले. इतना ही नहीं एसआईटी ने जांच में यह भी कहा है कि पेपर लीक से संबंधित मोबाइल में जो फोटोग्राफी की गई थी वह बाद की है. लेकिन यह साबित करने के लिए कि गड़बड़ी परीक्षा के दौरान और परीक्षा से पहले हुई है. दरअसल, मोबाइल में टाइमलाइन चेंज कर फोटोग्राफी की गई थी. माने ये कि जो अभ्यर्थी यह दावा कर रहे थे कि परीक्षा से पहले पेपर लीक हो गया था और गड़बड़ी साबित करने के लिए साक्ष्य सौंपे गए थे वो सब झूठ है ऐसा जांच एजेंसी का कहना है. *SIT को छात्रों ने नहीं दिया सवाल का जवाब* बहरहाल, जांच से जुड़े अधिकारियों के अनुसार पूरे मामले में शिकायत करने वाले छात्रों से बयान लिया गया. उस दौरान साक्ष्य जमा करने वाले छात्रों से जब पूछा गया कि मोबाइल में उस युवक का फोटोग्राफ क्यों नहीं है. जिसके हाथ में पेपर लीक करने के संबंधित पेपर था. तब इसके जवाब में छात्रों ने कोई जवाब नहीं दिया. इसलिए एसआइटी ने इसे जांच के दौरान संदेहास्पद पाया है. इसके अलावा एसआईटी को मामले में कुछ ऐसी शिकायतें भी मिली है. जिसमें बताया गया था मोबाइल का टाइमलाइन चेंज कर पेपर लीक होने से संबंधित फर्जी दस्तावेज और फर्जी व्हाट्सऐप चैट तैयार किए है. इस सभी तथ्यों की जानकारी मिलने के बाद डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एसआईटी को मामले की गहराई से जांच का आदेश दे दिया है. *मोबाइल को भेजा फॉरेंसिक जांच के लिए* बता दें कि अब एसआइटी ने मोबाइल में फोटाग्राफी की सत्यता की जांच के लिए जब्त मोबाइल को एफएसएल माने फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री के पास भेज दिया है. फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री अपराधों की साइंटिफिक तरीकों से जांच करती है और सबूत इकट्ठा करके उन्हें एग्जामिन करती है. *SIT को 54 शिकायतें मिल चुकी हैं* गौरतलब है कि जेएसएससी सीजीएल परीक्षा जांच से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक अब तक परीक्षा में गड़बड़ी पेपर लीक सहित अन्य आरोप की जांच के लिए गठित एसआईटी को 54 शिकायतें मिल चुकी है. इन शिकायतों में कुछ शिकायतें संदिग्ध छात्रों के बारे में और कुछ सेंटर के बारे में हैं. सभी शिकायतों की समीक्षा बारीकी से की जा रही है. गौरतलब है कि हाइकोर्ट के निर्देश के बाद ही पूरे मामले की जांच के लिए डीजीपी ने एसआईटी का गठन किया था. अब देखना होगा कि परीक्षा में गड़बड़ी की जांच कर रही है एसआईटी को और क्या तथ्य मिलते हैं और इस पूरे मामले की गुत्थी कब सुलझ पाती है.